MP में लागू होगा पेसा एक्ट : CM शिवराज

CM ने खोला सौगातों का 'पिटारा'

MP में लागू होगा पेसा एक्ट : CM शिवराज

जबलपुर। प्रदेश के आदिवासियों को लुभाने के लिए बीजेपी तमाम घोषणाएं कर रही है शनिवार को जबलपुर के गैरिसन मैदान में शहीद शंकर शाह और रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सौगातों का पिटारा खोला। इस दौरान उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में पेसा एक्ट लागू किया जाएगा, वनों की सुरक्षा और संरक्षण का अधिकार भी ग्राम सभाओं को दिया जाएगा। इसके अलावा सीएम ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। सीएम ने कहा कि कांग्रेस ने आदिवासियों के वोटों का इस्तेमाल जरूर किया, लेकिन आदिवासी शहीदों को कभी इतिहास में स्थान नहीं दिया। सीएम ने बताया कि जबलपुर में शहीद शंकर शाह और रघुनाथ शाह की स्मृति में एक संग्रहालय बनाया जा रहा है। इसमें लगभग 5 करोड़ खर्च का होगा। जिसमें हर साल भव्य कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। 

शहीद शंकर शाह और रघुनाथ शाह के 164वें बलिदान दिवस पर मुख्यमंत्री शिवराज ने कई बड़ी घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में अब पेसा एक्ट लागू किया जाएगा। इस कानून के तहत आदिवासी इलाकों में ग्राम सभा को पूरे अधिकार होंगे। इसमें सामाजिक विवादों के निपटारे के साथ ही गांव के विकास, जंगल की जमीन, कटाई, वनोपज जैसे तमाम काम जो आदिवासी इलाकों में हो रहे हैं, उन सब पर आदिवासियों और जनजातियों की ग्राम सभा का अधिकार होगा। बता दें, पेसा एक्ट 1996 में आया था। इस कानून को आदिवासी-बहुल्य क्षेत्र में ग्राम सभा को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से लाया गया था। मध्य प्रदेश में अब हर साल 15 नवंबर को आदिवासी जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाएगा। यह दिवस बिरसा मुंडा जयंती पर आदिवासी इलाकों में घर-घर पहुंचाया जाएगा। 

प्रदेश के 90 विकासखंडों में 1 नवंबर से राशन बांटने का काम भी आदिवासी ही करेंगे। सामुदायिक वन प्रबंधन के अधिकार जनजातीय आदिवासी को दिए जाएंगे। तेंदूपत्ता बेचने का काम भी वन समिति और आदिवासियोंं को दिया जाएगा। जंगल में औषधियों की खेती भी आदिवासी करेंगे। वनोपज भी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा। छिंदवाड़ा में अचार की चिरौंजी के दाम भी तय किए। कोदो, कुटकी, लाख, नीम की निंबोली, वनोपज का कार्यक्रम भी शुरू होगा। आदिवासियों में फैली सिकल सेल की बीमारी के इलाज का पूरा खर्चा राज्य सरकार उठाएगी। नीट और जेईई की तैयारी के लिए भी राज्य सरकार खर्चा उठाएगी। हर पंचायत में ग्रामीण इंजीनियरों को प्रशिक्षित किया जाएगा। 1 साल के अंदर बैकलॉग के सारे पदों को भरा जाएगा। 

मछली-पालन, मुर्गी पालन, बकरी पालन को सहायता समूह के माध्यम से करवाया जाएगा। वनवासी आदिवासियों को फौज में जाने के लिए विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। जबलपुर से सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एक और बड़ी घोषणा की। छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का नाम अब शंकर शाह के नाम पर होगा। बता दें आज गोंड राजा शंकर शाह और उनके बेटे कुंवर रघुनाथ शाह का 164वां बलिदान दिवस है। इसी मौके पर सीएम शिवराज से यह बड़े ऐलान किए। कार्यक्रम में संबोधन के दौरान सीएम शिवराज ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। सीएम बोले, कांग्रेस अपने कार्यकाल में कभी आदिवासियों को वन अधिकार पट्टा नहीं दे पाई, उन्होंने आदिवासियों को वन अधिकार पत्र दिया है। शिवराज का दावा है कि आदिवासी छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के लिए एक हजार रुपए की छात्रवृत्ति दी जा रही है। जो कांग्रेस के जमाने में महज 200 रुपए हुआ करती थी।  

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