G News 24 : स्लीपर कोच में कंफर्म सीट पर किसी और ने किया कब्जा, टीटीई भी यात्री को सीट नहीं दिला पाया !

 आप अपनी समस्या सीधे https://railmadad.indianrailways.gov.in या 139 पर सीधे रेलवे को बताएं ... 

स्लीपर कोच में कंफर्म सीट पर किसी और ने किया कब्जा, टीटीई भी यात्री को सीट नहीं दिला पाया !

नई दिल्ली। भारतीय रेलवे के स्लीपर क्लास की बोगी में सफर करना किसी चुनौती से कम नहीं है। स्लीपर की हालात भी अब जनरल डिब्बे की तरह हो गई है। हालत यह है कि जिनकी कंफर्म सीट है वे अपनी सीट पर बैठ तक नहीं पा रहे हैं और जिन यात्रियों की सीट कंफर्म नहीं है या फिर कुछ लोग जनरल टिकट लेकर कंफर्म सीट पर कब्जा कर मौज से सफर कर रहे हैं। 

एक ऐसा ही दृश्य सामने आया है ग्वालियर बरौनी ट्रेन का। इस ट्रेन के स्लीपर डिब्बे में यात्रा कर रहे एक शख्स की सीट पर किसी और ने कब्जा कर लिया। ग्वालियर से बरौनी जा रही ट्रेन संख्या 11123 के स्लीपर क्लास में एक यात्री की कंफर्म सीट पर किसी और ने कब्जा जमा लिया। इससे परेशान होकर यात्री ने ट्रेन के टीटीई से गुहार लगाई। लेकिन टीटीई भी उसे राहत नहीं दिला पाया। अब इस यात्री को खड़ा होकर सफर करना पड़ रहा है। ऐसे में उसने रेलवे से मदद मांगी। रेलवे की ओर से उसके पास जवाब भी आया। 

पहले टीटीई से की शिकायत, फिर रेलवे में किया कम्प्लेन

दरअसल, ग्वालियर से बरौनी जा रही ट्रेन संख्या 11123 के स्लीपर क्लास में एक यात्री की कंफर्म सीट पर किसी और ने कब्जा जमा लिया। इससे परेशान होकर यात्री ने ट्रेन के टीटीई से गुहार लगाई। लेकिन टीटीई भी उसे राहत नहीं दिला पाया। थक हारकर यात्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर स्लीपर बोगी का वीडियो शेयर करते हुए अपनी समस्या का जिक्र किया। उसने लिखा- 'ग्वालियर बरौनी जंक्शन एक्सप्रेस स्लीपर का हाल जनरल से भी खराब है। मेरी सीट दूसरे यात्री के पास है, मैंने टीटीई सर से अनुरोध किया है कि मेरी सीट खाली करवा दीजिए लेकिन अभी भी मेरी सीट खाली नहीं है।'

रेलवे ने यात्री को दिया ये जवाब

भारतीय रेलवे के आधिकारिक ग्राहक सेवा हैंडल, रेलवेसेवा ने इस पोस्ट का जवाब दिया और समस्या के समाधान के लिए यात्री का पीएनआर और मोबाइल नंबर मांगा। जवाब में लिखा था, "हमें आपके साथ हुए अनुभव पर खेद है। कृपया अपना पीएनआर नंबर और मोबाइल नंबर, बेहतर होगा कि आप शेयर करें ताकि हम तुरंत कार्रवाई कर सकें। आप अपनी समस्या सीधे https://railmadad.indianrailways.gov.in पर भी दर्ज करा सकते हैं या त्वरित समाधान के लिए 139 डायल कर सकते हैं।"

अक्सर स्लीपर कोच में होती हैं ऐसी घटनाएं

यह घटना भारतीय रेलवे में  बार-बार होने वाली समस्या को उजागर करती है, जहां अनरिजर्व टिकट वाले यात्री अक्सर जनरल डिब्बों में भीड़भाड़ के कारण रिजर्व डिब्बों, खासकर स्लीपर और यहां तक कि एसी डिब्बों में भी बैठ जाते हैं। इससे रिजर्वेशन वाले यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। 

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