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ग्वालियर में बुधवार को मिले 1213 नए संक्रमित

हर तीसरा टेस्ट देने वाला निकल रहा कोरोना संक्रमित…

ग्वालियर में बुधवार को मिले 1213 नए संक्रमित

बुधवार को ग्वालियर में कुल संक्रमित का आंकड़ा 31 हजार पार हो गया है। अब शहर बेहद ही खतरनाक हालात में पहुंच चुका है। सैंपल देने पहुंच रहे लोगों में हर तीसरा व्यक्ति संक्रमित निकल रहा है। बुधवार को भी 1213 नए संक्रमित ग्वालियर में मिले हैं। साथ ही 31 संक्रमित की मौत हुई है। इनमें से 23 ग्वालियर के हैं। लगातार मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। यही कारण है कि कलेक्टर ग्वालियर ने कोरोना कर्फ्यू को 30 अप्रैल रात 12 बजे तक के लिए बढ़ा दिया है। प्रतिबंध में छूट वही है जो अभी मिल रही हैं। सिर्फ गली मोहल्ले की किराना दुकान जरूर सुबह 7 से दोपहर 12 बजे तक खोलने की नई छूट दी गई है। 

साथ ही शादियों के लिए वही 50 सदस्य और पहले SDM को सूचना देने की शर्त लागू है। कोरोना वायरस की दूसरी लहर पहली लहर से ज्यादा खतरनाक होती जा रही है। अप्रैल 2021 तो आम लोगों पर कहर बनकर टूट रहा है। अप्रैल महीने ने पिछले सभी महीनों के रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। लगातार कोविड पॉजिटिव की संख्या बढ़ती जा रही है। प्रदेश के महानगरों इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में स्थिति बहुत खराब होती जा रही है। ग्वालियर में कोविड संक्रमित के आंकड़े हर दिन के साथ नए रिकॉर्ड बना रहे है। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरे प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू लागू है। 

जिला प्रशासन और पुलिस सड़कों पर समझाइश के साथ-साथ सख्ती भी बरत रही है। इसके बाद भी कारोना संक्रमित कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। बुधवार को 3700 सैंपल में से 1213 नए संक्रमित मिले हैं। जिसके बाद कुल संक्रमित का आंकड़ा 31088 हो गया है। पहली बार आंकड़ा 31 हजार पार हो गया है। बुधवार को 3700 लोगों के सैंपल की रिपोर्ट आई है, इनमें से 1213 नए संक्रमित निकले हैं। इसके बाद कुल संक्रमित का आंकड़ा 31088 हो गया है। बुधवार के लिए 3816 सैंपल भेजे गए हैं। बुधवार तक कुल एक्टिव केस बढ़कर 8155 हो गए हैं। 

साथ ही एक सैकड़ा से ज्यादा स्थानों पर माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए हैं। अभी तक कुल सैंपलिंग 4 लाख के पार हो गई है। संक्रमण की दर लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को 31 लोगों की मौत हुई है। जिनमें 23 जिले के हैं। जिसके बाद कुल मौत का आंकड़ा 437 पर पहुंच गया है। राहत की बात यह रही है कि बुधवार को 714 संक्रमित ठीक होकर डिस्चार्ज किए गए हैं। बुधवार को 31 लोगों की मौत हुई है। जिनका अंतिम संस्कार लक्ष्मीगंज मुक्तिधाम में कोविड गाइडलाइन के आधार पर किया गया है। इतनी संख्या में मौत के बाद शव जलाने के लिए 3-3 घंटे की वेटिंग मिल रही थी। 

बुधवार को जिनकी मौत हुई है उनके नाम 42 वर्षीय सोनाली पत्नी राजेश निवासी चंदन नगर, 80 वर्षीय एलडी शर्मा पुत्र तुलसीराम निवासी ग्वालियर, 60 वर्षीय राजेन्द्र जितेन्द्र शर्मा निवासी थाटीपुर, 62 वर्षीय आरके श्रीवास्तव, 45 वर्षीय अमर सिंह पुत्र भैयालाल निवासी मुरार, 75 वर्षीय भगवती बाई पत्नी लक्षमण प्रसाद निवासी ग्वालियर, 67 वर्षीय श्रीकृष्णा पोरवाल पत्नी रामलखन, 68 वर्षीय रमेश पुत्र राजेश सिंह चौहान, 64 वर्षीय रामदत्त पुत्र रामभरोसे शर्मा निवासी ग्वालियर, 35 वर्षीय प्रहलाद, 55 वर्षीय मरीमा, 62 वर्षीय रामनाथ पुत्र बद्रीप्रसाद, 48 वर्षीय बृजेश पुत्र राजकुमार जैन निवासी ग्वालियर, 66 वर्षीय वंशराज पुत्र बहादुर, 48 दुर्गाप्रसाद पुत्र खाडक प्रसाद निवासी ग्वालियर की मौत हुई है। 

यह सभी हाल ही में संक्रमित आए थे। बुधवार को कलेक्टर ने कोरोना कर्फ्यू को बढ़ाकर 30 अप्रैल रात 12 बजे तक बढ़ा दिया है। प्रतिबंध में वही सारी छूट रहेंगी जो अभी तक जारी थीं। सुबह 6 से 9 बजे तक दूध, सब्जी मिलेगी। सब्जी वही 10 प्वाइंट पर मिलेगी। प्रतिबंध में छूट में एक नई छूट यह दी गई है कि अब गली मोहल्लों में सुबह 7 से दोपहर 12 बजे तक किराना दुकानें खोली जा सकेंगी। 22 अप्रैल से सहालग है। ऐसे में शादी में जारी प्रतिबंध में कोई छूट नहीं दी गई है। 50 सदस्य ही शादी समारोह में शामिल हो सकेंगे। साथ ही पहले SDM से परमीशन लेनी होगी।

Corona काल में मुस्तैद सफाईकर्मियों को ऊर्जा मंत्री ने किया साष्टांग प्रणाम

इस समय वह किसी देवदूत से कम नहीं…

कोरोना काल में मुस्तैद सफाईकर्मियों को ऊर्जा मंत्री ने किया साष्टांग प्रणाम 

ग्वालियर। कोरोना संकट के दौरान वीरता के साथ सफाई जैसे सबसे महत्वपूर्ण कार्य को अंजाम देने वाले सफाई कर्मी इस समय किसी देवदूत से कम नहीं है। ऐसे सभी सफाई कर्मियों का हौंसला तारीफ के काबिल है और सभी सफाई कर्मियों को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। उक्त आशय के विचार प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने आज जयारोग्य परिसर स्थित सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के विभिन्न वार्डों में सफाई का कार्य करने वाले सफाई कर्मियों का सम्मान करते हुए व्यक्त किए। 

सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में महिला सफाई कर्मी के पैर छूकर सम्मान करते हुए ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने सभी सफाई कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि वह अपना कार्य पूरी इमानदारी वह तन्मयता से करें उन्हें समय पर वेतन का भुगतान किया जाएगा तथा वेतन के साथ ही उन्हें प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की जाएगी। 

इसके साथ ही ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने उन्हें यह भी आश्वासन दिया कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा उनके भोजन पानी की उचित व्यवस्था की जाएगी तथा भविष्य में उन्हें निकाला नहीं जाएगा। इस अवसर पर जयारोग्य चिकित्सालय के अधीक्षक डॉक्टर धाकड़ एवं सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ गिरजा शंकर गुप्ता सहित अन्य चिकित्सक गण उपस्थित रहे।

दिखावा करने के बजाय Covid Care Centre की संख्या बढ़ाए प्रशासन : पाठक

समाज के सक्षम लोगों से भी की मदद की अपील…

दिखावा करने के बजाय कोविड केयर सेंटरों की संख्या बढ़ाए प्रशासन : पाठक 

ग्वालियर दक्षिण से कांग्रेस पार्टी के विधायक प्रवीण पाठक ने कोविड-19 महामारी से जीतने के लिए प्रशासन को सलाह देते हुए कहा है कि कोविड-19  केयर सेंटर्स की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए जिससे कि गरीब एवं मध्यम वर्ग के लोग जिनके छोटे घर होते हैं उनको होम आइसोलेशन में परेशानी होती है और इससे परिवार के अन्य सदस्यों को संक्रमण का खतरा बना रहता है ।

विधायक श्री पाठक ने कहा कि आम आदमी जिसे कोविड है उनमें से अधिकांश का स्वयं के घर पर आइसोलेशन संभव नहीं है, प्रशासन को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। एक व्यक्ति जो दो कमरों के घर में हो और सामूहिक शौचालय का उपयोग करेगा तो फिर संक्रमण तो  होने की जगह बढ़ने की आशंका है। 

प्रशासन गम्भीरता से इस बात पर ध्यान दे और स्कूलों,धर्मशाला और सम्पन्न व्यक्तियों की मदद से उपलब्ध स्थानों को कोविड आइसोलेशन सेंटर बनाए। विधायक श्री पाठक ने आगे कहा कि इस समय हमें रोडमैप बनाने की जरुरत है ताकि इस कोरोना चैन को ध्वस्त किया जा सके।

बिना कारण बाहर निकलने वालों से Police ने कराई ऊठक-बैठक

सीएम पहले ही 30 अप्रैल तक कफ्र्यू की घोषणा कर चुके हैं…

बिना कारण बाहर निकलने वालों से पुलिस ने कराई ऊठक-बैठक

ग्वालियर। लगातार कोरोना के बढ़ते मामले और तेजी से हो रही संक्रमितों की मौत ने फिर से दहशत फैला दी है। अभी तक जो लोग कोरोना को मामूली सर्दी जुकाम कहकर सड़कों पर बिना कारण घूमते फिर रहे थे अब वह काम होने पर ही निकल रहे हैं। पहले की अपेक्षा सड़कों पर लोगों की चहल-पहल कम हुई है। इसके पीछे भी दो कारण है एक तो पुलिस सड़कों पर बेहद सख्त हो गई है दूसरा कोरोना से लगातार हो रहीं मौतों के बाद लोग डरे हुए हैं। बुधवार को जनता कफ्र्यू का सातवां दिन है। पर सीएम पहले ही 30 अप्रैल तक कफ्र्यू की घोषणा कर चुके हैं। संभव है बुधवार शाम तक ग्वालियर कलेक्टर कड़े प्रतिबंध के साथ गाइडलाइन के आदेश जारी कर दें। नए आदेश में सख्ती बढ़ाई जाएगी। अभी तक जो रियायत मिली थीं उनमें भी कटौती की जा सकती है। जैसे दूध, सब्जी के लिए बाजार खुलने और बंद होने के समय को कम किया जा सकता है।

ग्वालियर आईजी अविनाश शर्मा ने कुछ दिन पहले वायरलेस सेट पर जिले के पुलिस अफसरों और थाना प्रभारियों की काफी खिचाईं की थी। पुलिस को सड़कों पर न निकलने और लोगों को बिना कारण घूमने पर फटकार लगाते हुए सख्ती बरतने के निर्देश दिए थे। इसके बाद पुलिस ने शहर में युद्ध स्तर पर चैकिंग शुरू कर दी है। मुरार, लश्कर व ग्वालियर सर्कल में 100 से ज्यादा चैकिंग प्वाइंट बनाए गए हैं। हर दिन 1200 से 1500 चालान पुलिस बना रही है। इसके अलावा बिना कारण सड़कों पर घूमने वालों से वहीं ड्यूटी कराना, कान पकड़वाना, ऊठक बैठक भी लगवा रही है। पुलिस की सख्ती इतनी है कि बाजारों को बैरीकेड्स लगाकर आवागमन बंद कर दिया है। सभी प्रमुख बाजारों का यही हाल है। जो दुकान खोलता हुआ नजर आता है उस पर जुर्माना या फिर दुकाने सील करने की कार्रवाई की जा रही है। बुधवार को जिला प्रशासन ने सुबह-सुबह दो किराना दुकाने सील की है, जबकि पुलिस ने 2 दुकानदारों पर एफआईआर दर्ज की हैं। इसके साथ ही इंदरगंज चौराहा पर स्कूटर सवार दो लड़कों को पकड़ा। 

पूछताछ की तो पहले अस्पताल जाने की कहने लगे। पड़ताल में पता लगा कि गुटखा लेने जा रहे थे। पुलिस ने दोनों से चौराहा पर ही ऊठक बैठक लगवाई है। पुलिस अफसरों के मुताबिक बाजारों और सड़कों पर कफ्र्यू के दौरान बीते कुछ दिनों की तुलना में चहल पहल कम हुई है। लोग बिना कारण उतना नहीं घूम रहे हैं। इसके कई कारण हैं पुलिस की सख्ती तो एक कारण है ही इसके साथ-साथ कोरोना के लगातार बढ़ते केस और हर दिन 20 से 25 मौत की दहशत है। इन सबके अलावा गर्मी अधिक होने से सुबह से लेकर शाम तक गर्मी के कारण सड़कों व बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ रहता है। बीते सात दिन की बात करें तो जनता कफ्र्यू का असर वैक्सीनेशन पर भी पड़ा है। कुछ लोग डर के चलते निकले ही नहीं है। यही कारण है कि बीते सात दिनों में तुलनात्मक रूप से कम लोग टीकाकरण केन्द्र तक पहुंचे हैं।

शहर का निर्णय "ZOOM" बैठक में नहीं हो सकता : कांग्रेस विधायक

विधायक ने क्राइसिस मैनेजमेंट की ऑनलाइन बैठक पर उठाए सवाल…

शहर का निर्णय "जूम" बैठक में नहीं हो सकता : कांग्रेस विधायक

ग्वालियर। 16 ग्वालियर पूर्व विधायक डॉ सतीश सिंह सिकरवार ने और जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा, विधायक लाखन सिंह यादव, दक्षिण विधायक प्रवीण पाठक, डबरा विधायक सुरेश राजे ने कलेक्टर द्वारा क्राइसिस मैनेजमेंट की ऑनलाइन बैठक का बहिष्कार किया। 

जिला क्राइसिस मैनेजमेंट की आज "जूम एप" पर ऑनलाइन आयोजित बैठक का ग्वालियर दक्षिण से कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक जी ने बहिष्कार करते हुए ग्वालियर कलेक्टर से कहा है कि जब भाजपा के नेता और मंत्रियों से सर्किट हाउस में जाकर कलेक्टर साहब आप मिल सकते हो तो फिर क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक ऑनलाइन क्यों ? 

जब कलेक्ट्रेट में लम्बी-लम्बी क़तारें इंजेक्शन के लिए लग सकतीं हैं, जब राशन के लिए लम्बी-लम्बी क़तारें लग सकती हैं तब ग्वालियर के 14 लाख लोगों की ज़िंदगी का फ़ैसला ऑनलाइन बैठक में कैसे हो सकता है ? सब कुछ जनता के सामने होना चाहिए अन्यथा मैं ऐसी पहले से निर्धारित निर्णयों को थोपने वाली ,जनता से छुपाकर की जाने वाली बैठक का बहिष्कार करता हूँ। 

विधायक श्री पाठक ने आगे कहा कि आप में सच सुनने का साहस होना चाहिए। जनता की बात सुनेंगे नहीं तो समझेंगे कैसे। सामूहिक बैठक बुलाइए जिसमें पत्रकार और शहर के व्यापारियों के सभी प्रतिनिधि मंडल शामिल हों।

जिला अस्पताल प्रबंधन इंजेक्शन लगाने में कर रहा DISCRIMINATION !

रेमडेसिविर को लेकर देर रात जिला चिकित्सालय में हंगामा…

जिला अस्पताल प्रबंधन इंजेक्शन लगाने में कर रहा भेदभाव !

शाजापुर। अंधेर नगरी चौपट राजा, टका सैर भाजी, टका सैर खाजा… जिले में इन दिनों स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था इन्ही पंक्तियों को चरितार्थ करते हुए चल रही है। जिला अस्पताल प्रबंधन पर लगातार रेमडेसिविर इंजेक्शन मरीजों को लगाने में भेदभाव किए जाने के आरोप लग रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी जिला प्रशासन मौन है, जिससे वरिष्ठ अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। अस्पताल प्रबंधन की मनमानी और प्रशासन की चुप्पी के कारण कोरोना संक्रमित मरीजों को इंजेक्शन नही लग रहे हैं जिसकी वजह से हर दिन जिला अस्पताल में हंगामा खड़ा हो रहा है। मंगलवार देर रात करीब 1.30 बजे भी इंजेक्शन को लेकर अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ और इस हंगामें के बीच रेमडेसिविर इंजेक्शन गायब हो गए। देररात कुछ मरीजों को इंजेक्शन लगाए जाने का प्रयास करना और फिर हंगामा होने पर इंजेक्शनों का गायब हो जाना अस्पताल प्रबंधन की कार्यशैली पर संदेह पैदा कर रहा है। 

वहीं आश्चर्य की बात है कि इंजेक्शन के गायब हो जाने पर अस्पताल के जिम्मेदार कुछ भी कहने को तैयार नही हैं। उल्लेखनीय है कि जिले में कोरोना संक्रमण की वजह से लोगों की जान पर बनी हुई है, ऐसे में अस्पताल प्रबंधन की मनमानी और जिला प्रशासन की सुस्त कार्यशैली के चलते दिनों दिन जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं बिगड़ती ही जा रही हैं। यही वजह है कि पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचने के बाद भी न तो मरीजों को समय पर ऑक्सीजन सिलेंडर दिया जा रहा है और न ही रेमडेसिविर इंजेक्शन मरीजों को लगाए जा रहे हैं, जिसकी वजह से अस्पताल में विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है। गौरतलब है कि हर दिन जिला चिकित्सालय में रेमडेसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन सिलेंडरों को लेकर विवाद सामने आ रहे हैं। 

मंगलवार को भी देररात करीबन 1.30 बजे रेमडेसिविर इंजेक्शन लेकर ड्यूटी डॉक्टर संजय चांदना स्टाफ के साथ संदेहास्पद ढंग से मरीजों को लगाने आए तो वहां मौजूद परिजनों ने हंगामा कर दिया। परिजनों का आरोप था जो गंभीर मरीज हैं जिनके नाम इंजेक्शन की सूची में हैं उनके नाम भेदभाव के चलते गायब कर दिए गए हैं और देररात डॉक्टर संदेहास्पद ढंग से इंजेक्शन क्यों लगा रहे हैं? इस मामले में ड्यूटी डॉक्टर से जब पूछा गया कि जो इंजेक्शन बांट रहे थे वह कहां हैं तो उसका कहना था कि पता नहीं इंजेक्शन कहा हैं। अब इस पूरे मामले में सवाल यह उठता है कि देर रात 1 बजे के बाद ही मरीजों को इंजेक्शन क्यों बांटे जा रहे थे। वहीं हंगामें के बाद रेमडेसिविर इंजेक्शन कहां गायब हो गए। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नही हैं।

मैं नियमानुसार स्टॉफ के साथ मरीजों को इंजेक्शन बांट रहा था, तभी कुछ लोगों ने हंगामा कर दिया। हंगामें के दौरान इंजेक्शन कहां चले गए मुझे पता नही। - संजय चांदना, ड्यूटी डॉक्टर जिला अस्पताल शाजापुर