G.News 24 : ऑपरेशन को अंजाम देते समय सेना सबूत के बारे में नहीं सोचती : ले. जनरल कलिता

एक बार फिर सर्जिकल स्ट्राइक और उसके सबूतों पर चर्चा…

ऑपरेशन को अंजाम देते समय सेना सबूत के बारे में नहीं सोचती : ले. जनरल कलिता

कोलकाता। हाल में एक बार फिर सर्जिकल स्ट्राइक और उसके सबूतों पर चर्चा ने जोर पकड़ लिया है। राजनीतिक बयानबाजी के बीच अब सेना की ओर से कहा गया है कि किसी ऑपरेशन को अंजाम देते समय सेना सबूत के बारे में नहीं सोचती। पाकिस्तान में 2016 में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत की कुछ विपक्षी नेताओं की मांग के बीच थलसेना का यह बयान आया है। थलसेना की पूर्वी कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल आर पी कालिता ने शुक्रवार को कहा कि किसी भी अभियान को अंजाम देते समय सेना कभी भी कोई सबूत रखने के बारे में नहीं सोचती। 

कुछ विपक्षी नेताओं की हाल की मांगों पर कोलकाता में पत्रकारों के एक ''राजनीतिक सवाल'' का जवाब देने से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि देश भारतीय सेना पर भरोसा करता है। प्रेस क्लब, कोलकाता में ‘प्रेस से मिलिए’ कार्यक्रम में उन्होंने कहा, "यह एक राजनीतिक सवाल है। इसलिए मैं इस पर टिप्पणी करना पसंद नहीं करता। मुझे लगता है कि देश भारतीय सशस्त्र बलों पर भरोसा करता है।" यह पूछे जाने पर कि क्या अभियान के दौरान सेना कोई सबूत रखती है, उन्होंने ‘न’ में जवाब दिया।

उन्होंने कहा, "जब हम कोई अभियान करने जाते हैं, तो हम उस अभियान का कोई सबूत नहीं रखते।" कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने हाल में जम्मू में राहुल गांधी के नेतृत्व वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान सीमा पार सैन्य अभियान पर संदेह व्यक्त किया था। उन्होंने कहा था, "वे (केंद्र) सर्जिकल स्ट्राइक और कई लोगों को मारने की बात करते हैं, लेकिन इसका कोई सबूत नहीं है। वे झूठ का पुलिंदा दिखाकर शासन कर रहे हैं।" 

हालांकि, कांग्रेस ने इस टिप्पणी से खुद को अलग कर लिया और कहा कि यह उसके रुख को प्रतिबिंबित नहीं करती तथा पार्टी देश के हित में सभी सैन्य कार्रवाइयों का समर्थन करती है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सिंह की टिप्पणियों को "हास्यास्पद" करार दिया था और कहा था कि सशस्त्र बल अपना काम "असाधारण तरीके से" कर रहे हैं तथा उन्हें कोई सबूत देने की आवश्यकता नहीं है। सितंबर 2016 में, भारत ने जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में एक सैन्य ठिकाने पर आतंकवादी हमले के जवाब में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार सर्जिकल स्ट्राइक किया था।

G.News 24 : अडानी समूह की धोखाधड़ी से दुनियाभर के शेयर बाजारों में मचा हड़कंप

भारतीय शेयर बाजारों की साख सारी दुनिया के देशों में गिरी…

अडानी समूह की धोखाधड़ी से दुनियाभर के शेयर बाजारों में मचा हड़कंप

नई दिल्ली। अमेरिका की वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी समूह की कंपनियों द्वारा जो फर्जी दस्तावेज तैयार कर कंपनी का मुनाफा बढ़ाने शेयरों के दामों में गड़बड़ी करने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बैंकों से भारी लोन लेने शेयर स्टॉक में गड़बड़ी करपरिवार के नियंत्रण वाली मुखौटा कंपनियों द्वारा केरबियाईमारीशस और संयुक्त अरब अमीरात से मनी लांड्रिंग और कर चोरी की डिटेल रिपोर्ट प्रस्तुत की है। इससे दुनियाभर के शेयर बाजारों में हड़कंप मच गया है। भारतीय बैंक और वित्तीय संस्थानों में भी अफरा तफरी का माहौल मच गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अडानी समूह के संस्थापक और चेयरमैन गौतम अडानी का नेटवर्क वर्तमान में 120 अरब डालर का है। पिछले 3 वर्षों में 100 अरब डालर से ज्यादा की नेटवर्क में वृद्धि हुई है। जिससे सारी दुनिया के देश और उद्योगपति हैरान हैं। अडानी समूह ने कृत्रिम मुनाफा दिखाकर बैंकों और वित्तीय संस्थानों से बड़ा कर्ज लिया है। 

भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों ने अडानी समूह की 7 कंपनियों में पिछले 3 वर्षों में बढ़े हुए रेट पर शेयरों में निवेश किया है। रिपोर्ट में बताया गया है। कि सुनियोजित रूप से अडानी समूह ग्रुप ने शेयर स्टाक मे भारी गड़बड़ी ओर फर्जी एकाउंटिंग के जरिए हजारों करोड़ों रुपए का घोटाला समूह की हर कंपनी मे हर स्तर पर किया गया है। इस घोटाले की चैन में लाखों करोड़ों रुपए की गड़बड़ी हुई है।हिंडनवर्ग ने शोध के लिए अडानी समूह के पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों सहित कई वित्तीय विशेषज्ञों के साथ जानकारी को साझा किया है। इस वित्तीय गड़बड़ी के बारे मंम सभी संबंधित संस्थाओं और पक्षों से जानकारी प्राप्त की है। हजारों दस्तावेजों का परीक्षणक्रेडिट एजेंसी द्वारा किया गया है। क्रेडिट एजेंसी ने  6 देशों में जाकर अडानी समूह की कंपनियों के बारे में सारी जानकारी इकट्ठी की है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि समूह की प्रमुख सूचीबद्ध कंपनियों ने बड़े पैमाने पर बैंकों और वित्तीय संस्थानों से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कर्ज लिया है। 

बैंक में शेयर गिरवी रखे अडानी समूह की  कंपनियों के शेयर के दाम शेयर बाजार के माध्यम से  कृतिम तरीके से ऊंचे दामों पर पहुंचाए गए। उसके बाद कंपनी ने बढ़े हुए दामों पर बैंकों मे शेयर गिरवी रखकर भारी कर्ज लिया। पिछले 3 वर्षों में सुनियोजित रूप से कंपनी ने वित्तीय गड़बड़ी करने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार कर819 फ़ीसदी की तेजी कंपनी के शेयरों में वृद्धि दर्ज कराकर भारी घोटाला किया है। पिछले 3 सालों में 100 अरब डालर की कमाई बताकरबैंकों और वित्तीय संस्थानों निवेशकों के साथ सुनियोजित रूप से धोखाधड़ी करने की बात दस्तावेजों से उजागर हुई  है। 2022 में कंपनी का मुनाफा एकाएक घट गया।जबकि पिछले 3 वर्षों में यह हनुमान जी की पूंछ की तरह मुनाफा लगातार बढ़ रहा था। 15 सितंबर 2008 को लेहमैन ब्रदर्स अमेरिका में दिवालिया हो गई थी। उस समय भी क्रेडिट कंपनियों ने जैसे ही लेहमन ब्रदर्स की क्रेडिट घटाई थी उसके बाद अमेरिका सहित सारी दुनिया में हड़कंप मच गया था। 

अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने कई बैंकों से वित्त पोषण और पुनर्गठन के प्रयास किए।किंतु कोई भी सफल नहीं रहा।इसके बाद कंपनी ने 600 बिलियन अमेरिकी डालर की दिवालिया कंपनी घोषित की। जैसे ही लेहमन ब्रदर्स की वित्तीय स्थिति का खुलासा हुआ। उसके तुरंत बाद शेयर बाजारों में 4.5 फ़ीसदी से ज्यादा की गिरावट आ गई थी। अमेरिका सहित सारी दुनिया के मुद्रा बाजार म्यूचल फंडबैंक अमेरिकी डॉलर इत्यादि गंभीर वित्तीय संकट में पहुंच गए थे। शेयर स्टॉक में दुनियाभर के निवेशकों को भारी नुकसान हुआ था। 2008 के लेहमैन ब्रदर्स के वित्तीय संकट से अमेरिका सहित सारी दुनिया के देशों की अर्थव्यवस्था गड़बड़ा गई थी।कुछ यही स्थिति अब भारत की अर्थव्यवस्था और दुनिया के अन्य देशों में जहां-जहां अडानी समूह की कंपनियों के कारोबार हैं। अथवा जिनसे अडानी समूह की कंपनियों ने कर्ज ले रखा है।शेयर बाजार के जरिए जिन कंपनियों ने अडानी समूह की कंपनियों के शेयर खरीद या गिरवी रखे हैं। सबके सामने भारी आर्थिक संकट पैदा हो गया है।

अडानी समूह की आर्थिक अनियमितताओं की रिपोर्ट सामने आते ही भारतीय शेयर बाजार का सेंसेक्स 773 अंक फिसल गया। निवेशकों के 3.5 लाख करोड़ रुपए एक ही झटके में डूब गए। अदानी समूह के शेयरों को गिरने से रोकने के लिए भारतीय जीवन बीमा निगम ने भारी खरीदारी भी की। लेकिन बाजार को गिरने से नहीं रोक पाए। पिछले कुछ वर्षों में भारतीय बैंकों ने विशेष रूप से स्टेट बैंक आफ इंडिया एवं सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों ने विशेष रूप से भारतीय जीवन बीमा निगम सहित नवरत्न कंपनियों ने अडानी समूह की कंपनियों में शेयर स्टॉक की भारी खरीदारी की है। वर्तमान स्थिति को देखते हुए सबसे ज्यादा खतरा भारतीय  बैंकों और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को होने जा रहा है। भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा खतरा पैदा हो गया है। जब सारी दुनिया के देश आर्थिक मंदी और महंगाई की मार से परेशान हैं। उस समय पर यह घोटाला भारत की अर्थव्यवस्था के लिए आत्मघाती साबित हो सकता है।

G.News 24 : MP में विधानसभा चुनाव से पहले गूंजा मामा तुम तो धोखेबाज हो वादा करके भूल जाते हो !

आंगनबाड़ी  कार्यकर्ताओं द्वारा जबरदस्त विरोध प्रदर्शन…

MP में विधानसभा चुनाव से पहले गूंजा मामा तुम तो धोखेबाज हो वादा करके भूल जाते हो !

छतरपुर। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान को लेकर इन दिनों बड़ी तेजी से एक गाना वायरल हो रहा है जिसके बोल है- मामा तुम तो धोखेबाज हो वादा करके भूल जाते हो l जी हां, दरअसल, इन दिनों पूरे मध्य प्रदेश की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर छतरपुर में पिछले सात दिनों से आंदोलन कर रही हैं l साथ ही गानों के जरिए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अपना वादा याद दिला रही हैं l 

जिसकी चलते यह गाना छतरपुर कलेक्ट्रेट ऑफिस के परिसर में दो दिनों से गूंज रहा है l शिवराज सरकार के खिलाफ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा जबरदस्त प्रदर्शन किया जा रहा है l गौरतलब हो कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सूबे में मामा के नाम से जाने जाते हैं l उन्होंने पिछले चुनावों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ के समर्थन में वादे भी किए थे, जो कि अब तक पूरे नही हुए हैं l यही वजह है कि साल 2023 के चुनावों के पहले आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अपनी मांगों को लेकर प्रदेश व्यापी हड़ताल पर हैं l

G.News 24 : मध्यप्रदेश पुलिस की प्लाटून को गुजरात में मिला प्रथम पुरस्कार

गणतंत्र दिवस समारोह की परेड में…

मध्यप्रदेश पुलिस की प्लाटून को गुजरात में मिला प्रथम पुरस्कार

भोपाल। गुजरात के बाटोद में हुए राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह की परेड में मध्यप्रदेश पुलिस की प्लाटून ने प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल और पुलिस महानिदेशक आशीष भाटिया ने मध्यप्रदेश पुलिस प्लाटून को यह पुरस्कार प्रदान किया। पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना ने इस पुरस्कार के लिए मध्यप्रदेश पुलिस की प्लाटून को बधाई दी है। 

26 जनवरी को 74वें गणतंत्र दिवस समारोह की परेड में 25 प्लाटूनों ने हिस्सा लिया, जिसमें गुजरात पुलिस के अलावा बीएसएफ, इंडियन कोस्ट गार्ड एवं अन्य प्लाटूनों ने भी परेड में हिस्सा लिया था। मध्यप्रदेश के लिए यह गर्व और हर्ष का विषय है कि गुजरात के बाहर से परेड में शामिल हुईं प्लाटूनों में मध्यप्रदेश पुलिस की प्लाटून को प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ। 32वीं बटालियन, उज्जैन के उप निरीक्षक शैलेंद्र राजोरिया ने प्लाटून कमांडर के रूप में नेतृत्व किया। रिजर्व कमांडर 34वीं बटालियन धार के उप निरीक्षक संदीप डावर रहे। 

प्लाटून में कुल 30 पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों ने हिस्सा लिया जबकि पांच रिजर्व में रहे। बता दें, प्रधानमंत्री मोदी ने डीजीपी / आईजी कॉन्फ्रेंस- 2015 में आपस में पुलिस के बेहतर समन्वय के लिए गणतंत्र दिवस समारोह में पड़ोसी राज्यों की प्लाटून्स को शामिल करने पर बल दिया था। इसी तारतम्य में गुजरात में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह-2023 में गुजरात के अलावा अन्य प्लाटूनों को परेड में शामिल किया गया।

G.News 24 : CM शिवराज ने प्रदेश की चार विभूतियों को पद्मश्री सम्मान के लिए दी बधाई

विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान पर…

CM शिवराज ने प्रदेश की चार विभूतियों को पद्मश्री सम्मान के लिए दी बधाई

इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कला, संस्कृति, समाज-सेवा, साहित्य सहित विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान पर प्रदेश की चार विभूतियों को पद्मश्री सम्मान के लिए चयनित होने पर बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ट्वीट कर कहा है कि प्रदेश की इन विभूतियों का जनजातीय कला, समाज-सेवा और साहित्य में अभूतपूर्व योगदान देशवासियों विशेष कर प्रदेश के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत सिद्ध होगा। महान विभूतियों को यह सम्मान मिलने से प्रदेश गौरवान्वित हुआ है। 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जनजातीय कला को संरक्षित कर अंतर्राष्ट्रीय पहचान प्रदान करने के लिए उमरिया की बैगा जनजातीय कलाकार जोधइया बाई को कला के क्षेत्र में, चिकित्सा को सेवा का अटल संकल्प बना कर मानव कल्याण को नई दिशा देने वाले जबलपुर के मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. मुनीश्वर चन्द्र डावर को मेडिसिन के क्षेत्र में, झाबुआ के गौरव, कलाकार रमेश परमार एवं शांति परमार को संयुक्त रूप से कला के क्षेत्र में पद्मश्री सम्मान के लिए चयनित होने पर अनंत बधाई एवं शुभकामनाएँ दी हैं।

G.News 24 : बिना ट्रेड सर्टिफिकेट के वाहन विक्रय करने वाले आउटलेट्स के विरूद्ध परिवहन विभाग ने की कार्यवाही

मौके पर ही कार्यवाही कर जप्त किये वाहन…

बिना सर्टिफिकेट के वाहन विक्रय करने वाले आउटलेट्स के विरूद्ध परिवहन विभाग ने की कार्यवाही

इंदौर। केन्द्रीय मोटरयान नियमों के विपरीत बिना ट्रेड सर्टिफिकेट (व्यापार प्रमाण पत्र) प्राप्त किये अवैध रूप से संचालित हो रहे 4 मल्टी ब्रान्ड टू व्हीलर आउटलेट के विरूद्ध शिकायत प्राप्त होने पर क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय, इंदौर की टीम द्वारा आकस्मिक निरीक्षण किया गया। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी प्रदीप कुमार शर्मा ने बताया कि निरीक्षण के दौरान 2 आउटलेट क्रमशः फूटी कोठी चौराहा स्थित माँ आटोमोबाईल्स एवं केट चौराहा स्थित बी.एल. ऑटोमोबाईल्स बंद पाये गये। 

राजेन्द्र नगर स्थित तारा मोटर्स आउटलेट पर हीरो कंपनी की 8 तथा जॉय कंपनी की 10 इलेक्ट्रीक वाहनें पाई गई। इस संबंध में आउटलेट संचालक से चर्चा करने पर उनके द्वारा बताया गया कि उक्त वाहनें उन्हें सपना संगीता डीलर्स, भंवरकुआ इंदौर द्वारा उपलब्ध कराई गई हैं। इसी प्रकार राजमोहल्ला स्थित साईं सरकार मोटर्स पर 2 वाहनें हीरो कंपनी की पाई गई। 

इसके संचालक द्वारा भी बताया गया कि उक्त वाहनें उन्हें सपना संगीता डीलर्स द्वारा उपलब्ध कराई गई हैं। अतः बिना ट्रेड सर्टिफिकेट लिये वाहन विक्रय किये जाने से इन आउटलेट्स के विरूद्ध मौके पर ही कार्यवाही कर इन वाहनों की जप्ती की जाकर वाहनों को इन्हीं की अभिरक्षा में सुरक्षार्थ रखा गया। उक्त कार्यवाही क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी प्रदीप कुमार शर्मा के नेतृत्व में सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी अर्चना मिश्रा, आलोक अष्ठाना, रोहित अटूट और उनकी टीम द्वारा की गई ।

G.News 24 : मां रतनगढ़ सिंचाई परियोजना से किसानों को होगा डेढ़ गुना लाभ