Democracy में Journalists सही राह दिखाते हैं : केन्द्रीय मंत्री

डिजियाना उद्भव राष्ट्रीय पत्रकार सम्मान समारोह में वरिष्ठ पत्रकारों का हुआ सम्मान…

प्रजातंत्र में पत्रकार सही राह दिखाते हैं : केन्द्रीय मंत्री 

ग्वालियर। प्रजातंत्र में राजनेता और पत्रकार एक ही सिक्के के दो पहलू के सामन है। दोनों का एक ही लक्ष्य है जनसेवा। माध्यम भर अलग-अलग होते हैं। इस आशय के विचार केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने व्यक्त किए। श्री सिंधिया डिजियाना उद्भव राष्ट्रीय पत्रकार सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। श्री सिंधिया ने कहा कि प्रजातंत्र में राजनेताओं की भूमिका जनसेवक की और पत्रकारों की भूमिका पहरेदार के रूप में होती है। पहरेदार, जनसेवकों अर्थात राजनेताओं को सही रास्ता दिखाने का काम करते हैं। 

सोमवार को यहाँ भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान के स्व. काशीनाथ चतुर्वेदी सभागार में आयोजित हुए भव्य व गरिमामयी कार्यक्रम में देश के जानेमाने लेखक विश्लेषक व पत्रकार तथा भारत सरकार के सूचना आयुक्त उदय माहुरकर को वर्ष 2021 का लाईफ टाईम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रदान किया। इस अवसर पर विभिन्न श्रेणियों में एक दर्जन से अधिक पत्रकार भी सम्मानित किए गए। 

कार्यक्रम में प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया भी विशेष रूप से मौजूद थे। केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने संत कबीर के प्रसिद्ध दोहे “निंदक नियरे राखिए…” का उदाहरण देते हुए कहा कि आलोचक को सदैव अपने करीब रखना चाहिए। यदि हमें अपनी कमियां पता चल जायेंगी तो हम एक बेहतर इंसान बन सकेंगे। श्री सिंधिया ने यह भी कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में भी पत्रकारों का अहम योगदान रहा। हाल ही में जब कोरोना का संकट आया तब भी देशभर में पत्रकारों ने अपनी और अपने परिवार की चिंता किए बिना सड़क पर उतरकर सरकार और प्रशासन का सहयोग किया। 

श्री सिंधिया ने इस अवसर पर पत्रकारों का भी आह्वान किया कि प्रतिस्पर्धा के इस दौर में भी मूल्य और सिद्धांत न भूलें। साथ ही पत्रकारिता के प्रति लोगों की विश्वसनीयता भी कम नहीं होनी चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे देश के सूचना आयुक्त एवं वरिष्ठ पत्रकार उदय माहुरकर ने कहा कि पत्रकारिता में वर्तमान दौर में साधन, तकनीक व सुविधायें आ गई हैं। पर कलमकारों को टीआरपी की अंधी दौड़ में शामिल न होकर कोई भी ऐसी खबर प्रसारित नहीं करना चाहिए जो देश के लिये घातक साबित हो। 

उन्होंने कहा हमारी पत्रकारिता में नेशन फर्स्ट होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि देश का हर नागरिक अगर इस भावना को अपना ले कि देश प्रथम है तो भारत को विश्व गुरू बनने से कोई नहीं रोक सकता। श्री माहुरकर ने वीर सावरकर के राष्ट्रवाद के सिद्धांत को बखूबी ढंग से परिभाषित किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार पुष्पेंद्र सिंह ने किया। अंत में भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान के निदेशक आलोक शर्मा ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में डिगजियाना मीडिया समूह के एम.डी. तेजिन्दर पाल सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। 

सेवानिवृत्त अपर आयुक्त जनसंपर्क आरएमपी सिंह व वरिष्ठ पत्रकार अभिलाष खाण्डेकर सहित ज्यूरी के अन्य सदस्यगण मौजूद थे। आरंभ में समारोह के सम्बन्ध में उद्भव संस्था के अध्यक्ष डॉ. केशव पाण्डेय व सचिव दीपक तोमर ने कार्यक्रम की प्रस्तावना प्रस्तुत की। उद्भव राष्ट्रीय पत्रकारिता सम्मान समारोह में ’’राज्य स्तरीय सम्मान’’ प्रिन्ट मीडिया केटेगरी में ग्वालियर के धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया तथा इलेक्ट्रोनिक केटेगरी में भोपाल के शरद द्विवेदी को प्रदान किया  गया । 

साथ ही दि प्रेसिडेंस मैगजीन के सौजन्य से यंग ऐचीवर  अवार्ड भी प्रदान किया गया । ग्वालियर के देव श्रीमाली, भोपाल के प्रमोद भारद्वाज एवं इन्दौर के उज्जवल शुक्ला को उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिये विशेष पुरस्कारों से सम्मानित किया गया । स्तम्भकार लेखक की श्रेणी में कृष्ण मोहन झा सम्मानित किए गए। एजेन्सी श्रेणी में आई.ए.एन.एस. भोपाल  के संदीप पॉराणिक तथा पी.आर.ओ. श्रेणी में ग्वालियर के मधु सोलापुरकर को सम्मानित किया गया ।

इसके अतिरिक्त उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिये ग्वालियर के स्टार रिपोटर्स एवं फोटोग्राफर को भी उद्भव पत्रकारिता सम्मान से सम्मानित किया गया । इनमें ग्वालियर से उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए स्टार रिपोर्टस सम्मान  मनीष शर्मा (दैनिक भास्कर) एंव महेश गुप्ता (पत्रिका) को प्रदान किया गया। यंग एचीवरस् अवार्ड वरुण शर्मा (नई दुनिया) को एंव फोटो जर्नलिस्ट अवार्ड से राजेश जायसवाल (स्वदेश) को सम्मानित किया गया। साथ ही ग्वालियर हलचल की कविता मांडरे को भी सम्मानित किया गया।

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