कोरोना से बचाव के लिए जागरूकता फैलाएंगे एनजीओ : शिवराज

मुख्यमंत्री ने अस्पताल से ली बैठक…
कोरोना से बचाव के लिए जागरूकता फैलाएंगे एनजीओ : शिवराज

कोरोना संक्रमण के बाद भी सरकार पूरी तरह सक्रिय है। कोविड पॉजिटिव आने के बाद निजी अस्पताल में भर्ती मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वहीं से कोरोना की समीक्षा बैठक की। इस दौरान गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा दतिया से, नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग घर से और स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने रायसेन में कलेक्टर के दफ्तर से बैठक की। बाकी तमाम मंत्री भी घरों में ही दो-तीन दिन के लिए क्वारेंटाइन हो गए हैं। 22 जुलाई को सीएम निवास गईं उमा भारती ने ट्वीट करके जानकारी दी है कि वो मुख्यमंत्री के परिजनों से मिली थीं, इसलिए शनिवार को सैंपल दिया। रविवार को रिपोर्ट निगेटिव आई है। उच्च शिक्षामंत्री मोहन यादव, राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, पीएचई मंत्री एंदल सिंह कंसाना, कृषि राज्यमंत्री गिर्राज दंडोतिया, सांसद शंकर ललवानी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। बाकी मंत्री भी एक-दो दिन में सेंपल दे सकते हैं। हालांकि तब तक के लिए सभी ने पब्लिक से दूरी बना ली है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया (कोविड पॉजिटिव) के साथ रहे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री सुहास भगत की रिपोर्ट निगेटिव आई है, लेकिन उन्होंने खुद को क्वारेंटाइन किया है।

 मुख्यमंत्री के स्टॉफ में सत्येंद्र खरे व उनका परिवार संक्रमित नहीं है। हालांकि सत्येंद्र, नीरज वशिष्ठ, मनीष पांडे समेत सीएम के स्टॉफ में शामिल सभी लोग व सुरक्षा अधिकारी क्वारेंटाइन हो गए हैं। भाजपा दफ्तर में मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के पीए, ड्राइवर व पीएसओ की रिपोर्ट निगेटिव आई है। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी, सचिव एम सेलवेंद्रम, सीपीआर सुदाम एस खाड़े समेत सीएम के निकट रहने वाले कुछ अधिकारियों ने लोगों से दूरी बना ली है। बैंस के साथ रस्तोगी व सेलवेंद्रम की रिपोर्ट भी निगेटिव है। हालांकि वे घर से काम कर रहे हैं। इसी के साथ 20 से 24 जुलाई तक मुख्यमंत्री के संपर्क में आए अपर मुख्य सचिव व प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारियों ने भी एहतियातन घर अथवा अपने दफ्तर से काम करने की तैयारी की है। प्रशासन के अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि अप्रैल के महीने में बी टीम बनाई गई थी, लेकिन अब इसकी आवश्यकता नहीं है। 

चिकित्सा शिक्षा मंत्री सारंग ने बताया कि मुख्यमंत्री का बीएमआर (बेसल मेटाबॉलिक रेट) नार्मल आया है। लंग्स में कोई दिक्कत नहीं है। ऑक्सीजन का सेचुरेशन लेवल 98 प्रतिशत है। न बुखार है और न ही सांस लेने में कोई दिक्कत। हार्टबीट भी ठीक है। सारंग का कहना है कि वे जल्द ठीक होंगे। चिरायु अस्पताल में पहले से ही भर्ती टीकमगढ़ विधायक राकेश गिरी ने मुख्यमंत्री के कक्ष में पहुंचकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। गांधी मेडिकल काॅलेज के टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट के प्रमुख डाॅ. लाेकेंद्र दवे ने चिरायु पहुंचकर सीएम के इलाज का रिव्यू किया। उन्हें सरकार ने अस्पताल में सीएम काे काेविड प्राेटाेकाॅल के तहत दिए जा रहे इलाज की समीक्षा करने भेजा गया था। सरकार के कई मंत्री अब वर्क फ्रॉम होम हो गए हैं। लिहाजा हर मंगलवार होने वाली कैबिनेट की बैठक इस बार वर्चुअल हो सकती है। इस बारे में सोमवार को मुख्यमंत्री निर्णय लेंगे। यदि कैबिनेट होती है तो यह प्रदेश के साथ संभवत: देश में भी पहली वर्चुअल कैबिनेट बैठक होगी।

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