भारत में बना दुनिया का सबसे ऊंचा 476 मीटर लम्बा रेलवे ब्रिज

रेलमंत्री ने ट्वीट करके दी जानकारी…

भारत में बना दुनिया का सबसे ऊंचा 476 मीटर लम्बा रेलवे ब्रिज

नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज बनकर लगभग तैयार हो चुका है। रेलमंत्री पीयूष गोयल ने इस संबंध में ट्वीट करके जानकारी दी है। उन्होंने ब्रिज को इंफ्रास्ट्रक्चर के लिहाज ेस नायाब नमूना बताते हुए उसका फोटो भी शेयर किया है। चिनाव नदी पर बन रहा है यह पुलि 476 मीटर लम्बा है। इन्द्रधनुष केआकार का यह ब्रिज रेलवे के उस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्टर का हिस्सा हैं। जो कश्मीर को शेष भारत से जोड़ेगा।

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टीकाकरण : नए हालात,नई रणनीति

टीकाकरण : नए हालात,नई रणनीति

केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि कोरोना के टीकाकरण का दूसरा चरण सोमवार एक मार्च से ही शुरू हो जाएगा और इसके तहत 60 साल से ऊपर के सभी व्यक्ति तथा 45 साल से ऊपर के एक से ज्यादा बीमारियों से ग्रस्त व्यक्ति टीका लगवा सकते हैं। यह टीकाकरण को लेकर अब तक लागू नीति में बहुत बड़ा बदलाव है। अब तक तय प्राथमिकताओं के मुताबिक कोरोना के फ्रंटलाइन वॉरियर्स यानी चिकित्सकों तथा अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को ही टीका दिया जाना था। हालांकि 16 जनवरी से शुरू हुए पहले चरण में भी काफी तेजी से टीके दिए गए और अब तक एक करोड़ से ऊपर डोज पड़ चुके हैं, फिर भी सभी स्वास्थ्यकर्मियों को टीके का दोनों डोज देने का लक्ष्य अभी अधूरा है। इस बीच देश के कई राज्यों में कोरोना के नए मामलों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है जिससे महामारी की दूसरी लहर आने का अंदेशा काफी बढ़ गया है। इसे देखते हुए रणनीति में यह बदलाव जरूरी था। 

अब संक्रमण की आशंका के बीच जी रहे बुजुर्ग और बीमार लोग टीका लेकर न केवल खुद को सुरक्षित कर सकते हैं बल्कि कोरोना के फैलाव को रोकने का जरिया भी बन सकते हैं। सरकारी अस्पतालों में मुफ्त टीका उपलब्ध रहेगा जबकि प्राइवेट हॉस्पिटलों में इसके लिए भुगतान करना होगा। हालांकि वहां भी टीके के लिए मनमाना शुल्क नहीं वसूला जा सकेगा। सरकार इसकी कीमत तय करने वाली है। दो चैनलों के होने से फायदा यह होगा कि जरूरतमंद लोग सरकारी अस्पताल की लाइनों में खड़े होकर टीके लगवाएंगे और जो पैसे चुकाने की स्थिति में हैं वे पैसा खर्च करके इस सेवा का लाभ उठाएंगे। इससे एक तो सरकार पर हद से ज्यादा बोझ नहीं पड़ेगा और दूसरे कम से कम वक्त में ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीका लगाने का उद्देश्य पूरा होगा। कोरोना पर अंकुश लगाने के लिहाज से व्यापक टीकाकरण पिछले कुछ समय में एक कारगर उपाय के रूप में उभरा है। 

अमेरिका समेत कई देशों में कोरोना की दूसरी लहर अगर कुछ हद तक काबू में दिख रही है तो उसके पीछे बड़े पैमाने पर टीकाकरण की अहम भूमिका मानी जा रही है। कोई कारण नहीं कि अपने देश में भी ऐसा होने की उम्मीद न रखी जाए। हालांकि वायरस की तरफ से भी चुनौतियां कमजोर नहीं पड़ रही हैं। केरल और महाराष्ट्र समेत दस राज्यों में हालात दोबारा गंभीर होते दिख रहे हैं। तीन राज्यों में दो नए स्ट्रेन भी देखे गए हैं। कोरोना वायरस के ये दोनों स्ट्रेन ब्रिटेन, साउथ अफ्रीका और ब्राजील के चिंताजनक स्ट्रेन्स से अलग हैं और अभी यह साफ नहीं है कि नए केसों में बढ़ोतरी के पीछे इनकी भी कोई भूमिका है या नहीं। लेकिन इससे इतना तो पता चल ही जाता है कि टीकाकरण के बावजूद आगे कठिन चुनौती है और अधिकाधिक सावधानी, 'दो गज दूरी, मास्क है जरूरी' की आजमाई हुई नीतियों से इधर-उधर होना घातक हो सकता है।

प्रदेश के 12 जिलों में कोरोना पर सख्ती, नाइट कर्फ्यू की तैयारी

कलेक्टरों को क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक के निर्देश…

प्रदेश के 12 जिलों में कोरोना पर सख्ती, नाइट कर्फ्यू की तैयारी

भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना की रफ्तार फिर बढ़ने लगी है, सरकार की चिंता महाराष्ट्र से सटे जिलों को लेकर है जहां सड़क मार्गों से सैकड़ों लोग रोजाना मध्य प्रदेश में आते है। इसको देखते हुए भोपाल, इंदौर के अलावा महाराष्ट्र की सीमा से लगे छिंदवाड़ा, बैतूल, खरगोन, धार, बड़वानी समेत 12 जिलों में कल रात से नाइट कर्फ्यू लगाने की तैयारी है। मुख्यमंत्री देर शाम कोरोना की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करेंगे। 

मंत्रालय के जानकारों ने कि सरकार ने सभी जिलों से क्राइसिस मैनेजमें कमेटी की रिपोर्ट बुला ली है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार देर शाम कोरोना की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करेंगे जिसमें मुख्य रूप से 12 जिलों की रिपोर्ट पर चर्चा होगी। इंदौर में बीते एक सप्ताह से 100 से अधिक केस आ रहे है जबकि भोपाल में यह संख्या 50 और 100 के बीच है। इसी को देखते हुए भोपाल और इंदौर में क्राइसिस मैनेजमेंट की आपात बैठक बुलाने के साथ सख्ती की गई है। 

कमेटी अब 24 घंटे के अंदर इन दोनों शहरों में किस तरह की और क्या सख्ती की जा सकती है इसे लेकर रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेज दी गई है। गृह विभाग के अनुसार महाराष्ट्र की सीमा से लगे 12 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। सरकार की तरफ से सभी कलेक्टरों को क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक करने का निर्देश है कि महाराष्ट्र की सीमा से लगे जिलों से जो लोग प्रदेश में आ रहे है उनका आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाए।

कोई भूखा न सोये यही पं. दीनदयाल जी का सपना था : शेजवलकर

3 स्थानों पर हुआ दीनदयाल रसोई का शुभारंभ…

कोई भूखा न सोये यही पं. दीनदयाल जी का सपना था : शेजवलकर  

ग्वालियर। पं. दीनदयाल जी के सपने को साकार करते हुए अंतिम पंक्ती के अंतिम व्यक्ति को भरपेट खाना मिले इसके लिए पं. दीनदयाल अन्त्योदय योजना के तहत शहर में तीन नई रसोईयों का शुभारंभ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान द्वारा भोपाल से वर्चुअली किया गया। इस अवसर पर ग्वालियर में सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह सहित अनेक जनप्रतिनिधियों ने भोपाल में आयोजित कार्यक्रम का लाईव प्रसारण देखा एवं ग्वालियर में तीन नई रसोई के शुभारंभ पर शहरवासियों को शुभकानायें दी। बाल भवन के आॅडोटोरियम में किये गए कार्यक्रम के सीधे प्रसारण के अवसर पर 

भाजपा के जिलाध्यक्ष कमल माखीजानी, पूर्व पार्षद धर्मेन्द्र कुशवाह, जगत सिंह कौरव, मुकेश परिहार, पोहपसिंह, कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा सहित अपर आयुक्त एवं निगम के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम के प्रारम्भ में ग्वालियर सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि कोई भी गरीब भूखा न सोये यही पं. दीनदयाल जी का सपना था यही सपना प्रदेश सरकार का है। गरीबों को कम पैसों में अच्छा भोजन मिले यही हमारा प्रयास रहना चाहिए। उन्होने कहा कि ग्वालियर वासी भी अपनी-अपनी सामर्थ के अनुसार रसोई को संचालित करने में दान दंे जिससे और अच्छे से इस रसोई का संचालन किया जा सके। 

पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने इस अवसर पर कहा कि पं. दीनदयाल जी के सपनों को साकार करने के लिए यह सरकार दृण संकल्पित है। सरकार द्वारा गरीकों के हित के लिए एवं समाजहित में ऐसी योजनायें चलाई जा रही हैं। उन्होने कहा कि हमें भी माह में एक बार इन रसोईयों पर खाना खाने जाना चाहिए जिससे आमजन में भी खाने की गुणवत्ता के लिए विश्वास बना रहे। कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने कहा कि पं. दीनदयाल रसोई में बनने वाले खाने की गुणवत्ता पर पूरा ध्यान दिया जाये साथ ही दीनदयाल एक्सपे्रस से वितरित होने वाला खाना समय पर जगह पर पहंुचे। नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा ने इस अवसर पर बताया कि मध्य प्रदेश में सबसे पहले ग्वालियर में ही पहली दीनदयाल रसोई चालू की गई थी वह निरंतर आज भी संचालित की जा रही है। 

आज तीन नई रसोई का शुभारंभ किया जा रहा है इसके साथ ही शीघ्र ही हजीरा स्थित इंटक मैदान में पं. दीनदयाल रसोई का शुभारंभ किया जायेगा। साथ ही रसोई में मिलने वाला खाना 10 रूपये थाली मिलेगा। शहर में आज से प्रारम्भ की गई तीन नई दीनदयाल रसोई के लोकार्पण के उपरांत सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने राजपायगा रोड नया बाजार पर प्रारम्भ की गई दीनदयाल रसोई का फीता काटकर शुभारंभ किया तथा सांसद श्री शेजवलकर सहित सभी अतिथियों ने दीनदयाल रसोई में भोजन किया एवं भोजन के उपरांत 200 रूपये दिये। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष भाजपा कमल माखीजानी, नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा, दीपक शर्मा सहित बडी संख्या में क्षेत्रीय नागरिकगण उपस्थित रहे।

हर जनपद पंचायत में कम से कम एक जल संरचना का निर्माण कराएँ : श्री कान्याल

जिला पंचायत के सीईओ ने बैठक में दिए निर्देश...

हर जनपद पंचायत में कम से कम एक जल संरचना का निर्माण कराएँ : श्री कान्याल

ग्वालियर। जिले की हर जनपद पंचायत में कम से कम एक बड़ी जल संरचना का निर्माण कराएँ। साथ ही गाँव-गाँव में बड़े पैमाने पर खेत तालाब व मेढ़ बंधान बनाने के लिये स्थल चयन भी जल्द से जल्द करें, जिससे बरसात से पूर्व ये जल संरचनायें बनवाई जा सकें। इस आशय के निर्देश जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी किशोर कान्याल ने संबंधित अधिकारियों की बैठक में दिए। उन्होंने ग्रीष्म ऋतु के दौरान जिले के ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल की पुख्ता व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए। 

जिला पंचायत के सभागार में आयोजित हुई बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कान्याल ने कहा कि गाँवों के मुख्य मार्ग के दोनों ओर रखरखाव के पुख्ता इंतजाम के साथ फलदार पौधे रोपने की कार्ययोजना बनाएँ और उस पर अमल भी करें। साथ ही पिछले वर्ष हुए वृक्षारोपण स्थल पर गैप फिलिंग का कार्य भी किया जाए। जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग का अमला बेहतर समन्वय बनाकर ग्रामीण अंचल की पेयजल व्यवस्था को सुदृढ़ करें। 

उन्होंने बैठक में जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देश दिए कि पिछले वर्षों के अधूरे कार्यों को 15 मार्च तक पूर्ण कराएँ। निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने पर जोर देते हुए श्री कान्याल ने कहा कि ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के सभी उपयंत्री एवं जनपद पंचायत के अधिकारी नियमित रूप से कार्य स्थल पर पहुँचें। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि निर्माण कार्यों में संलग्न श्रमिकों को समय से मजदूरी का भुगतान हो जाए। उन्होंने मनरेगा (महात्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) के तहत निर्धारित मानव दिवस लक्ष्य की पूर्ति करने पर भी विशेष बल दिया। 

श्री कान्याल ने कहा ग्रामीण अंचल में हर जरूरतमंद को रोजगार दिलाने के लिये मनरेगा के तहत पर्याप्त रोजगारमूलक कार्य शुरू किए जाएं। बैठक में सीएम हैल्पलाइन के तहत प्राप्त शिकायतों के निराकरण की समीक्षा की गई। साथ ही कोविड गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिए गए। बैठक में जिले की सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा व लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी सहित अन्य संबंधित विभागों के खण्ड स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।

इर्मजेंसी बॉक्स के बटन को दबाते ही मिल सकेगी तुरन्त सहायता : श्रीमती सिंह

स्मार्ट सिटी के इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम…

इर्मजेंसी बॉक्स के बटन को दबाते ही मिल सकेगी तुरन्त सहायता : श्रीमती सिंह

ग्वालियर। ग्वालियर स्मार्ट सिटी द्वारा आइटीएमएस परियोजना के माध्यम से शहर के मुख्य चौराहों तिराहो पर नागरिकों को व्यवस्थित यातायात सुविधाओं के साथ ही सुरक्षा और आपात स्थिती में तुरन्त सहायता मिल सके इसके लिये कई प्रवाधान किये गये है। इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से शहर के व्यस्त मार्गों व चौराहों पर यातायात को सुगम बनाने के लिये आधुनिक तकनीक से सुधार किये जा रहे हैं। इस परियोजना में यातायात को सुगम बनाने के लिये जहाँ आधुनिक ऑटोमैटिड ट्रैफ़िक लाइट्स, मार्ग के अनुरूप डिवाइडर, ज़ेब्रा क्रॉसिंग आदि को विशेष तकनीक की सहायता से विकसित किया गया है 

वही सुरक्षा की दृष्टी और अन्य आपात स्थिती में तुरन्त सहायता प्राप्त करने के लिये प्रत्येक जंक्शन पर इमरजेंसी कॉल बॉक्स सहीत पब्लिक एड्रैस सिस्टम को भी जोडा जा रहा है।  जंक्शन पर लगे इमरजेंसी काँल बाँक्स के माध्यम से एक पेनिक बटन दबा कर तुरन्त सहायता प्राप्त की जा सकती है। स्मार्ट सिटी सीईओ जयति सिंह नें जानकारी देते हुये बताया कि इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत लगाया गया इर्मजेंसी कॉल बॉक्स आम नागरिको के लिये बहुत ही उपयोगी है। 

ग्वालियर में आइटीएमएस सिस्टम के माध्यम से 20 चौराहो और तिराहो पर इस इमरजेंसी काँल बाँक्स को लगाया गया है बाकि शेष जंक्शनो पर भी इसे लगाने का कार्य किया जा रहा है। जो जल्द ही पूरा कर लिया जायेगा। श्रीमती सिंह नें बताया कि चौराहों तिराहो पर आईटीएमएस के साथ लगे इर्मजेंसी कॉल बॉक्स का उपयोग बहुत ही आसान है। इसमें लगे एक लाल बटन को दबाते ही कॉल द्वारा स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम में बात की जा सकती है, जहाँ अपनी समस्या बता कर यथासंभव तत्काल समाधान प्राप्त किया जा सकता है, वही ईसीबी बाँक्स के माध्यम से किसी भी प्रकार की आपात स्थिति जैसे एक्सीडेंट, चोरी, झगड़ा, छेड़छाड़ एवं अन्य घटनाओं की भी सूचना तत्काल दे कर सहायता प्राप्त की जा सकती है। 

इमरजेंसी कॉल बॉक्स हर वर्ग खासकर महिलाओ को सुरक्षात्मक माहौल प्रदान करने में भी काफी उपयोगी है। श्रीमती सिहं नें बताया कि आम लोग याताय़ात नियमो को लेकर जागरुक होने के साथ आईटीएमएस सिस्टम के इन खास सुरक्षात्मक फीचरो से भी परिचित हो इसके लिये पब्लिक एड्रैस सिस्टम का भी प्रयोग किया जा रहा है वही समय समय पर स्मार्ट सिटी द्वारा जनजागरुकता अभियान भी चलाये जा रहे है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग यातायात नियमो के पालन करने को लेकर जागरुक होने के साथ इन सुरक्षात्मक फीचरो का लाभ उठा सके।