आज रात तमिलनाडु के तट से टकरा सकता है "निवार"

145KM प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकती है आंधी…

आज रात तमिलनाडु के तट से टकरा सकता है "निवार"

नई दिल्ली। बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान निवार (NIVAR) के आज रात तमिलनाडु और पॉण्डिचेरी के तट से टकराने की आशंका जताई जा रही है, भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक आज रात तमिलनाडू और पॉण्डिचरी के बीच कराईकल तथा मामल्लापुरम के बीच के तटीय क्षेत्र में देर रात चक्रवाती तूफान के टकराने की आशंका है। मौसम विभाग के मुताबिक जब चक्रवाती तूफान तट से टकराएगा तो हवा की रफ्तार 120-130 किलोमीटर प्रतिघंटा हो सकती है और 145 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है। 

मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान निवार की वजह से उत्तर एवं आंतरिक तमिलनाडू, पॉण्डिचेरी, कराईकल, दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में 25 तथा 26 नवंबर को भारी बरसात हो सकती है। इसके अलावा दक्षिण पूर्वी तेलंगाना में भी 26 नवंबर को इस चक्रवाती तूफान की वजह से भारी बरसात होने की संभावना है। मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान की वजह से तटीय, उत्तरी और आंतरिक तमिलनाडू, पॉण्डिचेरी तथा कराइकल के लिए 25 नवंबर को रेड अलर्ट जारी किया है, रायलसीमा के लिए 26 नवंबर को रेड अलर्ट जारी हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक जब तूफान समुद्र तट से टकराएगा तो एक से डेड़ मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं। 

मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान NIVAR की वजह से झोंपड़ियों और कच्चे मकानों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचने की आशंका है, पक्के घरों को भी नुकसान हो सकता है, पेड़ और बिजली के खंबे जमीन से उखड़ सकते हैं, रेलवे की पटरियों और पावर लाइन को नुकसान पहुंचने की आशंका है, इसके अलावा क्षेत्र में खड़ी फसलों, नारियल के पेड़ों तथा आम के पेड़ों को भी नुकसान पहुंचने की आशंका है। मौसम विभाग ने मछुआरों को समंदर में नहीं जाने की सलाह दी है और मछली पकड़ने के काम पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है, मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि मोटर बोट तथा छोटे जहाजों का भी समंदर में जाना सुरक्षित नहीं है।

ज्यादा खतरनाक होकर लौटा कोरोना !

कहीं लॉकडाउन, कहीं कर्फ्यू, कई देशों में अस्पताल फुल…

ज्यादा खतरनाक होकर लौटा कोरोना !

कोविड ट्रैकिंग प्रोजेक्ट के अनुसार शनिवार को अमेरिका में 83,227 लोग अस्पताल में भर्ती हुए. लगातार 12वें दिन अमेरिका ने अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या का एक नया रिकॉर्ड बनाया है. कोरोना की दूसरी लहर ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है. इनमें सबसे बुरा हाल अमेरिका का है. सिर्फ नवंबर में ही अमेरिका में कोरोना के एक महीने में सबसे ज्यादा केस सामने आ चुके हैं जबकि नवंबर  अभी खत्म भी नहीं हुआ है. यूरोपियन देश भी हालातों से निपटने के लिए लॉकडाउन जैसे फैसले लेने को मजबूर हो रहे हैं. भारत में भी केंद्र और राज्य सरकारें आपात बैठकें कर रही हैं. जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार अमेरिका में 1 से 22 नवंबर के बीच 3 मिलियन से ज्यादा केस दर्ज किए जा चुके हैं. ये आंकड़ा अमेरिका में अब तक के कुल कोरोना मामलों का चौथाई है. यूनिवर्सिटी के डेटा के अनुसार पिछले हफ्ते रोज सामने आने वाले मामलों की संख्या में बीते हफ्तों की तुलना में 25 फीसदी का इजाफा हुआ. 

वहीं जांच सिर्फ 14.55 फीसदी बढ़ी है. 44 राज्यों में पॉजिटिविटी रेट रिकमेंडेड 5 फीसदी से ज्यादा है. कोरोना के लगातार बढ़ते मरीजों का असर अमेरिका के अस्पतालों पर पड़ रहा है. कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफे से हेल्थ केयर सिस्टम दबाव में है और इससे आम मरीज खतरा महसूस कर रहे हैं. कोविड ट्रैकिंग प्रोजेक्ट के अनुसार शनिवार को अमेरिका में 83,227 लोग अस्पताल में भर्ती कराए गए. लगातार 12वें दिन अमेरिका ने अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या का एक नया रिकॉर्ड बनाया. अमेरिका के 24 अस्पतालों ने स्टाफ की कमी को लेकर अमेरिकन हॉस्पिटल एसोसिएशन को चेताया है. हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि आने वाले दिनों में छुट्टियों और ठंड के चलते संक्रमण, मरीज और मौत के हालात और खराब हो सकते हैं. हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी अनुसार अमेरिका में अब तक 12.2 मिलियन से ज्यादा लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं और 256,000 से ज्यादा लोगों की इससे जान जा चुकी है. 

वहीं कुछ दिन पहले अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि अमेरिका में लॉकडाउन जैसी स्थिति उन्हें नहीं लग रही. वो सभी के मास्क अनिवार्य करने के लिए गवर्नरों के साथ चर्चा कर रहे हैं. दूसरी ओर कोरोना यूरोपियन देशों को भी अपनी चपेट में ले चुका है. अस्पतालों में मरीजों का दबाव बढ़ता जा रहा है. संक्रमण से होने वाली मौतों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. कई देश अपने यहां लॉकडाउन लगा चुके हैं तो कई ने कड़े प्रतिबंध राज्यों में लागू कर दिए हैं. कोरोना से सबसे बुरे हालात चेक, बेल्जियम, फ्रांस, जर्मनी, इटली जैसे देशों में हैं.बेल्जियम हेल्थ अथॉरिटी ने 9 नवंबर को कहा था कि कोरोना की दूसरी लहर में देश के अस्पतालों में अब तक के सबसे ज्यादा मरीज भर्ती हुए हैं. यही कारण है कि अक्टूबर के अंत में लॉकडाउन लगाना पड़ा. करीब 11 मिलियन की आबादी वाले देश बेल्जिम में हर रोज औसतन 185 लोगों की मौत हो रही है. 

वहीं औसतन 406 लोग हर रोज अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं. अभी तक यहां 504,000 कुल मामले और 14,839 लोगों की मौत हो चुकी है. जर्मनी में लोग कोरोना प्रतिबंधों के खिलाफ सड़कों पर उतर चुके हैं. लोगों ने मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का विरोध किया तो पुलिस ने पानी की बौछारों से उन्हें तितर-बितर किया. जर्मनी में अभी तक 932,000 कुल मामले और 14,159 लोगों की मौत हो चुकी है. ब्रिटेन में कोरोना से हुईं कुल मौतों में चौथाई हिस्सा सिर्फ जर्मनी का है. बीते मंगलवार को इटली में दूसरी लहर में अब तक की सबसे ज्यादा मौत की संख्या दर्ज की गई. कोरोना से एक दिन में 731 लोगों ने दम तोड़ दिया. पश्चिमी देशों में कोरोना ने सबसे पहले इटली को अपनी चपेट में लिया था. अब तक यहां 46,464 लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना को काबू में करने के लिए हाल ही में जर्मनी ने चार राज्यों में लॉकडाउन और पूरे देश में कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है.

वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल का निधन

प्रधानमंत्री ने शोक व्यक्त किया…

वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल का निधन

वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल का कुछ देर पहले निधन हो गया है। उनके  पुत्र फैजल पटेल ने ट्वीट कर कहा कि उनके पिता अहमद पटेल का आज सुबह 3 बजकर 30 मिनट पर निधन हो गया है। अहमद पटेल एक महीना पहले कोरोना से संक्रमित हुए थे। अहमद पटेल का गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के निधन पर प्रधानमंत्री ने शोक व्यक्त किया है। फैसल पटेल ने कहा कि लगभग एक महीना पहले उनके पिता कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। 

इलाज के दौरान उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया और वे मल्टी ऑर्गन फेल्यिोर के शिकार हो गए। फैजल पटेल ने कहा कि गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने आखिरी सांस ली। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि अहमद पटेल जी के निधन से दुखी। उन्होंने सार्वजनिक जीवन में कई साल बिताए, समाज की सेवा की। अपने तेज दिमाग के लिए जानी जाने वाली कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने में उनकी भूमिका हमेशा याद की जाएगी। अपने बेटे फैसल से बात की और संवेदना व्यक्त की। अहमद भाई की आत्मा को शांति मिले। 71 साल के अहमद पटेल को कांग्रेस का चाणक्य कहा जाता है। 

वे सोनिया एवं राहुल गांधी के काफी करीबी माने जाते थे। वे तीन बार लोकसभा के सदस्य रहे हैं और 5 बार राज्यसभा के सांसद रहे हैं। अगस्त 2018 में उन्हें कांग्रेस पार्टी का कोषाध्याक्ष नियुक्त किया गया था। पहली बार 1977 में 26 साल की उम्र में भरूच से लोकसभा का चुनाव जीतकर अहमद पटेल संसद पहुंचे थे। हमेशा पर्दे के पीछे से राजनीति करने वाले अहमद पटेल कांग्रेस परिवार के विश्वस्त नेताओं में गिने जाते थे। वे 1993 से राज्यसभा सांसद थे।

देवउठनी एकादशी पर ऐसे करें भगवान विष्णु की पूजा

जानिए शुभ मुहूर्त और व्रत कथा…

देवउठनी एकादशी पर ऐसे करें भगवान विष्णु की पूजा

कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवोत्थानी एकादशी कहते हैं। इसे प्रबोधिनी एकादशी, देवउठनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। आज के दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है। इसके साथ ही चातुर्मास समाप्त हो रहा है। चातुर्मास के दौरान भगवान विष्णु का शयनकाल होता है।

आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार, शास्त्रों में इस एकादशी का बड़ा ही महत्व है। आज के दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन से शुभ कार्यों की शुरुआत शुरू हो जाती है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु 4 माह के शयनकाल के बाद आज जगते है। वहीं विष्णु पुराण के अनुसार भगवान विष्णु ने शंखासुर नामक भयंकर राक्षस का वध किया था। फिर आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी को क्षीर सागर में शेषनाग की शय्या पर भगवान विष्णु ने शयन किया। फिर चार माह की निद्रा के बाद आज के दिन जागते है।

प्रबोधिनी एकादशी के दिन तुलसी विवाह कराने की भी परंपरा है। इस दिन शालीग्राम और तुलसी का विवाह कराया जाता है | कहते हैं कि जो कोई भी ये शुभ कार्य करता है, उनके घर में जल्द ही शादी की शहनाई बजती है और पारिवारिक जीवन सुख से बीतता है। तुलसी और शालीग्राम के विवाह का आयोजन ठीक उसी प्रकार से किया जाता है, जैसे कि कन्या के विवाह में किया जाता है |

इस दिन सुबह जल्दी उठकर सही कामों ने निवृत्त होकर स्नान कर लें और साफ वस्त्र पहन लें। इसके बाद भगवान विष्णु का स्मरण करें। सायंकाल को पूजा वाली जगह को साफ करके चूना और गेरू की सहायता से रंगोली बनाएं। इसके साथ ही भगवान विष्णु का चित्र या फिर तस्वीर रखें। अब ओखली पर भी गेरू के माध्यम से चित्र बना लें। इसके बाद ओखली के पास फल, मिठाई, सिंघाड़े और गन्ना रखें। इसके बाद इसे डालिया से ढक दें।

त के समय यहां पर घी के 11 दीपक देवताओं को निमित्त करते हुए जलाएं। इसके बाद घंटी बजाते हुए भगवान विष्णु को उठाएं और बोले- उठो देवा, बैठा देवा, आंगुरिया चटकाओ देवा, नई सूत, नई कपास, देव उठाए कार्तिक मास।

''उत्तिष्ठ गोविन्द त्यज निद्रां जगत्पतये। त्वयि सुप्ते जगन्नाथ जगत् सुप्तं भवेदिदम्॥

उत्थिते चेष्टते सर्वमुत्तिष्ठोत्तिष्ठ माधव। गतामेघा वियच्चैव निर्मलं निर्मलादिशः॥

शारदानि च पुष्पाणि गृहाण मम केशव।''

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार एक बार भगवान हरि विष्णु से लक्ष्मी जी ने पूछा- “हे नाथ! आप दिन रात जागा करते हैं और सोते हैं तो लाखों-करोड़ों वर्ष तक सो जाते हैं तथा इस समय में समस्त चराचर का नाश कर डालते हैं। इसलिए आप नियम से प्रतिवर्ष निद्रा लिया करें। इससे मुझे भी कुछ समय विश्राम करने का समय मिल जाएगा।”

लक्ष्मी जी की बात सुनकर नारायण मुस्कुराए और बोले- “देवी! तुमने ठीक कहा है। मेरे जागने से सब देवों और खासकर तुमको कष्ट होता है। तुम्हें मेरी वजह से जरा भी अवकाश नहीं मिलता। अतः तुम्हारे कथनानुसार आज से मैं प्रतिवर्ष चार मास वर्षा ऋतु में शयन किया करूंगा। उस समय तुमको और देवगणों को अवकाश होगा। मेरी यह निद्रा अल्पनिद्रा और प्रलय कालीन महानिद्रा कहलाएगी। मेरी यह अल्पनिद्रा मेरे भक्तों के लिए परम मंगलकारी होगी। इस काल में मेरे जो भी भक्त मेरे शयन की भावना कर मेरी सेवा करेंगे और शयन व उत्थान के उत्सव को आनंदपूर्वक आयोजित करेंगे उनके घर में, मैं तुम्हारे साथ निवास करूंगा।”

ग्वालियर में अब रात 8 बजे से बंद होंगे बाजार

शादियों के लिए 11 बजे तक छूट…

ग्वालियर में अब रात 8 बजे से बंद होंगे बाजार

कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर रोक लगाने के लिए अब शहर के बाजार रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक बंद रखने का आदेश कलेक्टर काैशलेंद्र विक्रम सिंह ने जारी कर दिया गया है। आदेश तत्काल प्रभाव से प्रभावी रहेगा। हालांकि, रेस्टोरेंट और खान-पान की अन्य दुकानें रात 10.30 बजे तक खुली रहेंगी। बिना मास्क लगाए मिलने पर 100 रुपए का जुर्माना भरना हाेगा। विशेष परिस्थिति में जुर्माने की राशि 500 रुपए तक हाे सकती है। 

सार्वजनिक स्थान पर थूकते पाए जाने पर एक हजार रुपए तक का जुर्माना वसूल किया जाएगा। कंटेनमेंट जोन में लॉकडाउन आगामी आदेश तक जारी रहेगा। ऐसे क्षेत्रों में संबंधित क्षेत्र के एसडीएम और इंसीडेंट कमांडर की मंजूरी से ही किसी भी तरह की गतिविधि संचालित की जा सकेगी। एडीएम किशोर कन्याल के मुताबिक बारात व सवारी वाहनों पर किसी तरह की बंदिश नहीं रहेगी।

धर्म स्थलों पर एसडीएम तय करेंगे श्रद्धालुओं की संख्या -

शादियां: खुले स्थानों पर 100 से अधिक लोग मौजूद रह सकेंगे पर रात 11 बजे तक। इसके बाद वर-वधू पक्ष के अधिकतम 200 या फिर क्षमता का 50% लोग मौजूद रहेंगे।

धर्मस्थल: छोटे धर्म स्थलों पर श्रद्धालुओं की संख्या एसडीएम तय करेंगे।

स्कूल: कक्षा एक से 8 तक सभी स्कूल 31 दिसंबर तक बंद रहेंगे।

एसपी एवं इंसीडेंट कमांडर, रोको-टोको अभियान सहित इस आदेश का पालन सुनिश्चित कराएंगे।

हार के 14 दिन बाद इमरती देवी ने छोड़ा मंत्री पद

सीएम शिवराज को सौंपा इस्तीफा…

हार के 14 दिन बाद इमरती देवी ने छोड़ा मंत्री पद

शिवराज सरकार में मंत्री और सिंधिया की करीबी नेता इमरती देवी ने आखिरकार मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया है. इमरती देवी शिवराज सरकार में महिला बाल विकास मंत्री थीं. हाल ही में 28 सीटों के लिए हुए विधानसभा उपचुनाव में डबरा विधानसभा क्षेत्र से वे चुनाव हार गई थीं. चुनाव हारने के बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि आखिरकार इमरती देवी कब इस्तीफा देगीं. लेकिन उपचुनाव के नतीजों के 14 दिन बाद मंगलवार यानी आज उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. हाल ही में 28 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में शिवराज सरकार के तीन मंत्री चुनाव हार गए थे. 

चुनाव हारने वाले मंत्रियों में इमरती देवी, ऐंदल सिंह कंसाना और गिर्राज डंण्डौतिया शामिल थे. चुनाव हारने के बाद कंसाना और डंण्डौतिया पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं. इसके बाद आज इमरती देवी ने भी अपना इस्तीफा दे दिया है. सिंधिया की बगावत के बाद कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आने के बाद इन तीनों नेताओं को मंत्री बनाया गया था. उपचुनाव में मिली हार के बाद इन्हें त्यागपत्र देना पड़ा. इमरती देवी के मंत्री पद पर बने रहने पर सियासी बवाल खड़ा हो गया था. इसे लेकर नरेंद्र सलूजा ने बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भी हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि 'जब तक उनके आका ज्योतिरादित्य सिंधिया इशारा नहीं करेंगे, तब तक वह पद पर बनी रहेंगी. 

इमरती देवी पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा था कि अभी उनके विभाग में कई बड़े टेंडर होने वाले हैं. इसलिए वे इस्तीफा नहीं दे रही हैं.' इसके जवाब में बीजेपी ने कहा था कि 'देश कांग्रेस के संविधान से नहीं बाबा अंबेडकर के बनाए संविधान पर चलता है. शपथ लेने वाला मंत्री बिना निर्वाचित हुए 6 महीने तक पद पर रह सकता है. किसे मंत्री पद रखना है और किसे नहीं रखना है, इसका अधिकार सीएम के पास है.' संविधान के नियमों के अनुसार कोई भी व्यक्ति बिना विधायक बने 6 महीने तक ही मंत्री रह सकता है. अगर वह विधायक बन जाता है तो उसे पद नहीं छोड़ना पड़ता, विधायक नहीं बन पाने पर 6 महीने बाद वो मंत्री पद से हट जाता है. 

नैतिकता के आधार पर  चुनाव हारने के बाद इमरती देवी को पहले ही इस्तीफा देना चाहिए था, हालांकि वो 2 जनवरी तक मंत्री पद पर रह सकती थीं. इमरती देवी को राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का कट्टर समर्थक माना जाता है. बीजेपी में शामिल होने के बाद वे ग्वालियर जिले की डबरा सीट से उपचुनाव लड़ी थीं. उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे ने 7663 वोट से पटखटनी दी थी. इस जीत के साथ कांग्रेस ने इस सीट पर अपनी जीत का सिलसिला बरकरार रखा. 2008 में हुए परिसीमन के बाद से इस सीट पर कांग्रेस की इमरती देवी चुनाव जीतती रहीं, लेकिन इस उपचुनाव में बीजेपी की टिकट से किस्मत आजमाने पर उन्हें तगड़ा झटका लगा. ज्योतिरादित्य सिंधिया और एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के प्रभाव वाली सीट होने के बाद भी इमरती देवी को हार का मुंह देखना पड़ा था.

खाद्य सुरक्षा विभाग ने छापामार कार्रवाई कर लिए खाद्य पदार्थों के नमूने

28 नमूनों की जाँच अमानक नमूनों पर दिए नोटिस…

खाद्य सुरक्षा विभाग ने छापामार कार्रवाई कर लिए खाद्य पदार्थों के नमूने

ग्वालियर। खाद्य पदार्थो में मिलावट पर प्रभावी ढंग से अंकुश लगाने के लिए जिले में मिलावट से मुक्ति अभियान जारी है। इस कडी में कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा विभाग के दलों ने शहर के अलग.अलग इलाकों में पहुँचकर विभिन्न फार्मों से खाद्य पदार्थो के नमूने लिए। इन नमूनों को जॉच के लिए खाद्य परिक्षण प्रयोगशाला भोपाल भेजा गया है। इसके अलावा मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब ने शहर के विभिन्न बाजारों में पहुँचकर खाद्य पदार्थों  के नमूने लेकर मौके पर ही जाँच की। 

डिप्टी कलेक्टर एवं अभिहित अधिकारी खाद्य सुरक्षा संजीव खेमलिया ने बताया खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने सोमवार को गोपाल डेयरी लोहामंडी से घी एवं मिश्रित दूध के नमूने लिए। इसी प्रकार दीन दयाल नगर स्थित एंजिल मार्ट से मस्टर्ड ऑयलए आनंद डेयरी थाटीपुर चौराहा से मिश्रित दूध व घी एवं गिरवई नाका स्थित फर्म माहालक्ष्मी फूड प्रोडक्टस से वेज स्टार्च एवं शुगर बाइल्ड कनफेक्शनरी के नमूने लिए गए। मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब द्वारा सोमवार को शहर के पिण्टोपार्क और गोला का मंदिर स्थित दुकानों व डेयरियों से 28 नमुने लेकर मौके पर ही जाँच की। 

मामा स्वीटस एवं रामकृष्ण मिष्ठान भंडार की मिठाइयों में अधिक मात्रा में रंग पाए जाने पर इन फर्मों के संचालकों को नोटिस दिए गए है। इसी तरह शीतला डेयरी पिण्टो पार्क पर खुले में दूध एवं दुग्ध पदार्थ रखे मिलने तथा साफ.सफाई न िमलने पर नोटिस जारी किया गया है। सोमवार को खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा विभिन्न फर्मों से नमूने लेने के लिए गए दलो में खाद्य सुरक्षा अधिकारी निरुपमा शर्माए रवी कुमार शिवहरेए लोकेन्द्र सिंहए आनंद शर्माए लखनलाल कोरीए गोविन्द नारायण सरगैयाए सतीश धाकड व सतीश शर्मा शामिल थे।