2 बाईकों की आमने-सामने टक्कर में 3 की मौत, दो गंभीर

दमोह में घने कोहरे के चलते...

दो बाईकों की आमने-सामने टक्कर में तीन की मौत, दो गंभीर

दमोह। दमोह जिले के तेजगढ़ थाना अंतर्गत ग्राम लकलका के समीप भीषण कोहरा के चलते शनिवार की रात्रि आमने सामने से आ रही दो बाइकों के आपस में टकरा जाने से तीन की मौत हो गई जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए। जिसमे एक को जबलपुर एवं एक को दमोह के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।

घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार दमोह जिले के तेजगढ़ थाना अंतर्गत ग्राम लकलका के समीप शनिवार की रात्रि 10 बजे दमोह के ग्राम अथाई निवासी तीन युवक बाइक से लकलका जा रहे थे कि उसी दौरान लकलका खरीदी केंद्र से धान विक्रय कर बाइक पर सवार दो युवक लकलका से अपने गांव सुहेला जा रहे थे कि इसी बीच लकलका के समीप ही दोनों बाइक कोहरा के कारण आमने सामने से टकरा गई।

टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों बाइक सवार गिर गए जिसमें एक पर सवार तीन युवकों में से दो की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि दूसरी बाइक पर सवार दो युवकों में से एक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।दोनों बाइकों के 1-1 घायल को तत्काल ही जानकारी मिलते ही जिला अस्पताल लाया गया जहां से एक की हालत गंभीर होने पर जबलपुर रेफर किया गया है।

इस घटना में रामलाल पुत्र ईश्वर यादव उम्र 20 वर्ष निवासी अस्थाई ,राजेंद्र पुत्र रघुवीर यादव 28 वर्ष निवासी हिनौती एवं तीरथ पुत्र पुरुषोत्तम 25 वर्ष निवासी सुहेला की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि डेलन पुत्र गोविंद लोधी उम्र 32 वर्ष निवासी सुहेला की हालत गंभीर होने पर जबलपुर रेफर किया गया है जबकि पप्पू पुत्र भैया साहब आदिवासी 30 वर्ष निवासी अथाई का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है

तीसरी लहर को जनसहयोग के मॉडल से रोकेंगे : CM

मध्यप्रदेश में शासन के साथ इस युद्ध में साथ खड़ा है आमजन…

तीसरी लहर को जनसहयोग के मॉडल से रोकेंगे : CM

 

ग्वालियर। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोविड के नियंत्रण में मध्यप्रदेश का जन-भागीदारी मॉडल तीसरी लहर में भी काम आएगा। कोविड की पहली और दूसरी लहर में जिस तरह से जन-सहयोग से संकट की स्थितियों से निपटते हुए कार्य हुआ है उसी तरह एक बार फिर सरकार और नागरिक मिलकर तीसरी लहर को पराजित करेंगे। संयुक्त रूप से किए जाने वाले प्रयत्नों को सफलता मिलेगी, मानवता जीतेगी। मुख्यमंत्री आज वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा निवास से प्रदेश के जिलों में कोविड की स्थिति, किए जा रहे प्रयासों की जानकारी ले रहे थे।श्री चौहान ने क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों से संवाद कर उनके सुझाव प्राप्त किए। केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और राज्य के मंत्री भी वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा चर्चा और बैठक में शामिल हुए।

 मुख्यमंत्री निवास से हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी उपस्थित रहे। श्री चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंस से जुड़े सभी जन-प्रतिनिधियों और अधिकारियों को मकर संक्रांति की शुभकामनाएँ दी। श्री चौहान ने कहा कि होम आयसोलेशन में ही सबसे ज्यादा लोग रहेंगे, इनका ध्यान रखें, सावधानियों से अवगत करवाएँ। यह महत्वपूर्ण है। प्रदेश में अभी 21 हजार 394 मरीज होम आयसोलेशन में हैं। इन्हें आवश्यक सुविधाएँ दी जा रही हैं। मुख्यमंत्री 17 जनवरी को कलेक्टर्स कांफ्रेंस में पुनः टीकाकरण कार्य और संक्रमण नियंत्रण की समीक्षा करेंगे।

यहाँ कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी के वीडियो कांफ्रेसिंग कक्ष में बीज एवं फार्म विकास निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल, पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल मदन कुशवाह, भाजपा जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी एवं प्रदीप जैन सहित क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के अन्य सदस्यगण और कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक अमित सांघी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आशीष तिवारी अपर कलेक्टर इच्छित गढ़पाले सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे

प्रमुख निर्देश -

  • कक्षा एक से 12वीं तक के सरकारी, प्रायवेट स्कूल 15 जनवरी से 31 जनवरी तक बंद रहेंगे।
  • राज्य में किसी तरह के मेले नहीं लगेंगे।
  • सब रैलियाँ और सभाएँ प्रतिबंधित रहेंगी।
  • हॉल की क्षमता के 50 प्रतिशत से कम की उपस्थिति के साथ कार्यक्रम हो सकेंगे।
  • सभी मनोरंजन के कार्यक्रम में अधिकतम 250 व्यक्ति रहेंगे।
  • बड़ी सभाएँ और आयोजन प्रतिबंधित रहेंगे।
  • सभी प्रकार की खेल गतिविधियाँ स्टेडियम की 50 प्रतिशत से खिलाड़ी रहेंगे।
  • प्री बोर्ड परीक्षाएँ जो 20 जनवरी से थीं, इन्हें टेक होम एग्जाम के रूप में किया जाएगा।
  • नाइट कर्फ्यू जारी रहेगा।
  • अंत्येष्टि आदि में हिस्सा लेने के लिए 50 लोगों की ही सीमा रहेगी।
  • कहीं भी बाजार बंद नहीं होंगे। आर्थिक गतिविधियाँ जारी रहेंगी।
  • सामाजिक दूरी बनाए रखें। सभी लोग फेस मॉस्क का उपयोग करें। सार्वजनिक स्थान पर इसका उपयोग अनिवार्य है। फेस मॉस्क का उपयोग करने पर जुर्माने की कार्यवाही की जाएगी।

पीएम की सुरक्षा में चूक खूनी साजिश, कांग्रेस से जुड़े तार : CM

सीएम शिवराज का कांग्रेस पर गंभीर आरोप…

पीएम की सुरक्षा में चूक खूनी साजिश, कांग्रेस से जुड़े तार : CM

 

भोपाल। पंजाब दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा में लापरवाही को लेकर हुए स्टिंग ऑपरेशन के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला है। शिवराज सिंह चौहान ने आरोप लगाया है कि पीएम मोदी के खिलाफ खूनी साजिश रची गई थी, जो पूरी तरह से प्रायोजित थी और इस साजिश के तार कांग्रेस आलाकमान तक जुड़े हुए हैं। सीएम ने कहा कि मोदी जी से नफरत ने कांग्रेस की आत्मा को भी मार दिया है। जनता की नजर में तो कांग्रेस पहले ही गिर गई थी, कांग्रेस का चरित्र भी अब गिर गया है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि स्टिंग ऑपरेशन में स्थानीय एसएचओ और सीआईडी बता रहे हैं कि प्रधानमंत्री पर होने वाली रुकावट की पहले से जानकारी थी। सीआईडी ने यह जानकारी अधिकारियों को दी थी, जिसे पूरी तरह से नजर अंदाज कर दिया गया। यह खुलासा इशारा करता था है कि यह लापरवाही नहीं, बल्कि पीएम मोदी के खिलाफ मिलीभगत कर साजिश रची गई थी। सीएम ने कहा कि घटना के बाद कांग्रेस के नेता अपने बयानों से प्रसन्नता जता रहे थे। कांग्रेस नेताओं ने यहां तक कहा कि बम तो नहीं फूटा।

मध्यप्रदेश कांग्रेस का ट्वीट था कि पंजाब ने दिल जीत लिया। सीएम ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से सवाल किया है कि उन्हें बताना चाहिए कि प्रधानमंत्री के साथ 5 जनवरी को जो घटना हुई उसमें सीएम, चीफ सेकेटरी और डीजीपी क्यों नहीं थे। चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी की गाड़ी खाली चली इससे सवाल उठता है कि उन्हें पहले से इसकी जानकारी थी पुलिस की मौजूदगी के बावजूद इतने सारे प्रदर्शनकारी इकट्ठा कैसे हो गए। वो कौन से अधिकारी हैं, जिन्होंने अलर्ट जारी होने के बाद जरूरी कदम नहीं उठाए।

सोनिया गांधी को यह भी बताना होगा कि ऐसे समय पंजाब के सीएम ने फोन रिसीव क्यों नहीं किया। सीएम शिवराज सिंह ने आरोप लगाया कि इससे साफ है कि साजिश के ताज कांग्रेस के आलाकमान तक जुड़े हैं। पीएम की सुरक्षा के संबंध में गलत जानकारी देना राष्ट्र द्रोह हैं। पंजाब सरकार ने गड़बड़ी के मामले में जो धाराएं लगाई, उसमें सिर्फ 200 रुपए के जुर्माने का प्रावधान है। क्या पीएम की सुरक्षा में लापरवाही करने वाली देशद्रोही हरकत की सजा सिर्फ 200 रुपए का जुर्माना है।