संभागायुक्त ने केन्द्रीय अधिकारियों के साथ सेवा कर के संबंध में की बैठक

केन्द्रीय कार्यालयों के अधिकारियों ने दी सेवा कर जमा करने की सहमति…

संभागायुक्त ने केन्द्रीय अधिकारियों के साथ सेवा कर के संबंध में की बैठक

ग्वालियर। नगर निगम द्वारा केन्द्रीय कार्यालयों से संपत्तिकर न लेकर सेवा कर की राशि ली जाती है। ग्वालियर शहर में केन्द्रीय कार्यालयों पर सेवा कर की बकाया राशि लेने के उद्देश्य से संभागीय आयुक्त एवं नगर निगम प्रशासक आशीष सक्सेना ने मंगलवार को बैठक की। बैठक में केन्द्रीय कार्यालयों के अधिकारियों द्वारा सेवाकर देने की सहमति भी दी गई। सेवा कर के संबंध में गणना एवं अन्य जो त्रुटियां हैं उसका निराकरण करने के लिये निगम के अपर आयुक्त केन्द्रीय कार्यालयों के अधिकारियों के साथ बैठकें कर निराकरण करायेंगे।

मोतीमहल के मानसभागार में सेवा कर के संबंध में आयोजित बैठक में नगर निगम आयुक्त किशोर कान्याल, अपर आयुक्त राजेश श्रीवास्तव सहित नार्कोटिक्स विभाग, जीवाजी विश्वविद्यालय, हाउसिंग बोर्ड के साथ न्य विभागीय अधिकारी भी उपस्थित थे। संभाग आयुक्त आशीष सक्सेना ने बैठक में गूगल मी के माध्यम से एजी एमपी के अधिकारियों से भी चर्चा की और सेवा कर जमा करने के संबंध में आग्रह किया। 

आंकड़ों की गणना एवं अन्य समस्याओं के निराकरण के लिए अपर आयुक्त राजेश श्रीवास्तव को व्यक्तिगत रूप से एजी ऑफिस जाकर चर्चा करने के निर्देश भी दिए। संभाग आयुक्त आशीष सक्सेना ने बैठक में बताया कि केन्द्रीय कार्यालयों को संपत्तिकर से छूट रहती है लेकिन सेवा कर जमा करने का प्रावधान है। सभी केन्द्रीय कार्यालय निगम को सेवा कर की राशि अवश्य जमा करें। उन्होंने यह भी कहा कि जिनके पास बजट में प्रावधान नहीं हैं वे बजट प्रावधान भी करें ताकि सेवा कर की राशि नियमित रूप से जमा हो सके। 

बैठक में बताया गया कि ग्वालियर शहर में रेलवे, नार्कोटिक्स, आकाशवाणी एजी ऑफिस, फिजिकल यूनिवर्सिटी, दूरदर्शन केन्द्र, आयकर कार्यालय, रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज, केन्द्रीय भण्डार निगम, भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन व जीवाजी विश्वविद्यालय से सेवा कर निगम को लेना है। नगर निगम आयुक्त किशोर कान्याल ने बैठक में कहा कि केन्द्रीय कार्यालयों से सेवा कर लेने के संबंध में बैठक में दिए गए निर्देशों के परिपालन में निगम की ओर से अपर आयुक्त राजेश श्रीवास्तव, केन्द्रीय कार्यालयों से चर्चा कर उनकी जो भी सेवा कर के संबंध में दिक्कतें होंगीं, उसके निराकरण की पहल करेंगे।

बेलेजा 2021 फैशन शो का ग्रैंड फिनाले आज

अटल बिहारी बाजपेयी ऑडिटोरियम जेयू में…

बेलेजा 2021 फैशन शो का ग्रैंड फिनाले आज

बेलेजा द फैशन डीजल द्वारा फैशन शो 2021 का आयोजन प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी दिनांक 27/10/2021  को अटल बिहारी बाजपेयी ऑडिटोरियम, जीवाजी यूनिवर्सिटी, ग्वालियर से किया जा रहा है। इस फैशन शो में मिस्टर एंड मिस बेलेजा, किड्स बेलेजा, मिसेस बेलेजा एवं डिज़ाइनर राउंड को प्रेज़ेंट किया जायेगा।  इसके साथ साथ इस फैशन शो में इंटीरियर के स्टूडेंट्स के द्वारा अलग अलग थीम पर इंटीरियर प्रोडक्ट को भी प्रेजेंट किया जायेगा।

बेलेजा के डायरेक्टर मनोज बंसल ने बताया की इस फैशन शो में कुल 84 प्रतिभागियों ने मॉडलिंग के लिए भाग लिए है, जिसे 44 किड्स, 30 मिस्टर एंड मिस एवं 10 मिसेस शामिल हैं, इसके साथ 9 राउंड की डिज़ाइनर ड्रेस तैयार की गईं है, जिसे 24 डिज़ाइनरों द्वारा तैयरा किया गया है। इन सभी डिज़ाइनर ड्रेसेस को एवं मॉडल्स को बेलेजा के ग्रैंड फिनाले में 80 फ़ीट लम्बी रैंप पर दर्शाया जायेगा। 

मनोज बंसल ने बताया कि बेलेजा फैशन शो में मुख्या अतिथि के रूप में कोलकाता से फैशन डिज़ाइनर नील शाह एवं मुंबई से कैथ जैक्सन उपस्थित रहेंगे। फैशन शो में विजेता प्रतिभागियों को गिफ्ट हैंपर के साथ साथ सायकिल ईवा वीडियो एल्बम में काम करने का अवसर प्रदान किया जायेगा, एवं विनर डिज़ाइनर को कैथ जैक्सन के अंडर इंटर्नशिप करने का अवसर दिया जायेगा।

निगम मुख्यालय में अपर आयुक्त ने सुनी आमजनों की समस्याएं

दिए निराकरण के निर्देष…

निगम मुख्यालय में अपर आयुक्त ने सुनी आमजनों की समस्याएं

ग्वालियर। आमजनों की विभिन्न मूलभूत सुविधाओं से संबंधित समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए जनसुनवाई के तहत आज नगर निगम ग्वालियर मुख्यालय में अपर आयुक्त राजेश श्रीवास्तव ने आमजनों की समस्याएं सुनी तथा उनके निराकरण के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। जनसुनवाई के दौरान उपायुक्त जे.एन. पारा, डा प्रदीप श्रीवास्तव, एपीएस भदौरिया सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। 

सिटीसेंटर स्थित निगम मुख्यालय में आयोजित जनसुनवाई के दौरान नागरिकों द्वारा पेयजल, सडक, सीवर एवं अतिक्रमण एवं भवन निर्माण अनुमति से संबंधित लगभग 35 आवेेदन प्राप्त हुए। जिनके निराकरण के लिए संबंधित विभागाधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए गए। जनसुनवाई के दौरान सभी विभागाधिकारी उपस्थित रहे। 

अवैध रूप से लकड़ी काट रहे माफिया के लोगों ने वनकर्मियों पर किया हमला

माफिया के लोगों को रोकना वनरक्षक टीम को पड़ा महंगा…

अवैध रूप से लकड़ी काट रहे माफिया के लोगों ने वनकर्मियों पर किया हमला

ग्वालियर के जंगल में अवैध रूप से लकड़ी काट रहे माफिया के लोगों को रोकना वनरक्षक और उनकी टीम को महंगा पड़ गया। जैसे वनरक्षक माफिया के पास पहुंचा और उनको पकड़ने का प्रयास किया तो उन्होंने उसे और उसकी टीम को घेर लिया। सभी एक साथ वन टीम पर हमला करने के लिए दौड़े। किसी तरह वनरक्षक और उसके साथियों ने भागकर अपनी जान बचाई है। साथ ही पुलिस को सूचना दी। घटना उटीला के जंगलों की है। पुलिस ने तत्काल फोर्स के साथ दबिश देकर बदमाशों की छानबीन की है। वन विभाग के अमले ने काटी गई लकड़ी को जब्त कर लिया है। साथ ही वनरक्षक की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।ग्वालियर देहात में उटीला के जंगल में टिहोली के लकड़ी माफियाओं से वन विभाग का अमला परेशान है। यहां आए दिन लकड़ी काटकर चोरी करने की सूचनाएं आती हैं। 

जब टीम कार्रवाई करने जाती है तो हमला कर देते हैं। अशोक कॉलोनी निवासी छत्रपाल आर्य वनरक्षक हैं। अभी वह उटीला में पदस्थ हैं। वनरक्षक छत्रपाल को सूचना मिली थी कि जंगल में कुछ लोग अवैध रूप से पेड़ों की कटाई कर लकड़ी ले जाने का काम कर रहे हैं। वह अपने एक साथी के साथ जंगल में अवैध कटाई कर रहे लोगों को खदेड़ने पहुंचे थे। जैसे ही उन्होंने लकड़ी काटने से वन माफिया को रोका तो वह उनके साथ साथ गाली गलौज करने लगे और धीरे-धीरे विवाद कर वनरक्षक पर हमला बोल दिया। अचानक हमले को होता देख वनरक्षक अपनी जान बचाकर भागा और सीधे पुलिस थाने जा पहुंचा जहां उसने अपने ऊपर हुए हमले की शिकायत पुलिस अधिकारियों से की। वनरक्षक के उटीला थाना आकर शिकायत करने के बाद पुलिस ने तत्काल उसको साथ लेते हुए जंगल में फोर्स के साथ सर्चिंग की। 

सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम भी वहां आ पहुंची। जहां पुलिस को आता देख अवैध रूप से पेड़ों की कटाई कर रहे आरोपी वहां से भाग निकले। तभी वनरक्षक ने काटी गई कई क्विंटल लकड़ी को भी जप्त कर लिया। वनरक्षक छत्रपाल की शिकायत पर पुलिस ने रामू यादव, नागेश और पप्पू खां के रूप में माफिया की पहचान करते हुए उनके खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा और अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। इस मामले में SP ग्वालियर अमित सांघी ने बताया कि जंगल में अवैध रूप से लकड़ी काट रहे आरोपियों को रोकने गए वन रक्षक पर उन्होंने हमला कर दिया। वह वहां से जान बचाकर भागे और उटीला थाने पहुंचे हैं। पुलिस ने तत्काल सर्चिंग की और वररक्षक की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। तीन आरोपियों को नामजद किया गया है जिनकी तलाश की जा रही है।

अमित शाह ने आतंकवाद को दी खुली चुनौती, बुलेटप्रूफ शीशा हटवाकर दिया भाषण

 कश्मीर की धरती से…

अमित शाह ने आतंकवाद को दी खुली चुनौती, बुलेटप्रूफ शीशा हटवाकर दिया भाषण

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू कश्मीर के अपने तीन दिवसीय दौरे को विस्तार देते हुए सोमवार की रात पुलवामा के लेथपुरा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के शिविर में गुजारी. यह वही स्थान है जहां फरवरी 2019 में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों द्वारा किए गए एक कार बम हमले ने 40 से ज्यादा जवानों की जान ले ली थी. यही नहीं अमित शाह ने श्रीनगर में एक रैली में भाषण से पहले बुलेटप्रूफ शीशे को हटवा दिया और बिना सुरक्षा के ही भाषण दिया. उन्होंने रैली में मौजूद लोगों से कहा कि दिल से डर निकाल दीजिए. आतंकवाद मानवता के खिलाफ है और हम इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते. 

सोमवार को सीआरपीएफ कैंप में जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि आतंकवाद को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति है. हम देश की सुरक्षा के साथ कोई समझौता करने वाले नहीं. गृहमंत्री ने आतंकवादियों को करारा जवाब देने और जवानों के मनोबल को बढ़ाने के लिए उसी पुलवामा सीआरपीएफ कैंप में रात बिताई. जहां के 40 सीआरपीएफ जवान 2019 में आतंकी हमले में शहीद हो गए थे. यही नहीं उन्होंने श्रीनगर से पुलवामा के लेतपुरा सीआरपीएफ कैंप का करीब 20 किलोमीटर का सफर सड़क मार्ग से तय किया. जो दहशतगर्दों को सीधा संदेश था. अमित शाह ने जवानों के साथ न सिर्फ बात कि बल्कि उनके साथ बैठकर भोजन भी किया. 

इस दौरान उन्होंने जवानों का मनोबल बढ़ाया और उनके हौसले के लिए उन्हें बधाई दी. जवानों ने भी गृहमंत्री शाह के दौरे को एक यादगार छण के रूप में लिया. जवानों ने कहा कि इस तरह से उनका हमारे बीच में आना और साथ मे भोजन करना हमारे लिए गौरव की बात है. गृह मंत्री अमित शाह ने फैसला किया कि रात जवानों के साथ ही बिताएंगे इसलिए सुरक्षा की पर परवाह किए बिना पुलवामा सीआरपीएफ कैंप में ही जवानों के साथ रात बिताया. दरअसल गृहमंत्री शाह आतंक के ठेकेदारों को सीधा मैसेज देना चाहते थे. यही कारण था कि पहले 20 किलोमीटर का सफर तय करके सड़क मार्ग से कैंप पहुंचे, वहां रात बिताया और शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी.

आंदोलन के 11 महीने पूरे होने पर किसानों का देशव्यापी प्रदर्शन आज

 राष्ट्रपति के नाम भेजेंगे ज्ञापन…

आंदोलन के 11 महीने पूरे होने पर किसानों का देशव्यापी प्रदर्शन आज

कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर पिछले 11 महीने से धरने पर बैठे किसान आज देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करेंगे. किसानों के संगठन संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से इस मौके पर सुबह 11 बजे से दोपहर के दो बजे तक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. प्रदर्शन के दौरान किसानों की ओर से लखीमपुर खीरी कांड के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा के पिता अजय मिश्रा को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री पद से हटाने, अजय मिश्रा की गिरफ्तारी और सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में घटना की जांच की मांग को लेकर देशभर में जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेंगे. किसान मोर्चा की ओर से इन मांगों को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम एक ज्ञापन भेजा जाएगा. 

राष्ट्रपति कोविंद को भेजे जाने वाले ज्ञापन में लिखा गया है, ''3 अक्टूबर 2021 को हुए लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड (जिसके बाद 3 सप्ताह से अधिक समय बीत चुका है) में जिस तरीके से जांच की जा रही है उससे पूरा देश निराशा और आक्रोश में है. सुप्रीम कोर्ट इस घटना को लेकर पहले ही कई प्रतिकूल टिप्पणी कर चुका है.'' इसके अलावा ज्ञापन में लिखा गया है, ''महत्वपूर्ण रूप से, देश नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार की नैतिकता की कमी से स्तब्ध है, जहां अजय मिश्रा टेनी मंत्रिपरिषद में राज्य मंत्री बने हुए हैं. 

दिनदहाड़े किसानों की हत्या की घटना में इस्तेमाल किया जाने वाली गाड़ी मंत्री का है. मंत्री के 3 अक्टूबर 2021 से पहले के कम से कम तीन वीडियो में रिकॉर्ड में हैं, जो सांप्रदायिक वैमनस्य और द्वेष को बढ़ावा देते हैं.'' ज्ञापन में कहा गया है, ''उन्होंने (मंत्री) प्रदर्शनकारी किसानों के खिलाफ भड़काऊ और अपमानजनक भाषण भी दिया था. वास्तव में, उन्होंने वीडियो में अपने संदिग्ध (आपराधिक) पूर्ववृत्त का उल्लेख करने में भी संकोच नहीं किया. एसआईटी की ओर से मुख्य आरोपी को समन जारी करने के बाद मंत्री ने शुरू में आरोपियों (उनके बेटे और उसके साथियों) को पनाह भी दी.''

सीईटीपी प्लांट में जहरीली गैस की चपेट में आने से तीन की मौत

 

उत्तराखंड के उधमसिंह नगर में बड़ा हादसा…

सीईटीपी प्लांट में जहरीली गैस की चपेट में आने से तीन की मौत


उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर जिले में पंतनगर स्थित सिडकुल में बड़ा हादसा हुआ है. फैक्ट्रियों के प्रदूषित पानी को साफ करने वाली कंपनी के ‘कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट’ (सीईटीपी) के टैंक में जहरीली गैस की चपेट में आने से तीन कर्मचारियों की मौत हो गई है. इसके अलावा एक अन्य कर्मचारी बीमार हो गया है. जानकारी के अनुसार, पहले एक कर्मचारी हरिपाल को सफाई के लिए टैंक में भेजा गया, लेकिन उसके चिल्लाने की आवाज सुनकर संयंत्र के प्रमुख रमन कुमार वहां पहुंचे. 

हरिपाल को बेहोश देखकर वह उसे बचाने के लिए टैंक में उतरे, लेकिन खुद भी बेहोश होकर गिर पड़े. उनके बाद उन्हें बचाने के लिए गया तीसरा कर्मचारी अवधेश भी बेहोश होकर टैंक में गिर गया. टैंक में डूबने से उनकी मौत हो गई. बताया जा रहा है कि इन तीनों के बाद चौथे कर्मचारी बिजेंद्र को उसकी कमर में रस्सी बांधकर टैंक में भेजा गया, लेकिन वह भी बेहोश हो गया. 

जिसके बाद अन्य कर्मचारियों ने उसे उपर खींच लिया जिससे उसकी जान बच गई. बिजेंद्र को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसका उपचार किया जा रहा है.पंतनगर के पुलिस उपाधीक्षक आशीष भारद्वाज ने बताया कि पुलिस, राज्य आपदा प्रतिवादन बल और अग्निशमन दल के डेढ से दो घंटे तक चले संयुक्त अभियान के बाद तीनों शवों को बाहर निकाल लिया गया है. उन्होंने बताया कि टैंक से हो रहे जहरीली गैसों के रिसाव के असर को समाप्त करने के लिए दमकल की गाड़ियों ने पहले काफी देर तक पानी का छिड़काव किया.