लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान करना हमारा दायित्व है : सिंधिया

श्याम वाटिका में हुआ लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान समारोह…

लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान करना हमारा दायित्व है : सिंधिया 

ग्वालियर। केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि आपातकाल के समय लोकतंत्र की रक्षा के लिए लोकतंत्र सैनानियों द्वारा दिए गए बलिदान को यह देश भुला नहीं पाएगा। इतिहास के इस काले पन्ने की जानकारी हमें आने वाली पीढ़ियों को भी बताना चाहिए। लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान करके हम गौरवान्वित होते हैं। श्री सिंधिया ने गुरूवार को श्याम वाटिका में लोकतंत्र सैनानियों के सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए यह बात कही। लोकतंत्र सेनानियों के सम्मान समारोह की अध्यक्षता लोकतंत्र सेनानी शिक्षा विद् जगदीश तोमर ने की। इस मौके पर विशेष अतिथि के रूप में प्रदेश के जल संसाधन मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, लोक निर्माण राज्य मंत्री सुरेश धाकड़, क्षेत्रीय सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा, पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल, पूर्व विधायक मदन कुशवाह, जिला अध्यक्ष भाजपा कमल माखीजानी, भाजपा के प्रदेश पदाधिकारी वेदप्रकाश शर्मा, लोकतंत्र सेनानी संघ के राष्ट्रीय सचिव मदन कुशवाह, मोहन विटवेकर सहित अन्य पदाधिकारियों के साथ ही लोकतंत्र सेनानी उपस्थित थे। केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि आपातकाल के समय लोकतंत्र की रक्षा के लिये राजमाता विजयाराजे सिंधिया, स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के साथ ही स्व. नारायण कृष्ण शेजवलकर भी जेल में रहे थे। 

लोकतंत्र सेनानियों के सम्मान समारोह में आज तीनों ही परिवारों के सदस्य आपके साथ हैं। उन्होने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा करना देश के हर नागरिक का सबसे पहला दायित्व है। लोकतंत्र सेनानियों के सम्मान में कोई कोर कसर केन्द्र एवं राज्य सरकार नहीं छोड़ेगी। केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि लोकतंत्र सेनानियों को रूके हुए मानदेय का भुगतान प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सरकार ने किया है। लोकतंत्र सेनानियों की सूची में अगर कोई व्यक्ति छूट गया है तो उसे जोड़ने का कार्य भी जिला प्रशासन के माध्यम से राज्य सरकार अवश्य करेगी। लोकतंत्र सेनानियों द्वारा लोकतंत्र की रक्षा के लिये किए गए संघर्ष की दास्तां हर नौजवान तक पहुँचे, इसके लिये शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में कार्यक्रमों का आयोजन लोकतंत्र सेनानी संघ करे। इसके लिये उन्हें हर संभव सहयोग दिया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए शिक्षा विद् जगदीश तोमर ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ऊर्जा से भरे हुए हैं। सिंधिया परिवार विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता देने वाला परिवार है। राजमाता विजयाराजे सिंधिया और माधवराव सिंधिया ने भी ग्वालियर अंचल के विकास में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया भी पूरी ऊर्जा के साथ विकास के कार्यों में लगे हुए हैं। उनका क्षेत्र के विकास का जो सपना है वह तेजी से फलीभूत भी हो रहा है। लोकतंत्र सेनानियों के सम्मान समारोह में आकर सेनानियों का सम्मान करने के लिये पूरा संघ उन्हें धन्यवाद भी ज्ञापित करता है। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित क्षेत्रीय सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि लोकतंत्र सेनानियों के परिवार से ही मैं हूँ। 

मेरे पिता ने भी लोकतंत्र की रक्षा के लिये आंदोलन में भाग लिया और लोकतंत्र की रक्षा की । इतिहास के इस काले हिस्से की जानकारी आज हमारे युवाओं को पूरी तरह से नहीं है। इसकी जानकारी भी युवाओं को होना चाहिए। युवाओं को हमारा इतिहास पढ़ने की आवश्यकता है और हमें भी उन्हें इतिहास से अवगत कराना चाहिए। श्री शेजवलकर ने कहा कि ग्वालियर में लोकतंत्र सेनानी संघ द्वारा निरंतर गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। अनेक आयोजनों में मैं स्वयं भी भागीदार हुआ हूँ। संघ अपनी गतिविधियों को और बढ़ाए, इसके लिये मैं हर संभव सहयोग प्रदान करूँगा। कार्यक्रम के प्रारंभ में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि शिक्षा विद् जगदीश तोमर के नेतृत्व में हम सब लोग लोकतंत्र सेनानियों के सम्मान के लिए कार्य कर रहे हैं। श्री सिंधिया के नेतृत्व में अंचल के विकास के कार्य को गति मिली है। हम सब अपने क्षेत्र के विकास के लिये कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। लोकतंत्र सेनानियों के सम्मान के लिये भी राज्य शासन की ओर से जो भी जरूरी होगा उसे अवश्य किया जाएगा। जिन लोगों के नाम लोकतंत्र सेनानियों की सूची में छूट गए हैं उन्हें जोड़ने का कार्य भी प्राथमिकता से कराया जाएगा। कार्यक्रम के प्रारंभ में केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया सहित अतिथियों ने लोकतंत्र सेनानियों का शॉल-श्रीफल से सम्मान किया। कार्यक्रम का संचालन अशोक शर्मा ने किया और आभार प्रदर्शन मदन कुशवाह ने व्यक्त किया।

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