G.NEWS 24 : दिल्ली नॉर्थ ईस्ट से कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैया कुमार पर हुआ हमला !

चुनाव प्रचार के दौरान मारपीट का मामला सामने आया...

दिल्ली नॉर्थ ईस्ट से कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैया कुमार पर हुआ हमला !

जवाहर लाल यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र नेता और उत्तर पूर्वी दिल्ली से कांग्रेस उम्मीदवार कन्हैया कुमार के साथ आज मारपीट की गई है जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। उत्तर पूर्वी दिल्ली के थाना उस्मानपुर इलाके के करतार नगर में कन्हैया कुमार को माला पहनाने के बहाने आए कुछ लोगों ने हमला किया। उन्होंने कन्हैया कुमार के पास जाकर उनको थप्पड़ मारे। इस दौरान आम आदमी पार्टी की महिला निगम पार्षद के साथ भी बदसलूकी की गई। महिला निगम पार्षद ने पुलिस में दी शिकायत दी है। 

इस घटना का जो वीडियो सामने आया है उसमें दिख रहा है कि कन्हैया कुमार आम आदमी पार्टी के कार्यालय बाहर निकल रहे थे इस दौरान कुछ लोग माला लेकर आते हैं। वे लोग माला पहनाने जाते हैं और पहनाने से पहले ही उन पर हमला हो जाता है और उन्हें जमीन में भी गिरा देते हैं। हालांकि भीड़ में मौजूद कन्हैया कुमार के समर्थकों ने युवक को तुरंत पकड़ लिया। कन्हैया कुमार के साथ हुई मारपीट के बाद उनके कार्यालय से बयान सामने आया है जिसमें कहा गया है, ''कन्हैया को मिल रहे भारी जनसमर्थन और हार के डर से बौखलाए मनोज तिवारी। अपने साथी गुंडे भेजकर कन्हैया पर हमले की कोशिश। हिंसा का जवाब, वोट से 25 को जनता देगी।'' 

बता दें कि दिल्ली में कुल लोकसभा की सात सीटें है जिसमें से 25 मई को दिल्ली की सातों सीटों पर मतदान होने वाला है। भाजपा ने लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर मनोज तिवारी को उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने इस सीट से कन्हैया कुमार को प्रत्याशी घोषित किया है। कहा जा रहा है कि दोनों के बीच इस सीट पर कड़ा मुकबला है। कन्हैया ने जेएनयू से अपनी राजनीति शुरू की, वहीं मनोज तिवारी मशहूर अभिनेता और गायक थे, जिसके बाद उन्होंने राजनीति में एंट्री की। 

G.NEWS 24 : 100 करोड़ के होर्डिंग घोटाले ने ली 16 लोगों की जान !

घाटकोपर हादसे पर किरीट सोमैया का बड़ा दावा...

100 करोड़ के होर्डिंग घोटाले ने ली 16 लोगों की जान !

शिवसेना नेता और विधायक आदित्य ठाकरे ने बुधवार (15, मई) को अपनी सभा में कहा था कि घाटकोपर होर्डिंग हादसे के पीछे केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाला रेलवे विभाग है और इसी वजह से रेल मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए. हालांकि, अब आदित्य ठाकरे के बयान पर बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने पलटवार किया है. बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने एबीपी न्यूज से बातचीत में बताया कि आदित्य ठाकरे को अपनी जानकारी बढ़ानी चाहिए. यह जमीन रेलवे की नहीं है, बल्कि यह जमीन महाराष्ट्र पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन की है, जोकि राज्य सरकार के अधीन है. सोमैया ने आगे बताया कि इस घोटाले की शुरुआत 30 जनवरी 2020 में हुई, उस समय की सरकार ने महाराष्ट्र DGP को कहा था कि घाटकोपर की उस जगह पर पेट्रोल पंप और होर्डिंग लगाना है. 

होर्डिंग का कॉन्ट्रेक्ट संजय राउत और सुनील राउत के दोस्त ईगो मीडिया को देना है तो वहीं पेट्रोल पंप की जिम्मेदारी उद्धव ठाकरे के किसी मित्र लॉर्ड्स मार्क इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड को देनी है. सोमैया ने आगे आरोप लगाया कि होर्डिंग लगाने से पहले तय था की यहां पर 40 स्क्वायर फिट की होर्डिंग लगाई जाएगी, लेकिन यहां होर्डिंग जो लगाई गई है, उसका साइज 120X70 स्क्वायर फिट का है. यहां एक होर्डिंग की महीने की कमाई 50 लाख रुपये हैं और ऐसी कुल चार साइट है. इनमें एक साइट की इनकम 2 करोड़ रुपये है. यानी की करीबन 100 करोड़ रुपये भावेश भिंडे की कंपनी को मिला है और पेट्रोल पंप को 25 करोड़ रुपये मिलता है. इतना कमाने के बाद सरकार को कुछ नहीं मिला और पुलिस कल्याण निधि में सिर्फ सवा दो करोड़ दिये गये हैं. सोमैया ने बताया कि उस समय के GRP कमिश्नर कैसर खालिद ने गुमराह करने वाले जवाब BMC को भेजे थे, जिसकी वजह से बीएमसी इस प्रक्रिया से हटी. 

सोमैया ने आरोप लगाया कि बीएमसी ने जब इस मामले में हस्तक्षेप किया, तब उस समय कैसर खालिद ने बीएमसी से कहा कि यह जमीन रेलवे की है, इसी वजह से बीएमसी के अधिकार क्षेत्र में नहीं है, जिसके बाद बीएमसी इस मामले से दूर हो गई. सोमैया ने यह भी आरोप लगाया कि जो तीन साइट हैं, जहां होर्डिंग है वहां पर टेंडर हुए थे, लेकिन जहां दुर्घटना हुई है वहां का टेंडर भी नहीं निकाला और होर्डिंग का कॉन्ट्रैक्ट दे दिया. सोमैया का यह भी कहना है की इस होर्डिंग के लिए सेफ्टी सर्टिफिकेट भी फर्जी दिया गया है. डॉक्ट्यूमेंस के मुताबिक, सिटी इंजीनियरिंग सर्विसेज नाम की कंपनी ने 24 अप्रैल 2023 में इस होर्डिंग का सेफ्टी सर्टिफिकेट दिया था, जो मनोज रामकृष्णन नाम के शख्स ने बनाया था. सोमैया ने इस शख्स के खिलाफ FIR दर्ज कर करवाई करने की मांग की है.

G.NEWS 24 : मेरे साथ जो हुआ वह बहुत बुरा था : स्वाति मालीवाल

पुलिस के सामने अपना बयान दर्ज कराया...

मेरे साथ जो हुआ वह बहुत बुरा था : स्वाति मालीवाल

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की सांसद स्वाति मालीवाल ने बदसलूकी मामले में दिल्ली पुलिस में बयान दर्ज कराने के बाद अपना पहला रिएक्शन दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि उनके साथ साथ जो हुआ वो बहुत बुरा था। उन्होंने पुलिस को अपना स्टेटमेंट दिया है। और यह उम्मीद जताई है कि उचित कार्यवाही होगी। उन्होंने एक्स पर लिखा-मेरे साथ जो हुआ वो बहुत बुरा था। मेरे साथ हुई घटना पर मैंने पुलिस को अपना स्टेटमेंट दिया है। मुझे आशा है कि उचित कार्रवाई होगी। 

पिछले दिन मेरे लिए बहुत कठिन रहे हैं। जिन लोगों ने प्रार्थना की उनका धन्यवाद करती हूं। जिन लोगों ने Character Assassination करने की कोशिश की, भगवान उन्हें भी खुश रखे। देश में अहम चुनाव चल रहा है, स्वाति मालीवाल ज़रूरी नहीं है, देश के मुद्दे ज़रूरी हैं। BJP वालों से ख़ास गुज़ारिश है इस घटना पर राजनीति न करें। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सहयोगी बिभव कुमार द्वारा बदसलूकी के मामले में स्वाति मालीवाल का बयान दर्ज किया।

मालीवाल ने अपने साथ 13 मई को हुई बदसलूकी के मामले में पुलिस को पूरी जानकारी दी।  स्वाति ने किन हालातों में पीसीआर कॉल की उसके बारे में भी पुलिस को बताया। सूत्रों के मुताबिक पुलिस स्वाति के बयानों के आधार पर कानूनी कार्रवाई शुरू करेगी। सूत्रों के मुताबिक इस संबंध में जल्द एफआईआर दर्ज किया जाएगा। पुलिस ने शिकायत में विभव कुमार का नाम दर्ज किया है। लीगल टीम से बात करके दिल्ली पुलिस जल्द एफआईआर दर्ज करेगी। 

G.NEWS 24 : मतदान की गोपनीयता भंग के मामले में चुनाव आयोग ने अपनाया सख्त रवैया !

बूथ के अंदर के वीडियो ओर फोटो सोशल मीडिया पर जारी करने पर...

मतदान की गोपनीयता भंग के मामले में चुनाव आयोग ने अपनाया सख्त रवैया !

भोपाल। मध्यप्रदेश में 07 मई को हुए लोकसभा चुनाव की वोटिंग के कई जनप्रतिनिधियों और लोगो ने पोलिंग बूथ के अंदर अपने परिजनों के साथ अंदर जाकर वोट किया और अंदर के वीडियो ओर फोटो सोशल मीडिया पर जारी किए। मतदान की गोपनीयता भंग के इन मामलों को लेकर चुनाव आयोग ने सख्त रवैया अपनाया है। चुनाव आयोग में इनकी शिकायते हुई है। चुनाव आयोग के निर्देश पर सबंधितो के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है। इसके साथ ही मतदान केंद्र के पीठासीन अधिकारी और मतदान कर्मियो के खिलाफ निलंबन की कार्यवाई की जा रही है है। अपने पोते और बेटे के साथ वोट डालने के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर आज पूर्व बीजेपी मंत्री और हरदा विधायक कमल पटेल और भोपाल से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के खिलाफ लोकप्रतिनिधित अधिनियम की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई। 

इसके साथ ही हरदा में पीठासीन अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके पहले  भोपाल में भाजपा नेता और जिला पंचायत सदस्य विनय मैहर के खिलाफ एफआईआर दर्ज  हुई थी। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन के जिला निर्वाचन अधिकारी को जांच कर कार्रवाई करने के बाद कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के खिलाफ शाहजहांनाबाद थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। मसूद 7 मई को अपने नाबालिग बेटे के साथ मतदान करने पहुंचे थे। इसके बाद उन्होंने बेटे के साथ वोट डालने की फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था। इसके बाद चुनाव आयोग ने मामले में संज्ञान लेकर जिला निवार्चन अधिकारी को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। रविवार को शाहजहांनाबाद थाने में कांग्रेस विधायक के खिलाफ केस दर्ज किया गया।

 नाबालिग पोते के साथ हरदा में पोलिंग बूथ पर जाने और फोटो क्लिक कराने के मामले में रविवार को सिटी कोतवाली में पूर्व मंत्री कमल पटेल सहित तीन अन्य के पर मामला दर्ज किया गया है। वोटिंग 7 मई को हुई थी। पुलिस के अनुसार, सहायक रिटर्निंग अधिकारी कुमार शानू देवड़िया की शिकायत पर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 128, 130, 131 एवं भादवि 188 के तहत FIR दर्ज की गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी आदित्य सिंह ने बताया कि इस प्रकरण में केंद्र की बीएलओ एवं करताना के सरकारी स्कूल में पदस्थ शिक्षिका शर्मिला पाटिल को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, सेक्टर अधिकारी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए वरिष्ठ कार्यालय को लिखा गया है। इसके साथ ही मतदान केंद्र पर तैनात पुलिस कर्मचारी और सम्बंधित सेक्टर के सेक्टर पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए भी हरदा एसपी को लिखा गया है। 

बता दें कि मतदान के चार दिनों बाद शनिवार शाम को कांग्रेस जिलाध्यक्ष ओम पटेल व संजय जैन ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से पूर्व मंत्री कमल पटेल के आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत की गई थी। लोकसभा चुनाव में आयोग के निर्देशों का लगातार उल्लंघन हो रहा है। मतदान केंद्र के अंदर मोबाइल लेकर जाना प्रतिबंधित है। इसके बावजूद लोग मोबाइल लेकर जा रहे है। ईवीएम की फोटो खींचना धारा 128 का उल्लंघन है। इसका उल्लंघन करने पर तीन माह की सजा  और जुर्माने का प्रावधान है। वोटिंग करते समय बच्चों को साथ ले जाना मना है। हालांकि महिलाएं छोटे बच्चों को ले जा सकती है। बता दें भोपाल में जिला पंचायत सदस्य विनय मैहर पर बेटे से वोट डलवाने के मामले में एफआईआर दर्ज हो गई है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिला निवार्चन अधिकारी संबंधित मतदान केंद्री की पूरी पोलिंग पार्टी को ही सस्पेंड कर दिया है। वहीं, सुरक्षा कर्मी को लाइन अटैच किया गया है।

G News 24 : टोल से बचने के लिए एक्टर ने CM के कारकेड के साथ निकलना चाहा और धरा गया !

 लगाया ऐसा दिमाग कि होना पड़ा शर्मिंदा...

टोल से बचने के लिए एक्टर ने CM के कारकेड के साथ निकलना चाहा और धरा गया !

महाराष्ट में एक एक्टर को टोल से बचने के लिए अपना दिमाग दौड़ाना काफी महंगा पड़ गया है, क्योंकि उसे बाद में काफी शर्मिंदा होना पड़ गया. टोल से बचने के लिए एक्टर ने कुछ ऐसा कर दिया था, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. सोशल मीडिया पर वीडियो बनाने वाले एक 30 साल के एक्टर ने मुंबई में बांद्रा वर्ली 'सी लिंक' पर टोल चुकाने से बचने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के काफिले का कथित तौर पर सहारा लिया. इस एक्टर ने सीएम शिंदे के काफिले के साथ अपनी कार को जोड़ लिया, ताकि मुख्यमंत्री के काफिले के साथ उसकी भी कार निकल जाए और टोल भी ना देना पड़े. लेकिन एक्टर का यह दांव उन पर उल्टा पड़ गया है, क्योंकि एक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया. एक पुलिस अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी.

शुभम कुमार के रूप में हुई आरोपी की पहचान

बांद्रा थाने के एक अधिकारी के मुताबिक, आरोपी व्यक्ति की पहचान शुभम कुमार के रूप में हुई है, जो अपने परिवार के सदस्यों के साथ एक कार में था. उन्होंने बताया कि सोमवार को सी लिंक टोल प्लाजा के वीआईपी लेन (टोल मुक्त) पर आरोपी ने अपनी कार को मुख्यमंत्री के काफिले में शामिल गाड़ियों के पीछे लगा दिया था. ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक पुलिस के एक जवान ने उसे रुकने का इशारा किया था.

बांद्रा पुलिस ने किया गिरफ्तार

अधिकारी ने आगे बताया कि ट्रैफिक पुलिस सिपाही के इशारा करने के बावजूद एक्टर नहीं रुका, इसलिए उसे वर्ली के पास पकड़ लिया गया. जिसके बाद उसे बांद्रा पुलिस को सौंप दिया गया. बांद्रा पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.

पूछताछ में उगला सच

पुलिस को पूछताछ के दौरान पता चला कि आरोपी ने टोल से बचने के चक्कर में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के काफिले का सहारा लिया था. पुलिस ने यह भी बताया कि शुभम कुमार पर भारतीय दंड संहिता (IPC) और मोटर वाहन एक्ट के प्रोविजन के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.

G.NEWS 24 : गढ़ी खेरा गांव में मतदान का किया बहिष्कार !

मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी...

गढ़ी खेरा गांव में मतदान का किया बहिष्कार ! 

मुरैना। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में गढ़ी खेरा गांव में मतदान का बहिष्कार हुआ है। आपको बता दें कि इस गांव में 1000 से ज्यादा मतदाता हैं। गढ़ी खेरा गांव में 448 मतदाताओं की एक पोलिंग हैं। वहीं गांव से 3 किलोमीटर दूर निटेहरा गांव में दूसरी पोलिंग है।

मतदान बहिष्कार की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंच गया और ग्रामीणों से बातचीत की , ग्रामीणों का कहना था कि हमारी पोलिंग दूसरे गांव में है। लेकिन हम चाहते हैं कि हमारी पोलिंग हमारे गांव में ही होनी चाहिए। प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्रामीणों से बातचीत की है। ग्रामीणों का कहना है कि दूसरे गांव में पोलिंग होने से काफी परेशानी आती है।

G.NEWS 24 : हम हर महिला के खाते में 8,500 रुपये महीना डालेंगे : राहुल गाँधी

वो संविधान को बदलना चाहते हैं, खत्म करना चाहते हैं...

हम हर महिला के खाते में 8,500 रुपये महीना डालेंगे : राहुल गाँधी

खरगोन जिले के सेगांव में सोमवार दोपहर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने जनसभा को संबोधित किया। खरगोन बड़वानी संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी पोरलाल खरते के समर्थन में राहुल गांधी ने कांग्रेस को वोट देने की अपील की। वहीं, इस दौरान उन्होंने बीजेपी और पीएम मोदी पर भी जमकर निशाना साधा। खरगोन पहुंचे राहुल गांधी ने मंच से कहा कि इस चुनाव का मुख्य मुद्दा आरक्षण है और जब कल पीएम मोदी यहां आएंगे तो उनसे पूछना कि वो आरक्षण को क्यों खत्म करना चाहते हैं? इधर, आदिवासी समाज को बीजेपी के द्वारा वनवासी कहने पर भी उन्होंने कड़ी आपत्ति जताई। इसके साथ ही राहुल गांधी ने करोड़ों गरीब परिवार की महिलाओं के खाते में प्रतिवर्ष एक लाख रुपये डालने की बात कही। 

अपने भाषण की शुरुआत में राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए उन्हें बब्बर शेर कहकर संबोधित किया, जिसके बाद खंडवा और खरगोन क्षेत्र के दोनों प्रत्याशियों को उन्होंने जनता से रूबरू करवाया। वहीं, इसके बाद उन्होंने लोकसभा के इस चुनाव को जल, जंगल, जमीन और रोजगार सहित संविधान को बचाने वाला चुनाव बताया। वहीं, उन्होंने नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो संविधान को बदलना चाहते हैं, खत्म करना चाहते हैं और उन्होंने कहा कि अगर संविधान खत्म हुआ तो आपका जल, जंगल, जमीन सारा का सारा गायब हो जाएगा। हिंदुस्तान में 22-25 अरबपति अदाणी जैसे लोगों का राज बचेगा। वहीं, उन्होंने इन लोगों को पीएम मोदी का मित्र बताया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने बेरोजगारों का कर्ज कभी माफ नहीं किया। 

जबकि अदाणी जैसे लोगों का 16 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया। मगर वह किसानों का और गरीबों का कर्ज माफ नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि हम आप लोगों को आदिवासी कहते हैं। क्योंकि आदिवासी का मतलब आपको जल जंगल जमीन का अधिकार मिलना चाहिए। पेसा कानून, ट्राइबल बिल हम लेकर आए हैं और हमने आपको अधिकार दिए हैं। हम आपके लिए एक ऐसी क्रांतिकारी योजना लाए हैं, जो आज तक किसी सरकार ने किसी के लिए नहीं दी। किसी सरकार ने ऐसा सोचा भी नहीं है। हम सारे के सारे गरीब लोगों की लिस्ट बनाएंगे और इन सारे गरीब लोगों से परिवार की एक महिला का नाम चुना जाएगा। हमारे इंडिया गठबंधन की सरकार उस महिला के खाते में साल के एक लाख रुपये डालेगी। 

यानी हम हर महिला के खाते में 8,500 रुपये महीना डालेंगे। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने 22 अरबपति बनाए हैं और हम एक करोड़ लखपति बनाएंगे और यह पैसा आपका ही है, जो आप टैक्स देते हैं। यह पैसा उस दिन तक मिलेगा, जब तक वह परिवार गरीबी रेखा से निकलेगा नहीं। खरगोन पहुंचे राहुल गांधी ने कहा कि अब यह सवाल भी उठेगा कि पुरुषों को हमारी सरकार क्यों नहीं दे रही हैं तो हम बता दें कि पुरुष आठ घंटे मजदूरी करते हैं और महिला भी उनके साथ आठ घंटे मजदूरी करती है। उसके बाद में घर पर आकर भी आठ घंटे काम करती हैं तो महिलाएं डबल काम करती हैं। इसलिए हमारी सरकार महिलाओं के बारे में सोचती है और वैसे भी यह पैसा घर के काम में आएगा तो पुरुषों के काम में भी आएगा ही। उन्होंने कहा कि कल नरेंद्र मोदी आएंगे। 

उनके भाषण में बोलना खटाखट-खटाखट-खटाखट और बोलना कि जो आपने अरबपतियों के लिए किया, वही राहुल गांधी और कांग्रेस गरीब परिवारों के लिए करने जा रही है। वहीं, उन्होंने कहा कि बीजेपी ने यहां के छोटे व्यापारी और स्माल इंडस्ट्रीज को खत्म कर दिया है। गलत तरीके से जीएसटी और नोटबंदी लागू करके और उससे ही यहां की कॉटन इंडस्ट्री भी खत्म हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अदाणी जैसे लोगों की मदद करने के लिए ही जीएसटी और नोटबंदी को लागू किया। अब दो करोड़ युवा नरेंद्र मोदी से पूछते हैं कि उन्होंने हमसे झूठ क्यों बोला, और हमें नौकरी क्यों नहीं दी। क्योंकि उन्होंने रोजगार का वादा किया था। वहीं, उन्होंने कहा कि हम मनरेगा की तरह रोजगार का अधिकार देते हुए पहली नौकरी पक्की का अधिकार दे रहे हैं। 

और यह अधिकार आदिवासी दलित और पिछड़े वर्ग के युवाओं को जो भी ग्रेजुएट हैं, जिनके पास डिग्री है या डिप्लोमा होल्डर हैं। उन्हें एक साल की नौकरी हम देने जा रहे हैं और इसकी उन्हें ट्रेनिंग मिलेगी और जो भी सफल होंगे, उन्हें यह पक्की नौकरी मिलेगी। राहुल गांधी ने कहा कि जब मनरेगा के मजदूर मजदूरी करते हैं तो मीडिया कहता है कि उनकी आदत बिगड़ रही है। जबकि अरबपतियों का कर्ज माफ होता है तो उसे यह लोग विकास कहते हैं। आज मनरेगा की मजदूरों को 250 रुपये रोजाना मिलता है, जिसे हम चुनाव के बाद 400 रुपये करेंगे। आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं की आमदनी हम दोगनी करने जा रहे हैं। इसके साथ ही सरकारी सेक्टर में बीजेपी और नरेंद्र मोदी की सरकार ने जो ठेकेदारी प्रथा चालू की है, इसे हम बंद कर करेंगे। 

क्योंकि इसमें आपको कभी भी नौकरी से निकाला जा सकता है और अब आपको नौकरी मिलेगी तो परमानेंट और अच्छी नौकरी मिलेगी। ठेकेदारी आप नहीं करोगे, आपको ठेकेदारी प्रथा में नहीं रखा जाएगा। वहीं, किसानों के लिए उन्होंने कहा कि जब आप मेहनत से अनाज उगाते हो और अनाज बेचना होता है और जब आपको आपकी मेहनत के पैसे मिलने वाले होते हैं। तब जान बूझकर दाम कम कर दिया जाता है, जिससे हिंदुस्तान के किसान को सही दाम नहीं मिलता। इसलिए चुनाव के बाद हम दो काम करेंगे। सबसे पहले हिंदुस्तान के किसानों का कर्ज माफ करेंगे और दूसरा किसानों के लिए कानूनी मिनिमम सपोर्ट प्राइस का कानून लाएंगे। इससे कम कीमत पर उपज नहीं बेची जा सकेगी।

G News 24 : आए तो थे शव को दफनाने लेकिन खुद ही मिट्टी में दफन हो गए लोग

 हादसे में मिट्टी धंसकने से शव को दफना रहे लोग अंदर ही दफन हो गए ... 

आए तो थे  शव को दफनाने लेकिन खुद ही मिट्टी में दफन हो गए लोग 

हिंदू धर्म में शवों को जलाकर उन्हें अपनी दाह संस्कार की परंपरा निभाते हैं तो मुस्लिमों में शव को दफनाकर ये परंपरा निभाई जाती है। ईसाइयों में भी शव को दफनाने का रिवाज है। मौत के बाद भी लोगों को उनके संस्कारों के अनुसार विदा किया जाता है। चीन में भी कुछ ऐसे ही दाह संस्कार किया जाता है। उनके इस परंपरा से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जो वाकई में लोगों का दिल दहला रहा है। 

वायरल हो रहे इस वीडियो में एक शव के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही है। शव को दफनाने के लिए JCB से मिट्टी खोदी जा चुकी है। शव को एक बड़े से ताबूत के अंदर रखकर उसे कब्र खोदकर उसमें बनी दीवार में दफन किया जा रहा है। ताबूत को दफनाने के लिए 4-5 लोग काम भी कर रहे हैं। दो लोग ऊपर से उस दीवार को प्लास्टिक से ढंकने की कोशिश कर रहे हैं। तभी अचानक से कब्र की ऊपरी हिस्से की मिट्टी धंस जाती है। जो दीवार बनाई गई थी वह भी मिट्टी के अंदर दफन हो जाती है। इस दर्दनाक हादसे में कुछ लोग मिट्टी के अंदर ही दब जाते हैं। घटना चीन की बताई जा रही है, जो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है।

G.NEWS 24 : एनक्रिप्शन हटाने पर मजबूर किया तो छोड़ देंगे भारत : WhatsApp

भारत में व्हाट्सऐप के 40 करोड़ से भी ज्यादा यूजर्स हैं...

एनक्रिप्शन हटाने पर मजबूर किया तो छोड़ देंगे भारत : WhatsApp

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म व्हाट्सऐप ने दिल्ली हाईकोर्ट में एनक्रिप्शन हटाने से मना कर दिया है और साफ तौर से कह दिया है कि अगर उसे एनक्रिप्शन हटाने को कहा गया तो वह भारत छोड़ देगा। व्हाट्सऐप ने दिल्ली हाईकोर्ट को बताया है कि अगर उसे मैसेज एन्क्रिप्शन तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो व्हाट्सऐप भारत में प्रभावी रूप से बंद हो जाएगा। मेटा के स्वामित्व वाली कंपनी व्हाट्सऐप ने कहा कि एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन यह सुनिश्चित करके यूजर्स की प्राइवेसी की रक्षा करता है। इसके जरिए यह सुनिश्चित किया जाता है कि केवल सेंडर (भेजने वाला) और प्राप्तकर्ता ही अंदर के कंटेट को जान सकते हैं। दरअसल, मेटा की कंपनी व्हाट्सऐप ने IT रूल्स 2021 को चुनौती दी है। खास बात यह है कि भारत में इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप के 400 मिलियन यानी 40 करोड़ से भी ज्यादा यूजर्स हैं। जो इसे इस प्लेटफॉर्म के लिए सबसे बड़ा बाजार बनाता है। 

रिपोर्ट के मुताबिक, व्हाट्सऐप की ओर से कोर्ट में पेश हुए वकील तेजस करिया ने डिवीजन बेंच को बताया, ‘एक प्लेटफॉर्म के तौर पर हम कह रहे हैं कि अगर हमें एन्क्रिप्शन तोड़ने के लिए कहा जाता है, तो व्हाट्सऐप चला जाएगा। करिया ने कहा कि लोग व्हाट्सऐप के प्राइवेसी फीचर की वजह से ही इसका यूज करते हैं, जो कंपनी ने उपलब्ध कराया है। एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन एक कम्युनिकेशन सिस्टम है, जिसमें मैसेज भेजने वाले और मैसेज रिसीव करने वाले के अलावा कोई अन्य शामिल नहीं होता है। यहां तक कि कंपनी भी एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन में यूजर्स के मैसेज नहीं देख सकती है। कंपनी ने कोर्ट में कहा कि नए नियमों से यूजर की प्राइवेसी खतरे में आ सकती है। सरकार ने इसके लिए प्लेटफॉर्म के साथ कंसल्ट भी नहीं किया। 

रिपोर्ट के अनुसार, व्हाट्सऐप के वकील करिया ने कहा, ''दुनिया में कहीं और ऐसा कोई नियम नहीं है। ब्राज़ील में भी नहीं। हमें पूरी चेन रखनी होगी और हमें नहीं पता कि कौन से मैसेज को डिक्रिप्ट करने के लिए कहा जाएगा।'' इसका मतलब है कि लाखों-करोड़ों संदेशों को कई वर्षों तक संग्रहीत करना होगा। व्हाट्सऐप ने तर्क दिया है कि यह नियम एन्क्रिप्शन के साथ-साथ यूजर्स की गोपनीयता भी कमजोर करते हैं। यह भारत के संविधान के अनुच्छेद 14, 19 और 21 के तहत गारंटीकृत उपयोगकर्ताओं के मौलिक अधिकारों का भी उल्लंघन करता है। हालांकि, केंद्र सरकार की ओर से पेश कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए संदेश भेजने वालों का पता लगाने की आवश्यकता पर जोर दिया। कीर्तिमान सिंह ने तर्क दिया कि आज के माहौल में ऐसी व्यवस्था जरूरी है। 

इसके बाद दिल्ली हाईकोर्ट ने व्हाट्सएप और मेटा की याचिकाओं को 14 अगस्त को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया। पीठ ने कहा कि गोपनीयता के अधिकार पूर्ण नहीं हैं और कहीं न कहीं संतुलन बनाना होगा। मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने पिछले साल मेटा के वार्षिक कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा था, ''भारत एक ऐसा देश है, जो सबसे आगे है… आप इस मामले में दुनिया का नेतृत्व कर रहे हैं कि कैसे लोगों और व्यवसायों ने मैसेजिंग को अपनाया है।'' बता दें कि व्हाट्सऐप और फेसबुक की मूल कंपनी मेटा ने सूचना प्रौद्योगिकी नियम 2021 को चुनौती दी है, जिसमें उन्हें उन्हें चैट का पता लगाने और संदेश भेजने वालों की पहचान करने को कहा गया है। व्हाट्सऐप ने अपनी दलील में कहा है कि यह कानून एन्क्रिप्शन को कमजोर करता है और भारतीय संविधान के तहत यूजर्स की प्राइवेसी यानी निजता की सुरक्षा का उल्लंघन करता है।

G.NEWS 24 : लोकायुक्त ने डेढ़ लाख की रिश्वत लेते हुए पटवारी को रंगे हाथ पकड़ा

जमीन का सीमांकन करने के लिए मांग रहा था रिश्वत...

लोकायुक्त ने डेढ़ लाख की रिश्वत लेते हुए पटवारी को रंगे हाथ पकड़ा

आवेदक घनश्याम चौधरी ग्राम पटाडा जिला देवास के द्वारा दिनांक 24 अप्रैल 2024 को अनिल विश्वकर्मा पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन को शिकायत की थी कि हल्का 88 का पटवारी मनोहर बिलावले के द्वारा आवेदक की 14 बीघा जमीन का सीमांकन करने के लिए प्रति सीमांकन के 70 हजार के हिसाब से 210000/- रुपए की रिश्वत की मांग कर रहा है। 

उक्त शिकायत की तसदीक डीएसपी सुनील तालान के द्वारा करवाई गई आरोपी पटवारी उक्त सीमांकन के लिए 190000 रुपए लेने पर सहमत हुआ जिसमें से पहली किस्त में डेढ़ लाख रुपए आज दिनांक को लेना तय हुआ। 

शिकायत सत्य पाए जाने पर आज लोकायुक्त उज्जैन की आठ सदस्य दल के साथ ट्रैप प्लान तैयार किया गया आवेदक के द्वारा आरोपी पटवारी से बात की तो उसने मांगलिया तिराहे इंदौर पर पैसे लेकर बुलाया जहां आवेदक घनश्याम चौधरी ने नगद ₹50000 तथा ₹100000 का चेक जैसे ही पटवारी को दिया पटवारी मनोहर बिलावली को रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त टीम में पकड़ लिया। 

उक्त कार्रवाई में डीएसपी सुनील तालान, निरीक्षक दीपक सेजवार,आरक्षक संजय पटेल, आरक्षक संदीप कदम,आरक्षक नीरज राठौर, रमेश डाबर एवं शिक्षा विभाग के दो पंच साक्षी थे।

G.NEWS 24 : कोहली ने बनाया एक ऐसा रिकॉर्ड जो IPL में अभी तक कोई भी खिलाड़ी नहीं बना सका !

इतिहास में इससे पहले कोई भी खिलाड़ी नहीं बना सका...

         कोहली ने बनाया एक ऐसा रिकॉर्ड जो IPL में अभी तक कोई भी खिलाड़ी नहीं बना सका !

हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और सनराइजर्स हैदराबाद की टीमें आमने-सामने हैं। इस मैच में आरसीबी की टीम टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी कर रही है। वहीं, मुकाबले की शुरुआत होते ही विराट कोहली ने एक अनोखा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। उन्होंने एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया है जो आईपीएल के इतिहास में इससे पहले कोई भी खिलाड़ी नहीं बना सका था। 

सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेला जा रहा मैच रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के आईपीएल इतिहास का 250वां मैच है। वहीं, विराट कोहली आरसीबी के पहले सीजन से टीम के साथ हैं। वह आईपीएल इतिहास के पहले खिलाड़ी बन गए हैं जो किसी टीम के पहले और 250वें दोनों मैचों की प्लेइंग 11 का हिस्सा बने हैं। इससे पहले सिर्फ मुंबई इंडियंस ने ही आईपीएल में 250 या उससे ज्यादा मैच खेले हैं। लेकिन मुंबई के 250वें मैच में कोई भी ऐसा खिलाड़ी नहीं था जो टीम के पहले मैच में खेला हो। 

G.NEWS 24 : अंपायर से भिड़ने पर विराट कोहली पर लगा जुर्माना !

आईपीएल आचार संहिता का किया उल्लंघन...

अंपायर से भिड़ने पर विराट कोहली पर लगा जुर्माना !

नई दिल्ली। ईडन गार्डन्स में केकेआर और आरसीबी के मैच में विराट कोहली अंपायर से भिड़ लिए थे। उनकी इस व्यवहार के चलते उन पर मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। आरसीबी यह मैच केकेआर से एक रन से हार गई थी। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु ने जानकारी दी कि केकेआर के खिलाफ ईडन गार्डन्स में खेले गए मैच में विराट कोहली ने आईपीएल आचार संहिता का उल्लंघन किया है। उन पर मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगा है। विराट कोहली ने अपनी गलती को मान लिया है। 

विराट कोहली आईपीएल कोड ऑफ कंडक्ट के आर्टिकल 2.8 के लेवल 1 के दोषी हैं। तीसरे ओवर में हर्षित राणा की पहली गेंद हाई फुलटॉस थी, जिसको विराट कोहली ने मारने का प्रयास किया। उनकी इस कोशिश में बॉल हर्षित के हाथों में आ गई। केकेआर ने विराट के आउट होने को लेकर अंपायर के सामने अपील की। विराट को लगा कि बॉल कमर से ऊपर थी, इसलिए नॉ बोल होगी। विराट ने तुरंत डीआरएस की मदद ली। 

थर्ड अंपायर ने हॉक आई के जरिए देखा तो कोहली क्रीज से आगे निकलते दिखाई दिए। थर्ड अंपायर ने विराट को आउट करार दे दिया। कोहली इस फैसले से काफी नाराज दिखाई दिए। वह अपना गुस्सा अंपायर को दिखाते नजर आए। विराट कोहली जब पवेलियन से जा रहे थे, तब उन्होंने बल्ले को पटककर अपना गुस्सा सबको दिखाया। उसके बाद मैदान से बाहर निकलकर उन्होंने डगआउट पास रखे डस्टबिन को गलब्स से गिरा दिया। उनकी इस हरकत के बाद उन पर जुर्माना लगा दिया।

G.NEWS 24 : 5 स्टार होटल में पार्टी के दौरान हुआ हंगामा, लड़के को छत से फेंका !

प्री वेडिंग पार्टी में शराब के नशे में...

5 स्टार होटल में पार्टी के दौरान हुआ हंगामा, लड़के को छत से फेंका !

बरेली। यूपी के बरेली में एक 5 स्टार होटल में जमकर हंगामा हुआ है। यहां हुई मारपीट और हंगामे का सीसीटीवी भी सामने आया है। दरअसल 5 स्टार होटल में प्री वेडिंग पार्टी में शराब के नशे में ये बवाल शुरू हुआ, जिसमें व्यापारी पिता-पुत्र ने दूसरे व्यापारी के बेटे के साथ जमकर मारपीट की और उसे छत से नीचे फेंक दिया। 

पीड़ित लड़के को गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया। इस पूरी मारपीट और लड़के को छत से फेंकने का वीडियो वायरल हो गया है। इस मामले में पिता-पुत्र के खिलाफ जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज हुआ है। मामला थाना इज्जतनगर क्षेत्र के एक 5 स्टार होटल का है। 

G.NEWS 24 : अब 4 साल की ग्रेजुएशन के बाद डायरेक्ट कर सकेंगे PhD

मिनिमम 75 प्रतिशत अंक या उसके समकक्ष ग्रेड होने पर...

अब 4 साल की ग्रेजुएशन के बाद डायरेक्ट कर सकेंगे PhD

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष जगदीश कुमार के अनुसार, चार साल की ग्रेजुएशन डिग्री वाले छात्र अब डायरेक्ट नेट के लिए उपस्थित हो सकते हैं और पीएचडी कर सकते हैं. हालांकि, जूनियर रिसर्च फेलोशिप के साथ या उसके बिना पीएचडी करने के लिए, उम्मीदवारों को अपने चार साल के ग्रेजुएशन कोर्स में मिनिमम 75 प्रतिशत अंक या उसके समकक्ष ग्रेड की आवश्यकता होगी. अब तक, नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (NET) के लिए उम्मीदवार को मिनिमम 55 प्रतिशत अंकों के साथ मास्टर डिग्री की आवश्यकता होती थी. 

लेकिन अब छात्र 75% के साथ 4 साल की ग्रेजुएशन डिग्री लिए डायरेक्ट PhD कर सकता है. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के अध्यक्ष जगदीश कुमार ने पीटीआई को बताया "चार साल की ग्रेजुएशन डिग्री वाले उम्मीदवार अब डायरेक्ट पीएचडी (PhD) कर सकते हैं और नेट के लिए उपस्थित हो सकते हैं. ऐसे उम्मीदवारों को उस विषय में उपस्थित होने की अनुमति है, जिसमें वे पीएचडी करना चाहते हैं, चाहे उन्होंने जिस भी विषय में चार साल की ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की हो. 

यूजीसी के अध्यक्ष ने कहा, "चार साल या आठ सेमेस्टर के ग्रेजुएशन डिग्री कार्यक्रम में उत्तीर्ण होने वाले उम्मीदवारों के पास कुल मिलाकर मिनिमम 75 प्रतिशत अंक या जहां भी ग्रेडिंग सिस्टम का पालन किया जाता है, वहां एक पॉइंट स्केल पर इसके समकक्ष ग्रेड होने चाहिए." उन्होंने कहा, समय-समय पर यूजीसी के निर्णय के अनुसार एससी (SC), एसटी (ST), ओबीसी (नॉन-क्रीमी लेयर), दिव्यांग, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) और अन्य श्रेणियों के उम्मीदवारों के लिए पांच प्रतिशत अंक या इसके समकक्ष ग्रेड की छूट दी जा सकती है.

G.NEWS 24 : बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में पांच आरोपी उज्जैन से गिरफ़्तार

भोपाल से पीछा करते हुए उज्जैन पहुंची थी पुलिस...

बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में पांच आरोपी उज्जैन से गिरफ़्तार

बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने उज्जैन से एक महिला सहित पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया। पांचों आरोपी नीलगंगा थाना क्षेत्र स्थित एक होटल में ठहरे हुए थे। सभी बिहार के नालंदा जिले के रहने वाले हैं और मामले में फरार चल रहे थे। बिहार पुलिस आरोपियो का भोपाल से पीछा करते हुए उज्जैन पहुंची थी। उन्होंने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। जहां से उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर लेकर पुलिस बिहार रवाना हो गई। 

बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा शिक्षक भर्ती परीक्षा के तीसरे चरण की परीक्षा 15 मार्च को आयोजित की गई थी। आर्थिक अपराध इकाई पटना ने परीक्षा के पेपर लीक मामले का पर्दाफाश किया था। इसके बाद भर्ती परीक्षा रद कर दी गई थी। इस मामले में कई आरोपितों की तलाश की जा रही है। कुछ आरोपित फरार चल रहे हैं। इस मामले।में पांच आरोपियो के भोपाल में होने की खबर मिलने के बाद बिहार पुलिस भोपाल पहुंची थी। मगर, आरोपी उज्जैन पहुंच गए थे। 

गिरफ्तार आरोपियो की पहचान 28 वर्षीय प्रदीप कुमार पुत्र सूर्यमनी प्रसाद निवासी ग्राम शाहपुर बलवा, थाना नगर नौसा, 28 वर्षीय बल्ली उर्फ संदीप कुमार पुत्र रणवीर पासवान निवासी गोसाई मठ थाना नगर नौसा, 26 वर्षीय शिव कुमार उर्फ डा. शिव उर्फ बिट्टू पुत्र संजीव कुमार उर्फ लूटन मुखिया निवासी शाहपुर बलवा थाना नगर नौसा, 28 वर्षीय तेज प्रकाश पुत्र कृष्णदेव प्रसाद निवासी पुलिस थाना कराय परशुराय जिला नालंदा के रूप में किया गया है। गिरफ्तार आरोपियो में एक महिला भी शामिल है।

G.NEWS 24 : तेज रफ्तार ट्राले ने बरातियों से भरी वैन को मारी टक्कर, नौ की मौत

NH-52 पर भीषण सड़क दुर्घटना ...

तेज रफ्तार ट्राले ने बरातियों से भरी वैन को मारी टक्कर, नौ की मौत

राजस्थान के झालावाड़ जिले में एक दर्दनाक हादसे में नौ लोगों की मौत हो गई। बारातियों से भरी वैन को एक तेज रफ्तार ट्राले ने टक्कर मार दी, जिसमें एक साथ नौ लोगों की जान चली गई। वहीं, एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है। हादसा इतना भयानक था कि टक्कर के बाद वैन के परखच्चे उड़ गए और मौके पर चीख-पुकार मच गई। सूचना पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी लेकर घायल हो अस्पताल में भर्ती कराया।  

जानकारी के अनुसार हादसा आज सुबह जिले के अकलेरा थाना क्षेत्र में हुआ। हादसे का शिकार हुए लोग मध्यप्रदेश के डूंगरी से एक शादी समारोह में शामिल होकर अपने घर डुगरगांव लौट रहे थे। इस दौरान एनएच 52 पर पचोला पास ट्राले ने मारुति वैन को टक्कर मार दी। अकलेरा थाना प्रभारी संदीप बिश्नोई ने बताया कि हादसा थाने से करीब 5 किलोमीटर दूर भोपाल मार्ग पर हुआ। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और वैन में फंसे घायलों को नजदीक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने 9 लोगों को मृत घोषित कर दिया। वहीं, एक घायल का इलाज किया जा रहा है।

पुलिस के अनुसार हादसे में अकलेरा के रहने वाले अशोक कुमार (24) पुत्र घनश्याम बागरी, रोहित (16) पुत्र नंदकिशोर बागरी, हेमराज (33) पुत्र बंशीलाल बागरी, सोनू (22) पुत्र मोहनलाल बागरी, दीपक (24) पुत्र जयलाल बागरी, रविशंकर (25) पुत्र प्रेमचंद बागरी, रोहित (22) जगदीश बागरी और हरनावदा शाहजी (बारां) निवासी रामकृष्ण (20) पुत्र प्रेमचंद, सारौला ( खानपुर, झालवाड़) निवासी राहुल पुत्र प्रेमचंद की हादसे में मौत हो गई।

G.NEWS 24 : टेक्नोलॉजी की पराकाष्ठा है ये मच्छर रुपी सूक्ष्म ड्रोन !

यह पाँचवीं पीढ़ी का युद्ध है...

टेक्नोलॉजी की पराकाष्ठा है ये मच्छर रुपी सूक्ष्म ड्रोन !

आज की तकनीक का स्तर देखें, नहीं ! यह मच्छर नहीं है। यह एक कीट जासूसी ड्रोन है जिसे दूर से नियंत्रित किया जा सकता है और यह एक कैमरा और एक माइक्रोफोन से लैस है। यह आप पर उतर सकता है, और इसमें डीएनए नमूना लेने या आपकी त्वचा पर RFID ट्रैकिंग नैनोटेक्नोलॉजी छोड़ने की क्षमता हो सकती है। यह एक खुली खिड़की से उड़ सकता है, या यह आपके कपड़ों से तब तक चिपका रह सकता है जब तक आप इसे अपने घर में नहीं ले जाते।

वैज्ञानिक/सैन्य क्षेत्र में कथित तौर पर किए जा रहे शोध के वर्तमान क्षेत्रों में से एक माइक्रो एयर व्हीकल (MAV) का विकास है, छोटी उड़ने वाली वस्तुएँ जो उन जगहों पर जाने के लिए अभिप्रेत हैं जहाँ मनुष्य या अन्य प्रकार के उपकरण (सुरक्षित रूप से) नहीं पहुँच सकते। तस्वीर को ज़ूम करके आप वास्तविक उपकरण देख सकते हैं तब आपको पता चलेगा पांचवी पीढ़ी की ये तकनीक वाकई अद्भुत है। 

G.NEWS 24 : ED ने जब्त की राज कुंद्रा की 97.79 करोड़ की संपत्ति

पीएमएलए 2002 के प्रावधानों के तहत...

ED ने जब्त की राज कुंद्रा की 97.79 करोड़ की संपत्ति

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार बड़ी कार्रवाई करते हुए बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा की 97.79 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली। बिटकॉइन पोंजी स्कीम केस में यह कार्रवाई कीप्रवर्तन निदेशालय ने आधिकारिक रूप से इसकी जानकारी दी। 

सूत्रों के अनुसार, जब्त की गई प्रॉपर्टी में शिल्पा शेट्टी का जुहू वाला फ्लैट भी शामिल है। यह पूरा मामला सिंगापुर स्थित फर्म वेरिएबल टेक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किए गए कथित ₹6,600 करोड़ के बिटकॉइन पोंजी घोटाले से संबंधित मनी-लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है, जिसकी जांच ईडी द्वारा की जा रही है।

पीएमएलए 2002 के प्रावधानों के तहत रिपु सूदन कुंद्रा उर्फ ​​राज कुंद्रा से जुड़ी 97.79 करोड़ की अचल और चल संपत्तियों को कुर्क किया गया है। जुहू स्थित आवासीय फ्लैट शिल्पा शेट्टी के नाम पर है। वहीं, पुणे स्थित आवासीय बंगला और इक्विटी शेयर राज कुंद्रा के नाम पर है।

G.NEWS 24 : नाराज होकर बीच रास्ते में ही रोड शो छोड़कर निकले CM !

रास्ते में खराब हुआ प्रचार रथ...

नाराज होकर बीच रास्ते में ही रोड शो छोड़कर निकले CM !

मध्य प्रदेश के भिंड में बीजेपी प्रत्याशी संध्या राय का नामांकन दाखिल करवाने पहुंचे मुख्यमंत्री मोहन यादव का रोड शो फ्लॉप हो गया. यहां रोड शो के दौरान बीच रास्ते में ही चुनावी रथ खराब हो गया. रथ को आगे बढ़ाने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने धक्का भी दिया, लेकिन आगे नहीं बढ़ सका.  इस बात से नाराज होकर सीएम बीच रास्ते में ही रोड शो छोड़कर रथ से नीचे उतर आए और कार में सवार होकर हेलीपैड के लिए रवाना हो गए. 

यह देखकर सभी के हाथ पैर फूल गए. रथ के साथ चल रहे सुरक्षाकर्मियों ने सीएम के रथ को धक्का देकर आगे बढ़ाने की कोशिश भी की, लेकिन रथ आगे नहीं बढ़ सका. रुक-रुक कर दो बार सीएम का रथ बंद हो गया, इस वजह से सीएम भी नाराज हो गए और वे रथ से नीचे उतरकर कार में सवार हो गए. सीएम रोड शो को बीच रास्ते में ही छोड़कर हेलीपैड के लिए रवाना हो गए. हालांकि तय कार्यक्रम के तहत सीएम मोहन यादव को लहार चौराहे से रोड शो करते हुए शहर के बीचो-बीच परेड चौराहे तक पहुंचना था और यहां रथ में से ही खड़े होकर पब्लिक को संबोधित करने था, लेकिन रथ के खराब होने की वजह से ऐसा नहीं हो सका. 

इस बारे में जब बीजेपी की लोकसभा प्रत्याशी संध्या राय से बातचीत की गई, तो उन्होंने पहले तो इस पूरी घटनाक्रम से खुद को अनभिज्ञ बताया, लेकिन जब उन्हें बताया गया कि इसके वीडियो भी हमारे पास उपलब्ध है, तो उन्होंने इस बात को कबूल किया कि मशीनरी है इसलिए खराबी आ जाती है, टेक्निकल प्रॉब्लम हो जाती है. हम आपको बता दें कि सीएम का रोड शो फ्लॉप होने से पहले भी भिंड में ही बीजेपी का संयुक्त मोर्चा का कार्यक्रम भी फ्लॉप हो चुका है. पिछले दिनों भिंड में बीजेपी का संयुक्त मोर्चा का कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें कार्यकर्ता ही नहीं पहुंचे. इस वजह से इस कार्यक्रम में खुद संध्या राय ने भी दूरी बना ली थी.

G.NEWS 24 : चुनाव के दो दिन पहले नक्सलियों पर हुई सर्जिकल स्ट्राइक !

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके में...

चुनाव के दो दिन पहले नक्सलियों पर हुई सर्जिकल स्ट्राइक !

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके में लोकसभा चुनाव के दो दिन पहले हुए सबसे बड़े सर्जिकल स्ट्राइक की. जिस तरह आतंकियों के घर में घुसकर सेना और सुरक्षाबल के जवान आतंकियों का सफाया कर चुके हैं. वैसे ही नक्सलियों के गढ़ में घुसकर एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया गया. कांकेर में हुए इस एनकाउंटर की खास बात ये थी कि इसे कश्मीर के ऑपरेशन ऑलआउट के तर्ज पर अंजाम दिया गया. जिसमें सेना और सुरक्षाबलों के लिए सबसे बड़े मददगार साबित हुए लोकल लड़ाके. कश्मीर की थ्योरी से छत्तीसगढ़ के आतंकी यानी नक्सली मारे गए. मंगलवार को लाल आतंक के गढ़ छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली. अलग राज्य बनने के करीब 24 साल बाद छत्तीसगढ़ में ये पहला मौका है, जब यहां एक साथ 29 नक्सलियों को मार गिराया गया है.

 सबसे खास बात ये है कि इस ऑपरेशन में सभी कट्टर नक्सली मारे गए हैं. जिसमें टॉप नक्सली कमांडर और 25 लाख का इनामी शंकर राव भी शामिल है. यही नहीं नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया है. यानी लोकसभा चुनाव की शुरूआत से ठीक पहले एक झटके में नक्सलियों के बड़े कुनबे का सफाया कर दिया गया. कांकेर में नक्सलियों के खिलाफ़ इस ऑपरेशन को कुछ उसी अंदाज़ में अंजाम दिया गया, जैसे जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खात्मा किया जा रहा है. दरअसल केंद्र सरकार के निर्देश पर सुरक्षा एजेंसियां लम्बे वक्त से नक्सलियों के खिलाफ़ ऑल आउट ऑपरेशन की रणनीति बना रही थी. कांकेर के ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए पिछले हफ्ते ही 10 राज्यों के DGP के साथ गृह सचिव और IB चीफ की बैठक हुई, जिसमें इस मिशन पर आखिरी मुहर लगी. 

बैठक के दौरान छत्तीसगढ़ में कश्मीर की तरह टारगेट बेस्ड ऑपरेशन लॉन्च करने की बात हुई और फिर खुफिया इनपुट के आधार पर पूरी प्लानिंग की गई. जिसे BSF के साथ DRG ने मिलकर अंजाम दिया. जंगलों में आमने-सामने हुई मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की मांद में घुसकर उनको मार गिराया. नक्सल मोर्चे पर पहली बार ऐसा हुआ, जब आमने-सामने की लड़ाई में नक्सलियों पर फोर्स पूरी तरह से हावी रही और बिना किसी कैजुअल्टी के ऑपरेशन कम्प्लीट हुआ. नक्सलियों के खिलाफ़ इस ऑपरेशन को सक्सेसफुल बनाने में सुरक्षा एजेंसियों की कश्मीर वाली थ्योरी अपनाई. 

जिसके तहत जंगलों में रहने वाले स्थानीय लोग और नक्सल की राह छोड़ चुके पुराने लड़ाकों की मदद ली गई.. जो बेहद कारगर साबित हुई. करीब पांच दिन की प्लानिंग के दौरान सैटेलाइट तस्वीरों के अलावा ड्रोन का इस्तेमाल कर नक्सलियों के मूवमेंट को लगातार ट्रैक किया गया. साथ ही पूरे इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया और फिर साढ़े पांच घंटे तक चली आमने-सामने की भिड़ंत में 29 नक्सलियों को ढेर कर दिया गया. आपको बता दें कि कांकेर में नक्सलियों को ढेर करने में BSF और स्पेशल फोर्स के अलावा DRG यानी डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड की बेहद खास भूमिका रही. कहा जाता है कि नक्सलियों के बीच DRG का इतना खौफ है कि इनके डर से नक्सली अपनी मांद से बाहर तक नहीं निकलते. 

आखिर ये DRG होते क्या हैं.. अब ये समझिए. दरअसल छत्तीसगढ़ में नक्सलियों पर लगाम कसने के लिए DRG का गठन हुआ था. DRG में ज़्यादातर छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके के आदिवासी हैं. DRG की टीम में स्थानीय लड़के और आत्मसमर्पित नक्सली होते हैं. इन्हें मुख्य धारा में जोड़ने और रोजगार के लिए DRG में रखा जाता है. लोकल होने के कारण इन्हें जंगलों के बारे में काफी जानकारी होती है. पूर्व नक्सली होने की वजह से इंटेलिजेंस नेटवर्क काफी मजबूत होता है. DRG के जवान बिना बुलेटप्रूफ जैकेट और हेलमेट के भी रह सकते हैं. ये 3 से 4 दिन लगातार जंगलों में नक्सलियों की तलाश कर सकते हैं. इनके पास केवल खाने पीने के सामान और हाथ में हथियार ही होते हैं. दरअसल नक्सल प्रभावित इलाके पहाड़ और घने जंगलों से घिरे हुए होते हैं. यहां की भगौलिक स्थिति को अर्धसैनिक बल और सीआरपीएफ के जवान अच्छी तरह समझ नहीं पाते. 

ऐसे में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन में DRG के जवान बेहद खास रोल निभाते हैं. यही वजह है कि नक्सल प्रभावित इलाकों में 16 साल पहले वजूद में आए DRG की संख्या और हिस्सेदारी लगातार बढ़ती जा रही है. DRG का गठन सबसे पहले 2008 में छत्तीसगढ़ के कांकेर और नारायणपुर में हुआ. बीजापुर और बस्तर में DRG का गठन साल 2013 के दौरान किया गया. वहीं सुकमा और कोंडागांव में ये 2014 के दौरान अस्तित्व में आया. इसके बाद 2015 में दंतेवाड़ा, राजनांदगांव और कवर्धा जिले में DRG की शुरुआत की गई. कई बार सुरक्षा एजेंसियों को नक्सलियों और आतंकवादियों के गठजोड़ की खबरें मिलती रही हैं. यही वजह है कि केंद्र सरकार और सुरक्षा एजेंसियां कश्मीर के आतंकियों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के नक्सलियों को भी चुन-चुन कर खत्म कर रही है.