आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए CAIT ने सरकार को दी सहयोग की पेशकश

वर्तमान संकट से निपटने में...

आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए CAIT ने सरकार को दी सहयोग की पेशकश


वर्तमान राष्ट्रीय लॉकडाउन के तहत देश भर में सुचारू और निर्बाध आपूर्ति श्रृंखला को जारी रखने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को आज भेजे गए पत्र में कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट ) ने देश भर के  व्यापारिक समुदाय के समर्थन की पेशकश की है और आश्वासन दिया है कि व्यापार समुदाय इस संकट की घड़ी में सरकार के साथ एकजुटता के साथ खड़ा है। कैट ने वर्तमान संकट से निपटने में सरकार के प्रयासों की सराहना की है।

कैट लॉकडाउन के असर के बारे में प्रतिदिन देश के सभी राज्यों के प्रमुख व्यापारी नेताओं के साथ दैनिक रूप से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सप्लाई चेन का आंकलन करता है जिसके आधार पर  समय-समय पर गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों और सलाह के बावजूद व्यापारियों और ट्रांसपोर्टरों को आपूर्ति श्रंखला के सुचारू संचालन में कई बाधाओं और कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है !

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भारतीय एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि आवश्यक वस्तुओं  के थोक विक्रेताओं से खुदरा विक्रेताओं तक आवश्यक वस्तुओं की आवाजाही के लिए आवश्यक पास प्राप्त करने में काफी परेशानी आ रही है ! उन्होंने आगे कहा की थोक व्यापारी एवं वितरकों के पास कम से कम अगले 15-20 दिनों के लिए आवश्यक वस्तुओं के पर्याप्त भंडार हैं, लेकिन आवश्यक वस्तुओं के खुदरा विक्रेताओं के पास से अगले कुछ दिनों में स्टॉक समाप्त होने की सम्भावना है क्योंकि खुदरा विक्रेताओं के स्टॉक को अभी तक भरा नहीं गया है !

श्री भरतिया और श्री खंडेलवाल ने सुझाव दिया कि पास की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए आवश्यक वस्तुओं में काम करने वाले व्यापारियों को पास जारी करने का अधिकार और उनके मजदूरों को काम करने के लिए सुविधा हेतु पास जारी करने का जिम्मा कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट ) को दिया जाना चाहिए और इसी तरह ट्रांसपोर्टरों के लिए अखिल भारतीय ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन (एटवा) को यह अधिकार दिया जा सकता है और पासों का दुरुपयोग न हो उसके लिए कैट ने  यह सुझाव दिया है कि राज्य सरकारों के एक या दो अधिकारी प्रत्येक राज्य में व्यापार और ट्रांसपोर्ट  नेताओं के साथ जोड़े जा सकते हैं और सरकार द्वारा दिए गए मानदंडों  के आधार पर आवश्यक पास जारी किए जा सकते हैं।  इससे निश्चित रूप से आवश्यक वस्तुओं की सुचारू आपूर्ति में तुरंत सुधार आएगा !

श्री भरतिया एवं श्री खंडेलवाल ने यह भी कहा कि एफसीआई और नैफेड ने बाजार मूल्य से बहुत अधिक कीमत पर आवश्यक सामान बेचना शुरू कर दिया है। एफसीआई गेहूं को प्रति क्विंटल Rs.2450-00 पर बेच रहा है जबकि  बाजारों की दर रु 2050 प्रति क्विंटल है । इसी तरह नेफेड के पास चना, मूंग दाल और सरसों का पर्याप्त स्टॉक है, जिसे वे बाजार दर से अधिक बेच रहे हैं। इन दोनों संस्थानों को बाजार मूल्य से नीचे बेचने की सलाह दी जानी चाहिए और शीघ्र उत्पादन सुनिश्चित करने के लिए सामान मिलरों को भेजना चाहिए।

श्री भरतिया और श्री खंडेलवाल दोनों ने यह भी सुझाव दिया कि लिफ्ट की मरम्मत और रखरखाव का कार्य, आरओ सिस्टम का रखरखाव, जल शोधक और शुद्ध पानी की आपूर्ति और साबुन के निर्माण के लिए आवश्यक सोडियम सिलिकेट को आवश्यक वस्तुओं के रूप में वर्गीकृत किया जाना चाहिए है।

चूंकि व्यापारी और उनके कर्मचारी भी अपना जीवन दांव पर लगा रहे हैं, इसलिए उन्हें मेडिकल, पैरा मेडिकल, स्वच्छता कर्मचारियों की तरह  50 लाख रुपये का बीमा कवर दिया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी आग्रह किया कि आवश्यक वस्तुओं की एक व्यापक सूची सबकी जानकारी के लिए घोषित की जानी चाहिए ! नरेन्द्र मांडिल रास्द्रीय संयोजक खाघ सुरक्षा CAIT एंव रास्द्रीय महासचिव दुघ डैयरी व्यावसायी संघ सम्पूर्ण भारत रजिस्टर्ड l

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