G.News 24 : 1 अप्रैल से 2000 से ऊपर के UPI पेमेंट पर लगेगा 1.1% सर्विस चार्ज !

इंटरचेंज शुल्क आम तौर पर कार्ड भुगतान से जुड़ा होता है…

1 अप्रैल से 2000 से ऊपर के UPI पेमेंट पर लगेगा 1.1% सर्विस चार्ज !

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने हाल ही के एक सर्कुलर में 1 अप्रैल से शुरू होने वाले यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) पर मर्चेंट ट्रांजैक्शंस पर प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (PPI)  फीस लागू करने की सलाह दी है। एनसीपीआई, जो यूपीआई की शासी निकाय है, ने सर्कुलर में कहा है कि 2,000 रुपये से अधिक की राशि के लिए, यूपीआई पर पीपीआई का उपयोग करने पर लेनदेन मूल्य का 1.1 प्रतिशत इंटरचेंज होगा। 

इंटरचेंज शुल्क आम तौर पर कार्ड भुगतान से जुड़ा होता है और लेनदेन को स्वीकार करने, प्रसंस्करण और अधिकृत करने की लागत को कवर करने के लिए लगाया जाता है। बैंक खाते और पीपीआई वॉलेट के बीच पीयर-टू-पीयर (पी2पी) और पीयर-टू-पीयर-मर्चेंट (पी2पीएम) लेनदेन को इंटरचेंज की आवश्यकता नहीं होती है, और पीपीआई जारीकर्ता प्रेषक बैंक को वॉलेट के रूप में लगभग 15 आधार अंक का भुगतान करेगा - लोडिंग सर्विस चार्ज। 

इंटरचेंज की शुरूआत 0.5-1.1 प्रतिशत की सीमा में है, इंटरचेंज ईंधन के लिए 0.5 प्रतिशत, टेलीकॉम, यूटिलिटीज/पोस्ट ऑफिस, शिक्षा, कृषि के लिए 0.7 प्रतिशत, सुपरमार्केट के लिए 0.9 प्रतिशत और म्यूचुअल फंड के लिए 1 प्रतिशत है।  सरकार, बीमा और रेलवे। सर्कुलर में कहा गया है कि मूल्य निर्धारण 1 अप्रैल, 2023 से प्रभावी होगा। एनपीसीआई 30 सितंबर, 2023 को या उससे पहले घोषित मूल्य निर्धारण की समीक्षा करेगा।

G.News 24 : भारत में पिछले 24 घंटों में सामने आए कोरोना के 2,151 नए केस

फिर डराने लगा कोरोनावायरस !

भारत में पिछले 24 घंटों में सामने आए कोरोना के 2,151 नए केस

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले एक बार फिर से डराने लगे हैं. भारत में पिछले 24 घंटे में 2,151 नए COVID-19 केस सामने आए हैं. इसके साथ ही देश में अभी तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 44,709,676 हो गई है. वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 11,903 पर पहुंच गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से मरने वालों की संख्या 5,30,841 है. भारत में संक्रमण की दैनिक दर 1.51 प्रतिशत और साप्ताहिक दर 1.53 प्रतिशत है. 

अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी 11,903 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 0.03 प्रतिशत है. मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.78 प्रतिशत है. अभी तक कुल 4,41,66,925 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं, जबकि कोविड-19 से मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है. स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, भारत में राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 220.65 करोड़ खुराक लगाई जा चुकी हैं. 

गौरतलब है कि भारत में सात अगस्त 2020 को कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी. संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे. देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे. 4 मई 2021 को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी. पिछले साल 25 जनवरी को संक्रमण के कुल मामले चार करोड़ के पार चले गए थे.

G.News 24 : मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया फौजी मेले का शुभारंभ

शांति के प्रतीक गुब्बारे छोड़कर…

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया फौजी मेले का शुभारंभ

भारतीय सेना द्वारा युद्ध के दौरान उपयोग किए जाने वाले हथियार और वाहनों को लोग फौजी मेले में नजदीक से देखने के लिए बुधवार को बड़ी संख्या में लोग एमवीएम मैदान पहुंचे हैं। यहां फौजी मेले का आयोजन किया गया है। इसका शुभारंभ आज सुबह मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद हैं। मेले का आयोजन सेना के तीनों अंगों की जानकारी नागरिकों को देने एवं युवा वर्ग के सेना से जुड़ने की प्रेरणा देने के उद्देश्य से किया गया है। इस मेले में युद्ध के समय भारतीय सेना के तीनों अंगों वायुसेना, थल सेना एवं नौसेना के जांबांज सैनिकों के साहस और कर्तव्यनिष्ठा की जानकारी दी जाएगी। सेना के बेड़े में शामिल वाहन भी लोग देख सकते हैं। बड़ी संख्या में वाहन एवं हथियार एमवीएम मैदान पर रखे गए हैं। यहां आज सुबह बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और हथियारों को नजदीक से देखा। 

मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने अपने संबोधन में सेना की इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि फौजी मेला मध्यप्रदेश ओर भोपाल को गर्व और गौरव है। मुख्यमंत्री ने पहले रिबन काटकर एवं बाद में शांति के प्रतीक गुब्बारे छोड़कर मेले का उद्घाटन किया। सीएम शिवराज ने कहा कि हमारी सेना अद्भुत है, हर चुनौती का जवाब देने में सक्षम है। हमारी सेना धर्म के विजय के लिए कार्य करती है। मैं सेना के शौर्य, साहस, शूरवीरता और समर्पण को प्रणाम करता हूं। आज हमारी सेना हर चुनौती का जवाब देने में सक्षम है। जब पाकिस्तान ने हमारी सीमाओं में घुसने की कोशिश की तो सेना ने उन्हें सबक सिखाया।

कारगिल युद्ध में हजारों फीट की ऊंची चोटियों पर चढ़कर दुश्मन का सर्वनाश किया। हमारे जवानों ने देश सेवा करते हुए सदैव अभूतपूर्व साहस का प्रदर्शन किया। जब भी जरूरत पड़ी, तो मातृभूमि की सेवा के लिए सीने पर गोली खाई, शत्रुओं की गोली कभी हमारे जवानों ने पीठ पर नहीं खाई। आज मैं गर्व के साथ कहता हूं कि भारत की सेना दुनिया की सबसे शक्तिशाली और सक्षम सेनाओं में से एक है जो सीना तानकर देश की सीमाओं पर खड़ी है। चाहे रेगिस्तान की गर्मी हो या लेह-लद्दाख, सियाचिन का कड़कड़ाती सर्दी, हमारे जवान हर परिस्थिति में सीमाओं की सुरक्षा का काम करते हैं। यूनान, मिस्र, रोमा सब मिट गए जहां से। बाकी मगर अभी तक नामों निशां हमारा। 

इसका कारण है भारत की संस्कृति, विचार, जीवन मूल्य और परंपराएं। यह केवल हमारे देश के लिए नहीं, बल्कि दुनिया के लिए हैं। इस मौके पर आर्मी बैंड द्वारा मधुर तराने पेश किए गए। मुख्यमंत्री ने अभिवादन कर मेले में मौजूद सैनिकों एवं बच्चों का उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर जिला कलेक्टर अविनाश लवानिया के अलावा भारतीय सेना एवं प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित हैं। आमजन इस फौजी मेले में युद्ध के दौरान उपयोग किए गए जाने वाले कुछ हथियारों के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। करीब 50 किलोमीटर दूर तक मारक क्षमता वाले टैंक व इस तरह के हथियारों के बारे में अभी तक कम ही जानकारी मिलती है। अब शहर के बीच में एमबीएम मैदान पर नए एवं पुराने भोपाल के लोग भी प्रदर्शनी में जानकारी ले सकेंगे। फौजी मेले का समापन दो अप्रैल को होगा।

G.News 24 : बहनों के जीवन को सरल और सुखद बनाना ही मेरे जीवन का ध्येय : CM शिवराज

मेरे दिल से निकली योजना है, जो बहनों के लिए वरदान साबित होगी…

बहनों के जीवन को सरल और सुखद बनाना ही मेरे जीवन का ध्येय : CM शिवराज

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना मेरे दिल से निकली योजना है, जो बहनों के लिए वरदान साबित होगी। बहनों के जीवन को सरल तथा सुखद बनाना ही मेरे जीवन का ध्येय है। बहनों को जिस तरह राजनैतिक और सामाजिक रूप से सशक्त किया गया है, अब उन्हें आर्थिक रूप से भी सशक्त किया जाना मेरा लक्ष्य है। बहनें अपनी छोटी-मोटी जरूरतों और पैसों की आवश्यकता के लिए परेशान न हो, इसलिए लाड़ली बहना योजना के तहत हर महीने बहनों को एक-एक हजार रुपये उपलब्ध कराए जाएंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने विश्वास व्यक्त किया कि बहनें इस राशि का उपयोग परिवार के सुदृढ़ीकरण और बेहतरी के लिए करेंगी। सीएम सलकनपुर में लाड़ली बहना योजना के फॉर्म भरने के लिए लगाए गए कैम्प में नागरिकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लाड़ली बहना योजना, बहनों का सम्मान बढ़ाने का महायज्ञ है। 

बहने सशक्त होंगी तो परिवार, समाज, प्रदेश और देश सशक्त होगा। उन्होंने कहा कि बहनों को योजना में आवेदन करने के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है। हर गांव और हर वार्ड में शिविर लगाए जा रहे हैं और आवेदन भरने में मदद करने के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है। बहनें योजना का लाभ लेने के लिए किसी भी बिचौलिए और दलाल के झांसे में न आएं। सिद्धपीठ सलकनपुर मंदिर में मां बिजासन देवी की पूजा-अर्चना कर सभी प्रदेशवासियों के मंगल की कामना की। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जिन परिवारों की वार्षिक आय ढाई लाख रुपये से कम है, जिनके पास पांच एकड़ से कम भूमि है और जिन परिवारों में कोई आयकर दाता नहीं हो, ऐसे परिवारों की 23 से 60 आयु वर्ग की बहनें योजना के लिए पात्र हैं। 

बहनों को यह राशि उपलब्ध कराने से बहनों के साथ पूरे परिवार का भी कल्याण होगा। योजना के लिए 30 अप्रैल तक आवेदन भरे जाएंगे। मई महीने में आवेदनों की जांच होगी और 10 जून को पहली किस्त बहनों के बैंक खातों में जमा कर दी जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमारी सरकार महिलाओं के शैक्षणिक, सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक सशक्तीकरण के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना, बहनों के सशक्तिकरण के लिए बनाई गई है। सशक्तिकरण में सबसे अधिक जरूरी आर्थिक सशक्तिकरण है। बहनों के पास पैसा हो, तो उनमें आत्म-विश्वास भी होता है और स्वाभिमान का भाव भी जागृत होता है। 

मुख्यमंत्री चौहान ने बेहतर ढंग से कैम्प आयोजित कर बहनों के फॉर्म भरवाने के लिए जिला प्रशासन की सराहना भी की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री चौहान के साथ साधना सिंह, पूर्व विधायक राजेन्द्र सिंह राजपूत और बीजेपी जिलाध्यक्ष रवि मालवीय सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मेरी बहनों को कोई दिक्कत न हो, यह मेरा कर्त्तव्य है। इसलिए योजना में आवेदन प्रक्रिया को बहुत सरल बनाया गया है। योजना के फॉर्म आपके गांव और शहर के वार्डों में भरवाए जा रहे हैं। बहनों को लोक सेवा केंद्र या कहीं और जाने की जरूरत नहीं है। सभी गांव एवं नगरीय वार्डों में कर्मचारियों को भेजकर फॉर्म भरवाए जा रहे हैं। 

उन्होंनें कहा कि वैसे तो फॉर्म की अंतिम तिथि 30 अप्रैल रखी गई है, लेकिन जब तक सभी बहनों के आवेदन नहीं भरे जाते, तब तक शिविर लगाकर फॉर्म भरे जाएंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ई-केवाईसी के लिए कोई शुल्क नहीं लग रहा है। शासन द्वारा एक ई-केवाईसी के लिए 15 रुपये का भुगतान संबंधित कॉमन सर्विस सेंटर्स को किया जाएगा। यदि किसी बहन से कोई ई-केवाईसी के लिए पैसा मांगता है, तो सीएम हेल्पलाइन नंबर 181 पर फोन कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। बहनों को एक भी पैसा देने की जरूरत नहीं है। ई-केवाईसी इसलिए कराई जा रही है, जिससे बहनों के खाते में ही पैसा जाए। बहने निश्चिंत रहें, उनकी सारी चिंताएं हमारी हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने लाड़ली बहना पूजा मालवीय का लाड़ली बहना योजना का आवेदन भरा।

G.News 24 : किसी भी मामले में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी : श्री चन्देल

नवागत एसपी ने ली जिले के थाना प्रभारियों की बैठक…

किसी भी मामले में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी : श्री चन्देल

ग्वालियर। नवागत पुलिस अधीक्षक ग्वालियर राजेश सिंह चन्देल, ने मंगलवार की शाम को पुलिस कंट्रोल रूम सभागार में जिले के समस्त थाना प्रभारियों की बैठक कर उपस्थित थाना प्रभारियों से उनका परिचय प्राप्त किया। तद्उपरान्त नवागत पुलिस अधीक्षक ग्वालियर द्वारा समस्त थाना प्रभारियों से उनके थाना क्षेत्र के संबंध में आवश्यक जानकारी प्राप्त की और थानावार लंबित अपराधों, लंबित चालान, लंबित मर्ग, सीसीटीएनएस, महिला संबंधी अपराध एवं सीएम हेल्पलाइन पर लंबित शिकायतों व क्षेत्र की कानून व यातायात व्यवस्था के संबंध में जानकारी प्राप्त कर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इसके पूर्व नवागत पुलिस अधीक्षक ग्वालियर द्वारा प्रातः पुलिस के समस्त राजपत्रित अधिकारियों की बैठक ली गई। 

बैठक में उन्होंने सभी राजपत्रित अधिकारियों से परिचय प्राप्त करने के उपरान्त उनसे कहा कि पुलिस की समाज में महती भूमिका है, इसलिए हमें पुलिस विभाग की गरिमा बनाए रखने के लिए कानून की हद में रहकर नियमानुसार कार्यवाही करनी चाहिए। पुलिस विभाग के किसी भी अधिकारी व कर्मचारी की कोई जाति नहीं होती है वह सिर्फ पुलिसवाला होता है और हमे इसी भावना के साथ काम करना चाहिए। राजपत्रित अधिकारियों की बैठक में अति. पुलिस अधीक्षक शहर (पूर्व/अपराध) राजेश दंडोतिया, अति. पुलिस अधीक्षक ग्रामीण जयराज कुबेर, अति. पुलिस अधीक्षक शहर पश्चिम गजेन्द्र सिंह वर्धमान, सीएसपी लश्कर/डीएसपी अपराध षियाज़ के.एम.,भापुसे सहित समस्त सीएसपी/एसडीओपीगण उपस्थित रहें।

बैठक में नवागत पुलिस अधीक्षक ग्वालियर ने उपस्थित पुलिस अधिकारियों एवं थाना प्रभारियों से कहा कि यातायात पुलिस के साथ ही थाना प्रभारी की भी अपने क्षेत्र में यातायात व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी है। इसलिए प्रत्येक थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र में यातायात व्यवस्था सुचारू बनाए रखें और रोड़ पर अतिक्रमण करने वालों को समझाइस दें। थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र में प्रभावी चैकिंग अभियान चलाएं, इसके साथ ही भीड़भाड़ वाले इलाकों तथा क्षेत्रों में पुलिस बल को लगाया जाए जो आसमाजिक तत्वों पर निगाह रखें। एसपी ग्वालियर ने लंबित समंस वारंट की शत प्रतिशत तामील कराने के निर्देश समस्त थाना प्रभारियों को दिए साथ ही उन्हे शराब पीकर वाहन चलाने वाले वाहन चालकों तथा बिना नम्बर के दो पहिया व चार पहिया वाहनों के विरुद्ध अभियान चलाकर प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश भी दिये।

बैठक में उन्होने कहा कि थाने अथवा कार्यालय में अपनी फरियाद लेकर आने वाले पीड़ित की बात को सहानुभूति पूर्वक एवं गंभीरता से सुना जाकर विधि सम्मत कार्यवाही की जाए। बैठक में एसपी ग्वालियर ने कहा कि लंबित अपराधों का निर्धारित समय-सीमा में निराकरण किया जाए साथ ही प्रत्येक छोटी से छोटी शिकायत अथवा सूचना को गंभीरता से लेते हुए उस पर तत्काल कार्यवाही करें। इस प्रकार आप अपने थाना क्षेत्र में होने वाले अपराध के ग्राफ पर अंकुश लगा सकते हैं। बैठक में उन्होने कहा कि किसी भी मामले में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। शिकायत मिलने पर तत्काल मौके पर पुलिस पहुंचे और कार्यवाही करें। इसके साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी पुलिसकर्मी के अनैतिक कार्य में लिप्त पाये जाने पर उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।

G News 24 :नेपाल सरकार ने निगरानी सूची में डाला अमृतपाल सिंह का नाम

 नेपाल सरकार अमृतपाल को किसी तीसरे देश में भागने की अनुमति न दे  :भारत 

          नेपाल सरकार ने निगरानी सूची में डाला अमृतपाल सिंह का नाम !

काठमांडू l नेपाल ने अमृतपाल सिंह को  निगरानी सूची में डाला दिया है। भगोड़े कट्टरपंथी अलगाववादी अमृतपाल सिंह को कहीं अन्यत्र भागने से रोकने के भारत सरकार के अनुरोध पर नेपाल ने अमृतपाल को निगरानी सूची में डाल दिया है। भारत सरकार ने नेपाल सरकार से अनुरोध किया है कि वह अमृतपाल को किसी तीसरे देश में भागने की अनुमति न दे और यदि  अमृतपाल भारतीय पासपोर्ट या किसी अन्य फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल करके भागने का प्रयास करता है, तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाये।

ऐसा माना जा रहा है कि अमृतपाल नेपाल में छिपा है। अधिकारियों ने बताया कि आव्रजन विभाग ने भारत सरकार के अनुरोध पर अमृतपाल को अपनी निगरानी सूची में रखा है। विभाग के सूचना अधिकारी कमल प्रसाद पांडेय ने कहा, ‘हमें भारतीय दूतावास से एक लिखित नोट प्राप्त हुआ है और अमृतपाल के पासपोर्ट की एक प्रति भी मिली है। भारत ने आशंका व्यक्त की है अमृतपाल संभवत नेपाल में प्रवेश कर चुका है। पांडेय ने कहा ‘भारतीय दूतावास ने एक नोट लिखकर विभाग से अनुरोध किया है कि अलगाववादी अमृतपाल को निगरानी सूची में रखा जाए।‘ काठमांडू पोस्ट अखबार ने खबर दी है कि काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास ने शनिवार को वाणिज्य सेवा विभाग को भेजे पत्र में यहां की विभिन्न सरकारी एजेंसी से अनुरोध किया है कि यदि अमृतपाल नेपाल से भागने की कोशिश करता है, तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाए। 

अखबार ने एक पत्र का हवाला देते हुए कहा कि ‘अमृतपाल सिंह फिलहाल नेपाल में छिपा हुआ है।‘ अखबार ने संबंधित पत्र की एक प्रति उसके पास होने का दावा किया है। समाचार.पत्र ने कहा है, ‘सम्मानित मंत्रालय से अनुरोध किया जाता है कि वह आव्रजन विभाग को सूचित करे कि अमृतपाल सिंह को नेपाल के माध्यम से किसी तीसरे देश की यात्रा करने की अनुमति न दी जाये और यदि वह इस मिशन की सूचना के तहत भारतीय पासपोर्ट या किसी अन्य फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल करके नेपाल से भागने का प्रयास करता है तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाए।अखबार ने कई स्रोतों का हवाला देते हुए कहा कि पत्र और सिंह के व्यक्तिगत विवरण को होटल से लेकर एयरलाइंस तक सभी संबंधित एजेंसी को भेज दिया गया है। माना जाता है कि सिंह के पास अलग अलग पहचान वाले कई पासपोर्ट हैं। 

G News 24 : अतीक़ की नैनी जेल में घबराहट और बे-चेनी में बीती रात

 नैनी जेल की पहली रात अतीक को रास नहीं है आई...

अतीक़ की नैनी जेल में घबराहट और बे-चेनी में बीती रात

प्रयागराज l उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी अतीक अहमद को सोमवार के दिन साबरमती जेल से प्रयागराज की नैनी जेल लाया गया। लेकिन जेल की रात अतीक अहमद को कुछ खास रास नहीं आई। दरअसल नैनी जेल में अतीक को 10*15 स्क्वायर फीट की हाई सिक्युरिटी बैरक में रखा गया। जेल मैनुअल के तहत अतीक अहमद को सारी जरूरत के सामान जैसे टूथपेस्ट, साबुन, टूथब्रश इत्यादि दिए गए। लेकिन बताया जा रहा कि नैनी जेल की पहली रात अतीक को रास नहीं है आई। अतीक को रातभर जेल में बेचैनी होती रही और वह इस दौरान बार बार बैरक में टहलता देखा गया है। 

हमें मिली जानकारी के मुताबिक अतीक अहमद ने अपनी सुरक्षा में तैनात एक जेलकर्मी से देर रात पूछा था कि क्या उसका भाई अशरफ भी नैनी जेल आ गया है या नहीं। बता दें कि नैनी जेल में अतीक का बिस्तर भी आम कैदियों की ही तरह जमीन पर लगाया गया। इसके बाद करीब 4 बजे अतीक ने जेलकर्मियों से सिफारिश की कि उसे बहर टलने दिया जाए। अतीक का कहना था कि उसे बेचैनी हो रही है और उसका सिरदर्द कर रहा है। इस कारण वह चाहता है कि जेल की बैरक के बाहर जाकर टहलते और थोड़ी खुली हवा में सांस ले ताकि उसकी बेचैनी कम हो सके। 

नैनी जेल पहुंचे अतीक अहमद ने आते ही पहले अपनी सफेद पगड़ी उतारी और बैरक में निढाल होकर लेट गया। वहीं इस दौरान अतीक का मेडिकल टेस्ट भी किया गया। इसके बाद अतीक नहा धोकर सो गया। इसके बाद उसे आम लोगों की तरह खाना परोसा गया। बता दें कि अतीक उसका भाई अशरफ और उसका बेटा असद तीनों ही जेल में बंद हैं। जानकारी के मुताबिक अतीक के भाई अशरफ ने रोजा रखा है। इसलिए सहरी के वक्त खाने पीने का उसे सामान दिया जा रहा है। बता दें कि अतीक और अशरफ पहले भी नैनी जेल में एक साथ रह चुके हैं।