G News 24 : प्राइवेट एवं सरकारी स्कूलों के संचालन नियमों में विभाग की दोहरी नीति !

 स्कूल शिक्षा विभाग मध्य प्रदेश शासन की ...

प्राइवेट एवं सरकारी स्कूलों के संचालन नियमों में विभाग की दोहरी नीति !


ग्वालियर। स्कूल शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत रहती हैं लेकिन उसका ये प्रयास भेदभाव पूर्ण दिखाई देता है। सरकार पहले से चल रहे सरकारी स्कूलों में सुविधाएं उपलब्ध करवाने के बजाय नए नए प्रयोग करती रहती है। कभी उत्कृष्ट ,कभी  मॉडल स्कूल खोले गए थे जिनकी स्थिति भी आज किसी से छिपी नहीं है।  शासन उन विद्यालयों की स्थिति सुधारने की बजाय नए सर्व सुविधा युक्त विद्यालय खोलने पर ज्यादा ध्यान दे रही है। वही सी एम राइस विद्यालयों में जो शिक्षक अध्यापन कार्य कर रहे हैं वह शिक्षक अन्य शासकीय विद्यालय में पहले से ही अध्यापन कार्य कर रहे थे उन्हें शिक्षकों में से परीक्षा उत्तीर्ण कराकर उन्हें शिक्षकों की नियुक्ति सी एम राइस विद्यालयों में की गई है। और अब सी एम राइस विद्यालय का पूरे मध्य प्रदेश में निर्माण कर रही है। ये अच्छी बात है। 

लेकिन सरकार जो स्कूल  पहले से चल रहे हैं उन पर भी ध्यान देना चाहिए क्योंकि प्रदेश में तमाम स्कूल ऐसे हैं जिनमे न तो पर्याप्त स्टाफ है और ना ही फर्नीचर ! कहीं अगर स्टाफ और फर्नीचर भी है तो बिल्डिंग नहीं है पीने का पानी तक भी ब-मुश्किल उपलक्ध हो पाता है। इसके उलट प्राइवेट स्कूलों के संचालन और अनुमति दिए जाने के दौरान जितनी फ़ॉर्मेल्टीज पूरी करवाई जाती है उसकी एक चौथाई भी अगर सरकारी स्कूल खोलते समय पूरी करवा दी जाएं तो बहुत है। फिर सीएम/पीएम राइस स्कूल खोलने की जरूरत शायद ही पड़ेगी। 

प्रदेश में कई शासकीय विद्यालय दो कमरों में संचालित हो रहे हैं बुनियादी सुविधाओ के नाम पर पीने का पानी तो छोड़ो हाथ धोने के लिए पानी की व्यवस्था तो कहीं पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था नहीं है। प्रयोगशाला,पुस्तकालय,खेलकूद का सामान रखने की न इनके पास जगह है और ना ही इस प्रकार की कोई व्यवस्था देखने को मिल रही है।  इनमें अध्यापन कार्य के लिए भी पर्याप्त शिक्षक नहीं है यहां तक की  पदस्थ प्राचार्य तक नहीं है प्रभारी प्राचार्य से विद्यालय संचालित हो रहे हैं। शासन को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए। दो कमरे के विद्यालय व बुनियादी सुविधा व शिक्षकों की कमी वाले कुछ विद्यालय हमारी नजरों में आए जो कि आपके सामने हैं आगे भी इस तरह की खबरें शासन की वह आम जनता की आंखें खोलने के लिए आपके सामने आती रहेगी किस तरह जनता के पैसों की बर्बादी हो रही है।



G.NEWS 24 : चुनाव के दो दिन पहले नक्सलियों पर हुई सर्जिकल स्ट्राइक !

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके में...

चुनाव के दो दिन पहले नक्सलियों पर हुई सर्जिकल स्ट्राइक !

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके में लोकसभा चुनाव के दो दिन पहले हुए सबसे बड़े सर्जिकल स्ट्राइक की. जिस तरह आतंकियों के घर में घुसकर सेना और सुरक्षाबल के जवान आतंकियों का सफाया कर चुके हैं. वैसे ही नक्सलियों के गढ़ में घुसकर एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया गया. कांकेर में हुए इस एनकाउंटर की खास बात ये थी कि इसे कश्मीर के ऑपरेशन ऑलआउट के तर्ज पर अंजाम दिया गया. जिसमें सेना और सुरक्षाबलों के लिए सबसे बड़े मददगार साबित हुए लोकल लड़ाके. कश्मीर की थ्योरी से छत्तीसगढ़ के आतंकी यानी नक्सली मारे गए. मंगलवार को लाल आतंक के गढ़ छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली. अलग राज्य बनने के करीब 24 साल बाद छत्तीसगढ़ में ये पहला मौका है, जब यहां एक साथ 29 नक्सलियों को मार गिराया गया है.

 सबसे खास बात ये है कि इस ऑपरेशन में सभी कट्टर नक्सली मारे गए हैं. जिसमें टॉप नक्सली कमांडर और 25 लाख का इनामी शंकर राव भी शामिल है. यही नहीं नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया है. यानी लोकसभा चुनाव की शुरूआत से ठीक पहले एक झटके में नक्सलियों के बड़े कुनबे का सफाया कर दिया गया. कांकेर में नक्सलियों के खिलाफ़ इस ऑपरेशन को कुछ उसी अंदाज़ में अंजाम दिया गया, जैसे जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खात्मा किया जा रहा है. दरअसल केंद्र सरकार के निर्देश पर सुरक्षा एजेंसियां लम्बे वक्त से नक्सलियों के खिलाफ़ ऑल आउट ऑपरेशन की रणनीति बना रही थी. कांकेर के ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए पिछले हफ्ते ही 10 राज्यों के DGP के साथ गृह सचिव और IB चीफ की बैठक हुई, जिसमें इस मिशन पर आखिरी मुहर लगी. 

बैठक के दौरान छत्तीसगढ़ में कश्मीर की तरह टारगेट बेस्ड ऑपरेशन लॉन्च करने की बात हुई और फिर खुफिया इनपुट के आधार पर पूरी प्लानिंग की गई. जिसे BSF के साथ DRG ने मिलकर अंजाम दिया. जंगलों में आमने-सामने हुई मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की मांद में घुसकर उनको मार गिराया. नक्सल मोर्चे पर पहली बार ऐसा हुआ, जब आमने-सामने की लड़ाई में नक्सलियों पर फोर्स पूरी तरह से हावी रही और बिना किसी कैजुअल्टी के ऑपरेशन कम्प्लीट हुआ. नक्सलियों के खिलाफ़ इस ऑपरेशन को सक्सेसफुल बनाने में सुरक्षा एजेंसियों की कश्मीर वाली थ्योरी अपनाई. 

जिसके तहत जंगलों में रहने वाले स्थानीय लोग और नक्सल की राह छोड़ चुके पुराने लड़ाकों की मदद ली गई.. जो बेहद कारगर साबित हुई. करीब पांच दिन की प्लानिंग के दौरान सैटेलाइट तस्वीरों के अलावा ड्रोन का इस्तेमाल कर नक्सलियों के मूवमेंट को लगातार ट्रैक किया गया. साथ ही पूरे इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया और फिर साढ़े पांच घंटे तक चली आमने-सामने की भिड़ंत में 29 नक्सलियों को ढेर कर दिया गया. आपको बता दें कि कांकेर में नक्सलियों को ढेर करने में BSF और स्पेशल फोर्स के अलावा DRG यानी डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड की बेहद खास भूमिका रही. कहा जाता है कि नक्सलियों के बीच DRG का इतना खौफ है कि इनके डर से नक्सली अपनी मांद से बाहर तक नहीं निकलते. 

आखिर ये DRG होते क्या हैं.. अब ये समझिए. दरअसल छत्तीसगढ़ में नक्सलियों पर लगाम कसने के लिए DRG का गठन हुआ था. DRG में ज़्यादातर छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके के आदिवासी हैं. DRG की टीम में स्थानीय लड़के और आत्मसमर्पित नक्सली होते हैं. इन्हें मुख्य धारा में जोड़ने और रोजगार के लिए DRG में रखा जाता है. लोकल होने के कारण इन्हें जंगलों के बारे में काफी जानकारी होती है. पूर्व नक्सली होने की वजह से इंटेलिजेंस नेटवर्क काफी मजबूत होता है. DRG के जवान बिना बुलेटप्रूफ जैकेट और हेलमेट के भी रह सकते हैं. ये 3 से 4 दिन लगातार जंगलों में नक्सलियों की तलाश कर सकते हैं. इनके पास केवल खाने पीने के सामान और हाथ में हथियार ही होते हैं. दरअसल नक्सल प्रभावित इलाके पहाड़ और घने जंगलों से घिरे हुए होते हैं. यहां की भगौलिक स्थिति को अर्धसैनिक बल और सीआरपीएफ के जवान अच्छी तरह समझ नहीं पाते. 

ऐसे में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन में DRG के जवान बेहद खास रोल निभाते हैं. यही वजह है कि नक्सल प्रभावित इलाकों में 16 साल पहले वजूद में आए DRG की संख्या और हिस्सेदारी लगातार बढ़ती जा रही है. DRG का गठन सबसे पहले 2008 में छत्तीसगढ़ के कांकेर और नारायणपुर में हुआ. बीजापुर और बस्तर में DRG का गठन साल 2013 के दौरान किया गया. वहीं सुकमा और कोंडागांव में ये 2014 के दौरान अस्तित्व में आया. इसके बाद 2015 में दंतेवाड़ा, राजनांदगांव और कवर्धा जिले में DRG की शुरुआत की गई. कई बार सुरक्षा एजेंसियों को नक्सलियों और आतंकवादियों के गठजोड़ की खबरें मिलती रही हैं. यही वजह है कि केंद्र सरकार और सुरक्षा एजेंसियां कश्मीर के आतंकियों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के नक्सलियों को भी चुन-चुन कर खत्म कर रही है. 

G.NEWS 24 : प्रदेश की इन सीटों पर आज थम जाएगा पहले चरण का प्रचार !

नहीं होंगे रैली और जुलूस...

प्रदेश की इन सीटों पर आज थम जाएगा पहले चरण का प्रचार !

भोपाल। मध्य प्रदेश की 6 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए चुनाव प्रचार आज शाम 6 बजे थम जाएगा, लिहाजा इन क्षेत्रों में रोड शो और रैलियां नहीं की जाएगी। जबकि बालाघाट लोकसभा क्षेत्र के बैहर, लांजी और परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्रों में यह प्रतिबंध चार बजे से लागू होगा। ऐसे में उन सभी लोगों को निर्वाचन क्षेत्र छोड़ना होगा, जो वहां के मतदाता नहीं हैं। इसके लिए होटल, लाज और धर्मशालाओं की जांच होगी। गौरतलब है कि 19 अप्रैल को सीधी, शहडोल, मंडला, जबलपुर, बालाघाट और छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्रों में मतदान होगा। जिसके चलते बुधवार को शाम पांज बजे के बाद रोड शो, रैली और सभाओं पर प्रतिबंध लग जाएगा। 

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया है कि प्रचार-प्रसार समाप्त होने की समय-सीमा के बाद बाहरी क्षेत्र के व्यक्तियों को जो उस निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता नहीं हैं, उन्हें वह क्षेत्र छोड़ना होता है। इसके लिए सघन अभियान चलाया जाएगा। पुलिस प्रशासन द्वारा होटल, लाज, धर्मशालाओं की जांच कर ऐसे लोगों को चिन्हित कर बाहर भेजा जाएगा, जो वहां के मतदाता नहीं हैं। संवेदनशील केंद्रों पर केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल तैनात किया गया है तो अन्य केंद्रों पर जिला पुलिस बल रहेगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों का कहना है कि पहले चरण का मतदान संपन्न कराने के लिए मतदान दल गुरुवार को रवाना होंगे। 

रात में ही मतदान को लेकर सभी व्यवस्थाएं कर ली जाएंगी। अभ्यर्थियों की उपस्थिति में स्ट्रांग रूम से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन मतदान केंद्रों में पहुंचाई जाएंगी। यहां मतदान से एक घंटे पहले अभ्यर्थी या उसके अधिकृत प्रतिनिधि की उपस्थिति में माकपोल होगा। 50-50 वोट डलवाए जाएंगे। बालाघाट लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत तीन विधानसभा क्षेत्र ऐसे आते हैं, जो नक्सल प्रभावित हैं। इनमें बैहर, लांजी और परसवाड़ा शामिल हैं। तीनों में सुबह सात से चार बजे तक मतदान होगा। बाकी निर्वाचन क्षेत्रों में शाम छह बजे तक मतदान कराया जाएगा।

G.NEWS 24 : फॉरेस्ट बैरियर के पास हुआ हादसा, चलती बस में लगी आग !

बीच सड़क में बस जलकर राख हो गयी...

फॉरेस्ट बैरियर के पास हुआ हादसा, चलती बस में लगी आग !

शहडोल में गोहपारु थाना क्षेत्र अंतर्गत फॉरेस्ट बैरियर के समीप चलती बस में आग लग गयी। किसी तरह उसमें सवार यात्रियों को तो उतार लिया गया। लेकिन बीच सड़क में बस जलकर राख हो गयी। यह घटना बुधवार तड़के साढ़े तीन बजे के आसपास हुई। जानकारी के अनुसार, मनीष ट्रैवल्स की बस क्रमांक सीजी-07 ई-4588 रायपुर से इलाहबाद जा रही थी। बस में करीब 50 यात्री बैठे हुए थे। इस दौरान जब बस गोहपारु बैरियर के पास से गुजरी, तभी अचानक बस का पिछला एक टायर फुट गया। टायर फूटते ही बस में आग लग गई, लेकिन बस चालक को इसकी जानकारी नहीं लग पाई और वह आगे बढ़ गया। 

जब घटनास्थल पर वन विभाग के बैरियर पर तैनात रमेश कुशवाहा ने देखा कि बस चालक को आग लगने की भनक नहीं लग पाई है तो उसने जोर-जोर से आवाज लगाई। लेकिन चालक तक उसकी आवाज नहीं पहुंच सकी। वनकर्मी को बस में सवार यात्रियों की चिंता हुई और वह तुरंत अपनी अपनी मोटर साइकिल लेकर बस का पीछा किया। उसने बस के साइड गलॉस में अपनी टार्च की रौशनी दिखाते हुए चालक को बस रोकने इशारा किया, जिसके बाद चालक ने बस रोकी। वन विभाग के कर्मचारी ने बस चालक को आग लगने की जानकारी दी, जिसके बाद बस में सवार सभी यात्रियों को तुरंत नीचे उतारा गया। इस बीच बस में लगी आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। देखते ही देखते बीच सड़क में बस जलकर राख हो गई। 

वनकर्मी रमेश द्वारा तत्परता दिखाते हुए बस का पीछा किया गया और इसकी जानकारी बस चालक को दी गयी। उसकी जागरुकता के कारण दर्जनों यात्रियों की जान बच गई। नहीं तो कोई बड़ी जनहानि हो सकती थी। वह उन यात्रियों के लिए मसीहा बनकर वहां पहुंचा। बस में आग लगने के बाद लोगों ने मामले की जानकारी दमकल कर्मियों को दी। लेकिन दमकल वाहन घटना के दो घंटे बाद मौके पर पहुंचा। जब तक बस में लगी आग को स्थानीय लोगों ने बुझा लिया था और बस जलकर राख हो गई थी। सवाल यह खड़ा होने लगा है कि बस में यात्री सवार थे और दमकल कर्मियों को मामले की जानकारी तत्काल लोगों के द्वारा दी गई। लेकिन दमकल वाहन पहुंचने में दो घंटे का वक्त लग गया।

G.NEWS 24 : लोकायुक्त पुलिस ने महिला कर्मचारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा

आदिवासी विकास विभाग में छापा मारकर...

लोकायुक्त पुलिस ने महिला कर्मचारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा

इंदौर के आदिवासी विकास विभाग में छापा मारकर लोकायुक्त पुलिस ने एक महिला कर्मचारी व क्षेत्रीय संयोजक को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। महिला ने बिना डरे नोटों की गड्डी ली और अलमारी में रख दी थी। जब लोकायुक्त पुलिस ने दफ्तर में आकर अपना परिचय दिया तो उसके चेहरे का रंग उड़ गया और वह कहने लगी कि रिश्वत मैंने नहीं ली। 

बता दें कि छात्रावास के भवन की बकाया राशि व एरियर देने के एवज में महिला कर्मचारी उमा मर्सकोले ने 15 प्रतिशत राशि रिश्वत के रूप में मांगी थी। उमा को रिश्वत देने के लिए फरियादी विक्रम गेहलोत पर क्षेत्रीय संयोजक विजय जायसवाल ने दबाव बनाया था। पुलिस ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। 

फरियाद ने श्रीकृष्ण एवेन्यू में वर्ष 2015 में अपना मकान होस्टल के लिए विभाग को किराए पर दिया था। वहां जूनियर छात्रावास संचालित किया जा रहा था। फरियादी ने उस मकान को पिछले साल खाली करा लिया था, लेकिन विभाग ने बकाया 11 लाख रुपये नहीं दिए थे। इस राशि के भुगतान के लिए जायसवाल और मर्सकोले 15 प्रतिशत राशि की रिश्वत देने का दबाव बना रहे थे। सोमवार को 50 हजार रुपये की राशि देना तय हुआ। 

फरियादी ने लोकायुक्त पुलिस को भी शिकायत की। तय रणनीति के तहत जैसे ही दोनों घूसखोर कर्मचारियों ने रिश्वत के रूप में पचास हजार रुपये लिए, तो लोकायुक्त विभाग की टीम ने दोनों को रंगे हाथों पकड़ लिया। गड्डी में केमिकल लगा हुआ था। दोनों घूसखोर कर्मचारियों के हाथ धुलवाए गए तो नोटों में लगा पीला रंग उनके हाथों से निकला। उमा ने रुपये लेकर अलमारी में रख लिए थे। लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया। 

G.NEWS 24 : फर्जी नर्सिंग कॉलेजों के खिलाफ CBI ऑफिस पहुंची एनएसयूआई !

क्षेत्रीय निदेशक को ज्ञापन सौंपा...

फर्जी नर्सिंग कॉलेजों के खिलाफ CBI ऑफिस पहुंची एनएसयूआई !

मध्यप्रदेश में हुए नर्सिंग कॉलेज में फर्जीवाड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के निर्देश पर सीबीआई ने 308 नर्सिंग कॉलेज की जांच की थी, जिसमें 169 नर्सिंग कॉलेजों को सूटेबल और 66 को अनसूटेबल बताया गया था। 73 नर्सिंग कॉलेज में कमियां बताई थीं, लेकिन अब सीबीआई की जांच पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं। एनएसयूआई मेडिकल विंग ने एनएसयूआई नेता रवि परमार के नेतृत्व में सोमवार को सीबीआई के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचकर क्षेत्रीय निदेशक को ज्ञापन सौंपा गया। 

इसमें फर्जी नर्सिंग कॉलेजों की जांच रिपोर्ट में सूटेबल बताए गए नर्सिंग कॉलेजों की रिपोर्ट सार्वजनिक कर पुनः जांच करने की मांग की गई। साथ ही मांग की है कि सीबीआई भी अगर जांच के नाम पर सिर्फ लीपापोती करेगी तो फिर आम नागरिक किसके ऊपर भरोसा करेगा ? परमार ने ज्ञापन में कहा कि सीबीआई द्वारा नर्सिंग कॉलेजों की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत की गई, लेकिन भोपाल के कई कॉलेज ऐसे हैं जिनको सीबीआई की रिपोर्ट में सूटेबल बताया गया है। जबकि हकीकत कुछ और ही है। 

रवि ने भोपाल के एपीएस नर्सिंग एकेडमी, मेहको नर्सिंग कॉलेज, अरविंदों नर्सिंग कॉलेज, मलय नर्सिंग कॉलेज की जांच में लीपापोती का आरोप लगाते हुए कहा कि सीबीआई द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट में इन सभी कॉलेज को सूटेबल बताया गया है जबकि यह सभी कॉलेज नियम विरुद्ध संचालित हो रहे हैं। परमार ने कहा कि एनएसयूआई आपसे मांग करती है कि इन नर्सिंग कॉलेजों की निरीक्षण रिपोर्ट सार्वजनिक कर पुनः निरीक्षण करवाया जाए और फर्जी निरीक्षण रिपोर्ट तैयार कर जमा करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दें, जिससे स्वतंत्र जांच एजेंसी की कार्रवाई पर आम जनमानस का विश्वास बना रहे।

G.NEWS 24 : देश के साथ प्रदेश के विकास को भी गति देने वाला है भाजपा का संकल्प पत्र : CM डॉ. यादव

पहले घोषणा पत्र आते थे, लेकिन अब मोदी जी ने इसे संकल्प पत्र नाम दिया है...

देश के साथ प्रदेश के विकास को भी गति देने वाला है भाजपा का संकल्प पत्र : CM डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने सोमवार को बंसल वन स्थित प्रदेश मीडिया सेंटर में  भाजपा के संकल्प पत्र 'मोदी की गारंटी' का विमोचन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा का यह संकल्प पत्र देश के साथ-साथ मध्य प्रदेश के विकास को भी गति देगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी हर गारंटी के पूरे होने की गारंटी है और यह संकल्प पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी का दस्तावेज है, जिसमें देश के साथ मध्य प्रदेश के विकास को भी गति देने के प्रावधान हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भाजपा का संकल्प पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी की भी गारंटी है। पहले घोषणा पत्र आते थे, लेकिन अब मोदी जी ने इसे संकल्प पत्र नाम दिया है। घोषणा कभी-कभी पूरी नहीं होती थी, लेकिन जिस चीज का संकल्प ले लिया उसे हर हाल में पूरा करना ही है। 

भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव में भी संकल्प पत्र जारी किया था और उन संकल्पों को पूरा करने का काम प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में प्रदेश की सरकार ने किया है। अब लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने संकल्प पत्र जारी किया है और इन संकल्पों को भी पूरा किया जाएगा। डॉ. यादव ने कहा कि मोदी जी बोलते हैं, 'यही समय है, सही समय है।' निश्चित रूप से यह भाजपा के संकल्प पत्र को लेकर आगे बढ़ने का सही समय है और हम इस समय का सदुपयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश और देशवासियों का विश्वास जीता है, अपनी साख बनाई है। इस संकल्प पत्र से मध्य प्रदेश में भी टूरिज्म, मेडिकल, शिक्षा सहित कई क्षेत्रों में अपार संभावनाएं बढ़ेंगी। 

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जो भी कहा उसे हर हाल में पूरा किया। उन्होंने कहा था कि देश-प्रदेश के प्रत्येक गरीब को मकान दिया जाएगा। उनके कार्यकाल में चार करोड़ से अधिक लोगों को पक्के मकान दिए गए हैं। शहरी क्षेत्र, ग्रामीण क्षेत्र हर जगह प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को पक्की छत उपलब्ध करवाई गई है। मध्य प्रदेश में भी सबसे ज्यादा शहरी क्षेत्र के मकान उज्जैन जिले को दिए हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी के संकल्प पत्र ने यह बता दिया है कि हमारे लिए प्राचीन ज्ञान, आधुनिक विज्ञान और रोजगार का भी महत्व है और विकास का संकल्प भी पूरा है। हमने देश में चंद्रयान की सफलता भी देखी है और अब गगनयान का गौरव भी हासिल करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि संकल्प पत्र में पर्यटन के विस्तार के लिए कई कदम उठाए गए हैं। वर्तमान में देश सहित मध्य प्रदेश में भी पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। पर्यटन को लेकर मध्य प्रदेश की सरकार चीता प्रोजेक्ट और हेरिटेज पर काम कर रही है। 

प्रदेश के उज्जैन महाकाल लोक, देवी लोक के निर्माण के बाद यहां पर धार्मिक पर्यटन ने भी बहुत बड़ी छलांग लगाई है। हमारे यहां सभी प्रकार के टूरिज्म में खूब संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के 60 से अधिक देशों की वित्त व्यवस्था टूरिज्म के माध्यम से ही चलती है। हमारे देश के भी कई राज्य हैं, जहां का अर्थतंत्र टूरिज्म पर निर्भर है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि संकल्प पत्र में गरीबों की झुग्गी-झोपड़ियों का भी निदान खोजा गया है। अब सैटेलाइट टाउन का संकल्प लिया गया है। आमतौर पर शहरीकरण तेजी से बढ़ रहा है। शहरों के लिए बनने वाले मास्टर प्लान भी 25 साल को ध्यान में रखकर बनाए जाते हैं, लेकिन अब सैटेलाइट टाउन के जरिए शहर के साथ ही उसके आसपास वाले शहर का भी विकास होगा। 

जैसे भोपाल के विकास के साथ सीहोर का विकास होगा, इंदौर के साथ देवास, उज्जैन का विकास होगा। प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने संकल्प पत्र के लिए लोगों से सुझाव लिए थे। इसके लिए सुझाव पेटियां लगाई गई थीं और नमो एप के माध्यम से ऑनलाइन भी सुझाव लिए गए थे। देशभर से 15 लाख सुझाव मिले और चार लाख सुझाव ऑनलाइन भी मिले। मध्य प्रदेश में इसके लिए 1100 स्थानों पर पेटियां लगाई गई थीं। मध्य प्रदेश में भी पार्टी के संकल्प पत्र के लिए 26000 नागरिकों ने अपने मूल्यवान सुझाव दिए थे, जिससे यह स्पष्ट होता है कि प्रदेश की जनता मोदी की गारंटी पर कितना विश्वास करती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश से मिले अनेक उपयोग सुझावों को भी पार्टी के संकल्प पत्र में शामिल किया गया है। इसके लिए मैं संकल्प-पत्र समिति के सदस्य मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को धन्यवाद देता हूं।

G.NEWS 24 : लोकायुक्त की नियुक्ति का मसला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट

सिंघार सियासी लाभ के लिए लगा रहे आरोप...

लोकायुक्त की नियुक्ति का मसला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट

मध्य प्रदेश में लोकायुक्त की नियुक्ति का मसला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। राज्य सरकार ने अपने फैसले का सुप्रीम कोर्ट में बचाव किया। साथ ही विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को लेकर कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए वह झूठे और बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा था कि नियुक्ति में उनकी सलाह नहीं ली गई। राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि नेता प्रतिपक्ष से सुझाव मांगा गया था लेकिन उन्होंने हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की ओर से सुझाए नाम पर अपनी कोई राय नहीं दी। राज्य सरकार ने कांग्रेस नेता उमंग सिंघार की याचिका पर शपथ पत्र दाखिल किया है और अपना जवाब प्रस्तुत किया है। 

सिंघार ने जस्टिस (रिटायर्ड) सत्येंद्र कुमार सिंह की लोकायुक्त पद पर नियुक्ति को लेकर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि नियुक्ति पर उनकी राय नहीं ली गई। राज्य सरकार ने शीर्ष अदालत को बताया कि सिंघार की याचिका सुनवाई योग्य नहीं है। लोकायुक्त की नियुक्ति मध्य प्रदेश लोकायुक्त एवं उप-लोकायुक्त अधिनियम 1981 और कई न्यायिक फैसलों में सुप्रीम कोर्ट की ओर से प्रतिपादित कानूनों का पालन करते हुए की गई है। कानूनन नेता प्रतिपक्ष की राय ली गई थी। हालांकि, उन्होंने न तो कोई राय दी और न ही चीफ जस्टिस की सिफारिश पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई। इसके बाद वह राजनीतिक लाभ उठाने के लिए मीडिया में बेबुनियाद और झूठे आरोप लगाने लगे।

इस वजह से याचिकाकर्ता के मौलिक अधिकार का कोई उल्लंघन नहीं हुआ है और इस याचिका को तत्काल प्रभाव से खारिज किया जाए। मध्य प्रदेश सरकार ने शपथ पत्र में दावा किया कि सिंघार न केवल शीर्ष अदालत से तथ्य छिपाने के दोषी हैं बल्कि उन्होंने यह जाहिर करने की कोशिश भी की है कि लोकायुक्त की नियुक्ति से पहले उनसे किसी भी तरह की रायशुमारी नहीं की गई। शपथ पत्र कहता है कि हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की सिफारिश के आधार पर लोकायुक्त की नियुक्ति की फाइल नेता प्रतिपक्ष को भेजी गई थी। उन्हें संबंधित अधिकारियों ने प्रासंगिक नियमों और प्रक्रियाओं की जानकारी भी दे दी गई थी। मुख्यमंत्री ने भी उनसे फोन पर विस्तृत चर्चा की थी। यह पूरी प्रक्रिया सिंघार से प्रभावी रायशुमारी को स्पष्ट तौर पर दर्शाती है। सिंघार की ओर से एडवोकेट सुमीर सोढी ने याचिका दाखिल की थी। 

इसमें उन्होंने कहा था कि लोकायुक्त की नियुक्ति पर नेता प्रतिपक्ष और हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की सहमति आवश्यक होती है। इस वजह से अधिनियम की धारा तीन के तहत राज्य सरकार, चीफ जस्टिस और नेता प्रतिपक्ष से उचित रायशुमारी की जाना आवश्यक है। इसके बाद ही नियुक्ति की जानी चाहिए। लोकायुक्त की नियुक्ति करने में मध्य प्रदेश सरकार ने उनसे रायशुमारी नहीं की। इस आधार पर जस्टिस (रिटायर्ड) सिंह की नियुक्ति अवैध और शून्य है। वैधानिक प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है। सिंघार ने कहा था कि नियुक्ति मनमाने ढंग से की गई है। यह गलत है और अवैध तरीके से की गई है। नियुक्ति को रद्द किया जाना चाहिए।

G News 24 : खजुराहो में BJP को टक्कर देगा गठबंधन का ये प्रत्याशी !

 भाजपा के संकल्प पत्र का विमोचन...

खजुराहो में BJP को टक्कर देगा गठबंधन का ये प्रत्याशी !

भोपाल। प्रदेश में पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होना है। कांग्रेस और भाजपा समेत अन्य पार्टियां अपनी जीत पक्की करने में लगी हैं। भाजपा के संकल्प पत्र का आज भोपाल में विमोचन किया गया। इस दौरान सीएम मोहन यादव ने कहा कि हम सब सौभाग्यशाली है। पहले राजनीतिक दल घोषणा पत्र जारी करते थे, लेकिन मोदी जी ने संकल्प पत्र जारी किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने  4 करोड़ नए घर देने का संकल्प लिया है। सबसे ज्यादा मकान शहरी क्षेत्र में मध्यप्रदेश में दिए गए हैं, इसमें मेरा भी जिला शामिल है। टूरिज्म के क्षेत्र में मप्र में बहुत काम किया है।  महाकाल लोक बनने के बाद मप्र की प्रतिष्ठा और बढ़ी है। आने वाले दो साल में हर लोकसभा में एक मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा।

प्रजापति को कांग्रेस ने दिया समर्थन 

खजुराहो लोकसभा सीट पर एक बार फिर सियासी समीकरण बदल गए हैं। बीते दिनों इंडि गठबंधन से सपा प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन खारिज होने के बाद अब कांग्रेस ने इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के आरबी प्रजापति को समर्थन दिया है। प्रजापति का भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से मुकाबला है। 

लोकसभा चुनाव को लेकर मध्य प्रदेश में राजनीति पार्टियां चुनाव प्रचार में जुटी हुईं है। इधर, चुनाव के तीसरे चरण के चुनावों के लिए ग्वालियर,  मुरैना, भिंड, गुना, सागर, विदिशा, भोपाल और राजगढ़ समेत आठ सीटों पर प्रत्याशियों के नामांकन दाखिल करने का सिलसिला तेज होगा। राजगढ़ से भाजपा प्रत्याशी और वर्तमान सांसद रोडमल नागर आज सीएम मोहन यादव और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ पर्चा दाखिल करेंगे।

G News 24 : सीएम यादव और पूर्व सीएम शिवराज की मौजूदगी में नामांकन करेंगे रोड़मल नागर

 प्रतिद्वंदी के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह है चुनावी मैदान में ...

सीएम यादव और पूर्व सीएम शिवराज की मौजूदगी में नामांकन करेंगे रोड़मल नागर

राजगढ़। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज सोमवार को राजगढ़ दौरे पर रहेंगे। दोनों नेताओं की मौजूदगी में राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रोडमल नागर नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। सीएम और पूर्व सीएम सभा को भी संबोधित करेंगे, जिसकी तैयारी पूरी कर ली गई है।

बता दें कि राजगढ़ लोकसभा सीट से दो बार से सांसद रोडमल नागर को भारतीय जनता पार्टी ने तीसरी बार अपना प्रत्याशी बनाया है। वही, कांग्रेस ने उनके प्रतिद्वंदी के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है, जिसके बाद से राजगढ़ हॉट सीटों में गिनी जा रही है। भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए ही यह सीट अहम बन गई है। इसी क्रम राजगढ लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रोडमल नागर के नमांकन में शामिल होने के लिए राजगढ़ आ रहे सीएम मोहन यादव और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान एक आमसभा को भी संबोधित करेंगे।

जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री 11 बजे के बाद राजगढ़ पहुंचेंगे। शुभ मूहर्त में रोडमल नागर का नामांकन दाखिल कराया जाएगा। इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, मंत्री विश्वास सारंग, और गृह क्षेत्र के दो राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार नारायण सिंह और गौतम टेटवाल भी उपस्थित रहेंगे।

G.NEWS 24 : दंगाइयों को पता है कि वह दंगा करेंगे तो उल्टे लटका दिए जाएंगे : CM योगी

नो कर्फ्यू-नो दंगा, यूपी में है सब चंगा...

दंगाइयों को पता है कि वह दंगा करेंगे तो उल्टे लटका दिए जाएंगे : CM योगी

लोकसभा चुनावों को लेकर चुनाव प्रचार अपने चरम पर हैं. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश में भी सरगर्मियां तेज हैं. सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ सभाओं में खूब गरज रहे हैं. इसी कड़ी में उन्होंने पीलीभीत में दंगाइयों को चेतावनी देते हुए कहा कि उनको पता है कि वे दंगा करेंगे तो उल्टे लटका दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि पिछली सरकारें कर्फ्यू लगाती थी. दंगा पॉलिसी के लिए कुख्यात थी. दूसरी तरफ यूपी में पिछले सात वर्ष में कोई दंगा नहीं हुआ. नो कर्फ्यू-नो दंगा, यूपी में है सब चंगा. सी

एम ने कहा कि बरेली में पहले हर महीने दंगा होता था, आज दंगाई जान की भीख मांग रहे हैं. उन्हें पता है कि ऐसा करने पर उल्टे टंगवा दिए जाएंगे. अब यह नहीं हो पाएगा कि दंगा भी कराएंगे और किसी पार्टी में जाकर जबर्दस्ती फतवा जारी कर अव्यवस्था पैदा करेंगे. असल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को पीलीभीत से जितिन प्रसाद और बरेली से भाजपा प्रत्याशी छत्रपाल सिंह गंगवार के पक्ष में चुनावी जनसभा को संबोधित किया. 

सभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि रामलला की भूमि हो या किसी गरीब-व्यापारी और सामान्य नागरिक की जमीन, जो भी भूमाफिया सार्वजनिक जमीनों पर कब्जा करेगा, उसे लेने के देने पड़ेंगे. उससे ब्याज सहित वसूली होगी. उनकी संपत्तियों पर गरीबों के लिए वैसे ही आवास बनाएंगे, जैसे प्रयागराज में बनाया था. 

इतना ही नहीं सीएम ने कहा कि जब एक जैसी सरकारें होती हैं, अच्छे लोग चुनकर जाते हैं तो परिणाम भी अच्छा ही आता है. आपने कमल को वोट दिया तो विकास और सुरक्षा भी हो रही है. हमने सुरक्षा का बेहतर वातावरण दिया है. कांग्रेस ने लोगों को उनके अधिकारों से वंचित किया. अब भारत का कोई भी नागरिक जम्मू-कश्मीर में जाकर जमीन खरीद सकता है.

G.NEWS 24 : BJP सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ केस दर्ज

आचार संहिता व निषेधाज्ञा के उल्लंघन के आरोप में...

BJP सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ केस दर्ज

गोंडा। उत्तर प्रदेश के कैसरगंज संसदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मौजूदा सांसद व भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ शनिवार को आदर्श चुनाव आचार संहिता व निषेधाज्ञा के उल्लंघन के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गयी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस मामले की जानकारी दी। जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी नेहा शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि सिंह ने सक्षम प्राधिकारी से अनुमति के बिना एक दर्जन से अधिक वाहनों के काफिला के साथ शुक्रवार को अपने निर्वाचन क्षेत्र में जनसंपर्क किया था। 

डीएम नेहा शर्मा ने बताया कि इस सम्बंध में कटरा बाजार के फ्लाइंग स्क्वायड टीम (एफएसटी) के प्रभारी व पशु चिकित्साधिकारी डॉ. नजमुल इस्लाम द्वारा भारतीय दंड विधान की धारा 188 व 171 एच के तहत अभियोग दर्ज कराया गया। प्राथमिकी में कहा गया है कि 12 अप्रैल 2024 को सुबह 10:30 बजे से लोकसभा क्षेत्र कैसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह द्वारा थाना खरगूपुर क्षेत्र में कटरा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम मल्लापुर, गोपाल बाग, भोलाजोत, गोकरन शिवाला, भटपी, भवनियापुर, देवरिया कला, पिपरा भोधर, सुसगंवा, असिधा, लहदोवा, राजाजोत, अनंतपुर, चौराभारी, नौवागांव में करीब 25-30 गाड़ियों के काफिले के साथ जनसम्पर्क किया गया। वर्तमान में आसन्न लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत धारा 144 लागू होने के कारण उनका यह कृत्य कानून का उल्लंघन है। 

जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर यह चौथी बड़ी कार्रवाई है। इससे पूर्व तीन प्राथमिकी दर्ज कराई जा चुकी हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिला प्रशासन आदर्श चुनाव आचार संहिता का प्रभावी अनुपालन कराने के लिए प्रतिबद्ध है। किसी के द्वारा इसका उल्लंघन किए जाने पर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। वहीं थानाध्यक्ष दिनेश सिंह ने बताया कि एफएसटी प्रभारी की तहरीर पर सुसंगत धाराओं में अभियोग दर्ज कर विवेचना उपनिरीक्षक मृत्युंजय सिंह को सौंपी गई है। बृजभूषण शरण सिंह को भाजपा ने अभी तक प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। कैसरगंज में पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होगा।

G.NEWS 24 : प्रदेश में अब तक 103 करोड़ से अधिक की विभिन्न अवैध सामग्री जब्त !

आदर्श आचार संहिता प्रभावशील होने के बाद से...

प्रदेश में अब तक 103 करोड़ से अधिक की विभिन्न अवैध सामग्री जब्त !

मध्य प्रदेश में 29 लोकसभा सीटों पर चार चरणों में चुनाव होना है। इसमें प्रथम चरण के लिए 19 अप्रैल को मतदान को 6 सीटों पर मतदान होगा। प्रदेश में निष्पक्ष और शांतिपूर्वक चुनाव कराने के लिए आयोग जुटा हुआ है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया है कि लोकसभा निर्वाचन-2024 की आदर्श आचार संहिता प्रभावशील होने के बाद पुलिस एवं अन्य एन्फोर्समेंट एजेंसियों द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है।उन्होंने बताया कि 16 मार्च से 10 अप्रैल तक 13 करोड़ 77 लाख 63 हजार 629 रुपए नगद राशि समेत 103 करोड़ 33 लाख 19 हजार 639 रूपये मूल्य की विभिन्न सामग्री जब्त की गयी हैं। 

इसमें 15 लाख 74 हजार 970 लीटर शराब भी शामिल है, जिसका मूल्य 24 करोड़ 64 लाख 13 हजार 47 रूपये है। इसी तरह 19 करोड़ 41 लाख 46 हजार 215 रूपये मूल्य के 14 हजार 780 किलोग्राम से अधिक ड्रग्स और 9 करोड़ 40 लाख 40 हजार 623 रूपये मूल्य की 437 किलोग्राम से अधिक कीमती धातुएं भी जब्त की गई हैं। साथ ही 36 करोड़ 9 लाख 56 हजार 125 रूपये मूल्य की अन्य सामग्री (रेडीमेड गारमेंट्स आदि) भी जब्त की गई हैं।

G.NEWS 24 : कांग्रेस पार्टी का एकमात्र लक्ष्य परिवार को आगे बढ़ाना है : अमित शाह

मंडला और कटनी में आयोजित जनसभाओं में दिया उद्बोधन...

कांग्रेस पार्टी का एकमात्र लक्ष्य परिवार को आगे बढ़ाना है : अमित शाह

मंडला/कटनी। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने आज गुरुवार को मध्यप्रदेश के मंडला और कटनी में आयोजित विशाल जनसभाओं को संबोधित किया और जनता से मध्यप्रदेश की सभी लोकसभा सीटों पर प्रचंड बहुमत से कमल खिलाने का आह्वान किया। इस अवसर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं खजुराहो से भाजपा प्रत्याशी विष्णुदत्त शर्मा, प्रदेश सरकार में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय एवं प्रह्लाद पटेल तथा मंडला से भाजपा प्रत्याशी फग्गन सिंह कुलस्ते सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। 

कांग्रेस द्वारा भ्रष्टाचार और परिवारवाद की राजनीति करने पर निशाना साधते हुए श्री शाह ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में एक ओर आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा और एनडीए हैं, वहीं दूसरी तरफ परिवारवाद एवं भ्रष्टाचार वाला इंडी गठबंधन है। माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उद्देश्य गरीब, आदिवासी और पिछड़े समाज के प्रत्येक व्यक्ति का उत्थान करना है, जबकि विपक्षी गठबंधन एवं कांग्रेस पार्टी का एकमात्र लक्ष्य परिवार को आगे बढ़ाना है। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि जब 2014 में माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सत्ता में आते ही गरीब, दलित और पिछड़ों के विकास का संकल्प लिया था तब मीडिया ने इस संकल्प पर कटाक्ष किए। लेकिन आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला गया है। भाजपा सरकार ने मध्यप्रदेश में 95 लाख किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ दिया है, 70 लाख महिलाओं के घर में नल से जल पहुंचाया है, 4 करोड़ गरीबों को 5 लाख रुपए तक का निःशुल्क स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराया है, 80 लाख घरों में शौचालय बनाए हैं, 83 लाख महिलाओं को गैस सिलेंडर दिए है और 42 लाख गरीबों को आवास दिया है। 

भाजपा सरकार ने पूरे देश में 80 लाख लोगों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत निःशुल्क खाद्यान्न प्रदान किया है। माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीब कल्याण के अनेक काम किए हैं। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने 55 वर्षों तक राम मंदिर के मुद्दे को लटकाया, लेकिन माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने कार्यकाल में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करवाकर 500 वर्षों की प्रतीक्षा को खत्म किया है। रामलला 500 वर्षों के बाद राम नवमी अपने भव्य महल में मनाएंगे। भाजपा सरकार में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, महाकाल कॉरिडोर, सोमनाथ मंदिर नवीनीकरण और महाकाली मंदिर की पुनर्स्थापना सहित अनेक मंदिरों की पुनर्स्थापना की गई है। कांग्रेस नेता कश्मीर को भारत के अन्य राज्यों से जोड़ने पर सवाल उठाते हैं, लेकिन कांग्रेस ये भूल गई की माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने धारा 370 हटाकर कश्मीर को हमेशा के लिए भारत का एक अटूट हिस्सा बना दिया है।

 उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में आतंकवाद और नक्सलवाद पूरे देश को डस रहा था, लेकिन यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मध्य प्रदेश सहित पूरे देश से नक्सलवाद लगभग समाप्त कर दिया है। श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस शासन में आए दिन देश में आतंकवादी हमले होते थे, लेकिन कांग्रेस आतंकवादियों पर कोई कार्रवाई नहीं करती थी। लेकिन माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने पाकिस्तान में घुस कर सर्जिकल और एयर स्ट्राइक करके आतंकवादियों का सफाया किया। भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला विश्व का पहला देश बना और आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसका नाम शिव-शक्ति पॉइंट रखा ,जिसे पूरे विश्व में सराहा गया। माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने जी-20 का सफल आयोजन कर पूरे विश्व में अपना कूटनीतिक परचम लहराया है।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि पिछले 2 दशक में मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में विकास की गंगा बही है। भारतीय जनता पार्टी के शासन में मध्यप्रदेश में 906 किमी का नर्मदा एक्सप्रेसवे, 3000 करोड़ की लागत से रेलवे लाइन और आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज का निर्माण किया गया। इसके अलावा जनजातीय कृषि उपज जैसे कोदो, कुटकी, रागी, मक्का को मिलेट के नाम से दुनिया भर में प्रसिद्धि दिलाई, हेलन सिंचाई परियोजना के तहत 12 हजार हेक्टेयर भूमि को सिंचित किया, चिंकी बोरास बराज बहुउद्देशीय परियोजना, सिवनी में 210 करोड़ का राजमार्ग, छिंदवाड़ा, सिवनी और मंडला में मेडिकल कॉलेज बनवाए। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मंडला रानी दुर्गावती, राजा शंकर शाह और रघुनाथ शाह की पौरूष, पराक्रम और पुरूषार्थ की धरती है। 

हम सबके लिए बड़े सौभाग्य की बात है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व मे देश से नक्सलवाद और आतंकवाद को समाप्त करने वाले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज मंडला की धरती पर पधारे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भाजपा ने जो कहा वह किया है। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जो संकल्प पत्र जारी किया है, उस संकल्प पत्र को पूरा किया जाएगा, क्योंकि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी है। भाजपा सरकार प्रदेश के किसानों को गेहूं पर 125 रूपए का बोनस दे रही है। समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के समय जो कहा गया है, उतना बोनस किसानों को दिया जाएगा। मैंने कैबिनेट की पहली बैठक रानी दुर्गावती को सम्मान देते हुए जबलपुर में की थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार लगातार प्रदेश की जनता की खुशहाली के लिए कार्य कर रही है। नरेन्द्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए आप सभी भाजपा प्रत्याशी को ऐतिहासिक वोटों से विजयी बनाएं।

G.NEWS 24 : एंबुलेंस न मिलने पर पत्नी को कंधे पर लादकर अस्पताल पहुंचा पति

प्रदेश के उर्जाधानी जिले सिंगरौली में...

एंबुलेंस न मिलने पर पत्नी को कंधे पर लादकर अस्पताल पहुंचा पति

सिंगरौली। सरई थाना क्षेत्र के बिलवानी गांव में एक युवक की पत्नी की तबीयत अचानक खराब हो गई, तमाम कोशिशों के बाद जब एंबुलेंस नहीं मिली तो वह कंधे पर लादकर अस्पताल ले गया. प्रदेश के उर्जाधानी जिले सिंगरौली से एक दुर्भाग्यपूर्ण खबर सामने आई है, यहां एक आदिवासी व्यक्ति को अपनी पत्नी को ईलाज कराने के लिए करीब 10 किलोमीटर तक कंधे पर लादकर चलना पड़ा. सरकारी एंबुलेंस के लिए उसने कई बार प्रयास किया लेकिन नहीं मिली, जिसके बाद उसे यह कदम उठाना पड़ा, घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया में वायरल हो गया है, वीडियो वायरल होने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग की किरकिरी होने लगी है. 

दरअसल सिंगरौली जिले के सरई थाना क्षेत्र के बिलवानी गांव में आदिवासी युवक की पत्नी की तबियत अचानक खराब हो गई, तमाम कोशिशों के बाद जब एम्बुलेंस नहीं मिली तो पत्नी को कंधे पर लादकर 10 किलोमीटर दूर तक पैदल चल दिया, सरई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा, जहां डॉक्टरों ने इलाज किया अब हालात में सुधार बताई जा रही है. इस वाक्या को जिसने भी देखा डंग रह गया ,स्थानीय लोगों ने देखा इसका वीडियो बना लिया और इसे सोशल मीडिया में वायरल कर दिया, घटना आज यानी गुरुवार का बताया जा रहा है.

G News 24 : थ्रेसर की चपेट में आने से मां के सामने ही 6 साल की बेटी का सिर धड़ से अलग हुआ

हादसे के वक्त बच्ची के मां-बाप खेत पर गेंहू की गहाई कर रहे थे...

थ्रेसर की चपेट में आने से मां के सामने ही  6 साल की बेटी का सिर धड़ से अलग हुआ

शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल में एक किसान को थ्रेसर मशीन में गेंहू की गहाई करना इतना मंहगा पड़ा कि 6 साल की बच्ची का सिर धड़ से अलग हो गया। इस दर्दनाक हादसे में बच्ची ने तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया। यह ह्रदय विदारक घटना शहडोल जिले के धनपुरी थाना क्षेत्र के घिसलि टोला की है। मामले की जानकरी लगते ही मौके पर पहुची धनपुरी पुलिस ने मामले की पड़ताल शुरू कर दी कि बच्ची की मौत कैसे और किन परिस्थितियों में हुई है। लेकिन बच्ची के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

दरअसल, शहडोल जिले के धनपुरी थाना क्षेत्र के घिसलि के रहने वाले किसान गजाधर लोधी गेंहू की खेती करते हैं। इसी क्रम में आज वह अपने ही परिवार की थ्रेसर मशीन से गेंहू की फसल की गहाई (दाने निकालना) करा रहे थे। इसी दौरान पास के खेत में खेल रही उनकी 6 साल की मासूम बच्ची राखी जिसके गले में में एक गमछा भी पड़ा था। खेलते-खेलते राखी के गले का वही गमछा थ्रेसर मशीन के बोल्ट में जा कर फंस गया। इसी गमछे के कारण मासूम बच्ची का सिर मशीन के पास जाकर फंस गया। मशीन में लगी पंखियों में बच्ची की गर्दन फस गई। पंखे की गति इतनी तेज रही कि बच्ची का सिर धड़ से अलग हो गया। इससे बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई। 

इस मामले की जानकारी लगते ही मौके पर पहुंची धनपुरी पुलिस ने मर्ग कायम कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस ये पता लगाने की कोशिश में है कि बच्ची की मौत कैसे और किन परिस्थितियों में हुई होगी। इस पूरे मामले में धनपुरी थाना प्रभारी खेम सिंह ने बताया कि एक 6 साल की बच्ची का थ्रेसर मशीन की चपेट में आने से सिर धड़ से अलग हो गया। इससे उसकी मौत हो गई। मामले में मर्ग कायम कर आगे की वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।

G News 24 : रीवा में 6 साल का बच्चा 40 फुट गहरे बोरवेल में गिरा,बचाव अभियान जारी

 खेतों में कटी हुई गेहूं की फसल पर खेल रहा था...

रीवा में 6 साल का बच्चा 40 फुट गहरे बोरवेल में गिरा,बचाव अभियान जारी

रीवा। मध्य प्रदेश के रीवा जिले में शुक्रवार को एक बच्चा बोरवेल में गिर गया। बच्चे को बचाने के लिए अभियान जारी है। अधिकारियों ने बताया कि यह घटना उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे मनिका गांव में शाम लगभग तीन बजे हुई जब बच्चा खुले बोरवेल के पास खेल रहा था। रीवा की जिलाधिकारी प्रतिभा पाल ने बताया कि राज्य आपदा आपातकालीन मोचन बल (एसडीईआरएफ) की एक टीम को लगभग 40 फुट की गहराई पर फंसे बच्चे को बचाने के लिए सेवा में लगाया गया है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनकर ने बताया कि एक पाइप के माध्यम से बोरवेल के अंदर ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने बताया कि बच्चे की स्थिति पर नजर रखने के लिए एक सीसीटीवी कैमरा भी बोरवेल के भीतर भेजा गया, लेकिन कुछ रुकावट के कारण कैमरा उस तक नहीं पहुंच सका। बोरवेल करीब 70 फुट गहरा है और बच्चे को बचाने के लिए समानांतर गड्ढा खोदा जा रहा है।

एडिशनल एसपी अनिल सोनकर ने बताया कि बच्चा अपने दोस्तों के साथ खेतों में कटी हुई गेहूं की फसल पर खेल रहा था इसी दौरान वह बोरवेल में गिर गया। बाकी बच्चों ने उसकी मदद करने की कोशिश की। जब वे नहीं कर सके तो तुरंत मयंक के माता-पिता को सूचित किया, जिसके बाद उन्होंने पुलिस और प्रशासन को सूचना दी, सूचना मिलते ही थाना प्रभारी और एसडीएम मौके पर पहुंचे। 2 जेसीबी, कैमरामैन की एक टीम और एसडीआरएफ की एक टीम बनारस से भेजी गई है और वे जल्द ही यहां आएंगी। बताया जा रहा है कि मनका गांव में बोरवेल में गिरे बच्चे को सकुशल बाहर निकालने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। कलेक्टर प्रतिभा पाल और पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य की लगातार निगरानी कर रहे हैं।

G News 24 : मस्जिद में गूंजा 'हर हर मोदी, घर घर मोदी', प्रधानमंत्री के समर्थन में लगे नारे

मस्जिद के आमिल बोले हमारे वजीरे आजम की हम बेहद कद्र करते है उनसे हमारे घर जेसे रिश्ते हैं.

मस्जिद में गूंजा 'हर हर मोदी, घर घर मोदी', प्रधानमंत्री के समर्थन में लगे नारे

भोपाल। लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान भोपाल में अजब नजारा देखने को मिला. यहां की अलीगंज हैदरी मस्जिद में 'हर हर मोदी, घर घर मोदी' के नारे गूंजे. इसके अलावा लोगों ने 'मोदी है तो मुमकिन है' के भी नारे लगाए. साथ ही बोहरा समाज ने मस्जिद के अंदर प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के पोस्टर लहराए.

बीजेपी प्रत्याशी आलोक शर्मा के समर्थन में बोहरा समाज ने नारेबाजी की. समाज के लोगों ने एकजुट होकर 'अबकी बार 400 पार' का नारा भी लगाया. वहीं मस्जिद के आमिल जौहर अली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिल खोलकर तारीफ की. उन्होंने कहा, "हमारे वजीरे आजम की बेहद कद्र करते है उनसे हमारे घर जेसे रिश्ते हैं. अल्लाह करें उन्हे कामयाबी मिले. आमिल जौहर अली ने आगे कहा, "देश के प्रधानमंत्री का हम सम्मान करते हैं. प्रधानमंत्री मोदी के और हमारे अच्छे ताल्लकु हैं. पीएम मोदी के सैय्यदाना साहब से भी बढ़िया रिश्ते हैं.

G.NEWS 24 : मौसम विभाग ने प्रदेश में कई जिलों के लिए जारी किया रेड अलर्ट !

बारिश, आंधी और ओलावृष्टि का दौर जारी...

मौसम विभाग ने प्रदेश में कई जिलों के लिए जारी किया रेड अलर्ट !

मध्यप्रदेश में बारिश, आंधी और ओलावृष्टि का दौर जारी है। पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के इंदौर, उज्जैन, शहडोल, सागर संभागों में कहीं कहीं बारिश हुई है। भोपाल, जबलपुर संभागों में अनेक स्थानों पर पानी गिरा। नर्मदापुरम संभाग के जिलों में सभी स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई एवं शेष सभी संभागों के जिलों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा। सिहोर, बैतूल, नर्मदापुरम, राजगढ़, हरदा, छिन्दवाड़ा, खरगोन, शाजापुर, देवास, भिंड, भोपाल में धूल भरी आंधी चली। 

भोपाल, सिवनी, भिंड, बालाघाट, राजगढ़, सिहोर, विदिशा, ग्वालियर, शाजापुर, इंदौर, बड़वानी, सागर, छिन्दवाड़ा, जबलपुर, मंडला, कटनी, रीवा, चित्रकूट में बिजली गिरी और तेज हवाएं चली। प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 39.5 °C धार में दर्ज किया गया तथा सबसे कम न्यूनतम तापमान 16.0°C पचमढ़ी (नर्मदापुरम) में दर्ज किया गया। 

शाजापुर (बेहरावल, कालापीपल, उगली), सीहोर (जावर, भैरुंदा), नर्मदापुरम (सिवनीमालवा, इटारसी, सुखतवा), राजगढ़ (सारंगपुर), रायसेन (गैरतगंज, दीवानगंज), विदिशा (गुलाबगंज), देवास (गंधर्वपुरी), बैतूल (बैतूल, मुलताई, सारणी, आमला), बालाघाट (कटंगी), छिंदवाड़ा (बिछुआ, अमरवाड़ा), पांढुर्णा (पांढुर्णा), सिवनी (छपारा, केवलारी, बरघाट, लखनादौन), दमोह (तेंदूखेड़ा)। 

वर्षा या गरज चमक के साथ बौछारों का कई जिलों में अनुमान है। इनमें शहडोल और उज्जैन संभाग, भोपाल, विदिशा, राजगढ़, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, झाबुआ, धार, इंदौर, रीवा, मऊगंज, सतना, मैहर, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, मंडला, पन्ना, दमोह और सागर शामिल हैं। नर्मदापुरम संभाग के जिलों में, रायसेन, सिहोर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट और पांढुर्णा शामिल हैं।

  • बिजली गिरने के साथ आंधी : शहडोल संभाग के जिलों में, भोपाल, विदिशा, राजगढ़, खरगौन, बड़वानी झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, अगरमालवा, मंदसौर, नीमच, रीवा, मऊगंज, सतना, मैहर, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, मंडला, पन्ना, दमोह और सागर जिलों में ।
  • ओलावृष्टि व वज्रपात के साथ आंधी : रायसेन सिहोर, नर्मदापुरम, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, नारसिंहपुर, उज्जैन, देवास, शाजापुर और बालाघाट जिलों में। 
  • यहां पर ओलावृष्टि का रेड अलर्ट : बैतूल छिंदवाड़ा सिकनी और पांढुर्णा जिलों में।

G News 24 : होली पर महाकाल मंदिर में केमिकल गुलाल के कारण लगी आग में झुलसे पुजारी की हुई मौत !

80 वर्षीय सत्यनारायण सोनी को इलाज के लिए इंदौर के बाद मुंबई रेफर किया गया था...

होली पर महाकाल मंदिर में केमिकल गुलाल के कारण लगी आग में झुलसे पुजारी की हुई मौत !

होली पर्व पर बाबा महाकाल के गर्भगृह में केमिकल गुलाल के कारण हुए भीषण अग्निकांड में एक सेवक की मौत हो गई। बुधवार सुबह मुंबई के अस्पताल में उपचार ले रहे बाबा महाकाल के सेवक सत्यनारायण सोनी की उपचार के दौरान मौत हो गई। बता दें कि हादसे में पुजारी कर्मचारी और कुल 14 सेवक गंभीर रूप से झुलस गए थे। इस अग्निकांड के बाद झुलसने से सभी लोगों को उपचार के लिए इंदौर के अरविंदो अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। मंगलवार रात तक तो इस अग्निकांड में झुलसे सभी लोग स्वस्थ थे, लेकिन बुधवार सुबह मुंबई के अस्पताल में उपचार ले रहे बाबा महाकाल के सेवक सत्यनारायण सोनी की उपचार के दौरान मौत हो गई। 

गौरतलब है कि महाकाल मंदिर में 25 मार्च की सुबह 5.49 बजे भस्म आरती के दौरान गर्भगृह में आग लग गई थी। इसमें पुजारी सहित 14 लोग झुलस गए थे। घायलों में 9 को इंदौर रेफर किया गया था। 5 का इलाज उज्जैन में ही चला था। इस मामले में गंभीर रूप से झुलसने के कारण 80 वर्षीय सत्यनारायण सोनी को इंदौर के अरविंदो अस्पताल में भर्ती कराय गया था, जहां से पिछले दिनों अच्छे उपचार के लिए मुंबई के अस्पताल में रेफर किया गया था। बुधवार सुबह उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। बताया जाता है कि सत्यनारायण सोनी बाबा महाकाल के सच्चे सेवक थे, जो कि भस्म आरती में सफाई करना हो, पूजन सामग्री एकत्रित करना हो या अन्य कोई भी काम हमेशा हर कार्य करने के लिए तैयार रहते थे। 

महाकाल मंदिर के पुजारी बताते हैं कि बाबा महाकाल की पूजा करने के लिए भले ही कोई भी पुजारी का समय चल रहा हो, लेकिन उनके सहयोगी के रूप में सत्यनारायण सोनी सेवा देने के लिए जरूर मौजूद रहते थे। बताया जाता है कि इस अग्निकांड में झुलसे पुजारी पुत्र मनोज शर्मा (43), पुजारी संजय शर्मा (50) और सेवक चिंतामण (65) का इलाज अभी भी इंदौर के अरविंदो अस्पताल में जारी है।

सीएम ने जताया दुख

महाकाल के सेवक की मौत पर सीएम मोहन यादव ने भी दुख जताया है। एक्स पर उन्होंने लिखा कि होली के पर्व पर महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान हुए भीषण हादसे में महाकाल भक्त श्री सत्यनारायण सोनी जी का उपचार के दौरान निधन, मेरी व्यक्तिगत क्षति है। शोकाकुल परिवार के साथ हम सबकी संवेदनाएं हैं। बाबा महाकाल से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा परिवारजनों को यह अपार दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति!