G News 24 : भारत का 1 हजार यहां 5 लाख में बदल जाएगा,लेकिन यहां डॉलर रखना जुर्म है !

हम आपको एक ऐसे खूबसूरत देश के बारे में बताने वाले हैं, जहां जाते ही...

भारत का 1 हजार यहां 5 लाख में बदल जाएगा,लेकिन यहां डॉलर रखना जुर्म है !

आपके पास अगर विदेश घूमने के लिए ज्यादा बजट नहीं है तो चिंता मत कीजिए. आज हम आपको एक ऐसे खूबसूरत देश के बारे में बताने वाले हैं, जहां जाते ही आपका एक हजार भारतीय रुपया 5 लाख में बदल जाएगा. दुनिया में कई ऐसे देश हैं जहां घूमने का सपना सब देखते हैं. हम जिस देश की बात कर रहे हैं वो भी बेहद खूबसूरत है. इस देश का कल्चर इतना पुराना है कि आप सोच भी नहीं सकते.

दरअसल, हम ईरान की बात कर रहे हैं. ईरान में इस वक्त एक भारतीय रुपये की कीमत 507.22 ईरानियन रियाल है. यानी अगर आपके पास एक हजार भारतीय रुपया है तो वहां जाते ही ये पांच लाख ईरानियन रियाल में बदल जाएगा. अगर आप ईरान घूमने जा रहे हैं तो सिर्फ 50 हजार रुपये में लग्जरी तरीके से घूम सकते हैं. इतने पैसे में आप वहां के फाइव स्टार होटल में रुक कर एक से बढ़ कर एक चीजें खा कर और ढेर सारी शॉपिंग कर के भारत वापिस आ सकते हैं.

ईरान की मिठाइयां और वहां के सूखे मेवे पूरी दुनिया में लोकप्रिय हैं. इसके अलावा आपको ईरान में एक से बढ़ कर एक एंटीक चीजें मिल जाएंगी, जिन्हें भारत लाकर आप अपने घर की शोभा बढ़ा सकते हैं.

ईरान की हालत अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण इतनी खराब हुई. दरअसल, अमेरिका ने इस देश पर कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध लगाए हुए हैं. यही वजह है कि इस देश की आर्थिक हालत बेहद खराब है.

आपको बता दें अगर आप ईरान डॉलर लेकर जा रहे हैं तो आपको सावधान हो जाना चाहिए. दरअसल, ईरान में डॉलर रखना जुर्म है. अगर आपके पास वहां डॉलर मिलता है तो आपको इसके लिए सजा हो सकती है.

G.NEWS 24 : अबू धाबी का मंदिर खुलते ही एक दिन में 65 हजार दर्शनार्थी पहुंचे दर्शन करने

एक मार्च से मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोला गया...

अबू धाबी का मंदिर खुलते ही एक दिन में 65 हजार दर्शनार्थी पहुंचे दर्शन करने 

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की राजधानी अबूधाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर बना है। 14 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अबूधाबी में मंदिर का उद्घाटन किया था। अब यहां पर दुनियाभर से हिन्दू दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। इंदौर से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पर जा रहे हैं। एक मार्च से मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए मंदिर खोला गया है और हर दिन यहां पर कतार बढ़ती ही जा रही है। रविवार को 65 हजार भक्त यहां पर पहुंचे थे। दुबई में रहने वाले अजय कासलीवाल ने बताया कि बड़ी संख्या में इंदौर के लोग यूएई में रहते हैं। मंदिर खुलते ही सभी लोग दर्शन के लिए यहां पर पहुंच रहे हैं। 

मंदिर की सुंदरता अद्भुत है और इससे यहां रहने वाले भक्तों में भी बहुत खुशी है। बीएपीएस मंदिर अबू धाबी में पहला हिंदू मंदिर है। मंदिर में आने वाले आगंतुक मंदिर खुलने पर खुशी व्यक्त कर रहे हैं और यहां की व्यवस्था के लिए बीएपीएस स्वयंसेवक और मंदिर के कर्मचारी प्रशंसा के योग्य हैं। जिस तरह से भारत में अयोध्या के राम मंदिर में भीड़ उमड़ रही है, उसी तरह अबूधाबी के इस मंदिर में बड़ी संख्या भारतीय श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। इसके लिए बसों की भी विशेष व्यवस्था की गई है और हर घंटे ये वातानुकूलित बसें चल रही हैं। तीन दिन में ही 1 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन कर लिए हैं। 

इंदौर के रहने वाले लोग अपने पूरे परिवार के साथ मंदिर में दर्शन के लिए जा रहे हैं। मंदिर रोजाना सुबह 9 से रात 8 बजे तक खुला रहेगा। बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) करीब 700 करोड़ रुपए की लागत से 27 एकड़ में यह मंदिर बनाया है। मंदिर के लिए जमीन यूएई की सरकार ने दान में दी है। मंदिर अबू धाबी में 'अल वाकबा' नाम की जगह पर 20,000 वर्ग मीटर की जमीन पर बना है। हाइवे से सटा अल वाकबा अबू धाबी से तकरीबन 30 मिनट की दूरी पर है। यूएई में लगभग 26 लाख भारतीय रहते हैं। यह यहां की आबादी का लगभग 30% हिस्सा हैं।

G News 24 : शपथ से पहले ही शहबाज शरीफ ने उगला भारत के खिलाफ जहर !

 आज दूसरी बार पाकिस्तान के पीएम बनेंगे शहबाज शरीफ...

शपथ से पहले ही शहबाज शरीफ ने उगला भारत के खिलाफ जहर !

शहबाज शरीफ सोमवार 4 मार्च को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति आरिफ अल्वी सोमवार अपराह्न तीन बजे राष्ट्रपति भवन में एक समारोह के दौरान शहबाज को पद की शपथ दिलाएंगे. सूत्रों ने बताया कि समारोह में सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर, कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकड़, सभी प्रांतों के मुख्यमंत्री और राज्यपाल शामिल होंगे. 

गठबंधन सरकार चलाएंगे शहबाज

पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के वरिष्ठ नेता शहबाज शरीफ विपक्ष की नारेबाजी के बीच नवनिर्वाचित संसद में आसानी से बहुमत हासिल करने के बाद रविवार को दूसरी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री चुने गए. वह गठबंधन सरकार का नेतृत्व करेंगे. पीएमएल-एन और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के संयुक्त उम्मीदवार शहबाज शरीफ (72) को 336 सदस्यीय सदन में 201 वोट मिले, जो सदन का नेता बनने के लिए आवश्यक मतों से 32 अधिक हैं.

विक्ट्री भाषण में शहबाज ने गाजा और कश्मीर का उठाया मुद्दा

जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के उनके प्रतिद्वंद्वी उमर अयूब खान को 92 वोट मिले. नेशनल असेंबली के अध्यक्ष सरदार एयाज सादिक ने नतीजों की घोषणा करते हुए शहबाज को पाकिस्तान का 24वां प्रधानमंत्री नियुक्त किया. पीएम चुने जाते ही विक्ट्री भाषण के दौरान शहबाज शरीफ ने भारत के खिलाफ बोलना शुरू कर दिया. शहबाज ने कहा कि कश्मीर और गाजा दोनों को आजाद कराने की जरूरत है. उन्होंने नेशनल असेंबली के सदस्यों से अपील करते हुए कहा, 'आइये हम लोग साथ आएं फिलिस्तीनियों और कश्मीरियों की आजादी के लिए एक प्रस्ताव पारित करें.'

कश्मीर मुद्दे पर दुनिया से दखल देने की मांग

शहबाज शरीफ ने गाजा और कश्मीर मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय से दखल देने की भी अपील की है. इस दौरान शहबाज ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान के लिए कुछ लक्ष्य निर्धारित किए हैं. साल 2030 तक जी20 देशों में पाकिस्तान को शामिल कराना भी उनका लक्ष्य है.

G News 24 : सफलता आपकी जाति, रंग,धर्म या जन्म स्थान से नहीं, आपके कार्यों से तय होती है : ऋषि सुनक

 PM ऋषि सुनक की कट्टरपंथ पर दो टूक,‘अगर ब्रिटेन में हिंसा की तो VISA कैंसिल कर देंगे’

सफलता आपकी जाति, रंग,धर्म या जन्म स्थान से नहीं, आपके कार्यों से तय होती है : ऋषि सुनक

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने हाल में ब्रिटेन में लोकतंत्र को बचाने के लिए कट्टरपंथ के खिलाफ आवाज बुलंद की। उन्होंने कहा कि आज कट्टरपंथी ताकतें देश को तोड़ने और बहु-धार्मिक पहचान को कमजोर करने में जुटी हुई है। देश को इनसे लड़ने की जरूरत है। उन्होंने अपनी बात रोडशेल उपचुनाव के नतीजे आने के बाद 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर भाषण देने के वक्त कही। उन्होंने साफ तौर पर चेतावनी देते हुए कहा कि अगर किसी इस्लामी कट्टरपंथी या धुर दक्षिणपंथी ने ब्रिटेन में नफरत फैलाने का प्रयास किया तो वो उसका वीजा कैंसिल करने से पहले हिचकेंगे नहीं।

उन्होंने हमास-इजरायल के बीच चल रहे युद्ध की वजह से जो देश में प्रदर्शन हो रहे हैं उसपर बात की। उन्होंने कहा, “हमारी सड़कों पर विरोध प्रदर्शन के रूप में जो शुरू हुआ, वह डराने-धमकाने, धमकियों और हिंसा के नियोजित कृत्यों में बदल गया है। यहूदी बच्चे स्कूल की वर्दी पहनने से डरते हैं कि कहीं इससे उनकी पहचान उजागर न हो जाए। मुस्लिम महिलाओं को आतंकी संगठन के करनी के ताने सुनने पड़ते हैं जबकि उनका हमले से कोई लेना-देना नहीं है। ये हमारे लोकतंत्र पर खतरा है। उन्होंने कहा, “इस्लामी कट्टरपंथ और धुर दक्षिणपंथ लोग जहर फैलाने का काम कर रहे हैं। इनका मकसद एक इंसान के तौर पर हमारे आत्मविश्वास और भविष्य को खत्म कर देना है। ये चाहते हैं कि हम लोग एक दूसरे पर शक करें। खुद पर शक करें। हमारी उपलब्धियों पर शक करें।”

उन्होंने डर जताया कि वो लोग जो ब्रिटेन में दुनिया का सबसे सफल बहु-जातीय, बहु-आस्था वाले लोकतंत्र के निर्माण का प्रयास कर रहे हैं, उसे कट्टरपंथी ताकतें कमजोर करने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने कहा, “कुछ ऐसी ताकतें हैं जो हमें तोड़ने की कोशिश कर रही हैं… लेकिन अब वक्त आ गया है कि हम सब इन बाँटने वाली ताकतों के साथ खड़े हों और इस जहर को मात दें। पीएम सुनक ने अपनी स्पीच में कहा कि जो लोग वीजा पर हैं अगर वो ब्रिटेन में नफरत फैलाने का प्रयास करते हैं तो उनका वीजा रद्द किया जाएगा। उन्होंने अपील की कि ब्रिटेन में होने वाले शांतिपूर्ण प्रदर्शनों पर कट्टरपंथियों द्वारा न कब्जा किया जाए।

उन्होंने कहा, “जो आप्रवासी यहाँ आए हैं उन्होंने संपूर्ण रूप से अपना योगदान दिया है। उन्होंने हमारे देश की कहानी में एक नया अध्याय लिखने में मदद की है। उन्होंने ऐसा अपनी पहचान छोड़े बिना किया है।” वह आगे बोले, “मुझे ब्रिटेन पर बहुत गर्व है। मैं यहाँ का पहला अश्वेत प्रधानमंत्री हूँ… जो सबको साथ लेकर चलने वाली सरकार का नेतृत्व कर रहा है। इससे पता चलता है कि आपकी सफलता इससे तय नहीं होगी कि आपकी जाति, आपका रंग , आपका धर्म क्या है? या आप कहाँ पर पैदा हुए हैं।

G News 24 : इंडिया टूर पर आई विदेशी महिला से 10 दरिंदों ने किया गैंगरेप

झारखंड में हैवानियत की 'हद' ! 

इंडिया टूर पर आई विदेशी महिला से 10 दरिंदों ने किया गैंगरेप

झारखंड के दुमका में स्पेन की एक महिला से शुक्रवार देर रात गैंगरेप किया गया. राज्य  के पुलिस मुख्यालय के एक आला अफसर ने यह जानकारी दी. वहीं दुमका पुलिस का कहना है कि पीड़िता की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच जारी है. विदेशी महिला से हैवानियत हंसडीहा थाना इलाके में हुई. स्पेनिश महिला टूरिस्ट वीजा पर भारत आई थी. पीड़िता की उम्र 30 साल बताई जा रही है. 

पति के साथ इंडिया टूर पर आई थी पीड़िता

सूत्रों का कहना है कि महिला अपने पति के साथ इंडिया टूर पर आई है. शुक्रवार की रात यह दंपति बाइक पर दुमका होते हुए भागलपुर के लिए निकले थे. रात करीब 12 बजे वे हंसडीहा बाजार से पहले कुंजी-कुरुमाहाट नामक जगह पर टेंट लगाकर रुके थे. इसी दौरान आठ से दस लोग पहुंचे और महिला के साथ गैंगरेप किया. सूचना है कि पति-पत्नी के साथ मारपीट भी की गई. महिला को देर रात हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया, जहां दुमका के एसपी पीतांबर सिंह खेरवार भी पहुंचे. इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. ये विदेशी जोड़ा स्पेन के बाद पाकिस्तान और बांग्लादेश होते हुए भारत पहुंचा था. 

सरकार इस मामले पर कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है: मंत्री बन्ना गुप्ता 

रांची से आई ताजा खबर के मुताबिक स्पेनिश महिला द्वारा बीती रात हंसडीहा थाना क्षेत्र में उसके साथ सामूहिक बलात्कार किये जाने की शिकायत पर झारखंड के मंत्री बन्ना गुप्ता की प्रतिक्रिया आई है. बन्ना गुप्ता ने कहा,  'मुझे इस घटना की ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन सरकार इस मामले पर कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है. जो कोई भी हमारी किसी भी भारतीय या विदेशी बहन के खिलाफ ऐसा अपराध करेगा, उन सभी आरोपियों के खिलाफ कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी. पुलिस का कहना है कि इस वारदात के बाकी आरोपियों की तलाश के लिए दबिश दी जा रही है. मामले की गंभीरता को देखते हुए कई टीमें  जांच में जुटी हैं.

G News 24 :मरियम का पंजाब मॉडल पी एम् मोदी के गुजरात विकास मॉडल की हो कॉपी है !

 मरियम नवाज शरीफ की मां कुलसूम नवाज नवाज मशहूर गामा पहलवान की नातिन थीं ...

मरियम का पंजाब मॉडल पी एम् मोदी के गुजरात विकास मॉडल की हो  कॉपी है !  

मरियम नवाज शरीफ ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में इतिहास रचते हुए हाल ही में पहली महिला मुख्यमंत्री का पद हासिल किया  हैं. पद संभालने के बाद उन्होंने लोगों से वादा करते हुए कहा था कि वह पंजाब को काफी आगे लेकर जाना चाहती हैं. उन्होंने अपने वादे पर काम करना भी शुरू कर दिया है. हालांकि, वह जिस प्लान के तहत काम कर रही हैं. उसकी तुलना भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की जा रही है. पाकिस्तान के निर्वासित मानवाधिकार कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा ने मरियम के विकास विकास मॉडल की तुलना पीएम नरेंद्र मोदी से की है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक मिर्जा का मानना है, 'स्मार्ट शहर, आर्थिक गतिविधियां, सड़क सुविधा, किसानों के लिए बाजार और आम लोगों के लिए उच्चतम स्वास्थ्य व्यवस्था जैसी जो भी उनकी तरफ से पहल देखी जा रही है वह भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी के आर्थिक मॉडल से मिलता-जुलता हुआ नजर आ रहा है.  

पंजाब को इकोनॉमिक हब बनाना चाहती हैं मरियम

सीएम पद पर काबिज होने के बाद मरियम नवाज शरीफ ने प्रांतीय विधानसभा में जोरदार भाषण दिया था. इस दौरान उन्होंने लोगों के सामने अपने विकास की योजना रखी. उन्होंने विधानसभा में कहा पंजाब को वह इकोनॉमिक हब बनाना चाहती हैं. जिसकी नीतियों पर वह काफी समय से काम कर रही हैं.

 मरियम नवाज शरीफ की मां कुलसूम नवाज नवाज मशहूर गामा पहलवान की नातिन थीं 

मरियम नवाज शरीफ पाकिस्तान के 3 बार प्रधनमंत्री रह चुके नवाज शरीफ की बेटी हैं. उनकी मां का नाम कुलसूम है. आपको जानकर हैरानी होगी कि कुलसूम नवाज मशहूर गामा पहलवान की नातिन थीं. इस तरह भारतीय गामा पहलवान रिश्ते में मरियम नवाज के परनाना लगते हैं. 

मरियम नवाज का राजनीतिक सफर

मरियम नवाज शरीफ ने राजनीति में पहली बार कदम साल 2012 में रखा था. उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा. पंजाब के सीएम पद के लिए उनका मुकाबला सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल के नेता राणा आफताब अहमद के साथ थी. यहां मरियम को 220 मत मिले. वहीं एसआईसी सदस्यों के बहिष्कार करने पर आफताब को एक भी वोट प्राप्त नहीं हुआ.

G News 24 : रेस्टोरेंट में शौहर के साथ बैठी महिला पर भीड़ ने कपड़े उतारने के लिए बनाया दबाव !

 पाकिस्तान के लाहौर से एक बार फिर हैरान कर देने वाली घटना ...

रेस्टोरेंट में शौहर के साथ बैठी महिला पर भीड़ ने कपड़े उतारने के लिए बनाया दबाव !

 लाहौरपाकिस्तान के लाहौर से एक बार फिर हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. जहां कुछ लोग रेस्टोरेंट में अपने शौहर के साथ बैठी महिला को कपड़े उतारने के लिए कहने लगे. मामले का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. काफी हंगामे के बाद पाकिस्तान पुलिस ने महिला को हिरासत में ले लिया. जानिए क्या है पूरा मामला आखिर क्यों लोग महिला को कपड़े उतारने के लिए कहते हुए उसपर हमला करने के लिए उतारू हो गए.

ड्रेस का अरबी डिजाइन देख भड़के लोग 

एक महिला पाकिस्तान के लाहौर में स्थित अपने शौहर के साथ एक रेस्टोरेंट में बैठी थी. तभी कुछ लोग अचानक महिला को पकड़े उतारने के लिए कहते हर उसपर हमला करने के लिए उतारू हो गए. मामले का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा. वीडियो के मुताबिक महिला ने जो ड्रेस पहनी थी, उस ड्रेस पर अरबी भाषा में डिजाइन बना हुआ था. ड्रेस का डिजाइन देख लोगों को ऐसा लगा कि उस पर कुरान की आयतें छपी हुई हैं, लेकिन ऐसा नहीं था. 

 महिला पर हमला करने के लिए उतारू  भीड़ उसे कपड़े उतारने के लिए कहने लगी

अरबी भाषा में बने डिजाइन को देखकर रेस्टोरेंट में मौजूद कुछ लोगों का पारा चढ़ गया और उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया, जिसके बाद देखते ही देखते सैंकड़ों की भीड़ ने महिला को घेर लिए और उसपर हमला करने के लिए उतारू हो गई और उसे कपड़े उतारने के लिए कहने लगी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को बमुश्किल समझाया और महिला को हिरासत में लेकर अपने साथ चली गई. वहीं महिला ने जो ड्रेस पहनी थी उसको लेकर महिला ने माफी मांगी

पाकिस्तान का वीडियो वायरल

नायला इनायत नाम की पाकिस्तानी पत्रकार ने घटना का वीडियो सोशल मीडिया एक्स (X) पर शेयर किया है. वीडियो में साफ़ देखा जा रहा है कि कैसे लोग महिला को घेरे हुए हैं और एक पुलिस अफसर महिला को बमुश्किल हिरासत में लेकर जा रही है. वीडियो में यह भी सुना जा रहा है कि हमारे इस्लाम का मजाक उड़ाया जा रहा है. पुलिस महिला को बुर्का पहनाकर और उसका मुंह छिपाकर ले जाते हुए दिखाई दे रही है.

महिला ने जो ड्रेस पहनी थी उसको लेकर महिला ने माफी मांगी

पुलिस ने मामले को लेकर अधिक जानकारी देते हुए बताया कि महिला अपने पति के साथ शॉपिंग करने के लिए गई थी. इस दौरान महिला ने जो ड्रेस पहनी हुई थी उसपर अरबी भाषा में डिजाइन बना हुआ था. यह डिजाइन देख लोगों को ऐसा लगा कि उस पर कुरान की आयत छपी हुई है. जब इसकी जांच की गई, तो सच्चाई सामने आई कि इस ड्रेस पर कुरान से संबंधित कुछ भी आपत्तिजनक नहीं लिखा हुआ था, लेकिन महिला ने इसके बावजूद भी लोगों को माफी मांगी, जिसका वीडियो पुलिस ने शेयर किया. वीडियो में महिला कह रही है किमुझे नहीं लगा था कि लोगों को इससे आपत्ति होगी. मैं फिर भी माफी मांगती हूं. 

G News 24 : सऊदी अरब ने जताई भारत की UN में स्थाई दावेदारी का समर्थन किया है।

 वैश्विक व्यवस्था में बदलाव की जरूरत: जयशंकर...

सऊदी अरब ने जताई भारत की UN में स्थाई दावेदारी का समर्थन किया है।

UNSC । इजराइल और हमास में जोरदार जंग जारी है। गाजा पट्टी युद्ध का मैदान बनी हुई है। इसी बीच गाजा में सीजफायर को लेकर यूएन में एक प्रस्ताव लाया गया, जिसके विरोध में अमेरिका ने वीटो कर दिया। इस पर मुस्लिम देश भड़क गए हैं। सऊदी अरब तो अमेरिका से नाराज होकर भारत के समर्थन में आ गया है। सऊदी अरब ने यूएन सुरक्षा परिषद में भारत की दावदेदारी का समर्थन किया है। UN सुरक्षा परिषद में सुधारों की मां लगातार उठ रही हैं। भारत ने भी यूएन के वर्तमान समय में अस्तित्व पर सवाल उठाए हैं। लंबे समय से भारत इस बात की लड़ाई लड़ रहा है कि एक लोकतांत्रिक विकासशील देश होने के नाते, जिसकी जनसंख्या 140 करोड़ है, वह यूएन में स्थाई दावेदारी लंबे समय से करता आ रहा ह।

इसी बीच गाजा में इजराइल और हमास की जंग को लेकर यूएन में जंग रोकने के प्रस्ताव पर अमेरिका ने वीटो कर दिया है। इसी बीच अरब ने यूएन में भारत की स्थाई दावेदारी का समर्थन किया है। सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने भारत की दावेदारी का समर्थन करते हुए एक बयान में कहा, 'दुनिया में शांति और सुरक्षा बनाए रखने में विश्वसनीयता और दोहरे मानकों के बिना अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए सुरक्षा परिषद में सुधार की अब पहले से ज्यादा जरूरत है।'

वीटो करने के कारण अमेरिका पर भड़के मुस्लिम देश

गाजा में सीजफायर के प्रस्ताव पर अमेरिका ने वीटो कर दिया था। इससे मुस्लिम देश नाराज हैं। खाड़ी सहयोग परिषद और इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने इसे लेकर अफसोस जताया है। यही कारण है कि सऊदी अरब ने नाराजगी दिखाते हुए यूएनएससी में सुधार की मांग की है। अल्जीरिया की ओर से 20 फरवरी को यह प्रस्ताव लाया गया था। इसमें बिना शर्त सभी बंधकों की तत्काल रिहाई और साथ ही गाजा में निर्बाध मानवीय पहुंच की मांग की गई थी। यह दूसरी बार है जब अमेरिका ने इजरायल से जुड़े प्रस्ताव को रोका है। दिसंबर की शुरुआत में भी यह रोका गया था।

 वैश्विक व्यवस्था में बदलाव की जरूरत: जयशंकर

भारतीय विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने गुरुवार को चीन पर अप्रत्यक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा कि वैश्विक व्यवस्था में तत्काल बदलाव की जरूरत है। लेकिन यूएनएससी में सुधारों का सबसे बड़ा विरोधी को पश्चिमी देश नहीं है। रायसीना डायलॉग में एक पैनल डिस्कशन में बोलते हुए उन्होंने कहा, 'जब यूएन बनाया गया था तो इसमें लगभग 50 सदस्य थे। अब इससे चार गुना सदस्य हैं। तो यह एक कॉमन सेंस की बात है कि यह पहले की ही तरह जारी नहीं रह सकता।

G News 24 : ईरान ने पाकिस्तान में घुसकर जैश अल -अदल के आतंकियों को मारा !

 आतंकी संगठन जैश अल-अदल में  2012 में बना था !

ईरान ने पाकिस्तान में घुसकर जैश अल -अदल के आतंकियों को मारा !

ईरान के सैन्य बलों ने पाकिस्तानी क्षेत्र में घुसकर आतंकी संगठन जैश अल-अदल के वरिष्ठ कमांडर इस्माइल शाहबख्श और उसके कुछ साथियों को मार डाला है। ईरान के सरकारी मीडिया  ईरान इंटरनेशनल इंग्लिश ने बताया कि कुछ दिनों पहले ही दोनों देशों ने एक-दूसरे पर हवाई हमले किए थे जिसके  एक महीने बाद ही, ईरान की सेना ने एक सशस्त्र संघर्ष में एक आतंकवादी समूह पर हमला किया और कई आतंकियों को मार गिराया है।

आतंकी संगठन जैश अल-अदल में  2012 में बना था !

अल अरबिया न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, 2012 में गठित, जैश अल-अदल, जिसे ईरान द्वारा "आतंकवादी" संगठन के रूप में नामित किया गया है, एक सुन्नी आतंकवादी समूह है जो ईरान के दक्षिणपूर्वी प्रांत सिस्तान-बलूचिस्तान में संचालित होता है। पिछले कुछ वर्षों में जैश अल-अदल ने ईरानी सुरक्षा बलों पर कई हमले किए हैं। अल अरबिया न्यूज के मुताबिक, दिसंबर में जैश अल-अदल ने सिस्तान-बलूचिस्तान में एक पुलिस स्टेशन पर हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें कम से कम 11 पुलिस कर्मियों की जान चली गई थी।

ईरान और पाकिस्तान ने किया था समझौता

द न्यूज इंटरनेशनल ने बताया है कि, पिछले महीने, एक-दूसरे के क्षेत्रों में "आतंकवादी इकाइयों" के खिलाफ मिसाइल हमले करने के कुछ हफ्तों बाद, पाकिस्तान और ईरान ने पारस्परिक रूप से सुरक्षा सहयोग का विस्तार करने पर सहमति व्यक्त की थी। समझौते की घोषणा पाकिस्तान के विदेश मंत्री जलील अब्बास जिलानी और उनके ईरानी समकक्ष होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन द्वारा पाकिस्तान विदेश कार्यालय में एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान की गई। जिलानी ने कहा कि ईरान और पाकिस्तान दोनों "गलतफहमी" को काफी जल्दी सुलझा सकते हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देश अपने-अपने क्षेत्रों में आतंकवाद से लड़ने और एक-दूसरे की चिंताओं को दूर करने पर भी सहमत हुए थे लेकिन उसके बाद ही ईरान ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को मारा।

ईरान और पाकिस्तान के बीच बढ़ गया था तनाव

गौरतलब है कि तेहरान और इस्लामाबाद द्वारा 'आतंकवादी इकाइयों' को निशाना बनाकर एक-दूसरे पर मिसाइल हमले करने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था। ईरान ने 16 जनवरी की देर रात को जैश अल-अदल के दो "महत्वपूर्ण मुख्यालयों" को नष्ट करने के लिए पाकिस्तान में मिसाइल और ड्रोन हमले किए थे। अल अरबिया न्यूज ने तस्नीम न्यूज एजेंसी का हवाला देते हुए बताया कि इस्लामाबाद ने आरोप लगाया कि हमलों में दो बच्चों की मौत हो गई और तीन लड़कियां घायल हो गईं।

इसके बाद ही पाकिस्तान ने 17 जनवरी को ईरान से अपने राजदूत को वापस बुला लिया और घोषणा की कि वह अपनी संप्रभुता के "घोर उल्लंघन" के विरोध में उस समय अपने गृह देश का दौरा करने वाले ईरानी दूत को वापस लौटने की अनुमति नहीं देगा। इसके अगले दिन, 18 जनवरी को, पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई में ईरान के अंदर हमले किए। इस्लामाबाद ने कहा कि उसने 'आतंकवादी आतंकवादी संगठनों', अर्थात् बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) और बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले ठिकानों को निशाना बनाया।  रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि, बाद में दोनों देश दोनों देशों के राजदूतों की अपने-अपने पदों पर वापसी पर सहमत हुए और तनाव को 'कम करने' के लिए पारस्परिक रूप से काम करने का भी फैसला किया।

G News 24 : 'मैं मलाला नहीं हूं...'कश्‍मीर में महफूज हूं और INDIA है मेरा मुल्‍क : याना मीर

 हम इंटरनेशनल मीडिया को हमें तोड़ने की इजाजत नहीं देंगे...

'मैं मलाला नहीं हूं...'कश्‍मीर में महफूज हूं और INDIA है मेरा मुल्‍क : याना मीर

जम्मू कश्मीर की पत्रकार याना मीर ने ब्रिटेन की संसद में जबरदस्त भाषण देकर 140 करोड़ भारतवासियों का दिल जीत लिया. अपने शानदार संबोधन में याना मीर पूरी दुनिया को बड़ा संदेश दिया है. याना ने अपने भाषण में भारत की खुलकर तारीफ की. आपको बताते चलें कि याना ब्रिटेन के संसद में संकल्प दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने ब्रिटेन गई थीं. याना ने ब्रिटिश पार्लियामेंट से दुनिया को आईना दिखाते हुए पाकिस्तान के एंटी इंडिया प्रोपेगेंडा की धज्जियां उड़ा दीं. 

मैं मलाला यूसुफजई नहीं, क्योंकि मैं आजाद हूं; अपने कश्मीर में सुरक्षित हूं: याना मीर

याना मीर ने अपनी स्पीच में कहा, 'मैं दुनिया के खूबसूरत जगहों में से एक कश्मीर से हूं, जहां की बर्फीली वादियां देखने के लिए दुनियाभर से पर्यटक आते हैं, लेकिन मैं मलाला यूसुफजई नहीं बनूंगी, क्योंकि मैं आजाद हूं और अपने कश्मीर में सुरक्षित हूं. अपने देश भारत में, अपने घर कश्मीर में सुकून से रहती हूं, जो भारत देश का हिस्सा है. भारत में मैं बिल्कुल सुरक्षित हूं. चाहे कुछ हो जाए, मुझे कभी अपने देश से भागना नहीं पड़ेगा.'

मुझे मलाला द्वारा मेरे देश को बदनाम करने पर आपत्ति है : याना मीर

मीर ने ब्रिटिश संसद में ये भी कहा, 'मुझे मलाला द्वारा मेरे देश को बदनाम करने पर आपत्ति है. मेरी प्रगतिशील मातृभूमि, इसे उत्पीड़ित कहकर. मुझे सोशल मीडिया और अंतरराष्ट्रीय मीडिया के ऐसे सभी टूलकिट सदस्यों पर आपत्ति है, जिन्होंने कभी भारत आने की परवाह नहीं की. वो दूर बैठकर वहां से कश्मीर में उत्पीड़न की मनगढ़ंत और झूठी कहानियां गढ़ते हैं.

कश्मीर के लोगों को बांटना बंद करे इंटरनेशनल मीडिया: याना मीर

लंदन में याना मीर की इस स्पीच पर ब्रिटेन के संसद भवन में खूब तालियां बजीं. याना को वहां मौजूद सभी लोगों ने सराहा और उनका हौंसला बढ़ाया. यूके की संसद द्वारा आयोजित 'संकल्प दिवस' में अपने बयान में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मीडिया समुदाय से जम्मू-कश्मीर के लोगों को विचारधारा या किसी भी अन्य आधार पर न बांटने की अपील की. याना मीर ने अपनी बात बढ़ाते हुए कहा, 'मैं आपसे धर्म के आधार पर भारतीयों का ध्रुवीकरण बंद करने का आग्रह करती हूं. हम आपको हमें तोड़ने की इजाजत नहीं देंगे. इस साल संकल्प दिवस पर, मुझे बस यही उम्मीद है कि ब्रिटेन और पाकिस्तान में रहने वाले हमारे लोग मेरे देश को बदनाम करना बंद कर देंगे. इंटरनेशनल मीडिया और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार मंचों में काम करने वाले सेलेक्टिव और नैरेटिव बनाने वाला काम न करें.'

याना मीर ने अपने भाषण के आखिर में कहा, 'आप अपने यूके के लिविंग रूम और न्यूज रूम से रिपोर्टिंग करके भारतीय समाज को बांटने की कोशिश करना बंद करें. आतंकवाद के कारण हजारों कश्मीरी माताएं पहले ही अपने बेटों को खो चुकी हैं. प्लीज ये सब बंद करें. कश्मीरी लोगों के पीछे प्रोपेगेंडा फैलाना बंद करें और मेरी कश्मीरी कम्युनिटी को शांति से रहें. धन्यवाद.... जय हिंद.'

याना ने भारतीय सेना के प्रयासों की भी सराहना की

याना मीर की स्पीच का वीडियो वायरल हो रहा है. याना ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए याना ने कहा, 'भारत की सेना (Indian Army) कश्मीर के हर युवा को हिंसा छोड़ने का संदेश दे रही है. ये भारतीय सेना ही है जिसने कश्मीर के युवाओं को नई पहचान दिलाई है. सेना हर मुश्किल घड़ी में कश्मीर के लोगों के साथ खड़ी है. उनका हाथ बंटा रही है. मुझे कभी अपने देश से भागने की जरूरत नहीं पड़ेगी. याना ने भारतीय सेना के प्रयासों की भी सराहना की, जिसमें डी-रेडिकलाइजेशन कार्यक्रम और खेल और शिक्षा के लिए युवाओं में पर्याप्त निवेश, भारतीय सेना को बदनाम करने वाली मीडिया कहानियों का मुकाबला करना शामिल है.

एक भारतीय पत्रकार हैं याना मीर 

याना मीर एक भारतीय पत्रकार हैं. वो कश्मीर में रहती हैं. वो सोशल एक्टिविस्ट हैं. वो एक न्यूज़ चैनल की सीनियर एंकर हैं. कश्मीर से जुड़े मुद्दों पर अपनी आवाज़ उठाती रहती हैं. मीर को इसी आयोजन में मीर को जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में विविधता की वकालत करने के लिए विविधता राजदूत पुरस्कार भी मिला. इसके अलावा, मीर ने अपने संबोधन में बेहतर सुरक्षा, सरकारी पहल और फंड आवंटन पर जोर देते हुए अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद की प्रगति को रेखांकित किया.

G News 24 : लाहौर में अंडरवर्ल्ड डॉन शादी समारोह में गोली मारकर हत्या !

एक शादी समारोह में अज्ञात हमलावर ने गोली मार दी...

लाहौर में अंडरवर्ल्ड डॉन शादी समारोह में गोली मारकर हत्या ! 

पाकिस्तान में लाहौर के अंडरवर्ल्ड डॉन जो कि माल परिवहन नेटवर्क का ​मालिक है, उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई है। लाहौर के इस अंडरवर्ल्ड डॉन का नाम अमीर बालाज टीपू है। जानकारी के अनुसार  इसे 18 फरवरी को एक शादी समारोह में अज्ञात हमलावर ने गोली मार दी। डॉन के अनुसार, एक निजी टीवी चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, लाहौर के अंडरवर्ल्ड के एक प्रमुख व्यक्ति और माल परिवहन नेटवर्क के मालिक अमीर बालाज टीपू को 18 फरवरी को चुंग इलाके में एक शादी समारोह के दौरान एक अज्ञात हमलावर ने गोली मार दी थी।

पाकिस्तान के अखबार 'डान' के मुताबिक लाहौर का अंडरवर्ल्ड और माल परिवहन नेटवर्क का मालिक अमीर बलाज रविवार को को चुंग इलाके में एक शादी समारोह में गया था। रिपोर्ट के मुताबिक अमीर बलाज के पिता आरिफ अमीर उर्फ ​​टीपू ट्रकानवाला साल 2010 में अल्लामा इकबाल हवाई अड्डे पर एक घातक हमले का शिकार हो गए थे। गोलीबारी के दौरान लगी चोटों के कारण आरिफ अमीर की भी मौत हुई थी।

जवाबी कार्रवाई में हमलावर की भी मौत !

डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, बालाज के दादा भी सदियों पुराने झगड़े में उलझे हुए थे, जिससे परिवार में हिंसा का इतिहास जुड़ गया। पुलिस रिपोर्ट्स के अनुसार, हमलावर ने बालाज और दो अन्य मेहमानों पर गोलीबारी की। इससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। इसकी प्रतिक्रिया में तुरंत जवाब देते हुए बालाज के सशस्त्र सहयोगियों ने जवाबी कार्रवाई की। इसके परिणामस्वरूप हमलावर की तत्काल मौत हो गई। 

गोली लगते ही फैल गया मातम

रिपोर्ट के मुताबिक घायल होने के बाद बालाज को जिन्ना अस्पताल में भर्ती किया गया था।  बचाने की तमाम कोशिशों के बावजूद बालाज की जिन्ना अस्पताल में मौत हो गई। 'डान' के अनुसार, बालाज के निधन की खबर से उनके समर्थकों में दुख और रोष फैल गया, जो उनके निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए अस्पताल में एकत्र हुए। ऐसे दृश्य सामने आए जब कुछ महिलाओं को अपनी छाती पीटते और अपराधियों की निंदा करते देखा गया, जबकि अन्य ने जोर-जोर से बलाज के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त की।

तीन पीढियों से अंडरवर्ल्ड डॉन

डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, बालाज के दादा भी सदियों पुराने झगड़े में उलझे हुए थे। जिससे परिवार में हिंसा का इतिहास जुड़ गया। बताया जाता है कि अमीर बलाज, इनके पिता और इनके दादा तीनों अंडरवर्ल्ड डॉन थे और तीनों की हत्या कर दी गई। 

G News 24 : 'जिंदा लोगों' की फोटो लेने पर पाबंदी !

 तालिबान का एक और नया फरमान...

'जिंदा लोगों' की फोटो लेने पर पाबंदी ! 

अफगानिस्तान में एक बार फिर शरीयत की आहट सुनाई दे रही है। जब से तालिबानी सरकार सत्ता पर काबिज हुई है, तभी से लगातार नए नए फरमान जारी किए जा रहे हैं। इसी क्रम में तालिबान ने एक और नया फरमान जारी किया है। बताया जाता है कि यह कोई ढाई दशक पुराना कानून है, जिसे फिर लागू कर दिया है। जानकारी के अनुसार जिस कंधारसे निकलकर पूरे मुल्क में तालिबान फैला। नए फरमान के अनुसार कांधार में अधिकारी अब 'जिंदा चीजों' के फोटो या वीडियो नहीं ले पाएंगे।

तालिबानी आदेश में कहा गया है कि ऐसा करने से फायदे से कहीं ज्यादा नुकसान होता है। कांधार के लिए जारी यह आदेश उस काले दौर की याद दिलाता है, जब अफगानिस्तान में तालिबान का राज था। 1996 से 2001 के बीच, अफगानिस्तान में टेलीविजन तक बैन था। तब भी जिंदा लोगों की तस्वीरें लेने पर पाबंदी थी। कांधार गवर्नर के प्रवक्ता ने एक अंतरराष्ट्रीय न्‍यूज एजेंसी से बातचीत में फरमान की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि यह प्रतिबंध आम जनता और 'स्‍वतंत्र मीडिया' पर लागू नहीं हैं।

जीवित चीजों की तस्वीरें लेने से बचें

सिविल और मिलिट्री अधिकारियों को भेजी गई चिट्ठी में कहा गया है कि "अपनी औपचारिक और अनौपचारिक बैठकों में जीवित चीजों की तस्वीरें लेने से बचें, क्योंकि इससे फायदे की तुलना में अधिक नुकसान होता है।" फरमान के मुताबिक, टेक्‍स्‍ट और ऑडियो की इजाजत है।

इससे पहले भी कई फरमान किए जारी

अफगानिस्तान पर दोबारा कब्जा करते ही तालिबान ने महिलाओं की शिक्षा पर पाबंदी लगा दी थी। वहीं नवंबर 2022 में काबुल के पार्कों और जिमों में महिलाओं के जाने पर रोक लगा दी गई थी। दिसंबर 2022 में, तालिबान ने महिलाओं का यूनिवर्सिटी जाना भी प्रतिबंधित कर दिया। जनवरी 2023 में तालिबान ने बाल्ख प्रांत में पुरुष डॉक्टरों के महिला मरीजों का इलाज करने पर रोक लगाई थी। जुलाई 2023 में तालिबान ने महीने भर के भीतर सारे ब्‍यूटी सलून बंद करने का फरमान जारी किया था।

G News 24 : बोनस के रूप में जितना गिन सकते हो उतना कैस ले जाओ

 5000 कर्मचारियों के लिए कंपनी ने खोल दी तिजोरी ...

बोनस के रूप में जितना गिन सकते हो उतना कैस ले जाओ

कंपनियों द्वारा कर्मचारियों को समय समय पर बोनस दिया जाता  है लेकिन कुछ तय नियमों के मुताबिक ही कर्मचारियों को बोनस दिया जाता है। आमतौर पर ये सीधा कर्मचारियों के खाते में भेजा जाता है या फिर इसे चेक के जरिए दिया जाता है। लेकिन एक कंपनी ने ऐसा न करके कर्मचारियों के सामने नोटों का अंबार लगा दिया और उनके सामने कुछ शर्तें रख दी। फिर कंपनी ने एक गेम के माध्यम से इन कैश को वितरित किया। इस गेम में 5000 कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने कर्मचारियों के लिए पैसे गिनने का गेम रखा। इस गेम में जो जितने पैसे गिन पाया वह उतने अपने घर ले गया। जैसे ही इस गेम की चर्चा सोशल मीडिया पर हुई वैसे ही इस कंपनी के बॉस के पास लोगों के रिज्यूम की लाइन लग गई। 

कर्मचारियों के सामने लगा दिया नोटों का अंबार

बता दें कि, चीन में नए साल के मौके पर ज्यादातर कंपनियां कर्मचारियों को बोनस देती हैं। इस सिलसिले में यहां की एक कंपनी ने अनोखे रूप से अपने कर्मचारियों को बोनस दिया। इस दौरान कंपनी की ओर से निर्धारित जगह पर एक बड़ा सा टेबल रखा गया, जिस पर 100 युआन के नोटों का अंबार लगा दिया गया। फिर यहां के कर्मचारियों को ये कहा गया कि वे आएं और अपने हाथों में जितना चाहे उतना कैश एक बार में ले जाएं। इसके बाद उन्हें कैश को गिनना था, जिसके लिए एक निर्धारित समय दिया गया था। ये समय लॉटरी सिस्टम से तय किया जाता था। किसी को नोट गिनने के लिए 1 मिनट तो किसी को 2 मिनट का समय मिलता था। अधिकतम समय 15 मिनट निर्धारित था। यानी की जिसकी 15 मिनट की लॉटरी लग गई वह सबसे ज्यादा नोट गिनकर ले जा सकता था। इस गेम में कुछ और नियम भी तय किए गए थे। उनमें ये था कि नोट की गिनती सही-सही करनी है। अगर एक भी नोट गलत गिना तो बोनस से 1000 युआन काट लिए जाएंगे।

कर्मचारियों की लगी जैकपॉट

नोट गिनने की इस प्रतियोगिता को चीन के हेनान प्रांत में मौजूद Kuangshan Crane Company की ओर से आयोजित किया गया था। इसके लिए कुल 20 मनी काउंटर लगाए गए थे, जिसमें 5 हजार कर्मचारियों ने हिस्सा लिया था। इस गेम में कंपनी ने कुल 100 मिलियन युआन का बोनस बांटा। गेम में जिस कर्मचारी का जैकपॉट लगा उसने 97,800 युआन तक के नोट गिने थे। यानि के वह अपने घर 11,27,837 रुपये कैश लेकर गया. अब इतना कैश लेजाना था इसलिए शख्स इन कैश को बोरे में डालकर घर ले गया। 

G News 24 : पाकिस्तान में गठबंधन सरकार बनाने की ये कोशिश भी नाकाम !

 PMLN और PPP में जानें किस वजह से नहीं बनी बात...

पाकिस्तान में गठबंधन सरकार बनाने की ये कोशिश भी नाकाम !

इस्लामाबाद। पाकिस्तान खंडित जनादेश आने के बाद गठबंधन सरकार बनाने की एक और कोशिश नाकाम हो गई है। बता दें कि पीएमएलएन और पीपीपी में में गठबंधन सरकार के लिए सत्ता-बंटवारे के ‘फॉर्मूले’ को लेकर बात नहीं बन पाई है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के बीच बातचीत बेनतीजा रही। दोनों पक्षों ने हालांकि चर्चा में "महत्वपूर्ण प्रगति" का दावा किया। एक खबर में यह जानकारी दी गई है। दोनों दलों की संपर्क एवं समन्वय समितियों (सीसीसी) के बीच शनिवार को हुई तीसरी बैठक बेनतीजा रही और दोनों ने सत्ता-बंटवारे के ‘फॉर्मूले’ को अंतिम रूप देने के लिए सोमवार को एक और बैठक करने का फैसला किया।

बैठक के बाद पीएमएल-एन द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि "मजबूत लोकतांत्रिक सरकार" की आवश्यकता पर बल देते हुए दोनों पक्षों के साथ बातचीत में "महत्वपूर्ण प्रगति" हुई है। एक संयुक्त बयान में कहा गया है, “दोनों पक्षों द्वारा रखे गए प्रस्तावों पर गहन चर्चा की गई, हालांकि पर्याप्त प्रगति हासिल हुई है, लेकिन मौजूदा मामलों को अंतिम रूप देने के लिए और विचार-विमर्श की आवश्यकता है।

पीएमएल-एन ने शहबाज को पीएम के लिए किया है नामित

नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पीएमएल-एन ने शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद के लिए नामित किया है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी द्वारा समर्थित उम्मीदवारों ने नेशनल असेंबली की 265 में से 93 सीट पर जीत हासिल की। पीएमएल-एन ने 75 सीट जीतीं जबकि पीपीपी 54 सीट के साथ तीसरे स्थान पर रही। मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) भी 17 सीट के साथ समर्थन देने के लिए तैयार हो गई है। सरकार बनाने के लिए 266 में से 133 सीट की जरूरत है।

G News 24 : पुतिन 71 साल की उम्र में कर रहे मोहब्बत !

 32 साल हैं छोटी उनकी नई गर्लफ्रेंड 'बार्बी'...

पुतिन 71 साल की उम्र में कर रहे मोहब्बत ! 

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के रोमांस के किस्से हमेशा सुर्खियों में रहे हैं। एक बार फिर उनके रोमांस की खबरें काफी चर्चा में है। बताया जाता है कि पुतिन और लंदन में पढ़ाई कर चुकी एक लड़की के बीच आशिकी चल रही है। यह महिला इंटरनेट पर पुतिन के खिलाफ चीजों को सेंसर करती है। बड़ी बात यह है कि यह महिला पुतिन से 32 साल छोटी हैं। इनका नाम है एकातेरिना कात्या मिजुलिना। ये रूस की सेफ इंटरनेट लीग की प्रमुख हैं। यह कट्टर पुतिन समर्थक और यूक्रेन विरोधी सीनेटर की बेटी हैं। डेली मेल की रिपोर्ट में यूक्रेनी मीडिया का हवाला देते हुए यह बात कही गई है।

जानकारी के अनुसार लंबे समय से इस बात की चर्चा रही है कि पुतिन और ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अलीना काबेवा का रिश्ता है। कई रिपोर्ट्स में यह दावा किया जाता रहा है कि उनके दो से तीन बच्चे भी हैं और कथित तौर पर पुतिन के स्वामित्व वाले महल में रहती हैं। हालांकि पुतिन के नए अफेयर की खबरें रूसी सोशल मीडिया पर भी चल रही हैं। कात्या सीनेटर एलेना मिजुलिना की बेटी हैं।

पुतिन को पसंद है 'बार्बी'

यूक्रेन के चैनल 24 के मुताबिक रूसी मानवाधिकार प्रचारक ओल्गा रोमानोवा ने कहा, 'कात्या मिजुलिना पूरी तरह से पुतिन की पसंद हैं। उन्हें हमेशा यह 'बार्बी' अच्छी लगती है।' रोमानोव ने उनकी तुलना पुतिन की पूर्व प्रेमिका स्वेतलाना क्रिवोनोगिख से की जो सेंट पीटर्सबर्ग में एक स्ट्रिपटीज क्लब की मालिक और करोड़पति हैं। कथित तौर पर वह पुतिन की 20 साल की बेटी लुइजा की मां हैं। उन्होंने कहा, 'पुतिन 71 साल के हैं और कात्या 39 साल की हैं। वह पारंपरिक मूल्यों के पक्ष में हैं, पुतिन की लंबे समय से साथी अलीना काबेवा की तरह।'

रूसी प्रतिनिधिमंडलों में रही हैं ट्रांसलेटर

यूक्रेनी मीडिया के अनुसार 'रूसी सूत्रों के हवाले से दावा है कि एका​तेरिना कात्या मिजुलिना की शक्ल पुतिन को आकर्षित करती है। कात्या ने 2004 में लंदन यूनिवर्सिटी के स्कूल आफ ओरिएंटल एंड अफ्रीकन स्टडीज से ग्रेजुएशन किया है। उनके पास आर्ट, हिस्ट्री और इंडोनेशियाई भाषा की डिग्री है। वह चीन का दौरा करने वाले आधिकारिक रूसी प्रतिनिधिमंडलों में ट्रांसलेटर भी रही हैं। 

G.NEWS 24 : बुर्ज खलीफा ही नहीं बल्कि मंदिर के लिए भी जाना जाएगा UAE : PM मोदी

अबु धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन...

बुर्ज खलीफा ही नहीं बल्कि मंदिर के लिए भी जाना जाएगा UAE : PM मोदी

संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई के अबु धाबी में पीएम मोदी ने बुधवार को पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन कर दिया है। BAPS स्वामी नारायण मंदिर काफी भव्य बनकर तैयार हुआ है। इस मौके पर यूएई के शीर्ष नेताओं समेत अभिनेता अक्षय कुमार, गायक शंकर महादेवन आदि भी अबु धाबी पहुंचे थे। पीएम मोदी ने बुधवार की शाम मंदिर का उद्घाटन किया और सभी जरूरी अनुष्ठानों के साथ मंदिर में पूजा अर्चना भी की। इसके बाद पीएम मोदी ने उद्घाटन समारोह में आए लोगों को संबोधित किया और कई बड़ी बातें कही हैं। आइए जानते हैं पीएम मोदी के संबोधन की प्रमुख बातों को। अबु धाबी में दिए अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि आज बसंत पंचमी है। ये मां सरस्वती का पर्व है। यह चेतना की देवी हैं। जिन्होंने हमें सहयोग, समन्यव और सौहार्द्र जैसे मूल्यों को जीवन में उतारने की समझ दी है। मुझे आशा है कि मंदिर भी मानवता के लिए और बेहतर भविष्य के लिए बसंत का स्वागत करेगा। पूरी दुनिया के लिए सांप्रदायिक सौहार्द्र और वैश्विक एकता का प्रतीक बनेगा। 

पीएम मोदी ने आगे कहा कि इस मंदिर को बनाने में सबसे बड़ा सहयोग मेरे ब्रदर शेख मोहम्मद बिन जायद का है। यूएई ने इतने बड़े बजट से करोड़ों भारतीयों की इच्छा को पूरा किया है। इन्होंने 140 करोड़ हिंदुस्तानियों की दिल को जीत लिया है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में बताया कि जब मैंने भारत के लोगों की इच्छा शेख जायद के सामने रखी तो उन्होंने तुरंत मेरे प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। उसके लिए जमीन उपलब्ध कराई और इसके आड़ में आने वाली हर समस्या का समाधान किया। उन्होंने मंदिर का हमें दो मॉडल दिखाया। संतों ने कहा कि यूएई की सरकार जिस मॉडल को स्वीकार करेगा, वही ठीक रहेगा। मगर यूएई सरकार ने कहा कि मंदिर सिर्फ बने नहीं, बल्कि वैसा दिखे भी। यह मंदिर पूरे गौरव के साथ बने। भारत से बंधुत्व की ये भावना वाकई हमारी बहुत बड़ी पूंजी है। मंदिर की भव्यता में शेख मोहम्मद की विशाल सोच की झलक है। अब तक जो यूएई, बुर्ज खलीफा के लिए ही जाना जाता था, अब उसकी विरासत में एक और नया सांस्कृतिक अध्याय जुड़ गया है। 

पीएम मोदी ने कहा कि मैं  यूएई के प्रेसिडेंट को आप सबके साथ स्टैंडिंग ओवेशन देता हूं।  मैं यूएई के लोगों का भी उनके सहयोग के लिए हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। भारत और यूएई की दोस्ती को आज पूरी दुनिया में आपसी सहयोग और विश्वास के उदाहरण के तौर पर देखा जाता है। भारत इन रिश्तों को वर्तमान संबंध में केवल नहीं देखता, हमारे लिए रिश्तों की ये जड़ हजारों वर्ष पुरानी है। इस मंदिर ने हमारे अंदर नई सांस्कृतिक ऊर्जा भर दी है। यह केवल एक उपासना स्थल नहीं है। यह मानवता की साझी विरासत के हेरिटेज का प्रतीक है। यह भारत और यूएई के रिश्तों का भी प्रतीक है। पीएम मोदी ने कहा कि यह मंदिर भगवान स्वामी नरायण की कृपा का प्रतीक है। मैं देश विदेश के सभी श्रद्धालुओं को बधाई देता हूं। साथियों ये समय भारत के अमृतकाल का समय है। यह हमारी सभ्यता और संस्कृति के लिए भी अमृतकाल का समय है। अभी पिछले महीने ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर का सदियों पुराना सपना पूरा हुआ है। रामलला अपने भवन में विराजमान हुए हैं। 

पूरा भारत और हर भारतीय उस प्रेम में , उस भाव में अभी तक डूबा हुआ है। पीएम मोदी ने कहा कि अभी मेरे मित्र स्वामी जी कह रहे थे कि मोदी जी तो सबसे बड़े पुजारी हैं। मैं जानता नहीं हूं कि मैं मंदिरों की पुजारी की योग्यता रखता हूं या नहीं, लेकिन मैं इस बात का गर्व रखता हूं कि मैं मां भारती का पुजारी हूं। परमात्मा ने मुझे जो समय दिया है उसका हर पल और जो शरीर दिया है, उसका कण-कण सिर्फ और सिर्फ मां भारती के लिए है। 140 करोड़ देशवासी मेरे आराध्य देव हैं। अबु धाबी में पीएम मोदी ने अयोध्या के राम मंदिर का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि अयोध्या के मेरे उस परम आनंद को आबू धाबी में मिली खुशी की लहर ने और बढ़ा दिया। ये मेरा सौभाग्य है कि पहले अयोध्या में भव्य राम मंदिर और अब आबूधाबी में इस मंदिर का साक्षी बना हूं। एक ही ईश्वर को, एक ही सत्य को विद्वान लोग अलग-अलग तरह से बताते हैं। यह दर्शन भारत की मूल चेतना का हिस्सा है। 

इसलिए हम स्वभाव से ही न केवल सबको स्वीकार करते हैं, बल्कि सबका स्वागत भी करते हैं। पीएम मोदी ने बताया कि यूएई के इस मंदिर की दीवारों पर हिंदू धर्म के साथ साथ इजिप्ट और बाइबल की कहानियां भी उकेरी गई हैं। इसमें प्रवेश करते ही एकता का दर्शन होता है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि इस भव्य और पवित्र जगह से मैं एक और खुशखबरी देना चाहता हूं। आज यूएई के उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति ने भारतीयों के लिए एक अस्पताल बनाने के लिए जमीन देने की घोषणा की है। इसके लिए मैं उनका और शेख जायद का हृदय से स्वागत करता हूं। हमारे मंदिर शिक्षा और संकल्पों के केंद्र रहे हैं। हम मंदिरों से ये उद्घोष करते हैं कि प्राणियो में सद्भावना हो, विश्व का कल्याण हो। वहां हम समस्त तु वसुधैव कुटुंबकम भी सीखते हैं। यानि समस्त धरती हमारा परिवार है। जी-20 में हमने इसे साकार कर दिखाया है। सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे संतु निरामयः के विजन के साथ भारत काम कर रहा है। 

G News 24 : चुनाव मिली जीत फिर भी हार गए इमरान खान

 उधर बिलावल की 'गुगली' में फंस गए नवाज शरीफ...

 चुनाव मिली जीत फिर भी हार गए इमरान खान

पाकिस्तान में चुनावों के नतीजे आये हुए दो दिन बीत चुके हैं, लेकिन नई सरकार की तस्वीर साफ नहीं हो पा रही है. अगला पीएम कौन बनेगा इस पर सस्पेंस बरकरार है. जेल में बंद होने के बावजूद भी पाकिस्तान की सियासत मे इमरान खान का जलवा बरकरार है और इस बात की गवाही चुनावी नतीजों ने भी दे दी है. इमरान भले ही नंबर में आगे हों, लेकिन फौज के सहारे नवाज जनादेश का खेल बिगाड़ने की फिराक में हैं. फौज की शह के बाद पाकिस्तान में गठबंधन सरकार राह तेज हो रही है. पाकिस्तान के इस पूरे सियासी समीकरण में बिलावल भुट्टो किंगमेकर की भूमिका में आ सकते हैं. बिलावल की पीपीपी के गठबंधन के बिना सत्ता के तख्त पर आसीन होने के नवाज के सपने टूट सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक इस बार बिलावल भुट्टो किंगमेकर की बजाय़ किंग की भूमिका में आना चाहते हैं. हालांकि, सेना ही पाकिस्तान का आखिरी सच है. बताया जा रहा है कि सेना की पर्ची में इस बार नवाज शरीफ की ताजपोशी तय है. ऐसे में बिलावल पर नवाज का पलड़ा भारी पड़ सकता है.

255 सीटों में 101 पर मिली जीत फिर भी हार गए इमरान खान

पाकिस्तान की 265 में से 255 सीटों के नतीजे आ गए हैं. इमरान खान की PTI समर्थित 101 निर्दलीयों ने जीत दर्ज की है. वहीं, नवाज शरीफ की PMLN को 77 सीट मिली है. तीसरे पर बिलावल भुट्टो की PPP है, जो अब तक 54 सीटें हासिल कर चुकी है. इसके बाद चौथे नंबर अलताफ हुसैन की MQM-P है, जिसके पास 17 सीटें हैं. बिलावल भुट्टो की PPP को 54 सीट मिली है. बता दें कि नेशनल असेंबली की 336 सीट में से 266 पर ही मतदान कराया जाता है लेकिन बाजौर में, हमले में एक उम्मीदवार की मौत हो जाने के बाद एक सीट पर मतदान स्थगित कर दिया गया था. अन्य 60 सीट महिलाओं के लिए और 10 अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं और ये जीतने वाले दलों को आनुपातिक प्रतिनिधित्व के आधार पर आवंटित की जाती हैं. नई सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 265 सीट में से 133 सीट चाहिए.

जीतकर भी कैसे हार गए इमरान खान

एक तरफ पाकिस्तान में फौजी सरकार अपने नए पियादे को प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठाने की तैयारी कर रही है, तो वहीं इमरान खान के समर्थन में पूरे पाकिस्तान में नया माहौल बनता जा रहा है, क्योंकि इमरान जीतकर भी हार गए हैं. मतबल साफ है कि आर्मी चीफ मुनीर जो चाहते थे, पाकिस्तानी में वही हो भी रहा है. सेना ने साम, दाम, दंड, भेद के साथ इमरान खान को अपनी गुगली में फंसा लिया है. नवाज शरीफ के आदेश के मुताबिक शहबाज शरीफ ने बिलावल भुट्टो के पिता आसिफ अली जरदारी और मौलाना फजलुर्रहमान से मुलाकात की. संभव है कि नवाज की पार्टी PML-N और बिलावल की पार्टी PPP मिलकर नई सरकार बनाएं. यानी पाकिस्तानी पॉलिटिकल लीग में सीटों का शतक लगाने के बावजूद इमरान खान मैच हार चुके हैं.

सभी पार्टियां लगी अब सरकार बनाने के लिए जोड़तोड़ में 

नतीजों से साफ हो चुका है कि किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिली है ऐसे में अब सभी पार्टियां सरकार बनाने के लिए जोड़तोड़ में लगी हैं. नवाज शरीफ की कोशिश है कि किसी भी हाल में सरकार वही बनाएं, जबकि बिलावल चाहते हैं वो गद्दी पर बैठें. ऐसे में सरकार बनाने का क्या गुणा-गणित हो सकता है. पाकिस्तान में नई सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को नेशनल असेंबली में 265 में से 133 सीट जीतनी जरूरी हैं, लेकिन इस आंकड़े को कोई भी पार्टी अकेले दम पर नहीं छू पाई. ऐसे में नवाज की मुस्लिम लीग और बिलावल की पीपुल्स पार्टी साथ मिलकर सरकार बनाने के लिए तैयार हैं.

अब तक के नतीजों में नवाज की PML-N को 73 सीटों पर जीत मिली है, बिलावल की PPP के खाते में 54 सीटें आई हैं. जबकि, फजलुर्रहमान की JUI-F सिर्फ 2 सीटों पर जीती है. गठबंधन के बाद कुल 129 सीटें होती हैं और बहुमत के लिए 133 चहिए. ऐसे में अभी 5 सीटों की और दरकार है, जबकि 10 सीटों के नतीजे आना बाकी हैं. अब अगर गठबंधन को पूर्ण बहुमत नहीं मिलता है तो उन्हें निर्दलीय उम्मीदवारों की जरूरत पड़ेगी. इसकी तैयारी नवाज शरीफ ने पहले ही कर दी है. वो पूरे नतीजे आने से पहले ही आवाम के सामने पहुंच गए और इमरान समर्थित उम्मीदवारों पर डोरे डालने शुरू कर दिए.

पाकिस्तान में बने हुए हैं 'गृहयुद्ध' जैसे हालात

नवाज़ और बिलावल मिलकर सरकार बनाने की जुगत में लगे हैं तो नतीजों के बाद पाकिस्तान सुलगने लगा है. इमरान खान के समर्थक सड़क पर हैं और सेना को खुली चुनौती दे रहे हैं. अब सवाल ये है कि पाकिस्तान में हुए चुनाव का परिणाम क्या गृहयुद्ध है, क्योंकि पाकिस्तान के लिए चुनाव से पहले जो दावा किया गया था वो शायद सच साबित हो रहा है. नतीजों में गड़बड़ी के वीडियोज आए हैं. नतीजों के बाद हिंसा की तस्वीरें आई हैं, जो भविष्यवाणी को सही करार दे रही हैं. इंटरनेशनल क्राइसिस ग्रुप ने चुनाव से पहले ही दावा किया था कि अगर चुनाव में धांधली हुई तो पाकिस्तान में गृह युद्ध छिड़ सकता है.

फौजी सरकार मतलब,फौज का प्यादा होगा वजीर-ए-आजम 

अब सवाल ये है कि फौजी सरकार का अगला प्यादा कौन होगा. मतलब वजीर-ए-आजम की गद्दी पर कौन बैठेगा? क्योंकि, आसिफ अली जरदारी की पूरी प्लानिंग बिलावल को प्रधानमंत्री बनाने की है. शहबाज शरीफ के साथ हुई की बैठक में जरदारी ने इस मुद्दे पर भी चर्चा की है. लेकिन, दूसरी तरफ नवाज शरीफ सत्ता की कुर्सी पर बैठना चाहते हैं. आर्मी का सपोर्ट मिलने की वजह से नवाज शरीफ और उनकी पार्टी के नेता जीत को लेकर जोश से भरे हुए थे. लेकिन, इमरान के निर्दलीय प्रत्याशियों की धुआंधार जीत से नवाज का कॉफिडेंस डगमगा गया है. इसलिए, अब वो सभी को साथ आने की दावत दे रहे हैं. हालांकि, अब देखने वाली बात होगी कि निर्दलीय प्रत्याशी नवाज का ऑफर कबूल कर करते हैं या अपने कैप्टन के वफादार रहते हैं.

मोये मोये के जरिए नवाज और बिलावल का उड़ रहा है मजाक 

PMLN और PPP की उम्मीदों के उलट नतीजों से इमरान समर्थकों की खुशी का ठिकाना नहीं है और वो मोये मोये के जरिए नवाज और बिलावल का मजाक उड़ा रहे हैं. इमरान भले ही जेल में हों, लेकिन उनकी पार्टी PTI का दावा कि है पाकिस्तान का अगला प्रधानमंत्री इमरान खान ही तय करेंगे. PTI भले ही दावा कर रही हो कि पीएम इमरान खान ही तय करेंगे, लेकिन पाकिस्तान में फौज PTI की उम्मीदों को धूमिल करेगी ये तय है, क्योंकि इमरान और फौज फिलहाल एक दूसरे के जानी दुश्मन बने हुए हैं.

G News 24 : देश में किस प्रधानमंत्री ने कब और कितने भारत रत्न दिए अब तक !

 देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार...

देश में किस प्रधानमंत्री ने कब और कितने भारत रत्न दिए अब तक !

मोदी सरकार ने लोकसभा चुनाव से पहले अब पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव, चौधरी चरण सिंह और साइंटिस्ट एमएस स्वामीनाथन को भी भारत रत्न सम्मान देने का ऐलान किया है. इससे पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर और पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित करने का ऐलान किया गया है. मोदी सरकार ने 15 दिन के भीतर कुल पांच लोगों को भारत रत्न देने की घोषणा की है. साथ ही 10 साल के कार्यकाल में पीएम नरेंद्र मोदी ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के मुकाबले तीन गुना ज्यादा भारत रत्न सम्मान बांटे हैं.

किस प्रधानमंत्री ने किसे, कब और कितने भारत रत्न दिए

देश में किस प्रधानमंत्री ने कितने भारत रत्न सम्मान देना का ऐलान किया, किस प्रधानमंत्री ने खुद को भारत रत्न से सम्मनित किया, क्या अब तक किसी आदिवासी को मिला है भारत रत्न सम्मान, अब तक कितनी महिलाओं और किस राज्य को मिले सबसे ज्यादा भारत रत्न.

देश के लिए  दिया जाता है भारत रत्न

भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है. भारत रत्न किसे दिया जाना चाहिए, इसकी कोई योग्यता या खास परिभाषा तय नहीं की गई है. हालांकि ये माना जाता है कि देश के लिए सेवा करने में असाधारण योगदान देने वाले खास लोगों भारत रत्न से सम्मानित किया जाता है. भारत रत्न किसी औपचारिक नामांकन प्रक्रिया के अधीन नहीं है. देश के प्रधानमंत्री किसी भी व्यक्ति को नामित कर सकते हैं. मंत्रिमंडल के सदस्य, राज्यपाल और मुख्यमंत्री भी प्रधानमंत्री को अपनी सिफारिशें भेज सकते हैं. इन सिफारिशों पर प्रधानमंत्री की मुहर लगने के बाद राष्ट्रपति को अंतिम मंजूरी के लिए भेजा जाता है.

1954 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के कार्यकाल में हुई थी शुरुआत

भारत रत्न देने की शुरुआत 1954 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के कार्यकाल में हुई थी. तब जवाहर लाल नेहरू के शासनकाल के दौरान देश के पहले गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन और साइंटिस्ट चंद्रशेखर वेंकट रमन को सम्मानित किया गया था. इसके बाद अब तक 53 हस्तियों को भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका है. जवाहर लाल नेहरू 1947 से 1964 तक 16 साल 286 दिन प्रधानमंत्री पद पर रहे. उनके लगातार चार बार के कार्यकाल के दौरान कुल 13 लोगों को पुरस्कार दिया गया. अगर एक साल की बात करें तो 2024 में प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे ज्यादा 5 लोगों का नाम भारत रत्न के लिए नामित किया. सभी के नामों का ऐलान 15 दिन के भीतर किया गया है. उनसे पहले 1999 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने चार लोगों को नामित किया था. ये हस्तियां हैं- जयप्रकाश नारायण, अमर्त्य सेन, गोपीनाथ बोरदोलो, रवि शंकर.

PM  पद पर रहते जवाहरलाल नेहरू और  इंदिरा गांधी ने खुद को भारत रत्न दिया

मिनस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स की वेबसाइट के अनुसार, साल 1955 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को पीएम पद पर रहते भारत रत्न दिया गया था. तब डॉ राजेंद्र प्रसाद राष्ट्रपति थे. उनके अलावा इसी साल स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भगवान दास और महान इंजीनियर एम विश्वेश्वरैया को भी पुरस्कार दिया गया. जवाहरलाल नेहरू के बाद इंदिरा गांधी दूसरी ऐसी शख्सियत रहीं, जिन्हें प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए भारत रत्न दिया गया. तब वीवी गिरि राष्ट्रपति थे. साल 1971 में सिर्फ इंदिरा गांधी का नाम ही दर्ज है.

आजतक आदिवासी समाज के किसी भी व्यक्ति को भारत रत्न सम्मान नहीं मिला है

भारत को आजाद हुए 77 साल से ज्यादा हो गए, लेकिन ये सच है कि आजतक आदिवासी समाज के किसी भी व्यक्ति को भारत रत्न सम्मान नहीं मिला है, जबकि 2011 की जनगणना के अनुसार देश की आबादी का करीब 9 फीसदी हिस्सा आदिवासी हैं. कई आदिवासी नेता और कार्यकर्ता इस बात को लेकर आवाज उठाते रहे हैं कि आदिवासी समाज के किसी व्यक्ति को भी भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए. कुछ लोग बिरसा मुंडा, टंट्या भील और जयपाल सिंह मुंडा जैसे आदिवासी नेताओं को भारत रत्न देने की मांग करते रहे हैं. आदिवासी समाज ने भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. 

अब तक केवल 5 महिलाओं को भारत रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया है

अब तक केवल 5 महिलाओं को भारत रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया है. यह संख्या पुरस्कार प्राप्त करने वाले कुल 53 लोगों में से 9.40% है. इंदिरा गांधी देश की पहली महिला थीं जिन्हें भारत रत्न दिया गया था. समाज सेवा के क्षेत्र में असाधारण योगदान के लिए उन्हें ये सम्मान दिया गया था. इंदिरा गांधी ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में बांग्लादेश को मुक्त कराया था. वह साल 1966 से 1977 और 1980 से 1984 तक प्रधानमंत्री रहीं थीं.

इंदिरा गांधी के अलावा बाकी 4 महिलाएं हैं

  • 1980 में समाजसेविका मदर टेरेसा को भारत रत्न से सम्मानित किया गया. 1979 में उन्हें नोबेल का शांति पुरस्कार भी दिया गया. 
  • 1997 में समाजसेविका अरुणा आसफ अली को सम्मानित किया गया. उन्होंने 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में मुख्य भूमिका निभाई थी.
  • 1998 में कर्नाटकीय शास्त्रीय गायिका एमएस सुब्बुलक्ष्मी को भी सम्मानित किया गया. 1974 में मैग्सेसे पुरस्कार दिया गया.
  • 2001 में गायिका लता मंगेशकर को भी भारत रत्न दिया गया था. उन्हें भारत की नाइटिंगेल भी कहा जाता है. उन्हें दादा साहब फाल्के पुरस्कार से भी नवाजा गया. 

मोदी सरकार ने किसी महिला को नहीं है दिया भारत रत्न

साल 2014 से मोदी सरकार सत्ता में है. 10 साल के कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलग-अलग क्षेत्र की 10 हस्तियों को भारत रत्न के लिए नामित किया. हालांकि इस लिस्ट में किसी भी महिला का नाम नहीं है. आखिरी बार 2001 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में गायिका लता मंगेशकर को सम्मानित किया गया था.

अबतक सबसे ज्यादा 10 भारत रत्न उत्तर प्रदेश से आने वाले लोगों को दिए गए

भारत रत्न किसी व्यक्ति को दिया जाता है, राज्य को नहीं, लेकिन हम आपको बताते हैं किस राज्य के सबसे ज्यादा लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया गया है. 53 में से अबतक सबसे ज्यादा 10 भारत रत्न उत्तर प्रदेश से आने वाले लोगों को दिए गए. इसके बाद 8-8 भारत रत्न महाराष्ट्र और तमिलनाडु के लोगों को दिए गए. 

पाकिस्तान और साउथ अफ्रीका के एक-एक व्यक्ति को भारत रत्न दिया गया 

आपको जानकर हैरानी होगी पाकिस्तान और साउथ अफ्रीका के एक-एक व्यक्ति को भारत रत्न दिया गया है. पाकिस्तान के अब्दुल गफ्फार खान और साउथ अफ्रीका के नेल्सन मंडेला को भारत में ये पुरस्कार दिया गया. अंग्रेजो भारत छोड़ो आंदोलन में अब्दुल गफ्फार खान ने अपना योगदान दिया था. उन्होंने महात्मा गांधी के पद्चिन्हों पर चलकर भारत को आजाद कराने में सहयोग किया था. वहीं नेल्सन मंडेला को साउथ अफ्रीका का गांधी कहा जाता था. उन्होंने काले-गोरे का भेद मिटाने के लिए लंबी लड़ाई लड़ी थी.                                      

भारत रत्न को लेकर विवाद है कि ये राजनीतिक रूप से प्रेरित होता है

भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है लेकिन यह कई बार विवादों का विषय भी रहा है. कुछ लोगों का मानना ​​है कि भारत रत्न राजनीतिक रूप से प्रेरित होता है. ये पुरस्कार अक्सर सरकार के समर्थभारत रत्न राजनीतिक रूप से प्रेरित होता है। 1990 में जब वीपी सिंह की सरकार ने संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर को भारत रत्न देने का ऐलान किया तो सवाल उठाया गया कि ये सम्मान उनके जीवित रहते क्यों नहीं दिया गया. वीपी सिंह सरकार पर उस समय आरोप लगा कि भीमराव अंबेडकर को जीते जी यह सम्मान न देने से दलित मतदाता नाराज थे, इसलिए मतदाताओं को लुभाने के लिए पुरस्कार दिया गया.

सुभाष चंद्र बोस को ‘मरणोपरांत’ भारत रत्न देने का ऐलान हुआ, लेकिन दिया आजतक गया 

1992 में पीवी नरसिम्हा राव की सरकार ने स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस को ‘मरणोपरांत’ भारत रत्न से सम्मानित करने का ऐलान किया था, लेकिन इसपर ऐसा विवाद हुआ कि आजतक उन्हें भारत रत्न नहीं दिया जा सका. सरकार के फैसले के बाद एक याचिका दायर की जिसमें कहा गया कि जब भारत सरकार ने अभी तक यह माना ही नहीं है कि एक विमान दुर्घटना में बोस की मृत्यु हो गई थी तो ‘मरणोपरांत’ भारत रत्न कैसे दिया जा सकता है. इसके बाद सुभाष चंद्र बोस के परिवार ने भारत रत्न सम्मान लेने से इनकार कर दिया था.

आपको ये भी बता दें कि भारत रत्न हर साल 26 जनवरी को राष्ट्रपति द्वारा दिया जाता है. शुरुआत में ये सम्मान केवल जीवित रहते दिया जाता था, फिर बाद में 1955 में मरणोपरांत भी भारत रत्न दिए जाने का प्रावधान जोड़ा गया. खेल जगत से अबतक केवल सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न मिला है. सचिन भारत रत्न प्राप्त करने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति भी हैं.

G News 24 : बिकने वाला है खूबसूरत मुस्लिम शहर रास अल हिकमा !

जर्जर इकोनामी के चलते मिस्र यानी इजिप्ट से इसे करीब 22 अरब डॉलर में UAE खरीदने वाला है ...

बिकने वाला है खूबसूरत मुस्लिम शहर रास अल हिकमा !

पाकिस्तान के बाद एक और मुस्लिम देश कंगाली की हालत में है। यहां की इकोनॉमी भी जर्जर हो चुकी है। मजबूरन यह मुस्लिम देश अपने देश की एक बहुत खूबसूरत जगह संयुक्त अरब अमीरात यानी UAE को बेचने को मजबूर हो गया है। यह मुस्लिम देश पूरा शहर संयुक्‍त अरब अमीरात के निवेशकों को सौंपने जा रहा है। जिस शहर को वह कंगाली हालत में बेचने जा रहा है,जानिए उसका नाम क्या है, क्यों इतना खूबसूरत है और कितनी धनराशि में इसे यूएई को बेचा जा रहा है। जानकारी के अनुसार प्राचीन देश मिस्र यानी इजिप्ट  करीब 22 अरब डॉलर में अपने भूमध्‍य सागर में स्थित कस्‍बे रास अल हिकमा को यूएई को देने जा रहा है। यह कस्‍बा अपने खूबसूरत तटों के लिए जाना जाता है और इसी वजह से इसे 'धरती पर स्‍वर्ग' कहा जाता है। मिस्र के राष्‍ट्रपति अब्‍देल फतेह अल सीसी के इस फैसले के खिलाफ पूरे देश में व‍िरोध शुरू हो गया है। गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे मिस्र को व‍िदेशी मुद्रा की सख्‍त जरूरत है। इसी वजह से वह अपने बेहद अहम कस्‍बे को यूएई के निवेशकों को सौंपने जा रहा है। इस सौदे की पुष्टि मिस्र के एक अधिकारी ने की है।

मिस्र के उत्तरी पश्चिमी तट पर स्थित है 'रास अल हिकमा' कस्बा

मिस्र के अधिकारी ने कहा कि यूएई के निवेशक इस बेहद खास कस्‍बे रास अल हिकमा को खरीदेंगे जो भूमध्‍य सागर में मिस्र के उत्‍तरी पश्चिमी तट पर स्थित है। इससे पहले भी इस कस्‍बे को बेचने की कोशिश की गई थी, तब इसकी काफी आलोचना हुई थी। आलोचकों का कहना है कि इस डील के बाद मिस्र का अपने सबसे खूबसूरत तटों वाले कस्‍बे से नियंत्रण खत्‍म हो जाएगा। मिस्र की आर्थिक हालत इतनी खराब है कि उसकी मुद्रा की वैल्‍यू ब्‍लैक मार्केट में अमेरिकी डॉलर के सामने आधी रह गई है।

विरोध का सामना कर रहे मिस्र के राष्ट्रपति

गुरुवार को आईएमएफ के एक दल ने अपनी दो सप्‍ताह की यात्रा को पूरा किया है और संभाव‍ित बेलआउट पैकेज को लेकर बातचीत की है। माना जा रहा है कि यह पैकेज 10 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। मिस्र के एक अधिकारी होसम हेइबा ने कहा कि रास अल हकीमा को व‍िकस‍ित करने में 22 अरब डॉलर का खर्च आ सकता है। यूएई के न‍िवेशक इस प्रॉजेक्‍ट की फाइनेंसिंग, व‍िकास और प्रबंधन करेंगे। मिस्र सरकार के इस कदम की कड़ी आलोचना हो रही है। 

G News 24 : पाकिस्तान में कल वोटिंग,आज धमाके, 24 की मौत !

लोगों के बीच मची अफरा-तफरी...

पाकिस्तान में कल वोटिंग,आज धमाके, 24 की मौत !

पाकिस्तान. चुनाव से एक दिन पहले बलूचिस्तान में दो ब्लास्ट हुए। पहला धमाका पिशिन शहन में हुआ है। पाकिस्तानी में शुरूआती आंकडों के अनुसार इसमें 15 लोगों की मौत हुई और 30 घायल हो गए। हालांकि बाद में मरने वाले की संख्या 12 बताई गई। वहीं करीब 25 लोग घायल हुए।

यह धमाका निर्दलीय उम्मीदवार असफंद यार खान काकड़ के ऑफिस के बाहर हुआ। धमाके के दौरान काकड़ दफ्तर में मौजूद नहीं थे। इसके कुछ ही देर बाद दूसरा धमाका बलूचिस्तान के ही किला सैफुल्लाह शहर में जमीयत-उलेमा-ए-इस्लाम पार्टी के कैंडिडेट मौलाना अब्दुल वासे के ऑफिस के बाहर हुआ। वो सुरक्षित हैं।

इस हमले में 12 लोगों की मौत हुई है, जबकि 25 घायल हुए हैं। दोनों धमाकों में कुल 24 लोगों की मौत हो गई। पाकिस्तान में 8 फरवरी को आम चुनाव और सभी प्रांतों में चुनाव है। पाकिस्तान के इलेक्शन कमीशन ने हमलों को लेकर बलूचिस्तान के चीफ सेक्रेटरी और पुलिस से रिपोर्ट मांगी है।