सीक्रेट जानकारी लीक करने के आरोप में नेवी कमांडर समेत 5 गिरफ्तार

CBI की बड़ी कार्रवाई…

सीक्रेट जानकारी लीक करने के आरोप में नेवी कमांडर समेत 5 गिरफ्तार

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने रिश्वत के बदले पनडुब्बी परियोजना से संबंधित गोपनीय जानकारी लीक करने के आरोप में नौसेना के कमांडर रैंक के एक अधिकारी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एजेंसी ने पिछले महीने एक गुप्त अभियान चलाया जिसमें नौसेना के दो सेवानिवृत्त अधिकारियों, एक सेवारत अधिकारी तथा दो अन्य व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया। 

अधिकारियों ने कहा कि अब तक एजेंसी ने दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद और अन्य स्थानों सहित 19 जगहों पर तलाशी की जिसमें महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य जब्त किये गए और उनकी जांच की जा रही है। नौसेना के उक्त कमांडर ने रिश्वत लेने के बदले में ‘किलो क्लास’ की पनडुब्बियों के आधुनिकीकरण परियोजना से संबंधित जानकारी दो सेवानिवृत्त अधिकारियों से साझा की थी। सीबीआई की भ्रष्टाचार रोधी इकाई को इस मामले की जांच सौंपी गई थी। मामला सामने आने के बाद नेवी की ओर से बयान जारी कर कहा गाय है कि इस जांच में एजेंसी को भारतीय नौसेना की ओर से पूरा सहयोग मिलेगा। 

बता दें कि रिटायर्ड अफसरों के लिए किलो क्लास सबमरीन मॉडर्नाइजेशन प्रोजेक्ट से जुड़ी गुप्त जानकारी लीक करने का ये मामला पिछले महीने सामने आया था। भारतीय नौसेना के सीनियर अधिकारियों को इस बात की जानकारी मिली थी। जिसके बाद से सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार की ओर से इसमें हस्तक्षेप किया गया। सरकार ने नेवी के 5 बड़े अफसरों को इस मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी। वाइस एडमिरल रैंक के अधिकारी की अगुवाई में इस मामले की जांच शुरू हुई थी।

समीर वानखेड़े पर 8 करोड़ रुपए रिश्वत लेने का आरोप

आज जांच के लिए NCB की विजिलेंस टीम पहुंचेगी मुंबई…

समीर वानखेड़े पर 8 करोड़ रुपए रिश्वत लेने का आरोप

मुंबई क्रूज ड्रग्स केस की जांच कर रहे NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर लगे रिश्वतखोरी के आरोपों की इंटरनल जांच के लिए 5 लोगों की टीम बुधवार को मुंबई जाएगी। ये सभी अधिकारी NCB की विजिलेंस विंग के हैं। डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह की अगुवाई में यह टीम सुबह 9 बजे दिल्ली से रवाना होगी और 11 बजे के बाद मुंबई पहुंचेगी। टीम में जोनल डायरेक्टर स्तर के भी अधिकारी शामिल हैं। इस बीच, NCB ने केपी गोसावी के बॉडीगार्ड प्रभाकर सैल को भी समन जारी किया है। बताया जा रहा है कि दिल्ली से आने वाली NCB विजिलेंस की टीम प्रभाकर से पूछताछ करेगी। कथित प्राइवेट इन्वेस्टिगेटर और NCB के गवाह केपी गोसावी के बॉडीगार्ड प्रभाकर सैल ने एक हलफनामे में समीर वानखेड़े पर 8 करोड़ रुपए की रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। प्रभाकर ने दावा किया कि गोसावी और किसी सैम डिसूजा को 18 करोड़ रुपए की बात करते सुना था और 18 करोड़ रुपए में डील तय हुई थी। 

गोसावी और सैम ने कथित तौर पर 18 में से 8 करोड़ रुपए NCB अधिकारी समीर वानखेड़े को देने की बात कही थी। प्रभाकर ने यह भी कहा है कि उन्होंने केपी गोसावी से यह कैश लेकर सैम डिसूजा को दिया था। प्रभाकर ने बताया कि उनसे पंचनामा का पेपर बताकर जबरन 10 खाली कागजों पर साइन करवाया गया था। उनका आधार कार्ड मांगा गया। उन्हें इस गिरफ्तारी के बारे में कुछ नहीं पता था। इसके बाद NCP के नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने भी वानखेड़े पर कई गंभीर आरोप लगाए। मुंबई NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े सोमवार देर शाम को ही दिल्ली पहुंच गए थे। मंगलवार सुबह NCB के दिल्ली ऑफिस पहुंचे। उन्होंने बातचीत में कहा कि वे मुंबई पहुंचकर ही सभी आरोपों का जवाब देंगे। 

उन पर लगाए गए सभी आरोप मनगढ़ंत और बेबुनियाद हैं। देर शाम वानखेड़े वापस मुंबई आ गए। वानखेड़े ने NCP नेता नवाब मलिक के आरोपों का भी जवाब देने की बात कही। मलिक ने मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके वानखेड़े पर झूठे कास्ट सर्टिफिकेट से नौकरी हासिल करने का आरोप लगाया है। साथ ही मलिक ने वानखेड़े पर धर्म छिपाने का आरोप भी लगाया है। आरोपों के समर्थन में नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े के खिलाफ 26 आरोपों की चिट्ठी मीडिया के सामने रखी। मलिक का दावा है कि यह चिट्ठी NCB के किसी अधिकारी ने उन्हें भेजी है। इसमें समीर वानखेड़े के खिलाफ 26 आरोप लगाए गए हैं। इस लेटर के मुताबिक- समीर वानखेड़े और केपीएस ने दीपिका जैसी बड़ी-बड़ी एक्ट्रेस से मोटा पैसा कमाया है। समीर वानखेड़े मामले को बड़ा दिखाने के लिए कई बार रेड में मिली ड्रग्स को ज्यादा दिखाते हैं।

घटिया राजनीति से मुझे हरा नहीं पाओगे : कैप्टन सिंह

कर सकते हैं नई पार्टी की घोषणा…

घटिया राजनीति से मुझे हरा नहीं पाओगे : कैप्टन सिंह

नई पार्टी की घोषणा की संभावना के बीच कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विरोधियों के बहाने पंजाब कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला है। अमरिंदर ने कहा कि पटियाला समेत पंजाब में दूसरी जगहों पर मेरे समर्थकों को धमकी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि विरोधी जो भी कर लें, लेकिन वह मुझे ऐसे घटिया राजनीतिक खेल से हरा नहीं पाएंगे। जो लोग मेरे साथ हैं, वह मेरे साथ ही रहेंगे, क्योंकि वह पंजाब में शांति और डेवलपमेंट पर विश्वास करते हैं। हम इस तरह की धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। हम पंजाब के भविष्य के लिए लड़ाई जारी रखेंगे। अमरिंदर ने कहा कि पहले मुझ पर पर्सनल अटैक किया गया। अब समर्थकों को डराने का हथकंडा अपनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसी राजनीतिक चालों से न तो वो वोट पा सकेंगे और न ही लोगों का दिल जीत सकेंगे। 

अमरिंदर का यह बयान उनके मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने ट्वीट किया है। अमरिंदर बुधवार को चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं, जिसमें उनके नई पार्टी की घोषणा करने की संभावना है। इस कॉन्फ्रेंस से पहले अमरिंदर ने कांग्रेस को निशाने पर लेकर दबाव डाला है। कैप्टन अमरिंदर सिंह बुधवार को चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में नई पार्टी की घोषणा कर सकते हैं। इसकी सबसे ज्यादा चिंता पंजाब कांग्रेस को है। नई पार्टी की शुरुआत को प्रभावी बनाने के लिए कई दिग्गज कांग्रेसी नेता अमरिंदर के साथ खड़े नजर आ सकते हैं। इसे देखते हुए कांग्रेस में हड़कंप मचा हुआ है। सूत्रों की माने तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने पंजाब में पार्टी में टूट और बगावत को रोकने के लिए सभी बड़े चेहरों से संपर्क साधा है। अमरिंदर के साथ जाने को लेकर उनका मन टटोला जा रहा है। 

कांग्रेसी नेताओं को अपने समर्थकों पर भी नजर रखने को कहा जा रहा है ताकि अमरिंदर की शुरुआत को ही कमजोर कर उनके विरोध में सियासी माहौल खड़ा किया जा सके। कैप्टन खेमे से जो जानकारी मिल रही है, उसमें अमरिंदर एकदम से कांग्रेस को झटका देने के मूड में नहीं है। शुरुआत में उनके साथ कांग्रेस के कुछ बड़े चेहरे नजर आ सकते हैं, लेकिन बाकी काम चुनाव की घोषणा होने के बाद होगा। पंजाब में कांग्रेस को धीरे-धीरे झटके दिए जाएंगे ताकि उन्हें एकदम से संभलने का मौका ही न मिले। कांग्रेस में बड़ी टूट टिकट की घोषणा के बाद हो सकती है, क्योंकि पंजाब में कई नेताओं को टिकट कटने का डर है। इसलिए वह कैप्टन के संपर्क में तो है लेकिन अभी खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं। कैप्टन खेमे की रणनीति है कि कांग्रेस को टिकट की घोषणा होने तक टूट के खतरे में ही उलझा कर रखा जाए। 

फिर जैसे ही टिकटों का बंटवारा हो तो बगावत के जरिए पूरी उथल-पुथल मचा दी जाए। ऐसे में कांग्रेस को बड़ा सियासी नुकसान उठाना पड़ सकता है। पंजाब की सियासत में कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच अनोखा खेल चल रहा है। कैप्टन के सीएम रहते पंजाब कांग्रेस के इंचार्ज हरीश रावत चंडीगढ़ आए थे। जिस दिन वह कलह सुलझाने कैप्टन से मिलने के लिए गए तो सिद्धू दिल्ली कांग्रेस हाईकमान से मिलने पहुंच गए। इसके बाद जब कैप्टन CM पद से इस्तीफे के बाद दिल्ली जा रहे थे तो अचानक उसी दिन सिद्धू ने भी पंजाब कांग्रेस प्रधान के पद से इस्तीफा दे दिया। अब मंगलवार को सिद्धू और पंजाब कांग्रेस के नए इंचार्ज हरीश चौधरी दिल्ली कांग्रेस हाईकमान से मिलने पहुंचे तो कैप्टन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस का न्योता सार्वजनिक कर दिया। ऐसे में पंजाब में कांग्रेस प्रधान और इंचार्ज की गैरमौजूदगी में कांग्रेसियों के बीच दिन भर हलचल मची रही।

कांग्रेस विधायक ने समर्थकों के साथ सरकारी दफ्तर में घुसकर कर्मचारी से की मारपीट

मनमुताबिक काम न होने पर विधायक की गुंडागर्दी…

कांग्रेस विधायक ने समर्थकों के साथ सरकारी दफ्तर में घुसकर कर्मचारी से  की मारपीट

रायपुर। छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी कांग्रेस के विधायक विनोद चंद्राकर ने सरकारी दफ्तर में घुसकर गुंडागर्दी की है। मामला राज्य के महासमुंद जिले का है। विधायक विनोद चंद्राकर पर आरोप है कि उन्होंने अपने समर्थकों के साथ आबकारी कार्यालय में घुसकर कर्मचारियों के साथ मारपीट की। मारपीट के दौरान एक कर्मचारी की आंख भी फूट गई। बड़ी बात यह है कि इस मामले में पुलिस ने अबतक केस दर्ज नहीं किया है। बताया जा रहा है कि आबकारी अधिकारी विधायक विनोद चंद्राकर के मनमुताबिक काम नहीं कर रहे थे, इसलिए उन्होंने अधिकारियों के साथ मारपीट की। 

मारपीट के दौरान जिस कर्मचारी की आंख फूटी है, वह लिपिक था। मारपीट के बाद इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें विधायक विनोद चन्द्राकर खुद मौजूद हैं। सरकारी लिपिक आबकारी विभाग में सरकारी लिपिक और घटना के दौरान घायल हुए लीलाराम शाहु ने कहा, ‘’महासमुंद में विधायक विनोद चंद्राकर ने अपने साथी दीपक ठाकुर और अन्य लोगों के साथ आकर मुझसे मारपीट की और मीरा मोबाइल भी छीन लिया। मैं एक्ससाइज ऑफिस में ऑपरेटर के पदपर काम करता हूं।’’ 

विधायक द्वारा की गई मारपीट में घायल आबकारी कर्मचारी से इसकी लिखित शिकायत थाने में भी की, लेकिन अबतक विधायक या उनके साथियों के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। बताया जा रहा है कि महासमुंद में आबकारी विभाग में विधायक सरकारी शराब दुकानों अपने मनमुताबिक काम करवाना चाहते हैं, लेकिन सरकारी अधिकारी इसके लिए तैयार नहीं हैं जिसके चलते बार बार विधायक आबकारी कार्यालय में घुसकर कर्मचारी और अधिकारियों को धमकी देते हैं और उनकी पिटाई करते हैं।

CM शिवराज ने लगातार 250 दिन पौधरोपण कर बनाया रिकॉर्ड

नर्मदा जयंती पर लिया था प्रतिदिन एक पौधा लगाने का संकल्प…

CM शिवराज ने लगातार 250 दिन पौधरोपण कर बनाया रिकॉर्ड

पर्यावरण-संरक्षण के लिए आज से ठीक 250 दिन पहले नर्मदा जयंती पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक संकल्प लिया था कि वे प्रतिदिन एक पौधा लगाएंगे। मुख्यमंत्री का यह संकल्प न केवल प्रदेशवासियों के लिए पर्यावरण-सरंक्षण का संदेश था, अपितु पर्यावरण के लिए जन-भागीदारी जुटाने का सफल प्रयास भी था, जो आज फलीभूत भी हो रहा है। मुख्यमंत्री आज भी अपने संकल्प की पूर्ति के लिए पूर्णता प्रतिबद्ध हैं। उनकी हर सुबह पौध-रोपण के साथ होती है। वे चाहे भोपाल में हो या दिल्ली में, या किसी संभाग, जिला, तहसील या गाँव में, जहाँ भी उनकी सुबह होती है वे पौधा रोपने से नहीं चूकते। यह सिलसिला लगातार 250 दिन से चला आ रहा है। मुख्यमंत्री ने गत 19 फरवरी को नर्मदा जयंती के अवसर पर अमरकंटक के शंभुधारा क्षेत्र में रूद्राक्ष और साल का पौधा लगाकर प्रतिदिन एक पौधा लगाने की शुरूआत की थी। 

उन्होंने यह भी कहा था कि पौध-रोपण पवित्र कार्य है, सभी नागरिकों को प्राथमिकता के साथ पर्यावरण-संरक्षण के लिए पौधे लगाकर उनकी सुरक्षा भी करना चाहिए। उन्होंने नागरिकों से अपील भी की थी कि पेड़ों की सुरक्षा कर प्रकृति का संरक्षण और संवर्धन में सभी अपना योगदान दें। पर्यावरण के प्रति मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुरू से ही संवेदनशील रहे है। मध्यप्रदेश की जीवनदायनी नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए नमामि देवी नर्मदे यात्रा कर मुख्यमंत्री ने न केवल नर्मदा जल को स्वच्छ बनाए रखने बल्कि नर्मदा मैया के दोनों तटों पर व्यापक रूप से वृक्षारोपण कर प्रकृति एवं पर्यावरण के लिए व्यापक जन-भागीदारी भी जुटाई। 

नर्मदा यात्रा से विकास के साथ जलवायु परिवर्तन में समाज को सरकार के साथ खड़ा करने में भी उन्हें सफलता मिली। नर्मदा किनारे लगाए गए पौधों को संरक्षण देने का दायित्व स्थानीय लोगों ने उठाया। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विकास के साथ अन्य महाअभियानों में समाज को साथ लेकर चलने की जो शुरूआत की थी, आज वह चरम पर पहुँच चुकी है। मुख्यमंत्री की पहल पर पर्यावरण के क्षेत्र में जन-भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए राज्यव्यापी "अंकुर अभियान" चलाया गया। अभियान में 4 लाख से अधिक लोगों ने ऑनलाइन पंजीयन कराकर पौधे रोपें और लगाए गए पौधे के साथ सेल्फी लेकर अंकुर अभियान के एप पर अपनी और पौधे की फोटो अपलोड की। साथ ही पौधों के संरक्षण का दायित्व भी संभाला है। 

यह अभियान सतत जारी है और लोगों की भागीदारी भी। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में भी हरियाली को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री ने जनहित में निर्णय लेकर अधिक से अधिक पौध-रोपण की योजना बनाई है। नगरीय निकाय द्वारा नये घरों के निर्माण की परमिशन देते समय आवास परिसर में वृक्षारोपण की कंडीशन भी डाली जा रही है। इसी प्रकार ग्रामीणों को भी पौध-रोपण के लिए लगातार प्रेरित किया जा रहा है। कुल मिलाकर प्रदेश में पर्यावरण के प्रति जन-जागृति को बढ़ाने में मुख्यमंत्री कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे है। उनका कहना है कि हमें आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ और पर्यावरण से परिपूर्ण वातावरण सौगात में देना होगा, जो हमारी पुरानी पीढ़ी ने हमें दिया था।

जो भी सरकार जनता से धोखा करेगी उसे धूल चटाना सिंधिया परिवार का दायित्व है : सिंधिया

सिंधिया परिवार का मुखिया झंडा और डंडा लेकर सड़क पर जरूर उतरेगा…

जो भी सरकार जनता से धोखा करेगी उसे धूल चटाना सिंधिया परिवार का दायित्व है : सिंधिया

भोपाल। उपचुनाव में प्रचार के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस और कमलनाथ पर जमकर निशाना साध रहे हैं। अब एक बार फिर उन्होंने जोबट में आयोजित हुई जनसभा में कमलनाथ पर निशाना साधा और कांग्रेस छोड़ने की वजह भी बताई। सिंधिया ने कहा कि जनता से धोखा करने वालों को सड़क का रास्ता दिखाना सिंधिया परिवार का इतिहास रहा है। अपने संबोधन के दौरान सिंधिया पूरे जोश में दिखाई दिए। 

जोबट में भाजपा प्रत्याशी सुलोचना रावत के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि जब मैंने वादाखिलाफी की बात कही तो कमलनाथ जी मुझसे कहने लगे कि सड़क पर आ जाओ। तो मैं भी झंडा और डंडा दोनों लेकर सड़क पर आ गया और कांग्रेसियों को भी उठाकर सड़क पर ले आया। 

सिंधिया ने जोश में आते हुए कहा कि जो भी सरकार जनता से धोखा करेगी उसे धूल चटाना सिंधिया परिवार का दायित्व बनता है। मेरी दादी राजमाता विजयाराजे सिंधिया ने डीपी मिश्रा की सरकार गिराई थी। जो भी सरकार जनकल्याण छोड़कर भ्रष्टाचार का रास्ता पकड़ेगी उसके खिलाफ सिंधिया परिवार का मुखिया झंडा और डंडा लेकर सड़क पर जरूर उतरेगा।

 अपने संबोधन में सिंधिया ने कहा कि केंद्र में मोदी की सरकार, प्रदेश में शिवराज सिंह की सरकार और जोबट विधानसभा में सुलोचना रावत को चुनकर ट्रिपल इंजन की सरकार बनाएं, जिससे जोबट में विकास हो सके। बता दें कि साल 2020 में कमलनाथ की 15 माह की सरकार को गिराने में सिंधिया की मुख्य भूमिका थी। दरअसल सिंधिया समर्थक 22 विधायकों ने तब कमलनाथ सरकार से इस्तीफा दे दिया था, जिसके चलते कांग्रेस सरकार अल्पमत में आई और भाजपा को सरकार बनाने का मौका मिला।

आज गुरुद्वारा दाताबंदी छोड़ से श्री अकाल तख्त साहिब के लिए निकलेगा नगर कीर्तन

3 नवंबर की शाम को पहुंचेगा अमृतसर…

आज गुरुद्वारा दाताबंदी छोड़ से श्री अकाल तख्त साहिब के लिए निकलेगा नगर कीर्तन

ग्वालियर। दाता बंदी छोड़ दिवस के 400 वे शताब्दी समागम के बाद ऐतिहासिक नगर कीर्तन 27 अक्टूबर को  गुरुद्वारा दाता बंदी छोड़ से श्री अकाल तख्त साहिब के लिए विशाल जत्था रवाना होगा। किला ग्वालियर से प्रातः यह नगर कीर्तन रवाना होकर फूलबाग गुरुद्वारा एवं पुरानी छावनी होते हुए अमृतसर के लिए रवाना होगा जो विभिन्न पड़ाव से होते हुए 3 नवंबर को अमृतसर साहिब पहुंचेगा। 

ग्वालियर गुरुद्वारा दाता बंदी छोड़ के मीडिया प्रभारी बाबा देवेंद्र सिंह ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि मीरी पीरी के मालिक छठवें पातशाह श्री गुरु हरगोविंद शाहिब जी ग्वालियर के किले में जहांगीर द्वारा बंदी बनाए गए 52 हिंदू राजाओं को रिहा करवा कर एक महीने बाद दीपावली के अवसर पर श्री अकाल तख्त साहिब श्री अमृतसर साहिब पहुंचे थे संगत ने अकाल पुरख का आभार जताया और देसी घी के दीपक जला कर खुशी जाहिर की थी उसी याद को ताजा करते हुए बंदी छोड़ दिवस की 400 वर्ष की शताब्दी के उपलक्ष में ग्वालियर से नगर कीर्तन सजाया जा रहा है जो 3 नवंबर की शाम को श्री अकाल तख्त साहिब अमृतसर पहुंचेगा। 

इस नगर कीर्तन के ग्वालियर से चलकर रास्ते में आगरा, फरीदाबाद, दिल्ली, करनाल,फतेहगढ़ साहिब, लुधियाना, और करतारपुर में पड़ाव होंगे। यह नगर कीर्तन 3 नवंबर की संध्या को श्री अकाल तख्त साहिब अमृतसर पहुंचेगा। स्मरण रहे कि 4 से 6 अक्टूबर तक तीन दिवसीय ग्वालियर किला स्थित गुरुद्वारा दाता बंदी छोड़ पर बंदी छोड़ दिवस की 400 वर्ष पर शताब्दी समागम धूमधाम से मनाया गया था जिसमें देशभर के विभिन्न राज्यों से सिख समाज सहित अन्य समाजों के लाखों लोग मत्था टेकने गुरुद्वारा दाता बंदी छोड़ किला ग्वालियर आए थे।