Covid के बढ़ते ममालों को लेकर 'एक्शन' में केंद्र !

10 राज्यों की हालत चिंताजनक…

कोविड के बढ़ते ममालों को लेकर 'एक्शन' में केंद्र !

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने COVID-19 मामलों में उछाल को दिखाते हुए 10 राज्यों में सख्त प्रतिबंधों की सलाह दी है. केंद्र ने 10 राज्यों में COVID-19 स्थिति की समीक्षा करते हुए 10% से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट वाले जिलों में भीड़ को रोकने और लोगों के आपस में मिलने से रोकने के लिए सख्त पाबंदियों की सलाह दी है. एक बार फिर देश में कोरोना के दैनिक मामलों में हल्की बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. बीते 24 घंटे में देश में कोरोना वायरस के 41,649 नए मामले सामने आए, जिसके बाद कुल मामलों की संख्या 3,16,13,993 हो गई है. मौजूदा समय में देश के 10 राज्यों में कोरोना का संक्रमण फिर से फैल रहा है. 

कोरोना संक्रमण को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने आज केरल समेत 10 राज्यों की कोरोना की स्थिति की समीक्षा की. स्वास्थ्य सचिव ने केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, ओडिशा, असम, मिजोरम, मेघालय, आंध्र प्रदेश और मणिपुर में कोरोना स्थिति की समीक्षा की. बैठक में राज्य स्वास्थ्य अधिकारियों की ओर से कोरोना संक्रमण पर काबू करने के लिए उठाए गए कदमों की भी समीक्षा की गई. ये 10 राज्य ऐसे हैं, जहां या तो कोरोना के दैनिक मामलों में इजाफा हो रहा था या फिर पॉजिटिविटी रेट में तेजी देखने को मिल रही है. बैठक में कोविड कंट्रोल की रणनीति पर चर्चा हुई. 

समीक्षा बैठक में केंद्र सरकार ने जिन जिलों में पिछले कुछ हफ्तों से कोरोना पॉजिटिविटी रेट 10 फीसदी से ज्यादा है, वहां सख्त पाबंदियों लगाने के लिए कहा गया है. ऐसे जिलों में लोगों के घुलने-मिलने पर रोक लगाने की सलाह दी गई है. सरकार ने कहा कि अगर इन जिलों में पाबंदी नहीं लगाई गई तो स्थिति पहले से और खराब हो सकती है. केंद्र सरकार ने कहा, इन 10 राज्यों में सामने आ रहे कोरोना के मामलों में से 80% मामले होम आइसोलेशन के आ रहे हैं. इन राज्यों में जरूरत है कि सख्त कदम उठाए जाएं, ताकि मोहल्ले, कॉलोनियों या आस-पड़ोस में लोगों के मिलने-जुलने पर रोक लगे. अस्पताल में भर्ती मरीजों को समय से इलाज मिले.

बाबुल सुप्रियो ने politics को कहा अलविदा !

भारतीय जनता पार्टी के सांसद और गायक…

बाबुल सुप्रियो ने राजनीति को कहा अलविदा !

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के सांसद और मशहूर पार्श्व गायक बाबुल सुप्रियो ने राजनीति से संन्यास का ऐलान किया है। उन्होंने फेसबुक पोस्ट के जरिए राजनीति से संन्यास का ऐलान किया है। उन्होंने राजनीति को गुडबाई कहने के साथ ही यह भी लिखा है कि वो किसी पार्टी में शामिल नहीं होंगे। वे न तो टीएमसी, न कांग्रेस और न ही सीपीएम में शामिल होंगे। बाबुल सुप्रियो पश्चिम बंगाल के आसनसोल से बीजेपी के सांसद हैं। उन्होंने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि बीजेपी मेरी पार्टी थी और मेरी पार्टी रहेगी। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि राजनीति में सिर्फ समाज सेवा के लिए आए थे और अब उन्होंने अपनी राह बदलने का फैसला लिया है। बाबुल सुप्रियो ने कहा है कि लोगों की सेवा करने के लिए राजनीति में रहने की जरूरत नहीं है। वे राजनीति से अलग होकर भी अपने उस उदेश्य को पूरा कर सकते हैं। सुप्रियो ने संकेत दिया कि यह निर्णय आंशिक रूप से उन्होंने मंत्री पद जाने और भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के नेतृत्व के साथ मतभेदों के कारण लिया है। 

सुप्रियो, जिन्होंने 2014 से नरेंद्र मोदी सरकार में केन्द्रीय राज्य मंत्री (एमओएस) के रूप में कई विभागों को संभाला था, को इस महीने की शुरुआत में एक बड़े मंत्रिमंडल फेरबदल के दौरान हटा दिया गया था। सुप्रियो ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘‘जा रहा हूं अलविदा। अपने माता-पिता, पत्नी, दोस्तों से बात की और उनकी सलाह सुनने के बाद मैं कह रहा हूं कि मैं जा रहा हूं। मैं किसी अन्य पार्टी में नहीं जा रहा हूं - तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस, माकपा, कहीं नहीं। मैं पुष्टि कर रहा हूं कि किसी ने मुझे फोन नहीं किया है।’’ उन्होंने लिखा, ‘‘मैं कहीं नहीं जा रहा हूं। मैं एक टीम का खिलाड़ी हूं! हमेशा एक टीम मोहन बागान का समर्थन किया है - केवल एक पार्टी के साथ रहा हूं - भाजपा पश्चिम बंगाल। बस !! जा रहा हूं।’’उन्होंने लिखा, ‘‘मैं बहुत लंबे समय तक रहा हूं मैंने किसी की मदद की है, किसी को निराश किया है, यह लोगों को तय करना है। सामाजिक कार्यों में शामिल होने के लिए, आप किसी भी राजनीति में शामिल हुए भी बिना ऐसा कर सकते हैं।’’

आसनसोल से दो बार के सांसद सुप्रियो उन कई मंत्रियों में शामिल हैं, जिन्हें सात जुलाई को एक बड़े फेरबदल के तहत केंद्रीय मंत्रिपरिषद् से हटा दिया गया था। पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के अरूप बिस्वास के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ा और उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। सुप्रियो और देबाश्री चौधरी दोनों को मंत्री पद से हटा दिया गया था। पश्चिम बंगाल के चार अन्य सांसदों- निशित प्रमाणिक, शांतनु ठाकुर, सुभाष सरकार और जॉन बारला को मंत्रिपरिषद् में राज्य मंत्री के रूप में शामिल किया गया। उन्होंने लिखा, ‘‘अगर कोई यह पूछे कि क्या राजनीति छोड़ना किसी तरह से मंत्रालय खोने से जुड़ा है। हां, तो यह कुछ हद तक सही है। विधानसभा चुनाव प्रचार के बाद से राज्य नेतृत्व के साथ भी मतभेद थे।’’ पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने इस पर कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया।

मारा गया मसूद अजहर का करीबी terririst लंबू

सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी…

मारा गया मसूद अजहर का करीबी आतंकी लंबू

जम्मू कश्मीर. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में नागबेरन-तरसर के जंगलों में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया है। पुलिस ने बताया है कि मारे गए आतंकियों में से एक जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी लंबू है जो पाकिस्तान का टॉप मोस्ट आतंकी था। बता दें लंबू इम्प्रूवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस बनाने में एक्सपर्ट था और 2019 में हुए पुलवामा हमले की साजिश में भी शामिल था। सुरक्षाबलों को 4 साल से उसकी तलाश थी। वह 2017 से घाटी में सक्रिय था।

कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार के मुताबिक मोहम्मद इस्माइल अल्वी उर्फ लंबू उर्फ अदनान जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का रिश्तेदार था। वह 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले के दिन तक फियादीन आदिल डार के साथ ही रुका हुआ था। आदिल के वायरल वीडियो में लंबू की आवाज भी सुनाई दी थी। बता दें पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे।

पुलिस ने बताया कि नागबेरन-तरसर के जंगलों में कुछ आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिलने पर सर्चिंग शुरू की गई थी। इस दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। सूत्रों के मुताबिक ये 5 आतंकियों का ग्रुप था इसमें एक स्थानीय और चार पाकिस्तानी आतंकी थे। एनकाउंटर में मारे गए दूसरे आतंकी की अभी पहचान नहीं हुई है। वहीं पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन भी जारी है, इसमें तीन जिलों की पुलिस और सेना क जवान जुटे हुए हैं।

PM पद के लिए विपक्ष के 12 उम्मीदवार CM के भी लायक नहीं : विजयवर्गीय

कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान ली जानकारी…

PM पद के लिए विपक्ष के 12 उम्मीदवार CM के भी लायक नहीं : विजयवर्गीय

रतलाम। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस और विपक्ष पर निशाना साधा. ममता बनर्जी के दिल्ली जाकर विपक्ष के नेताओं से मिलने को लेकर बोलते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि विपक्ष में पीएम पद के लिए 12 कैंडिडेट है, लेकिन ये कभी सीएम भी नहीं बन सकते हैं और अब पीएम बनने का सपना देख रहे हैं। 

कैलाश विजयवर्गीय इंदौर से बांसवाड़ा जाने के लिए निकले थे. इस दौरान रतलाम में उन्होंने थोड़ी देर रुककर कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. यहां मीडिया से चर्चा करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि पेगासस मामला सरकार के खिलाफ एक षडयंत्र है. जब इस पूरे मामले का खुलासा होगा तो सभी को पता चलेगा कि कैसे विपक्ष ने षडयंत्र करके देश को बदनाम करने की कोशिश की है। 

कैलाश विजयवर्गीय इंदौर से बांसवाड़ा जा रहे थे, इस दौरान उन्होंने रतलाम में रुककर कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और नाश्ता किया. मध्य प्रदेश में अपनी भूमिका पर बोलते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मैं प्रदेश में पार्टी के कार्यकर्ता की भूमिका में हूं. कार्यकर्ता जैसे काम करते हैं, वैसे ही काम कर रहा हूं।

पहले लॉकडाउन के बाद SC में हुई पहली फिजिकल सुनवाई

अदालत ने वर्चुअल सुनवाई की भी अनुमति दी थी…

पहले लॉकडाउन के बाद SC में हुई पहली फिजिकल सुनवाई

नई दिल्ली। पहली बार लगे लॉकडाउन के बाद सुप्रीम कोर्ट ने पहली बार फिजिकल सुनवाई की है. हालांकि अदालत ने वर्चुअल सुनवाई की भी अनुमति दी थी, जहां पक्षकार चाहें तो शारीरिक रूप से उपस्थित हो सकते हैं. अधिवक्ता अपने आवास या कार्यालयों से ही बहस करते हैं. कुछ न्यायाधीश अपने निवास कार्यालय से भी सुनवाई करते हैं। 

पिछले साल अदालत ने वस्तुतः सुनवाई शुरू कर दी थी और यहां तक कि अदालत के कर्मचारी भी कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए बारी-बारी से काम कर रहे थे. काफी संख्या में कर्मचारी कोविड से संक्रमित हो गए और कुछ की मौत भी हुई. प्रारंभ में केवल अत्यावश्यक मामलों को ही न्यायालय के समक्ष सूचीबद्ध करने की अनुमति थी, जो प्रतीक्षा में नहीं रखे जा सकते थे. लेकिन अंततः सभी मामलों को अब सूचीबद्ध किया जा रहा है. शीर्ष अदालत में वीडियो ऐप के माध्यम से वर्चुअल सुनवाई की जा रही है और इस साल की शुरुआत में अदालत ने पत्रकारों के लिए भी सुप्रीम कोर्ट ऐप में सुनवाई का प्रावधान किया था। 

अदालत को फिर से खोलने के संबंध में कई अनुरोध किए गए लेकिन इस संबंध में अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है. कई अधिवक्ताओं ने लॉकडाउन के कारण आर्थिक रूप से संघर्ष किया क्योंकि ग्राहक कम हो गए. उनकी कमाई उन मामलों पर आधारित है जिन्हें वे संभालते हैं. बार काउंसिल उनकी मदद के लिए धन का प्रबंध कर रही है।

मौसम विभाग ने MP के 15 जिलों में जारी किया ओरेंज अलर्ट

नर्मदा में बाढ़ के बाद घाटों पर बढ़ाई निगरानी…

मौसम विभाग ने MP के 15 जिलों में जारी किया ओरेंज अलर्ट

देवास। जिले में लगातार बारिश के चलते नर्मदा का जल स्तर अब बढ़ने लगा हैं. जिसके चलते जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है. देवास के नेमावर में पुलिस ने घाटों पर अपनी निगरानी बड़ा दी हैं. पुलिस जवानों की ड्यूटी घाट स्थलों पर लगाने के साथ नाव द्वारा भी निगरानी की जा रहीं हैं. वहीं आम लोगों को भी घाटों से दूर रहने की सलाह दी जा रहीं हैं. 

जल स्तर बढ़ने से नेमावर क्षेत्र की निचली बस्तियों को भी खाली कराने को लेकर पुलिस अभियान चलाएगी। दरअसल पिछले वर्ष नेमावर में नमर्दा नदी का जल स्तर इतना बढ़ गया था कि क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात हो गए थे. प्रशासन ने मोटर बोट के माध्यम से लोगों की मदद की थी. फिर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नेमावर पहुंचे थे और बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा दिलवाया था

मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के 15 जिलों में भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की आशंका है. मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के बालाघाट, मंडला, टीकमगढ़, छतरपुर, श्योपुर, भिंड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी, डिंडौरी, अनूपपुर, रतलाम, मंदसौर, नीमच में 24 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है.

जेल की छत गिरी, नीचे सो रहे कैदी 21 कैदी घायल

भिण्ड से लेकर भोपाल तक खनखनाने लगे फोन…

जेल की छत गिरी, नीचे सो रहे कैदी 21 कैदी घायल

भिण्ड। इस वक्त की सबसे बड़ी ब्रेकिंग, मध्यप्रदेश में वैसे तो जेल विभाग अलग है, इसकी देखरेख के लिए प्रशासन अलग नियुक्त होता है, अलग ही इसकी फण्डिंग वा कायदा जारी होती है, लेकिन उस फण्डिंग का आज जीता जागता उदाहरण भिण्ड में खुल गया, जी हाँ सुबह तडक़े पाँच बजे के लगभग भिण्ड उपजेल की दूसरी मंजिल का एक छज्जा भरभराकर पहली मंजिल पर गिरता है तभी दूसरी मंजिल की पटिया टूटती हुई नींचे गिरती हैं, और नीचे आराम से सो रहे कैदियों के ऊपर गिरते ही भगदड़ मच जाती है, आवाज इस कदर होती है कि भिण्ड उपजेल के पास बने मोहल्लेवासी भी जाग जाते हैं, और एक-दूसरे को पूछते हैं ये आवाज कहाँ से आई, किसका मकान गिर गया, लेकिन धीरे-धीरे जेल में अफरा तफरी मच जाती है,  सायरन बजते हैं, भिण्ड से लेकर भोपाल तक अलर्ट जारी होता है, भिण्ड पुलिस तत्काल जेल की और रवाना होती है, गंभीर रूप से घायल कैदियों को जिला पुलिस व ट्रेफिक पुलिस अपने वाहनों में घायलों को एक-एक करके उठाकर जिला चिकित्सालय लाती है, बचाव कार्य जारी है। 

प्रमोद भदौरिया उपजेल व भिण्ड जिला चिकित्सालय से लाईव जानकारी सुबह पाँच बजे के लगभग भिण्ड उपजेल का एक हिस्सा धाराशायी होने से घायल कैदियों में घनश्याम बौहरे पुत्र रामकरन बौहरे उम्र 35 वर्ष निवासी गोविन्द नगर ग्राम कुरथरा, केशव शिवहरे पुत्र रामभरोसे शिवहरे उम्र 37 वर्ष निवासी गोविन्द नगर, ओमप्रकाश परमार पुत्र जयपाल सिंह उम्र 29 वर्ष निवासी अम्बाह बरबाई, गुड्डू उर्फ कृष्णकांत  पुत्र कैलाश नारायण उम्र 40 वर्ष निवासी दबोहा भिण्ड, सोनू उर्फ शत्रुघन सिंह पुत्र मोहन सिंह उम्र 31 वर्ष निवासी शिवाजी नगर ग्राम पचैरा, अर्जुन राजावत पुत्र मर्जाद उर्फ भूप सिंहज उम्र 35 वर्ष निवासी पनिया सेसो थाना इटावा, अंकित लोधी पुत्र रामधुन उम्र 21 वर्ष निवासी मुडिय़ाखेड़ा भिण्ड, राजीव औझा पुत्र अजय औझा उम्र 24 वर्ष निवासी बीटीआई रोड़ महावीर नगर भिण्ड, आकाश जाटव पुत्र राकेश जाटव उम्र 23 वर्ष निवासी ग्राम गिरधारीपुर अजीतमल औरैया, बॉबी पुत्र भागीरथ जाटव उम्र 23 वर्ष निवासी ग्राम रतनुपुर गडिय़ा, दिलीप यादव पुत्र जयवीर यादव उम्र 22 वर्ष निवासी गीता भवन चौराहा पोस्ट ऑफिस के आगे, राहुल पुत्र संजीव सिंह तोंमर उम्र 20 वर्ष निवासी नबादा बाग भिण्ड, रमेश सोनी पुत्र श्री रामशंकर सोनी उम्र 27 वर्ष निवासी हनुमान बजरिया, बन्टू भदौरिया उर्फ शैलेन्द्र पुत्र रामेश्वर भदौरिया उम्र 38 वर्ष निवासी ग्राम बिजपुरी भिण्ड, महिपत सिंह पुत्र शिवराम सिंह राजावत उम्र 19 वर्ष निवासी ग्राम पुलावली, थाना ऊमरी, छोटू रावत पुत्र पंचम रावत उम्र 19 वर्ष निवासी पुरानी बस्ती भिण्ड, दशरथ भदौरिया पुत्र रामप्रकाश भदौरिया उम्र 32 वर्ष निवासी रिदौली, रोहित भदौरिया पुत्र ब्रिजेन्द्र भदौरिया उम्र 25 वर्ष निवासी खडेरी पुरा, उदय पुत्र कप्तान सिंह उम्र 27 वर्ष, शिवराम पुत्र हरेन्द्र राजावत उम्र 50 वर्ष निवासी पुलावली, रामौतार पुत्र विद्याराम जाटज गंभीर रूप से घायल हो गये, तभी तत्काल राहत कार्य में पहुँचे शहर कोतवाली पुलिस व ट्रैफिक पूलिस टीआई रणनीत सिंह सिकरवार ने घायलों को एक-एक करके जिला चिकित्सालय के लिए रवाना किया, जिसमें प्राथमिक जानकारी के अनुसार 19 कैदियों का इलाज जिला चिकित्सालय में जारी है, और शेष दो गंभीर रूप से घायल को देखते हुऐ जिला चिकित्सालय प्रबन्धन ने ग्वालियर के लिए रिफर कर दिया है। 

ऐसा नहीं हैं कि उपजेल भिण्ड के मेंटीनेंस व रखरखाव के लिए पैसा न आता हो, आता तो है, पर कहाँ जाता है, और किस दीवाल पर चिपक जाता है, आज घटना ने उपजेल प्रबन्धन की पोल खोलकर रख दी है, तीन दिन की बारिष ने ही उपजेल को धाराशाही कर दिया। भिण्ड उपजेल की छत गिरने की सूचना जैसे ही जेल में बंद कैदियों के परिवारीजनों को लगी तो वह तत्काल जिला चिक्सिालय के लिए दौड़ लगाई, हर कोई अपने को अपनी आँखों से देखने के लिए लालाहित दिखा। ट्रैफिक टीआई रणजीत सिंह सिकरवार ने तत्काल उपजेल पहुँचकर मौर्चा संभालकर घायलों को जिला चिकित्सालय भिजवाया।