G News 24 : सब अचानक नहीं हो रहा है,साल भर पहले चेताया था तब देश ने मजाक उड़ाया !

 खालिस्तान पर कुमार विश्वास का बड़ा दावा...

 सब अचानक नहीं हो रहा है,साल भर पहले चेताया था तब देश ने मजाक उड़ाया !



नई दिल्ली। खालिस्तानी समर्थक और वारिस पंजाब दे का प्रमुख अमृतपाल सिंह पिछले 6 दिनों से फरार है। उसकी तलाश में पंजाब पुलिस लगातार सर्च अभियान चला रही है। वहीं अमृतपाल सिंह के खिलाफ हो रही कार्रवाई को लेकर दुनिया के कई देशों में खालिस्तानी समर्थक प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान भारत के झंडे को भारतीय दूतावास से उतारने की घटना भी सामने आई है। इस बीच कवि कुमार विश्वास ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है कुमार विश्वास ने कहा है कि विश्व भर में भारतीयों, भारतीय संस्थानों और मंदिरों पर हमला, शहीद ए आजम भगत सिंह को उनकी शहादत के दिन खुलेआम गद्दार कहना।

 यह सब अचानक नहीं हो रहा है। साल भर पहले चेताया था तब देश ने मजाक उड़ा दिया। खतरा बड़ा है। दूसरी तरफ सूत्रों के मुताबिक अमृतपाल सिंह का दिल्ली की ओर रवाना होने का शक है। बस के अलावा किसी अन्य वाहन के जरिए अमृतपाल सिंह के दिल्ली बॉर्डर में घुसने का पंजाब पुलिस ने शक जताया है। ऐसे में दिल्ली पुलिस भी अमृतपाल सिंह को लेकर अलर्ट है।बता दें कि इससे पहले पंजाब पुलिस ने गुरुवार को कहा कि अमृतपाल सिंह के एक सहयोगी के पास से बरामद की गई संवेदनशील सामग्री से संकेत मिलता है कि वह देश विरोधी गतिविधियों में शामिल था।

 लुधियाना जिले में खन्ना क्षेत्र की पुलिस ने कहा कि उन्होंने तेजिंदर सिंह गिल नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर अमृतपाल सिंह के निजी सुरक्षा घेरे का हिस्सा था। पंजाब के पुलिस महानिरीक्षक (मुख्यालय) सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि तेजिंदर सिंह गिल से पूछताछ में पुलिस को कुछ संवेदनशील सामग्री मिली है जो इस बात की ओर इंगित करती है कि अमृतपाल की अगुवाई वाला संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में शामिल था।

G News 24 :बाप-बेटी ने यूं मिलकर रची साजिश !

 फडणवीस को फंसाने के लिए ...

बाप-बेटी ने यूं मिलकर रची साजिश !

मुंबई। मुंबई पुलिस ने महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अमृता फडणवीस को ब्लैकमेलिंग करने के मामले में कई नए चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. मुंबई पुलिस ने अपनी जांच में पाया है उल्हासनगर निवासी अनिक्षा अनिल जयसिंघानी अमृता फडणवीस को कोई भी वाट्सअप मैसेज भेजने से पहले अपने पिता अनिल जयसिंघानी से चर्चा किया करती थी. पुलिस ने एक ऐसे चैट का स्क्रिन शॉट शेयर कर यह खुलासा किया कि पिता-पुत्री ने मिलकर देवेंद्र फडणवीस और उनकी पत्नी को फंसाने की साजिश रची थी. 

एक और खुलासा यह हुआ कि अनिक्षा जयसिंघानी कोई फैशन डिजाइनर नहीं है बल्कि वो सिर्फ एक लॉ स्टूडेंट रही है. आपको बता दें कि अमृता फडणवीस को एक करोड़ रूपये की रिश्वत देने की कोशिश करने और ब्लैकमेल करने के आरोप में फिलहाल अनिक्षा पुलिस हिरासत में है. मुंबई पुलिस को उससे पूछताछ में कई चौंकाने वाली जानकारियां मिली हैं. पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि फैशन डिजाइनर ना होने के बावजूद वह आखिर किस पहचान के बल पर अमृता फडणवीस के करीब पहुंचने में कामयाब हो गई और 2016 से छह साल तक कैसे संपर्क में रह पाई? 

पुलिस को अनिक्षा के घर कई तरह के ड्रेस और जूलरी मिले हैं. अनिक्षा जब फैशन डिजाइनर नहीं थी तो उसने इतने सारे ड्रेस और जूलरी आखिर किस वजह से जमा किए, पुलिस यह भी जानने की कोशिश कर रही है.यह जानकारी भी सामने आई कि सह आरोपी और अनिक्षा का रिश्तेदार निर्मल जयसिंघानी की रेडिमेड कपड़ों की दुकान है. लेकिन उसकी दुकान में डिजाइनर कपड़े नहीं मिलते. तो क्या अनिक्षा ने रेडिमेड कपड़ों को फर्जी तौर से डिजाइनर बता कर बेचने के धंधे में शामिल है? यह भी एक बड़ा सवाल है.

अमृता फडणवीस की शिकायत के बाद 20 फरवरी को अनिक्षा और अनिल जयसिंघानी के खिलाफ साजिश रच कर ब्लैकमेल करने और रिश्वत देने का ऑफर देने के आरोप में मुंबई के मलाबार हिल पुलिस थाना में केस दर्ज किया गया. अनिल जयसिंघानी पर अलग-अलग राज्यों में ठगी और धमकाने के 15 मामले दर्ज हैं. फडणवीस का आरोप है कि अनिक्षा अपने पिता पर लगे केस से छुटकारा दिलाने के एवज में रिश्वत ऑफर कर रही थी. 16 मार्च को मुंबई पुलिस ने अनिक्षा को उल्हासनगर से और उसके बाद 20 मार्च को पुलिस ने अनिल जयसिंघानी को गुजरात से गिरफ्तार किया. पुलिस यह भी पता लगा रही है कि इस मामले में जयसिंघानी के साथ और कौन-कौन लोग जुड़े हैं.l

G News 24 :अमृतपाल की खालिस्तान बनाने की तैयारी पूरी थी !

 फौज के साथ झंडा, करेंसी और नक्शे का मिला खाका...

अमृतपाल की  खालिस्तान बनाने की तैयारी पूरी थी !

चंडीगढ़। खालिस्तानी समर्थक और वारिस पंजाब दे का चीफ अमृतपाल सिंह खालिस्तान बनाने की पूरी प्लानिंग कर चुका था। उसने इसके लिए प्राइवेट आर्मी आनंदपुर खालसा फौज के अलावा एक क्लोज प्रोटेक्शन टीम भी बनाई थी। उसने खालिस्तान का नया झंडा और अलग करेंसी भी बना ली थी। वहीं सिख रियासतों तक के झंडे उसने बना लिए थे। यह सारे खुलासे अमृतपाल के गनर तजिंदर सिंह उर्फ गोरखा बाबा ने किए हैं, जिसे पुलिस ने लुधियाना में गिरफ्तार किया है।

 जांच में ये भी सामने आया है कि आनंदपुर खालसा फौज के हर व्यक्ति को अमृतपाल सिंह ने स्पेशल नंबर भी अलॉट किया हुआ था। खन्ना पुलिस की एसएसपी अमनीत कौंडल ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि तेजिंदर उर्फ गोरखा बाबा से कई अहम खुलासे हुए हैं।अमृतपाल टाइगर फोर्स व ट्रेनिंग के लिए शूटिंग रेंज बना ली थी अमृतपाल ने आनंदपुर खालसा फौज के नाम से एक वॉट्सऐप ग्रुप बनाया था। इसके 10 सदस्य थे। इसके अलावा उसने अपना एक और ग्रुप बना रखा था, जिसका नाम अमृतपाल टाइगर फोर्स था। अमृतपाल के करीबी ही इसमें शामिल थे। अमृतपाल खालिस्तान की प्लानिंग कर चुका था। 

उसने युवाओं की ट्रेनिंग के लिए शूटिंग रेंज बना रखी थी। उसने एकेएप के सदस्यों को बुलेटप्रूफ जैकेट और हथियार मुहैया कराए थे। इसके अलावा अमृतपाल की आनंदपुर खालसा फौज में जो लोग शामिल थे उनको सैलरी भी दी जाती थी। तजिंदर उर्फ गोरखा बाबा के फोन से प्रस्तावित खालिस्तान राज्य का लोगो और राज्य प्रतीक के फोटो और वीडियो भी मिले हैं। अमृतपाल ने प्रस्तावित खालिस्तानी डॉलर की कॉपी भी तैयार कराई थी। अमृतपाल खालिस्तान में डॉलर चलाना चाहता था। उसने अपनी करेंसी भी तैयार की है। इसके अलावा आनंदपुर खालसा फौज का होलोग्राम लोगो, हथियारों के साथ एकेएफ के सदस्य और पाकिस्तानी नागरिक का ड्राइविंग लाइंसेस भी फोन पर मिला। 

खालिस्तान का नक्शा भी बनाया, नक्शे में लाहौर व पेशावर भी शामिल l अमृतपाल के गनमैन के मोबाइल से फायरिंग रेंज के वीडियो मिले हैं। अमृतपाल अपने समर्थकों न केवल हथियार चलाने की ट्रेनिंग दे रहा था बल्कि उन्हें हथियार असेंबल करना भी सिखा रहा था। इसके अलावा एकेएफ के सदस्यों को बुलेटप्रूफ जैकेट भी मुहैया कराई गई थी। अमृतपाल ने आनंदपुर साहिब फोर्स की बेल्ट भी तैयार करवा ली थी। इसके अलावा एकेएफ के टैटू और खालिस्तान का झंडा भी तैयार करवा चुका था। गनमैन के मोबाइल से गुरभेज नाम के व्यक्ति के हाथ पर बना एकेएफ का टैटू भी मिला है। पुलिस के अनुसार, तजिंदर ने पूछताछ में माना कि उन्हें बुलेटप्रूफ जैकेट इसी गुरभेज ने लाकर दी थी। अमृतपाल के इरादे इतने बुलंद थे कि उसने खालिस्तान का नक्शा भी तैयार कर लिया था। इन नक्शे में लाहौर और पेशावर भी है।

G News 24 :MP में 161 तहसीलदार बने प्रभारी डिप्टी कलेक्टर

 170 नायब तहसीलदारों को भी तहसीलदार बनाया...

MP में 161 तहसीलदार बने प्रभारी डिप्टी कलेक्टर

भोपाल l प्रमोशन की मांग को लेकर मध्यप्रदेश के तहसीलदार और नायब तहसीलदार 20 और 21 मार्च को छुट्‌टी पर रहे थे। मध्यप्रदेश के कुल 161 तहसीलदार को सरकार ने प्रभारी डिप्टी कलेक्टर बनाया है। वहीं, 170 नायब तहसीलदारों को तहसीलदार, 139 राजस्व निरीक्षकों को प्रभारी सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख और 80 सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख को यही पर प्रभारी बनाया है। इनके साथ ही सरकार ने इनकी जिलों में बदला-बदली भी की है। इस मांग को लेकर तहसीलदार और नायब तहसीलदार 4 दिन पहले छुट्‌टी पर चले गए थे। राजस्व मंत्री गोविंद सिंह समेत सीनियर अफसरों ने मांग को पूरा करने का भरोसा दिलाया था। तब वे वापस काम पर लौटे थे।

बता दें कि प्रदेश में तहसीलदारों को कार्यवाहक डिप्टी कलेक्टर और नायब तहसीलदारों को तहसीलदार बनाने का मुद्दा फरवरी से ही गरमाया हुआ था। वे चाहते हैं कि कार्यवाहक डिप्टी कलेक्टर और तहसीलदार को लेकर आदेश GAD यानी सामान्य प्रशासन विभाग ही निकाले, ताकि जिलों में उन्हें पदोन्नति उसी तहसील पर मिले, जो की गई है। इससे प्रभार के संबंध में दुविधा या दुरुपयोग नहीं होगा और अफसरों के सम्मान को ठेस भी नहीं पहुंचेगी। इसी मांग को लेकर उन्होंने सांकेतिक रूप से हड़ताल भी की थी। आखिरकार उनकी यह मांग पूरी हुई और शनिवार की शाम को जीएडी ने आदेश निकाल दिए। इससे अफसरों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। जिन तहसीलदारों को प्रभारी डिप्टी कलेक्टर बनाया गया है, वे पिछले 7 साल से प्रमोशन का इंतजार कर रहे थे। वर्ष 1999 से 2008 के बीच के तहसीलदार इस क्राइटेरिया में आ रहे थे। जिनकी विभागीय जांच चल रही है, वे डिप्टी कलेक्टर नहीं बन पाए।

170 नायब तहसीलदारों को भी फायदा

कुल 170 नायब तहसीलदारों को भी तहसीलदार का प्रभार दिया गया है। 80 सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख को प्रभारी बनाया गया है। 139 राजस्व निरीक्षकों को प्रभारी सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख बनाया गया है।

इन्हें दिया गया है प्रभार

वर्ष 1999 से 2008 के बीच जो नायब तहसीलदार बने और फिर तहसीलदार के पद पर पदोन्नत हुए, लेकिन इसके बाद उन्हें प्रमोशन नहीं मिला। उन तहसीलदारों को कार्यवाहक डिप्टी कलेक्टर नहीं बनाया गया है, जिन पर जांच चल रही हो। यानि, ऐसे तहसीलदारों को मौका नहीं मिला। PSC के जरिए भर्ती हुए, प्रमोशन का कर रहे थे इंतजार मध्यप्रदेश राजस्व अधिकारी संघ की मानें तो वर्ष 1999 से 2008 के बीच एमपी पीएससी के जरिए नायब तहसीलदारों की भर्ती की गई थी, लेकिन उन्हें प्रमोशन नहीं मिला। यदि नियम के अनुसार प्रमोशन होता तो दो बार पदोन्नति हो जाती। अब तक वे जॉइंट कलेक्टर बन चुके होते, लेकिन पदोन्नति रुकने के कारण डिप्टी कलेक्टर भी नहीं बन सके।

G News 24 :छिंदवाड़ा में अमित शाह ने भरी हुंकार !

 सीएम शिवराज ने कमल नाथ को बताया कपट नाथ

छिंदवाड़ा में अमित शाह ने भरी हुंकार !

छिंदवाड़ा। कांग्रेस के प्रदेशाध्य0क्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ का गढ़ माने जाने वाले छिंदवाड़ा में आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सभा हुई। इस रैली में अमित शाह ने कमल नाथ पर जमकर हमला बोला और मोदी सरकार की उपलब्धितयां गिनाईं।  गृह मंत्री अमित शाह ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि सातों सीट जीतनी है तो विजय के संकल्प के साथ भारत माता की जय बोलिए। उन्होंनने आंचलकुंड दरबार की जय बोलकर भाषण की शुरुआत की। 

आदिवासी क्रांतिकारी बादल भोई को किया नमन, छिंदवाड़ा में आदिवासी बड़ी संख्या में रहते हैं। अमित शाह ने कहा कि भाजपा ने आदिवासियों के सम्मान की चिंता की। बिरसा मुंडा जयंती को जनजतीय गौरव दिवस के रूप में मनने का काम पीएम मोदी ने शुरू किया। पीएम ने पिछड़ा वर्ग के आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया। द्रौपदी मुर्मु को राष्ट्रपति बनाया। पीएम ने कहा ये दलित, पिछड़ा और आदिवासियों की सरकार है। 80 करोड़ लोगो के जीवन में परिवर्तन लाया। दस करोड़ शौचालय, 3 करोड़ को पीएम आवास दिए। 130 करोड़ जनता को कोरोना के टीके मुफ्त लगवाए।

अमित शाह ने मंच से कमल नाथ से पूछा कि जनता ने मौका दिया तो उसका हिसाब-किताब तो दे दो। नया तो छोड़ो, शिवराज सिंह जो मध्यप्रदेश छोड़कर गए थे, उसमें भी आपने लूट-खसोट का काम किया। कन्हान परियोजना में गड़बड़ी की। अगस्ता वेस्टलैंड का घोटाला हुआ। तीर्थ दर्शन, संबल योजना बंद कर दी। कोयला खदान हर्राई में माचिस का कारखाना नही खुला, दो फ्लायओवर नही बने। 34 सौ करोड़ का बजट छिंदवाड़ा को दिया। एम्स, मचागोर की सौगात दी सीएम शिवराज सिंह ने। छिंदवाड़ा-नागपुर और छिंदवाड़ा-मंडला डबल लाइन भी पीएम ने दी।कश्मीर भारत का है। धारा 370 हटा दी। कांग्रेस के शासन काल में आतंकी घुस जाते थे। उरी की घटना के बाद घर में घुस के मारा। नक्सलवाद का भी सफाया किया।

G News 24 :छिंदवाड़ा कमल नाथ की जागीर नहीं : सीएम शिवराज

 कमल नाथ ये भी बोल दे कि पातालकोट भी उन्होंने ही बनाया : CM

छिंदवाड़ा कमल नाथ की जागीर नहीं : सीएम शिवराज

छिंदवाड़ा l छिंदवाड़ा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली में सीएम शिवराज ने कमल नाथ पर जमकर हमला बोला आज उपस्थिडत जनसमुदाय को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि छिंदवाड़ा कमल नाथ की जागीर नहीं है। वह डींगे हांकते हैं। बस चले तो कमल नाथ ये भी बोल दे कि पातालकोट भी उन्होंने ही बनाया। गृह मंत्री अमित शाह ने धारा 370 को समाप्त किया, ट्रिपल तलाक जैसे कुप्रथा खत्म की। अमित शाह विजय का उद्घोष करने आए हैं। छिंदवाड़ा में कांग्रेस वाले घबरा गए हैं। कांग्रेस के लोग पूछते हैं कि हजार करोड़ रुपये की सिंचाई परियोजना का काम क्यों रोका, तो बता दें कि बिना डिजाइन के क्यों एडवांस पेमेंट दिया। मेडिकल कालेज जितने में बन सकता था, उतना पेमेंट किए। 

छिंदवाड़ा में भाजपा ने ही विकास कार्य किए। मचगोरा डेम, सड़क, बिजली का इंतजाम किया। विवाह योजना का 27 हजार मामा देते हैं, कमल नाथ बोले मैं 51 हजार दूंगा, लेकिन पैसा आया ही नहीं। कमल नाथ नही कपट नाथ हैं, झूठ नाथ हैं, अभी लाडली बहना योजना बनाई कि बहनों के खाते में एक हजार डालूंगा। लेकिन जब आपकी सरकार थी तो क्यों नहीं दिया। बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया, रोजगार दिया गाय चराने का। हम युवा कौशल योजना में 8 हजार रुपये देंगे।

G News 24:जिले के विकास के लिए फंड जारी कराए गृह मंत्री शाह - विश्वीनाथ आप्टे

 छिंदवाड़ा के साथ जो अन्याय हुआ, उसका उत्तर भी दे : बीजेपी 

जिले के विकास के लिए फंड जारी कराए गृह मंत्री शाह - विश्वीनाथ आप्टे 

छिंदवाड़ा l कांग्रेस जिला अध्यक्ष विश्वनाथ  ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के जिले में आगमन को लेकर स्वागत किया है। लेकिन श्री आप्टे ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान गृह मंत्री से सवाल करते हुए कहा कि मेडिकल कॉलेज, यूनिवर्सिटी के लिए पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने राशि स्वीकृत करवाई थी, लेकिन ये रकम रोक दी गई। 

जिला कृषि प्रधान है, लेकिन सिंचाई परियोजना रोक दी गई। 

छिंदवाड़ा में कृषि महाविद्यालय में बजट दिया था, लेकिन काम शुरू नहीं हुआ। 33 करोड़ की रकम से गारमेंट पार्क शुरू करने की योजना थी, लेकिन सारे काम रोकदिए गए। फ्लायओवर बनने के बाद लोकार्पण में भी महापौर और अन्य  जनप्रतिनिधियों की अवहेलना की गई। कमल नाथ का गांधी परिवार से पुराना रिश्ता है, राहुल गांधी की सदस्यता दुर्भावनापूर्वक खत्म की गई। छिंदवाड़ा के साथ जो अन्याय हुआ, उसका उत्तर भी दे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष ने कहा कि कन्हान प्रोजेक्ट क्यों रोका, मेडिकल का बजट क्यों कम किया, इस पर भी बोलें।