G News 24 : गडकरी, रिजिजू, जितिन प्रसाद, संजीव बालियान जैसे दिग्गजों की साख का है सवाल !

 2024 के रण का पहला चरण आज...

गडकरी,  रिजिजू, जितिन प्रसाद, संजीव बालियान जैसे दिग्गजों की साख का है सवाल !

लोकसभा चुनाव के फर्स्ट फेज में आज 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 102 सीटों पर वोटिंग हो रही है। सीटों के हिसाब से यह सबसे बड़ा फेज है। पहले चरण में 1625 उम्मीदवार अपनी किस्मत अजमा रहे हैं। इनमें देश के कई हाइप्रोफाइल नेता भी शामिल हैं। आज हो रहे चुनाव में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, संजीव बालियान, यूपी के कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद, आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर आजाद समेत कई दिग्गजों की किस्मत का फैसला मतदाता करेंगे।

इन दो राजनीतिक घरानों की भी प्रतिष्ठा दांव पर-

लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में यूपी के दो राजनीतिक घराने भी दमखम दिखा रहे हैं। मतदाता उनके दमखम को भी परखेंगे। इनमें एक कैराना का चर्चित हसन परिवार है। इनकी बेटी इकरा हसन इस सीट से बतौर सपा उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। दूसरा घराना सहारनपुर के काजी परिवार का है। इस घराने से ताल्लुक रखने वाले इमरान मसूद पिछले दो लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद तीसरे प्रयास में संसद में दाखिल होते हैं या नहीं, यह भी कौतूहल का विषय है।

2024 के रण का पहला चरण आज

आज जिन 102 सीटों पर वोटिंग हो रही है उनमें बीजेपी का पलड़ा भारी है क्योंकि 2019 में इन सीटों पर सबसे ज्यादा बीजेपी ने 40, DMK ने 24, कांग्रेस ने 15 सीटें जीती थीं जबकि अन्य को 23 सीटें मिली थीं।  पहले चरण में आज तमिलनाडु की सभी 39 सीटें, राजस्थान की 12, उत्तर प्रदेश की 8, मध्य प्रदेश की 6, महाराष्ट्र की 5, बिहार की 4, उत्तराखंड की सभी 5, असम की 5, पश्चिम बंगाल की तीन, मणिपुर, मेघालय और अरुणाचल की 2-2 सीटें, छत्तीसगढ़, मिजोरम और नागालैंड की एक एक सीट, सिक्किम, त्रिपुरा, अंडमान-निकोबार की एक-एक सीट तो जम्मू-कश्मीर, लक्षद्वीप और पुडुचेरी की भी एक एक सीट पर वोटिंग है।

आज इन दिग्गजों की किस्मत EVM में होगी कैद

  • महाराष्ट्र की नागपुर सीट से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, अरुणाचल पश्चिम से किरेन रिजिजू, त्रिपुरा वेस्ट से बीजेपी के पूर्व सीएम विप्लव देव मैदान में हैं
  • उत्तर प्रदेश की मुजफ्फरनगर सीट से बीजेपी के संजीव कुमार बालियान, पीलीभीत से बीजेपी के जितिन प्रसाद।
  • सहारनपुर से कांग्रेस के इमरान मसूद, कैराना सीट से एसपी की इकरा हसन मैदान में हैं।
  • बिहार की गया सीट से पूर्व सीएम और HAM चीफ जीतनराम मांझी की किस्मत का भी आज फैसला है।
  • वहीं उत्तराखंड में हरिद्वार सीट से बीजेपी के पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, पौड़ी गढ़वाल से बीजेपी नेता अनिल बलूनी।
  • नैनीताल सीट से बीजेपी के अजय भट्ट और अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ सीट से बीजेपी के अजय टम्टा मैदान में हैं।
  • मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा सीट से कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ मैदान में हैं तो बीजेपी नेता फग्गन सिंह कुलस्ते मंडला सीट से ताल ठोंक रहे हैं।
  • एमपी की शहडोल सीट से बीजेपी की हिमाद्री सिंह मैदान में हैं।
  • राजस्थान के बीकानेर से बीजेपी नेता अर्जुन राम मेघवाल की किस्मत के फैसले का दिन है।
  • जयपुर शहर सीट से गहलोत सरकार में मंत्री रहे प्रताप सिंह खाचरियावास मैदान में हैं तो अलवर सीट से भूपेंद्र यादव मैदान में हैं।
  • कांग्रेस नेता गौरव गोगोई की किस्मत का भी फैसला होगा। वह असम की जोरहाट सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
  • कांग्रेस नेता और शिवगंगा से सांसद कार्ति चिदम्बरम इस सीट से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां उनके पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदम्बरम सात बार जीते थे।
  • सक्रिय राजनीति में वापसी के लिए तमिलिसाई साउंडराजन ने हाल ही में तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया. चेन्नई दक्षिण लोकसभा सीट से भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है.
  • सहारनपुर में इमरान मसूद चुनावी मैदान में है। तमिलनाडु की चेन्नई सेंट्रल लोकसभा सीट पर द्रमुक की तरफ से मौजूदा सांसद दयानिधि मारन मैदान में उतरे हैं।
  • राजस्थान की अलवर लोकसभा सीट से बीजेपी ने दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव चुनाव लड़ रहे हैं।
  • के अन्नामलाई इस लोकसभा चुनाव में भाजपा के सबसे ज्यादा चर्चित उम्मीदवारों में से एक हैं। वह कोयंबटूर से चुनावी मैदान में हैं।

G.NEWS 24 : 21 राज्यों की 102 सीटों पर वोटिंग आज

8 केंद्रीय मंत्रियों की किस्मत का होगा फैसला...

21 राज्यों की 102 सीटों पर वोटिंग आज

नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों का आगाज आज से होने जा रहा है. पहले फेज के तहत 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर वोटिंग होनी है. चुनाव आयोग के मुताबिक, इलेक्शन के पहले फेज में कुल 1625 उम्मीदवार मैदान में हैं. इनमें 1491 पुरुष और 134 महिला उम्मीदवार हैं. पहले फेज में 8 केंद्रीय मंत्रियों, 2 पूर्व सीएम और एक पूर्व राज्यपाल चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. पिछले चुनाव (2019) में यूपीए ने इन 102 सीटों में से 45 और एनडीए ने 41 सीटें जीती थीं. लोकसभा चुनाव के पहले फेज के साथ ही अरुणाचल प्रदेश (60 सीटें) और सिक्किम (32 सीटें) में विधानसभा चुनाव भी होंगे.

पहले फेज में तमिलनाडु की सभी 39 सीटों, राजस्थान की 25 में से 12 सीटों पर, यूपी की 80 में से 8 सीटों पर, मध्य प्रदेश की 6 सीटों पर वोटिंग होगी. महाराष्ट्र की 5, असम की 5, उत्तराखंड की 5, बिहार की 4, पश्चिम बंगाल की 3, मेघालय की 2, अरुणाचल प्रदेश की 2 और मणिपुर की 2 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इसके अलावा पुडुचेरी, मिजोरम, छत्तीसगढ़, जम्मू-कश्मीर, लक्षद्वीप, सिक्किम, त्रिपुरा, नगालैंड और अंडमान-निकोबार की 1-1 सीट पर वोटिंग होनी है. नतीजे 4 जून को आएंगे.  टिंग टाइम सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक है. लेकिन 5 बजे तक जो लोग लाइन में लगे हुए रहेंगे, उन्हें वोट डालने दिया जाएगा.

इन सीटों पर डाले जाएंगे वोट -

  • तमिलनाडु-  चेन्नई सेंट्रल, श्रीपेरंबदूर, कांचीपुरम, अरक्कोणम, वेल्लोर, कृष्णागिरी, धर्मपुरी, तिरुवन्नामलाई, अरणी, विलुप्पुरम, कल्लाकुरिची, पोलाची, डिंडीगुल, करूर, तिरुचिरापल्ली , पेरम्बलुर, कुड्डालोर, चिदम्बरम, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम, तंजावुर, शिवगंगा, मदुरै, थेनी, विरुधुनगर, रामनाथपुरम, थूथुक्कुडी, तेनकासी, तिरुनेलवेली और कन्याकुमारी,तिरुवल्लुर, चेन्नई ईस्‍ट, चेन्नई साउथ,सलेम, नामक्कल, इरोड, तिरुप्पुर, नीलगिरी, कोयंबटूर.
  • उत्तर प्रदेश: मुरादाबाद, पीलीभीत और रामपुर.सहारनपुर, कैराना, मुज्जफनगर, बिजनौर, नगीना.
  • मध्‍य प्रदेश:  मंडला, बालाघाट और छिंदवाड़ा.सीधी, शहडोल, जबलपुर.
  • राजस्थान:  अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर.गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनू, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर,
  • असम: काजीरंगा, सोनितपुर, तखीमपुर, डिबरुगढ़ और जोरहट.
  • बिहार: औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई.
  • उत्तराखंड: टिहरी गढ़वाल, गढ़वाल, अल्मोडा, नैनीताल, उधमसिंह नगर और हरिद्वार.
  • महाराष्ट्र: रामटेक, नागपुर, भंडारा-गोंडिया, गढ़चिरौली चिमूर और चंद्रपुर.
  • पश्चिम बंगाल: कूचबिहार, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी.
  • मणिपुर: इनर मणिपुर सीट और आउटर मणिपुर की कुछ विधानसभा क्षेत्रों में.  
  • छत्तीसगढ़ : बस्तर.
  • जम्मू-कश्मीर: ऊधमपुर.
  • अरुणाचल प्रदेश: अरुणाचल पश्चिम, अरुणाचल पूर्व.
  • मेघालय: शिलांग, तुरा.
  • त्रिपुरा: त्रिपुरा पश्चिम.
  • मिजोरम
  • लक्षद्वीप
  • पुडुचेरी
  • सिक्किम
  • नगालैंड
  • अंडमान और निकोबार

G.NEWS 24 : AAP नेता अमानतुल्लाह खान को ED ने किया गिरफ्तार

दिल्ली वक्फ बोर्ड में हेराफेरी का आरोप...

AAP नेता अमानतुल्लाह खान को ED ने किया गिरफ्तार

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के एक और बडे़ नेता को ED ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली की ओखला सीट से पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान पर वक्फ की प्रॉपर्टी से जुड़े केस में मनी लॉन्ड्रिंग का केस चल रहा है। ED सुबह 11:30 बजे से ही उनसे पूछताछ कर रही थी। खान के परिसरों पर ED की छापेमारी भी हो चुकी है। ED ने कहा था कि छापे के दौरान कई अपराधिक सामग्री जब्त की गई, जो मनी लॉन्ड्रिंग के केस में उनकी भूमिका का संकेत देती है। वहीं, AAP ने आरोप लगाया था कि यह जांच उन झूठे मामलों में से एक थी जो उसकी पार्टी के नेताओं के खिलाफ दायर किए जा रहे थे। 

बता दें कि 2 दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने अमानतुल्लाह खान की अग्रिम जमानत की याचिका खारिज की थी। इसके बाद अमानतुल्लाह खान आज सुबह ED दफ्तर पहुंचे जहां 11.30 बजे से ही केंद्रीय एजेंसी उनसे पूछताछ कर रही थी। अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और संजय सिंह के बाद अमानतुल्लाह खान आम आदमी पार्टी के पांचवें ऐसे बड़े नेता हैं जो गिरफ्तार हुए हैं। इनमें से सिर्फ संजय सिंह ही जेल से बाहर है क्योंकि उन्हें ज़मानत मिल चुकी है। अमानतुल्लाह के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला CBI की FIR और दिल्ली पुलिस की 3 शिकायतों से जुड़ा है।

दरअसल, अमानतुल्लाह खान पर आरोप है कि दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने 32 लोगों को अवैध रूप से भर्ती किया था। उनके ऊपर आरोप है कि इसके साथ ही उन्होंने अवैध रूप से दिल्ली वक्फ बोर्ड की कई संपत्तियों को किराए पर दिया है। AAP नेता पर ये भी आरोप लगाया गया है कि उन्होंने दिल्ली वक्फ बोर्ड के धन का दुरुपयोग किया है, जिसके बाद उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के तहत मामला दर्ज किया गया था। ED दफ्तर में प्रवेश करने से पहले उन्होंने दावा किया कि जब वह वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष थे तो उन्होंने नियमों का पालन किया और कानूनी राय लेने के बाद और 2013 में आए नए अधिनियम (बोर्ड के लिए) के मुताबिक काम किया।

G.NEWS 24 : अयोध्या में रामनवमी के मौके पर हुआ रामलला का सूर्य तिलक

अद्भुत क्षण के साक्षी बने करोड़ों रामभक्त...

अयोध्या में रामनवमी के मौके पर हुआ रामलला का सूर्य तिलक

500 वर्षों तक चले संघर्ष के बाद निर्मित भव्य महल में मना रामलला का पहला जन्मोत्सव अद्भुत, अकल्पनीय और अविस्मरणीय रहा। रत्न जड़ित पीतांबरी यानी पीला वस्त्र व सोने का मुकुट धारण कर रामलला ने भक्तों को दर्शन दिए। अध्यात्म व विज्ञान का अद्भुत संगम भी उस समय नजर आया, जब सूर्य की किरणों ने पांच मिनट तक सूर्यवंश के सूर्य का ''सूर्य तिलक'' किया। इस अद्भुत क्षण को हर कोई अपनी आंखों में बसाने को लालायित नजर आया। वहीं, कार्यक्रम का प्रसारण न्यूज चैनलों के माध्यम से किया गया, जिससे घर बैठे करोड़ों लोग इस अद्भुत क्षण के साक्षी बने। इस दौरान 5 मिनट तक रामलला के ललाट पर सूर्य की किरण दिखाई दी.

भजन-कीर्तन, स्तुति-वंदना के बीच सबकी निगाहें घड़ी की सुइयों पर थीं। जैसे-जैसे घड़ी की सुइयां 12 की ओर बढ़ रही थीं, आतुरता भी बढ़ती रही। बालक राम सहित उत्सव मूर्ति की मनमोहक छवि के दर्शनकर भक्त मंत्रमुग्ध होते रहे। ...नवमी तिथि मधुमास पुनीता, सुकुलपछ अभिजित हरिप्रीता। मध्य दिवस अति सीत न धामा, पावन काल लोक विश्रामा। स्तुति तक पहुंचते-पहुंचते पूरे 12 बज चुके थे। मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने मंदिर के कपाट खोले तो घंटा घड़ियाल बजने के साथ ही भक्तों ने भए प्रकट कृपाला दीनदयाला, कौशल्या हितकारी... का भजन गायन शुरू कर दिया। जैसे ही जन्मोत्सव का कर्मकांड हुआ पूरा परिसर जय श्रीराम के उद्घोष से गूंज उठा।

 भक्त उत्साह की सीमाओं का उल्लंघन करने से भी नहीं चूके। मंदिर परिसर में मौजूद हर शख्स भावविभोर दिखा। संत एमबीदास व अन्य कलाकारों ने बधाइयां गाईं तो भक्त झूमने-नाचने लगे। पुजारी प्रेमचंद्र त्रिपाठी ने बताया कि सुबह 3:30 बजे ही मंदिर के कपाट खोल दिए गए थे। रामलला का श्रृंगार, राग-भोग, आरती व दर्शन साथ-साथ चलता रहा। सुबह से ही मंदिर में अनुष्ठानों का दौर शुरू हो गया था। चारों वेदों का पाठ, वाल्मीकि रामायण का पाठ सहित अन्य अनुष्ठान हुए। रामलला के सूर्य तिलक के समय श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास, महासचिव चंपत राय, ट्रस्टी डॉ़ अनिल मिश्र, ट्रस्टी महंत दिनेंद्र दास, सीबीआरआई रुड़की के निदेशक प्रो़ प्रदीप कुमार सहित अन्य विज्ञानी व साधु-संत मौजूद रहे।

इस तरह हुआ रामलला का पूजन-श्रृंगार -

  • सुबह 3:00 बजे- मधुपर्क, पंचामृत, दिव्य औषधियों से रामलला को स्नान कराया गया।
  • सुबह 3:30 बजे- श्रृंगार व मंगलाआरती के साथ मंदिर खोला गया।
  • सुबह 11:08 बजे- जन्मोत्सव को लेकर पूजन की प्रक्रिया शुरू हुई।
  • 11:40 से 11:55- श्रीरामलला को 56 भोग अर्पित किया गया।
  • 12:00 बजे- जन्म की आरती शुरू हुई, गर्भगृह का पर्दा खोला गया।
  • 12:00 बजे- सूर्य की किरणों ने रामलला का सूर्य तिलक किया।
  • 12:08 बजे- जन्म की स्तुति का गायन शुरू हुआ।
  • 12:16 बजे- वेदमंत्रों से रामलला की पुन: स्तुति की गई।
  • 12:30 बजे- दर्शनार्थियों को निकास मार्ग पर जन्म का प्रसाद बांटा गया

पांच चरणों में हुआ रामलला का सूर्य तिलक -

  • मंदिर के ऊपरी हिस्से पर लगे दर्पण पर सूर्य की किरणें गिरीं। यहां से परावर्तित होकर पीतल के पाइप में पहुंचीं।
  • पाइप में एक और दर्पण लगाया गया था। इससे किरणें टकराकर 90 डिग्री कोण में बदल गईं।
  • लंबवत पीतल के पाइप में लगे तीन लेंसों से किरणें आगे बढ़ीं।
  • किरणें तीन लेंस से गुजरने के बाद गर्भगृह में लगे दर्पण से टकराईं।
  • यहां से 90 डिग्री का कोण बनाकर 75 मिलीमीटर टीके के रूप में रामलला के ललाट पर पहुंचीं।

G.NEWS 24 : PM मोदी ने पहले चरण में चुनाव लड़ रहे सभी BJP उम्मीदवारों को लिखा पत्र

मेरा आपके माध्यम से सभी कार्यकर्ता साथियों से अनुरोध है कि वे...

PM मोदी ने पहले चरण में चुनाव लड़ रहे सभी BJP उम्मीदवारों को लिखा पत्र

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव की शुरुआत में कुछ ही समय बाकी है। ऐसे में रामनवमी की सुबह पीएम मोदी ने पहले चरण में चुनाव लड़ रहे सभी बीजेपी और एनडीए उम्मीदवारों को लेटर लिखा है। पीएम मोदी का फोकस इस पत्र को क्षेत्रीय भाषाओं में भी पहुंचाने पर है। यह पत्र पाकर प्रत्याशियों में उत्साह है। उन्होंने इस पत्र को अपने क्षेत्र के प्रत्येक मतदाता तक पहुंचाने का संकल्प लिया है। यहां हम अनिल बलूनी को लिखे गए पत्र के बारे में बता रहे हैं। 

पीएम मोदी ने लिखा, 'मेरे साथी कार्यकर्ता अनिल बलूनी जी, भारतीय जनता पार्टी। राम नवमी की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। आपको यह पत्र लिखते हुए आशा करता हूं कि आप कुशल मंगल से होंगे।  भारतीय जनता पार्टी के एक समर्पित कार्यकर्ता के रूप में मैंने आपको हमेशा कड़ा परिश्रम करते हुए देखा है। राज्यसभा सांसद के रूप में आपने उत्तराखण्ड के विकास से जुड़े मुद्दों को मुखरता से उठाया है और मीडिया में पार्टी के पक्ष को सहजता व कुशलता से रखा है। गढ़वाल संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के विकास व यहां के लोगों के लिए सेवाभाव से किये जाने वाले आपके प्रयास क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर लेकर जाएंगे।' पीएम ने लिखा, 'मुझे विश्वास है कि संसद में आप जनता जनार्दन का भरपूर आशीर्वाद लेकर आएंगे और नई सरकार में हम सब एक साथ मिलकर देशवासियों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने का हरसंभव प्रयास करेंगे। आप जैसे ऊर्जावान साथी मुझे संसद में मजबूती प्रदान करेंगे।' 

पीएम ने लिखा, 'आपके लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं व कार्यकर्ताओं से मैं विनम्र भाव से कहना चाहता हूं कि यह चुनाव साधारण चुनाव नहीं है। यह चुनाव हमारे वर्तमान और उज्ज्वल भविष्य के निर्माण का एक सुनहरा अवसर है। यह चुनाव पांच-छह दशकों के कांग्रेस के शासन काल में हमारे परिवार और परिवार के बुजुर्गों ने जो कष्ट सहे हैं, उनसे मुक्ति पाने का अहम क्षण है। पिछले एक दशक के दौरान समाज के हर वर्ग के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाते हुए देशवासियों की अनेक कठिनाइयों को दूर किया गया है। इस बार हमें मिलने वाला आपका हर वोट एक मजबूत सरकार बनाने और वर्ष 2047 तक भारत को विकसित बनाने के प्रयासों को गति देने वाला मत है।' 

पीएम ने कहा, 'चुनाव से पहले के अंतिम घंटे बहुत महत्वपूर्ण होते हैं इसलिए मेरा आपके माध्यम से सभी कार्यकर्ता साथियों से अनुरोध है कि वे अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखें। सभी मतदाताओं से मेरी नम्र विनती है कि गर्मी और दूसरी असुविधाओं को बर्दाश्त करते हुए भी राष्ट्र निर्माण का यह मौका न गवाएं, संभव हो तो सुबह-सुबह ही मतदान करें। मेरी ओर से सभी मतदाताओं को आप गारंटी देना कि मोदी का पल-पल देशवासियों के नाम है। आपको चुनाव में विजयी होने की शुभकामनाएं। मोदी की गारंटी है कि 24x7 for 20471, आपका नरेंद्र मोदी

G.NEWS 24 : भारत में Tesla की फैक्ट्री लगाएंगे एलन मस्क

शोरूम के लिए लोकेशन की तलाश शुरू...

भारत में Tesla की फैक्ट्री लगाएंगे एलन मस्क

नई दिल्ली। इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी टेस्ला के मालिक एलन मस्क अगले हफ्ते अपने पहले भारत दौरे पर आ रहे हैं. मस्क प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. इस दौरान वह भारत में टेस्ला की फैक्ट्री लगाने के लिए 2 से 3 अरब डॉलर के निवेश का ऐलान भी करने वाले हैं. न्यूज एजेंसी 'रॉयटर्स' ने मामले से जुड़े दो सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है. रिपोर्ट के मुताबिक, एलन मस्क सोमवार (22 अप्रैल ) को पीएम मोदी से मिलेंगे. उम्मीद है कि इसी दौरान वे दुनिया के तीसरे सबसे बड़े ऑटो मार्केट में टेस्ला की एंट्री की घोषणा करेंगे. न्यूज एजेंसी 'रॉयटर्स' की रिपोर्ट के मुताबिक, टेस्ला ने पहले ही नई दिल्ली और मुंबई में शोरूम के लिए लोकेशन की तलाश शुरू कर दी है. उसकी बर्लिन फैक्ट्री राइट-हैंड ड्राइव कारों का प्रोडक्शन कर रही है. 

कंपनी ने इन्हें इस साल के आखिर में भारत में निर्यात करने का टारगेट रखा है. सूत्रों ने बताया कि एलन मस्क स्पेस स्टार्टअप के साथ नई दिल्ली में भारत सरकार द्वारा आयोजित एक प्रोग्राम में भी शामिल हो सकते हैं. बता दें कि मस्क अमेरिकी स्पेस कंपनी SpaceX और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) के भी मालिक हैं. कई सालों से मस्क इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर भारत के हाई इंपोर्ट टैक्स का विरोध करते रहे हैं. वो इसे बदलने की पैरवी कर रहे थे. एक महीने पहले भारत सरकार ने EV पॉलिसी में बदलाव किया था. नई पॉलिसी के अनुसार, कुछ मॉडल्स के इंपोर्ट पर इंपोर्ट ड्यूटी 100% से घटाकर 15% कर दिया गया था. इसके लिए निवेशकों को कम से कम 50 मिलियन डॉलर (करीब 4,172 करोड़ रुपये) निवेश करना होगा. सरकार के इस नई पॉलिसी से लंबे समय से भारत में आने का रास्ता तलाश रही अमेरिकी बिजनेसमैन एलन मस्क की EV कंपनी टेस्ला के लिए भारत में एंट्री आसान हो गई. 

मस्क ने इस हफ्ते X पर कहा था कि भारत में इलेक्ट्रिक कारें होनी चाहिए जैसे कि हर दूसरे देश में हैं. भारत में टेस्ला इलेक्ट्रिक व्हीकल उपलब्ध कराना जरूरी हो गया है. मस्क ऐसे समय भारत आ रहे हैं, जब यहां चुनाव होने हैं. वहीं, इस समय अमेरिकी और चीनी बाजारों में EV की मांग धीमी हुई है. चीनी व्हीकल्स से भी टेस्ला को कॉम्पिटिशन मिल रहा है. भारत का  EV मार्केट अभी छोटा है, लेकिन ये तेजी से बढ़ रहा है. यहां अभी स्थानीय कार निर्माता टाटा मोटर्स का दबदबा है. 2023 में कुल कार बिक्री में EV की हिस्सेदारी सिर्फ 2% थी. सरकार का इसे 2030 तक 30% तक पहुंचाने का लक्ष्य है. पीएम मोदी और एलन मस्क अब तक 2 बार मिल चुके हैं. दोनों कि 2015 में कैलिफोर्निया में टेस्ला फैक्ट्री में मुलाकात हुई थी. इसके बाद जून 2023 में दोनों न्यूयॉर्क में मिले थे.

G.NEWS 24 : मध्य भारत, दक्षिण भारत और उत्तर पूर्व के अधिकतर राज्यों में बारिश के आसार

तटीय इलाकों में हीटवेव की चेतावनी...

मध्य भारत, दक्षिण भारत और उत्तर पूर्व के अधिकतर राज्यों में बारिश के आसार

मौसम विभाग ने उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में ओलावृष्टि की चेतावनी दी है। इसके साथ ही उत्तर पश्चिम भारत में 18 से 21 अप्रैल के बीच बिजली और तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है। आईएमडी के अनुसार जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 18 से 21 अप्रैल के बीच तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। हिमाचल और उत्तराखंड में बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं। उत्तर पूर्वी राज्य असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, नागालैंड और सिक्किम में भी 21 अप्रैल तक हल्की बारिश होने के आसार हैं। 

मौसम विभाग के अनुसार सौराष्ट्र, कच्छ, तेलंगाना, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में गर्म हवाएं पारा बढ़ा सकती हैं। समुद्र के किनारे बसे राज्यों में गर्मी के साथ नमी परेशानी की वजह बन सकती है। पश्चिम बंगाल के तटीय इलाके, तमिलनाडु और कर्नाटक में गर्मी के साथ नमी रहने की संभावना है। गोवा में भी गर्मी के साथ नमी लोगों की परेशानी बढ़ा सकती है। उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश हो सकती है। राजस्थान में भी इसी वजह से बारिश होने के आसार हैं। 

हालांकि, 20 अप्रैल तक पश्चिमी विक्षोभ का असर कम होने के आसार हैं। मध्य भारत, दक्षिण भारत और उत्तर पूर्व के अधिकतर राज्यों में बारिश के आसार हैं। हालांकि, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार के अधिकतर राज्यों में मौसम सामान्य रहने की उम्मीद है। झारखंड के डालटनगंज शहर में 16 अप्रैल को पारा सबसे कम रहा। मंगलवार के दिन यहां का तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग ने लू लगने पर उससे बचने के उपाय भी बताए हैं। पहले मौसम विभाग ने यह जानकारी दी थी कि 2024 में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना है।

G News 24 : यूपीएससी के फाइनल रिजल्ट में आदित्य श्रीवास्तव ने किया टॉप

 यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का अंतिम परिणाम जारी...

यूपीएससी के फाइनल रिजल्ट में आदित्य श्रीवास्तव ने किया टॉप

संघ लोक सेवा आयोग ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (यूपीएससी सीएसई) 2023 के लिए अंतिम परिणाम आज, यानी 16 अप्रैल, 2024 को घोषित कर दिया है। लिस्ट में कुल 1016 उम्मीदवारों ने जगह बनाई है। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2023 में शामिल हुए उम्मीदवार आयोग की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर जाकर रिजल्ट पीडीएफ डाउनलोड कर सकते हैं। इस साल यूपीएससी फाइनल रिजल्ट में आदित्य श्रीवास्तव ने टॉप किया है।

यूपीएससी ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर एक सार्वजनिक सूचना के माध्यम से परिणामों की घोषणा की। नोटिस में लिखा है, "संघ लोक सेवा आयोग द्वारा सितंबर, 2023 में आयोजित सिविल सेवा परीक्षा, 2023 के लिखित भाग और जनवरी-अप्रैल 2024 में आयोजित व्यक्तित्व परीक्षण के लिए साक्षात्कार के परिणाम के आधार पर, नियुक्ति के लिए अनुशंसित अभ्यर्थियों की योग्यता सूची जारी की गई है।"

किस वर्ग के कितने उम्मीदवार 

यूपीएसी में सफलता पाने वाले 1016 उम्मीदवारों में 347 सामान्य वर्ग, 115 ईडब्ल्यूएस, 303 अन्य पिछड़ा वर्ग, 165 अनुसूचित जाति और 86 अनुसूचित जनजाति वर्ग से हैं।

आईएएस के लिए 80 उम्मीदवारों का चयन

इस बार आईएएस सेवा के लिए 180 उम्मीदवारों का चयन हुआ है, जिसमें 73 सामान्य वर्ग, 17 ईडब्ल्यूएस, 49 अन्य पिछड़ा वर्ग, 27 अनुसूचित जाति और 14 अनुसूचित जनजाति वर्ग से हैं।

37 उम्मीदवार बनेंगे आईएफएस अफसर

ऐसे ही आईएफएस सेवा के लिए 37 उम्मीदवारों का चयन हुआ है, जिसमें 16 सामान्य वर्ग, 4 ईडब्ल्यूएस, 10 अन्य पिछड़ा वर्ग, 5 अनुसूचित जाति और 2 अनुसूचित जनजाति वर्ग से हैं।

आईपीएस सेवा के लिए 200 उम्मीदवारों का चयन

इसके साथ आईपीएस सेवा के लिए 200 उम्मीदवारों का चयन हुआ है, जिसमें 80 सामान्य वर्ग, 20 ईडब्ल्यूएस, 55 अन्य पिछड़ा वर्ग, 32 अनुसूचित जाति और 13 अनुसूचित जनजाति वर्ग से हैं।

सेंट्रल सर्विस ग्रुप 'A' और 'B' के लिए इतनों का चयन

यूपीएससी की ओर से जारी परिणामों में सेंट्रल सर्विस ग्रुप 'A' के लिए कुल 613 और ग्रुप 'B' सर्विसेस के लिए 113 उम्मीदवार चयनित हुए हैं।

15 दिनों के भीतर जारी होंगे अंक

जो भी उम्मीदवार यूपीएससी की परीक्षा में शामिल हुए थे, उनके अंक परिणाम घोषित होने की तारीख से 15 दिनों के भीतर वेबसाइट पर उपलब्ध होंगे। कुल 1016 उम्मीदवारों का चयन हुआ है। 355 अनुशंसित उम्मीदवारों की उम्मीदवारी को अनंतिम रखा गया है।

आधिकारिक वेबसाइट पर लिखा है, "उम्मीदवार अपनी परीक्षाओं/भर्ती के संबंध में कोई भी जानकारी/स्पष्टीकरण कार्य दिवसों पर सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे के बीच व्यक्तिगत रूप से या टेलीफोन नंबर 23385271/23381125/23098543 पर प्राप्त कर सकते हैं। जो उम्मीदवार साक्षात्कार दौर के लिए उपस्थित हुए थे, वे यूपीएससी की वेबसाइट यानी http://www.upsc.gov.in से परिणाम डाउनलोड कर सकते हैं।"

ऐसे डाउनलोड करें रिजल्ट

  • संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in और upsconline.nic.in पर जाएं।
  • मुखपृष्ठ पर, "सिविल सेवा परीक्षा, 2023 का अंतिम परिणाम" पर क्लिक करें। 
  • अगले चरण में रिजल्ट लिंक पर क्लिक करें।
  • यूपीएससी परिणाम पीडीएफ दस्तावेज स्क्रीन पर दिखाई देगा।
  • अपना नाम, रोल नंबर, एआईआर जांचें और उसे डाउनलोड करें।
  • आप अपना नाम ढूंढने के लिए शॉर्टकट Ctrl+F' का भी उपयोग कर सकते हैं।
  • भविष्य के संदर्भ के लिए यूपीएससी सीएसई फाइनल रिजल्ट पीडीएफ डाउनलोड करें।

G News 24 : छत्तीसगढ़ के कांकेर में नक्सल कमांडर शंकर राव समेत 18 नक्सली ढेर !

 एनकाउंटर में  3 जवान जख्मी...

छत्तीसगढ़ के कांकेर में नक्सल कमांडर शंकर राव समेत 18 नक्सली ढेर !

छत्तीसगढ़ के कांकेर में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 18 नक्सली ढेर हो गए. इस कार्रवाई में 3 जवान घायल हो गए. कांकेर के छोटे बेठिया थाना के कलपर के जंगल में मुठभेड़ जारी है. नक्सलियों के साथ इस बड़ी मुठभेड़ में 25 लाख रुपये के इनामी नक्सली शंकर राव समेत 18 नक्सली ढेर हुए हैं. मुठभेड़ में 18 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि घटनास्थल से 5एके 47 एवम LMG हथियार के बरामदगी की जानकारी मिली है. मुठभेड़ में इंस्पेक्टर समेत 3 जवान भी घायल हुए हैं. इंस्पेक्टर के पैर में गोली लगी वहीं कांस्टेबल को हल्की चोट लगी है.आईजी बस्तर पी सुंदरराज ने कहा कि छोटेबेठिया थाना क्षेत्र के जंगली इलाकों मुठभेड़ चल रही है.

 दंतेवाड़ा जिले में कल 26 नक्सलियों ने एक साथ सरेंडर किया था

दंतेवाड़ा जिले में सोमवार को 26 नक्सलियों ने एक साथ सरेंडर किया है. इसमें 1 लाख रुपये के इनामी नक्सली भी शामिल रहे. इन नक्सलियों ने जिले में बढ़ते नक्सल विरोधी अभियान और सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर दंतेवाड़ा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे लोन वर्रा टू अभियान से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया.

 19 अप्रैल को मतदान, बस्तर सीट पर शांतिपूर्ण चुनाव कराना बनी चुनौती 

छत्तीसगढ़ के बस्तर लोकसभा सीट में प्रथम चरण में 19 अप्रैल को मतदान होना है. यह सीट नक्सल प्रभावित होने की वजह से यहां शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न कराना पुलिस के लिए काफी चुनौतीपूर्ण है, लेकिन नक्सलियों के खिलाफ पिछले साढ़े 3 महीनों से चलाए जा रहे नयी रणनीति के तहत एंटी नक्सल ऑपरेशन से माओवादी संगठन  की कमर टूटी है और अब लगातार स्थानीय नक्सली संगठन छोड़ पुलिस के समक्ष सरेंडर कर रहे हैं.

नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मतदान को लेकर क्या है तैयारी !

बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि हेलीकॉप्टर के माध्यम से मतदान दलों को नक्सल प्रभावित क्षेत्र के अंदरूनी इलाकों में बनाए गए मतदान केंद्रों तक पहुंचाया जाएगा. साथ ही पहुंचविहीन इलाके में जवानों को पहुंचाने का काम हेलीकॉप्टर के माध्यम से किया जाएगा. हालांकि सुरक्षागत कारणों से आईजी ने यह नहीं बताया कि बस्तर लोकसभा के किन इलाकों में हेलीकॉप्टर की मदद ली जाएगी. उन्होंने कहा कि मतदान दल की सुरक्षा और जवानों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए इस बार घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्रो में बने मतदान केंद्रों और इलाक़ो में हेलीकॉप्टर की मदद ली जाएगी.

G News 24 : मौजूदा पॉलिसी बनाम लोकलुभावन वादों के बीच है मुकाबला : यूबीएस

 बीजेपी-कांग्रेस के घोषणा पत्र में ...

मौजूदा पॉलिसी बनाम लोकलुभावन वादों के बीच है मुकाबला :  यूबीएस

देश की दोनों ही प्रमुख राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस और बीजेपी ने लोकसभा चुनावों को लेकर अपना अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है. आर्थिक क्षेत्र से जुड़े दिग्गज और विशेषज्ञों ने दोनों ही दलों के घोषणापत्र का पोस्टमार्टम करना भी शुरू कर दिया है. दुनिया की दिग्गज फाइनेंशियल फर्म यूबीएस ने राजनीतिक दलों के घोषणा पत्र की समीक्षा करते हुए रिसर्च नोट जारी किया है. 

यूबीएस ने की घोषणा पत्रों की समीक्षा 

यूबीएस (UBS) ने अपने नोट में भारत की आर्थिक तस्वीर को ध्यान में रखते हुए, क्या मोदी जीतेंगे? चुनावी घोषणा पत्र: नीति निरंतरता बनाम लोकलुभावनवाद शीर्षक के नाम से राजनीतिक दलों के घोषणा पत्र को लेकर रिसर्च पेपर जारी किया है. यूबीएस ने अपने रिसर्च पेपर में बताया कि चुनावी घोषणापत्रों में राजनीतिक दलों ने युवा, महिला, किसानों, गरीब और अल्पसंख्यकों पर अपना ध्यान केंद्रित किया है. यूबीएस ने बताया कि उसने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए बीजेपी, कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय पार्टी समेत क्षेत्रीय दलों के घोषणा पत्र की समीक्षा की है. राजनीतिक दल कानूनी रूप से घोषणा पत्र में किए गए वादों को पूरा करने के लिए बाध्य नहीं हैं लेकिन मध्यम अवधि में ग्रोथ और मैक्रो स्टैबिलिटी के लिए पॉलिसी का चुनाव और रिफॉर्म नैरेटिव सेट करने के लिए बहुत मायने रखते हैं. 

लोकलुभावन घोषणाएं बढ़ाएगी वित्तीय बोझ!

यूबीएस के मुताबिक बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में कहा कि कैसे उसने पिछले दशक में कम महंगाई दर के साथ हाई ग्रोथ और फिस्कल प्रूडेंस का प्रदर्शन किया है और आगे भी वो इसी पथ पर चलती रहेगी. पार्टी ने ये गारंटी दिया है कि अगले पांच वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था होगी. यूबीएस ने कहा कि पॉलिसी में निरंतरता पर ध्यान केंद्रित करना बिजनेस सेंटीमेंट के लिए फायदेमंद रहेगा और इससे प्राइवेट कॉरपोरेट कैपिटल एक्सपेंडिचर को बढ़ावा मिलेगा. यूबीएस के मुताबिक कांग्रेस ने भी अपने घोषणा पत्र में कुछ सही बातें कही है लेकिन ये लोकलुभावन ज्यादा है. नोट में कहा गया कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में किए गए लोकलुभावन वादों को पूरा करने से राजकोषीय घाटा बढ़कर जीडीपी का 7 से 8.5 फीसदी तक हो जाएगा जबकि बीजेपी सरकार ने अंतरिम बजट में जीडीपी का 5.1 फीसदी राजकोषीय घाटा रखने का लक्ष्य रखा है. यूबीएस के मुताबिक राजकोषीय घाटा के बढ़ने से मैक्रो स्टैबिलिटी को झटका लगेगा और इसके चलते निजी कॉरपोरेट कैपेक्स रिकवरी में और देरी होगी.    

मैन्युफैक्चरिंग पर कांग्रेस बीजेपी का जोर

यूबीएस ने बीजेपी कांग्रेस और क्षेत्रीय दलों के घोषणा पत्र में अलग अलग एजेंडे को लेकर कही गई बातों की तुलना भी की है. इकोनॉमी को लेकर बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में कहा कि वो भारत को पांचवीं से तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएगी और भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाएगी. कांग्रेस ने नई आर्थिक नीति को लागू करने के साथ रोजगार के सृजण, वेल्थ क्रिएशन और सामाजिक सुरक्षा पर जोर देने का वादा किया है. साथ ही पार्टी ने जीडीपी में मैन्युफैक्चरिंग की हिस्सेदारी को मौजूदा 14 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी करने का वादा किया है. 

MSP की कानूनी गारंटी

कृषि क्षेत्र को लेकर बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को लागू करने के लिए इंटीग्रेटेड प्लानिंग और समन्वय के साथ लागू करने के लिए कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन बनाने का वादा किया है. कृषि आधारित एक्टिविटीज के लिए भारत कृषि सैटेलाइट बनाने के साथ दालों और खाने के तेल के मामले में भारत को आत्मनिर्भर बनाने का वादा किया गया है. जबकि कांग्रेस ने स्वामीनाथन कमीशन की सिफारिशों को लागू करते हुए न्यूनतम समर्थन मुल्य (MSP) को कानूनी गारंटी देने का वादा किया है. डीएमके ने किसानों के कर्ज माफी का वादा किया है. 

कांग्रेस देगी 1 लाख रुपये सालाना, बीजेपी मुफ्त अनाज

बीजेपी ने ग्रामीण भारत और गरीबों के लिए अपने घोषणा पत्र में पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत अगले पांच वर्ष तक मुफ्त राशन देने का वादा किया है. पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत मुफ्त बिजली देने, पीएम मुद्रा योजना के तहत लोन की रकम की सीमा को 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख करने और गरीबों के लिए 3 करोड़ नए घरों के निर्माण का वादा किया है. जबकि कांग्रेस ने महालक्ष्मी स्कीम के तहत हर गरीब परिवार की महिला को सालाना 1 लाख रुपये देने का वादा किया है. मनरेगा के तहत 400 रुपये प्रति दिन न्यूनतम वेतन देने के अलावा पूरे देश में स्वच्छ पीने का पानी देने का भी वादा किया गया है. इसके अलावा पीडीएस के तहत दाल और खाने के तेल देने कांग्रेस ने अपने मैनिफेस्टो में जिक्र किया है.    

30 लाख सरकारी नौकरी का वादा!

रोजगार का मुद्दा इस चुनाव में छाया हुआ है. तो बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में मैन्युफैक्चरिंग में पीएलआई स्कीम और मेक इन इंडिया के जरिए रोजगार के अवसर बढ़ाने, खिलौना मैन्युफैक्चरिंग के मामले में भारत को प्रमुख केंद्र के तौर पर विकसित करने, पर्यटन में रोजगार के अवसर बढ़ाने के साथ ज्यादा से ज्यादा ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स, ग्लोबल टेक सेंटर्स और ग्लोबल इंजीनियरिंग सेंटर्स बनाने का वादा किया है. रोजगार के मुद्दे पर कांग्रेस के घोषणा पत्र में किए गए वादों पर नजर डालें तो पार्टी ने हर डिप्लोमा होल्डर और ग्रेजुएट को अप्रेंटिसशिप के अधिकार के तहत एक साल के लिए अप्रेंटिसशिप देने का वादा किया है. मनरेगा के जैसे शहरी इलाकों के लिए रोजगार गारंटी योजना शुरू की जाएगी. कांग्रेस ने केंद्र सरकार में खाली पड़े 30 लाख पदों को भरने का वादा किया है. साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए नौकरी और शैक्षणिक संस्थानों में 10 फीसदी कोटा देने का वादा किया है. साथ ही 15 मार्च 2024 तक सभी एजुकेशन लोन के बकाये ब्याज को माफ किया जाएगा.

  बीजेपी देगी बुजुर्गों को स्वास्थ्य बीमा, कांग्रेस लाएगी GST 2.0

स्वास्थ्य के मुद्दे पर बीजेपी ने 70 साल से ज्यादा उम्र के वरिष्ठ नागरिक और ट्रांसजेंडर को आयुष्मान भारत योजना का लाभ देने का वादा किया है जिसमें इलाज पर होने वाले 5 लाख रुपये तक के खर्च पर सरकार बीमा कवर प्रदान करती है. कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में गरीबों को 25 लाख रुपये तक का कैशलेस इंश्योरेंस का लाभ देने का वादा किया है. इंफ्रास्ट्रक्चर के मुद्दे पर भी बीजेपी और कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में बड़े-बड़े वादे किए हैं. टैक्स और जीएसटी के मोर्चे पर बीजेपी ने जीएसटी के पोर्टल को और सरल बनाने का वादा किया है तो कांग्रेस ने नए सिरे से एक रेट वाले जीएसटी 2.0 लाने का वादा किया है. कांग्रेस ने डायरेक्ट टैक्स कोड लाने के साथ स्टेबल पर्सनल इनकम टैक्स रेट का भरोसा दिया है. और यूनियन सेस और सरचार्ज को ग्रॉस टैक्स रेवेन्यू  का 5 फीसदी रखने का भरोसा दिया है. 

कांग्रेस से वादों से बढ़ेगा वित्तीय बोझ 

यूपीएस ने अपने नोट में कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में कई लोकलुभावन वादे किए गए हैं पर इसमें ये नहीं बताया गया है कि खजाने पर इसका कितना बोझ आएगा. यूबीएस ने कहा कि कांग्रेस के सभी घोषणाओं को लागू किया गया तो जीडीपी का 2 से 3 फीसदी तक का अतिरिक्त वित्तीय बोझ सरकार के खजाने पर आएगा. नोट में कहा गया कि ये भी स्पष्ट नहीं किया गया है कि क्या पुरानी कल्याणकारी योजनाओं को वापस लिया जाएगा. यूबीएस ने कहा कि जबतक इकोनॉमिक रिकवरी और तेज ना हो जाए और ज्यादा टैक्स नहीं लगाया जाएगा इसे लागू करना संभव नजर नहीं आ रहा जबकि कांग्रेस पूरे कार्यकाल के दौरान इनकम टैक्स रेट्स को स्टेबल रखने, केंद्र सरकार के सेस और सरचार्ज को ग्रॉस टैक्स रेवेन्यू का 5 फीसदी पर स्टेबल रखने की बात कर रही है. 

ओपिनियन पोल में बीजेपी  का बेहतर प्रदर्शन !

यूबीएस ने अपने रिसर्च नोट में कहा, हम चुनावों के नतीजों की भविष्यवाणी नहीं कर रहे क्योंकि पूर्व में भी ओपिनियन पोल और एग्जिट पोल गलत साबित हुए हैं हालांकि हाल में किए गए ओपिनियन पोल में चुनावों में बीजेपी के बेहतर प्रदर्शन की बात की जा रही है. इन रूझानों के आधार पर कहा जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के सबसे लोकप्रिय नेता हैं. हालिया विधानसभा चुनाव के नतीजे बता रहे कि मोदी फैक्टर, उनके सरकार के काम और सरकार द्वारा लागू किए गए कल्याणकारी योजनाओं का बीजेपी को बड़ा लाभ हुआ है. लोकसभा चुनावों के बावजूद सरकार लोकलुभावन एलान करने से बचती आई है. यूबीएस के मुताबिक राजनीतिक स्थिरता से पॉलिसी निरंतरता बनी रहेगी जिसका मार्केट सेंटीमेंट पर अच्छा असर देखने को मिलेगा. 

G.NEWS 24 : प्राण जाए पर वचन ना जाए : पीएम मोदी

ईमानदार आदमी को कोई डर नहीं होता...

प्राण जाए पर वचन ना जाए : पीएम मोदी

नई दिल्ली। पीएम मोदी ने लोकसभा चुनावों से पहले न्यूज एजेंसी ANI को इंटरव्यू दिया है। इस दौरान पीएम ने बताया कि उनकी सबसे बड़ी ताकत क्या है। पीएम मोदी ने जनता को अपनी सबसे बड़ी ताकत बताया और कहा कि हम देश को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। पीएम मोदी ने बताया कि उनकी सबसे बड़ी ताकत जनता है। उन्होंने कहा कि जनता मुझे मां भारती का बेटा मानती है। हम जो कहते हैं, जनता को उस पर भरोसा है। जनता का भरोसा ही मेरी सबसे बड़ी ताकत है। 

पीएम ने ईडी के काम की तारीफ करते हुए कहा कि ईडी ने ज्यादातर जो केस रजिस्टर किए हैं, वह उन लोगों के खिलाफ हैं, जिनका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि ईमानदार आदमी को कोई डर नहीं होता है। लेकिन जो लोग भ्रष्टाचार में शामिल हैं, उन्हें पाप का डर है। पीएम ने कहा कि कोई मुझे नहीं बताता कि कितने विपक्ष के नेता जेल में हैं। जब मैं सीएम था तो उन लोगों ने मेरे होम मिनिस्टर को जेल में डाल दिया था। देश को समझना चाहिए कि राजनीतिक दलों के नेता ईडी केसों में महज 3 फीसदी ही शामिल हैं। 97 फीसदी केस ऐसे लोगों के खिलाफ हैं, जो राजनीति से वास्ता नहीं रखते। 

पीएम ने कहा कि मुझे लगता है कि राजनीतिक नेतृत्व संदिग्ध होता जा रहा है। ऐसी स्थिति में, हमें याद रखना चाहिए कि हमारे पास 'प्राण जाए पर वचन न जाए' की परंपरा है। मेरा मानना ​​है कि राजनेताओं को ऐसा करना चाहिए कि वह खुद स्वामित्व लें, उन्हें जिम्मेदारी लेनी चाहिए। मैं जो कहता हूं, वह मेरी जिम्मेदारी है और मैंने इसकी गारंटी भी दी है और मैं अनुच्छेद 370 का मामला लेता हूं, यह हमारी पार्टी की प्रतिबद्धता रही है। मैंने साहस दिखाया और 370 को हटा दिया। और आज जम्मू-कश्मीर का भाग्य बदल गया है।

G News 24 : CM केजरीवाल, अभी 23 अप्रैल तक तिहाड़ जेल में ही रहेंगे,बढ़ी न्यायिक हिरासत !

 शराब घोटाला केस में केजरीवाल को राहत नहीं  ...

CM केजरीवाल, अभी 23 अप्रैल तक तिहाड़ जेल में ही रहेंगे,बढ़ी न्यायिक हिरासत !

दिल्ली शराब घोटाला मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। सोमवार को राउज़ एवेन्यू कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल की न्याययिक हिरासत 23 अप्रैल तक बढ़ा दी है।केजरीवाल की 15 दिनों की न्यायिक हिरासत सोमवार को खत्म हो रही थी जिसके बाद आज सोमवार को तिहाड़ जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राउज एवेन्यू कोर्ट में केजरीवाल की पेशी हुई और कोर्ट में उन्हें पेश किया गया, जहां अदालत ने उन्हें अब 23 अप्रैल तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आज ही राउज एवेन्यू कोर्ट ने दिल्ली शराब घोटाले की सह-अभियुक्त के कविता की न्यायिक हिरासत भी 23 अप्रैल तक बढ़ा दी है।

आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल को ईडी ने दिल्ली शराब घोटाला मामले में पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था और तिहाड़ जेल भेज दिया था। दिल्ली हाई कोर्ट से ईडी के द्वारा दंडात्मक कार्रवाई से सुरक्षा देने से इनकार करने के बाद केजरीवाल को 21 मार्च की रात को ईडी ने उनके घर से गिरफ्तार कर लिया था। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में दिन में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ दायर की गई याचिका पर सुनवाई हुई जिसमें कोर्ट ने ईडी से जवाब मांगा है। न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता की शीर्ष अदालत की पीठ ने ईडी से इस मामले में 24 अप्रैल तक जवाब देने को कहा और कहा कि मामले की सुनवाई 29 अप्रैल से शुरू होने वाले सप्ताह में की जाएगी।

बता दें कि बीते 9 अप्रैल को, दिल्ली उच्च न्यायालय ने आप संयोजक अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को बरकरार रखा था और कहा था कि केजरीवाल द्वारा नौ सम्मनों को नजरअंदाज करने और जांच में शामिल होने से इनकार करने के बाद एजेंसी के पास यही एक विकल्प बचा था। 

G News 24 : CISF बल की ड्यूटी का 'अति संवेदनशील' होती है, इसलिए इन्हे CLMS सुविधा नहीं मिलती !

 सेना और दूसरे केंद्रीय बलों को मिल रही 'मदिरा'...

CISF बल की ड्यूटी का 'अति संवेदनशील' होती है, इसलिए इन्हे CLMS सुविधा नहीं मिलती !

केंद्रीय अर्धसैनिक बल 'सीआईएसएफ' में 'शराब' को लेकर रार मची है। सेना के जवानों के लिए शराब का एक कोटा रहता है। दूसरे केंद्रीय बलों के जवानों को केंद्रीकृत लॉग प्रबंधन समाधान (सीएलएमएस) सुविधा उपलब्ध कराई गई है। सीआईएसएफ में यह सुविधा प्रदान नहीं की जा रही। इसके पीछे, बल की ड्यूटी का 'अति संवेदनशील' होना बताया गया है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अलायंस ऑफ ऑल एक्स पैरामिलिट्री फोर्सेस वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव रणबीर सिंह ने कहा, ये तो सीआईएसएफ जवानों के साथ सौतेला व्यवहार है। 

उनका कहना है कि संवेदनशील ड्यूटी तो सेना और दूसरे अर्धसैनिक बल भी करते हैं, लेकिन उन्हें तो 'मदिरा' सुविधा मिल रही है। एसोसिएशन के महासचिव ने कहा है, सुविधाओं को लेकर देश के सबसे बड़े औद्योगिक बल 'सीआईएसएफ' जवानों के साथ सौतेला व्यवहार करना ठीक नहीं है। इस बल को हवाईअड्डों, बंदरगाहों, परमाणु घरों, मेट्रो और दूसरे विभिन्न औधोगिक संस्थानों व महत्वपूर्ण भवनों की चाक चौबंद सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। देश के सभी केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में केंद्रीकृत लॉग प्रबंधन समाधान (सीएलएमएस) सुविधा प्रदान की गई है।

इसका मकसद, सेवारत एवं सेवानिवृत्त जवानों को सस्ते दामों पर मदिरा सुविधा मुहैया कराना है। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों को उपरोक्त सीएलएमएस सुविधा से वंचित रखा गया है। बतौर रणबीर सिंह, सीआईएसएफ महानिदेशालय द्वारा इसके पीछे जो वजह बताई गई है, वह इस बल के जवानों द्वारा अति संवेदनशील जगहों पर ड्यूटी को अंजाम देना है।

एसोसिएशन को कई दूसरे प्रशासनिक कारणों का भी हवाला दिया गया है। तीनों सेनाओं के अंगों व सभी केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में मदिरा सुविधा उपलब्ध है। केवल सीआईएसएफ जवानों को ही इस सुविधा से दूर रखा जा रहा है। एसोसिएशन के एक प्रतिनिधि मंडल ने पूर्व एडीजी एचआर सिंह के नेतृत्व में इस बाबत शीर्ष अफसरों से आग्रह किया था। तब यह मांग की गई थी कि कम से कम रिटायर्ड कर्मियों को ही सीएलएमएस सुविधा उपलब्ध करा दी जाए। जवानों को सीएलएमएस सुविधा उपलब्ध मुहैया न कराने से करोड़ों रुपये के जीएसटी की हानि हो रही है।

दूसरा महत्वपूर्ण मुद्दा, जवानों की छुट्टियों को लेकर है। रणबीर सिंह ने कहा, सीआईएसएफ देश का एकमात्र ऐसा बल है, जहां 30 दिनों का वार्षिक अवकाश दिया जाता है। ऐसे मौके भी आते हैं, जब एकसाथ 30 दिनों की छुट्टी देने की बजाए, उसे भी किश्तों में दिया जाता है। भारतीय सेनाओं व केंद्रीय सुरक्षा बलों में 60 दिनों का सालाना अवकाश मिलता है। कई वर्ष पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा की थी कि अर्धसैनिक बलों में जवानों को 100 दिन का अवकाश मिलेगा। वह आदेश अभी तक साकार नहीं हो सका है। पूर्व एडीजी एचआर सिंह ने कहा है कि इन बलों में जवानों के कल्याण से संबंधित मुद्दों व पुरानी पैंशन बहाली को लेकर लोकसभा चुनाव के बाद दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

G News 24 : अस्पतालों में फिर बढ़े चमकी बुखार के मामले, बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित !

 सरकार लगातार इस खतरनाक रोग से बचाव लेकर अभियान चला रही है...

अस्पतालों में फिर बढ़े चमकी बुखार के मामले, बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित !

नई दिल्ली। चमकी बुखार के कारण हर साल बड़ी संख्या में बच्चे अस्पतालों में भर्ती होते हैं, इसके कारण मौत का खतरा भी अधिक देखा जाता रहा है। सरकार लगातार इस खतरनाक रोग से बचाव लेकर अभियान चला रही है, हालांकि अब भी ये बड़ा खतरा बना हुआ है। हालिया मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बिहार के कुछ जिलों में एक बार फिर से चमकी बुखार के मामले बढ़ रहे हैं। मुजफ्फरपुर में करीब 14 लोगों में चमकी बुखार के लक्षण दिखने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, हालांकि रोगियों के जांच की रिपोर्ट की अभी प्रतीक्षा है। 

रिपोर्टस के मुताबिक  मुजफ्फरपुर के पीआईसीयू में शनिवार-रविवार दोनों दिन 7-7 बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों की टीम लगातार बच्चों की निगरानी कर रही है। खून के सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है, रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सभी लोगों को बुखार से बचाव के उपाय करते रहने की सलाह दी है। आइए जानते हैं कि चमकी बुखार के क्या कारण हैं और बच्चों को इससे किस प्रकार से सुरक्षित रखा जा सकता है?

उत्तर प्रदेश- बिहार में देखे जाते रहे है मामले

बिहार के कई राज्य इस गंभीर रोग के शिकार रहे हैं- मुजफ्फरपुर उनमें से एक है। पिछले कई वर्षों से उत्तर प्रदेश-बिहार सहित कई राज्यों में इंसेफेलाइटिस के मामले स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए बड़ी चिंता का कारण रहे हैं। इंसेफेलाइटिस के मामले बैक्टीरियल या वायरल दोनों प्रकार के संक्रमण के कारण हो सकते हैं। इसके कारण ब्रेन इंफ्लामेशन का खतरा बढ़ जाता है जिसके गंभीर दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। ये बीमारी वैसे तो किसी भी उम्र में हो सकती है हालांकि बच्चों को इसका सबसे ज्यादा शिकार देखा जाता रहा है।

इंसेफेलाइटिस के कारण हैं 

वायरल-बैक्टीरियल संक्रमण, ऑटोइम्यून इंफ्लामेशन, कीड़ों के काटने या कुछ प्रकार की बीमारियों के कारण इंसेफेलाइटिस की समस्या हो सकती है इसमें ब्रेन में सूजन हो जाता है। इंसेफेलाइटिस के लगभग 70% मामले वायरस के संक्रमण के कारण होते हैं, जिनमें छोटे बच्चे (एक वर्ष और उससे कम उम्र) और बुजुर्गों (65 वर्ष और उससे अधिक उम्र के) के लोगों में खतरा सबसे ज्यादा देखा जाता रहा है। 

वायरस से मुकाबले की स्थिति में मस्तिष्क में सूजन की समस्या हो सकती है। समय के साथ इस रोग के लक्षण बिगड़ते जाते हैं और कुछ स्थितियों में ये जानलेवा भी हो सकती है। इंसेफेलाइटिस आमतौर पर बुखार-सिरदर्द जैसे लक्षणों के साथ शुरू होता है। समय पर अगर इस समस्या पर ध्यान न दिया जाए या इलाज न किया जाए तो इसके कारण दौरे पड़ने, भ्रम, चेतना की हानि और यहां तक कि कोमा भी हो सकता है। इसके लक्षण समय के साथ गंभीर होते जाते हैं। 

इन स्थितियों में भयंकर सरदर्द, उल्टी-भ्रम होने, याददाश्त की समस्या, बोलने-सुनने की दिक्कत होने, बेहोशी की समस्या हो सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, इंसेफेलाइटिस से बचाव को लेकर सभी लोगों को सतर्कता बरतते रहने की आश्यकता होती है। विशेषतौर पर जिन शहरों में पहले से इसके मामले रिपोर्ट किए जाते रहे हैं वहां बच्चों की सेहत को लेकर सभी लोगों को विशेष सावधानी बरतते रहने की आवश्यकता है।

वायरल इंसेफेलाइटिस वायरस के संपर्क से बचना है 

इसके लिए स्वच्छता का ध्यान रखना सबसे आवश्यक है। हाथों को साबुन और पानी से बार-बार और अच्छी तरह धोएं। कपड़े-बिस्तर को एक दूसरे से शेयर न करें। कुछ संक्रमित मच्छरों के काटने से भी इस रोग के होने का खतरा रहता है इसलिए आसपास की साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखा जाना जरूरी है। अगर आपमें या बच्चे में इस रोग के लक्षण दिख रहे हैं तो तुरंत अस्पताल जाएं।

G News 24 : चुनावी जनसभा में छोटे योगी से मिले सीएम योगी आदित्यनाथ

 सीएम योगी आदित्यनाथ ने छोटे योगी को  लखनऊ आने का दिया न्यौता...

चुनावी जनसभा में छोटे योगी से मिले सीएम योगी आदित्यनाथ

लोकसभा चुनाव शुरू होने में अब ज्यादा समय नहीं बचा है। सभी पार्टियां अपनी पार्टी और प्रत्याशियों का प्रचार करने में लगी हुई हैं। 19 अप्रैल से शुरू होने वाला लोकसभा चुनाव कुल 7 चरणों में पूरा होगा और 4 जून को वोटों की गिनती की जाएगी। इस चुनाव में कोई भी कमी ना रहे इसलिए भी पार्टियां पूरा जोर लगा रही हैं। भाजपा के स्टार प्रचारक भी अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर अपने प्रत्याशियों का प्रचार कर रहे हैं। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत की चुनावी जनसभा में शामिल हुए।

जनसभा में दिखा छोटा योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार यानी 14 अप्रैल 2024 को रूड़की के नेहरू स्टेडियम को एक चुनावी जनसभा में पहुंचे थे। यह चुनावी जनसभा उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा उम्मीदवार त्रिवेंद सिंह रावत की थी जो हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ मंच पर पहुंचे और सबसे पहले बाबा भीमराव अंबेडकर की चित्र पर पुष्प अर्पित किए। इसके बाद उन्होंने जनता को संबोधित करना शुरू किया।

सीएम योगी आदित्यनाथ जनत को संबोधित ही कर रहे थे कि तभी उनकी नजर भीड़ में खड़े एक बच्चे पर पड़ी। वह बच्चा उनकी ही वेशबूषा धारण किए वहां खड़ा था और उसके हाथ में एक गुलदस्था था। योगी आदित्यनाथ ने बच्चे को मंच पर बुलाया और उससे मुलाकात की। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने उस बच्चे को लखनऊ आने का न्यौता भी दिया।

शौर्य मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से काफी प्रेरित है

नेहरू स्टेडियम में आयोजित चुनावी जनसभा में पहुंचे बच्चे का नाम शौर्य है। शौर्य से जब बातचीत की गई तो उसने बताया कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से काफी प्रेरित है और बड़ा होकर बिल्कुल उनके जैसा ही बनना चाहता है। शौर्य के पिता ने भी सीएम योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया कि उन्होंने शौर्य को मंच पर बुलाकर आशीर्वाद के रूप में काफी सम्मान दिया।

G News 24 : सरबजीत के हत्यारे को अज्ञात बाइक सवार शूटरों ने पहुंचाया 72 हूरों के पास !

 34 साल पहले गलती से बॉर्डर पार कर गए थे ...

सरबजीत के हत्यारे को अज्ञात बाइक सवार शूटरों ने पहुंचाया 72 हूरों के पास !

पाकिस्तान पड़ोसी मुल्क होते हुए भी यह भारत के साथ हमेशा छल ही करता रहा है. आज जब सरबजीत का हत्यारा मारा गया तो पाकिस्तान के पापों की फाइल फिर खुल गई. सरबजीत के हत्यारे को उसके कर्मों की सजा मिली है! जिस हत्यारे को पाकिस्तान ने निर्दोष साबित कर दिया था उसे अज्ञात हमलावरों ने मार गिराया. इस वाकये ने सरबजीत के साथ पाकिस्तान में हुई बर्बरता के जख्म को एक बार फिर ताजा कर दिया है.  

सरबजीत की उम्र महज 26 साल थी..

निर्दोष सरबजीत का नाम जुबां पर आते ही पाकिस्तान पर गुस्सा आता है. क्योंकि सरबजीत सिर्फ एक किसान था और पाकिस्तान ने उसे आतंकवादी घोषित कर दिया... तब सरबजीत की उम्र महज 26 साल थी और वे गलती से सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंच गए थे. इसके बाद उनकी जिंदगी जहन्नुम से भी बदतर हो गई.

सरबजीत ने एक चिट्ठी लिखी थी..

1990 में पाकिस्तान में गिरफ्तारी के बाद सरबजीत ने एक चिट्ठी लिखी थी और अपनी बेगुनाही के सबूत दिए थे. उन्होंने लिखा था कि उस रात में शराब के नशे में था. इतना नशे में था कि कब बॉर्डर पार कर गया.. बिल्कुल पता नहीं चला. वहां मुझे चेन से बांधकर पीटा गया. तब भी मुझे इतनी सुध नहीं थी कि मैं मुझे मारने वालों को पहचान पाऊं.

23 साल जेल में बिता दिए..

पाकिस्तान की अदालत ने सरबजीत को आतंकवादी घोषित कर दिया. उन्हें पाकिस्तान में हुए बम ब्लास्ट का हत्यारा करार देते हुए फांसी की सजा सुना दी. मामले पर विवाद इतना गहराया कि पाकिस्तान को सरबजीत की फांसी टालते रहना पड़ा. सरबजीत ने 23 साल जेल में बिता दिए. फिर पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में उनकी हत्या की साजिश रची गई.  

सरबजीत के हत्या की साजिश

मई 2013 में जेल में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद के करीबी सहयोगी आमिर सरफराज ताम्बा ने अपने साथियों के साथ मिलकर सरबजीत पर जानलेवा हमला किया. उनके सिर पर लोहे की रॉड से वार किया गया. 6 दिन अचेत रहने के बाद सरबजीत सिंह ने लाहौर के जिन्ना अस्पताल में दम तोड़ दिया.

पाकिस्तान की झूठी कहानी

पाकिस्तान का दिल यहां भी नहीं पसीजा. पाकिस्तान ने बयान जारी कर कहा कि सरबजीत सिंह की दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई. आमिर पर सरबजीत सिंह की हत्या के आरोप तो लगे लेकिन कोर्ट ने उसे बरी कर दिया. सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने पाकिस्तान से उनकी रिहाई के लिए लंबी लड़ाई लड़ी थी लेकिन असफल रहीं.

 कर्मों का फल यहीं पर मिल जाता है : सरबजीत की बेटी स्वपनदीप कौर

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरबजीत के हत्यारे अमीर सरफराज की हत्या पर सरबजीत की बड़ी बेटी स्वपनदीप कौर ने कहा कि कर्मों का फल यहीं पर मिल जाता है. उसे (अमीर सरफराज) उसके कर्मों की सजा मिली है. पाकिस्तान ने साजिश रचकर मेरे पापा (सरबजीत सिंह) की हत्या करवाई थी.. हो सकता है अब उसी साजिश के तहत अमीर सरफराज की भी हत्या करवाई हो.

G News 24 : जिनका जन्म 15 अप्रैल 1469 में हुआ था,लेकिन उनकी जयंती दिवाली के 15 दिन बाद मनाई जाती है !

 हिंदू परिवार में जन्मे सिख धर्म के संस्थापक और पहले गुरु, गुरु नानक देव जी ...

जिनका जन्म तो 15 अप्रैल 1469 में हुआ था,लेकिन उनकी जयंती दिवाली के 15 दिन बाद मनाई जाती है !

सिख धर्म के संस्थापक और पहले गुरु गुरु नानक देव जी का जन्म 15 अप्रैल 1469 को हुआ था. अग्रंजी तारीख के मुताबिक गुरु नानक देव जी का जन्म 15 अप्रैल के दिन 1469 हुआ था. लेकिन बता दें कि गुरु नानक जी का जन्मदिन उनके अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबित नहीं मनाया जाता. बल्कि साल के कार्तिक माह की पूर्णिमा के दिन प्रकाश पर्व के रूप में गुरु नानक जयंती के रूप में मनाई जाती है.जो कि दिवाली के 15 दिन बाद आता है. 

बता दें कि गुरु नानक देव जी का जन्म तलवंडी नामक स्थान पर हुआ था. बाद में इस जगह का नाम ननकाना साबिह पड़ गया और आजादी के बाद ये पाकिस्तान के पंजाब का हिस्सा बन गया. गुरु नानक देव जी ने सामाजिक कुरीतियों का विरोध किया और समाक को सही राह दिखाने पर काम किया है. 

हिंदू परिवार में जन्में थे गुरु नानक देव जी 

बता दें कि गुरु नानक देव जी का जन्म हिंदू परिवार में हुआ था. 16 साल की आयु में ही उनका विवाह माता सुलक्खनी से हो गया था. इनके दो पुत्र थे. 

सादगी से जीते थे जीवन 

वे अपना सारा जीवन आध्यात्मिक चिंतन और सत्संग में व्यतीत किया. इतना ही नहीं, इनके जीवन में कई चमत्कारी घटनाएं घटी थी जिन्हें देखकर गांव के लोग भी इन्हें दिव्य व्यक्तित्व मानने लगे थे. गुरु नानक देव जी अंधविश्वास और आडंबरों के विरोधी थे. गुरु नानक देव जी ने मूर्ति पूजा के निरर्थक माना था. 

दिया इक ओंकार मंत्र 

गुरु नानक देव जी ने इक ओंकार मंत्र दिया. इसका अर्थन है ईश्वर एक है औऱ सभी जगह मौजूद है. गुरु नानक जी का कहना था कि हम सभी का पिता एक ही है और सभी को प्रेमपूर्वक रहना चाहिए. उनके अनुसार ईश्वर बाहर नही बल्कि हमारे अंदर ही है. इनके विचारों का अनुसरण कर समाज में कई परिवर्तन देखने को मिले. 

अब गुरु ग्रंथ साहिब पर लगेगा क्यूआर कोड 

समरसता और प्रेम-भाव का संदेश देने वाली पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब जी की छपाई अब क्यूआर कोड लगा कर की जाएगी. दुनियाभर के धार्मिक ग्रंथों में से पहली बार ये तकनीक का इस्तेमाल गुरु ग्रंथ साहिब पर किया जाएगा. ये फैसला एसजीपीसी की अंतरिम कमेटी द्वारा लिया गया है. कमेटी का कहना है कि क्यूआर कोड लगा कर गुरु ग्रंथ साहिब जी की छपाई कराने से पावन स्वरूप की सारी जानकारी और ब्यौरा कमेटी के पास रहेगा.

G News 24 : अतीक के बेटों की अपराधी हिस्ट्री के पन्ने खोलने का योगी सरकार ने लिया फैसला !

 बाप और चाचा की  हत्या होने के एक साल बाद ...

अतीक के बेटों की अपराधी हिस्ट्री के पन्ने खोलने का योगी सरकार ने लिया फैसला !

15 अप्रैल 2023 को अतीक और अशरफ की हत्या कर दी गई थी. दोनों की हत्या के आरोपी फिलहाल जेल में बंद हैं और उनके खिलाफ कानूनी प्रक्रिया जारी है. इधर दूसरी तरफ बाप और चाचा की हत्या होने के एक साल बाद अतीक के बेटों की अपराधिक  हिस्ट्री के पन्ने खोलने का योगी सरकार ने लिया फैसला लिया है। 

माफिया अतीक अहम और उसके भाई अशरफ की बरसी पर बड़ी खबर आई है. अतीक की तरह बेटे उमर और अली भी हिस्ट्रीशीटर हो गए हैं. 14 अप्रैल 2024 को धूमनगंज पुलिस ने अली और उमर की हिस्ट्री शीट  खोली गई है. जेल में बंद उमर और अली पर निगरानी रखने के लिए हिस्ट्री शीट खोली गई. हिस्ट्री शीट खोलने के बाद अली और उमर भी अपने पिता अतीक अहमद की तरह पुलिस रिकॉर्ड में शातिर अपराधी बन गए हैं. अतीक अहमद के खिलाफ गैंगस्टर समेत कुल 101 केस दर्ज थे.

अतीक और अशरफ की गतिविधियों पर निगरानी के लिए पुलिस ने उनकी हिस्ट्री शीट खोली थी. अतीक का हिस्ट्री शीट नंबर 39 ए और अशरफ का हिस्ट्री शीट नंबर 93 ए था. जबकि उमर की हिस्ट्री शीट 57 बी और अली की हिस्ट्री शीट 48 बी खोली गई है. लखनऊ जेल में बंद उमर के खिलाफ तीन केस दर्ज हैं.

उमर को सीबीआई ने देवरिया जेल कांड में आरोयोहीपित किया है. पुलिस ने उमर को उमेश पाल शूटआउट केस में भी आरोपी बनाया है. जबकि अली अहमद नैनी सेंट्रल जेल में बंद है. अली के खिलाफ अब तक 12 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. उसे भी उमेश पाल शूटआउट केस में आरोपी बनाया गया है. अतीक की तरह अली पर भी कई गंभीर मामलों में मुकदमे दर्ज हैं.

G News 24 : पंजाब के नांगल में VHP नेता की गोली मारकर कर दी हत्या !

कानून-व्यवस्था को लेकर आप की पंजाब सरकार की हो रही है आलोचना...

पंजाब के नांगल में VHP नेता की गोली मारकर कर दी  हत्या !

शनिवार शाम को पंजाब के रूपनगर जिले के नांगल शहर में विश्व हिंदू परिषद के एक नेता की उनकी दुकान पर आए मोटरसाइकिल सवार दो अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी. पुलिस के मुताबिक मृतक विकास बग्गा विश्व हिंदू परिषद की नांगल इकाई के अध्यक्ष थे. पुलिस ने बताया कि यह घटना शनिवार शाम को उस समय हुई जब दो हमलावर रूपनगर रेलवे स्टेशन के पास स्थित बग्गा की दुकान में घुस गए और उन पर गोलियां चलाने के बाद वहां से फरार हो गए.

आनंदपुर साहिब के पुलिस उपाधीक्षक अजय सिंह ने कहा कि पुलिस आरोपियों की तलाश के लिए आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है. इस बीच, विहिप समर्थकों और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं ने रविवार को बग्गा की हत्या के विरोध में ऊना-चंडीगढ़ राजमार्ग पर विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की.

सुनील जाखड़ ने जताया दुख

बीजेपी की पंजाब इकाई के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भी मृतक के परिजनों के साथ दुख जताया. जाखड़ ने कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की आलोचना की और आरोप लगाया कि बग्गा की हत्या एक 'लक्षित हत्या' थी. उन्होंने मांग की कि हमलावरों और साजिशकर्ताओं को जल्द से जल्द पकड़ा जाए.

मास्टरमाइंड को बख्शा नहीं जाएगा : हरजोत सिंह बैंस 

पंजाब के शिक्षा मंत्री और स्थानीय विधायक हरजोत सिंह बैंस ने हत्या को दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया और कहा कि जो कोई भी इसके पीछे है उसे बख्शा नहीं जाएगा. बैंस ने कहा, ‘‘इस घटना का जो भी दोषी और मास्टरमाइंड होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा. उन्हें परिणाम भुगतना पड़ेगा. किसी को भी राज्य की शांति भंग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

G News 24 : सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर चल गईं गोलियां !

 फायरिंग करने वाले की  तलाश में जुटी सुरक्षा एजेंसियां...

सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर चल गईं गोलियां !

बॉलीवुड एक्टर सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर रविवार (14 अप्रैल) की सुबह हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. इस हमले के बाद हमलावर फरार हैं. घटना के बाद से लोगों के मन में एक ही सवाल कौंध रहा है कि आखिर सलमान खान के घर पर फायरिंग करने की वजह क्या हो सकती है? मामले से जुड़ी कुछ अहम जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है. एजेंसीज से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, सलमान के घर पर फायरिंग करने की 2 सबसे बड़ी वजहें हो सकती हैं. पहली तो ये कि सलमान खान को इस बात का एहसास दिलाना कि वो लॉरेन्स बिश्नोई गैंग की पहुंच से ज्यादा दूर नहीं है. दूसरी और सबसे बड़ी वजह ये कि मुंबई के दौलतमंदों से मोटी एक्सटॉर्शन वसूल करना भी हो सकता है.

लॉरेंस बिश्नोई और दाऊद इब्राहिम का नाम आया सामने

सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों की मानें तो यही वजह है कि सलमान खान के घर पर फायरिंग करने के बाद सोशल मीडिया पर कबूलनामे का जो फेसबुक पोस्ट डाला गया उसमें अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का भी नाम लिखा था. सुरक्षा एजेंसियों को लगता है कि दाऊद का नाम लिखने के पीछे की सबसे बड़ी वजह ये बताने की है कि अब मुंबई में दाऊद की कोई हैसियत नहीं है. सुपरस्टार सलमान के घर पर फायरिंग करवाकर लॉरेन्स बिश्नोई गैंग मुंबई को एक्सटॉर्शन की एक बड़ी मार्केट के तौर पर देख रहा है.  

छोटे-मोटे अपराधों में शामिल लड़कों को करते हैं रिक्रूट

पुलिस का ये भी मानना है कि इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देने के बाद कबूल करने की वजह है अरोपियों के विदेशों में बैठे होना. क्योंकि ये गैंगस्टर जानते हैं कि कानून के लंबे हाथ उन तक आसानी से नहीं पहुंच सकते और वो अक्सर छोटे मोटे अपराधों में शामिल लड़कों को अपने गैंग में रिक्रूट करते हैं और अपने दुश्मनों को ठिकाने लगवाते हैं. वारदात को अंजाम देने के लालच में शूटर्स को भरोसा दिलाया जाता कि काम हो जाने के बाद उसको भी विदेश में बुला लिया जाएगा और बस इसी लालच में आज के नौजवान किसी भी बड़ी वारदात को अंजाम देने से नहीं हिचकते.