म्यांमार में तीन सौ से अधिक भारतीय बंधक !

म्यांमार के म्यावाडी में एक गिरोह ने बना लिया है बंधक …

म्यांमार में तीन सौ से अधिक भारतीय बंधक !

तमिलनाडु  के करीब 60 लोगों समेत 300 से अधिक भारतीयों को म्यांमार के म्यावाडी में एक गिरोह ने बंधक बना लिया है। इनमें कई को थाईलैंड जैसे देशों में अच्छी नौकरी का झांसा दिया गया था और फिर उन्हें बंधक बना लिया गया। अब उन्हें जबरन साइबर क्राइम करवाया जा रहा है और इनकार करने पर इलेक्ट्रिक शॉक देकर प्रताड़ित किया जा रहा है।टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार, 300 भारतीय समेत कुछ अन्य देशों के लोग भी इस इंटरनेशनल रैकिट  का शिकार बने हैं। इन सभी बंधकों को म्यांमार के म्यावाडी इलाके में बंदी बनाया गया है जो कि म्यांमार सरकार के नियंत्रण में नहीं है। इस इलाके में कुछ जातीय सशस्त्र समूहों की पैठ है। रिपोर्ट के मुताबिक, किसी तरह से अपने परिवारों को मैसेज भेजने वाले पीड़ितों ने बंधक बनाने वालों को ‘मलेशियाई-चीनी’ बताया है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि यह मामला तब सामने आया जब कुछ तमिल बंधकों ने अपने परिजनों को एक आपातकालीन मैसेज  भेजा। इस मैसेज में एक वीडियो था, जिसमें उन्होंने केंद्र और तमिलनाडु सरकार से बचाने की अपील की थी। वीडियो में बंधको ने बताया कि उन्हें यहां दिन में 15 घंटे से ज्यादा काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। पीड़ितों ने यह भी बताया कि जब वह साइबर क्राइम  जैसे गैरकानूनी कामों को करने से मना करते हैं तो उन्हें पीटने के साथ बिजली का झटका भी दिया जाता है। हालांकि, बताया गया है कि म्यांमार की राजधानी यंगून में स्थित भारतीय दूतावास ने 5 जुलाई को ‘नौकरी के नाम पर झांसा देने वाले अपराधियों’ को चेतावनी देते हुए एक एडवाइजरी जारी की थी। इस मामले में  कराईकलमेडु के सुब्रमण्यम नाम के एक मछुआरे ने पुडुचेरी के जिला कलेक्टर से अपने बेटे को बचाने की अपील की। सुब्रमण्यम के बड़े बेटे सुधाकर ने अपने भाई के बारे में बताते हुए कहा कि वह पहले दुबई में डेटा एंट्री ऑपरेटर की जॉब कर रहे थे।

 सुधाकर के मुताबिक, उनके भाई को इस साल की शुरुआत में उनके मैनेजर द्वारा कहा गया कि उनका प्रमोशन कर दिया गया है और उसे अब थाईलैंड वाले ऑफिस को ज्वाइन करना है। हालांकि, उनके साथ धोखा हुआ और कई और लोगों के साथ उनके भाई को भी अवैध रूप से सड़क के रास्ते थाईलैंड से म्यांमार ले जाया गया था।सुब्रमण्यम के छोटे भाई सुधाकर ने बताया कि “उनके बड़े भाई ने मैसेज में बताया कि कुछ दिन पहले जब उसके एक सहयोगी ने गैरकानूनी काम करने से इनकार किया तो तो उसकी पिटाई कर दी गई। इस हमले में उसके सिर और कान पर गंभीर चोटें आईं, जिसके चलते उसे पांच टांके लगाने पड़े थे।

युवाओं के कौशल निखारने के लिये आईटीआई सर्वश्रेष्ठ : मुख्यमंत्री

 हाथ में हुनर रहेगा तो रोजगार भी आसानी से मिलेगा …

युवाओं के कौशल निखारने के लिये आईटीआई सर्वश्रेष्ठ : मुख्यमंत्री 

ग्वालियर l  20 सितम्बर 2022 l  मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि शिक्षा के तीन उद्देश्य है। ज्ञान देना, कौशल देना और नागरिकता के संस्कार देना। कौशल शिक्षा की आत्मा है, इसके बिना कोई भी शिक्षा अधूरी है। ज्ञान हमें बताता है कि हमें क्या करना है और कौशल यह सिखाता है कि उसे कैसे करना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अगर युवाओं के हाथ में हुनर रहेगा तो रोजगार भी आसानी से मिलेगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को अगर हमें संवारना है तो वह स्किल के माध्यम से ही होगा। युवा जनसंख्या हमारे देश में सबसे अधिक है और यही हमारी ताकत बन कर उभरेगी। उन्होंने कहा कि युवाओं के हाथों में केवल कौशल दे दिया जाएँ तो चमत्कार कर सकते है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज पूरी दुनिया में यदि सबसे ज्यादा किसी की मांग है तो कौशल की है। हजारों प्रकार की ऐसी सेवाएँ है, जिनकी लोगों को रोज जरूरत पड़ती है और इसके लिये विशेष कौशल की आवश्यकता होती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि देश में जिस प्रकार की कौशल की आवश्यकता है उसकी आपूर्ति हमारे आईटीआई करते है। भोपाल का ग्लोबल स्किल पार्क, सिंगापुर का स्किल पार्क देखने से प्राप्त प्रेरणा का परिणाम है। आज बच्चों के हाथ में यदि कौशल है तो वह बेरोजगार नहीं रहेंगे। कौशल विकास पर हमने निरंतर ध्यान दिया है। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं की कौशल प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका है। हम अपने आईटीआई को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के साथ संचालित कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश की संस्थाओं में नए ट्रेड भी शुरू किए जा रहे। संभाग स्तर पर सभी आईटीआई सुविधा युक्त भवन में संचालित हो, इसके लिए कार्य प्रारंभ किया गया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सहित आधुनिक युग की आवश्यकताओं के अनुसार जरूरी ट्रेड प्रारंभ करने में कोई कसर छोड़ी नहीं जाएगी। बच्चों को अधिक से अधिक काम मिले उसके अनुरूप आवश्यक तकनीकी शिक्षा की व्यवस्था भी की जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दीक्षांत समारोह के लिए तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया और विभाग के अधिकारी बधाई के पात्र हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उद्योगों और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं को जोड़ने का प्रयास है। युवा अपना उद्यम प्रारंभ करें इसके लिए उन्हें मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना से आवश्यक सहयोग दिया जा रहा है। योजना में अपने उद्यम की स्थापना के लिए युवाओं को 50 लाख रूपए तक का ऋण देने का प्रावधान है। राज्य शासन द्वारा लोन की गारंटी भी दी जाएगी। हमारे प्रदेश के विद्यार्थियों में प्रतिभा है। छात्र शिवम, जापान में वर्ल्ड स्किल प्रतियोगिता के लिए जा रहे। ऐसे सभी विद्यार्थियों को बधाई।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रोजगार दिवस के आयोजन से तकनीकी शिक्षा प्राप्त बच्चों को प्लेसमेंट मिले, इसके प्रयास किए जा रहे हैं। इस माह भी 29 सितंबर को रोजगार दिवस मनाया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश के हर ब्लॉक में कम से कम एक आईटीआई होगी, जिससे प्रशिक्षण लेने लोगों को दूर नहीं जाना पड़ेगा। आईटीआई प्रमाण-पत्र किसी भी डिग्री से कम नहीं है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान  मंगलवार को  कुशाभाऊ ठाकरे सभागृह में तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार विभाग के राज्य स्तरीय आईटीआई दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अब तक हमने कॉलेज और यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएशन पूरा होने पर दीक्षांत समारोह के आयोजन देखे है, लेकिन आज मध्यप्रदेश संभवत: देश का पहला राज्य है जहाँ आईटीआई के विद्यार्थियों के कोर्स पूरा होने पर दीक्षांत समारोह हो रहा है। 

ग्रामीण इंजीनियर योजना का शुभारंभ किया

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य स्तरीय आईटीआई दीक्षांत समारोह में रिमोट का बटन दबा कर केन्द्र शासन की संकल्प योजना में 'ग्रामीण इंजीनियर योजना' का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक पंचायत में ग्रामीण इंजीनियर पदस्थ करने से नल जल योजना के संधारण, जल सप्लाई लाइन के सुधार, प्रधानमंत्री आवास योजना के आवासों के लिए मार्गदर्शन और अन्य कार्यों में ऐसे इंजिनियर्स भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि हम ग्रामीण इंजीनियर की परिकल्पना पर काम करेंगे। हर ग्राम पंचायत में कम से कम 4 ग्रामीण इंजीनियर होंगे, जो वहाँ की सुविधाओं जैसे बिजली, पानी, निर्माण कार्यों आदि में अपना योगदान देंगे।

19 आईटीआई को 3 स्टार और 96 को 2 स्टार रेटिंग

प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास आकाश त्रिपाठी ने बताया कि प्रदेश के 52 जिलों में 237 विकासखण्डों में 262 शासकीय आईटीआई संचालित है। आईटीआई विहीन 46 विकासखण्डों में इस सत्र से 25 नवीन शासकीय आईटीआई प्रारंभ ‍किये जा रहे है। उन्होंने बताया कि आईटीआई 57 कौशल आधारित व्यवसायों में 46 हजार 8 युवाओं को प्रवेश देने की क्षमता उपलब्ध है। भारत सरकार द्वारा आयोजित आईटीआई परीक्षा में प्रदेश के 82 हजार 271 प्रक्षिणार्थियों ने 71 हजार 838 प्रशिक्षणार्थी उत्तीर्ण हुए है। इस वर्ष अभी तक लगभग 4 हजार 507 प्रशिक्षणार्थियों का विभिन्न नियोजक कम्पनियों द्वारा प्राथमिक चयन किया गया है। साथ ही विगत एक वर्ष में विभिन्न नेशनल अप्रेन्टीसशिप मेले में 14 हजार 330 अभ्यर्थी चयनित हुए है। प्रदेश के 19 आईटीआई को देश में 3 स्टार और 96 आईटीआई को 2 स्टार रेटिंग मिली है। मध्यप्रदेश शासकीय आईटीआई संख्या के मामले में देश में तीसरे स्थान पर है।

प्रमाण-पत्र और पारितोषिक राशि का वितरण- मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम में वर्ल्ड स्किल प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र एवं पारितोषिक राशि का वितरण किया।


इस बार रामेश्वरम तीर्थ करने जायेंगे जिले के बुजुर्ग

 मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत …

इस बार रामेश्वरम तीर्थ करने जायेंगे जिले के बुजुर्ग 

ग्वालियर l 20 सितम्बर 2022 l  मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत प्रदेश सरकार इस बार ग्वालियर जिले के 350 बुजुर्गों को “रामेश्वरम्” तीर्थ करायेगी। तीर्थ यात्रा कराने के लिये विशेष रेलगाड़ी 6 अक्टूबर को रवाना होगी और तीर्थ कराने के बाद 11 अक्टूबर को वापस ग्वालियर पहुँचेगी। रामेश्वरम् तीर्थ यात्रा के लिये जाने के इच्छुक बुजुर्ग 26 सितम्बर तक अपने निकटतम तहसील कार्यालय अथवा स्थानीय निकाय (नगर निगम, नगर पालिका व जनपद पंचायत कार्यालय) में आवेदन जमा कर सकते हैं। 

राज्य शासन के धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग की वेबसाइट https://dharmasva.mp.gov.in पर भी आवेदन फार्म अपलोड किए गए हैं। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा कर सकते हैं। महिलाओं के लिये आयु की सीमा में दो वर्ष की छूट रहती है। वरिष्ठ नागरिक को आयकरदाता नहीं होना चाहिए। 

तीर्थ यात्रा पर जाने के इच्छुक बुजुर्गों से आग्रह किया गया है कि वे ओवदन फार्म के निर्धारित कॉलम में यात्रियों की सम्पूर्ण जानकारी का उल्लेख अवश्य करें। बिंदुवार सही जानकारी न होने की वजह से कम्प्यूटराईज्ड लॉटरी के समय पति/पत्नी व सहायक के नाम इकजाई नहीं रह पाते हैं। इस वजह से कई यात्री तीर्थ यात्रा से वंचित रह जाते हैं।



महिला सरपंच के पति ने किया ग्राम पंचायत का संचालन तो जायेगी सरपंची !

 कलेक्टर द्वारा सभी जनपद  पंचायत सीईओ को निर्देश जारी ….

महिला सरपंच के पति ने किया ग्राम पंचायत का संचालन तो जायेगी सरपंची !

ग्वालियर l 20 सितम्बर 2022 l  त्रि-स्तरीय पंचायतों के लिए निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों के स्थान पर कोई और व्यक्ति ग्राम सभा व ग्राम पंचायत इत्यादि की बैठक में भाग नहीं ले सकेगा। कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने जिले की सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को लिखित में निर्देश जारी किए हैं कि सरपंच या पंच के पद पर निर्वाचित महिला प्रतिनिधि के स्थान पर यदि उनके पति या किसी अन्य परिजन द्वारा ग्राम पंचायत या ग्राम सभा की बैठक में भाग लिया जाए तो ऐसी महिला सरपंचों व पंचों को पद से हटाने की कार्रवाई प्रस्तावित करें। 

पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने त्रि-स्तरीय पंचायतों के लिये चुनी गईं महिला जनप्रतिनिधियों के सशक्तिकरण और ग्रामीण विकास में महिलाओं की भूमिका को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। विभाग ने स्पष्ट किया है कि महिला पदाधिकारियों के स्थान पर ग्राम पंचायत व ग्राम सभा की बैठकों का संचालन उनके पति अथवा परिजनों द्वारा किया जाना वर्जित है। इस सिलसिले में कलेक्टर श्री सिंह द्वारा यह आदेश जारी किया गया है। ज्ञात हो त्रि-स्तरीय पंचायत राज संस्थाओं में महिलाओं के प्रतिनिधित्व को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से जिला, जनपद व ग्राम पंचायतों में 50 प्रतिशत पद महिलाओं के लिये आरक्षित किए गए हैं। 

कलेक्टर श्री सिंह ने पत्र के जरिए सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को ताकीद किया है कि महिला जनप्रतिनिधियों के स्थान पर उनके पतियों द्वारा बैठकों के संचालन संबंधी शिकायतों को गंभीरता से लें। साथ ही समय – सीमा में कार्रवाई करें। उन्होंने इन निर्देशों का कड़ाई से पालन करने की हिदायत दी है।

पत्रकार बढ़ाते हैं राष्ट्र का मान : लक्खा सिंह

 विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वालों का हुआ सम्मान …

पत्रकार बढ़ाते हैं राष्ट्र का मान : बाबा  लक्खा सिंह 

ग्वालियर । 20 सितंबर। पत्रकार सही मायने में समाज का सजग प्रहरी होता है। वह समाज में घटित होने वाली हर अच्छाई और बुराई से अवगत कराता है। अपनी कलम और कैमरे से  सकारात्मक संदेश देकर राष्ट्र का मान भी बढ़ाता है। ऐसे में राष्ट्र का मान बढ़ाने वालों सम्मान समाज को नई ऊर्जा प्रदान करता है। बाबा लक्खा सिंह ने यह बात कही। उन्होंने यह बात श्रीमंत विजयाराजे सिंधिया फॉउंडेशन एवं अटल भारत स्पोर्ट्स एंड कल्चरल एसोसिएशन की ओर से बालभवन में आयोजित किये गए नेशनल गौरव अवॉर्ड सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के कही। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.केशव पाण्डेय ने की। जबकि मप्र पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष रघुराज कंषाना व सावित्री भदौरिया विशिष्ट अतिथि थे। मुख्य अतिथि बाबा लक्खा सिंह जी  ने कहा कि कोई भी व्यक्ति किसी भी क्षेत्र में जब निःस्वार्थ भाव से सेवा करता है , तो वह स्वतः ही सम्मान का हकदार होता है। पत्रकारिता, चिकित्सा, शिक्षा, खेल, उद्योग, व समाज सेवा सहित विभिन्न क्षेत्र में कार्य करने वाले लोग समाज के लिए प्रेरणा बनते हैं और यही लोग वास्तविक रूप से समाज, के साथ प्रदेश और देश का मान बढ़ाते हैं। 

विशिष्ट अतिथि श्री कंषाना ने कहा कि राजमाता विजयाराजे सिंधिया फॉउंडेशन सेवा का संम्मान कर अनुकरणीय कार्य कर रहा है। इस तरह का सम्मान सेवा कार्य करने का उत्साह बढ़ाता है। इस दौरान जीवाराम मेमोरियल स्कूल के विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट एवं अनुकरणीय कार्य करने वाली प्रतिभाओं और पेशेवरों को राष्ट्रीय गौरव सम्मान से सम्मानित किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। संस्था के संस्थापक दिलीप चंद यादव ने स्वागत भाषण दिया और सचिव नरेंद्र सिंह गुर्जर ने संस्था की गतिविधियों से अवगत कराया।  संचालन आयुषी ने तथा आभार व्यक्त डॉ. केशव पाण्डेय ने किया। 

इनका हुआ सम्मान 

डॉ. सैम्युल रेडी मोटिवेटर हैदराबाद, डॉ. चिंता रविंद्रा चिकित्सक आंध्रप्रदेश, पोसुरु रतनाम समाजसेवी तेलंगाना, वी श्रीनिवास नायक बिल्डर हैदराबाद, यरराम वैंकटा रेडी चिकित्सक विजयवाड़ा, डी कोंडा समैया वास्तुविद करीमनगर,  पत्रकारगण  राकेश अचल, देव श्रीमाली, रामविलास शर्मा, रवि शेखर, महेश गुप्ता, प्रमोद भार्गव, जोगेंद्र सेन, हरीश दुबे, लाजपत अग्रवाल, जितेंद सिंह जादौन, संदीप शर्मा, नासिर गौरी, विनोद शर्मा, समाज सेवी दीपक तोमर,  खिलाड़ी नेहा पाण्डेय, अंश जादौन एवं सुबोध शर्मा सहित अन्य प्रतिभाओं  को सम्मानित किया गया।


नकली सिगरेट व गुटखा बनाने वाले को नकली माल सहित पकड़ा


 क्राइम ब्रांच व थाना हजीरा पुलिस की संयुक्त कार्यवाही…

नकली सिगरेट व गुटखा बनाने वाले को नकली माल सहित पकड़ा

ग्वालियर। ग्वालियर पुलिस को जरिये मुखबिर सूचना प्राप्त हुई कि चार शहर का नाका पर एक व्यक्ति नकली सिगरेट व गुटखा बनाकर शहर में सप्लाई कर रहा है। उक्त सूचना पर प्रभारी अति.पुलिस अधीक्षक शहर(पूर्व/अपराध) ग्वालियर मृगाखी डेका,अति.पुलिस अधीक्षक शहर-मध्य अभिनव चौकसे द्वारा काईम ब्रांच व थाना हजीरा पुलिस बल की संयुक्त टीम को मुखबिर सूचना की तस्दीक कर नकली सिगरेट व गुटखा बनाने वाले व्यक्ति विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने हेतु भेजा गया।

सीएसपी मुरार/डीएसपी अपराध ऋषिकेश मीणा,डीएसपी अपराध रत्नेश सिंह तोमर एवं सीएसपी महाराजपुरा रवि भदौरिया के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी क्राइम ब्रांच निरीक्षक दामोदर गुप्ता एवं थाना इंचार्ज हजीरा उपनिरी हितेश शर्मा के नेतृत्व में काईम ब्रांच व थाना हजीरा पुलिस बल की संयुक्त टीम द्वारा मुखबिर के बताये स्थान चार शहर का नाका पर पहुंचकर देखा गया तो, वहां मुखबिर के बताये हुलिआ का एक व्यक्ति खड़ा दिखाई दिया। जिसने पुलिस टीम को अपनी ओर आता देख भागने का प्रयास किया, परन्तु पुलिस टीम द्वार उक्त व्यक्ति को घेराबंदी कर धरदबोच लिया गया। 

पकड़े गये व्यक्ति से नकली सिगरेट व गुटखा बनाने के संबंध में पूछताछ करने पर उसने बताया कि वह आगरा से कच्चा माल लाकर यहां सिगरेट व गुटखा तैयार कर उसे ब्रांडेड पैकेट में डालकर शहर में सप्लाय करता था। मौके पर खाद्य विभाग की टीम को बुलाया गया। पुलिस व खाद्य विभाग की टीमों द्वारा आरोपी के गोदाम की तलाशी ली गई तो वहां पर भारी मात्रा में सिगरेट व गुटखा बनाने की सामग्री, मशीने व तैयार माल मिला जिसमे से खाद्य विभाग की टीम द्वारा मौके पर पान मसाला को जप्त कर सैम्पलिंग की कार्यवाही की तथा नकली गोल्ड फ्लैग तथा हरिशंकर गुप्ता नामक ब्रांड की तंबाखू की कॉपीराईट अधिनियम के तहत तस्दीक उपरांत धारा 63 व 420 भादवि में थाना हजीरा पर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।  

जप्त मशरूकाः- नकली गोल्ड फ्लैक सिगरेट के 03 कार्टन, विमल पान मसाला से भरे 03 बैग, तोता-जगन तंबाखू की 10 बोरी, खुले तंबाखू की 03 बोरी एवं तुलसी तंबाखू की 10 बोरी, राजश्री के 13 कट्टे, तैयार पान मसाला 02 कट्टे, कत्थे के 03 कट्टे, चूना के 03 कट्टे कुल कीमती लगभग 06 लाख रूपये। 

कार्यवाही में थाना प्रभारी क्राईम ब्रांच निरी0 दामोदर गुप्ता, थाना प्रभारी हजीरा उपनिरी हितेश शर्मा क्राईम ब्रांच की टीम- उनि राहुल अहिरवार, उनि शैलेन्द्र शर्मा, प्रआर विकास बाबू, आर सुमित शर्मा, रणवीर शर्मा, जितेन्द्र बरैया, रणवीर यादव, राघवेन्द्र सिंह, जितेन्द्र तुरेले एवं थाना हजीरा की टीम उनि नरेन्द्र छिकारा, आर अरूण लोधी, अशोक सिकरवार, जितेन्द्र जादौन की सराहनीय भूमिका रही l

जब प्लास्टिक का उपयोग ही नहीं होगा तो पर्यावरण साफ रहेगा

 प्लास्टिक मुक्त भारत इकाई ने किया जेयू के अधिकारियों को सम्मानित…

जब प्लास्टिक का उपयोग ही नहीं होगा तो पर्यावरण साफ रहेगा 

ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय में आज प्लास्टिक मुक्त भारत की ग्वालियर इकाई द्वारा जेयू के अधिकारियों को सम्मानित किया गया।विगत दिनांक 8 सितंबर गुरूवार को कार्यपरिषद की बैठक में विवि परिक्षेत्र नो सिंगल यूज प्लास्टिक व नो गारबेज जोन घोषित करने का निर्णय लिया गया था। 

इसी उपलक्ष्य में प्लास्टिक मुक्त भारत ग्वालियर इकाई एवं पर्यावरण सचेतक अभियान समिति ग्वालियर के संयोजक दीपक सचेती एवं उनके सहयोगी गिर्राज दानी,प्रवीण दुबे, महेश अग्रवाल, शैलेंद्र भदौरिया, विपिन गर्ग, रामसेवक कटारे,राजेश कटारे व डॉ.राजेंद्र सिंह के द्वारा माननीय कुलपति प्रो.अविनाश तिवारी, कुलसचिव अरूण सिंह चौहान एवं कार्यपरिषद सदस्य श्रीमती संगीता चौहान, प्रदीप शर्मा, डॉ.विवेक भदौरिया को सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि हम सब विश्वविद्यालय की इस पहल का स्वागत करते है।जब प्लास्टिक का उपयोग ही नहीं होगा तो यह पर्यावरण हित में होगा और पर्यावरण साफ रहेगा। इससे हमारे सफाई कार्य में लगे कर्मचारियों का काम भी कम होगा।