G News 24 : नानकमत्ता बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या !

 उधम सिंह नगर में गुरुद्वारे में कार सेवा डेरा प्रमुख ...

नानकमत्ता बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या !

उत्तराखं। उत्तराखंड में उधम सिंह नगर के गुरुद्वारे में बाइक पर आए हमलावर ने नानकमत्ता बाबा तरसेम सिंह की गोलियां बरसाकर हत्या कर दी। इलाके में सनसनी फैली हुई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने हमलावर की तलाश शुरू कर दी है। वहीं, डीआईजी योगेंद्र रावत ने घटनास्थल का निरीक्षण किया।

जानकारी के अनुसार, कार सेवा डेरा प्रमुख नानकमत्ता बाबा तरसेम सिंह (60) को मोटरसाइकिल से आए अज्ञात हमलावर ने गोली मार दी। गंभीर रूप से घायल तरसेम सिंह को इलाज के लिए खटीमा के निजी अस्पताल ले जाया गया है। जहां उनकी मौत हो गई। अस्पताल में तरसेम सिंह को देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई। हत्या की वारदात के बाद इलाके में अफरा-तफरी मची है। सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। साथ ही हमलावर की तलाश में टीमों को लगाया है।

मिली जानकारी के अनुसार, नानकमत्ता में डेरा प्रमुख तरसेम सिंह को हमलावरों ने तीन सेकेंड में दो गोली मारी थी। हमलावर सीसीटीवी फुटेज में कैद हुए है। एसएसपी मंजुनाथ टीसी का कहना है कि घटना की जांच की जा रही है। बाइक पर पीछे बैठे हमलावर ने दो गोली मारी। घटनास्थल से सुबूत जुटाने के लिए फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम मौके पर है। उत्तराखंड पुलिस का कहना है कि नानकमत्ता गुरुद्वारा कार सेवा प्रमुख की हत्या और जांच के लिए एसआईटी की टीम गठित की गई है।

नेताप्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब के डेरा कार सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई । भाजपा राज में डेरा प्रमुख भी सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यह गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब के डेरा कारसेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या नहीं बल्कि कानून व्यवस्था की भी हत्या है। भाजपा सरकार में कानून व्यवस्था एकदम ध्वस्त है। अपराधियों का स्वर्णिम काल चल रहा है।

 नानकमत्ता में बाबा तरसेम की हत्या करने वाले आरोपी 19 मार्च से नानकमत्ता गुरुद्वारा की सराय में रह रहे थे। सराय में उनकी आईडी आधार कार्ड और हेल्थ कार्ड भी मिले हैं। इसके हिसाब से वह पंजाब के रहने वाले थे। लेकिन पुलिस को आशंका है कि आईडी फर्जी हो सकती है।

G News 24 : अब केजरीवाल काल में फिर से राष्ट्रपति शासन लगने वाला है !

 2014 में भी केजरीवाल के CM पद से इस्तीफा देने के बाद लगा था राष्ट्रपति शासन...

अब केजरीवाल काल में फिर से राष्ट्रपति शासन लगने वाला है ! 

आम आदमी पार्टी (AAP) कह रही है कि अरविंद केजरीवाल ही सीएम रहेंगे. अगर जरूरत पड़ी तो वह जेल से सरकार चलाएंगे. केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आबकारी नीति वाले केस में गिरफ्तार किया है. ईडी की कस्टडी में रहते हुए, केजरीवाल ने अपने मंत्रियों के लिए दो 'निर्देश' जारी किए. जिस पर बीजेपी ने एलजी से शिकायत कर दी. पार्टी ने कहा कि कस्‍टडी में रहते हुए केजरीवाल सरकारी निर्देश नहीं दे सकते. अगले दिन एलजी वीके सक्‍सेना ने एक कार्यक्रम में कहा कि 'मैं दिल्‍ली के लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि सरकार जेल से नहीं चलेगी.' अगर दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाया जाता है तो ऐसा दूसरी बार होगा. दिल्ली में अब तक एक ही बार राष्ट्रपति शासन लगा है, 2014 में.

2014 में आम आदमी पार्टी की सरकार थी और अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री. कांग्रेस के बाहरी समर्थन से 49 दिन सरकार चलाने के बाद केजरीवाल ने इस्तीफा दे दिया था. तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उनका इस्तीफा और दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश मंजूर कर ली. अगले साल भर तक दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लागू रहा. फिर 2015 विधानसभा चुनाव में AAP ने शानदार जीत दर्ज की और केजरीवाल दूसरी बार दिल्‍ली के सीएम बने. केजरीवाल पिछले 9 साल से दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री हैं.

14 फरवरी 2014 का दिन था. हल्की बारिश के बाद मौसम सर्द हो चला था. इसके बावजूद, हुमायूं रोड स्थित AAP के दफ्तर में समर्थकों का भारी हुजूम मौजूद था. तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शोर-शराबे के बीच इस्तीफे की घोषणा करते हैं. उनकी सरकार विधानसभा में जल लोकपाल बिल पेश कराने में नाकाम रही थी. कांग्रेस और बीजेपी ने मिलकर बिल को पेश किए जाने का विरोध किया. वही कांग्रेस जो 28 दिसंबर 2013 से केजरीवाल सरकार को बाहर से समर्थन दे रही थी. मंत्रियों से बातचीत के बाद, केजरीवाल ने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भिजवा दिया. चिट्ठी की एक कॉपी तत्कालीन एलजी नजीब जंग को भी भेजी गई थी. उनकी सरकार कुल जमा 49 दिन तक चली.

केजरीवाल ने विधानसभा भंग करने की सिफारिश की थी, लेकिन जंग ने अपनी रिपोर्ट में विधानसभा को निलंबित अवस्था में रखने की सिफारिश की. इससे बाद में कोई और सरकार बनाने का विकल्प खुला रहता. राष्ट्रपति ने यह सिफारिश मान ली. 2013 विधानसभा चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी (32 सीटें) होने के बावजूद सरकार नहीं बना सकी थी. तब जंग ने केजरीवाल को सरकार बनाने का न्योता भेजा था.

जंग ने करीब साल भर बाद, नवंबर 2014 में विधानसभा भंग कर चुनाव कराने की सिफारिश की. फरवरी 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में AAP ने एकतरफा जीत दर्ज की. पार्टी को 70 सदस्यों वाली विधानसभा में 67 सीटें मिली थीं. बीजेपी सिर्फ तीन सीटों पर सिमट गई. केजरीवाल दूसरी बार मुख्यमंत्री बने. 2020 विधानसभा चुनाव में भी केजरीवाल के नेतृत्व में AAP ने 62 सीटें हासिल की थीं. दिल्ली में फिर से राष्ट्रपति शासन लगने वाला है? एलजी वीके सक्सेना के बयान - 'दिल्ली की सरकार जेल से नहीं चलेगी' - के बाद सुगबुगाहट तेज है. आम आदमी पार्टी (AAP) कह रही है कि अरविंद केजरीवाल ही सीएम रहेंगे. अगर जरूरत पड़ी तो वह जेल से सरकार चलाएंगे. 

केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आबकारी नीति वाले केस में गिरफ्तार किया है. ईडी की कस्टडी में रहते हुए, केजरीवाल ने अपने मंत्रियों के लिए दो 'निर्देश' जारी किए. जिस पर बीजेपी ने एलजी से शिकायत कर दी. पार्टी ने कहा कि कस्‍टडी में रहते हुए केजरीवाल सरकारी निर्देश नहीं दे सकते. अगले दिन एलजी वीके सक्‍सेना ने एक कार्यक्रम में कहा कि 'मैं दिल्‍ली के लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि सरकार जेल से नहीं चलेगी.' अगर दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाया जाता है तो ऐसा दूसरी बार होगा. 

G News 24 : विवाह सम्मेलनों से फिजूल खर्च के साथ-साथ दहेज प्रथा से भी छुटकारा मिलता है: श्री यादव

 राजपूत किरार समाज का होली मिलन समारोह...

विवाह सम्मेलनों से फिजूल खर्च के साथ-साथ दहेज प्रथा से भी छुटकारा मिलता  है: श्री यादव

ग्वालियर। अभा. राजपूत-किरार धाकड़ समाज जन कल्याण सेवा समिति के तत्वावधान में बुधवार को गदाईपुरा ग्वालियर में होली मिलन समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह में सभी आगंतुकों का चंदन लगाकर स्वागत किया गया। तत्पश्चात् सभी का आपस परिचय के बाद तमाम विषयों पर चर्चा हुई। खासकर इस अवसर पर आगामी मई माह में होने जा रहे विवाह सम्मेलन को लेकर भी विस्तार से चर्चा की गई। समाज में शिक्षा का स्तर बढ़ाने पर विशेष जोर दिये जाने की बात कही गई। समाज सेवा के साथ साथ राजनीति के क्षेत्र में युवाओं को आगे आने के लिए आह्वान किया गया।

आयोजन में इस अवसर पर जगदीश सिंह राजपूत, हाकिम  सिंह राजपूत, रघुनाथ सिंह यादव, मनोज सिंह राजपूत पार्षद, नीरज सिंह राजपूत, सुनील राजपूत, गिर्राज सिंह,शोभारण सिंह, विनोद सिंह, गोविंद सिंह, टीकाराम सिंह, रघुवीर सिंह, क्षत्रिय कल्याण समिति के अध्यक्ष प्रेम सिंह राजपूत, धर्मेंद्र सिंह राजपूत, धर्मेंद्र सिंह, कालीचरण पटेल, राम शंकर सिह, करण सिंह, श्याम सिंह राजपूत, राम अवतार सिंह राजपूत, कान्हा राजपूत, बेटू राजपूत आदि समाज बंधु मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ परशुराम सिंह राजपूत ने किया और आयोजन में पधारे सभी गणमान्य जनों के प्रति आभार ज्ञापित जगदीश सिंह राजपूत के द्वारा किया गया।

G News 24 : मेरी मौत के बाद मेरे बेटे को दिलवा देना उसका हक !

 पर्ची में लिखकर ग्वालियर में युवक ने दे दी जान...

मेरी मौत के बाद मेरे बेटे को दिलवा देना उसका हक !

ग्वालियर। झांसी रोड़ थाना क्षेत्र में मंगलवार को रेलवे ट्रैक के पास युवक का शव मिलने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है। शव की तलाशी के दौरान जेब मे एक पर्ची मिली थी जिसमें लिखा था कि "मेरी मौत के बाद मेरे बेटे को उसका हक दिलवा देना', पुलिस इसके आधार पर घटना को आत्महत्या मानकर जांच में जुटी हुई है। इस मामले में झांसी रोड़ थाना पुलिस का कहना है कि इस मामले को प्रथम दृष्टया दुर्घटना माना जा रहा था लेकिन जांच के दौरान आत्महत्या का अंदेशा जताया जा रहा है। इसी आधार पर परिजनों सहित अन्य लोगों से लगातार पूछताछ की जा रही है।

बता दें कि मंगलवार को झांसी रोड थाना पुलिस को थाने के पास रेलवे लाइन पर एक युवक का शव मिला था। जिसकी पहचान महलगांव निवासी 33 वर्षीय मनोज शर्मा के रूप में हुई थी। देखने से लग रहा था कि ट्रेन की चपेट में आने से युवक की मौत हुई थी जिसके चलते पुलिस ने इसे हादसा मानकर जांच शुरू कर दी थी लेकिन जब शव की तलाशी ली तो उसमें एक पर्ची मिली जिस पर लिखा था कि मेरी मौत के बाद मेरे बेटे को उसका हक दिलवा देना। जिसके बाद दुर्घटना के स्थान पर पुलिस इसे आत्महत्या मान रही है।

बता दें कि मामले की जांच के दौरान पुलिस के सामने पारिवारिक विवाद का मामला आया। पुलिस की मानें तो 7 वर्ष पहले मनोज शर्मा की शादी हुई थी। पिछले लगभग एक वर्ष से पति-पत्नी में विवाद आपसी विवाद चल रहा था। आए दिन दोनों के बीच बार-बार झगड़ होते रहते थे। पुलिस का मानना है कि किसी विवाद से परेशान होकर ही मनोज ने ट्रेन के सामने आकर आत्महत्या कर ली है।

G News 24 : आठ वर्ष की बालिका के साथ दुष्‍कर्म के बाद हत्‍या !

 शव देखकर आक्रोशित ग्रामीणों ने शराब दुकान को किया आग के हवाले...

आठ वर्ष की बालिका के साथ दुष्‍कर्म के बाद हत्‍या !

जबलपुर। जिले के पनागर थाना इलाके के जलगांव में आठ वर्ष की बालिका के साथ दुष्‍कर्म के बाद हत्‍याकर दी गई। तालाब में शव उतराता मिला। सूचना मिलते ही स्‍वजन और ग्रामीण तालाब की ओर भागे। बालिका शव देखकर आक्रोशित हो गए। आक्रोशित लोगों ने तालाब के पास ही शराब की दुकान को आग के हवाले कर दिया। आग लगाने के बाद वहां अफरा तफरी का माहौल हो गया। लोगों ने शराब दुकान में तोड़फोड़ की है। हत्‍या के बाद आग लगने की सूचना पाते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में करने की कोशिश करती रही। काफी मशक्‍कत के बाद पुलिस ने मामला शांत कराया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए लेकर चली गई।

काफी समय बीतने के बाद भी जब नहीं लौटी तो स्‍वजन परेशान हो गए

शराब दुकान के पास में ही तालाब है, जहां बालिका का शव मिला है। दरअसल बालिका मंगलवार की देर शाम शौच के लिए गई थी। काफी समय बीतने के बाद भी जब नहीं लौटी तो स्‍वजन परेशान हो गए। जब खोजने निकले तो शराब की दुकान के पास तालाब में शव उतराता मिला। पास जाकर देखा ताे वह बालिका थी। यह देखते ही स्‍वजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए। लोगों को शक है कि किसी ने शराब के नशे में बच्ची के साथ रेप किया, फिर उसे मार डाला। थाना प्रभारी अजय बहादुर सिंह के अनुसार मंगलवार शाम को गांव में रहने वाली 8 साल की बच्ची का शव तालाब में मिला था। ग्रामीणों का संदेह है कि शराब दुकान के कारण ही बच्ची की मौत हुई है, क्योंकि शराब के नशे में लोग हंगामा करते हुए यहां-वहां घूम रहे हैं, और संभवत किसी ने बच्ची को साथ घटना को अंजाम दिया है। शव पीएम के लिए भेज दिया गया है। अभी मामले में जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच पूरी होने के बाद ही मामले में कुछ स्पष्ट कहा जा सकेगा।

ग्रामीण बोले-चौराहे में शराबियों की भीड़ लगी रहती है

ग्रामीणों का कहना है कि जब से गांव में शराब दुकान खुली है तब से चौराहे में शराबियों की भीड़ लगी रहती है। पंचायत पास में ही जहां महिलाएं अपने काम से आ नहीं सकती है। इतना ही नहीं गांव की बच्चियों को स्कूल जाने के लिए शराब दुकान के सामने से होकर गुजरना पड़ता है।

G News 24 : तैरने नहीं आता था फिर भी बेटी को कुएं में डूबने से बचाने कूदे पिता की भी मौत !

  ग्राम हिवरा में पांच वर्षीय बालिका के कुएं में गिरने पर उसे बचाने के लिए...

तैरने नहीं आता था फिर भी बेटी को कुएं में डूबने से बचाने कूदे पिता की भी मौत !

मुलताई। दुनावा क्षेत्र के ग्राम हिवरा में पांच वर्षीय बालिका के कुएं में गिरने पर उसे बचाने के लिए कूदा पिता भी डूब गया। इससे पिता और पुत्री दोनों की डूबने से मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों शवों को कुएं से बाहर निकलवाया और  पोस्टमार्टम के लिए मुलताई अस्पताल भेजा।जानकारी के अनुसार, रामदास पिता सुका ढोडी 35 वर्ष और उसकी पत्नी खेत में गेहूं काटने के लिए गए थे। उनके साथ उनकी पांच वर्षीय बेटी गुनगुन भी थी। दोपहर लगभग एक बजे जब रामदास एवं उसकी पत्नी खेत में कटाई में व्यस्त थे, इसी दौरान गुनगुन खेलते-खेलते कुएं की ओर चली गई।

पिता को नहीं आता था तैरना

जब थोड़ी देर तक गुनगुन नजर नहीं आई तो रामदास उसे देखने निकला तो कुएं में उसे गुनगुन डूबते हुए नजर आई। बेटी को बचाने रामदास कुएं में कूद गया, लेकिन तैरना नहीं आने की वजह से वह डूब गया। डूबने से रामदास एवं उसकी पुत्री गुनगुन की मौत हो गई।इधर, रामदास के वापस नहीं आने पर जब उसकी पत्नी ढूंढते हुए कुएं के पास पहुंची तो पति एवं पुत्री के शव नजर आए । उसने हल्ला मचाया, जिससे आसपास के खेत से लोग जमा हो गए और पुलिस को इसकी सूचना दी।सूचना पर एएसआई रणधीरसिंह ठाकुर तथा सैनिक नितेश साहू मौके पर पहुंचे तथा दोनों शवों को कुएं से निकालकर पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिए मुलताई अस्पताल भिजवाया गया। अचानक हुई घटना से हिवरा गांव में मातम पसर गया है।

G News 24 : रेनबो अस्पताल पर लगाया आरोप, 200 रुपए नहीं दिए तो बच्ची को मार दिया

 बच्ची के चाचा का आरोप,रुपए नहीं देने पर जिंदा बच्ची को लिफ्ट में फंसाकर जब तक रखा

रेनबो अस्पताल पर लगाया आरोप, 200 रुपए नहीं दिए तो बच्ची को मार दिया

ग्वालियर। 200 रुपए नहीं देने पर जिंदा बच्ची को लिफ्ट में फंसाकर जब तक रखा, जब तक वह मर नहीं गई। यह आरोप मृतक बच्ची प्रिया गुप्ता के चाचा पंकज गुप्ता ने लगाए। हमने हमारी बच्ची को डिस्चार्ज करने को कहा और पैसे जमा करा दिए, घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल के बाहर चक्काजाम कर दिया। चंदन नगर कोटेश्वर रोड निवासी बच्ची के चाचा पंकज गुप्ता ने बताया कि बसंत विहार में संचालित होने वाला रेनबो मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल में अपनी बीमार बच्ची प्रिया को उपचार के लिए उसके पिता अशोक गुप्ता ने 2 दिन पहले भर्ती किया था और उनको इस बात की गारंटी दी गई थी कि बच्ची ठीक हो जाएगी। लेकिन उसकी हालत खराब होने पर डॉक्टर को नहीं बुलाया गया और मंगलवार शाम को जब बच्ची को डिस्चार्ज करने के लिए कहा तो डॉक्टर के आने की बात कही गई।

जानकारी के मुताबिक, घरवालों ने 25 मार्च को बच्ची प्रिया गुप्ता को रेनबो हॉस्पिटल में भर्ती किया था. 26 मार्च की शाम को ही प्रिया की हालत बिगड़ने लगी तो परिजनों उसे दूसरे अस्पताल ले जाने लगे. लेकिन अस्पताल के स्टाफ और डॉक्टरों ने उसके जल्द ठीक होने का हवाला देकर डिस्चार्ज नहीं किया. इस दौरान बच्ची को ऑक्सीजन पर रखा गया था. परिजनों ने कहा कि 27 मार्च की सुबह हम बच्ची को देखना चाहते थे, मगर अस्पताल के स्टाफ ने मिलने नहीं दिया. उनका आरोप है कि हमने जब इस बात का विरोध किया तो अस्पताल का स्टाफ हमसे हाथापाई पर उतर आया ।

पुलिस ने लिया जांच का आश्वासन

परिजनों ने आरोप लगाया कि अस्पातल के स्टाफ ने मनमाना बिल बनाकर रुपये देने की बात कही. स्टाफ ने कहा कि जब तक रुपये नहीं मिलेंगे, तब तक डेड बॉडी नहीं मिलेगी. इन सबसे परेशान होकर परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. उन्होंने बेटी की डेडबॉडी ली और उसे वहीं रखकर बैठ गए. हंगामा बड़ा होता देख किसी ने पुलिस को भी खबर कर दी. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने मृतिका के परिजनों को समझाइश देकर शांत किया. पुलिस ने उन्हें पूरी जांच का आश्वासन दिया. सीएसपी हिना खान ने कहा कि रेनबो अस्पताल में परिजनों के हंगामे की खबर मिली थी. उनकी बेटी की मौत होने के बाद उन्होंने अस्पताल के स्टाफ पर गंभीर आरोप लगाए हैं. हमने उन्हें उचित जांच का आश्वासन दिया है. उन्हें समझाइश देकर शांत किया है. अब हम अस्पताल के सीसीटीवी फूटेज जांच रहे हैं.

कमलाराजा अस्पताल में बच्चे की मौत, डॉक्टरों से किया झगड़ा

कमलाराजा अस्पताल में एक बच्चे की हालत खराब होने पर उसको वेंटीलेटर पर रख दिया गया था और डॉक्टरों ने कहा कि बच्चे को पानी नहीं देना है, लेकिन वहां मौजूद किसी परिजन ने उसको पानी पिला दिया और उसके बाद बच्चे की मौत हो गई, इस पर जब डॉक्टर ने इसके लिए कहा तो वहां एक व्यक्ति ने डॉक्टर को चांटा मार दिया, जिससे झगड़ा बढ़ गया।