G News 24 : 52 हिन्दू राजाओं को कैद से मुक्त कराने से पड़ा है गुरुद्वारे का नाम दाता बंदी छोड़ गुरुद्वारा

 ग्वालियर के किले में दो वर्ष से अधिक समय तक नज़रबंद रहे थे छटवें गुरु श्री हरिगोबिन्द साहिब ...

52 हिन्दू राजाओं को कैद से मुक्त कराने से पड़ा है गुरुद्वारे का नाम दाता बंदी छोड़ गुरुद्वारा 

ग्वालियर। ग्वालियर के किले में दो वर्ष से अधिक समय तक सिख धर्म के छटवें गुरूसाहिब श्री हरिगोबिन्द नजरबन्द रहे थे l  तथा 52 हिन्दू राजाओं को जो मुगल बादशाह जहागीर व्दारा ग्वालियर में आजीवन कैद थे, उनको कैदसे छुडवाया था । जिस स्थान पर श्री गुरुहरिगोबिन्द साहिब जी बंदी के रूप में रहे थे उसी स्थान पर गुरु साहिब की याद में अत्यन्त मव्य गुरुद्वारा परिसर का निर्माण किया गया है।  जो आम जनता में गुरुद्वारा दाताबन्दी छोड़ के नाम से जाना जाता है । गुरूद्वारा दाता बन्दी छोड़ के व्यपरिसर का निर्माण स्व. रात बाबा उत्तम सिंह जी व्दारा कराया गया है । यह पवित्र स्थान देश प्रदेश से आने वाले दर्शणार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान व तीर्थ का महत्व रखता है ।

बाबा सेवा सिंह जी खंडूर साहिब में गुतपियाणा साहिब के सरोवर, परिक्रमा और बरामदे की कार सेवा भी जारी है । कार सेवा द्वारा समूह संगत के भले के लिए निशान-ए-सिक्खी चैरीटेबल ट्रस्ट के अधीन धार्मिक, मेडीकल, नान मेडीकल और खेल अकॅडमियों, पुलिस और डिफेंस में भर्ती के लिए ट्रेनिंग और वातावरण समाल आदि परियोजनायें देश विदेश की गुरु नानक नाम लेवा संगतों के सहयोग से चढदी कला के साथ चल रही है वातावरण को सुन्दर और साफ सुथरा बनाने के लिए 1999 से शुरू किए पेड पौधे लगाने का कार्य अभी भी निरन्तर जारी है इस परियोजना के अधीन पंजाब और दूसरे राज्यों में लगभग 400 किलोमीटर सड़कों के दोनों किनारो, जनतक स्थानों और गांवों में लगभग 7,00,000 (सात लाख) पेड पौधे धरती पर हरियाली के साथ साथ, फूल, फल और सुन्दरता प्रदान कर रहे हैं । न्यू ग्वालियर साडा में दस गुरु साहिबान के नाम पर दस पार्क तैयार किए गए हैं ।

अतः गुरूव्दारा दाता बन्दीछोड किला ग्वालियर को भव्य आकर्शिक लाइटों से एवं डेकोरेशन कर सजाया गया है उक्त समागम दिनांक 12 अम्टूबर से आरम्भ होकर दिनांक 14 अक्टूबर तक रहेगा । उक्त समागम में देश प्रदेश व विदेश से संगत समागम में सामिल होने आती है । दिनांक 13 अक्टूबर साम से गुरूद्वारा परिसर मे सबद गुरुवाणी कथा कीर्तन के कार्यक्रम की आरम्भता की जावेगी एवं दिनांक 14 को सुबह 8.00 बजे श्रीअखण्ड पाठ साहब का भोग एवं उसके उपरान्त हरमन्दर साहब अमृतसर से हजूरी रागी, ढाढी जत्थे और कवीश्वरी जत्थों एवं बच्चों के कॉम्पीटीशन एवं अन्य गुरुबाणी कार्यक्रम जारी रहेंगे तथा दोपहर 2.00 बजे कार्यक्रम की समाप्ति अरदास उपरान्त होगी साथ की गुरूद्वारा दाता बन्दी छोड परिसर ग्वालियर जिले कीसिक्ख संगत व्दारा संगतों केलिए अलग अलग तरीके के लंगर लगाए जा रहे हैं जिसमे चाय / पकोडे, मीठे और ठण्डे पानी की छबील के काउण्टर एवं लगर प्रसादी के अलग अलग पण्डाल लगाए जाऐंगे जिसमें डबरा, भितरवार, चीनोर, गोहद, भिण्ड से संगत तन / मन / धन से सेवा करेंगी । उक्त समस्त जानकारी बाबा सेवा सिंह जी, बाबा लक्खा सिंह, बाबा गुरप्रीत सिंह एवं बाबा देविन्दर सिंह व्दारा दी गई ।

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