G News 24 : ग्वालियर के सबसे बड़े मैरिज गार्डन्स में लगी भीषण आग !

 समारोह में शामिल सभी 300 लोग एवं अन्य कामों में लगे सभी वर्कर भी सुरक्षित हैं...

ग्वालियर के सबसे बड़े मैरिज गार्डन्स में लगी भीषण आग ! 

ग्वालियर। एजी ऑफिस पुल के पास बने संगम वाटिका में आज देर शाम अचानक आग लग गई जिसने बाद में समीप के सबसे बड़े मैरिज गार्डन रंगमहल सहित अन्य गार्डन्स  को भी चपेट में ले लिया । बताया जा रहा है कि रंग महल में शादी समारोह का आयोजन हो रहा था. इस दौरान शॉर्ट सर्किट होने के कारण आग लग गई. आग की वजह से मैरिज गार्डन में धमाके होते रहे. सूचना मिलते ही मौके पर दमकल की गाड़ियां पहुंची है और आग बुझाई.आग लगने की सूचना मिलने पर आईजी अरविंद सक्सेना, कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान, पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह एवं नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह,स्थानीय पार्षद अपर्णा पाटिल व उनके पति अजय पाटिल सहित जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। 

कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने संबंधित अधिकारियों से बात कर ग्वालियर शहर के आसपास के जिलों से भी फायर ब्रिगेड बुलाईं। वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में फायर ब्रिगेड अमले ने मुस्तैदी के साथ आग बुझाई। संगम बैंक्वेट में लगी आग में  कोई कैजुअल्टी नहीं हुई ये एक राहत वाली खबर रही है। फायर ब्रिगेड पुलिस प्रशासन मुस्तैदी के चलते आग पर शीघ्र ही काबू प् लिया गया। गार्डन में चल रहे समारोह में शामिल सभी 300 लोग एवं अन्य कामों में लगे सभी वर्कर भी सुरक्षित हैं। 

घटना पर ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने जताई चिंता  

प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने ग्वालियर शहर के दो मैरिज गार्डनों में आगजनी की घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह घटना स्थल पर पहुंचकर तुरन्त बचाव कार्य शुरु कराएं। ग्वालियर से बाहर प्रवास पर होने के कारण जब शुक्रवार की रात ग्वालियर शहर के मध्य स्थित संगम मैरिज गार्डन और रंगमहल गार्डन में आग लगने की जानकारी ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को प्राप्त हुई है। उन्होंने तत्काल इस सम्बन्ध में जिला प्रशासन के प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा कर घटना के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी ली और प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए कि आग को बुझाने के लिए दमकल की गाड़ियों के साथ अन्य आवश्यक संसाधन तुरन्त मौके पर मुहैया कराए जाएं। ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर इस हादसे को लेकर निरंतर जिला प्रशासनिक अधिकारियों के सम्पर्क में हैं तथा उन्होंने संवेदनशीलता के साथ हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है।

G News 24 : "हर वोट कीमती और हर आवाज का महत्त्व"

फर्स्ट टाइम वोटरों से PM मोदी की खास अपील...

"हर वोट कीमती और हर आवाज का महत्त्व"

नई दिल्ली। देशभर में आज लोकसभा चुनाव का आगाज हो गया है. आज (शुक्रवार,19 अप्रैल) को 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर वोट डाले गए. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकतंत्र के महापर्व के मौके पर देशवासियों से मतदान करने की अपील की है.

पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में 21 राज्यों और संघ शासित प्रदेशों की 102 सीटों के वोटर्स से अपने मताधिकार का प्रयोग जरूर करने की अपील की. पीएम मोदी ने कहा कि वोटिंग जरूर करें और नया रिकॉर्ड बनाएं. इसके साथ ही फर्स्ट टाइम वोटरों से भी पीएम मोदी ने खास अपील करते हुए कहा कि वे भारी संख्या में मतदान करें. पीएम मोदी ने कहा कि हर वोट कीमती है और हर आवाज का महत्त्व है.

लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव आज से शुरू हो रहा है! लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में 21 राज्यों और संघ शासित प्रदेशों की 102 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। इन सभी सीटों के मतदाताओं से मेरा आग्रह है कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग जरूर करें और वोटिंग का नया रिकॉर्ड बनाएं। 

पहले चरण में 102 सीटों पर वोटिंग

पहले चरण के तहत देश के 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मतदान हो रहा है. 102 सीटों पर वोटिंग सुबह 7 बजे से जारी है, जो कि शाम 6 बजे तक चलेगी. पहले चरण में आठ केंद्रीय मंत्री, दो पूर्व मुख्यमंत्री और एक पूर्व राज्यपाल चुकी किस्मत दांव पर लगी है.पहले चरण में नागपुर, कन्याकुमारी, चेन्नई सेंट्रल, मुज्जफनगर, सहारनपुर, कैराना,पीलीभीत, डिबरुगढ़, जोरहट, जयपुर, छिंदवाड़ा, जमुई, बस्तर, नैनीताल व लक्षद्वीप आदि सीटें काफी अहम मानी जा रही हैं.18वीं लोकसभा के लिए चुनाव सात चरणों में संपन्न होने हैं.  


G News 24 : महानदी में 60 लोगों को ले जा रही नाव पलटी, कई लोगों की मौत की आशंका !

ओडिशा में बड़ा हादसा...

महानदी में 60 लोगों को ले जा रही नाव पलटी, कई लोगों की मौत की आशंका !


ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले में शुक्रवार को एक दुखद घटना घटी. पत्थर सैनी मंदिर से दर्शन करने के बाद लौट रहे श्रद्धालुओं से भरी नाव महानदी में पलट गई. इस हादसे में 2 लोगों की जान चली गई, जबकि बाकी लोग लापता बताए जा रहे हैं. हुआ यह कि पत्थनर सेनी मंदिर के पास महानदी में नाव पलट गई. बताया गया है कि नाव में 50 से 60 लोग सवार थे. कुछ लोग लापता बताए जा रहे हैं. मृतकों और लापता व्यक्तियों की पहचान शुरू हो गई है. 

उधर घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंच कर तलाशी अभियान में जुटा हुआ है. पुलिस टीम के साथ बचाव दल भी पहुच गया है. पुलिस ने बताया कि हादसे के दौरान नौका में लोग सवार थे जो पथरसेनी कुडा से बारगढ़ जिले के बंजीपल्ली जा रहे थे. यह हादसा तब हुआ जब नाव झारसुगुडा जिले के रेनगली पुलिस थाना के अंतर्गत शारदा घाट पहुंचने वाली थी. उन्होंने बताया कि स्थानीय मछुआरों ने 35 लोगों को बचा लिया और उन्हें किनारे पर ले आए.

लोग अब भी लापता हैं..

अधिकारी ने बताया कि बाद में पुलिस और अग्निशमन विभाग के कर्मियों ने सात और लोगों को बचाया. उन्होंने बताया कि सात और लोग अब भी लापता हैं और उनकी तलाश के लिए अभियान चलाया जा रहा है. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मृतकों के परिजनों के लिए चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है और पांच गोताखोरों को भी मौके पर भेजा गया है.

नाव पलट गई..चीख-पुकार मच गई..

एक चश्मदीद ने बताया कि यात्रियों को लेकर महानदी में जब नाव गुजर रही थी तो लखनपुर प्रखंड अंतर्गत सारधा के पास नाव पलट गई. घटना के बाद चीख-पुकार मच गई थी. नदी में गिरे लोग चिल्ला रहे थे. घटना पर नजर पड़ते ही वहां मौजूद मछुआरों ने मोर्चा संभाला और नदी में नाव ले जाकर एक-एक कर लोगों को निकालने लगे. मछुआरों ने तमाम यात्रियों को बचा लिया


G News 24 : अलग राज्य की मांग को लेकर, 6 जिलों के एक भी वोटर ने नहीं किया मतदान !

9 घंटे तक वोटरों का इंतजार करते रहे निर्वाचन अधिकारी ...

अलग राज्य की मांग को लेकर, 6 जिलों के एक भी वोटर ने नहीं किया मतदान !

कोहिमा।  नगालैंड के 6 पूर्वी जिलों में मतदान कर्मी मतदान केंद्रों पर 9 घंटे तक इंतजार करते रहे, लेकिन 'फ्रंटियर नगालैंड टेरिटरी' (FNT) की मांग को लेकर दबाव बनाने के लिए एक संगठन द्वारा आहूत बंद के बाद क्षेत्र के 4 लाख मतदाताओं में से कोई भी मतदान करने नहीं आया। मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की कि राज्य सरकार को ईस्टर्न नगालैंड पीपुल्स ऑर्गनाइजेशन (ENPO) की FNT की मांग से कोई दिक्कत नहीं है, क्योंकि वह पहले ही इस क्षेत्र के लिए स्वायत्त शक्तियों की सिफारिश कर चुकी है। बता दें कि ENPO पूर्वी क्षेत्र के सात जनजातीय संगठनों की शीर्ष संस्था है। अधिकारियों ने बताया कि जिला प्रशासन और अन्य आपातकालीन सेवाओं से जुड़े लोगों एवं वाहनों को छोड़कर सड़कों पर किसी भी व्यक्ति या वाहन की कोई आवाजाही नहीं दिखी। 

9 घंटे तक इंतजार करते रहे मतदान कर्मी 

नगालैंड के अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी आवा लोरिंग ने बताया कि 20 विधानसभा क्षेत्रों वाले इस क्षेत्र के 738 मतदान केंद्रों पर मतदान कर्मी सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक मौजूद रहे। सीईओ कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि इन 9 घंटों में कोई भी वोट डालने नहीं आया। 20 विधायकों ने भी अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं किया। नगालैंड के 13.25 लाख मतदाताओं में से पूर्वी नगालैंड के 6 जिलों में 4,00,632 मतदाता हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य की राजधानी से करीब 41 किलोमीटर दूर तौफेमा में अपने गांव में वोट डालने के बाद पत्रकारों से कहा कि उन्होंने FNT के लिए ‘ड्राफ्ट वर्किंग पेपर’ स्वीकार कर लिया है, जिसे उन्हें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की उपस्थिति में सौंपा गया था। 

20 विधायकों ने भी नहीं डाला वोट

ENPO यह आरोप लगाते हुए छह जिलों को मिलाकर एक अलग राज्य की मांग कर रहा है कि पूर्ववर्ती सरकारों ने इस क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास नहीं किया। हालांकि, मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पहले ही एक स्वायत्त निकाय की सिफारिश कर चुकी है, ताकि इस क्षेत्र को राज्य के बाकी हिस्सों के बराबर पर्याप्त आर्थिक पैकेज मिल सके। CM रियो ने कहा कि ‘‘जब एक स्वायत्त निकाय बनाया जाता है, तो निर्वाचित सदस्यों के साथ एक उचित प्रणाली होनी चाहिए। राज्य सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है। विधायकों और ENPO को एक सूत्र पर काम करने के वास्ते बातचीत के लिए बैठना चाहिए। हम उसके बाद ही बात कर सकते हैं।'' यह पूछे जाने पर कि क्या वोट न डालने के लिए पूर्वी नगालैंड के 20 विधायकों के खिलाफ कोई कार्रवाई शुरू की जाएगी? इस पर उन्होंने कहा कि ‘‘हम टकराव नहीं चाहते हैं। देखते हैं क्या होगा।’’  

चुनाव से पहले किया बंद का ऐलान

बता दें कि नगालैंड में लोकसभा चुनाव शुरू होने से कुछ घंटे पहले, ENPO ने गुरुवार शाम 6 बजे से राज्य के पूर्वी हिस्से में अनिश्चितकालीन पूर्ण बंद घोषित कर दिया। संगठन ने यह भी आगाह किया था कि यदि कोई व्यक्ति मतदान करने जाता है और कानून-व्यवस्था की कोई स्थिति उत्पन्न होती है, तो इसकी जिम्मेदारी संबंधित मतदाता की होगी। नगालैंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) वायसन आर. ने बंद को चुनाव के दौरान अनुचित प्रभाव डालने का प्रयास बताते हुए गुरुवार रात ENPO को ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी किया। उन्होंने कहा कि भारतीय दंड संहिता की धारा 171सी की उपधारा (1) के तहत "जो कोई भी स्वेच्छा से किसी चुनावी अधिकार के स्वतंत्र प्रयोग में हस्तक्षेप करता है या हस्तक्षेप करने का प्रयास करता है, वह चुनाव में अनुचित प्रभाव डालने का अपराध करता है।"

क्या बोले ENPO के अध्यक्ष

हालांकि, ENPO के अध्यक्ष त्सापिकीउ संगतम ने शुक्रवार को दावा किया कि यह धारा इस संदर्भ में लागू नहीं होती है। उन्होंने कहा कि "सार्वजनिक नोटिस (बंद के लिए) का मुख्य लक्ष्य पूर्वी नगालैंड क्षेत्र में गड़बड़ी की संभावना को कम करना और असामाजिक तत्वों के जमावड़े से जुड़े जोखिम को कम करना था, जो हमारे अधिकार क्षेत्र में है।" उन्होंने कहा कि पूर्वी नगालैंड वर्तमान में "सार्वजनिक आपातकाल" में है। उन्होंने दावा किया कि बंद क्षेत्र के लोगों द्वारा की गई एक स्वैच्छिक पहल थी। संगतम ने कहा कि ENPO ने एक अप्रैल को निर्वाचन आयोग को पूर्वी नगालैंड के लोगों के लोकसभा चुनाव में भाग लेने से दूर रहने के इरादे के बारे में सूचित किया था। उन्होंने कहा कि ENPO के पास अपने प्रस्तावों या आदेशों को लागू करने के लिए कोई तंत्र नहीं है, वह पूर्वी नगालैंड के लोगों के बीच स्वैच्छिक भागीदारी और आम सहमति के आधार पर संचालित होता है।

G News 24 : पहले चरण की वोटिंग के दौरान EVM तोड़ी, गोलियां चली, तो कही हुआ पथराव !

 पहले चरण में इन दिग्गज नेताओं की दांव पर किस्मत !

 पहले चरण की वोटिंग के दौरान EVM तोड़ी, गोलियां चली, तो कही हुआ पथराव !

लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण का मतदान शुक्रवार (19 अप्रैल, 2024) शाम छह बजे संपन्न हुआ. जिस राज्य में जमकर हिंसा की घटनाएं देखने को मिलीं, वहीं पर सबसे ज्यादा मतदान भी हुआ. चुनाव आयोग के डेटा के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में शाम पांच बजे तक सबसे अधिक 77.57 फीसदी वोटिंग हुई, जबकि बिहार में सबसे कम सिर्फ 46.32 प्रतिशत मतदाताओं ने इतने समय तक वोट डाले. ऐसे में वोटिंग के मामले में बिहार सभी राज्यों और संघ शासित प्रदेशों से पिछड़ गया

वोटिंग के बीच मणिपुर और पश्चिम बंगाल में हिंसा की कई घटनाएं देखने को मिलीं. नॉर्थ ईस्ट के राज्य में बवाल का आलम यह था कि वहां फायरिंग और हंगामे के बीच इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को तोड़कर फेंक दिया गया. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस घटना से जुड़े कई वीडियो पर सामने आए, जो कि देखते ही देखते वायरल हुए. 

इस बीच, पश्चिम बंगाल में पथराव हुआ. वहां का कूचबिहार वोटिंग के दिन हिंसा का केंद्र बनकर उभरा. ऐसा इसलिए क्योंकि वहां पर कई घटनाओं के बाद दिनहाटा में ग्यारगरी में जमकर बवाल हुआ. आरोप है कि वहां पर राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के लोगों की ओर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कैंप ऑफिस पर हमला किया गया. तोड़फोड़ के साथ वहां पार्टी कार्यकर्ताओं को पीटा गया. बाद में बीजेपी ने इसके खिलाफ प्रदर्शन किया और विरोध जताया.

पश्चिम बंगाल और बिहार से इतर बाकी राज्यों के मतदान प्रतिशत की बात करें तो शाम पांच बजे तक त्रिपुरा में 76.10, असम में 70.77, पुडुचेरी में 72.84, मेघालय में 69.91, मणिपुर में 68.62, सिक्किम में 68.06, जम्मू कश्मीर में 65.08, अरुणाचल प्रदेश में 63.97, छत्तीसगढ़ में 63.41, लक्षद्वीप में 59.02, अंडमान और निकोबार द्वीप में 56.87, नागालैंड में 55.02, उत्तराखंड में 53.56 और मिजोरम में 53.03 प्रतिशत मतदान हुआ. बड़े राज्यों के वोट परसेंटेज पर नजर डालें तो उत्तर प्रदेश में 57.54, तमिलनाडु में 62.08, मध्य प्रदेश में 63.25, महाराष्ट्र में 54.85 और राजस्थान में 50.27 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. 

आम चुनाव के पहले चरण के मतदान के साथ ही कई सियासी दिग्गजों की किस्मत ईवीएम में बंद हो गई. इस चरण में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटें थी, जिसमें से वीवीआईपी सीटों की संख्या बहुत बड़ी है. इस फेज की वोटिंग के पूरा होने के साथ देश के नौ केंद्रीय मंत्रियों, दो पूर्व मुख्यमंत्रियों और एक पूर्व राज्यपाल की किस्मत ईवीएम में बंद हो गई. 

पहले चरण में जिन वीवीआईपी सीटों पर सबकी नजर थी, उसमें से यूपी की कैराना, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत के साथ पश्चिम बंगाल की कूचबिहार, बिहार की गया और जमुई, महाराष्ट्र की नागपुर, मध्यप्रदेश की सीधी, जबलपुर, मांडला, छिंदवाड़ा, असम की डिब्रूगढ़ और जोरहाट, छत्तीसगढ़ की बस्तर, राजस्थान की बीकानेर, चूरू, जयपुर ग्रामीण, नागौर सीट, त्रिपुरा की त्रिपुरा पश्चिम सीट, तमिलनाडु की चेन्नई दक्षिण, श्रीपेरंबदूर, कांचीपुरम, सालेम, नीलगिरी, कोयंबटूर, शिवगंगा, उत्तराखंड की गढ़वाल और हरिद्वार के साथ ही मेघालय की तुरा सीट है.


G News 24 : "उतना ही लो थाली में,व्यर्थ न जाए नाली में"

अन्न देवो भव संकल्प अभियान...

"उतना ही लो थाली में,व्यर्थ न जाए नाली में"

भारत सहित पूरे विश्व में हमारे ही करोड़ों बंधु भगिनी बच्चे परिपूर्ण भोजन के अभाव में भयंकर कुपोषण से त्रस्त हैं। उन्हें एक समय का भोजन भी ठीक से नहीं मिल पाता है। ऐसी स्थिति में जहां हमारी सनातन संस्कृति हमें अन्न देवो भव का पाठ पढ़ाती है वहां हम समाज के प्रति उत्तरदायित्व हीन होकर भोजन व्यर्थ फेंककर अन्न देवता के अपमान के भागीदार क्यों बन रहे हैं । 

समाज और मानवता के प्रति अपनी जिम्मेदारी निर्वहन करते हुए  स्वयं और पूरे परिबार को अन्न देवो भव अभियान में जुड़कर थाली में अन्न का एक कण भी  व्यर्थ न छोड़ने का संकल्प  लेकर संस्कृति संम्वर्धन के इस दिव्य अभियान में सहभागिता कीजिए। 

जब आप अपने खुद के पैसों से पानीपुरी तक खाते हो, तो प्लेट के पानी की आखरी बूंद  भी पी जाते हो,मूँगफली खाने के बाद छिलके मे आखरी दाना तक ढूढ़ते हैं। तो फ़िर किसी के विवाह में भोजन करते हैं, तो अन्न जूठा क्यों छोड़ते हैं ? तब क्या हम मां अन्नपूर्णा का अनादर नहीं कर रहे हैं ?

एक पिता अपनी बेटी की शादी में अपने जीवन भर  की पूंजी लगाकर आपके लिये अच्छे व स्वादिष्ट भोजन की व्यवस्था करता है। इस तरह भोजन को बर्बाद करके एक पिता के मेहनत की पूँजी का अपमान ना करें।



G.NEWS 24 : बुजुर्ग मतदाता ने EVM मशीन तोड़ दी, पुलिस ने हिरासत में लिया

बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग करते हुए...

बुजुर्ग मतदाता ने EVM मशीन तोड़ दी, पुलिस ने हिरासत में लिया

उत्तराखंड। चुनाव को बैलेट पेपर कराने का मुद्दा चुनाव से पहले से गरमा रहा है, इसको लेकर याचिका भी दायर हो चुकी है सुप्रीम कोर्ट में वहीं आज उत्तराखंड एक व्यक्ति ने ईवीएम मशीन को तोड़ दी, बता दें की ज्वालापुर विधानसभा क्षेत्र में बूथ नंबर 126 पर उस समय अफरा तफरी मच गई थी, जब वहां एक मतदाता ने शोर शराबा मचाते हुए ईवीएम मशीन तोड़ दी थी. पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया है, जिससे अभी पूछताछ की जा रही है…

उत्तराखंड की हरिद्वार लोकसभा सीट पर ईवीएम मशीन तोड़े जाने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि मतदान केंद्र ज्वालापुर इंटर कॉलेज के बूथ नंबर 126 पर बुजुर्ग मतदाता ने बैलेट पेपर से चुनाव की मांग कराते हुए ईवीएम पर अपना गुस्सा निकाला और ईवीएम को फर्श पर पटक-पटक कर तोड़ दिया. पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है। ईवीएम तोड़े जाने का मामला हरिद्वार जिले के ज्वालापुर विधानसभा क्षेत्र का है. बताया जा रहा है कि यहां पर बूथ नंबर 126 पर बुजुर्ग मतदाता वोट डालने पहुंचा था. 

पहले तो बुजुर्ग मतदाता शांति से लाइन में खड़ा रहा और फिर जैसे ही वोट डालने के लिए अंदर पहुंचा तो डेस्क पर रखी ईवीएम को उठाया और नीचे जमीन पर पटक डाला, जिससे ईवीएम टूट गई, बुजुर्ग मतदाता की इस हरकत के बाद बूथ पर अफरा-तफरी मच गई थी. बाहर तैनात पुलिसकर्मी भी भागकर अंदर आए और तुरंत बुजुर्ग मतदाता को पकड़कर रेल चौकी ले गए, जहां आरोपी से पूछताछ की जा रही है. बुजुर्ग मतदाता जोर-जोर से चिल्लाते हुए बस यही कह रहा था कि बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाएं।