सायबर फ्रॉड करने वाला अंतर्राज्यीय गैंग गिरफ्तार

 बेरोजगारों को जॉब दिलावाने के नाम पर…

सायबर फ्रॉड करने वाला अंतर्राज्यीय गैंग गिरफ्तार

भोपाल। पुलिस आयुक्त भोपाल मकरन्द देउस्कर, अति. पुलिस आयुक्त भोपाल इरशाद वली एवं पुलिस उपायुक्त सॉई कृष्णा थोटा के द्वारा दिये गये निर्देश के पालन में अतिण् पुलिस उपायुक्त जोन.1 भोपाल अंकित जायसवाल एवं सहायक पुलिस आयुक्त सायबर के मार्गदर्शन में सायबर क्राइम ब्रांच जिला भोपाल की टीम द्वारा नौकरी के नाम पर बैंक खाता खुलवाकर धोखाधड़ी करने वाले बिहारी गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया हैं। दिनांक 13 दिसम्बर 2021 को आवेदिका निवासी भोपाल के द्वारा सायबर क्राईम ब्रांच जिला भोपाल में लिखित शिकायत आवेदन दिया गया कि आयुष लिटोरिया नामक व्यक्ति के द्वारा नौकरी दिलाने का लालच देकर बोला कि सैलरी के लिये बैंक में खाता खुलवाना पड़ेगा और वेरिफिकेशन के लिये बैंक पासबुक और एटीएम वेरिफिकेशन के लिये मेरे पास जमा करना पड़ेगा। फरियादिया ने केनरा बैंक में खाता खुलवाकर पासबुक और एटीएम आयुष लिटोरिया नामक व्यक्ति को दे दिये। 

पासबुक और एटीएम आयुष देने के कुछ दिनों के बाद फारियादिया को जानकारी प्राप्त हुई कि उसके बैंक खाते में अत्याधिक मात्रा में ट्रान्जेक्शन हो रहे हैं जिसके कारण कैनरा बैंक के अधिकारी फरियादी का वेरिफिकेशन करने उसके घर तक पहुंचे मानसिक रुप से परेशान होकर फरियादिया द्वारा सायबर जिसकी शिकायत फरियादिया के द्वारा सायबर क्राईम ब्रांच जिला भोपाल में की गई। शिकायत आवेदन में आये तथ्यों एंव बैंक से प्राप्त जानकारी के आधार पर बैंक खाता एंव लिंक मोबाईल नंबर के उपयोग कर्ताओं के विरुध्द अपराध क्रमांक 329ध्21 धारा 420 भादवि का पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया। आरोपी आयुष लिटोरिया बेरोजगार लोगों से संपर्क कर कंपनी नौकरी दिलाने के नाम पर बैंक में खाता खुलवाता हैं। बैंक खाते में लिंक करने के लिये अपनी कंपनी नाम से दुसरे मोबाईल नंबर प्रदाय करता हैं। फिर उसी मोबाईल नंबर पर दमज इंदापदह चालू करके सिम अपने पास रख लेते हैं उसके बाद सैलरी का वैरिफिकेशन करने के नाम पर खाता पासबुक और एटीएम भी लेते हैं। सिम तथा फरियादियों व अन्य किसी को पता न चले इसीलिए खाता पासबुकए एटीएम व सिम एक आरोपी से दूसरे आरोपी करके चैन बनाते हुए बिहारी गैग को बेच देते है। 

बिहार निवासी मोहम्मद अजरूद्दीन उर्फ डक् जो भोपाल में रहकर पढ़ाई भी कर चुका हैं उसके जरिए ये खाताए सिम व एटीएम बिहार भेजते हैं। इन खाता सिम व एटीएम कार्ड को भी पार्सल के जरिए और कभी आलोक व राहुल स्वयं की गाड़ी से मण्प्रण् आकर ले जाते हैं। अभी तक आरोपीगणों द्वारा संयुक्त रूप से लगभग सभी राज्यों में बैंक खाता पासबुकए सिमकार्ड एवं एटीएम कार्ड बेंचने के इलेक्ट्रोनिक साक्ष्य प्राप्त हुए है। सायबर क्राईम जिला भोपाल की टीम द्वारा अपराध कायमी के पश्चात् त्वरित कार्यवाही कर तकनीकी एनालिसिस से प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर भोपाल से कुल 6 आरोपीगण को गिरफ्तार किया गया एंव आरोपीगणों से अपराध में प्रयुक्त बैंक पास बुक व एटीएम कार्ड तथा इसके अतिरिक्त बैंक पासबुक. 25ए एटीएम कार्ड. 22ए मोबाईल फोन मय सिम कार्ड. 22ए सिम. 18 देशी कट्टे दृ 02 और एक महिन्द्रा स्कार्पियो कार को जप्त किया गया हैं। आरोपीगणों द्वारा अभी तक सायबर फ्रॉड के लिए प्राप्त किये गये खातों के बारे में पूछतांछ व अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।


Yojna का लाभ लेने के लिए शख्स ने की बहन से शादी

 दर्ज हुई FIR...

Yojna का लाभ लेने के लिए शख्स ने की बहन से शादी


मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत मिलने वाले लाभ के लालच में भाई-बहन ने आपस में ही शादी कर ली।वर के बैंक खाते में 20,000 रुपये जमा किए जाते हैं और 10,000 रुपये के उपहार भी दिए जाते हैं।राज्य सरकार प्रत्येक जोड़े को उन्हें दिए जाने वाले घरेलू उपहारों के अलावा 35,000 रुपये देती है।

फिरोजाबाद : उत्‍तर प्रदेश के फिरोजाबाद में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। आरोप है क‍ि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत मिलने वाले लाभ के लालच में भाई-बहन ने आपस में ही शादी कर ली। दरअसल समाज कल्याण विभाग द्वारा शादियों का आयोजन किया जाता है। सामूहिक विवाह योजना के तहत, राज्य सरकार प्रत्येक जोड़े को उन्हें दिए जाने वाले घरेलू उपहारों के अलावा 35,000 रुपये देती है। योजना के विवरण के अनुसार वर के बैंक खाते में 20,000 रुपये जमा किए जाते हैं और 10,000 रुपये के उपहार भी दिए जाते हैं।

शादी 11 दिसंबर को फिरोजाबाद के टूंडला में हुई और इसका पता तब चला जब स्थानीय ग्रामीणों ने विवाहित जोड़े की पहचान भाई-बहन के रूप में की। कार्यक्रम का आयोजन टूंडला प्रखंड विकास कार्यालय परिसर में किया गया, जिसमें 51 अन्य जोड़ों का भी विवाह कराया गया। टूंडला के प्रखंड विकास अधिकारी नरेश कुमार ने कहा कि इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

खंड विकास अधिकारी नरेश कुमार ने बताया कि शादी के लिए जोड़ों की तलाश व सत्यापन करने वाले ग्राम पंचायत सचिव मरसेना कुशलपाल, ग्राम पंचायत घिरौली सचिव अनुराग सिंह, एडीओ कॉपरेटिव सुधीर कुमार एडीओ समाज कल्याण विभाग चंद्रभान सिंह से स्पष्टीकरण मांगा गया है। संतोषजनक स्पष्टीकरण प्राप्त न होने पर उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी। 

टूंडला कोतवाली के प्रभारी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि समाज कल्याण विभाग के सहायक विकास अधिकारी द्वारा सामूहिक विवाह समारोह में अनुपस्थित जोड़ों के स्थान पर फर्जी तरीके से शादी करने के मामले में तहरीर दी गई है। जांच की जा रही है। जांच के बाद मुकदमा दर्ज कर आरोपी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। 

क्रिकेट प्रतियोगिता में प्लेयर, रेफरी, अंपायर और स्कोरर भी दिव्यांग ही होंगे

 सतना में होगी राष्ट्रीय दिव्यांग T20 क्रिकेट प्रतियोगिता---

  क्रिकेट प्रतियोगिता में प्लेयर, रेफरी, अंपायर और स्कोरर भी दिव्यांग ही होंगे

सतना। क्रिकेट के रोचक और रोमांचक से भरपूर दिव्यांग टीम की राष्ट्रीय क्रिकेट प्रतियोगिता सतना में देखने को मिलेगी। इस आयोजन को मध्यभारत में पहली बार होना बताया जा रहा है। क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ऑफ इंडिया (डीसीसीबीआई) से संबद्ध मध्यप्रदेश दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन (डीसीए एमपी) के तत्वावधान में 17 दिसंबर से आयोजित तीन दिवसीय मध्य भारत के प्रथम राष्ट्रीय दिव्यांग टूर्नामेंट के आयोजन का उद्देश्य निशक्त जनों को जीवन जीने की कला के प्रति प्रेरित करना है। यहां यह जिम्मेदारी आरंभ युवाओं की एक नई सोच समिति और रत्नेश पांडेय फाउंडेशन एवं श्री रामा कृष्णा चैरिटेबल ट्रस्ट स्वयं सेवी संस्था सक्षम, उत्थान सेवा संगठन के साथ मिलकर ली है। अंतर राष्ट्रीय दिव्यांग क्रिकेटर बृजेश द्विवेदी का भी नाम शामिल है। बचपन से ही पोलियो पीड़ित बृजेश द्विवेद्वी क्रिकेटर और ट्रेनर हैं। लेफ्ट ऑर्म सिस्पनर और ओपनर बल्लेबाज बृजेश 2021 में यूएई के शारजाह में दिव्यांग प्रीमियर लीग (डीपीएल) के लिए मुंबई आइडियल की कप्तानी भी कर चुके हैं।

आयोजकों ने बताया कि विंध्य की धरती पर यह पहला मौका होगा, जब एक से बढ़कर एक दिव्यांग क्रिकेटर्स के जादुई करिश्मे नजरों के बेहद करीब होंगे। अपने पैरों से गेंदबाजी एवं बचपन में ही हाथ गवा बैठे खिलाड़ी अपने पैरों से गेंदबाजी करते नजर आएंगे। कहीं सिर्फ एक हाथ, तो कहीं पोलियो की मार से पैर भी लाचार मगर हौसले बुलंद। बेशक, यह उत्कृष्ट प्रदर्शन अकेले दर्शक को हतप्रभ ही नहीं करेगा, अपितु सामाजिक समरता की मिठास से पकी हर हैरतंगेज प्रस्तुति कहेगी।बताया गया कि इस आयोजन में अंपायर से लेकर रेफरी तक दिव्यांग हिस्सा लेंगे।

अंतराष्ट्रीय खिलाड़ी यहां 17 दिसंबर से आयोजित मध्यभारत के प्रथम राष्ट्रीय दिव्यांग क्रिकेट टूर्नामेंट में जम्मू कश्मीर, गुजरात, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश राज्य के 70 दिव्यांग क्रिकेटर शामिल हो रहे हैं। इनमें 11 क्रिकेट खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर के हैं, वहीं 59 प्लेयर राष्ट्रीय स्तर के हैं। मैच में गुजरात के 5, जम्मू-कश्मीर के 3, एमपी के 2 और छत्तीसगढ़ के एक अंतराष्ट्रीय क्रिकेटर के जादुई करिश्मे देखने को मिलेंगे। एक विशेषता यह भी होगी कि मैच में प्लेयर तो प्लेयर, रेफरी, अंपायर और स्कोरर भी दिव्यांग ही होंगे। इस आयोजन का यूट्यूब में लाइव भी किया जाएगा। आरंभ समिति के रॉकी शर्मा ने बताया कि इस टूर्नामेंट में विजेताओं के लिए प्रोत्साहन राशि भी रखी गई है जिसमें विजेता 41000 उपविजेता 31000 तृतीय स्थान 15000 चतुर्थ स्थान 15000 दिए जाएंगे यह टूर्नामेंट आइपीएल के तर्ज में होगा सफेद बाल ब्लैक स्क्रीन एवं कलर यूनिफार्म में खेला जाएगा।


अब नमक भी नकली !

 TATA का नकली नमक बेचने पर FIR

अब नमक भी नकली !

भिंड l  टाटा नमक जैसा दिखने वाला नकली नमक बाजार में सस्ते दामों में बिक रहा है। यह ग्वालियर से सप्लाई होता है जो कि भिंड जिले के हर छोटे बाजार में आसानी से मिल रहा था। मालनपुर पुलिस ने एक किराना कारोबारी से 1-1kg के 106 पैकेट जब्त किए। पुलिस ने नकली माल बेचने के आरोप में किराना दुकानदार पर FIR दर्ज की। मालनपुर थाना प्रभारी विनोद कुशवाह के मुताबिक टाटा कंपनी की ओर से सूचना मिली कि मालनपुर में बड़ी तादाद में टाटा कंपनी का नकली माल खफाया जा रहा है।यहां से पूरे जिले में कारोबार चल रहा है। यह माल ग्वालियर से आता है।

 जिसकी असली कीमत 2 से 3 रुपए होती है जो कि ग्राहक को टाटा नमक से (असली कीमत-20) आधे दाम यानी 10 रुपए बेचा जा रहा है। हर पैकेट पर दुकानदार को सीधा सात से आठ रुपए मुनाफा हो रहा। इस तरह से सीधे तौर पर दुकानदार,नकली प्रोडेक्ट बेचकर ग्राहक से धोखा कर रहा है,यह सूचना पर जब मालनपुर थाना पुलिस ने टाटा कंपनी के कर्मचारियों के साथ छापामार कार्रवाई की तो पुलिस भी भ्रमित हो गई।हूबहू टाटा कंपनी के असली की तरह दिखने वाला बाजार में नकली माल बड़ी तादाद में पकड़ा। पुलिस ने सब्जी मंडी मालनपुर में सोनू किराना स्टोर पर कार्रवाई कर नकली टाटा नमक के एक- एक किलो के 106 पैकेट बरामद किए।पुलिस ने किराना स्टोर संचालक सोनू पुत्र सुरेश जैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।

ग्वालियर के रास्ते भिंड में खफाया जाने वाला टाटा के असली नमक की मांग दिनों दिन कंपनी में घटती जा रही थी। भिंड के लहार, मिहोना, दबोह,आलमपुर,फूप, मेहगांव, भिंड और अटेर में भी नकली नमक बेचा जा रहा है। यहां ग्राहक टाटा का नमक मांगते है तो किराना दुकानदार सीधे तौर पर नकली नमक के पैकेट थमा रहे है।कुछ स्थान पर यह नमक 10 रुपए का बेचा जा रहा है तो कई दुकान असली बताकर बेच रहे है जिसकी कीमत 15 से 20 रुपए तक वसूल रहे है।

मालनपुर पुलिस ने जब टाटा के नकली नमक पैकेट को देखा तो कुछ क्षण के लिए भ्रमित हो गई,पुलिस भी नकली नमक को असली मान बैठी, तभी कार्रवाई के दौरान माैजूद कंपनी के कर्मचारियों ने असली और निकली में भेद दिखाया।

नकली नमक के पैकेट पर बार कोड नहीं होता है। जबकि असली नमक के हर पैकेट पर दर्ज होता है।नकली नमक के पैकेट पर कंपनी का बैच नंबर अंकित नहीं होता है। जबकि टाटा के असली नमक के पैकेट पर बैच नंबर दर्ज किया जाता है। नकली नमक की पैकेट की पॉलिथिन पतली होती है। जबकि असली पैकेट की पॉलीथिन सख्त और ज्यादा पारदर्शी दिखती है।


सुप्रीम कोर्ट से सरकार को झटका एसएलपी हुई खारिज

राज्य शासन ने सुप्रीम कोर्ट में दी थी चुनौती ---

सुप्रीम कोर्ट से सरकार को झटका एसएलपी हुई खारिज

**

 

ग्वालियर सुप्रीम कोर्ट से राज्य शासन को बड़ा झटका लगा है कोर्ट ने उस एसएलपी (स्पेशल लीव पिटीशन) को खारिज कर दिया, जिसमेे नगर निमग के महापौर नगर पालिका, नगर पंचायत के अध्यक्ष पद के आरक्षण पर हाई कोर्ट के स्टे को चुनौती दी थी इस एसएलपी के खारिज होने के बाद अब मामला फिर से हाई कोर्ट में सुना जाएगा।

हाई कोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ में नगर निगम के महापौर, नगर पालिका अध्यक्ष नगर पंचायत अध्यक्षों के आरक्षण को चुनौती देने के लिए अलग-अलग नौ जनहित याचिकाएं दायर की गई थी l

युगलपीठ में सभी जनहित याचिकाओं को एक साथ सुना जा रहा है कोर्ट ने 12 मार्च 2021 को अंतरिम आदेश पारित करते हुए दो नगर निगम, 79 नगर पालिका, नगर परिषद के आरक्षण की प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी कोर्ट ने राज्य शासन से जवाब मांगा था राज्य शासन ने अपने जवाब में आरक्षण की प्रक्रिया को सही बताया था लेकिन ये याचिकाएं जबलपुर की प्रिसिंपल बैंच में स्थानांतरित हो गई हैं l

राज्य शासन ने हाई कोर्ट के समक्ष तर्क दिया था कि सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर कर दी है। कोर्ट ने रोक बरकरार रखते हुए याचिकाओं की तारीख बढ़ा दी और सुप्रीम कोर्ट के आदेश का इंतजार करने को कहा। सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को राज्य शासन की एसएलपी पर सुनवाई हुई एसएलपी को खारिज कर दिया इस एसएलपी के खारिज होने से अब हाई कोर्ट अंतिम फैसला होगा है। हाई कोर्ट में सुनवाई होने से नगरीय निकाय के आरक्षण पर भी जल्द फैसला हो सकता है क्योंकि कोर्ट के स्टे के कारण नगरीय निकाय के चुनाव नहीं हो पा रहे हैं।

फैक्ट फाइल

 - 79 नगर पालिका नगर परिषद के आरक्षण पर रोक ली है।

 - 2 नगर निगम के महापौर के आरक्षण पर रोक लगी है।

- हाई कोर्ट ने 10 दिसंबर 2020 की अधिसूचना पर रोक लगाई है।

 रोटेशन की प्रक्रिया का होना था पालन

याचिकाकर्ताओं ने हाई कोर्ट में तर्क दिए थे कि महापौर नगर पालिका, नगर परिषद के अध्यक्ष पद के आरक्षण में रोटेशन प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है। जो नगर निगम नगर पालिका के अध्यक्ष पद लंबे समय से आरक्षित हैं। इस कारण दूसरे लोगों को चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिल पा रहा है। आरक्षण के रोस्टर का पालन करना चाहिए।

रवि शंकर बंसल ने डबरा नगर पालिका के अध्यक्ष पद के आरक्षण को चुनौती दी थी। इस याचिका में स्टे आदेश आने के बाद 8 याचिकाएं और गईं। मनवर्धन सिंह की जनहित याचिका में 2 निगम 79 नगर पालिका नगर परिषद के आरक्षण पर रोक लगा दी। राज्य शासन ने इन दोनों याचिकाओं को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी।


2500 से ज्यादा डाटा एंट्री ऑपरेटर्स ने राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की मांग

हटाने के आदेश जारी होने पर ...

2500 से ज्यादा डाटा एंट्री ऑपरेटर्स ने राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की मांग

भोपाल : मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग में काम कर रहे 2500 से ज्यादा डाटा एंट्री ऑपरेटर्स ने राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की मांग की है कारण यह है कि विभाग ने आउटसोर्सिंग पर लगे कंप्यूटर डाटा ऑपरेटरों को हटाने के आदेश जारी कर दिए हैं. इन डाटा ऑपरेटर का कहना है कि दूसरी कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए शिक्षा विभाग ऐसा कर रहा है. अगर, उन्हें हटाया जाता है उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा. ऐसे में उन्हें इच्छामृत्यु दी जाए क्योंकि उनके सामने यही एक रास्ता बचा है

करोना काल में कई लोगों के रोजगार छिन गए हैं. कोरोना की तीसरी लहर का खतरा भी मंडरा रहा है. ऐसे में किसी का रोजगार छिन जाए तो क्या होगा. मध्य प्रदेश सरकार कोविड के बाद से लोगों को रोजगार देने के लिए कई कार्यक्रम चला रही है. लेकिन, प्रदेश के शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी कर कई डाटा ऑपरेटर की नौकरी समाप्त करने का ऐलान कर दिया है. शिक्षा विभाग में करीब 2500 डाटा एंट्री ऑपरेटर आउट सोर्स के माध्यम से यहां काम कर रहे हैं. पांच साल से ये काम कर रहे हैं. अब इन्हें अचानक 31 दिसंबर तक ही सेवाएं देने को कहा गया है. उसके बाद इनकी सेवाएं समाप्त कर दी जाएंगी.

अब तक जिनमैनपॉवर कंपनी के पास इन ऑपरेटरों को नियुक्त करने का टेंडर था, जिसका कार्यकाल भी समाप्त नहीं हुआ था. बीच में ही शिक्षा विभाग ने एमपीकोन कंपनी को इसका टेंडर दिया था. ऐसे में प्रदेश भर के डाटा ऑपरेटरों के सामने अब रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. इनका कहना है कि अगर शासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो इनका परिवार कैसे चलेगा. ऐसे में राष्ट्रपति इन्हें इच्छा मृत्यु दे दें.

जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सक्सेना से जब इस बारे में जानकारी ली गई, तो उनका कहना था कि शासन की ओर से आदेश दिए गए हैं. शासन ने ही फैसला लिया है कि पुरानी कंपनी को हटाकर नई कंपनी को टेंडर दिया जाए. ऐसे में आगे जो होगा वह शासन स्तर पर ही होना है.

शिक्षा विभाग के इस फैसले के खिलाफ प्रदेश भर के डाटा ऑपरेटर राजधानी में बड़े आंदोलन की रूपरेखा बना रहे हैं. इनका कहना है कि एक सप्ताह के अंदर अगर सरकार ने इस पर फैसला नहीं लिया तो भोपाल में आकर बड़ा प्रदर्शन करेंगे. फिर भी कुछ नहीं हुआ तो सामूहिक रूप से राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की मांग की है।


44 लाख देकर सौभाग सिंह बनेगा सरपंच !

MP में बिक गया लोकतंत्र ! सरपंच के लिए लगी बोली ...

 44 लाख देकर सौभाग सिंह बनेगा सरपंच !


अशोकनगर।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार  चंदेरी तहसील में लोकतंत्र की बोली लगी है. यहां चुनाव से पहले ही बोली लगाकर लोगों ने सरपंच चुन लिया है. बोली लगी है पूरे 44 लाख रुपए की. मंदिर में ये बोली लगाई गई.चंदेरी जनपद में आने वाले ग्राम भटौली में चुनाव से पहले ही गांववालों ने अपना सरपंच चुन लिया. गांव के मंदिर में लोगों की बैठक बुलाई गई. जहां सरपंच के लिए बोली लगाई गई. इस तरह सरपंच का चुनाव अभी तक कहीं सुनने में नहीं आया है. सरपंच बनने के लिए यहां 44 लाख रुपए की बोली लगाई गई।

ग्राम भटौली में मंदिर में एक बैठक बुलाई गई. जिसमें 4 प्रतिभागियों ने सरपंच पद के लिए दावेदारी पेश की. ग्रामीणों के बीच रुपयों की बोली लगाई गई. यह बोली सरपंच पद के लिए 21लाख रुपए से शुरू होकर 44 लाख तक पहुंची.अंतिम बोली गांव के ही सौभाग सिंह ने लगाई. ग्रामीणों की मानें तो सबसे ज्यादा बोली लगाने पर सौभाग सिंह को निर्विरोध सरपंच चुन लिया गया. इसके बाद गांववालों ने तय कि सौभाग सिंह के खिलाफ कोई मैदान में नहीं उतरेगा. जबकि भटोली में मतदान तीसरे चरण के होना है.

मंदिर में लगी बोली, गांव वालों को नहीं कोई आपत्ति इस तरह के चुनाव में ग्रामीण भी मौजूद थे. किसी ने इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई. गांववालों का कहना है कि ग्राम पंचायत और मंदिर के विकास में ये राशि खर्च की जाएगी.

इस बारे में जब कलेक्टर से बात कही गई, तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच करेंगे.जानकार बताते हैं कि गांव में इस तरह सरपंच चुनना कानूनी रूप से सही नहीं है. जो भी चुनाव लड़ेगा उसे फॉर्म भरना होगा. सरपंच पद पर एकमात्र फॉर्म आता है और वह वैध पाया जाता है तो वह सरपंच चुन लिया जाएगा. वह कोई भी हो सकता है, चाहे बोली लगाने वाला ही क्यों न हो।

दतिया विधानसभा क्षेत्र में एक दर्जन ग्राम पंचायतों में बनी सहमति

 दतिया विधानसभा क्षेत्र में लोगों ने सर्व सहमति बनाकर अपना सरपंच निर्वाचित कर लिया है l  त्रि-स्तरीय पंचायतों के आम निर्वाचन 2021-22 जिले में द्वितीय चरणों में होने वाले मतदान के लिए नाम निर्देशन पत्र प्राप्त करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है l नाम निर्देशन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 20 दिसंबर है जबकि 21 दिसंबर को प्राप्त पत्रों की जांच की जाएगी l 23 दिसंबर को नाम वापसी की अंतिम तारीख होगी l इसी दिन प्रत्याशियों की घोषणा के साथ उनको चिह्न आवंटित दिए जाएंगे l

दरअसल पंचायच चुनाव के माहौल में ग्रामीण क्षेत्रों में नजारा अलग ही दिख रहा है l सरपंच चुनाव के लिए उम्मीदवार बैठक लगाकर यह चर्चा कर रहे हैं कि इसका उम्मीदवार कितनी बोली लाएगा l बाहुबली ही गांव का सरपंच होगा l यह बाहुबल रुपए में आंका जा रहा है l दतिया से सटे गांव सरपंच के लिए 52 लाख रुपये में बोली टूटने की ग्रामीणों द्वारा पुष्टि की गई l इसी तरह एक दर्जन गांव के नाम सामने आए हैं l

ग्रामीणों का कहना है कि वह अनावश्यक खर्च को रोक रहे है l भाई सर्वसम्मति वाली प्राचीन परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं l उनका चुनाव आयोग से कोई सरोकार नहीं है l वह प्रत्याशी से मिलने वाली राशि का गांव का विकास करेंगे l ग्रामीणों की इन बातों से लगता है उनको चुनाव आयोग का कोई डर नहीं है l वह सरेआम चुनाव आयोग और प्रशासन को ठेंगा दिखा रहे हैं l कई ग्रामीणों का कहना है कि विकास के आधार पर ही चुनाव होंगे l

इस प्रकार से बोली लगाकर पैसे के दम पर चुनाव करना लोकतंत्र का मज़ाक नहीं तो और क्या है ? इस तरह  केवल दबंग और धनवान ही जनप्रतिनिधी चुने जाने लगे  फिर  तो आमजन  चुनाव ही नहीं लड़ पायेगा l फिर लोकतंत्र बचेगा ही कहां ? और फिर गौर करने वाली बात ये है की जो लाखों रूपये दे कर पंच या सरपंच बनेगा वह गांव का विकास करेगा इसकी उम्मीद नहीं की जा सकती है l इसलिए इस पद्धति पर रोक लगाना बहुत आवश्यक है l


जितेंद्र वर्मा को अंतिम विदाई देने सीएम शिवराज पहुंचे सीहोर

 गांव के रास्ते में उमड़े लोग…

जितेंद्र वर्मा को अंतिम विदाई देने सीएम शिवराज पहुंचे सीहोर

भोपाल। बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुई हेलिकाप्टर दुर्घटना में सीडीएस जनरल विपिन रावत की सुरक्षा में तैनात पीएसओ जितेंद्र वर्मा की पार्थिव देह आज सुबह करीब पौने ग्यारह बजे दिल्ली से सेना के विशेष विमान के जरिए भोपाल एयरपोर्ट पर पहुंची। विमानतल पर लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद गोखले के नेतृत्व में 3 ईएमई सेंटर की 20 जवानों की टीम ने शहीद जितेंद्र कुमार के शव को सलामी दी। राजा भोज विमानतल पर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, विधायक रामेश्वर शर्मा और भाजपा जिलाध्यक्ष सुमित पचौरी समेत अनेक नेताओं व कार्यकर्ताओं ने एयरपोर्ट पर शहीद जवान को श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही जिला प्रशासन व पुलिस के आला अधिकारियों ने भी जवान के शव पर श्रद्धासुमन अर्पित किए।

यहां से शहीद जवान के शव को सड़क मार्ग के जरिए सेना के विशेष वाहन से धामंदा गांव के लिए रवाना किया गया, जहां पर अंतिम संस्कार हुआ । इस दौरान रास्ते में बलिदानी को अंतिम विदाई देने के लिए लोगों की भीड़ जमा रही। पीछे वाहन पर चल रहे लोग जितेंद्र अमर रहे और भारत माता की जय के नारे लगाते रहे। भोपाल स्टेट हैंगर से गांधी नगर- मुबारकपुर-भोपाल बायपास-11 मिल इंदौर रोड- खजूरी-फंदा होते हुए सड़क मार्ग से पार्थिव शरीर सीहोर पहुंचा । शहीद जवान के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान भी कुछ देर पहले सीहोर पहुंचे। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, बलिदानी के परिवार को एक करोड़ की सम्मान निधि दी जाएगी। बलिदानी की पत्नी सुनीता को सरकारी सेवा में लिया जाएगा, बच्चों की शिक्षा का पूरा प्रबंध किया जाएगा। गांव के विद्यालय के नाम बलिदानी जितेंद्र वर्मा के नाम पर रखा जाएगा और यहां उनकी मूर्ति स्थापित की जाएगी।

दोपहर तीन बजे सीहोर के गांव धामंदा में शहीद जवान की अंत्येष्टि हुई । धामंदा गांव में शहीद सैनिक को अंतिम विदाई देने के लिए विशेष तैयारियां की गई थी । श्मशान घाट को फूल मालाओं से सजा दिया गया था पुलिस-प्रशासन सुबह से ही गांव में अलर्ट था । अव्यवस्थाएं न हो इसलिए जगह-जगह बैरिकेड्स, वीआइपी सहित आमजन के लिए अलग-अलग स्थान निर्धारित किए गए थे । दिवंगत जवान की आने की खबर लगते ही फंदा टोल, क्रिसेंट चौराहा, सोयाचौपाल, गुड़भेला, सोंडा, अमलाहा और भाड़ाखेड़ी जोड़ सहित पूरे धामंदा ग्राम में सैकड़ों लोग दिवंगत जवान को श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए तैयार थे । जगह-जगह डीजे से देशभक्ति तराने गूंज रहे थे ।

मौके पर एएसपी समीर यादव, एसडीएम विष्णु यादव, तहसीलदार सुनीता सिंह सहित पटवारी व अन्य अमला मौजूद है। श्मशान को फूल मालाओं व गुब्बरों से सजाया गया था । जगह-जगह तिरंगा लहरा रहे थे । सुबह से ही करीब तीन से चार हजार लोगों दिवंगत जवान को श्रद्धांजलि देने ग्राम धामंदा पहुंचे। इस मौके पर बड़ी संख्या में एक्स आर्मी ग्रुप सहित अन्य सेना के जवान मौके पर मौजूद रहे।