लाडली बहना योजना को लेकर किया बड़ा ऐलान...
लाडली बहनों को जल्द मिलेंगे हर महीने ₹3000,CM मोहन यादव ने दिए संकेत !
मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के दो साल पूरे हो चुके हैं. प्रदेश की लाड़ली बहनों को अब तक 28 हजार करोड़ से अधिक का लाभ मिल चुका है. हर महीने इस योजना की लाभार्थी लाडली बहनों के खाते में सरकार 1250 रुपये ट्रांसफर करती है. वहीं विपक्ष की ओर से लगातार यह आरोप लगाया जाता रहा है कि योजना लॉन्च करते वक्त सरकार ने दावा किया था कि लाडली बहनों को 3000 रुपये हर महीने देने का वादा किया गया था, लेकिन अभी इसमें कोई पहल नहीं हुई है. वहीं बुधवार 28 मई को बैतूल जिले के सारणी में स्व-सहायता समूह सम्मेलन के दौरान सीएम मोहन यादव ने इस बारे में बड़ा ऐलान किया है.
सीएम मोहन यादव ने कहा कि "मध्यप्रदेश सरकार बहनों के कल्याण के साथ बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करा रही हैं. बच्चों को साइकिल वितरण और उत्कृष्ट प्रदर्शन पर स्कूटी वितरण किया जा रहा है. विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए एक लाख से लेकर एक करोड़ तक की राशि भी लगे, तो मध्यप्रदेश सरकार उपलब्ध कराएगी." वहीं लाडली बहना योजना को लेकर सीएम ने बड़ा ऐलान किया है.
सीएम ने लाडली बहना योजना को लेकर कहा कि " जब से हमारी सरकार बनी है, तब से लाडली बहनों को लगातार पैसे मिल रहे हैं. जब चुनाव था तब लाडली बहनाओं को 1000 रुपये दिए गए, बीते वर्ष से 1250 रुपये जा रहे हैं. आगे आने वाले समय में और ये राशि बढ़ाते जाएंगे. कांग्रेस कहती रही है कि पैसे कहां से देंगे? लेकिन बहनों आप और चिंता मत करना, धीरे-धीरे करते-करते 5 साल में 3000 रुपये महीना लाडली बहनों को दिया जाएगा. हमारी बहन बेटी की संस्कृति है. आपका आशीर्वाद मिलता रहे. हमारे लिए यही पर्याप्त है. सीएम ने आगे कहा कि "प्रदेश के नागरिकों को सार्वजनिक परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने के लिए शीघ्र ही सुगम बस सुविधा प्रारंभ की जाएगी.
विधानसभा सत्र में कांग्रेस विधायक प्रताप ग्रेवाल और महेश परमार ने लाडली बहना को लेकर सरकार से सवाल पूछे थे. जिसके जवाब में सरकार की ओर से ही बताया गया कि 20 अगस्त 2023 के बाद से प्रदेश में नए लाभार्थियों का पंजीकरण नहीं हुआ है. इसके अलावा सरकार के पास इस योजना में दी जाने वाली 1250 रुपये की राशि को बढ़ाकर 3 हजार करने का भी अभी फिलहाल कोई प्रस्ताव नहीं है. इसके साथ ही लाभार्थियों की आयु सीमा को 21 वर्ष से घटाकर 18 वर्ष करने या इसे 60 वर्ष से अधिक करने पर भी कोई विचार नहीं किया जा रहा है.
कांग्रेस का क्या आरोप था !
जीतू पटवाारी ने कहा कि यह सरकार किसानों से किए गए वादों को पूरा नहीं कर पा रही है और न ही बीते डेढ़ साल में ऐसा लगा है कि यह सरकार किसानों की समस्याओं के निपटारे के लिए कोई प्रयास करना चाहती है. यही हाल लाडली बहना योजना का है. चुनाव के समय लाडली बहनाओं को 3,000 रुपए प्रतिमाह दिए जाने का वादा किया गया था, मगर 1250 रुपए के बाद राशि में बढ़ोतरी नहीं हुई. कभी भी यह नहीं लगा कि सरकार पैसा बढ़ाने की कोशिश कर रही है. 3000 रुपए प्रतिमाह देने का जो वादा किया था, वह पूरा होता नजर नहीं आ रहा है.
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