अब पेपरलेस हो रहा है छात्रवृत्ति का वितरण
अब पेपरलेस हो रहा है छात्रवृत्ति का वितरण
ग्वालियर
l 10 जनवरी 2020/ आदिम जाति
कल्याण विभाग द्वारा अनुसूचित
जनजाति के विद्यार्थियों
को प्री-मैट्रिक
तथा पोस्ट मैट्रिक
छात्रवृत्ति दी जाती
है। अब विभाग
द्वारा एमपी टास
सॉफ्टवेयर के माध्यम
से पेपरलेस तरीके
से ऑनलाइन छात्रवृत्ति
का वितरण किया
जा रहा है।
वर्तमान वित्तीय वर्ष में
पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति
के रूप में
पूरे प्रदेश में
7674 शिक्षण संस्थाओं के 2 लाख
76 हजार 163 विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति
का वितरण किया
जा रहा है।
इन विद्यार्थियों को
लगभग 200 करोड़ रूपये
की छात्रवृत्ति उनके
बैंक खाते में
सीधे भेजी जा
रही है।
इसी
तरह अनुसूचित जनजाति
के विद्यार्थियों को
प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति
का भी लाभ
दिया जा रहा
है। प्रदेश के
16 लाख 69 हजार 437 विद्यार्थियों को
छात्रवृत्ति के रूप
में 136 करोड़ रूपये की
राशि उनके बैंक
खाते में जारी
कर दी गई
है।
शासन
द्वारा आदिवासी विद्यार्थियों को
उच्च अध्ययन के
लिए विदेश अध्ययन
छात्रवृत्ति योजना से लाभांवित
किया जाता है।
वर्ष 2019 में इस
योजना का लाभ
7 विद्यार्थियों ने उठाया
इन्हें 42 लाख रूपये
की छात्रवृत्ति उपलब्ध
कराई गई।
विभिन्न
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी
के लिए लगभग
800 अनुसूचित जनजाति विद्यार्थियों को
नि:शुल्क कोचिंग
दी गयी। इनकी
कोचिंग के लिए
वर्ष 2019 में 14 करोड़ 50 लाख
रूपये की राशि
व्यय की गई।
आदिवासी बेटियों की शिक्षा
में सुधार के
लिए पूरे प्रदेश
में 82 कन्या शिक्षा परिसर
संचालित हैं। इनके
लिए 61 करोड़ रूपये
की राशि का
प्रावधान किया गया
है।
Comments
Post a Comment