भेदभाव के खिलाफ दुर्गा के नौ रूपी फोटोशूट से लोगो में जागरुकता लाने की कोशिश

 #sarinotsorry ग्रुप की नारीयों ने मिलकर की…

भेदभाव के खिलाफ दुर्गा के नौ रूपी फोटोशूट से लोगो में जागरुकता लाने की कोशिश

या देवी सर्वभूतेषु शक्ति-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

दुर्गा के नौ रूप जिसे विश्व भर में हिंदू धर्म अनुसार नवरात्रि  के महत्पूर्ण पर्व के तौर पर नौ दिन अलग- अलग दुर्गा रूपों को उसकी विशेषता के लिए पूजा जाता है , ये नौ दुर्गा रूप अलग - अलग शक्तियों से परीपूर्ण है, ये अलग - अलग रंग , रूप, क्षमता एवम् खूबी का प्रतीक हैं। नौ दुर्गा में नौ रूपों की पूजा स्वास्थ्य, समृद्धि, ऊर्जा, ज्ञान प्राप्ति , एकता और शांति के लिए की जाती है। 

पर एक तरफ जहां एक ही देवी के नौ रूपों जो विभिन्न रंग - रूप और अपने ही सौंदर्य से भरपूर हैं,और हम उन में भेद भाव ना करते हुए पूरी श्रद्धा और निष्ठा भाव से उन्हें पूजते हैं वहीं दूसरी ओर हम मानव जाति हर महिला के साथ किसी ना किसी तरह से भेद भाव रोजमर्रा में करते ही हैं । चाहे वह शारीरिक रूप में हो या उनकी कला और क्षमताओं को लेकर हो। 

इसी सोच को ध्यान में रखते हुए #साड़ीनोटसारी ग्रुप की  फाउनडर रिचा शिवहरे व ग्रुप की  नारीयों ने मिलकर    इस  भेदभाव के खिलाफ दुर्गा के नौ  रूपी फोटोशूट से लोगो में जागरुकता लाने की कोशिश की है, कि दुर्गा हो या एक सामान्य महिला सब अपनी अलग - अलग रंग - रूप और क्षमताओं में अपने ही अंदाज में सक्षम हैं। 

जब दुर्गा  के विभिन्न रूपों में भेदभाव नहीं होता तो और महिलाओं के साथ भेदभाव कैसा?साथ ही साथ इस शूट से ग्रुप की सदस्य भारतीय परिधान साड़ी के सौंदर्य को  और  ग्वालियर शहर की खूबसूती को इस फोटशूट में दर्शा रहीं हैं। 

दुर्गा के नौ रूपों को दर्शाया -

शैलपुत्री : शांता बनर्जी

ब्रम्हचारीनी : हनी धवन

चंद्रघंटा : करिश्मा जैन 

कुष्मांडा : पूजा कुशवाह

स्कंदमाता : रिचा शिवहरे

कात्यायनी : प्रतिभा शर्मा

कालरात्रि : पाखी अरोरा 

महागौरी : राधिका गुप्ता

सिद्धिदात्री : प्रज्ञा बंसल

शूट का कांसेप्ट : रिचा शिवहरे जी।

मेक अप स्पोंसर और मेक अप आर्टिस्ट: आशा जेसवानी ( आकर्षण ब्यूटी पार्लर) 

फोटोग्राफी : निखिल दीक्षित जी ( निकोग्रफी) द्वारा की गई ।

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