ग्वालियर में गुरूवार को 8 उम्मीदवारों ने भरे नामांकन

अब तक 23 उम्मीदवारों ने दर्ज कराई नामजदगी…

ग्वालियर में गुरूवार को 8 उम्मीदवारों ने भरे नामांकन

 

ग्वालियर। ग्वालियर जिले के तीनों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में गुरूवार को 23 उम्मीदवारों द्वारा अपनी नामजदगी के पर्चे दाखिल किए गए। विधानसभा क्षेत्र 15-ग्वालियर से 3 उम्मीदवार, 16-ग्वालियर पूर्व से 2 एवं 19-डबरा (अजा.) से 3 प्रत्याशियों ने अपने-अपने पर्चे दाखिल किए। अभी तक जिले के तीनों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 23 उम्मीदवारों द्वारा नाम-निर्देशन पत्र दाखिल किए जा चुके हैं।

विधानसभा उप निर्वाचन कार्यक्रम के तहत अब नामजदगी के लिये 16 अक्टूबर आखिरी दिन है। चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवार अब 16 अक्टूबर को प्रात: 11 बजे से अपरान्ह 3 बजे तक संबंधित रिटर्निंग अधिकारी के कक्ष में नामांकन प्रस्तुत कर सकेंगे। नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा (जाँच) 17 अक्टूबर को होगी और 19 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। मतदान 3 नवम्बर को एवं मतगणना 10 नवम्बर को होगी।

गुरूवार को इन्होने दाखिल किए नाम-निर्देशन पत्र -

विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र-15 ग्वालियर : रोशन बेग (समाजवादी पार्टी), श्रीमती चीना (पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया) एवं जितेन्द्र त्रिपाठी (निर्दलीय)

विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र-16 ग्वालियर पूर्व : सुनील कुमार शर्मा सपाक्स पार्टी नरेश चन्द्र शर्मा निर्दलीय

विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र-19 डबरा (अजा.) : इमरती देवी (भारतीय जनता पार्टी), प्रभा गाँधी (इंडियन नेशनल कांग्रेस) रणवीर सिंह परिहार (इंडियन नेशनल कांग्रेस)

निर्वाचन कार्य में लापरवाही बरतने के विरूद्ध होगी कार्रवाई : श्री सिंह

कलेक्टर ने बैठक में दिए निर्देश…

निर्वाचन कार्य में लापरवाही बरतने  के विरूद्ध होगी कार्रवाई : श्री सिंह

ग्वालियर। विधानसभा उप निर्वाचन-2020 के लिये निर्वाचन आयोग द्वारा आचार संहिता लागू करने के साथ ही निर्वाचन की तैयारियाँ की जा रही हैं। स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिये शासकीय अमले को प्रशिक्षित कर मतदान की जवाबदारी सौंपी गई है। मतदान के कार्य में लापरवाही बरतते हुए निर्वाचन प्रशिक्षण में बिना किसी ठोस कारण के अनुपस्थित कर्मचारियों के विरूद्ध सेवा समाप्ति की कार्रवाई करने के निर्देश कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने दिए हैं। गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में निर्वाचन के लिये नियुक्त नोडल अधिकारियों की बैठक में कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने कहा है कि निर्वाचन के कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। 

बिना किसी कारण के निर्वाचन प्रशिक्षण में अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों के विरूद्ध कठोर दण्डात्मक कार्रवाई की जाए। ऐसे कर्मचारियों की सेवा समाप्ति का प्रकरण भी तैयार कर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि निर्वाचन के द्वितीय चरण में शतप्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति हो, यह भी सुनिश्चित किया जाए। बिना उचित कारण के कोई भी कर्मचारी प्रशिक्षण में अनुपस्थित न रहे। अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारी को बख्शा नहीं जाए। कलेक्टर श्री सिंह ने समीक्षा के दौरान पाया कि प्रथम चरण के प्रशिक्षण में 140 कर्मचारी प्रशिक्षण में अनुपस्थित रहे हैं। ऐसे कर्मचारियों के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश देने के साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि कोई भी अधिकारी व कर्मचारी निर्वाचन के कार्य में लापरवाही न बरते। 

लापरवाही पाए जाने पर सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने नोडल अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि निर्वाचन के लिये जो जवाबदारी सौंपी गई है उसका समय पर पालन सुनिश्चित करें। निर्वाचन के कार्य में अगर कोई भी शंका हो तो वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन लेकर सौंपे गए दायित्वों का निर्वहन करें। कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने यह भी कहा है कि निर्वाचन के साथ-साथ कोविड-19 के संबंध में जो गाइडलाइन जारी की गई है उसका पालन भी सुनिश्चित किया जाए। कोविड-19 की गाइडलाइन का उल्लंघन पाए जाने पर संबंधित के विरूद्ध तत्काल एफआईआर दर्ज कराई जाए। 

चुनावी सभाओं की वीडियो रिकॉर्डिंग कराने के साथ ही जिन शर्तों के साथ अनुमति दी गई है उसका पालन भी हो, इसकी निगरानी की जाए। शर्तों का उल्लंघन पाए जाने पर संबंधित के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई हेतु प्रकरण कायम कराया जाए। कलेक्टर श्री सिंह ने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि मतदान केन्द्रों को तैयार करने की कार्रवाई तेजी के साथ की जाए। सभी मतदान केन्द्रों पर कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम के लिये जो प्रबंध करने के निर्देश जारी किए गए हैं उनका पालन भी सुनिश्चित हो, इसकी व्यवस्था समय रहते की जाए। मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं को बैठने के लिये टेन्ट, कुर्सी की व्यवस्था हो। इसके साथ ही तीन लाइनें लगाने की व्यवस्थायें भी सुनिश्चित की जाएँ। 

मतदान केन्द्रों पर सेनेटाइजर, हैण्ड ग्लब्स, मास्क की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जायेगी। इसके साथ ही मतदाताओं को भी मतदान केन्द्रों पर कोविड संक्रमण से सुरक्षा के लिये किए गए प्रबंधनों के संबंध में विस्तार से जानकारी देने हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जाए। बैठक में सम्पत्ति विरूपण अधिनियम के तहत भी प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए। मतदाता जागरूकता अभियान के तहत नियमित गतिविधि कर मतदाताओं को जागरूक करने का कार्य किया जाए। शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र के मतदाताओं को भी मतदाता जागरूकता अभियान की गतिविधियों से जोड़ा जाए। 

ग्रामीण क्षेत्र में भी कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम हेतु मतदान केन्द्रों पर किए जा रहे प्रबंधनों के संबंध में जानकारी दी जाए। कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने कहा कि विधानसभा उप निर्वाचन-2020 में मतदान दलों को सामग्री का वितरण एमएलबी कॉलेज परिसर से किया जाना है। मतदान दलों को दी जाने वाली मतदान सामग्री का वितरण एवं मतदान के पश्चात उसको जमा करने की व्यवस्था भी समय रहते पूर्ण कर ली जाए। मतदान दलों को मतदान सामग्री प्राप्त करते समय एवं जमा करते समय किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके पुख्ता प्रबंध किए जाएँ। सभी कर्मचारियों को बैठने की व्यवस्था के साथ-साथ पानी आदि की व्यवस्था भी हो, यह सुनिश्चित किया जाए।

गुरुवार को 17 उम्मीदावरों ने दाखिल किये नामांकन

नाम निर्देशन पत्र दाखिल करने के पांचवे दिन यानी…

गुरुवार को 17 उम्मीदावरों ने दाखिल किये नामांकन

मुरैना। नाम निर्देशन पत्र दाखिल करने के पांचवे दिन यानी 15 अक्टूबर को 17 उम्मीदवारों द्वारा अपनी नाम जद्दगी का पर्चा दाखिल किये। जिसमें विधानसभा क्षेत्र जौरा से 3, सुमावली से 2, मुरैना से 3, दिमनी से 3 और अंबाह विधानसभा क्षेत्र से 7 उम्मीदवारों ने नाम निर्देशन पत्र भरे। विधानसभा उपनिर्वाचन 2020 कार्यक्रम के तहत अब तक नाम जद्दगी के लिये केबल एक दिन शेष बचा है। विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 04 जौरा के रिटर्निंग आॅफीसर नीरज शर्मा ने बताया कि राजवीर सिंह धाकड़ ने निर्दलीय, अर्जुन सिंह सिकरवार ने भारतीय मजदूर जनता पार्टी और सोनेराम ने बहुजन समाज पार्टी से प्रत्याशी के रूप में अपना नाम निर्देशन पत्र दाखिल किया।

विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 05 सुमावली के रिटर्निंग आॅफीसर सुरेश बराहदिया ने बताया कि रणजीत सिंह ने निर्दलीय और अजब सिंह कुशवाह ने काॅग्रंेस पार्टी से अपना नाम निर्देशन पत्र दाखिल किया। विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 06 मुरैना के रिटर्निंग आॅफीसर आरएस बाकना ने बताया कि हुकुमचंद्र ने समाजवादी पार्टी, शंशाक ने निर्दलीय और सोभाराम कुशवाह ने राष्ट्रीय समानता दल के रूप में अपना नाम निर्देशन पत्र दाखिल किया। विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 07 दिमनी के रिटर्निंग आॅफीसर संजीव जैन ने बताया कि सौरभ शर्मा ने निर्दलीय, धीरेन्द्र कुमार ने निर्दलीय और भूपेन्द्र सिंह ने काॅग्रेंस पार्टी से नामांकन दाखिल किया है। 

विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 08 अंबाह के रिटर्निंग आॅफीसर राजीव समाधिया ने बताया कि कमलेश ने भारतीय जनता पार्टी, बाचाराम कौशल ने निर्दलीय, सतीेश कुमार ने अखण्ड भारत साम्राज्य (स्वतंत्र), मातादीन ने निर्दलीय, प्रमोद कुमार ने जन अधिकार पार्टी, विभा छारी ने निर्दलीय और भूपेन्द्र सिंह ने स्वतंत्र प्रत्याशी के रूप में अपना नाम निर्देशन पत्र दाखिल किया। चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवार 16 अक्टूबर को प्रातः 11 से 3 बजे तक संबंधित रिटर्निंग अधिकारी के कक्ष में नामांकन प्रस्तुत कर सकेंगे। नाम निर्देशन पत्रों की समीक्षा (जांच) 17 अक्टूबर को होगी और 19 अक्टूबर तक नाम वापस लिये जा सकेंगे। मतदान 3 नवम्बर को एवं मतगणना 10 नवम्बर को होगी।

जल, मल और सफाई शुल्क बढाया तो विरोध झेलना होगाः माकपा

भारी भरकम टैक्स थोपना जनता के साथ सरासर अन्याय है…

जल, मल और सफाई शुल्क बढाया तो विरोध झेलना होगाः माकपा

ग्वालियर। माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की ग्वालियर जिला समिति ने एक बयान जारी कर शहर की जनता पर जल,मल, और सफाई के नाम प्रस्तावित टैक्स अगर लागू किया गया तो तीव्र विरोध किया जायेगा। माकपा जिला सचिव अखिलेश यादव ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी सरकार केवल पूंजीपतियों, कारपारेट घरानो के हितों के बारे सोचती रहती है जबकि आमजनता की तकलीफो एवं मध्यम वर्ग और नीचे तबके के लोगों का कतई ख्यान नही रखा जा रहा है।

माकपा नेता का कहना है कि जब नगर निगम में पहले से ही समेकित कर के नाम से एक टैक्स जनता से लिया जा रहा है जिसमें सभी कर समाहित होते है ऐसे में एक और नये टैक्स का कोई औचित्य नही है। कोराना लाॅकडाउन में जनता पहले से ही अपने धंधे और रोजगार गवां कर बैठी है, एैसे में भारी भरकम टैक्स थोपना जनता के साथ सरासर अन्याय है। 

माकपा नेता अखिलेश यादव ने चेतावनी है कि ऐसे किसी भी जनविरोधी निर्णय को अगर थोपा जाता है तो सरकार लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत बडे विरोध को झेलने के लिए तैयार रहे। माकपा नेता ने आम जनता से भी आग्रह किया है कि उपचुनाव तक खत्म होते ही जनता पर ये टैक्स थोपे जाने है अतः एैसी सरकारों को सत्ता से हटाने के लिए अपना मतदान करें।

जन्म से लेकर 'मिसाइल मैन' बनने का तक का सफर

शांत व्यक्तित्व वाले एक महान वैज्ञानिक की गाथा…

जन्म से लेकर 'मिसाइल मैन' बनने का तक का सफर

आज का दिन भारतीय इतिहास में बेहद खास है क्योंकि आज ही भारत को मिसाइल और परमाणु शक्ति से संपन्न बनाने वाले पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजी अब्दुल कलाम (A.P.J Abdul Kalam) का जन्म हुआ था. डॉ. कलाम शांत व्यक्तित्व वाले एक महान वैज्ञानिक थे, जिनके मन में हमेशा भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का सपना पलता था. डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को रामेश्वरम् (तमिलनाडु) में हुआ था. एपीजे अब्दुल कलाम का पूरा नाम डॉक्टर अबुल पाकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम था. कलाम अपने परिवार में सबके लाड़ले थे, लेकिन उनका परिवार छोटी-बड़ी मुश्किलों से हमेशा ही जूझता रहता था. जिस कारण उन्हें बचपन में ही अपनी जिम्मेदारियों का एहसास होने लगा था. उस वक्त उनके घर में बिजली नहीं थी जिस कारण वे दीपक जलाकर उसकी रोशनी में पढ़ाई किया करते थे.

मदरसे में पढ़ने के बाद कलाम सुबह रामेश्वरम् की सड़कों पर अखबार बेचने का काम भी किया करते थे. बचपन में ही आत्मनिर्भर बनने की तरफ उनका यह पहला कदम रहा. कलाम जब मात्र 19 वर्ष के थे, तब द्वितीय विश्वयुद्ध की विभीषिका को भी उन्होंने महसूस किया. इन परिस्थितियों में आवश्यक वस्तुओं का अभाव हो गया था. ऐेसे में कलाम ने अपने अध्यापक सुब्रह्मण्यम अय्यर से मिली प्रेरणानुसार एयरोस्पेस टेक्नोलॉजी में जाने का फैसला किया और यहां से इंजीनियरिंग में अध्ययन किया. साल 1962 में कलाम पहली बार भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (ISRO) पहुंचे थे. यहां प्रोजेक्ट डायरेक्टर के रूप में उन्होंने भारत का पहला स्वदेशी उपग्रह (एसएलवी-3) प्रक्षेपास्त्र बनाने का श्रेय हासिल किया. इसके साथ ही उन्होंने स्वदेशी गाइडेड मिसाइल को डिजाइन किया था, जिसके चलते देश को भारतीय तकनीक से बनाई गईं स्वेदेशी मिसाइलें मिली.

सितंबर 1985 में त्रिशूल का परीक्षण, फरवरी 1988 में पृथ्वी और मई 1989 में अग्नि का परीक्षण करने के बाद 1998 में रूस के साथ मिलकर भारत ने सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल बनाने पर काम शुरू किया और ब्रह्मोस प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की गई. ब्रह्मोस धरती, आसमान और समुद्र कहीं से भी प्रक्षेपित किया जा सकता है. इस सफलता के बाद कलाम को मिसाइल मैन की ख्याति मिली. कलाम को पद्म विभूषण से सम्मानित भी किया गया. 18 जुलाई 2002 को कलाम भारत के 11वें राष्ट्रपति निर्वाचित हुए थे. इन्हें भारतीय जनता पार्टी समर्थित एनडीए घटक दलों ने अपना उम्मीदवार बनाया था जिसका वामदलों के अलावा समस्त दलों ने समर्थन किया था. 25 जुलाई 2002 को उन्होंने संसद भवन के अशोक कक्ष में राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी. 25 जुलाई 2007 को उनका कार्यकाल समाप्त हो गया था. ऐसे भारतीय मिसाइल प्रोग्राम के जनक और जनता के राष्ट्रपति के रूप में लोकप्रिय हुए पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का 27 जुलाई 2015 को शिलांग के आईआईएम में एक व्याख्यान देने के दौरान गिरने के बाद निधन हो गया.

भूखे नंगों के बाद अब चुन्नू-मुन्नू तक पहुंची MP की सियासत

कमलनाथ को बताया कृष्ण और CM को शकुनि मामा…

भूखे नंगों के बाद अब चुन्नू-मुन्नू तक पहुंची MP की सियासत

मध्य प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में अब महज 20 दिन से भी कम वक्त रह गया है. इसीलिए सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. इस जोरआजमाइश में नेता  एक दूसरे पर चुटकीले तंज कस रहे हैं. कभी साधु-संत बता रहे हैं, तो कभी कृष्ण और शकुनि मामा. अब इस जुबानी जंग में बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी कूद पड़े हैं. उन्होंने तो कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की जोड़ी को चुन्नू-मुन्नू  तक बता दिया. 

दरअसल बुधवार को बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय अशोकनगर के स्थानीय तुलसी पार्क चौराहे पर  बीजेपी की सभा को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह  की जोड़ी पर चुटकी ली. उन्होंने कहा कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह चुन्नू-मुन्नू की तरह हैं. वहीं सिंधिया के बिकने बाली बात पर उन्होंने कहा कि जिस घर में रहते हैं  सिंधिया उस की कीमत कमलनाथ और दिज्विजिय सिंह की कुल सम्पत्ति से ज्यादा है.

आपको बता दें कि मंगलवार को कृषि मंत्री कमल पटेल ने चुनावी जंग के बीच फिल्मी सियासत की शुरुआत की थी. उन्होंने शिवराज सिंह चौहान को असली हीरो बताया था, तो वहीं कमलनाथ को विलेन,खलनायक करार दिया था. साथ ही ये सलाह भी दी थी कि उन्हें मुंबई जाकर खलनायक का रोल करना चाहिए. उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान ओरिजनल हीरो हैं,ये सभी पर्दे के हीरो हैं,कमलनाथ प्रदेश के लिए कंलक हैं.उन्होंने तो हमेशा प्रदेश के लिए विलेन का काम किया है. 

इससे पहले कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कमलनाथ को कृष्ण बताया था. उन्होंने कहा था कि k फ़ॉर कमलनाथ, K फ़ॉर कृष्ण. इतना ही नहीं महाभारत का उदाहरण देते हुए पीसी शर्मा ने मुख्यमंत्री को सकुनी मामा तक बता दिया. वहीं कांग्रेस के इस वार पर बीजेपी ने भी पलटवार किया था. सत्तारूढ़ पार्टी के प्रवक्ता रजनीश ने कहा कि क से कुशासन,क से काइयांपन, क से कांग्रेस, क से कोरोना...जनता सब जानती है कौन हितैषी है.

आपको बता दें की बीते कुछ दिनों पहले कांग्रेस नेता दिनेश गुर्जर ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर भूमि अधिग्रहण करने का आरोप लगाया था और मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा था कि मान लीजिए कमलनाथ दूसरे बड़े उद्योगपति हैं, वो शिवराज सिंह चौहान की तरह भूखे नंगे नहीं हैं। शिवराज ने किसानों के खून पीने का काम किया, इसलिए आज इतनी जमीन के मालिक हैं। इस पर सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार करते हुए कहा था कि हां, मैं भूखे-नंगे परिवार से हूं, इसलिए उनका दुख-दर्द समझता हूं। शिवराज ने ट्वीट कर दिनेश गुर्जर की बात का जवाब दिया था ।

जिले में बुधवार को 11 उम्मीदवारों ने भरे पर्चे

अब तक 15 उम्मीदवारों ने नामजदगी दर्ज कराई, अब केवल दो दिन शेष…

जिले में बुधवार को 11 उम्मीदवारों ने भरे पर्चे

ग्वालियर। ग्वालियर जिले के तीनों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में बुधवार को 11 उम्मीदवारों द्वारा अपनी नामजदगी के पर्चे दाखिल किए गए। विधानसभा क्षेत्र 15-ग्वालियर से एक उम्मीदवार, 16-ग्वालियर पूर्व एवं 19-डबरा (अजा.) से 5 – 5 प्रत्याशियों ने अपने-अपने पर्चे दाखिल किए। अभी तक जिले के तीनों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 15 उम्मीदवारों द्वारा नाम-निर्देशन पत्र दाखिल किए जा चुके हैं। विधानसभा उप निर्वाचन कार्यक्रम के तहत अब नामजदगी के लिये केवल दो दिन शेष बचे हैं।

चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवार अब 15 16 अक्टूबर को प्रात: 11 बजे से अपरान्ह 3 बजे तक संबंधित रिटर्निंग अधिकारी के कक्ष में नामांकन प्रस्तुत कर सकेंगे। नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा (जाँच) 17 अक्टूबर को होगी और 19 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। मतदान 3 नवम्बर को एवं मतगणना 10 नवम्बर को होगी।

इन्होने दाखिल किए नामांकन -

·        विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र-15 ग्वालियर : सुनील शर्मा (इंडियन नेशनल कांग्रेस)

·        विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र-16 ग्वालियर पूर्व : मुन्नालाल गोयल (भारतीय जनता पार्टी), शोभा सिंह (इंडियन नेशनल कांग्रेस), महेश बघेल (बहुजन समाज पार्टी),  हेमन्त रामपुरे (पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया), एवं पोप सिंह ने (निर्दलीय)  के प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किए।

·        विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र-19 डबरा (अजा.) : सुरेश राजे (इंडियन नेशनल कांग्रेस), संतोष गौड़ (बहुजन समाज पार्टी), अवतार सिंह (राष्ट्रीय रक्षक मोर्चा), आकाश धानुक (निर्दलीय) धमेन्द्र सिंह (निर्दलीय)