पुलिस कंट्रोल रूम से रवाना हुए कोरोना जागरूकता वाहन

शहर के विभिन्न चौराहों पर खड़े होकर वसूलेंगे जुर्माना…

पुलिस कंट्रोल रूम से रवाना हुए कोरोना जागरूकता वाहन

ग्वालियर। जब तक कोरोना से बचाव के लिये वैक्सीन नहीं आती तब तक मास्क ही वैक्सीन है। एक दूसरे से दो गज की दूरी बनाए रखें और अपने हाथ लगातार साबुन से धोते रहें। साथ ही जरूरत के मुताबिक सेनेटाइजर से भी हाथों की सफाई करते रहें। इस आशय का संदेश जन-जन तक पहुँचाने के लिये जिला प्रशासन, पुलिस और नगर निगम द्वारा ग्वालियर शहर में कोविड जागरूकता वाहन चलाए जा रहे हैं। इस कड़ी में अपर कलेक्टर किशोर कान्याल एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज पाण्डेय ने रविवार को पुलिस कंट्रोल रूम से हरी झण्डी दिखाकर पुलिस के चार मोबाइल वाहन शहर के विभिन्न इलाकों के लिये रवाना किए।

कोविड जागरूकता वाहन शहर के विभिन्न चौराहों पर खड़े होकर लोगों को कोविड संक्रमण से बचाव के लिये जागरूक करेंगे। साथ ही मास्क लगाकर न चलने वाले लोगों से जुर्माना भी वसूलेंगे। कोरोना जागरूकता वाहन संबंधित अनुविभागीय दण्डाधिकारी एवं नगर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में कार्रवाई करेंगे। अपर जिला दण्डाधिकारी किशोर कान्याल ने इन वाहनों पर तैनात पुलिस बल एवं राजस्व के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मानवीय दृष्टिकोंण के साथ मास्क न लगाने वाले लोगों से जुर्माना वसूलें। साथ ही जुर्माने की कार्रवाई के बाद लोगों को मास्क भी मुहैया कराएँ। 

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज पाण्डेय ने कहा कि कोरोना जागरूकता वाहन माइक के जरिए भी लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये जागरूक करते रहें। साथ ही रात्रि 10 बजे से कर्फ्यू का पालन भी कराएँ। इस अवसर पर शहर के सभी अनुविभागीय दण्डाधिकारियों एवं कोविड मोबाइल पर तैनात पुलिस कर्मियों का आपस में परिचय कराया जाए। पुलिस कंट्रोल रूम से रविवार को कोरोना जागरूकता के लिये रवाना किए गए वाहनों के अलावा नगर निगम व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय द्वारा भी शहर में अलग से जागरूकता वाहन चलाए जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने जिलेवासियों से आग्रह किया है कि वे मास्क लगाकर ही घर से निकलें। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। इस बात को मूल मंत्र बना लें कि मास्क ही कोरोना वैक्सीन है।

संभाग की 134 नल-जल योजनाओं के लिये मंजूर हुए 137.18 रूपए

ग्रामीणों को नल के जरिए मिलेगा शुद्ध पेयजल…

संभाग की 134 नल-जल योजनाओं के लिये मंजूर हुए 137.18 रूपए

ग्वालियर। ग्रामीण अंचल में शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के मकसद से प्रदेश सरकार द्वारा कारगर कदम उठाए गए हैं। ग्रामीण अंचल में मौजूद जल स्त्रोतों का समुचित उपयोग कर ग्रामीणों को नल-जल योजना के माध्यम से पेयजल मुहैया कराने के प्रयास सरकार द्वारा किए जा रहे हैं। सरकार ने अगले तीन साल में चरणबद्ध तरीके से ग्रामीण रहवासियों को नल कनेक्शन के जरिए पेयजल मुहैया कराने का लक्ष्य निर्धारित किया है। 

इस कड़ी में ग्वालियर-चंबल संभाग की 134 ग्रामीण नल-जल योजनाओं को सुचारू करने के लिये प्रदेश सरकार द्वारा 137 करोड़ 18 लाख रूपए की राशि मंजूर की गई है। राष्ट्रीय जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रदेश की समग्र ग्रामीण आबादी को घरेलू नल कनेक्शन से पेयजल की आपूर्ति किए जाने के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जल संरचनाओं की स्थापना एवं विस्तार के कार्य किए जा रहे हैं। इनमें ग्वालियर जिले की 66 जल संरचनायें, गुना की 22, अशोकनगर की 20 तथा भिण्ड की 26 जल संरचनायें शामिल हैं। 

इन जिलों के विभिन्न ग्रामों में पूर्व से निर्मित पेयजल अधोसंरचनाओं को नये सिरे से तैयार कर रेट्रोफिटिंग योजना के अन्तर्गत कार्य किया जा रहा है। इस प्रकार लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा ग्वालियर-चम्बल संभाग के ग्वालियर, गुना, अशोकनगर तथा भिण्ड जिले में 134 ग्रामीण नल-जल प्रदाय योजनाओं हेतु 137 करोड़ 18 लाख रूपये की स्वीकृति दी गई है। विभाग के मैदानी अमले द्वारा जल जीवन मिशन के मापदण्डों के अनुसार प्रकिया प्रारम्भ की जा रही है।

कांग्रेस से किसने कहा कि आंदोलन करें, हमें कोई एतराज नहीं : इंदर सिंह

बालाजी गार्डन के संचालक ने दिया स्पष्टीकरण…

कांग्रेस से किसने कहा कि आंदोलन करें, हमें कोई एतराज नहीं : इंदर सिंह

थाटीपुर स्थित बालाजी गार्डन के संचालक इंदर सिंह ने कहां है कि किसने कहा था कि कांग्रेश आंदोलन करें सरकारी जमीन थी प्रशासन ने तोड़ दी हमें कोई एतराज नहीं है।

शहर के बालाबाई का बाजार स्थित रूपानी कॉम्प्लेक्स में लगी आग

किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं…

शहर के बालाबाई का बाजार स्थित रूपानी कॉम्प्लेक्स में लगी आग

रविवार की सुबह शहर के बालाबाई का बाजार स्थित रूपानी कॉम्प्लेक्स के तलघर में भरे कचरे में आग भड़क गई। आग का धुआं आसपास स्थित अन्य घरों में घुसने से परिवारों को दम घुटने का अहसास हुआ। लोग घरों से बाहर निलके।

तत्काल दमकल दल को सूचना दी। आग की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि इस आगजनी में किसी भी प्रकार की जनहानि के नुकसान की खबर नहीं है।

दमकल विभाग के नोडल अधिकारी डॉ.अतिबल सिंह ने बताया कि रविवार सुबह सूचना मिली कि बालाबाई का बाजार स्थित रुपानी कॉम्प्लेक्स के तलघर में पड़े कचरे में किसी ने आग लगा दी। कुछ ही देर में आग बाहर से कचरे से अंदर भरे कचरे में फैल गई। कुछ ही देर में पूरे कॉम्प्लेक्स सहित बाजार के घरों में धुंआ भरने लगा। 

जब घुटन महसूस हुई तो लोग घरों से बाहर निकले। सूचना मिलते ही तत्काल महाराज बाड़ा से ए फायर बिग्रेड को मौके पर भेजा गया। लेकिन आग की लपटे ज्यादा होने पर एक गाड़ी और भेजी गई। दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।

भितरवार में मनी वीरांगना झलकारी बाई की जयंती

आगामी कार्यक्रमों को लेकर बनाई रूपरेखा…

भितरवार में मनी वीरांगना झलकारी बाई की जयंती 

भितरवार। भितरवार के पार्वती पुल के पास हनुमान जी के मंदिर पर वीरांगना झलकारी बाई की जयंती पर श्रद्धा श्रीजन सेवा समिति भितरवार की बैठक आयोजित की गई बैठक में वीरांगना झलकारी बाई के ऊपर विचार विमर्श किए तथा आगामी कार्यक्रमों को लेकर रूपरेखा बनाई गई बैठक में उपस्थित जिला अध्यक्ष रावत जी ने बताया कि आगामी कार्य योजना इस प्रकार रहेगी कि सदस्यता अभियान विद्यालयों की कार्यकारिणी एवं संगठन को अधिक से अधिक बढ़ाने पर जोर दिया जाए । 

इस बैठक में उपस्थित  जिला अध्यक्ष अनिल रावत संरक्षक आर के गौड़, जिला सचिव वीरेंद्र रावत, जिला उपाध्यक्ष राधाकृष्ण शर्मा, नगर मंत्री  मंगल परिहार, कोषाध्यक्ष भूपेंद्र ओझा , विद्यालय प्रमुख गौरव रावत , कोचिंग प्रमुख संजय कुशवाहा, उपाध्यक्ष आशीष पाराशर, पंजाब मौर्य, राज मिश्रा, चिराग अग्रवाल, सुशील जैन, नीरज प्रजापति, विनय गौड़ , आदि।

दूसरे विश्व युद्ध के बाद कोरोना दुनिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती : PM मोदी

G-20 समिट में गूंजा मोदी मंत्र…

दूसरे विश्व युद्ध के बाद कोरोना दुनिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती : PM मोदी

कोरोना संकट के बीच शुरू हुए 15वें जी-20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद कोरोना दुनिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. उन्होंने कोरोना के बाद की दुनिया के लिए एक नए वैश्विक सूचकांक का आह्वान किया जिसमें चार प्रमुख तत्व शामिल किए. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इस सम्मेलन में शामिल हुए. सम्मेलन की अध्यक्षता सऊदी अरब के किंग सलमान कर रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना के बाद दुनिया के लिए एक नए वैश्विक सूचकांक का आह्वान किया जिसमें चार प्रमुख तत्व शामिल हैं - एक विशाल टैलेंट पूल का निर्माण हो जिसमें यह सुनिश्चित करना कि प्रौद्योगिकी समाज के सभी तबके तक पहुंचे. शासन की प्रणालियों में पारदर्शिता और ट्रस्टीशिप की भावना के साथ धरती माता की सेवा की जाए. इसके आधार पर जी 20 एक नई दुनिया की नींव रख सकता है. 

पीएम नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब और उसके नेतृत्व को इस साल जी 20 की सफल अध्यक्षता के लिए बधाई दी और COVID-19 महामारी द्वारा उत्पन्न चुनौतियों और बाधाओं के बावजूद 2020 में दूसरे जी 20 शिखर सम्मेलन के आयोजन के वर्चुअल आयोजन के लिए भी बधाई दी. प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में COVID-19 महामारी को मानवता के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ बताया और दूसरे विश्व युद्ध के बाद से दुनिया के सामने सबसे बड़ी चुनौती करार दिया. उन्होंने जी 20 द्वारा निर्णायक कार्रवाई का आह्वान किया, जो केवल आर्थिक सुधार, नौकरियों और व्यापार तक सीमित नहीं हो, बल्कि पूरी पृथ्वी के संरक्षण पर ध्यान केंद्रित करने हो क्योंकि हम सभी मानवता के भविष्य के ट्रस्टी हैं. 

इससे पहले शिखर सम्मेलन की शुरुआत आज शनिवार को हो गई. सऊदी अरब के किंग सलमान ने अपनी शुरुआती भाषण में कहा, "हमारा कर्तव्य है कि हम इस शिखर सम्मेलन के दौरान चुनौती का सामना करें तथा आशा और आश्वासन का एक मजबूत संदेश दें. कोविड-19 महामारी से एक अभूतपूर्व झटका लगा है जिसने कुछ ही समय में पूरी दुनिया को प्रभावित कर डाला, जिससे वैश्विक स्तर पर आर्थिक और सामाजिक नुकसान हुआ है." शिखर सम्मेलन को 'सभी के लिए 21वीं सदी के अवसरों का एहसास' विषय पर आयोजित किया जा रहा है. 21-22 नवंबर तक चलने वाला यह दो दिवसीय शिखर सम्मेलन वर्चुअल हो रहा है. जी-20 देशों के नेताओं की इस साल यह दूसरी बैठक है. इससे पहले इसी साल मार्च में बैठक हुई थी. 

आज से शुरू हो रहे जी-20 शिखर सम्मेलन का फोकस कोरोना महामारी के प्रभावों, भविष्य की स्वास्थ्य सुरक्षा योजनाओं और वैश्विक अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के कदमों पर होगा. दूसरी ओर, व्हाइट हाउस ने भी ऐलान किया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शनिवार और रविवार को वर्चुअल तरीके से होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. दुनियाभर के नेता कोविड-19 महामारी को रोकने की कोशिश कर रहे हैं और इसी बीच यह शिखर सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है. जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान वैश्विक नेता महामारी को लेकर तैयारियों पर चर्चा करेंगे. इस दौरान एक समावेशी, टिकाऊ और बेहतर भविष्य बनाने के लिए नेता अपना दृष्टिकोण भी साझा करेंगे.

चुनावों से पहले नेताओं को निशाना बनाना चाहते थे नगरोटा में मारे गए आतंकी

हमले में मारे गए आतंकियों को लेकर बड़ा खुलासा…

चुनावों से पहले नेताओं को निशाना बनाना चाहते थे नगरोटा में मारे गए आतंकी

नई दिल्ली l जम्मू कश्मीर के नगरोटा में हुए आतंकी एनकाउंटर को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. एबीपी न्यूज़ को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मारे गए आतंकी कश्मीर घाटी में जिला विकास परिषद यानी डीडीसी चुनावों से पहले कई नेताओं को निशाना बनाना चाहते थे. नगरोटा में मारे गए पाकिस्तानी आतंकी एक बड़ी साजिश को अंजाम देने वाले थे. उनका मकसद 26/11 जैसे बड़े आतंकी हमले को अंजाम देना था. मारे गए आतंकियों से बरामद हुए सामान से कुछ और खुलासे हुए हैं.

नगरोटा में मारे गए आंतकी जिस हमले को अंजाम देने के मकसद से आगे बढ़ रहे थे, उसे पाकिस्तान के बहावलपुर में तैयार किया गया था. अतंकियों से एनकाउंटर के बाद उनके पास से मोबाइल फोन, जीपीएस, वायरलेस सेट बरामद हुआ है. इसके अलावा उनके पास से पाकिस्तान में बनीं दवाइयां, इंजेक्शन भी मिले हैं. एक नक्शा भी मिला है जिसमें इंटरनेशनल बॉर्डर से पिकअप प्वाइंट की दूरी का जिक्र है. गुरुवार तड़के जम्मू के नगरोटा में हुए एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने जिन चार पाकिस्तानी आतंकियों को ट्रक में ही मौत के घाट उतार दिया. 

दरअसल, यह आतंकी जम्मू के सांबा इलाके के उस पार पाकिस्तान के शकरगढ़ इलाके से घुसपैठ कर जम्मू की सीमा में दाखिल हुए थे. गौरतलब है कि शकरगढ़ में ही पाकिस्तानी रेंजर्स का हेड क्वार्टर है और सूत्रों का दावा है कि इन चार आतंकियों की घुसपैठ में पाकिस्तानी रेंजर्स के की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता. सूत्रों ने एबीपी न्यूज को बताया है कि यह चारों आतंकी बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात को ही पाकिस्तान के शकरगढ़ के एक लॉन्चिंग पैड से जम्मू की सीमा में दाखिल हुए.