तबलीगी जमात में शामिल हुए 107 लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री तलाशी जाए : शिवराज

दिल्ली से वापस मध्यप्रदेश पहुंचने वाले लोगों के संबंध में...

जमात में शामिल हुए 107 लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री तलाशी जाए : शिवराज


भोपा l मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मंत्रालय में एक उच्च-स्तरीय बैठक में निजामुद्दीन की मरकज से  तबलीगी जमात में शामिल लोगों को सभी के हित में क्वारेंटाइन में रखे जाने के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होने निर्देश दिये कि भोपाल के अलावा अन्य जिलों से भी जमात में शामिल हुए लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री प्राप्त की जाए और उसके मुताबिक एहतियाती कदम भी उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में संक्रमण की स्थिति के मद्देनजर दिल्ली से वापस मध्यप्रदेश पहुंचने वाले लोगों के संबंध में ऐहतियात बरतना जरूरी है।

उन्होंने बैठक में निर्देश दिये कि इस संबंध में जिला स्तर पर भी समीक्षा की जाए। बैठक में जानकारी दी गई कि तबलीगी जमात में शामिल प्रदेश के 107 नागरिकों की सूची प्राप्त हुई थी। इसमें से 67 नागरिक क्वॉरेंटाइन किए जा चुके हैं। शेष 40 जमातियों के नाम और पते मालूम नहीं होने से अन्य जिलों में उनके बारे में पता लगाया जा रहा है। इसके साथ ही, भोपाल और प्रदेश के अन्य जिलों में विदेशों से आए करीब 50 नागरिक भी क्वॉरेंटाइन के लिए भेजे जा रहे हैं। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी सहित गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

बुबुरहानपुर में नई दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से यहां लौटे जमातियों की संख्या बढ सात हो गई है। जिला प्रशासन ने बुरहानपुर के अलग-अलग हिस्सों में रह रहे 7 जमातियों की पहचान की है। इन जमातियों की पहचान कर उन्हें स्वास्थ्य विभाग को सौप गया है। सुबह मिले पॉचों जमातियों के घरों को सील कर उन्हें शासकीय जिला चिकित्सालय में बनाएं गए विशेष भवन में रखकर उनकी देखरेख की जा रहा है।

जिला महामारी नियंत्रण प्रभारी रविंदसिंह राजपूत ने बताया कि शाम को मिले मरकज से वापस आए 2 जमातियों को चिकित्सालय में ना रखकर परीक्षण के बाद उनके मकानों में ही रखा गया है। यह दोनों जमाती मकरज में शुरूआत में गए थे। इस कारण उनमें संक्रामण फैलने की संभावना कम है। फिर भी दोनों की देखरेख गंभीरतापूर्वक हो रही है।

शहडोल जिले में निजामुद्दीन मरकज में शामिल होकर यहां आये सभी लाेगों की चिकित्सा जांच में संक्रमित बीमारी के कोई लक्षण नही मिले है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रतिमा मैथ्यू के अनुसार मार्च के पहले सप्ताह में निजामुद्दीन मरकज़ में शामिल होने के बाद यहां आये तीन लोगों को जिला अस्पताल में स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इन तीनों व्यक्तियों में संक्रमित बीमारी के कोई लक्षण नहीं पाए गए। इन सभी को अपने ही घर में रहकर मेलजोल न रखने और अस्पताल के सम्पर्क में रहने की सलाह दी गई है। शहडोल प्रशासन को इनके नाम दिल्ली से मिले थे।

कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमले ने शहरी क्षेत्र के विभिन्न वार्डों तथा ग्रामों में भ्रमण कर अन्य देशों, प्रदेश के अन्य जिलों तथा अन्य राज्यों से आए हुए 1382 लोगों को होम क्वरेंटाइन की सलाह दी जा है । जानकारी के अनुसार जिले के समस्त विकासखण्ड में 51 काम्बेट दलों द्वारा करीब 101 से अधिक गांवों का भ्रमण कर तथा घर-घर सर्वे करीब 1382 लोगों को चिन्हित किया गया है।

अस्पतालों में संक्रमण की संभावना को समाप्त करने के लिये कोविड-19 के मरीजों के प्रबंधन के लिये अलग से चिन्हित अस्पताल अथवा वार्ड की व्यवस्था करने के निर्देश जारी किये हैं। आयुक्त स्वास्थ्य ने इस संबंध में सभी चिकित्सा महाविद्यालयों, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों, सिविल सर्जनों और निजी चिकित्सालयों को इस संबंध में केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने को कहा है।

समर्पित अस्पतालों की व्यवस्था से संक्रमण की संभावनाओं के बिना कोविड-19 के मरीजों की विशेष आवश्यकताओं की पूर्ति हो सकेगी। चिन्हित अस्पतालों और वार्डों में आगमन और निर्गम की व्यवस्था भी अलग रहेगी। आईसीयू, क्रिटिकल केयर, लैब तथा अन्य जाँच आदि आवश्यक सेवाओं की व्यवस्था के साथ रसोई और लाण्ड्री भी अलग करना होगी। जिला कलेक्टर्स को पूरी तरह चिन्हित अस्पतालों तथा वार्डों का बेहतर प्रबंधन करने के लिये कहा गया है।

कलेक्टर प्रियंका दास ने कहा कि कोरोना संक्रमण जिले में पांव न फेलायें, इसके लिये प्रशासन ने एतिहात बरतनें की लोंगो को सलाह दी है। उन्होंने आज आमपुरा और महाजपुर रोड़ के क्षेत्रों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि बाहर से आने वाले 9 लोगों के सैम्पल जांच हेतु भेजे थे।

जिनमें से अभी तक 9 लोंगो की जांच में से 2 सैम्पल निगेटिव पाये गये है। शेष 7 सैम्पल की जांच आना शेष है। जिनमें से 4 मरीजों को जिला हाॅस्पीटल के आईसुलेट वार्ड में रखा गया है और अन्य लोंगो के आने की सैम्पलिंग का कार्य जारी है। उन्होंने बताया कि चिकित्सक अपनी कार्यकुशलता के साथ ईलाज में लगे हुये है। 

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