मध्यप्रदेश की धरती पर 'लव जिहाद' नहीं चलने दूंगा : CM शिवराज

राज्य में लव जिहाद को लेकर कानून का ड्राफ्ट तैयार…

मध्यप्रदेश की धरती पर 'लव जिहाद' नहीं चलने दूंगा : CM शिवराज

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कहा कि मैं मध्यप्रदेश की धरती पर 'लव जिहाद' किसी भी कीमत पर नहीं चलने दूंगा। उसके लिए हम कानून बना रहे हैं। यह देश को तोड़ने का षड्यंत्र है, इसे किसी भी कीमत पर हम कामयाब नहीं होने देंगे। बता दें कि भाजपा शासित राज्य मध्यप्रदेश में जहां लव जिहाद को लेकर कानून का ड्राफ्ट तैयार हो चुका है। 

वहीं उत्तर प्रदेश भी जल्द इसे लेकर कानून लाने वाला है। हरियाणा, कर्नाटक के बाद अब भाजपा अपनी गठबंधन सरकार वाले राज्य बिहार में भी लव जिहाद कानून बनाना चाहती है। इसके अलावा बिहार में भी लव जिहाद को लेकर कानून बनाने की बीत चल रही है। हाल ही में गिरिराज सिंह ने कहा था, मेरा मानना है कि 'लव जिहाद' आज सामाजिक समरसता के लिए एक तरह से कैंसर हो गया है। अब कई राज्य इसके लिए कानून बनाने की मुहिम में लग गए हैं।

बिहार को भी इसको सांप्रदायिकता का नाम न देकर सामाजिक समरसता के लिए लव जिहाद पर काम करने की जरूरत है। वहीं, लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने के मुद्दे पर महाराष्ट्र की राजनीति भी गर्म हो गई है। भाजपा ने इस मुद्दे पर शिवसेना को घेरना शुरू कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लव जिहाद की घटनाओं पर कानून लाने का समर्थन कर मामले को नया मोड़ दे दिया है। इसके बाद भाजपा नेता किरीट सोमैया ने कहा कि आगामी विधानसभा सत्र में भाजपा लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने का प्रस्ताव लाएगी।

शहर में बुधवार को 171 लोगों के कटे चालान

8 बजे के बाद भी खुला आधा बाजार…

शहर में बुधवार को 171 लोगों के कटे चालान

कोरोना संक्रमण को लेकर रात 8 बजे से बाजार बंद कराने और रात 10 से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लगा दिया है, लेकिन बाजारों में भीड़ और टूट रहे नियमों के बीच संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है। बुधवार को शहर में 171 ऐसे लोगों के चालान काटे, जो बिना मास्क लगाए घूम रहे थे, इनसे पुलिस ने 20 हजार रुपए जुर्माना वसूल किया। 171 में से 78 चालान कोविड मोबाइल वैन में तैनात स्टाफ ने काटे। लोहिया बाजार में चेकिंग के दौरान बाइक पर तीन युवक बैठे निकले। इनमें से एक ने भी मास्क नहीं लगाया था। इसका 1000 रुपए का चालान काटा गया।

लश्कर - महाराज बाड़ा, सराफा बाजार, टोपी बाजार, डीडवाना ओली, नई सड़क, फालका बाजार समेत दूसरे बाजारों में सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक भीड़ उमड़ी रहती है। बुधवार को कपड़ा, बर्तन और दूसरे सामान की खरदारी के लिए दुकानों पर भीड़ रही। इस भीड़ में दुकानदार व ग्राहकों ने मास्क व डिस्टेंस समेत सभी नियम तोड़े।

ग्वालियर - हजीरा और किलागेट के बाजारों में दोपहर के वक्त रोजाना की तरह ही भीड़ रही। किलागेट पुलिस थाने के नीचे स्थित सराफा बाजार में भी खूब भीड़ रही। स्थानीय लोगों के अनुसार लेकिन पुलिस ने कोई कदम नहीं उठाया और न ही प्रशासन की कोई टीम यहां शाम तक कार्रवाई के लिए पहुंची थी।

मुरार - सदर बाजार, थाना रोड और रामलीला मैदान रोड के बाजार में बुधवार को बड़ी संख्या में लोग खरीदारी के लिए पहुंचे। इस बाजार में शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी बड़ी संख्या में पहुंचते हैं लेकिन ये जानते हुए भी यहां के बाजारों में जिला प्रशासन व पुलिस की टीम तैनात नहीं रहती।

प्रशासन की संयुक्त टीम ने उद्योग विभाग की जमीन से हटाए कब्जे

एंटी माफिया अभियान के तहत बुधवार को…

प्रशासन की संयुक्त टीम ने उद्योग विभाग की जमीन से हटाए कब्जे

एंटी माफिया अभियान के तहत बुधवार को प्रशासन की संयुक्त टीम ने गोला का मंदिर स्थित नारायण विहार में उद्योग विभाग की जमीन से बेजा कब्जे हटाए। इस जमीन की कीमत 4 करोड़ 10 लाख रुपए है। कृषि उपज मंडी के पास स्थित इस जमीन पर माफिया ने लोगों को 4 लाख रुपए तक की कीमत में प्लॉट बेचे । उधर, कांग्रेस नेता साहब सिंह गुर्जर के भाई की बेरजा स्थित खदान व क्रेशर की लीज निरस्त कर दी गई। नारायण विहार में कार्रवाई करते हुए करीब 14 बीघा जमीन पर हो चुके निर्माण कार्यों का हटाया गया है। जिसमें 17 प्लॉट की नींव उखाड़ी गई और 5 मकानों पर नोटिस चस्पा किए गए। इन पर अगले एक-दो दिन में कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम एचबी शर्मा, तहसीलदार महेश सिंह कुशवाह बुधवार को नगर निगमऔर पुलिस अमले के साथ मौके पर पहुंचे व कार्रवाई शुरू कराई। नारायण विहार के बाद प्रशासन की टीम एयरफोर्स स्टेशन रोड पहुंची। यहां पर भी माफिया ने सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर रखा था। टीम ने कार्रवाई कर इस जमीन से भी अतिक्रमण हटाया। 

इस मामले में एसडीएम एचबी शर्मा का कहना है कि जिन लोगों ने प्लॉट बेचे हैं उनके दस्तावेज खरीदारों के पास हैं। उनसे कहा है कि वे पुलिस में विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई करें। प्रशासन भी ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगा। नारायण विहार में बुधवार को जहां कार्रवाई की गई है, वहां लश्कर और मुरार एसडीएम के क्षेत्र हैं। जिसमें से मुरार एसडीएम क्षेत्र में कार्रवाई हुई। यहां लोगों को नोटरी के जरिए माफिया, उद्योग विभाग की जमीन बेच रहे हैं। जितनी भी नोटरी बुधवार को कार्रवाई के दौरान सामने आईं। उन सभी में सर्वे नंबर 122 दर्ज किया गया। जबकि, ये सर्वे नंबर यहां का है ही नहीं। इस सर्वे नंबर को नोटरी में दर्शाकर सरकारी सर्वे नंबर 376, 377 और 386 की करीब 1.212 हेक्टेयर जमीन को बेचकर माफिया लाखों रुपए ऐंठ गए हैं। 

यहां 800 से 1500 वर्गफीट तक के प्लॉट बेचे गए हैं। इनकी कीमत 2.50 लाख से 4 लाख रुपए तक वसूली गई है। माफिया के नाम व दस्तावेज सामने आने के बाद भी जिला प्रशासन का कहना है कि जिन लोगों ने प्लॉट खरीदे थे वे खुद थाने में जमीन बेचने वालों पर एफआईआर कराएं। सिमको चौराहे से शर्मा फार्म रोड के रास्ते पर बसे नारायण विहार में उद्योग विभाग को 900 बीघा जमीन इंडस्ट्रियल सेक्टर स्थापित करने के लिए दी गई थी। लेकिन विभाग वहां अब तक कोई सेक्टर स्थापित नहीं कर सका। माफिया ने इस जमीन को दूसरे सर्वे नंबरों के आधार पर बेचकर करोड़ों रुपए कमा लिए। सरकारी जमीन पर बसे नारायण विहार में 500 से अधिक मकान हैं। यहां अभी भी बेखौफ माफिया प्लॉट बेच रहे हैं। पिछले साल भी कृषि उपज मंडी से ठीक पहले ऐसे कई प्लॉट पर कार्रवाई हुई थी लेकिन अब फिर वहां निर्माण हो चुके हैं।

तीन माह में पूरा करें निर्माण कार्य : ऊर्जा मंत्री

पीआईयू के अधिकारियों को निर्देश दिए…

तीन माह में पूरा करें निर्माण कार्य : ऊर्जा मंत्री

प्रदेश के ऊर्जा मंत्री व क्षेत्रीय विधायक प्रद्युम्न सिंह तोमर बुधवार को शताब्दी एक्सप्रेस से लौटे। ग्वालियर आने के बाद वे सीधे सिविल अस्पताल हजीरा पहुंचे और उन्होंने वहां चल रहे निर्माण कार्य की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने पीआईयू के अधिकारियों को निर्देश दिए कि तीन माह के अंदर निर्माण कार्य पूरा करें। हॉस्पिटल प्रभारी डॉ. प्रशांत नायक ने ऊर्जा मंत्री को रेडियोलॉजिस्ट न होने की शिकायत की। इस पर उन्होंने सीएमएचओ से सिविल अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट की व्यवस्था करने के लिए कहा।

कोरोना की एंटी बॉडी टेस्ट के लिये 66 वार्डों में चलेगा अभियान

कलेक्टर ने जयारोग्य चिकित्सालय व मुरार अस्पताल का किया निरीक्षण…

कोरोना की एंटी बॉडी टेस्ट के लिये 66 वार्डों में चलेगा अभियान

ग्वालियर। कोविड.19 के संक्रमण की रोकथाम के साथ.साथ शहर के सभी 66 वार्डों में कोरोना एंटी बॉडी टेस्ट भी कराए जायेंगे। 10 हजार लोगों का एंटी बॉडी टेस्ट कराया जायेगा। इसके लिये 35 दल गठित किए जाकर प्रत्येक वार्ड में टेस्ट के लिये नमूने लिए जायेंगे। कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बुधवार को जयारोग्य चिकित्सालय एवं जिला अस्पताल मुरार में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये की जा रही व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए यह बात बताई।

निरीक्षण के दौरान सीईओ जिला पंचायत शिवम वर्मा, अपर कलेक्टर आशीष तिवारी, अधीक्षक जयारोग्य चिकित्सालय डॉण् आर एस धाकड़, सीएमएचओ डॉण् अनिल शर्मा, सिविल सर्जन डॉण् डी के शर्मा उपस्थित थे। कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने निरीक्षण के दौरान कहा है कि कोरोना के लिये एंटी बॉडी टेस्ट का अभियान चलाया जायेगा। इसके लिये शहर के सभी वार्डों में गठित दलों के माध्यम से सेम्पलिंग का कार्य किया जायेगा। सेम्पलिंग के माध्यम से देखा जायेगा कि कोरोना की एंटी बॉडी कितने लोगों में निर्मित हुई है। उन्होंने सीएमएचओ एवं सिविल सर्जन को एंटी बॉडी टेस्ट के लिये 35 दल गठित करने के निर्देश दिए हैं। यह दल अपने.अपने निर्धारित वार्डों में जाकर लोगों के नमूने एकत्र करेगी। इन नमूनों के माध्यम से एंटी बॉडी की जांच की जायेगी। 

कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने अधीक्षक जयारोग्य चिकित्सालय डॉण् धाकड़ को निर्देशित किया कि सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में अग्नि दुर्घटना से जो नुकसान हुआ है उसे पुनरू व्यवस्थित करने की कार्रवाई तत्परता से की जाए। इसके साथ ही कोरोना संक्रमण से पीड़ित व्यक्तियों के उपचार के लिये सुपर स्पेशिलिटी की सभी व्यवस्थाओं को चाक.चौबंद किया जाए। सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल परिसर में हैल्प डेस्क को और बेहतर बनाया जाए। कोई भी संक्रमित व्यक्ति अगर हैल्प डेस्क पर आता है तो उसके उपचार की तत्काल व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। 

कलेक्टर श्री सिंह ने यह भी निर्देश दिए हैं कि आगामी दिनों में कोरोना संक्रमण की संभावनाओं को देखते हुए शासकीय अस्पतालों के साथ.साथ निजी अस्पतालों में भी कोरोना उपचार की जो व्यवस्थायें पूर्व में की गई थीं। उनका आंकलन और तैयारियां समय रहते पूर्ण कर ली जाएँ, ताकि आवश्यकता पड़ने पर कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये प्रभावी कार्रवाई की जा सके। कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने मुरार जिला अस्पताल का भी निरीक्षण किया। अस्पताल परिसर में निर्मित की गई हैल्प डेस्क की व्यवस्थाओं को देखकर सिविल सर्जन के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए कलेक्टर ने निर्देशित किया है कि हैल्प डेस्क को बेहतर बनाया जाए। हैल्प डेस्क पर आने वाले मरीज को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो, यह सुनिश्चित किया जाए। 

हैल्प डेस्क पर प्रारंभिक उपचार की व्यवस्था हो यह भी सुनिश्चित किया जाये। कलेक्टर ने यह भी निर्देशित किया है कि हैल्प डेस्क पर कम्प्यूटराइज्ड पूरी सूची तैयार की जाए, जिसमें आने वाले संक्रमित व्यक्ति का नाम, उसकी कांट्रेक्ट हिस्ट्री तथा उसको किस अस्पताल में भर्ती कराया गया है, इसका सम्पूर्ण रिकॉर्ड होना चाहिए। 

इसके साथ ही हैल्प डेस्क के लिये एक कॉन्टेक्ट नम्बर भी जारी किया जाए, जिसका व्यापक प्रचार.प्रसार हो, ताकि कोरोना से संबंधित किसी भी व्यक्ति को कोई समस्या हो तो तत्काल उसे सहायता मिल सके। कलेक्टर श्री सिंह ने मुरार अस्पताल में संचालित किए जा रहे फीवर क्लीनिक का भी निरीक्षण किया। फीवर क्लीनिक की व्यवस्थाओं को भी और बेहतर करने के दिशा.निर्देश दिए। फीवर क्लीनिक का संचालन भी अस्पताल परिसर में जिस स्थान पर कोरोना के टेस्ट किए जा रहे हैं उसके आस.पास करने के निर्देश दिए। 

कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने खरीदी केन्द्र बड़ागांव पहुँचकर खरीदी कार्य का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान खरीदी केन्द्र पर किसानों के लिये पर्याप्त व्यवस्थायें न पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि खरीदी केन्द्र पर आने वाले किसानों के लिये छाया, पानी के साथ.साथ अन्य जो व्यवस्थाओं के दिशा.निर्देश दिए गए हैं उसका पालन सुनिश्चित किया जाए। खरीदी केन्द्र पर किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न होए यह सुनिश्चित हो। 

कलेक्टर श्री सिंह ने वेयर हाउस बड़ागांव पर की जा रही खरीदी के संबंध में आवश्यक जानकारी भी प्राप्त की। खरीदी केन्द्र प्रभारी ने बताया कि खरीदी केन्द्र पर 550 किसान पंजीकृत हैंए जिनसे ज्वार एवं बाजरा क्रय किया जा रहा है। अब तक 20 हजार क्विंटल ज्वार एवं 1700 क्विंटल बाजरा खरीदा गया है। बाजरा 2620 रूपए एवं ज्वार 2150 रूपए प्रति क्विंटल के मान से क्रय की जा रही है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि पंजीकृत सभी किसानों को एसएमएस के माध्यम से खाद्यान्न बेचने हेतु आग्रह किया गया है।

बहुदिव्यांग बच्चों के लिए शिक्षा का केन्द्र बनेगा इंक्यूबेशन सेंटर

स्पेशल बच्चों के लिए स्मार्ट सिटी की पहल…

बहुदिव्यांग बच्चों के लिए शिक्षा का केन्द्र बनेगा इंक्यूबेशन सेंटर

ग्वालियर। शहर के ऐसे युवा प्रतिभावान जिनके पास कोई नया इनोवेटिव आईडिया है, उन्हें अब ग्वालियर स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन एक नया प्लेटफार्म देगी। यहां युवा न केवल अपनी छिपी प्रतिभा को निखार सकेंगे बल्कि समाज के ऐसे वर्गों के लिए काम कर सकेंगे, जो शारीरिक दृष्टि से किसी न किसी रूप में दिव्यांग की श्रेणी में आते हैं। स्मार्ट सिटी के माध्यम से बहुदिव्यांग बच्चों को अत्याधुनिक एवं स्मार्ट तरीकों से शिक्षा दी जाएगी, जिससे ऐसे बच्चे भी समाज की मुख्यधारा से जुड सकें। 

स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन की सीईओ जयति सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि स्मार्ट सिटी के तत्वाधान में ड्रीमहैचर इंक्यूबेशन सेंटर द्वारा दिव्य दृष्टि संस्था के माध्यम से बहु-दिव्यांग बच्चों की शिक्षा के लिए काम करेगा। ड्रीमहैचर ने दिव्य दृष्टि आर्गेनाईजेशन के साथ मिलकर यह स्टार्टअप शुरु किया है। आर्गेनाईजेशन अंकुश गुप्ता की 7 सदस्यों की टीम के साथ ऐसे दृष्टि बाधित, श्रवण बाधित और स्पेशल चाइल्ड को स्मार्ट तरीके से शिक्षित करने का कार्य करती है, जो पढ़ना लिखना तो चाहते हैं, पर दिव्यांगता कहीं ना कहीं उनके मार्ग में रोड़ा बन रही है।

इस संस्था के द्वारा ब्रेल लिपि के साथ ऐसे संसाधन विकसित किए गए हैं जिन्हें बच्चे सुन और समझ भी सकें। दिव्यांग बच्चों के लिए ऐसी किताबें बनाई गई हैं जिन पर दृष्टि बाधित बच्चा हाथ से समझ सके और ऑडियो, विजुअल एवं किताबें रेज लाइन फाउंडेशन आईआईटी दिल्ली एवं आईएसएलआरटीसी दिल्ली द्वारा तैयार किए हैं। संस्था द्वारा वर्तमान में लगभग 35 बच्चों को विभिन्न एक्टीविटीज के माध्यम से भी  शारीरिक व मानसिक रूप से सक्षम बनाया जा रहा है।सीईओ जयति सिंह ने बताया कि स्मार्ट सिटी का उददेश्य है कि अभी ज्यादातर बहु दिव्यांग बच्चे सामान्य बच्चों के साथ ही शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं जिस कारण ऐसे बच्चों पर शिक्षक ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते हैं। 

इसलिए शासकीय स्कूलों में भी स्पेशल बच्चों के लिए इस प्रकार के पाठ्यक्रमों को शामिल किया जाए एवं शिक्षकों भी अलग से प्रशिक्षित किया जाए। संस्था द्वारा उक्त कार्यक्रम मोतीमहल स्थित स्मार्ट सिटी के इंक्यूबेशन सेंटर में प्रतिदिन सुबह 11ः00 बजे से 2ः00 बजे तक चलाया जा रहा है। जिसमें शहर के बहुदिव्यांग बच्चे व उनके अभिभावक आकर काउंसिलिंग कर सकते हैं।

समस्याओं को हल करने के लिये प्रशासन मुस्तैद है : कलेक्टर

कलेक्टर ने शिविर के माध्यम से सुनी लोंगो की समस्यायें…

समस्याओं को हल करने के लिये प्रशासन मुस्तैद है : कलेक्टर

मुरैना। सहरिया परिवारों को बिजली, पानी, राशन, पेंशन आदि सुविधायें मुहैया कराने के लिये प्रशासन मुस्तैद है। उनकी समस्याओं का समाधान त्वरित गति से होगा। इस उद्देश्य को पूर्ण करने के लिये लोक कल्याण शिविरों का आयोजन पहाड़गढ़ विकासखण्ड के सहरिया बाहुल्य ग्राम निचली बेहराई, मानपुर में पहुंचकर कलेक्टर अनुराग वर्मा ने लोंगो के बीच बैठकर समस्याओं को सुना। कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि लोक कल्याण शिविर का मतलब ग्रामीणों की समस्यायें हल करना है। इसमें ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा स्व-सहायता समूहों का गठन किया गया है। यह समूह जुड़ने के बाद उन्हें 10 हजार रूपये शासन द्वारा एक मुस्त दिये जाते है। इसके बाद उन्हें ट्रेंनिंग दी जाती है और ट्रेंनिंग प्राप्त करने के बाद अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष के नाम से खाता बैंक में खोला जाता है, उसमें एक लाख रूपये कोई काम खोलने के लिये राशि प्राप्त होती है। 

यह राशि बिना ब्याज प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि महिलायें इसमें जुड़े और समूह अपनी उन्नति करने के लिये अपने-अपने छोटे-छोटे कार्य जैसे-सिलाई सेन्टर, मधुमक्खी पालन, सब्जी विक्रय उद्योग आदि संचालित करके महिलायें अपनी आर्थिक उन्नति कर सकती है। निचली बेहराई में ग्रामीणों को पगारा डेम से पाइप लाइन द्वारा पानी मिलने का आश्वासन प्रस्ताव शासन को भेजा जायेगा। उन्होंने कहा कि 2000 में जो पट्टे निरस्त हो गये थे, उन्हें शासन को पुनः दिखाया जायेगा। निचली बेहराई में आवास के 158 के नाम जोड़े गये है। उन्होेंने कहा कि जो महिलायें कुपोषित है, उन्हें आयरन की गोलियां खिलाई जायें, जो बच्चे एनआरसी में है, स्वस्थ्य होकर आ चुके है। अब दूसरे बच्चों को भेजा जायेगा। 

ग्रामीणों की मांग पर निचली बेहराई में 11 छोटे-छोटे चैक डेम नरेगा द्वारा बनाये जा रहे है। एक बड़ा डैम बनाने के लिये प्रस्ताव शासन को भेजा जायेगा। इसी प्रकार वनभूमि का मुद्दा आदिवासी का अधिकार इस संबंध में भी उन्होंने आदिवासियों को आश्वासन दिया। जो लोग पात्रता पर्ची से छूट गये है, उनका भी प्रस्ताव भेजने का आश्वासन दिया। कलेक्टर ने आदिवासी परिवारों की महिलाओं को 1 हजार रूपये प्रतिमाह मिलने की बात पूछी। इस पर 28 महिलायें बिना आधार के छूट चुंकी है, उनके आधार फीड करने के निर्देश दिये। कलेक्टर अनुराग वर्मा ने ग्राम मानपुर में ग्रामीणों की समस्याओं को सुना। 10 लोंगो को पात्रता पर्ची में आधार से जोड़ने के निर्देश दिये। वहीं ग्रामीणों की मांग पर दो हेण्डपम्पों में सिंगल फैस की मोटर डालकर पेयजल के प्रबंध करने के निर्देश पीएचई विभाग को दिये। 

उन्होंने कहा कि मानुपर में बड़ा तालाब बनें, जिससे वाटरलेबल नीचे नहीं जाये। इसके लिये सिंचाई विभाग के माध्यम से प्रस्ताव शासन को भेजने के निर्देश दिये। मौके पर जिला पंचायत के सीईओ ने बताया कि मानुपर गांव में 5 तालाव नरेगा से स्वीकृत हुये है, 3 पर कार्य चालू है। कलेक्टर ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत दो-दो हजार रूपये की किस्त सभी किसानों के खाते में पहुंच रही होगी। अब प्रदेश के मुख्यमंत्री एक साल में दो-दो हजार करके 4 हजार रूपये किसानों के खातों में डालेंगे। सभी किसान अपने-अपने खेतों का पंजीयन पटवारी से अवश्य करालें। ग्राम मानपुर में 23 पट्टे जमीन के दिये थे, जो किन्हीं कारण 2000 में निरस्त हो गये थे। उनका प्रस्ताव शासन को भेजा जायेगा।