कोविड-19 से बचाव कि कलेक्टर ने की नागरिकों से अपील

कोरोना पीड़ितों की संख्या में हो सकती है वृद्धि…

कोविड-19 से बचाव कि कलेक्टर ने की नागरिकों से अपील

मुरैना। कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा है कि कोरोना संकट से हम पिछले 6-7 माह से जूझ रहे है और मुरैना ने बहुत अच्छे तरीके से इस लड़ी है। जिसमें यहां के नागरिकों का और सभी का सहयोग प्राप्त हुआ है। वर्तमान में लॉकडाउन पूरी तरह से खत्म है। त्यौहार का मौसम है। नवरात्रि बड़े धूमधाम से मनायी जा रही है। दुर्गा प्रतिमा के पाण्डाल भी लगे हैं और काफी बड़ी संख्या में लोग जा रहे हैं। लेकिन ये सबक लेने का समय है। राज्य शासन ने भी इस संबंध में एडवायजरी जारी की है और इसका एक उदाहरण हमारे सामने केरल का है। 

केरल में शुरूआती दिनों में बहुत अच्छी स्थिति थी। बाद में ओणम का त्यौहार आया और लोगों ने बड़े धूमधाम से मनाया। उसके बाद केरल में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुयी। स्वास्थ्य विभाग को भी ये आशंका है कि त्यौहार के सीजन में जिस तरह लोग बडी संख्या में लोग निकल रहे हैं और एक-दूसरे से मिल रहे हैं उससे आगामी दिनों में कोरोना पीड़ितों की संख्या में वृद्धि हो सकती है। 

उन्होंने जिले के नागरिकों से आग्रह किया है कि त्यौहार खुशीपूर्वक मनाएं, समारोहपूर्वक मनाएं लेकिन जो बेसिक प्रीकॉशन है जैसे मास्क पहनना, सेनिटाइजर लगाना, अनावश्यक भीड़ का हिस्सा न बनाना इसका पालन करें। उन्होंने कहा है कि जिला प्रशासन आगामी दिनों में इसका पालन कराने के लिए कटिबद्ध है। फिर से यह अभियान शुरू करने जा रहे हैं। 

दुर्गा प्रतिमा के पाण्डाल में या किसी भी सार्वजनिक स्थान पर अगर लोग बिना मास्क के पाये जाते हैं तो उसके विरूद्ध सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने सभी से आग्रह किया है कि यह खुशी का जो मौका है वह बरकरार रहे। यह तभी संभव है जब हम स्वस्थ्य रहें। इसकी पूरी कोशिश करें और पूरी चिंता कर सावधानीपूर्वक ही बाहर निकलें। आज हम जो अच्छी स्थिति में हैं वह तब ही बरकरार रहेगी जब हम अपनी सावधानी रखेंगे।

30 लाख सरकारी कर्मचारियों को मिलेगा दिवाली बोनस

मोदी सरकार का बड़ा ऐलान…

30 लाख सरकारी कर्मचारियों को मिलेगा दिवाली बोनस

केंद्र सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के लिए बड़ा ऐलान किया है. सरकार ने 30 लाख सरकारी कर्मचारियों को दिवाली बोनस देने की घोषणा की है. बुधवार को हुई मोदी कैबिनेट की बैठक में ये फैसला लिया गया. कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर के जरिए सीधे कर्मचारियों के खातों में पैसे ट्रांसफर किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि तुरंत पैसे ट्रांसफर करने का आदेश दे दिया गया है. बता दें कि इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकार कर्मचारियों के लिए स्पेशल फेस्टिवल एडवांस स्कीम की घोषणा की थी. 

इस स्कीम के जरिए कर्मचारी एडवांस में 10 हजार रुपये ले सकेंगे. केंद्रीय कैबिनेट ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए प्रॉडक्टिविटी और नॉन-प्रॉडक्टिविटी लिंक्ड बोनस को मंजूरी दी है. इस घोषणा से 30 लाख नॉन-गजेटेड कर्मचारियों को फायदा होगा. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कैबिनेट की निर्णय की जानकारी देते हुए कहा कि विजयदशमी या दुर्गा पूजा से पहले ही केंद्र सरकार के 30 लाख कर्मचारियों को 3737 करोड़ रुपये के बोनस का भुगतान तुरंत शुरू होगा. केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में जम्मू-कश्मीर में जिला पंचायत चुनाव कराने को भी मंजूरी दे दी गई है. 

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि धारा 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में सभी कानून लागू हो गए हैं. पिछले हफ्ते ही त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का कानून हो गया. आज केंद्रीय कैबिनेट ने जिला परिषद के सीधे चुनाव कराने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है. प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि ग्राम पंचायत, ब्लॉक पंचायत और जिला पंचायत स्तर पर चुनाव होगा. अब जम्मू-कश्मीर में भी त्रिस्तरीय पंचायत होगी. इसके लिए उन्हें आर्थिक सत्ता भी मिलेगी. अभी चुनाव की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी और लोग मताधिकार से अपने जनप्रतिनिधि को चुनेंगे. पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने जो वादा किया था, वह पूरा हो गया.

कमलनाथ के ‘आइटम’ वाले बयान पर EC ने भेजा नोटिस

48 घंटों में मांगा जवाब…

कमलनाथ के ‘आइटम’ वाले बयान पर EC ने भेजा नोटिस

नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के आइटम वाले बयान पर नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. कमलनाथ को ये जवाब 48 घंटे में देना होगा. केंद्रीय चुनाव आयोग ने कमलनाथ को भेजे नोटिस में कहा है कि जिस तरीके के शब्दों का इस्तेमाल उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान किया है वो रिप्रजेंटेशन ऑफ पीपल एक्ट के प्रावधानों के खिलाफ है. लिहाज़ा वो चुनाव आयोग को 48 घंटे में जवाब देकर बताएं कि क्यों न उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए?

चुनाव आयोग ने कमलनाथ को यह नोटिस बीजेपी के सांसद द्वारा दी गई शिकायत और राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा चुनाव आयोग को भेजी गई शिकायत के आधार पर भेजा है. चुनाव आयोग ने दी गई शिकायतों में साफ तौर पर कहा गया था कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी के उम्मीदवार इमरती देवी को लेकर जो बयान दिया है वह अपमानजनक है लिहाज़ा उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.

गौरतलब है कि कमलनाथ ने मध्यप्रदेश विधानसभा के लिए होने वाले उपचुनाव के दौरान चुनाव प्रचार करते हुए बीजेपी की महिला उम्मीदवार इमरती देवी को लेकर आइटम जैसे शब्द का इस्तेमाल किया था. इसको लेकर बीजेपी ने उन पर हमला भी किया था और खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उपवास भी रखा था.

कमलनाथ के इस बयान को लेकर खुद कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी अपनी असहमति जाहिर कर चुके हैं. लेकिन कमलनाथ ने अपने बयान को लेकर माफी मांगने से साफ इनकार कर दिया था. उन्होंने सफाई देते हुए यही कहा है कि आइटम जैसे सब का इस्तेमाल किसी भी तरह का अपमानजनक नहीं है और उन्होंने अपने बयान से किसी भी तरह से इमरती देवी का अपमान नहीं किया है.

भाजपा ने लोकसेवकों से पद का दुरुपयोग और लोक कर्तव्य में बेईमानी करवाई है : सिंह

अजयसिंह ने लोकयुक्त से मिलकर शपथ पत्र के साथ की शिकायत ...

भाजपा ने लोकसेवकों से पद का दुरुपयोग और लोक कर्तव्य में बेईमानी करवाई है : सिंह

भोपाल। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह ने आज सुबह लोकयुक्त से मिलकर ज्योतिरादित्य सिंधिया, शिवराजसिंह चौहान, नरोत्तम मिश्रा, गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, उमाशंकर  गुप्ता और विश्वास सारंग के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत कार्यवाही करने के लिए शपथ पत्र सहित शिकायती पत्र दिया है| पत्र में लिखा है कि इन सभी ने अपने लोकसेवक होने का दुरुपयोग किया है| उन्होंने लोक कर्तव्य का पालन नहीं किया है| यह कृत्य भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा सात के अंतर्गत अपराध है| साथ ही धारा आठ के अंतर्गत दंडनीय है| पत्र में उन्होंने मांग की है कि सिंधिया, शिवराज, नरोत्तम, भार्गव, भूपेन्द्रसिंह, उमाशंकर, सारंग सहित 25 पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की कार्यवाही की जाये। और चुनाव में होने वाला करोड़ों के खर्च का भाजपा उम्मीदवारों से वसूला जाये। इसमें सात वर्ष का कारावास और जुर्माना दोनों लगाया जा सकता है| विधायकों को पद देने का प्रलोभन देकर बदले में कांग्रेस के नेतृत्व में चुनी हुई सरकार गिराने का कृत्य किया है| अखबारों में प्रकाशित खबरों और आम चर्चा के अनुसार उन्हें प्रलोभन दिया गया कि सभी को न केवल भाजपा के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ाया जाएगा बल्कि 12 लोगों को मंत्री भी बनाया जाएगा| विभाग भी ज्योतिरादित्य सिंधिया की इच्छा से दिये जाएँगे, साथ ही कुछ राशि भी दी जाएगी| सिंह ने लिखा है कि योजनाबद्ध तरीके से 22 विधायकों को बेंगलोर ले जाकर प्रेस्टीज़ गोल्फ लिंक रिसार्ट में रखा गया| किसी से मिलने नहीं दिया गया और फोन जब्त कर लिए गए| 

उल्लेखनीय है कि कर्नाटक में भाजपा शासन है| सभी के स्तीफ़े भूपेंद्र सिंह के माध्यम से विधानसभा अध्यक्ष को भिजवाए गए| कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजयसिंह जब उनसे मिलने गए तो पुलिस प्रशासन ने अंदर नहीं जाने दिया| प्रथम दृष्टया स्पष्ट है कि ये सभी विधायक, ज्योतिरादित्य सिंधिया और भाजपा नेता सरकार गिराने का षड्यंत्र कर रहे थे| जो कांग्रेस सरकार गिरने पर सिद्ध हो गया| अजयसिंह ने लिखा है कि इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि वादे के अनुसार 14 ऐसे व्यक्तियों को जो विधायक नहीं थे, मंत्री बना दिया गया| ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा से राजयसभा सदस्य चुने गए| उन्हें केंद्र में मंत्री पद से नवाजे जाने की पूरी संभावना है| उपचुनाव में स्तीफ़ा देने वाले सभी लोगों को भाजपा ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है| तुलसी सिलावट, गोविंदसिंह राजपूत, प्रभुराम चौधरी, इमरती देवी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, महेंद्र सिंह सिसोदिया, हरदीपसिंह, राज्यवर्धन सिंह, बृजेन्द्र सिंह यादव, सुरेश धाकड़, ओ॰पी॰एस॰ भदौरिया, गिर्राज दंडोतिया, एदलसिंह कंसाना और बिसाहूलाल सिंह ने सरकार गिराने के प्रतिफल के रूप में मंत्री पद प्राप्त किया| जाहिर है  सभी ने लोक कर्तव्य का पालन अनुचित रूप से और बेईमानी से किया| इस तरह उन्होने षड्यंत्र सिद्ध कर दिया| सिंह ने अगली वस्तुस्थिति बताते हुये लिखा है कि विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी को शिवराज सिंह चौहान ने लालच दिया और उनसे स्तीफ़ा दिलाकर तत्काल नागरिक आपूर्ति निगम का चेयरमेन बना दिया|

इसके बाद नारायण पटेल और सुमित्रा देवी कासडकर के भी स्तीफ़े दिलाये गए जो कांग्रेस के विधायक थे| मंत्री बनाए गए लोगों के अलावा स्तीफ़ा देने वाले लोगों में मनोज चौधरी, जसपाल सिंह जज्जी, जसवंत जाटव, संतराम सिरोनिया, मुन्नालाल गोयल, रणवीर सिंह जाटव, कमलेश जाटव और रघुराज कंसाना भी शामिल थे| अजयसिंह ने लिखा है कि कांग्रेस के 25 पूर्व विधायकों के स्तीफ़ा देने के कारण उपचुनाव हो रहे हैं जिसके लिए ये सभी जिम्मेदार हैं| अकारण चुनाव थोपे जाने के फलस्वरूप करोड़ों रुपयों के शासकीय धन का जो अपव्यय हो रहा है, वह इन सभी से वसूला जाये| सिंह ने लिखा है कि षड्यंत्र में शामिल सभी लोग अंतत: विगत 20 मार्च को चुनी हुई कमलनाथ सरकार गिराने में सफल रहे| मुख्यमंत्री कमलनाथ ने स्तीफ़ा दिया| ताबड़तोड़ 23 मार्च को शिवराजसिंह को शपथ दिलाई गई और फिर पूरे भारत में 25 मार्च से लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई| संभवत: लॉकडाउन लगाने में विलंब इसलिए किया गया क्योंकि भारतीय जनता पार्टी को कांग्रेस सरकार गिराना थी|

सरकार गिरने के बाद जो घटनाक्रम हुआ उससे प्रकाशित खबरें और आम चर्चा सच साबित हुई| सिंह ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों की व्याख्या करते हुये लिखा है कि धारा सात के अंतर्गत यदि कोई लोक सेवक लाभ के पद के लिए लोक कर्तव्य का पालन अनुचित रूप से और बेईमानी से करता है या करवाता है तो वह अपराध की श्रेणी में आता है| ऐसा कृत्य करने के लिए यदि वह कोई इनाम लेता है या लाभ की प्रत्याशा में लोक कर्तव्य का निर्वहन नहीं करता है तो इस अपराध के लिए कम से कम तीन साल से सात साल तक का कारावास और जुर्माने का भागी होगा| लोक कर्तव्य में बेईमानी के लिए प्रेरित करने वाले पर भी यही सजायेँ लागू होती हैं| इन प्रावधानों से स्पष्ट है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलकर शिवराजसिंह चौहान, नरोत्तम मिश्रा, गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, उमाशंकर गुप्ता, सुदर्शन गुप्ता और विश्वास सारंग ने षड्यंत्र पूर्वक कांग्रेस सरकार गिरायी है| अपने लोक सेवक होने का दुरुपयोग किया है| लोक कर्तव्य का पालन नहीं किया है जो कि भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत अपराध है|

अस्थाई आतिशबाजी विक्रय के लिये स्थान किये निर्धारित

जिला दण्डाधिकारी एवं कलेक्टर ने आगामी त्यौहार पर…

अस्थाई आतिशबाजी विक्रय के लिये स्थान किये निर्धारित 

मुरैना। विस्फोटक नियम 2008 के नियम 84 के अन्तर्गत सभी अनुविभागीय दण्डाधिकारियों को उनके क्षेत्राधिकार के अन्तर्गत प्रस्तावित स्थलोें पर आगामी दीपावली त्यौहार पर 25 अक्टूबर से 15 नवम्बर 2020 तक की अवधि के लिये अस्थाई आतिशबाजी विक्रय लायसेंस (50 कि.ग्रा. तक) जारी करने के लिये अधिकृत किया जाता है साथ ही आतिशबाजी विक्रय के लिये स्थल निर्धारित किये गये है।जिला दण्डाधिकारी एवं कलेक्टर अनुराग वर्मा ने एक आदेश जारी कर कहा है कि मुरैना शहर के आतिशबाजी विक्रय के लिये मेला ग्राउण्ड, बानमौर में वर्ष 2019 में संशोधित स्थल वार्ड क्रमांक 7 पानी की टंकी के पास खुली जमीन पर, जौरा में ग्राम अलापुर के सर्वे क्रमांक 811/3 मेला का मैदान, अंबाह में पचासा मैदान अंबाह, पोरसा में थाना परिसर पोरसा के पीछे रिक्त स्थल पर, सबलगढ़ में नेहरू महाविद्यालय प्रांगण पानी की टंकी के पास और कैलारस में शक्कर कारखाना कैलारस प्रांगण का चयन किया गया है। 

जिला दण्डाधिकारी एवं कलेक्टर अनुराग वर्मा ने सभी अनुविभागीय दण्डाधिकारी एवं पुलिस अनुविभागीय अधिकारियों को विस्फोटक नियम 2008 के नियम 84 में दिये गये निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराते हुये कहा है कि अनुज्ञप्तिधारियों को दुकान का आवंटन लाटरी सिस्टम से किया जाये। आतिशबाजी की अस्थाई दुकानों के अभिन्यास इस प्रकार बनाये कि प्रत्येक दो दुकानों के बीच 3 मीटर खाली स्थान रहे। दो दुकानों के बीच विभाजन के लिये केवल लोहे की शीट का ही उपयोग किया जाये। आतिशबाजी को सुरक्षित एवं अज्वलनशील सामग्री से बने शेड में रखा जाये। आतिशबाजी की दुकानों के 50 मीटर के अंदर आतिशबाजी प्रदर्शन प्रतिबंधित होगा। 

लायसेंसधारी द्वारा लायसेंस में वर्णित मात्रा में ही आतिशबाजी भण्डारण किया जाये। केवल लायसेंसधारी द्वारा ही आतिशबाजी का क्रय-विक्रय किया जाये। अनाधिकृत रूप से विक्रय करने वालों के विरूद्ध सख्त वैधानिक कार्रवाही की जाये। सार्वजनिक स्थलों, घनी आबादी में अनाधिक्रत रूप से संचालित आतिशबाजी की दुकानों, अवैध संग्रहण पाते है, जिससे कानून व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है तो उसको तत्काल बंद करबाकर उनके विरूद्ध वैधानिक कार्रवाही की जाये। प्रत्येक दुकान में पोर्टेबल फायर फाइटिंग सिस्टम, पानी का ड्रम एवं बाल्टी में रेत की व्यवस्था अनिवार्यतः कराई जाये, ताकि तत्काल आग पर काबू पाया जा सके। आतिशबाजी विक्रय स्थल के समीप चाय आदि की दुकानों एवं धूम्रपान पर पाबंदी लगाई जाये। जिससे अग्नि दुर्घटना की कोई आशंका नहीं हो। परिसर में फायर बिग्रेड, फायर टेंकर अनिवार्य रूप से रखे जाये। 

वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था दुकानों से कम से कम पचास मीटर दूर की जाये। आतिशबाजी विक्रय स्थलों पर सादा वर्दी में पुलिस कर्मी तैनात किये जाये। जो संदिग्ध, असामाजिक व्यक्तियों की गतिविधियों पर नजर रखेंगे एवं आसूचना संकलन कर उनके संज्ञान में आने वाली किसी भी महत्वपूर्ण जानकारी की सूचना जिला प्रशासन को देंगे। दुकानों में प्रकाश हेतु किसी प्रकार का तेल लैम्प एवं खुली बिजली बत्तियों का प्रयोग नहीं होगा। बिजली की लाइन का प्रयोग करने पर उसे दीवार पर या छत पर दृढ़ता से लगाना होगा एवं किसी प्रकार का तार लटके नहीं होंगे। एक पंक्ति की सभी दुकानों के लिये मास्टर स्विच लगाना होगा। प्रत्येक मास्टर स्विच से सर्किट ब्रेकर लगा होना चाहिये। जिससे शाॅर्ट सर्किट होने पर विद्युत प्रवाह स्वतः ही बंद हो जाये। आगजनी की स्थिति से निटपने के लिये आतिशबाजी दुकान संचालकों एवं स्थानीय प्रशासन के बीच समन्वय स्थापित कर पूर्व में माॅकड्रील कराई जाये।

ऊर्जा मंत्री श्री तोमर के सुपुत्र रिपुदमन पिता के लिए जनसंपर्क कर मांग रहे हैं वोट

 


लॉकडाउन गया है कोरोना नहीं, बिगड़ने न दें स्थिति : PM मोदी

कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री का राष्ट्र के नाम संदेश…

लॉकडाउन गया है कोरोना नहीं, बिगड़ने न दें स्थिति : PM मोदी 

कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार शाम को राष्ट्र को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कोरोना को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही न बरतने की सलाह दी. पीएम ने कहा कि थोड़ी सी लापरवाही हमारी खुशियों को कम कर सकती है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें यह भूलना नहीं है कि लॉकडाउन भले चला गया हो, वायरस नहीं गया है. बीते 7-8 महीनों में, प्रत्येक भारतीय के प्रयास से, भारत आज जिस संभली हुई स्थिति में हैं, हमें उसे बिगड़ने नहीं देना है और अधिक सुधार करना है. आज देश में रिकवरी रेट अच्छी है. पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया के साधन-संपन्न देशों की तुलना में भारत अपने ज्यादा से ज्यादा नागरिकों का जीवन बचाने में सफल हो रहा है. 

कोविड महामारी के खिलाफ लड़ाई में टेस्ट की बढ़ती संख्या हमारी एक बड़ी ताकत रही है. सेवा परमो धर्म: के मंत्र पर चलते हुए हमारे डॉक्टर्स, नर्स इतनी बड़ी आबादी की निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं. इन सभी प्रयासों के बीच, ये समय लापरवाह होने का नहीं है. ये समय ये मान लेने का नहीं है कि कोरोना चला गया,  या फिर अब कोरोना से कोई खतरा नहीं है. प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश में रिकवरी रेट अच्छी है, मृत्युदर कम है. दुनिया के साधन-संपन्न देशों की तुलना में भारत अपने ज्यादा से ज्यादा नागरिकों का जीवन बचाने में सफल हो रहा है. कोविड महामारी के खिलाफ लड़ाई में टेस्ट की बढ़ती संख्या हमारी एक बड़ी ताकत रही है. 

प्रधानमंत्री ने कहा कि कई लोगों ने अब सावधानी बरतना बंद कर दिया है. ये ठीक नहीं है. अगर आप लापरवाही बरत रहे हैं, बिना मास्क के बाहर निकल रहे हैं, तो आप अपने आप को, अपने परिवार को, अपने परिवार के बच्चों को, बुजुर्गों को उतने ही बड़े संकट में डाल रहे हैं. पीएम ने कहा कि मैं आज मीडिया और सोशल मीडिया के साथियों से कहना चाहता हूं कि आप जागरूकता लाने के लिए इन नियमों का पालन करने के लिए जितना जन-जागरण अभियान करेंगे ये आपकी तरफ से देश की बहुत बड़ी सेवा होगी. एक कठिन समय से निकलकर हम आगे बढ़ रहे हैं. थोड़ी सी लापरवाही हमारी गति को रोक सकती है. हमारी खुशियों को धूमिल कर सकती है. जीवन की जिम्मेदारियों को निभाना और सतर्कता ये दोनो साथ-साथ चलेंगे तभी जीवन में खुशियां बनी रहेंगी. 

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के मामले में जब तक सफलता पूरी न मिल जाए, लापरवाही नहीं करनी चाहिए. जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती, हमें कोरोना से अपनी लड़ाई को कमजोर नहीं पड़ने देना है. बरसों बाद हम ऐसा होता देख रहे हैं कि मानवता को बचाने के लिए युद्धस्तर पर काम हो रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में अनेक देश वैक्सीन को लेकर काम कर रहे हैं. हमारे देश के वैज्ञानिक भी वैक्सीन के लिए जी-जान से जुटे हैं. भारत में अभी कोरोना की कई वैकसीन पर काम चल रहा है. इनमें से कुछ अडवान्स स्टेज पर हैं. कोरोना की वैक्सीन जब भी आएगी, वो जल्द से जल्द प्रत्येक भारतीय तक कैसे पहुंचे इसके लिए भी सरकार की तैयारी जारी है. एक-एक नागरिक तक वैक्सीन पहुंचे, इसके लिए तेजी से काम हो रहा है.