करंट लगने से रेत भरने का कार्य कर रहे युवक की मौत...
अंचल में सिंध नदी से खुलेआम की जा रही है रेत की चोरी
अंचल में प्रवाहित होने वाली सिंध नदी से खुलेआम रेत की चोरी की जा रही है। भितरवार विकासखंड के ग्राम पवाया के समीप स्थित सिंध नदी के किनारे लगे रेत के अवैध डंप से सोमवार की शाम को रेत भरने का कार्य कर रहे लोडर चालक की लापरवाही से बिजली के तार टूटकर लोडर चालक पर आ गिरे, जिससे लगे करंट से लोडर चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। जिससे कथित रेत माफिया उपचार के लिए बिना पुलिस को सूचना दिए ग्वालियर ले गए, जहां युवक की मौत हो गई। लोडर चालक की मौत होते ही अवैध कार्य करा रहे रेत माफिया और उसके साथी युवक को अस्पताल में मृत अवस्था में छोड़कर मौके से भाग गए। लोडर चालक की मौत की जानकारी मिलते ही रेत माफिया शव को लावारिस हालत में देखकर उसे लेकर मुरैना पहुंचा, जहां परिजनों ने लोडर चालक का शव लेने से इनकार करते हुए शव का पीएम कराकर मामला दर्ज करने की बात कही और शव को लेकर रात्रि तकरीबन सोमवार मंगलवार की मध्यरात्रि भितरवार पुलिस थाने पहुंचे, तब पुलिस को मामले की जानकारी लगी और पुलिस ने मृतक के शव को पीएम के लिए सामुदायिक अस्पताल में रखवाया।
जहां मंगलवार की सुबह परिजनों और पुलिस की मौजूदगी पीएम किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला मुरैना के सुमावली मृतक युवक का विधानसभा क्षेत्र के ग्राम ग्राम कैथरी पुलिस थाना सरछोला का रहने वाला 24 वर्षीय युवक गिर्राज गुर्जर पुत्र भगवान सिंह गुर्जर सिंध नदी के पवाया घाट पर लोडर से डंप कर रखी रेत भर रहा था, जिसकी बिजली के तार टूटकर गिरने से लगे करंट से मौत हो गई। मृतक के चचेरे भाई राधाचरण गुर्जर ने जानकारी देते हुए बताया कि गिर्राज गुर्जर मई 2022 से ग्राम पवाया स्थित सिंध नदी पर चल रही पनडुब्बियों से निकली रेत को लोडर के माध्यम से वाहनों में लोड करने का काम करने के लिए एक रेत कारोबारी के यहां आया हुआ था। जहां रेत खदान पर रेत कारोबारी लोडर चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता था और वह प्रतिदिन की तरह सोमवार को भी अपना कार्य कर रहा था। शाम को रेत खदान पर लोडर चलाते समय उसे करंट लग गया था।
मृतक युवक के परिजनों ने पुलिस पर भी गम्भीर आरोप लगाते हुए बताया कि पुलिस अवैध रेत खदान के मामले पर पर्दा डालने के प्रयास में जुटी हुई है, जबकि रेत के डंप से रेत भरने के लिए कार्य कर रहे लोडर चालक गिर्राज को करंट लगा है, लेकिन पुलिस ने कथित रेत माफिया से सांठगांठ पूरा मामला बदल दिया। सूत्रों ने बताया कि लोडर रेत भरने में संलग्न था, लेकिन वर्तमान में रेत खदान का ठेका नहीं है, ऐसे में रेत की चोरी हो रही है, अगर पुलिस लोडर चालक को रेत में संलग्न दिखाती तो निश्चित ही इस मौत को लेकर पुलिस एवं प्रशासन पर भी आंच आती इसलिए पुलिस ने मृतक के परिजनों को शासकीय मुआवजे का लाभ मिलने का फायदा बताकर चालक की मौत की कहानी ही बदल दी, जिससे स्पष्ट है कि पुलिस रेत का अवैध उत्खनन करने वालों का साथ दे रही है।
वहीं आपको बता दें कि प्रशासन भले ही रेत के अवैध उत्खनन बन्द होने के लाख दावे करता हो, लेकिन रेत माफियाओं के हौसले इतने बुलंद है कि वह खुलेआम नदी से रेत का अवैध उत्खनन करने से बाज नही आ रहे है। और बेखौफ होकर दिन रात नदियों का सीना छलनी करने में लगे हुए हैं, और यह कारोबार सफेदपोशों के साये में प्रशासन की मिली भगत से क्षेत्र में फल फूल रहा है। वहीं परिजनों ने बताया कि पवाया गांव स्थित सिंध नदी पर कारोबारियों द्वारा पनडुब्बी डालकर रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। जबकि क्षेत्र में सभी रेत खदान बंद है फिर यह रेत उत्खनन किसके द्वारा कराया जा रहा है ? वही रेत के कारोबार से जुड़े एक कारोबारी ने नाम न छापने की शर्त पर जानकारी देते हुए बताया है कि ग्राम पवाया स्थित सिंध नदी से पनडुब्बी डालकर रेत का अवैध उत्खनन कर परिवहन किया जा रहा है जिसमें भितरवार थाने के किसी पुलिसकर्मी का सहयोग है। अगर प्रशासन उक्त मामले की जांच करता है तो एक बड़ा खुलासा रेत के अवैध कारोबार के मामले में सामने आ सकता है।
पवाया गांव में सिंध नदी के किनारे लोडर द्वारा खेत में मिट्टी का समतलीकरण कार्य किया जा रहा था। लोडर के ऊपर बिजली के तार टूटकर गिरने से लगे करंट से चालक की मौत हुई है। पुलिस ने मृतक के शव का पीएम करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया है - अभिनव बांरग, एसडीओपी, भितरवार
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