G News 24 : शीतला सप्तमी पर मां शीतला को लगाया पकवान का भोग


चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी और अष्टमी दोनों ही तिथियों पर...

शीतला सप्तमी पर मां शीतला को लगाया पकवान का भोग

ग्वालियर। मंगलवार को शीतला सप्तमी थी और शीतला अष्टमी आज 15 मार्च को मनाई जाएगी। चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी और अष्टमी दोनों ही तिथियों पर शीतला माता की पूजा होती है। शीतला माता के इस पर्व को बसौड़ा, बसियौरा और बसोरा भी कहते हैं। मान्यता है कि देवी शीतला की पूजा से चेचक, खसरा जैसे रोग नहीं होते। 

शीतला माता के मंदिरों पर सुहागन महिलाओं ने जाकर विधिविधान से पूजा अर्चना कर मां शीतला को एक दिन पहले बने (बासी) खाद्य पदार्थ, मीठे चावल, दही, मेवा, मिठाई, पूआ, पूरी, दाल-भात आदि का भोग लगाकर परिक्रमा की। सांतऊ स्थित मां शीतला के प्राचीन मंदिर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन कर मनोकामना मांगी।

मान्यता के अनुसार किसी गांव में एक महिला रहा करती थी। जो देवी शीतला की भक्त थी और रोज उनकी पूजा करती थी। लेकिन उस गांव में और कोई भी देवी शीतला की पूजा नहीं करता था। एक दिन उस गांव में आग लग गई, जिसमें गांव की सभी झोपडिय़ां भस्म हो गई, लेकिन उस महिला की झोपड़ी सुरक्षित रही, जो देवी शीतला देवी की पूजा करती थी। जब लोगों ने इसका कारण पूछा तो उस महिला ने बताया कि मैं माता शीतला की पूजा करती हूं, ये ही वजह है कि मेरा घर आग से सुरक्षित है। जिसके बाद महिला की बात सुनकर सभी लोग शीतला माता की पूजा करने लगे।

G News 24 : अतीक का 19 साल का बेटा असद सबसे बड़ा इनामी बदमाश !

 अतीक अहमद और उसके परिवार पर 161 मुकदमे दर्ज...

अतीक का 19 साल का बेटा असद सबसे बड़ा इनामी बदमाश !

अतीक अहमद का कुनबा अब यूपी का सबसे बड़ा माफिया परिवार बन गया है। उमेश पाल की हत्या में असद पर पहला मुकदमा दर्ज हुआ है लेकिन अब वो अतीक परिवार का सबसे बड़ा इनामी बदमाश है।अतीक अहमद और उसके परिवार पर 161 मुकदमे दर्ज, 19 साल का बेटा असद सबसे बड़ा इनामी बदमाश, 5 लाख का  इनाम है l 

अतीक अहमद और उसका बेटा असद

लखनऊ l माफिया अतीक अहमद का 19 साल का बेटा असद पांच लाख का इनामी हो गया है। उमेश पाल की हत्या में असद पर पहला मुकदमा दर्ज हुआ है लेकिन अब वो अतीक परिवार का सबसे बड़ा इनामी बदमाश है। माफिया अतीक अहमद ने  1980 के दशक में अपराध की दुनिया मे कदम रखा था लेकिन अतीक पर मायावती के शासनकाल में बीस हजार का ही इनाम हुआ था।

अतीक पर 100 मुकदमे दर्ज

अतीक अहमद का कुनबा अब यूपी का सबसे बड़ा माफिया परिवार बन गया है। अतीक और उसके परिवार पर 161  मुकदमें दर्ज हैं। साबरमती जेल में बंद माफिया अतीक अहमद पर सौ मुकदमें दर्ज हैं। उमेश पाल की हत्या में अतीक की पत्नी और असद की मां शाइस्ता परवीन फरार हैं। शाइस्ता पर 25 हजार का इनाम है। शाइस्ता के खिलाफ तीन मुकदमे हैं।

अतीक के बेटे अली अहमद पर भी 50 हजार का इनाम था लेकिन अली ने जुलाई 2022 में कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। अभी अली नैनी जेल में है। अली पर 4 मुकदमें हैं। अतीक अहमद का बेटा उमर अहमद भी लखनऊ जेल में है। उमर पर एक मुकदमा दर्ज है।

इससे पहले यूपी पुलिस ने अतीक अहमद के भाई अशरफ पर एक लाख का इनाम घोषित किया था। अशरफ बीएसपी विधायक राजू पाल की हत्या का मुख्य आरोपी था। जमानत पर जेल के बाहर था और यूपी में योगी सरकार बनने के बाद फरार हो गया था। अशरफ बरेली जेल में बंद है और उस पर 52 मुकदमें दर्ज हैं।

G News 24 :हेल्थदेश में हर 10 में से 1 शख्स को थायराइड की बीमारी

 आसान हैं बचाव केउपाय ...

हेल्थदेश में हर 10 में से 1 शख्स को थायराइड की बीमारी


बहुत से लोग ऐसे हैं जो थायराइड जैसी खतरनाक बीमारी को ठीक करना तो दूर उसके लक्षण तक समझ नहीं पाते। उन्हें तो ये तक पता नहीं होता कि थायराइड ग्लैंड दिल, दिमाग और शरीर के दूसरे ऑर्गन्स को सही तरीके से चलाने वाले हॉर्मोन पैदा करता है। मेटाबॉलिज़्म बेहतर बनाता है और शरीर के लिए खाने से एनर्जी जनरेट में मदद करता है। असल में ये ग्लैंड हमारी बॉडी में बैटरी की तरह काम करता है। जिससे कम या ज़्यादा हार्मोन्स रिलीज़ होने पर परेशानियां बढ़ने लगती हैं। इसको ऐसे समझिए, जब तितली के आकार की ग्रंथि शरीर के लिए ज़रूरी हार्मोन नहीं बना पाती तो इसे 'हाइपो-थायरॉइड' कहते है। ये उस खिलौने जैसा मामला है, जिसकी बैटरी ख़त्म हो गई हो। ऐसे में बॉडी पहले जैसी एक्टिव नहीं रहती और वज़न बढने लगता है। जबकि हाइपरथायराइड में बहुत ज्यादा हार्मोन्स बनने लगे तो दिल की धड़कने तेज़ हो जाती हैं। वज़न तेज़ी से घटता है क्योंकि शरीर ज़्यादा एनर्जी का इस्तेमाल करने लगता है। हमारे देश में करीब साढ़े 4 करोड़ थायराइड के मरीज़ हैं। हर 10 में से 1 शख्स इस परेशानी से जूझ रहा है उसमें भी महिलाओं की गिनती पुरुषों से ज़्यादा है।

वजह चाहे जो भी हो, लेकिन अगर प्रतिभा की तरह जज़्बा और जुनून होगा तो थायराइड क्या कोई बीमारी कुछ नहीं बिगाड़ पाएगी और अगर योग की शरण में आ गए तो समझिए निरोगी जीवन का वरदान मिलना तय है क्योंकि स्वामी जी सही कहा ना हमने। भारत में हर 10 में से एक शख़्स थायरॉइड की समस्या से जूझ रहा है। 2021 के आंकड़ों के अनुसार, भारत में क़रीब 4.2 करोड़ थायरॉइड के मरीज़ हैं। थायरॉइड के साथ सबसे बड़ी दिक़्क़त ये है कि क़रीब एक तिहाई लोगों को पता ही नहीं होता कि वे इससे पीड़ित हैं। वैसे यह बीमारी महिलाओं में ज़्यादा पाई जाती है। गर्भावस्था और डिलिवरी के पहले तीन महीनों के दौरान, क़रीब 44 फ़ीसदी महिलाओं में थायरॉइड की समस्या पनप जाती है। यह ग्रंथि दिल, दिमाग़ और शरीर के दूसरे अंगों को सही तरीक़े से चलाने वाले हॉर्मोन पैदा करता है। यह शरीर को ऊर्जा का उपयोग करने में सक्षम बनाता है और उसे गर्म रखता है।  'एक तरह से यह ग्रंथि शरीर की बैटरी की तरह काम करती है. यदि यह ग्रंथि कम या ज़्यादा हार्मोन छोड़ती है, तो थायरॉइड के लक्षण दिखाई देने लगते हैं।'

थायरॉइड ग्रंथि जब शरीर के लिए पर्याप्त हार्मोन पैदा नहीं कर पाती, तो इसे 'हाइपो-थायरॉइडिज़्म' कहा जाता है। यह उस खिलौने जैसा मामला है, जिसकी बैटरी ख़त्म हो गई हो। और तब शरीर पहले जैसा सक्रिय नहीं रहता और इसके रोगी जल्दी थक जाते हैं। वहीं यदि थायरॉइड ग्रंथि ज़्यादा हार्मोन पैदा करने लगे, तो इस समस्या को 'हाइपर-थायरॉइडिज़्म' कहते हैं. ऐसे में मरीज़ों की दश उस इंसान जैसी होती है, जिसने बहुत ज़्यादा कैफ़ीन ले लिया हो। तीसरी स्थिति थायरॉइड ग्रंथि की सूजन है, जिसे गॉयटर (गलगंड या घेघा) कहते हैं। दवाओं से ठीक न होने पर इसे सर्जरी करके ठीक करने की ज़रूरत पड़ सकती है। मेटाबॉलिज़्म कमज़ोर,हार्ट रेट पर असर,मेंटल डिस्ऑर्डर,हेयरफॉल,स्किन प्रॉब्लम, हार्मोनल इम्बैलेंस,दिल और दिमाग को रेगुलेट करता है,शरीर के हर पार्ट पर असर डालता है l 

क्यों होता है थायराइड ? 

तनाव,बिगड़ा लाइफस्टाइल,गलत खानपान,आयोडिन की कमी,जेनेटिकडिप्रेशन की दवा से,डायबिटीज़ की बीमारी,वर्कआउट की कमी l 

थायराइड के लक्षण

थकान,घबराहट,चिड़चिड़ापन,हाथों में कंपन,नींद की कमी,बालों का झड़ना मसल्स पेन l 

थायराइड से बीमारियां

प्रेगनेंसी में दिक्कत ,हार्ट की बीमारी,आर्थराइटिस,डायबिटीज,कैंसर,ओबेसिटी,अस्थमा l 

थायराइड में क्या खाएं

अलसी,नारियल,मुलेठी,मशरूम,हल्दी दूध,दालचीनी,मुलेठी फायदेमंद,तुलसी-एलोवेरा जूस,रोजाना त्रिफला 1 चम्मच,रात में अश्वगंधा और गर्म दूध,धनिया के बीज पीसकर पानी में पीएं     


G.News 24 : ओशो ने मुझे बर्बाद करने विनोद खन्ना का इस्तेमाल किया

महेश भटट का खुलासा…

ओशो ने मुझे बर्बाद करने विनोद खन्ना का इस्तेमाल किया

मुंबई। एक समय था जब ओशो रजनीश का हर तरफ खूब प्रभाव था। इसी दौरान बॉलीवुड की कई हस्तियां भी ओशो रजनीश की शरण में पहुंच गई थीं। अभिनेता विनोद खन्ना सबकुछ छोड़कर संन्यासी ही बने थे और ओशो की शरण मेंचले गए। डायरेक्टर महेश भट्ट भी ओशो रजनीश से बहुत प्रभावित थे, बल्कि अभिनेता विनोद को ओशो से मिलवाने में उनका अहम रोल रहा। महेश भट्ट खुद भी गेरुए कपड़े पहनने लगे थे और दिन में पांच वक्त का मेडिटेशन करते थे। लेकिन कुछ ऐसा हुआ, जिसके बाद ओशो रजनीश ने महेश को उनकी जिंदगी बर्बाद करने की धमकी दे दी थी। 

महेश भट्ट ने बताया कि जब वह अपने करियर के शुरुआती दौर में थे, तब एक सही मार्गदर्शन की तलाश कर रहे थे। तभी वह स्वयंभू गुरु ओशो रजनीश से मिले। लेकिन कुछ वक्त बाद ही उन्हें अहसास हुआ था कि यह सब सही नहीं है। पर तब तक कुछ ऐसा हो चुका था कि ओशो ने उन्हें बर्बाद करने की धमकी दे डाली थी।उस घटना को याद कर महेश भट्ट ने बताया, मैं एक आम लड़का था। मैंने विश्वासघात और मंजिलें और भी हैं जैसी फिल्में बनाईं जो फ्लॉप हो गईं। मैं परेशान हो गया था और फिर आध्यात्म की तरफ चल पड़ा। मैं ओशो रजनीश के पास गया, जो उन दिनों पुणे के करिश्माई गुरु थे। मैं उनके पास गया और खुद को समर्पित कर दिया। गेरुए रंग के कपड़े पहना और पांच वक्त ध्यान लगाता था।

श्री भट्ट ने बताया कि उन्होंने ही विनोद खन्ना को ओशो रजनीश से मिलवाया था। इसमें उनका अहम रोल रहा। महेश के मुताबिक, विनोद उस समय अपने स्टारडम के चरम पर थे, लेकिन उन्होंने अमेरिका में ओशो रजनीश का अनुयायी बनने के लिए सबकुछ छोड़ दिया। जहां विनोद खन्ना, ओशो के अनुयायी बन गए, वहीं महेश भट्ट ने रिश्ता तोड़ लिया। ओशो से कनेक्शन तोड़ने की क्या वजह थी? इस बारे में महेश भट्ट ने कहा, मैं विनोद को ओशो रजनीश के पास ले गया। मैंने तब ओशो के साथ कनेक्शन तोड़ दिया, लेकिन विनोद खन्ना ने जारी रखा। मैंने माला भी तोड़कर कमोड में फेंक दिया। मैंने सोचा कि जलन, तब मुझे अभी भी होती है, लेकिन मैं एकदम पवित्र शब्द बोल रहा हूं। मुझे लगा जैसे मैं दोगला हूं। मैं इस दुनिया और खुद से झूठ नहीं बोल सकता। 

उन्होंने कहा कि  ओशो ने उन्हें वापस लाने के लिए विनोद खन्ना का इस्तेमाल किया। महेश भटट ने बताया कि विनोद खन्ना ने मुझे फिल्मिस्तान से फोन कर कहा कि भगवान बहुत गुस्से में हैं। तुमने माला तोड़कर कमोड में फेंक दी। तब मैंने कहा कि हां मैंने ऐसा ही किया है और यह सब बेकार है। मैं बेवकूफ हूं। तब विनोद खन्ना ने कहा कि भगवान ने कहा है कि तुम वापस आ जाओ और खुद आकर माला उन्हें दो, नहीं तब वह (ओशो रजनीश) तुम्हें बर्बाद कर देंगे। भट्ट के मुताबिक, ओशो ने विनोद खन्ना से कहा था कि मैंने महेश भट्ट पर बहुत मेहनत की। लेकिन उनमें वह चीज नहीं थी, जो तुम्हारे अंदर है। महेश भट्ट ने कहा, मैंने विनोद खन्ना से कहा कि वह तुम्हें मेरे खिलाफ इस्तेमाल कर रहे हैं। हालांकि महेश ने कहा कि इससे उनका और विनोद खन्ना का रिश्ता कभी खराब नहीं हुआ और न ही कड़वाहट आई।

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G.News 24 : अक्सर आम आदमी के साथ होता है इसके उलट ही है !

कहा जाता है कि चाहे भले ही 100 गुनहगार छूट जाएं लेकिन एक भी बे गुनाह नहीं फंसना चाहिए लेकिन…

अक्सर आम आदमी के साथ होता है इसके उलट ही है !

उप्र l उत्तर प्रदेश पुलिस का एक सब-इंस्पेक्टर शैलेन्द्र सिंह जो लगभग विगत 6 साल से जेल में निरुद्ध हैं। शैलेन्द्र सिंह का नाम तब चर्चा में आया, जब उन पर आरोप लगा कि उन्होंने इलाहाबाद जिला अदालत में हमलावर वकील नबी अहमद को आत्मरक्षा में गोली मार दी थी। ये वो समय था जब न सिर्फ इलाहाबाद के बल्कि देश भर के वकील सड़कों पर आ गए थे। दिल्ली , बंगलौर तक एक स्वर में शैलेन्द्र सिंह को फांसी के लिए फांसी की मांग हुई। कई वकीलों ने शैलेन्द्र सिंह का केस न लड़ने तक का फरमान सुना दिया था। दहशत कुछ यूं बन गई थी की खुद शैलेन्द्र सिंह की रिश्तेदारी में पड़ने वाले वकीलों ने भी नबी के समर्थन वाली लॉबी के आगे घुटने टेक दिए। उन्होंने केस लड़ने से मना कर दिया था। यहां ये जानना जरूरी है कि इस देश में वकील अजमल कसाब को भी मिले। 

आतंकी और निर्दोषों के कातिल याकूब के लिए तो रात दो बजे कोर्ट भी खुलवाए जा चुके हैं। यद्यपि इस घटना का वीडियो सामने आया है जिसमे साफ़ साफ शैलेन्द्र सिंह को कई वकीलों से अकेले जूझते देखा जा सकता है।उस वीडियो में नबी अहमद की आवाज साफ़ और तेज सुनाई दे रही थी। शैलेन्द्र सिंह के परिवार के अनुसार किसी मुकदमे में नबी अहमद के मनमाफिक रिपोर्ट न लगाने के चलते उसने शैलेन्द्र सिंह को कचहरी बुलाने का पूरा ताना बना बुना। जैसे ही शैलेन्द्र सिंह कचहरी पहुंचे उन पर हमला बोल दिया गया जिसके बाद ये दुर्घटना घटी। इसके बाद शैलेन्द्र सिंह को आननफानन गिरफ्तार कर लिया गया। मृतक नबी अहमद के परिवार को तत्काल अखिलेश सरकार ने सहायता राशि उपलब्ध करवाई। शैलेन्द्र सिंह बार बार कहता रहा कि वो राष्ट्रभक्त है। उसकी ही जान को खतरा था पर उसकी एक नहीं सुनी गई। 

हालात ये हो गए कि उसे न पाकर उसके बदले में नबी अहमद के कुछ बहुत ख़ास लोगों ने सिपाही नागर को गोली मारी। जिसका विरोध कई राष्ट्रवादी वकीलों ने खुद किया और इस हिंसा को गलत ठहराया। फिर परिस्थितियां इतनी विषम हो गईं कि शैलेन्द्र सिंह को इलाहाबाद जेल में भी रखना उनकी जान के लिए खतरा माना जाने लगा। मृतक नबी अहमद दुर्दांत अपराधी अशरफ का बेहद ख़ास था। शैलेन्द्र सिंह को उनकी जान के खतरे को देखते हुए इलाहाबाद से दूर रायबरेली जेल में रखा गया। उनका साथ देने जो भी सामने आया उसको अदालत परिसर में बेइज्ज्ज़त किया गया। जिसमें आईजी अमिताभ ठाकुर की धर्मपत्नी डॉ. नूतन ठाकुर तक शामिल हैं। शैलेन्द्र सिंह के परिवार का कहना है कि यदि उनके पक्ष को विधिपूर्वक, न्यायपूर्वक और निष्पक्षता से सूना जाए तो निश्चित तौर पर शैलेन्द्र सिंह मुक्त करने योग्य पाए जाएंगे। 

सब इंस्पेक्टर शैलेन्द्र सिंह के परिवार के हालात देखें तो अब बेहद दयनीय हालात में पहुंच गए हैं। उनकी दो बेटियां कभी पिता से मिलने जब जेल तक जाती हैं तो वो पुलिस अधिकारी चाहकर भी इसलिए नहीं रो पाता क्योंकि उसको पता है कि उसके बाद उसकी बेटियां टूट जाएगी। तब उन्हें बाहर कोई चुप कराने वाला भी नहीं है। एक बेटी तो ठीक से जानती भी नहीं कि पिता का प्रेम क्या होता है। क्योंकि जब वो महज तीन माह की थी तब से ही उनका पिता जेल में है। यहां यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि उस समय अखिलेश यादव की सरकार थी। जो घोरतम तुष्टिकरण के चलते अक्सर चर्चा में रहती थी। ख़ासकर तथाकथित अल्पसंख्यकों के खिलाफ पुलिस विभाग के हाथ पैर बांधकर रखने वाली पिछली अखिलेश सरकार में हुई इस घटना के समय सब इंस्पेक्टर शैलेन्द्र सिंह इलाहाबाद के शंकरगढ़ थाने के नारीबारी चौकी प्रभारी थे। शैलेन्द्र सिंह के माता पिता की मृत्य हो चुकी है। उनका एक भाई विक्षिप्त हो गया है। 

इस प्रकार कभी जिले के सबसे जांबाज़ और तेज तर्रार पुलिस सब इंस्पेक्टरों में से गिना जाने वाले शैलेन्द्र सिंह का पूरा परिवार अब बेहद डांवाडोल हालात में है।  हालात इतने विषम हैं की उनकी पत्नी श्रीमती सपना सिंह को तीन मासूम बच्चों के साथ पिता के घर रहना पड़ रहा है। जहां जैसे-तैसे इस परिवार का गुजारा हो रहा है। हालात ये भी हैं कि अब तीनों बच्चों की पढ़ाई आदि भी खतरे में पड़ती जा रही है। क्योंकि पति का मुकदमा लड़ते-लड़ते परिवार का सबकुछ बिक चुका है। यही हाल रहा तो कल खाने के लिए भी दिक्कत पैदा हो जाएगी। एक पुलिस वाले जो कानून और समाज की रक्षा के लिए वर्दी पहना हो उसकी और उसके परिवार की ये दुर्दशा किसी पत्थरदिल का भी कलेजा पिघलाने के लिए काफी है। सब इंस्पेक्टर शैलेंद्र सिंह को न्याय दिलाने की इस मुहिम को आंदोलन का हिस्सा बनाइए। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पुलिस विभाग की मुखिया ओम प्रकाश सिंह सहित उन सभी राष्ट्रवादी विचारधारा के वकीलों से आशा है कि वो उन्हें न्याय दिलाएंगे। विगत तीन वर्षो में आर्थिक और सामाजिक रूप से टूट चुके इस परिवार के पास अब पैरवी के लिए मात्र पत्नी सपना सिंह ही हैं। जो शायद ही ऐसी कोई चौखट हो जहां मत्था टेककर न आ चुकी हों। अपने पति को न्याय दिलाने की मांग को लेकर। यहां सवाल तथाकथित मानवाधिकारवादियों से भी है। जो नक्सलियों और आतंकवादियों तक के पक्ष में खड़े हो जाते हैं पर निर्दोष पुलिसकर्मियों के साथ नहीं। सब इंस्पेक्टर शैलेंद्र सिंह की न्याय की इस मुहिम का आप भी हिस्सा बनें। हमें पता है आप भी इस पीड़ित परिवार की मदद करना चाहते हैं। इस अभियान में कई प्रकार से मदद कर सकते हैं। अगर वकील हैं तो उनके मुकदमें की निशुल्क पैरवी करके बड़ा काम हो सकता है। 

अगर पत्रकार हैं तो अपने लेखन में जहां भी संभव हो इसे शामिल कर सकते हैं। अर्थशास्त्र मजबूत है तो आर्थिक सहयोग भी परिवारीजनों के हित में किया जा सकता है। कार्यकर्ता हैं तो इस विषय को विभिन्न मंचों पर उठाया जा सकता है। सोशल मीडिया एक्टिविस्ट हैं तो अपनी टाइमलाइन पर स्थान दे सकते हैं। हकीकत से रूबरू होकर देखना चाहते हैं l तो उसके घर जा सकते हैं। थोड़ी और सहानुभूति है तो रायबरेली जाकर जेल में मुलाकत कर सकते हैं। इतना भी संभव न हो और कर्म करना भारी लगे तो वचन से इतना जरूर कहना कि "शैलेंद्र सिंह निर्दोष है"। यह भी संभव न हो मन में एक बार उस दृश्य को स्मरण करना और फिर खुद को उस जगह पर रखकर देखना। कुछ न कर सकें तो एक बार उसकी "सलामती के लिए ईश्वर से प्रार्थना कर देना"। आपकी एक मुहिम "एक निर्दोष वर्दी वाले को न्याय" दिला सकती है।

G.News 24 : चीन से रिश्तेज बनाना चाहता है ‘कैलासा’ का तथाकथित भगवान भगोड़ा नित्याानंद

जिनपिंग को भेजा है दोस्तीा का संदेश…

चीन से रिश्तेज बनाना चाहता है ‘कैलासा’ का तथाकथित भगवान भगोड़ा नित्याानंद

क्विटो। कैलासा नामक देश बसाने वाले रेप के आरोपी भगोड़े नित्यासनंद ने संयुक्तड़ राष्ट्रा में भारत के खिलाफ जहर उगलने के बाद अब एक और नापाक हरकत की है। नित्याीनंद ने भारत के दुश्मनन चीन के राष्ट्र पति शी जिनपिंग को तीसरे कार्यकाल की बधाई दी है। यही नहीं, नित्याननंद ने कैलासा की ओर से चीन और राष्ट्र्पति जिनपिंग से दोस्तीउ का हाथ बढ़ाया है। नित्याीनंद ने चीन के लोगों की आर्थिक समृद्धि, शांति और खुशी की कामना की है। माना जा रहा है कि नित्याानंद चीन के राष्ट्र पति को संदेश भेजकर भारत पर निशाना साधना चाहता है। नित्यामनंद ने ट्वीट करके कहा कि मैं संयुक्तन राज्ये कैलासा और भगवान नित्याानंद परमशिवम के हिंदू धर्म के सर्वोच्चं धर्मगुरु होने के नाते चीन के राष्ट्रुपति शी जिनपिंग को उनके तीसरे कार्यकाल के लिए बधाई देता हूं।

मैं आपके सफल कार्यकाल की कामना करता हूं। मैं आपके महान देश, उसके लोगों और कैलासा के बीच लंबे समय के लिए दोस्ता ना रिश्तेक की कामना करता हूं। चीन के लोगों पर भगवान शिव की कृपा हो और उनकी आर्थिक समृद्धि, शांति, प्यातर, स्वा स्य्न   और खुशी हासिल हो। भगोड़ा नित्याननंद लगातार भारत विरोधी गतिविधियों में जुटा रेप का आरोपी भगोड़ा नित्यांनंद लगातार भारत विरोधी गतिविधियों में जुट गया है। इससे पहले नित्यायनंद की एक प्रतिनिधि ने संयुक्तय राष्ट्रत में भारत के खिलाफ जमकर जहर उगला था। नित्याहनंद की इस प्रतिनिधि का नाम मा विजयाप्रिया था और वह खुद को संयुक्त् राष्ट्रा में कैलाशा देश की स्थातयी प्रतिनिधि बताती है। 

नित्या्नंद की प्रतिनिधि ने अपने बयान में कहा था कि हिंदुओं के सर्वोच्च् धर्मगुरु (नित्याकनंद) को हिंदू धर्म की परंपराओं और जीवनशैली को आगे बढ़ाने के लिए प्रताड़‍ित किया जा रहा है और उनके मानवाधिकारों का उल्लंिघन किया जा रहा है।कैलासा का अपना बैंक, पासपोर्ट व झंडा है विजयाप्रिया ने कमेटी ऑन इकनॉमिक, सोशल एंड कल्च रल राइट्स के सामने गत 24 फरवरी को जिनेवा में यह बयान दिया था। विजयाप्रिया ने यह भी दावा किया कि नित्याहनंद भगोड़ा नहीं है, बल्कि निर्वासन में जीवन जी रहा है। 

उसने आरोप लगाया कि नित्याडनंद को प्रवचन देने से रोक दिया गया है और अपने देश से निर्वासित कर दिया गया है। उसने कमिटी से इसको रोकने के लिए मदद भी मांगी। उसने यह भी दावा किया कि कैलासा हिंदुओं के लिए पहला संप्रभु देश है, जो हिंदुओं की 10 हजार साल पुरानी प्रथाओं को फिर से जिंदा कर रहा है। बता दें कि एक शिष्या  के साथ रेप के आरोप में फंसने के बाद नित्याजनंद देश से फरार हो गया था। उसने अपना देश कैलासा बसाया है, जिसका अपना बैंक, पासपोर्ट, झंडा है। माना जाता है कि कैलासा इक्वा डोर के पास कोई द्वीप है, जिसे नित्याहनंद ने खरीद लिया है।

G.News 24 : सड़क पर उतरी कांग्रेस ने शक्ति प्रदर्शन कर राजभवन घेरा

कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने चलाया वॉटर कैनन 50 गिरफ्तार…

सड़क पर उतरी कांग्रेस ने शक्ति प्रदर्शन कर राजभवन घेरा

भोपाल l महंगाई, बेरोजगारी समेत कई मुद्दों को लेकर कांग्रेस ने सोमवार को भोपाल में शक्ति प्रदर्शन किया। राजभवन घेरने निकले कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने वाटर कैनन से खदेड़ा। बैरिकेड तोड़ कर आगे बढ़ने के दौरान कुछ कार्यकर्ता घायल हो गए। पुलिस ने विधायक जीतू पटवारी, कुणाल चौधरी समेत 50 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। रंगमहल चौराहे से 100 मीटर आगे ही पुलिस ने एक और बैरिकेडिंग कर रखी थी। 

कार्यकर्ताओं ने यहां भी पुलिस से बहस की। बैरिकेड के ऊपर चढ़ गए।यहाँ तक  कार्यकर्ता पैदल, जबकि कमलनाथ, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह और दूसरे बड़े नेता ट्रक पर सवार होकर आगे बढ़े। इन बैरिकेड कार्यकर्ता तोड़ते इससे पहले पुलिस ने वॉटर कैनन से पानी का तेज प्रेशर मारकर उन्हें पीछे खदेड़ दिया। भिंड युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष डॉ. राजकुमार के हाथ में चोट आई है। सतना से आया एक कार्यकर्ता बेहोश हो गया। उसे रेनबो हॉस्पिटल ले जाया गया। 

गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को 3 बसों में भरकर पुलिस प्रदर्शन स्थल से लेकर रवाना हो गई। डीसीपी सांई कृष्ण थोटा ने बताया, प्रदर्शन में 5 हजार की भीड़ थी। गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता पीछे हटना शुरू हो गए। इस बीच कमलनाथ भी कार से रवाना हो गए। जवाहर चौक से पैदल मार्च शुरू होने से पहले सभा में पीसीसी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कार्यकर्ताओं से कहा, सबसे बड़ी परीक्षा अगले 6 महीने में आपकी निष्ठा की है। 

विश्वास है कि अगर जिस निष्ठा से आपने कांग्रेस का झंडा 18 साल उठाया है, आप अपनी कमर कस लें तो कोई नहीं रोक सकता।  यह कांग्रेस की नहीं, मध्यप्रदेश के भविष्य की बात है। उन्होंने कहा, मध्यप्रदेश में हर वर्ग परेशान है। भटकता नौजवान, दुखी किसान, व्यापारी …सब परेशान घूम रहे हैं। आपको अपना सिर नहीं झुकाना, छाती ठोंक कर कहिए कि 15 महीने की सरकार में हमने क्या-क्या किया। 15 महीनों में हमने अपनी नीति और नीयत का परिचय दिया।

G.News 24 : मध्यप्रदेश में अब नहीं बनेंगे नए राशन कार्ड !

पात्रता पर्ची से जुड़ेंगे नए नाम…

मध्यप्रदेश में अब नहीं बनेंगे नए राशन कार्ड !

भोपाल।सूत्रों से ऐसी खबर निकल कर आ रही है कि  मध्य प्रदेश में अब नए राशन कार्ड नहीं बनेंगे और न ही डुप्लीकेट राशन कार्ड जारी होंगे। राज्य शासन ने मैनुअल राशन कार्ड जारी नहीं करने के कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं। दरअसल, 7  जनवरी 2017 में अधिसूचना जारी कर लोक सेवाओं के प्रदाय की जानकारी अधिनियम 2010 में संशोधन कर खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की सेवाओं में बीपीएल/एपीएल राशन कार्ड जारी होने की सुविधाओं को हटाकर नई पात्रता पर्ची जारी होना, नाम सुधार, नाम जोड़ना, नाम काटना, पता परिवर्तन एवं स्थानांतरण सुविधाओं को जोड़ा गया है।

साथ ही सार्वजनिक वितरण प्रणाली (नियंत्रण) आदेश 2015 के अनुसार भौतिक या इलेक्ट्रानिक रूप से राशन कार्ड जारी करने के प्रविधान में बदलाव कर अब केवल हितग्राहियों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली का लाभ आनलाइन जारी पात्रता पर्ची (ई-राशन कार्ड) के द्वारा प्रदाय किया जा रहा है।

शासन स्तर पर लगातार ऐसी शिकायतें मिल रही थी कि, प्रदेश में स्थानीय स्तर पर अपात्रों के राशन कार्ड बनाए जा रहे हैं। जिसके बाद शासन ने मैनुअल राशन कार्ड बनाने पर पूर्णत: रोक लगाने का निर्णय लिया गया है। पात्रता पर्ची के माध्यम से राशन वितरण की प्रणाली के बाद फर्जी राशन कार्ड बनाए जाने पर रोक लगेगी।

G.News 24 : अभिनेत्री भूमि पेडनेकर हर महीने आश्रम संचालन के लिए दे रही हैं पैसा

सरकार ने मुरैना के अभ्युदय आश्रम का फंड रोका तो…

अभिनेत्री भूमि पेडनेकर हर महीने आश्रम संचालन के लिए दे रही हैं पैसा

मुरैना। मुरैना जिले के अभ्युदय आश्रम की मान्यता शासन ने खत्म कर दी है। वित्तीय अनियमितताओं के कारण इसे मिलने वाले बजट पर भी रोक लगा दी गई है। सरकारी रिकार्ड में यह आश्रम खत्म कर दिया गया, लेकिन धरातल पर यह अभी भी चल रहा है। फिल्म अभिनेत्री भूमि पेडनेकर हर महीने इस आश्रम के संचालन के लिए पैसा दे रही हैं, जिससे बेड़िया समुदाय की लगभग 25 बालिकाओं की परवरिश हो रही है। गौरतलब है कि शिक्षा से दूर रहने व वैश्यावृत्ति को रोजगार मानने वाले बेड़िया समुदाय की बालिकाओं को इस गंदे धंधे से मुक्ति दिलाकर शिक्षा से जोड़ने के लिए साल 1992 अभ्युदय आश्रम की नींव रखी गई। 

अभ्युदय आश्रम अब तक 154 लड़कियों की शादी करवा चुका है, कई युवतियां उच्च शिक्षित होकर निजी व सरकारी क्षेत्र में नौकरी कर रही हैं। क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर कई पुरस्कार जीत चुके अभ्युदय आश्रम के खिलाफ हुई एक शिकायत के बाद पूर्व कलेक्टर बक्की कार्तिकेयन ने जांच करवाई। कलेक्टर की जांच में अभ्युदय आश्रम में वित्तीय अनियमितताएं उजागर हुईं। सरकार से मिलने वाले बजट का सही उपयोग नहीं मिला और आश्रम प्रबंधन पूरा रिकार्ड भी प्रशासन को नहीं दिखा पाया। इसके अलावा आश्रम में लकड़ी जलाकर चूल्हे पर खाना बनता मिला, पर्दें गंदे व किचन तक में गंदगी व सीलन मिली। 

ऐसी 17 गड़बड़ी व कमियों की सूची बनाकर तात्कालीन कलेक्टर बक्की कार्तिकेयन ने आश्रम की मान्यता निरस्त कराने का प्रस्ताव महिला एवं बाल विकास विभाग के संचालक को भेजा था। कलेक्टर के प्रस्ताव पर महिला एवं बाल विकास विभाग ने जून 2022 में आदेश जारी कर मान्यता निरस्त दी।अभ्युदय आश्रम प्रबंधन इसे षडयंत्र बताता आ रहा है। फिल्म अभिनेत्री भूमि पेडनेकर का लगाव पांच साल से अभ्युदय आश्रम से है। पहले वह बच्चों को कंबल, कपड़े, मच्छरदानी, कंप्यूटर, लेपटाप, टीवी जैसी सामग्रियां देती रही हैं, लेकिन जब से अभ्युदय आश्रम की मान्यता निरस्त हुई है और सरकार ने आश्रम को मिलने वाला बजट रोक दिया है। 

तब से भूमि पेडनेकर हर महीने आश्रम में रह रहीं 25 बालिकाओं के रहन-सहन का खर्च उठाते हुए 70 से 75 हजार रुपये की आर्थिक सहायता पहुंचा रही है।भूमि पेडनेकर यह सहायता एचओएस एनजीओ के जरिए दे रही हैं। मार्च 2019 में रिलीज हुई सोनचिड़िया फिल्म की शूटिंग मुरैना जिले के बीहड़ों में हुई थी। अभिनेत्री भूमि पेडनेकर साल 2018 में सोनचिड़िया फिल्म की शूटिंग के लिए मुरैना आई हुईं थीं। इस फिल्म में 9 साल की एक ग्रामीण बालिका का रोल था, जिसके लिए अभ्युदय आश्रम की बालिका खुशिया नागर का चयन हुआ। खुशिया नागर के साथ भूमि पेडनेकर ने फिल्म की शूटिंग कई दिन साथ की। इसी दौरान भूमि पेडनेकर का लगाव अभ्युदय आश्रम से हुआ और कई बार वह आश्रम में बच्चियों के साथ समय बिताने आईं।

हमारे आश्रम के खिलाफ षडयंत्र हुआ है, यह बात बाल आयोग तक ने अपनी जांच में मानी है, क्योंकि साल 2020 व 2021 के करीब 24 लाख रुपये का भुगतान भी नहीं किया। जून 2022 में मान्यता रद्द कर दी गई। आश्रम में फिलहाल 25 बच्चियां रह रही हैं, इनमें एक बच्ची बाल कल्याण समिति द्वारा भेजी गई है, जिसके लिए भी प्रशासन कोई मदद नहीं दे रहा। भूमि पेडनेकर हर महीने 70 से 75 हजार रुपये एचओएस नाम की संस्था के जरिए दे रही हैं, उससे आश्रम का संचालन हो पा रहा है - अरुणा छारी, संचालिका, अभ्युदय आश्रम मुरैना

पूर्व कलेक्टर बक्की कार्तिकेयन ने एक शिकायत के बाद जांच कराई, जिसमें अभ्युदय आश्रम में वित्तीय गड़बड़ियां सामने आई थीं। सरकार से मिलने वाले बजट के खर्च का सटीक हिसाब नहीं था, आश्रम प्रबंधन ने मांगने पर भी पूरा रिकार्ड नहीं दिखाया। इसके बाद कलेक्टर के प्रस्ताव पर आश्रम की मान्यता निरस्त की गई है, पुराने फंड भी रोके गए हैं - महेंद्र सिंह, डीपीओ, महिला एवं बाल विकास मुरैना

G.News 24 : सभी पात्र महिलाओं की समग्र आईडी व आधार का मिलान 25 मार्च तक कराएँ : श्री सिंह

जन-सुनवाई में भी होगा ई-केवायसी का काम…

सभी पात्र महिलाओं की समग्र आईडी व आधार का मिलान 25 मार्च तक कराएँ : श्री सिंह

ग्वालियर। “मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना” की पात्रता के दायरे में आने वाली सभी महिलाओं की ई-केवायसी अर्थात समग्र आईडी, आधार एवं मोबाइल फोन से मिलान का काम हर हाल में 25 मार्च से पहले पूरा कराएँ। राज्य शासन द्वारा लिए गए निर्णय के तहत मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का काम 25 मार्च से शुरू होना है। इसलिए सभी विभागों के अधिकारी अभियान बतौर ई-केवायसी के काम कराएँ। इस आशय के निर्देश कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने अंतरविभागीय समन्वय बैठक में दिए। सोमवार को यहाँ जिला पंचायत के सभागार में आयोजित हुई बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि मंगलवार को कलेक्ट्रेट में होने वाली जनसुनवाई में आने वाली महिलाओं के ई-केवायसी का काम भी किया जायेगा। 

जनसुनवाई में सभी विभागों के अधिकारी ई-केवायसी करायेंगे। कलेक्टर श्री सिंह ने जनसुनवाई में समस्याओं का समाधान कराने के लिये आने वाली महिलाओं से अपील की है कि वे अपनी समग्र आईडी, आधार कार्ड और अपने घर के मोबाइल फोन का नम्बर लेकर आएँ, जिससे ई-केवायसी की जा सके। उन्होंने कहा कि लाड़ली बहना योजना का लाभ लेने के लिये समग्र आईडी, आधार और मोबाइल फोन नम्बर का मिलान होना अनिवार्य है। श्री सिंह ने डबरा व भितरवार की जन-सुनवाई में भी ई-केवायसी कराने के निर्देश दिए हैं। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आशीष तिवारी, अपर कलेक्टर एच बी शर्मा, जिले के सभी एसडीएम एवं विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे। कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने 14 मार्च को दोपहर एक बजे से बाल भवन में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना खासकर ई-केवायसी को लेकर साझा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। 

इस प्रशिक्षण में पार्षदगण, विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी और महिला हितग्राहियों को ई-केवायसी करने का प्रशिक्षण दिया जायेगा। साथ ही मौके पर ही ई-केवायसी की जायेगी। उन्होंने 25 मार्च तक हर रोज विभिन्न स्थानों पर ऐसे शिविर लगाने के निर्देश भी दिए हैं। साथ ही कलेक्ट्रेट के ई-दक्ष कक्ष और आरएसीटी में भी प्रशिक्षण सत्र आयोजित कराने को कहा। कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने बैठक में विभागवार लंबित सीएम हैल्पलाइन और समय-सीमा वाली शिकायतों के निराकरण की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि एक वर्ष से अधिक अवधि से लंबित शिकायतों का अभियान बतौर निराकरण किया जाए। इसमें किसी भी प्रकार की ढ़िलाई बर्दाश्त नहीं होगी।

G.News 24 : जब झूठी एफआइआर दर्ज करे तो धारा 482 से कोर्ट में पुलिस को दें चुनौती

पुलिस किसी के प्रभाव में आकर…

जब झूठी एफआइआर दर्ज करे तो धारा 482 से कोर्ट में पुलिस को दें चुनौती

मुरैना। आपराधिक मुकदमों में फंसाना और उसके बाद राजीनामा करने के बहाने एक मोटी रकम वसूलना वर्तमान में आम चलन हो गया है। ऐसी परिस्थितियों में उचित कानूनी जानकारी के अभाव में लोगों को न सिर्फ शारीरिक और आर्थिक परेशानी उठानी पड़ती है, बल्कि मानसिक प्रताड़ना से भी गुजरना पड़ता है। दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) कानूनी प्रविधानों के माध्यम से ऐसी व्यवस्था दी गई है, जिनका प्रयोग करते हुए एक आम आदमी अदालतों में लंबी ट्रायल में भाग लिए बिना ही खुद को आपराधिक मुकदमों से निजात दिला सकता है। जब कभी पुलिस किसी के प्रभाव में आकर झूठी एफआइआर दर्ज कर ले और प्रताड़ित करे, तब धारा 482 दंड प्रक्रिया संहिता के अंतर्गत सीधे तौर पर उस एफआइआर या संपूर्ण आपराधिक प्रकरण की कार्रवाई को हाई कोर्ट में चुनौती दी जा सकती है।

धारा 482 के तहत याचिका प्रस्तुत करके आपराधिक प्रकरण को निरस्त कराना सामान्य तौर पर सबसे अधिक प्रयोग में लाया जाने वाला कानूनी कदम है। धारा 169 सीआरपीसी को प्रयोग में लाकर पुलिस किसी भी ऐसे व्यक्ति के खिलाफ न्यायालय के समक्ष अंतिम प्रतिवेदन (आम बोलचाल में जिसे खात्मा रिपोर्ट कहते हैं) प्रस्तुत करके आपराधिक प्रकरण से मुक्त कर सकती है। जब पुलिस के पास अनुसंधान समाप्त करने के उपरांत पर्याप्त रूप से ऐसा विश्वास करने के साक्ष्य मौजूद हो जाते हैं। 

आरोपित द्वारा उक्त अपराध को अंजाम नहीं दिया गया है।  तब ऐसी खात्मा रिपोर्ट को संबंधित न्यायिक मजिस्ट्रेट के आगे प्रस्तुत कर आरोपित को बिना विचारण के ही शुरुआती स्टेज में ही आपराधिक कार्रवाई से मुक्त कर दिया जाता है। धारा 227 दंड प्रक्रिया संहिता के कानूनी प्रविधान को प्रयोग में लाकर भी कोई भी व्यक्ति स्वयं को आपराधिक कार्रवाई से मुक्त करने की प्रार्थना न्यायालय से आवेदन पत्र प्रस्तुत करके कर सकता है धारा 232 दंड प्रक्रिया संहिता सीआरपीसी भी एक ऐसा ही प्रविधान है। जिसको प्रयोग में लाकर ट्रायल कोर्ट अभियुक्त को शुरुआती दौर में दोषमुक्त कर सकती है। 

उच्च न्यायालय या सेशन न्यायालय धारा 397 दंड प्रक्रिया संहिता के अनुसार किसी भी आपराधिक कार्रवाई की पुनरीक्षण करते हुए दूसरे शब्दों में कहा जाए तो उस आपराधिक मामले का रिवीजन करने के उपरांत विचरण की लंबी एवं जटिल प्रक्रिया से गुजरे बगैर ही शुरुआती स्टेज पर आरोपित को मुक्त किया जा सकता है। इस प्रकार आपराधिक मामलों की लंबी, जटिल और उतार-चढ़ाव वाली खर्चीली प्रक्रिया से गुजरे बिना ही कोई भी व्यक्ति जिसके पास पर्याप्त आधार और तथ्य मौजूद है स्वयं को निर्दोष साबित करने, तब ऐसा व्यक्ति धारा 169, 232, 257, 397 और 482 दंड प्रक्रिया संहिता ( सीआरपीसी) को प्रयोग में लाकर खुद को आपराधिक कार्रवाई या झूठे मुकदमे से बचा सकता है।

G.News 24 : कैम्प में 615 लोगों को की 45 प्रकार की जांच की गई

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने हेल्थ कैम्प का किया अवलोकन…

कैम्प में 615 लोगों को की 45 प्रकार की जांच की गई

मुरैना l राज्यपाल मंगुभाई पटेल सोमवार को मुरैना जिले के ग्राम रिठौराकलां पहुंचे। हेल्थ कैम्प में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने डॉक्टरों से मरीजों के बारे में विस्तार से चर्चा की और प्रत्येक डॉक्टर्स से उन्होंने पूछताछ की, कि किस बीमारी के कितने मरीज निकलकर आयें है। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि सिकल बीमारी के मरीज आते है तो जिला प्रशासन के संज्ञान में अवश्य लायें। 

इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राकेश शर्मा ने बताया कि हेल्थ कैम्प में 615 लोगों की जांच 45 प्रकार की कराई गई। हेल्थ कैम्प में 392 लोगों ने पंजीयन कराया, इसके अलावा हेल्थ कैम्प में 18 आयुष्मान कार्ड, हेल्थ आईडी, 26 लोगों को दिव्यांग प्रमाण-पत्र, 22 लोगों को निश्चय मित्र एवं एक निश्चय मित्र श्रीमती लक्ष्मी को राज्यपाल द्वारा पोष्टिक आहार की टोकरी भेंट कराई गई।

G.News 24 : पुलिस द्वारा पुलवामा विरांंगना के साथ पुलिस बर्बरता का उठाया मुद्दा

केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के समक्ष…

पुलिस द्वारा पुलवामा विरांंगना के साथ पुलिस बर्बरता का उठाया मुद्दा

ग्वालियर l कॉनफैडरेसन आफ एक्स पैरामिलिट्री फोर्सेस मार्टियरस वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा पिछले 8 सालों से लगातार विभिन्न शांति पुर्ण धरना प्रदर्शन के जरिए व केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात कर सुरक्षा बलों के भलाई संबंधित मुद्दों को केंद्रीय सरकार के समक्ष संज्ञान लाया गया है l बीएसएफ अकादमी टेकनपुर ग्वालियर में आयोजित सहायक कमांडेंट दीक्षांत परेड समारोह में शामिल होने के लिए अध्यक्ष जयेंद्र सिंह राणा को आमंत्रित किया गया जोकि एसोसिएशन के लिए सम्मान की बात। 

इस विशेष परेड के अवसर पर केंद्रिय गृह राज्यमंत्री निसिथ प्रमाणिक द्वारा सलामी ली गई। इस भव्य समारोह में भारत के सबसे बड़े शांति रक्षक बल सीआरपीएफ व पहली रक्षा पंक्ति फोर्स बीएसएफ की कमान कर रहे l इस अवसर पर अपने उद्वोधन में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री द्वारा 1971 के पाक बांग्ला युद्ध के दौरान बीएसएफ जवानों के शौर्य की तारीफ की गई। डीजी एस.एल.थाउसेन आईपीएस के अलावा अपर महानिदेशक प्रणव मोहंती, एम पी गुप्ता, राजेश शर्मा आदि मौजूद रहे l 

कॉनफैडरेसन महासचिव रणबीर सिंह, अध्यक्ष जयेंद्र सिंह राणा व जिला ग्वालियर अध्यक्ष एवं भाजपा सैनिक प्रकोष्ठ संयोजक सुरेन्द्र सिंह यादव आदि ने गृह राज्यमंत्री से मुलाकात के दौरान अर्धसैनिक परिवारों के कल्याणकारी मुद्दों पर चर्चा करने के अलावा पुलवामा शहीद रोहतास लांबा की पत्नी वीरांगना श्रीमती मंजू जाट के साथ राजस्थान पुलिस प्रशासन द्वारा जयपुर में की गई बर्बरता का मामला उठाया ये ना केवल पुलवामा शहीदों का बल्कि पुरे राष्ट्र का अपमान है। गृह राज्यमंत्री द्वारा इस संबंध में आश्वासन दिया कि शहीद परिवार के साथ न्याय किया जाएगा साथ ही पूर्व अर्ध सैनिकों के प्रतिनिधि मण्डल को बातचीत के लिए नॉर्थ ब्लॉक गृह मंत्रालय में आमंत्रित किया गया।

G.News 24 : राम मंदिर चौराहे पर आवारा गाय ने लड़के को उठाकर पटका

ग्वालियर एक मात्र ऐसी स्मार्ट है जिसमे आवारा पशुओं की भरमार है और वे लोगों की जान के दुश्मन बने हुए हैं…

राम मंदिर चौराहे पर आवारा गाय ने लड़के को उठाकर पटका

ग्वालियर l रविवार रात के समय एक आवारा गाय ने 15 साल के लड़के पर हमला कर दिया। गाय ने पहले उसे टक्कर मारी और फिर उसे सींग से उठाकर जमीन पर पटका दिया l उसके बाद उसे पैरों से रौंदने लगी। छात्र किसी तरह वहां से जान बचाकर भागा। इसके बाद गाय ने आधा दर्जन वाहनों और कई लोगों को टक्कर मारी। करीब 40 मिनट तक गाय सड़क पर उत्पात मचाती रही। 

घटना रविवार रात की है। नगर निगम ने गाय को एक घंटे में रेस्क्यू कर पकड़ा और उसे गोशाला पहुंचाया। इस घटना का वीडियो सोमवार को सामने आया है। राम मंदिर चौराहे पर रविवार की रात छात्र ऋषि प्रजापति (15) बाजार से घर की ओर जा रहा था। उसी दौरान पीछे से आई गाय ने उसे सींग से मारकर उछाल दिया। वह सड़क पर गिरा तो गाय अपने पैरों से बुरी तरह से उसे रौंदने लगी फिर सींग से भी हमला किया। इसी समय गाय असंतुलित होकर गिर पड़ी और वह वापस उसे उठाने लगी।

 लेकिन उससे पहले ही उसने किसी तरह खुद को वहां से अलग किया। इसके बाद गाय ने सड़क पर उत्पात मचाते हुए गुजर रहे करीब 6 से 7 वाहनों को टक्कर मारी। जब गाय बेकाबू होने लगी तो स्थानीय लोगों ने नगर निगम को सूचना दी। निगम का अमला मौके पर पहुंचा और उत्पात मचा रही गाय को करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद पकड़कर काबू किया। इससे पहले भी इस तरह की कई घटनाएं यहां हो चुकी हैं।

G.News 24 : ज्योतिरादित्य सिंधिया के ट्रस्ट का आवेदन खारिज !

एजी आफिस पुल की जमीन का मामला...

ज्योतिरादित्य सिंधिया के ट्रस्ट का आवेदन खारिज !

ग्वालियर। माधवीराजे, प्रियदर्शनी राजे और ज्योतिरादित्य सिंधिया के कमला राजे चैरिटेबल ट्रस्ट का आवेदन अपर सत्र न्यायालय में खारिज कर दिया है। यह आवेदन स्थगन के लिए था। सिंधिया के ट्रस्ट ने दावा किया है कि सरकार ने उनकी जमीन पर एजी ऑफिस का पुल बनाकर अतिक्रमण कर लिया। सरकार की तरफ से भूमि का अधिग्रहण नहीं किया गया। 600 करोड़ रुपए के महल में रहने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 7.55 करोड़ मुआवजा की मांग करते हुए अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ दावा ठोक दिया है।

कोर्ट में सरकार की ओर से एडवोकेट धर्मेंद्र शर्मा एवं जगदीश शाक्यवार ने तथ्य एवं तर्क प्रस्तुत किए। उन्होंने न्यायालय को बताया कि, मिसिल बंदोबस्त 1950 के आधार पर जमीन का मालिकाना हक तय होता है। सरकारी रिकॉर्ड में यह जमीन कभी किसी ट्रस्ट के नाम नहीं रही। इस स्थान का नाम महलगांव है लेकिन सर्वे क्रमांक 1071, 1072, 1073 खसरों में शासकीय दर्ज हैं। इलाके का नाम महलगांव होने से पूरी जमीन ट्रस्ट की नहीं हो जाती। मिसिल बंदोबस्त संवत 1997 सर्वे 1071 में 10 बिस्वा जमीन, 1072 में एक बीघा चार विश्वा जमीन, 1073 में चार बीघा जमीन रेल की पटरी, सड़क, बंजर के नाम से दर्ज है।

सिंधिया परिवार ने इस मामले में न्यायालय की कार्यवाही के लिए ट्रस्ट के सचिव विजय सिंह फालके अधिकृत किया है। ट्रस्ट की ओर से कोर्ट में दावा किया गया कि, सरकारी रिकॉर्ड में कुछ भी लिखा हो लेकिन 31 दिसंबर 1971 को विजयराजे सिंधिया द्वारा गठित किए गए कमलाबारी चैरिटेबल ट्रस्ट के दस्तावेजों में यह जमीन विजयाराजे सिंधिया द्वारा ट्रस्ट को दान की गई है। इसलिए यह जमीन हमारी है और हमारी जमीन पर सरकार ने अतिक्रमण कर लिया है। हमें ईजीआफिस पुल का मुआवजा चाहिए और बाकी बची हुई जमीन का आधिपत्य चाहिए।

G.News 24 : गोपाल मंदिर प्रांगण में आयोजित हुआ होली मिलन समारोह

लायंस क्लब द्वारा...

गोपाल मंदिर प्रांगण में आयोजित हुआ होली मिलन समारोह

ग्वालियर। फुलबाग परिसर स्थित गोपाल मंदिर के प्रांगण में लायंस क्लब द्वारा आयोजित होली मिलन समारोह में मथुरा से आई रासलीला मंडली के द्वारा किए गए मनमोहक नृत्य ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध। इस अवसर पर महापौर डॉ शोभा सिंह सिकरवार के जन्मदिन का केक भी काटा गया।

G.News 24 : 26 मार्च से शुरू होंगे ऑडिशन

शहर में होने जा रही है शॉर्ट मूवी की शूटिंग…

26 मार्च से शुरू होंगे ऑडिशन

ग्वालियर। विनायक एंटरटेनमेंट एन्ड प्रोडक्शन के द्वारा ग्वालियर शहर में डांसर राजा शॉर्ट मूवी की शूटिंग होने जा रही है। जिसमें ग्वालियर के लोकल कलाकारों को भी मौका दिया जायेगा। फ़िल्मी जगत के कई दिग्गज सितारे इस शॉर्ट मूवी में देखने को मिलेंगे। एबीसीडी मूवी के अभिनेता अमित सिंह और डांस दीवाने से सीज़ा राय भी इस मूवी में शामिल होंगी। यह मूवी एक डांसर के जीवन पर आधारित होगी। इस शॉर्ट मूवी के ऑडिशन 26 मार्च से शुरू होंगे जिसमे स्थानीय लोग भाग ले सकेंगे।

G.News 24 : 15 मार्च को मनेगा विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस

बाल भवन में होगा जिला स्तरीय उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम...

15 मार्च को मनेगा विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस 

ग्वालियर l विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस के उपलक्ष्य में हर साल की तरह ग्वालियर में उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित होगा। इस दिन यह कार्यक्रम प्रात: 11 बजे से बाल भवन में शुरू होगा। इस आयोजन में विभिन्न विभागों व संस्थाओं द्वारा उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिये प्रदर्शनी लगाई जायेंगी। साथ ही विषय विशेषज्ञों द्वारा उपभोक्ता जागरूकता पर व्याख्यान दिए जायेंगे। 

जिला आपूर्ति नियंत्रक से प्राप्त जानकारी के अनुसार विश्व उपभोक्ता दिवस पर बाल भवन में आयोजित होने वाले जन जागरूकता कार्यक्रम में नगर निगम, नापतौल विभाग, पेट्रोलियम कंपनी, आईओसी, एचपीसी, बीपीसीएल व इण्डेन, खाद्य सुरक्षा, सहकारी बाजार, डाक-तार, दूर संचार, जीवन बीमा निगम, महिला बाल विकास, कृषि, जीडीए इत्यादि विभागों व संस्थाओं से प्रदर्शनी लगाने के लिये कहा गया है।

G.News 24 : 3 साल में 3 हजार लाइसेंस देने सांसद, विधायक ने की सिफारिशें

ग्वालियर में रिवाल्वर, पिस्टल का बढ़ा शौक...

3 साल में 3 हजार लाइसेंस देने सांसद, विधायक ने की सिफारिशें

 

ग्वालियर और मुरैना जिलों में पिछले तीन सालों के अंतराल में रिवाल्वर और पिस्टल के लाइसेंस लेने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। ग्वालियर में इस अंतराल में 3189 और मुरैना में 697 लोगों ने लाइसेंस लिए हैं। इन्हें लाइसेंस जारी करने के लिए विधायकों और सांसदों ने गृहमंत्रालय को सिफारिश की है। प्रदेश के ग्वालियर और मुरैना जिलों में जारी किए गए शस्त्र लाइसेंस की जानकारी देते हुए गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि ग्वालियर जिले में वर्ष 2020 में 791, वर्ष 2021 में 902, वर्ष 2022 में 1266 और फरवरी 2023 में 230 लाइसेंस जारी किए गए हैं। 

गृहमंत्री डॉ मिश्रा ने कहा कि इसी तरह मुरैना जिले में वर्ष 2020 में 322, वर्ष 2021 में 45, वर्ष 2022 में 278 और फरवरी 2023 में 52 शस्त्र लाइसेंस जारी किए गए हैं। मंत्री मिश्रा ने यह जानकारी विधायक सतीश सिकरवार के सवाल के लिखित जवाब में दी है जिसमें उन्होंने पूछा था कि इन जिलों में तीन सालों में पिस्टल, रिवाल्वर के कितने लाइसेंस जारी किए गए हैं। यह भी पूछा गया था कि यह लाइसेंस देने की सिफारिश एक ही दल के विधायकों, सांसद के द्वारा दी गई है।