2.5 फीट ऊंचे नल से लटककर साढ़े 5 फीट लंबे अल्ताफ ने लगाई फांसी!

मौत के मामले में सियासत गर्म…

2.5 फीट ऊंचे नल से लटककर साढ़े 5 फीट लंबे अल्ताफ ने लगाई फांसी !


 
उत्तर प्रदेश के कासगंज में पुलिस हिरासत में युवक अल्ताफ की मौत के मामले में सियासत गर्म है. अल्ताफ की मौत कैसे हुई? ये सवाल जितना पेचीदा है उससे भी कहीं ज्यादा उलझन भरा इसका जवाब है. पुलिस अल्ताफ के आत्महत्या करने की बात कह रही है, लेकिन अल्ताफ का परिवार मानने को तैयार नहीं है और बार-बार कह रहा है कि अल्ताफ का कत्ल हुआ है.

पुलिस की थ्योरी के मुताबिक, कासगंज थाने के शौचालय में लगे करीब ढाई फीट ऊंचे नल से लटककर साढ़े पांच फीट लंबे अल्ताफ ने फांसी लगा ली. कासगंज के कप्तान रोहन प्रमोद बोत्रे ने अल्ताफ की आत्महत्या की जो कहानी बताई है वो किसी के गले से नीचे नहीं उतर रही. पुलिस का दावा है कि अल्ताफ ने अपने जैकेट की डोरी से ही फांसी लगाई और उसकी अस्पताल ले जाने के बाद मौत हुई. पुलिस के इस दावे पर इस बात का जवाब नहीं मिल पा रहा है कि साढ़े 5 फीट का अल्ताफ ढाई फीट के पाइप से लटककर कैसे फांसी लगा सकता है?

कासगंज पुलिस पर सवाल उठने की दूसरी वजह ये भी है कि अल्ताफ की मौत होने के बाद पुलिस ने एक कागज पर अल्ताफ के पिता का अंगूठा लगवाया था. कागज में क्या लिखा था, ये अल्ताफ के पिता चांद मियां को भी नहीं पता. लेकिन इसमें कासगंज पुलिस की कार्रवाई पर संतोष जताया गया है.

चिट्ठी में लिखा था, ‘’मेरे पुत्र अल्ताफ ने डिप्रेशन में आकर फांसी लगा ली. उसको पुलिस वाले CSC उपचार हेतु अशोक नगर लेकर गए, जहां उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई. मुझे पुलिस वालों से कोई शिकायत नहीं है. न मैं और ना मेरा परिवार कोई कार्रवाई करना चाहता है और ना ही भविष्य में करूंगा.’’

अल्ताफ ने जिस घर में टाइलें लगाई थीं उस घर की एक नाबालिग लड़की के अगवा होने की शिकायत लड़की के परिवारवालों ने कासगंज कोतवाली में दर्ज कराई थी. इस शिकायत में अल्ताफ को नामजद किया गया था. 8 नवंबर को पूछताछ के नाम पर पुलिस अल्ताफ को पकड़कर थाने लाई. इस दौरान लड़की के पिता और भाई भी मौजूद थे. 9 नवंबर को अल्ताफ की मौत की खबर आई.

इस मामले में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल एक नहीं अनेक हैं. पुलिस का दावा है कि अल्ताफ को 9 नवंबर को पूछताछ के लिए लाई. अल्ताफ के परिवार के मुताबिक 8 नवंबर को ही पुलिस अल्ताफ को ले गई. पुलिस ने कहा अल्ताफ पर किडनैपिंग का केस है लेकिन परिवार ने अल्ताफ को बेकसूर बताया. इन सब सवालों की वजह से अल्ताफ की मौत एक पहेली सी बन गई है. मामले में अब तक पांच पुलिसवालों को सस्पेंड किया गया है. इस मामले की विभागीय जांच ASP को सौंपी गई है. SDM मजिस्ट्रेट जांच करेंगे.


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