गर्मी में पीले एवं गंदे पानी के वितरण की शिकायत नहीं मिलना चाहिए: श्री ओझा

आयुक्त के साथ किया दोनों प्लांटों का निरीक्षण...

गर्मी में पीले एवं गंदे पानी के वितरण की शिकायत नहीं मिलना चाहिए: श्री ओझा



ग्वालियर l  शहर में कहीं भी गर्मी के मौसम में पीला व गंदा पानी नहीं आना चाहिए। इसके लिए जो भी इंतजाम आवश्यक हैं उन्हें समय रहते पूर्ण किया जाए। पीले पानी की शिकायत न मिले, इसके लिए आवश्यक हो तो तकनीकी राय लेकर उस पर भी अमल किया जाए। संभागीय आयुक्त एवं नगर निगम प्रशासक एम बी ओझा ने नगर निगम आयुक्त एवं विभागीय अधिकारियों के साथ बुधवार को मोतीझील एवं तिघरा प्लांट के साथ-साथ तिघरा जलाशय का भी निरीक्षण कर उक्त निर्देश जारी किए हैं।

नगर निगम प्रशासक श्री ओझा ने कहा कि हर वर्ष गर्मी के दिनों में पीले पानी की शिकायत मिलती है इस वर्ष यह शिकायत न मिले, इसके लिए निगम समय रहते सभी प्रबंध सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि पानी में ऑक्सीजन की मात्रा कम होने से पीले पानी की शिकायत मिलती है।

पानी में ऑक्सीजन की मात्रा निर्धारित मात्रा में उपलब्ध रहे, इसके लिए एरिएटर पर्याप्त मात्रा में लगाए जाएं। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि तिघरा जलाशय से मोतीझील प्लांट तक आने वाले पानी को अगर आवश्यक हो तो रास्ते में एक टैंक बनाकर रोका जाए, ताकि ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ सके। संभागीय आयुक्त श्री ओझा ने निगम आयुक्त को कहा कि इस संबंध में आवश्यक प्रस्ताव भी तैयार किया जाए।

संभागीय आयुक्त श्री ओझा ने यह भी निर्देशित किया कि दोनों फिल्टर प्लांट पर भी पर्याप्त मात्रा में एरिएटर लगाए जाएं। इसके साथ ही मोतीझील में भी लगाए गए एरिएटर नियमित कार्य करें, यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि पानी के वितरण के समय पीएचई विभाग के सब इंजीनियर अपने-अपने क्षेत्र में अनिवार्यतः भ्रमण करें, यह भी सुनिश्चित किया जाए। भ्रमण न करने पर संबंधित सब इंजीनियर के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई भी निगम कमिश्नर करे। संभागीय आयुक्त एम बी ओझा ने दोनों प्लांटों पर जो भी आवश्यक संधारण के कार्य हैं उन्हें समय रहते पूर्ण करने के निर्देश दिए।

मोतीझील पर जो बड़ा एरिएटर लगाया जाना है उसे तत्काल लगाने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। दोनों प्लांटों पर 24 घंटे कर्मचारी तैनात रहें और पानी की शुद्धता के लिए सौंपे गए दायित्वों का निर्वहन करें यह भी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने सिंचाई विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री तिवारी से भी कहा कि तिघरा जलाशय पर साइफन सिस्टम स्थापित करने का भी प्रस्ताव तैयार कर कार्रवाई करें। साइफन सिस्टम के माध्यम से भी पानी में ऑक्सीजन की मात्रा बरकरार रखी जा सकती है।

संभागीय आयुक्त श्री ओझा ने कहा कि एमआईटीएस एवं अन्य तकनीकी संस्थाओं से भी संपर्क स्थापित कर पीले पानी की समस्या से निजात के लिए आवश्यक मार्गदर्शन लिया जाए, ताकि गर्मी के दिनों में शिकायत न आए। उन्होंने कहा कि पीले एवं गंदे पानी की शिकायत के निराकरण हेतु भी निगम कंट्रोल रूम स्थापित कर प्राप्त होने वाली शिकायतों के शीघ्र निराकरण की व्यवस्थायें सुनिश्चित करें। पीएचई विभाग के अधिकारी निरंतर भ्रमण कर आम जनों को शुद्ध और पर्याप्त पेयजल वितरण व्यवस्था सुनिश्चित कराएं।

संभागीय आयुक्त श्री ओझा ने यह भी निर्देशित किया कि पानी वितरण के समय विभागीय इंजीनियर भ्रमण करें। साथ ही जनप्रतिनिधियों से भी संपर्क कर क्षेत्र की समस्याओं के बारे में जानकारी लेकर निराकरण सुनिश्चित करें। उन्होंने इस मौके पर अमृत परियोजना के तहत शहर में पेयजल के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। अमृत परियोजना के तहत जो टंकियां पूर्ण हो गई हैं उनसे क्षेत्र में पानी वितरण की व्यवस्था शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए।

निगम आयुक्त संदीप माकिन ने बताया कि अमृत परियोजना के तहत 7 पानी की टंकियों का कार्य लगभग पूर्ण हो गया है। मार्च माह में सातों टंकियों से पानी वितरण का कार्य प्रारंभ कर दिया जायेगा। इनमें दीनदयाल नगर, समाधिया कॉलोनी, महाराजपुरा क्षेत्र आदि शामिल हैं। उन्होंने संभागीय आयुक्त को आश्वस्त किया कि गर्मी के दौरान शहर में पीले पानी की शिकायत न मिले, इसके लिए निगम हर संभव प्रबंध सुनिश्चित करेगा। पानी की शुद्धता के लिए नियमित सेम्पलिंग और जांच भी कराई जायेगी।

निगम आयुक्त श्री माकिन ने यह भी कहा कि पीएचई विभाग के साथ-साथ निगम के अन्य अधिकारी भी क्षेत्र में भ्रमण के दौरान पानी के वितरण की व्यवस्था की भी मॉनीटरिंग करेंगे। पीएचई विभाग के अधीक्षण यंत्री आर.एल.एस. मौर्य ने बताया कि पीएचई विभाग द्वारा तिघरा एवं मोतीझील प्लांट पर जल शुद्धिकरण के कार्य को और बेहतर किया गया है।

इस वर्ष शहर में कहीं भी गंदे एवं पीले पानी की शिकायत नहीं मिलेगी, यह भी सुनिश्चित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा दोनों प्लांटों के साथ-साथ सभी टैंकों की सफाई का कार्य भी प्राथमिकता से किया जा रहा है। दोनों प्लांटों पर 24 घंटे विभागीय अधिकारियों के साथ-साथ कर्मचारियों को तैनात किया गया है।

निगम प्रशासक के साथ भ्रमण के दौरान नगर निगम आयुक्त संदीप माकिन, अधीक्षण यंत्री पीएचई आर एल एस मौर्य, कार्यपालन यंत्री जागेश श्रीवास्तव सहित पीएचई विभाग के इंजीनियर एवं जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री तिवारी उपस्थित थे।

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