श्वसनतंत्र को मजबूत करने रोज करें कपालभांति : डाॅ. साधना

राष्ट्रीय वेबिनार में विशेषज्ञों ने कहा…
श्वसनतंत्र को मजबूत करने रोज करें कपालभारती : डाॅ. साधना

इस समय पूरा विश्व कोरोना से जूझ रहा है। यह बात ध्यान देने वाली है कि कोरोना से बचाव के लिए प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत रखना होगा। कोरोना का सबसे ज्यादा असर श्वसन तंत्र पर पड़ता है। ऐसे में श्वसनतंत्र को मजबूत करना होगा। इसके लिए कपालभारती क्रिया का अभ्यास रोज करें। इससे श्वसन तंत्र के साथ पेट और स्पाइन भी मजबूत होगा। यह माना जाता है कि स्पाइन के मजबूत होने से बाॅडी भी हेल्दी होती है। दूसरी बात प्राणायाम, नाड़ी शोधन भी क्रम से करें।

इससे नर्वस सिस्टम का बैलेंस बना रहता है।यह बात बरकतुल्लाह विवि भोपाल की डाॅ. साधना दोनेरिया ने कही। वह जीवाजी विश्वविद्यालय की ओर से मंगलवार को योग पर हुए राष्ट्रीय वेबिनार में बतौर वक्ता बोल रहे थे। ‘योगा एज ए थैरेप्यूटिक इंटरवेंशन फाॅर कोविद- 19’ विषय पर हुए इस  वेबिनार देशभर के 11 विशेषज्ञों ने भाग लेकर विषय संबंधी जानकारी दी, जिसे शामिल होने वाले प्रतिभागियों ने अपने लैपटाॅप या मोबाइल से सुना। इसके साथ ही वेबिनार की यू ट्यूब पर भी लाइव स्ट्रीमिंग की गई।

वेबिनार की शुरूआत कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने की। इस अवसर पर कुलसचिव डाॅ. आनंद मिश्रा, प्रो. डीडी अग्रवाल, प्रो. जीबीकेएस प्रसाद, कन्वीनर प्रो. एसके गुप्ता, सहित डाॅ. केशव सिंह गुर्जर, डाॅ. साधना श्रीवास्तव, डाॅ. केके सिजोरिया और डाॅ. दीपमाला शर्मा मौजूद रहे। कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने कहा कि एक वायरस ने पूरी दुनिया को लाॅकडाउन में ला दिया है। इससे बचाव के लिए बाॅडी को एक्टिव करना होगा। इसके साथ ही शरीर, दिमाग और पर्यावरण में संतुलन बनाने की जरूरत है। योग को जिंदगी में उतारना होगा। उन्होंने कहा कि वेबिनार में शामिल विशेषज्ञों की सिफारिशों को भारत सरकार और मप्र सरकार को भेजा जाएगा। 

कुलसचिव डाॅ. आनंद मिश्रा ने कहा कि हर बीमारी का इलाज हमारे शरीर में ही मौजूद है। प्राचीन काल से ही सूर्य नमस्कार को प्रमुखता दी गई है। यदि हम प्रतिदिन योग करें और हेल्दी डाइट लें तो किसी भी प्रकार की बीमारी से बचे रहेंगे। दूसरी बात नीम और गिलाॅय का यदि रोज सेवन करें तो कोरोना सहित कई बीमारियों से बचा जा सकता है। स्वस्थ रहने के लिए प्रकृति से जुड़ें और योग करते रहें।

मन को स्थिर करने के लिए योग और ध्यान जरूरी है। जहां तक कोरोना से बचाव की बात है तो योग की विधियां बाॅडी की इम्युनिटी पाॅवर को बढ़ाकर उसके संक्रमण से बचाव में काफी लाभदायक हैं। - डाॅ. आर. नागरथ्न, स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान बैंगलुरू

यदि इस बीमारी से ठीक होने वाले लगभग 40 से 45 प्रतिशत है। ये वो लोग हैं, जिनका प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत है। इम्युनिटी पाॅवर को बढ़ाने में योग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आप योग करने वाले लोगों का अध्ययन करेंगे तो देखेंगे कि उनका प्रतिरक्षा तंत्र अन्य लोेगों की अपेक्षा ज्यादा मजबूत होता है। इसके साथ ही प्राणायाम, ध्यान, शुद्धि क्रिया और हेल्दी डाइट पर फोकस करना होगा। इन सभी के माध्यम से शरीर के नकारात्मक तत्व बाहर निकल जाते हैं।- देसराज, भारतीय योग संस्थान नई दिल्ली 

समान्य तौर पर कोरोना के प्रमुख लक्षण हैं कफ, श्वांस लेने में परेशानी, बुखार और थकान। इससे बचाव के लिए योग कवच बेहतर उपाय है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए ओम का प्रतिदिन जाप करें। इससे मानसिक तनाव, मांसपेशियों में अकड़न और श्वांस की अनियमितता को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इसके साथ ही प्राणायाम, कपालभांति और जलनेति की क्रिया करते रहें। -  डाॅ. मंजू शुक्ला, एनआईटी, रायपुर 

 देखा जाए तो अभी तक कोविद 19 की अभी तक कोई प्राॅपर दवा नहीं बनी है। ऐसे में यौगिक शुद्धि क्रियाओं, प्राणायाम और ध्यान की विधियों का रोज अभ्यास करने से हम खुद बाॅडी के इम्युनिटी सिस्टम को मजबूती दे सकते हैं और इस तरह की बीमारियों से बचाव कर सकते हैं। -प्रो. सुरेश लाल बर्णवाल, देव संस्कृति विवि हरिद्वार

 अपनी लाइफ स्टाइल को सही तरह से अपनाने और हेल्दी फूड का सेवन करने से हम कई तरह की बीमारियों से बच सकते हैं। इसका मतलब है कि सही समय पर सोना, खाना और सुबह जल्दी उठकर योग और ध्यान की क्रियाएं करना प्रतिदिन के शेड्यूल में शामिल करें। - प्रो. ईश्वर भारद्वाज, गुरूकुल कांगड़ी विवि हरिद्वार

इनके अलावा पतंजलि विवि हरिद्वार के डाॅ. वीके कटियार, बीएचयू वाराणसी की डाॅ नी डाॅ. नीरू नथानी, गढ़वाल केंद्रीय विवि के डाॅ. जीएस ठाकुर, गुरूकुल कांगड़ी के डाॅ. उधम सिंह और बैरागढ़ नेचुरोपैथी मेडिकल काॅलेज की डाॅ. ज्योति केसवानी ने भी अपना प्रजेंटेशन दिया।

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