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राजौरी से किलोमीटर 25 दूर परगल आर्मी कैंप पर आतंकी हमला

2 आतंकवादी ढेर, 3 जवान शहीद

राजौरी से किलोमीटर 25 दूर परगल आर्मी कैंप पर आतंकी हमला



राजौरी से 25 किलोमीटर दूर एक आतंकी हमले में दो आतंकियों ने सेना की एक कंपनी की ऑपरेटिंग बेस पर आत्मघाती हमला किया। भारतीय सेना अधिकारी के अनुसार दोनों आतंकवादी मारे गए हैं, जबकि इसमें 3 जवान शहीद हो गए। अभी ऑपरेशन जारी है। जम्मू कश्मीर में आतंकी अपने नापाक इरादों को अंजाम देने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसी बीच राजौरी के दारहाल इलाके के परगल में यानी राजोरी से करीब 25 किमी दूर दो आतंकवादियों ने सेना की एक कंपनी आपरेटिंग बेस पर आत्मघाती हमला कर दिया। दोनों आतंकी इस दौरान मारे गए हैं। वहीं इस हमले में सेना के तीन जवान भी शहीद हो गए। इस इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है। 

इससे पहले जम्मू के ADGP मुकेश सिंह ने कहा कि राजौरी के दारहाल इलाके के परगल में सेना के कैंप फेंस को किसी ने पार करने की कोशिश की। इस दौरान दोनों ओर से गोलीबारी शुरू हो गई। दारहाल थाने से करीब 6 किलोमीटर दूर तक अतिरिक्त दल को भेजा गया है। एनकाउंटर में दो आतंकवादी मारे गए। ये आतंकवादी परगल में अंधेरे में चौकी में घुसने की कोशिश कर रहे थे। जवानों ने इस दौरान दोनों आतंकवादियों को ढेर कर दिया। इस कार्रवाई में 5 जवानों को भी चोटें आई हैें। उनका इलाज किया जा रहा है। इस घटना के बारे में शीर्ष सूत्रों का कहना है कि यह ताजा घुसपैठ नहीं है, आतंकी इसी इलाके के ही हैं। 

2024 में हम रहें या न रहें, 2014 वाले नहीं रहेंगे : नीतीश

 

बीजेपी और जेडीयू का गठबंधन टूटने के बाद बीजेपी पर हमला बोला…

2024 में हम रहें या न रहें, 2014 वाले नहीं रहेंगे : नीतीश


पटना। बिहार में बीजेपी और जेडीयू का गठबंधन टूटने के बाद एक बार फिर से महागठबंधन की सरकार बन गई है। आज दोपहर दो बजे राजभवन में नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री तो तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मीडिया से बातचीत में नीतीश कुमार ने बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि 2014 में आने वाले, 2024 में रहेंगे तब ना। नीतीश कुमार ने सीएम की शपथ लेने के बाद बीजेपी और पीएम मोदी पर पलटवार किया। 

उन्होंने कहा कि बीजेपी को लगता था विपक्ष खत्म हो जाएगा। लेकिन अब हम भी विपक्ष में हैं। इतना ही नहीं नीतीश कुमार ने मोदी का नाम लिए बिना उनपर निशाना साधा। नीतीश कुमार ने कहा कि 2014 में आने वाले, 2024 में रहेंगे तब ना। उन्होंने कहा, हम रहें या न रहें वे 2024 में नहीं रहेंगे। नीतीश कुमार ने कहा कि मैं विपक्ष को 2024 के लिए एकजुट होने की अपील करता हूं। हालांकि, पीएम पोस्ट के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं ऐसे पद के लिए उम्मीदवार नहीं हूं। 

दरअसल, पिछले दिनों बिहार में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते करते हुए बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था कि ''देश में क्षेत्रीय पार्टियां खत्म हो रही हैं। जो खत्म नहीं हुई हैं, हो जाएंगी। सिर्फ बीजेपी ही बचेगी।'' बता दें कि जेपी नड्डा के इसी बयान पर नीतीश कुमार नाराज थे। इसके साथ ही नीतीश कुमार ने कहा कि अब जल्द ही विधानसभा का सत्र बुलाया जाएगा और मंत्रियों का शपथ ग्रहण भी जल्द से जल्द होगा। हम समय आने पर जनता को सब कुछ बता देंगे। बीजेपी के साथ जाने पर हमारी सीटें कम हुईं थी।

उड्डयन मंत्री का बड़ा फैसला, मैक्सिमम हवाई किराए पर लगी रोक हटी

 

लगभग 27 महीने के अंतराल के बाद…

उड्डयन मंत्री का बड़ा फैसला, मैक्सिमम हवाई किराए पर लगी रोक हटी


नई दिल्ली। घरेलू हवाई किराए पर लगाई गई सीमा लगभग 27 महीने के अंतराल के बाद 31 अगस्त से हटा दी जाएंगी। केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट किया कि हवाई किराए की सीमा को हटाने का फैसला दैनिक मांग और विमान ईंधन (एटीएफ) की कीमतों के सावधानीपूर्वक विश्लेषण के बाद लिया गया है। उन्होंने लिखा कि स्थिरता आने लगी है और हमें भरोसा है कि यह क्षेत्र निकट भविष्य में घरेलू यातायात में वृद्धि के लिए तैयार है। उड्डयन मंत्रालय ने आदेश में कहा कि घरेलू परिचालन की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करने के बाद किराए की सीमा को 31 अगस्त 2022 से खत्म करने का फैसला किया गया। एक दिन पहले ही नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि सरकार विमान ईंधन के दाम के मामले में स्थिति बेहतर होने पर निश्चित रूप से घरेलू एयरलाइन के लिये किराये की सीमा का फिर से आकलन करेगी। 

उन्होंने कहा था कि कोरोना वायरस महामारी से देश के विमानन क्षेत्र पर प्रतिकूल असर पड़ा और यह क्षेत्र अब खासकर यात्रियों की संख्या के लिहाज से पुनरुद्धार के रास्ते पर है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय ने महामारी को देखते हुए स्थानीय एयरलाइन कंपनियों के किराये को लेकर सीमा लगायी थी। सिंधिया ने यह भी स्वीकार किया कि आज की स्थिति के अनुसार, एयरलाइन के किराये की सीमा निचले हिस्से के काफी करीब नहीं है और यह उच्च सीमा से काफी दूर है। मंत्री ने कहा था, 'मैंने चीजें स्थिर होती देखी हैं और उपयुक्त समय पर हम निश्चित रूप से इस पर गौर करेंगे। मैं विमान ईंधन यानी एटीएफ के दाम पर गौर कर रहा हूं और जैसे ही चीजें बेहतर होती हैं, हम निश्चित रूप से इसका फिर आकलन करेंगे।' सिंधिया ने मई में कहा था कि किराया सीमा ने न केवल हवाई यात्रियों के लिये बल्कि विमानन कंपनियों के लिये भी संरक्षक का काम किया है। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच हाल के महीनों में विमान ईंधन (एटीएफ) के दाम में तेजी रही है। 

हालांकि, हाल में देश में ईंधन के दाम में कुछ कमी आई है, लेकिन यह अब भी महामारी-पूर्व स्तर से ऊपर बनी हुई है। सिंधिया ने माना कि विमानन कंपनियां कई संरचनात्मक मुद्दों का सामना कर रही हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण एटीएफ कीमत में तेजी आई है और यह 2019-20 में 53,000 रुपये प्रति किलोलीटर से बढ़कर पिछले सप्ताह लगभग 1,41,000 रुपये प्रति किलोलीटर हो गई है। उन्होंने कहा कि कीमत में करीब 16 प्रतिशत यानी करीब 21,000 रुपये प्रति किलोलीटर की कमी आई है लेकिन यह अभी भी लगभग दोगुना है। मंत्री ने कहा, 'एक एयरलाइन की 39 प्रतिशत लागत एटीएफ की होती है। ऐसे में एटीएफ का 53,000 रुपये प्रति किलोलीटर से बढ़कर 1,20,000 रुपये प्रति किलोलीटर होने से उसके असर को समझा जा सकता है। इसीलिए, संरचनात्मक नजरिये से उनके समक्ष चुनौतियां हैं।' सिंधिया ने विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से विमान ईंधन पर लगने वाले मूल्य वर्धित कर (वैट) में कमी लाने का भी आग्रह किया। 

कुछ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में वैट 20 से 30 प्रतिशत है और उनमें से कइयों ने इसमें कमी की है। उन्होंने कहा, 'मेरे आग्रह और इसमें कमी के कारण होने वाले आर्थिक फायदे के बारे में बताने के बाद 26 राज्यों में से 16 राज्यों (और केंद्र शासित प्रदेश) ने वैट 20 से 30 प्रतिशत से कम कर एक से चार प्रतिशत कर दिया है।' सिंधिया ने कहा कि वह अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ काम कर रहे हैं ताकि वे भी एटीएफ पर वैट कम कर सके। हवाई यातायात के बारे में मंत्री ने कहा कि आने वाले समय में यात्रियों की संख्या और बढ़ेगी। एयरलाइंस से एयरफेयर कैप हटाने के फैसले से इंडिगो, स्पाइसजेट लिमिटेड, एयर इंडिया और विस्तारा सहित कई डोमेस्टिक एयरलाइन कंपनियों को राहत मिलेगी। इस फैसले से एयरलाइंस को टिकटों की स्वतंत्र रूप से कीमत तय करने की अनुमति मिल जाएगी।

भाजपा की निलंबित नेता नूपुर शर्मा को सुप्रीम कोर्ट से मिली बड़ी राहत

 

सभी मामलों को किया दिल्ली ट्रांसफर…

भाजपा की निलंबित नेता नूपुर शर्मा को सुप्रीम कोर्ट से मिली बड़ी राहत


नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की निलंबित नेता नूपुर शर्मा को सुप्रीम कोर्ट बड़ी राहत मिली है। उनके खिलाफ अलग-अलग राज्यों में दर्ज मामलों को शीर्ष अदालत ने दिल्ली स्थानांतरित कर दिया है। इससे पहले 19 जुलाई को जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जमशेद पारडीवाला की बेंच ने पैगम्बर मोहम्मद पर टिप्पणी मामले में नूपुर की गिरफ्तारी पर रोक लगाई थी। 

साथ ही आठ राज्यों में दर्ज एफआईआर दिल्ली स्थानांतरित करने का नोटिस जारी किया था। सुनवाई के दौरान नूपुर के वकील मनिंदर सिंह ने कहा कि कई पक्षों के जवाब नहीं आए हैं। पश्चिम बंगाल से हमें बार-बार समन आ रहा है। इस पर जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि लेकिन हमने दंडात्मक कार्रवाई पर रोक लगाई है। इसके बाद नूपुर के वकील ने सभी मामलों को दिल्ली ट्रांसफर कर देने की बात कही। 

इसके बाद जस्टिस ने पूछा, "19 जुलाई को हमारी सुनवाई के बाद क्या कोई और एफआईआर हुई है? जस्टिस ने कहा कि हम सभी एफआईआर को एक साथ जोड़कर दिल्ली ट्रांसफर कर देंगे। इस पर वकील मनिंदर ने कहा कि एफआईआर रद्द करवाने के लिए भी दिल्ली हाईकोर्ट में ही याचिका का अनुमति मिले। जज ने इस बात पर हामी भर दी।

शिवराज तुरन्त इस्तीफा दें : डॉ. गोविन्द सिंह


मुख्यमंत्री के गृहजिले में आदिवासियों पर गोली चलना शर्मनाक…

शिवराज तुरन्त इस्तीफा दें : डॉ. गोविन्द सिंह


भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के गृहजिले विदिशा के थाना लटेरी में 25 वर्ष के युवा आदिवासी युवक की मौत की घटना पर विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह ने कड़े शब्दों में निंदा करते हुए उनके इस्तीफे की मांग की। साथ ही कहा कि इस घटना ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के झूठे आदिवासी प्रेम को उजागर किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री केवल वोट की सियासत करते रहे हैं। 

यही वजह है कि प्रदेश में एक के बाद एक आदिवासियों पर अत्याचार की घटनाएं घटित हो रही हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री के गृहजिले में ग्रामीण आदिवासियों को शिवराज सरकार के हुक्मरानों के निर्देश पर उस समय गोलियां चलबाई गई, जब गरीब आदिवासी अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए जंगल में लकड़ियां बीनने गए हुए थे। उसी समय इन आदिवासियों को लकड़ी तस्कर बताते हुए बर्बरता के साथ गोलियां बरसाई गईं। उन्होंने कहा कि यह घटना उस समय घटित हुई, जब प्रदेश में शिवराज सरकार वोट की सियासत के लिए विश्व आदिवासी दिवस मनाने का ढ़ोंग कर रही थी। 

इस घटना में 25 वर्ष के युवा आदिवासी चैनसिंह की मौत हुई और भगवान सिंह, महेंद्र सिंह तथा रोड सिंह गम्भीर रूप से घायल हुए हैं। नेता प्रतिपक्ष डाक्टर गोविन्द सिंह ने घटना के दोषी सभी अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर तुरन्त गिरफ्तारी की मांग करते हुए पीड़ित परिवारों को अविलम्ब आर्थिक इमदाद पहुंचाने तथा परिवार के सदस्य को नौकरी देने की बात कही है।