G News 24 : अब IRCTC (रेलवे)लेकर आया है आपके लिए सिर्फ 20 रुपये में भरपेट खाना

 रेलवे की तरफ से इकोनॉमी मील की शुरुआत की गई है...

अब IRCTC (रेलवे)लेकर आया है आपके लिए सिर्फ 20 रुपये में भरपेट खाना 

रेलवे की तरफ से यात्रियों के लिए अब IRCTC आपके लिए सिर्फ 20 रुपये में खाना लेकर आया है. इसके साथ ही आपको 3 रुपये में पानी भी मिल जाएगा. रेलवे की तरफ से इकोनॉमी मील की शुरुआत की गई है, जिससे सभी को खाना मिल सके. सस्ते खाने के स्टॉल रेलवे प्लेटफॉर्म पर लगाए गए हैं. इसमें आपको पूड़ी-सब्जी के साथ ही मसाला डोसा, छोले-भटूरे, खिचड़ी समेत कई तरह के ऑप्शन मिल जाएंगे. भारतीय रेलवे ने इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (भारतीय रेल सीटीसी) के साथ मिलकर यह सुविधा शुरू की है.

जनरल कोच के सामने लगाए गए हैं स्टॉल

आपको बता दें रेलवे ने मौजूदा समय में करीब 100 से ज्यादा रेलवे स्टेशन पर 150 स्टॉल लगाए हैं. यह स्टॉल प्लेटफॉर्म पर जनरल कोच के सामने लगाए जा रहे हैं, जिससे जनरल क्लास में सफर करने वालों को सस्ता खाना और नाश्ता मिल सके. इस स्टॉल पर यात्रियों के पास में खाने के 2 ऑप्शन होंगे. इसमें पहले ऑप्शन में आपको 20 रुपये में खाना मिलेगा और दूसरे ऑप्शन में आपको 50 रुपये में खाना मिलेगा. 

20 रुपये में मिलेगी पूड़ी-सब्जी

रेलवे की तरफ से खाने की कीमतें तय कर दी गई हैं. बता दें 20 रुपये में आपको पूड़ी-सब्जी और अचार मिल जाएगा. इसमें आपको 7 पूड़ी के साथ में 150 ग्राम सब्जी मिलेगी. 

50 रुपये में मिलेगा

इसके अलावा खाने का एक और ऑप्शन उपलब्ध है, जिसमें आपको 50 रुपये खर्च करने होंगे. 50 रुपये में आपको राजमा-चावल, खिचड़ी-पोंगल, छोले-कुल्चे, छोले-भटूरे और मासाला डोसा में से कुछ भी एक चीज आप ले सकते हैं. आपको इसमें से एक चीज खाने के लिए 50 रुपये खर्च करने होंगे. 

3 रुपये में मिलेगा पानी

इसके अलावा पानी भी काफी सस्ता हो गया है. पानी के लिए आपको सिर्फ 3 रुपये खर्च करने होंगे. आपको 3 रुपये में 200 मिलीमीटर पैकेज्ड के सीलबंद पानी के ग्लास मिल जाएंगे. 

पहले 51 स्टेशनों पर की थी टेस्टिंग

रेलवे ने पिछले साल करीब 51 स्टेशनों पर इसका टेस्ट किया था, जो काफी सफल रहा था. इसके बाद में रेलवे ने इसी आधार पर इकोनॉमी फूड वाले आइडिया को आगे बढ़ाया है. पिछले 51 स्टॉल की सफलता के बाद में रेलवे ने 100 और स्टॉल शुरू किए हैं. अब कुल 151 स्टॉल हो गए हैं, जिस पर आपको सस्ता फूड मिल जाएगा. 

G News 24 : 16 किलोमीटर तक फैल गई थीं लपटें, बिखरी पड़ी थीं 500 लाशें,9737 घर हो गए थे नष्ट

 187 साल पहले अप्रैल के महीने में सूरत हुआ था भयंकर अग्निकांड...

16 किलोमीटर तक फैल गई थीं लपटें, बिखरी पड़ी थीं 500 लाशें,9737 घर हो गए थे नष्ट 

सूरत। आधुनिकता के पथ पर बढ़ते इस शहर का इतिहास भी कम गौरवपूर्ण नहीं है. लेकिन क्या आपको पता है कि आज से 187 साल पहले यानी साल 1837 के अप्रैल महीने में गुजरात के इस शहर में भीषण आग लग गई थी. यह हादसा इतना दिल दहला देने वाला था कि कुछ ही मिनटो में आग 16 किलोमीटर के दायरे में फैल गई और इसके लपटों में लगभग 9,737 घर नष्ट हो गए थे. इतना ही नहीं इस हादसे में 500 से ज्यादा लोगों की मौत भी हो गई थी. उस वक्त देश में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन था. 

बताया जाता है कि 24 अप्रैल, 1837 की शाम पांच बजे सूरत के मछली पीठ इलाके में एक पारसी घर की सूखी लकड़ियों पर उबलता हुआ पिच यानी टार गिर गया था. जिससे वहां आग लग गई. पड़ोसियों ने आग बुझाने के लिए अपने कुओं से पानी का उपयोग करने से इनकार कर दिया. उस वक्त ज्यादातर घरों में लकड़ी के तख्ते और लकड़ी की छतें हुआ करती थी. ऐसे में उस पारसी के घर से आग की लपटे पड़ोसी घर में फैल गई और देखते ही देखते उस इलाके की ज्यादातर घरों को आग ने अपनी चपेट में ले लिया. 

उत्तर से तेज हवा के कारण कुछ ही घंटो में ये आग तीन मील के क्षेत्र में फैल गई. यह घटना इतनी भयानक थी कि अंधेरा होते होते आग की लपटें और धुएं को बीस से तीस मील की दूरी से भी देखा जा सकता था. इस घटना के अगले दिन यानी 25 अप्रैल को, दक्षिण-पश्चिम से आने वाली हवा के कारण आग का फैलाव और भी ज्यादा बढ़ गया. इस दिन दोपहर करीब दो बजे आग अपने चरम पर थी.

पूरे एक दिन तक जलने के बाद 26 अप्रैल की सुबह जैसे तैसे इसे बुझाया गया. इस घटना ने शहर के लगभग तीन-चौथाई भाग, 93⁄4 मील के दायरे में घरों को जला कर राख कर दिया था. उस भीषण आग में 500 से अधिक लोगों के मरने की आशंका जताई गई थी, हालांकि मौत का सही आंकड़ा उपलब्ध नहीं हो पाया. लेकिन इस अग्निकांड में कुल 9,373 घर नष्ट हो गये. जिसमें से 6,250 घर शहर में और 3,123 घर उपनगरों में थे.  ब्रिटिश सरकार ने उस वक्त इस घटना से पीड़ित लोगों को मुआवजे के तौर पर ₹50,000 की रकम दी थी, जबकि कई अलग अलग दानदाताओं ने बॉम्बे में 1,25,000 रुपये इकट्ठा किया था. 

आग लगने के बाद बाढ़ का प्रकोप 

ये साल सूरत के लोगों के लिए किसी डरावने सपने से कम नहीं था. एक तो आग ने लगभग आधे शहर को जलाकर राख कर दिया था. वहीं इस घटना के कुछ ही महीनों बाद यानी अगस्त 1837 में सूरत भारी बाढ़ से प्रभावित हुआ. इन आपदाओं के कारण पारसी , जैन और हिंदू व्यापारी बंबई चले गए.  बाद में, बॉम्बे सूरत को पीछे छोड़कर भारत के पश्चिमी तट का प्रमुख बंदरगाह बन गया.

2019 के मई महीने में सूरत के तक्षशिला कॉम्प्लेक्स के एक कोचिंग सेंटर में भीषण आग लग गई थी

साल 2019 के मई महीने में सूरत के तक्षशिला कॉम्प्लेक्स के एक कोचिंग सेंटर में भीषण आग लग गई थी. इस आग ने 21 जिंदगियां एक पल में खत्म कर दी. दरअसल इस हादसे में कोचिंग में पढ़ रहे 20 बच्चे और एक महिला टीचर की मौत हो गई थी. इस हादसे से सिर्फ सूरत ही नहीं बल्कि पूरा गुजरात और पूरा देश इस हादसे से दहल गया है. 

कैसे हुआ था ये हादसा 

दरअसल सूरत के जिस कॉम्प्लेक्स में आग लगी थी वहां के चौथे माले पर कोचिंग क्लास चल रही थी. ये आग दोपहर करीब 3.30 बजे लगी थी. उस वक्त कोचिंग में 40 बच्चे पढ़ाई कर रहे थे. इस पूरे मामले की जांच से पता चला की आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट थी. शॉर्ट सर्किट के कारण पहले आग बैनर में लगी फिर बिल्डिंग में फैल गई और आग ने विकराल रूप ले लिया.

आग फैली तो चौथी मंजिल से कूदे बच्चे

उस वक्त कोचिंग में पढ़ रहे 40 बच्चों ने जैसे ही आग फैलती देखी, वह घबराहट में खुद को बचाने लिए वहां से भागने की कोशिश करने लगें. लेकिन तब तक आग ने इतना विकराल रूप ले लिया था कि बच्चों को वहां से निकलने का रास्ता नहीं मिला. जिसके बाद अपनी जान बचाने के लिए कई बच्चों ने चौथी मंजिल से छलांग लगा दी थी. उस दौरान सोशल मीडिया पर भी इस भयानक हादसे का वीडियो वायरल हो रहा था. जिसमें देखा गया था कि बच्चे चौथी मंजिल के बाहर खिड़की, बालकनी से लटके हुए थे.हालांकि मौत ने यहां भी उनका पीछा नहीं छोड़ा. दरअसल चौथा मंजिल से कूदने के कारण वह नीचे सड़क पर गिर गए. बाद में अस्पताल ले जाते वक्त उनकी मौत हो गई.

फायर ब्रिगेड सर्विस पूरी तरह हो गई था फेल

उस वक्त घटनास्थल पर मौजूद तमाम चश्मदीदों और वीडियो के मुताबिक, इस हादसे के तुरंत बाद फायर ब्रिगेड को बुलाया  गया था लेकिन उनकी टीम भी बच्चों को बचा नहीं पाई. घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीदों ने कहा कि फायर ब्रिगेड के पास ना तो जाल था और न ही बड़ी सीढ़ियां. उन्होंने बताया कि कई बच्चों ने सीढ़ियों को पकड़ने की कोशिश भी की थी, लेकिन इस कोशिश में वह ऊपर से नीचे आ गिरे. इस हादसे के बाद बदइंतजामी को देखते हुए गुजरात सरकार पर भी कई सवाल खड़े हो गए थे.    


G News 24 : ग्वालियर से जौरा तक जाने वाली मेमू ट्रेन पर असमाजिक तत्वों ने किया पथराव !

  स्टेशन के आउटर पर सक्रिय असामाजिक तत्वों द्वारा पहले भी प्रीमियम ट्रेनों को  बनाया है निशाना ...

ग्वालियर से जौरा तक जाने वाली मेमू ट्रेन पर असमाजिक तत्वों ने किया पथराव !

ग्वालियर. ग्वालियर स्टेशन के आउटर पर सक्रिय असामाजिक तत्वों द्वारा शताब्दी और वंदे भारत एक्स्प्रेस जैसी प्रीमियम ट्रेनों को निशाना बनाया जाता है लेकिन अब वे मेमू ट्रेन पर भी पत्थरबाजी कर रहे है। मंगलवार को ग्वालियर से जौरा तक जाने वाली मेमू ट्रेन पर बिरला नगर स्टेशन के पास पत्थरबाजी की गई। इस दौरान ट्रेन के इंजन का कांच टूट गया। चूंकि ट्रेन रवाना हो चुकी थी ऐसे में जौरा से वापसी के बाद निर्णरू लिया गया कि इस रैक को बदला जाएगा।

इसके चलते ग्वालियर-इटावा के बीच संचालित होने वाली मेमू ट्रेन के रैक को जौरा के लिए भेजा गया, जबकि जौरा के रैक को इटावा तक संचालित किया गया। अब इसे मरम्मत के लिए कानपुर भेजा जाएगा। इस घटना के बाद आरपीएफ के उप निरीक्षक रविंद्र सिंह राजावत, उप निरीक्षक शिवम और आरक्षक उमेश शर्मा ने तत्काल ही ट्रैक पर पेट्रोलिंग शुरू की और लोगों को हिदायत दी कि वे पत्थरबाजी को अंजाम न दें, अन्यथा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

झांसी रोड थाना क्षेत्र के अंतर्गत महलगांव पुलिया के पास रेलवे ट्रैक किनारे आग लगने पर स्टेशन प्रबंधन ने 42 मिनट के लिए ओएचइ लाइन को बंद कर दिया। आग की सूचना मिलने पर रेलवे की टीम मौके पर पहुंची और ट्रैक के पास लगी आग को बुझाया। इसके चलते प्लेटफार्म क्रमांक चार की ओएचइ लाइन में सप्लाइ बंद हो गई और शिवपुरी-गुना ट्रैक की ट्रेनों के संचालन पर असर पड़ा। दोपहर के समय भिंड की ओर रवाना होने वाली पैसेंजर को प्लेटफार्म क्रमांक चार के बजाय एक से संचालित किया गया।

G News 24 : बेसमेंट की खुदाई के दौरान चार मंजिला इमारत गिरी, बुजुर्ग की मौत !

 ग्वालियर में बड़ा हादसा...

बेसमेंट की खुदाई के दौरान चार मंजिला इमारत गिरी, बुजुर्ग की मौत !

ग्वालियर। प्लॉट में बेसमेंट की खुदाई करते वक्त नींव हिलने से चार मंजिला इमारत भरभराकर पड़ोस के मकान पर गिर गई। मकान भी ढह गया। मकान में सो रहे नगर निगम के रिटायर कर्मचारी की मौत हो गई। 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद 65 साल के बुजुर्ग के शव को मलबे से बाहर निकाला जा सका। 

एसडीआरएफ की टीम ने जैक से छत को उठाकर उनके शव को बाहर खींचा। घटना ग्वालियर के हजीरा शहर का नाका की है। हादसे के बाद अफरा-तफरी मच गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

G News 24 : मैने दर्जी की तरह, पिछोर विधानसभा में सड़कों का जाल बुना है : सिंधिया

 कांग्रेस पार्टी सत्ता की भूखी है, वह देश के विकास और प्रगति को रोकना चाहती है:  सिंधिया

मैने दर्जी की तरह, पिछोर विधानसभा में सड़कों का जाल बुना है : सिंधिया

पिछोर । गुना लोक सभा क्षेत्र में चुनावी संग्राम में भाजपा प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया दिन प्रतिदिन अपनी मजबूती बढ़ाते जा रहे है। 4 दिन से लगातार वह गांव गांव, शहर-शहर जाकर जन सभाएं कर रहे हैं और इसी क्रम में आज वह पिछोर में है जहां उन्होंने मायापुर और मुहासा में विशाल जनसभा को संबोधित किया।

अपने भाषण में सिंधिया ने बोला, "जैसे दर्जी एक एक धागे से कपड़ा बनाता है वैसे ही मैने एक दर्जी के रूप में पिछोर और शिवपुरी क्षेत्र में सड़कों का जाल बनाया है। पांच सब स्टेशन बनवाए, करीब रू 150 करोड़ की लागत से 236 किलोमीटर की सड़कें बनवाई और एनटीपीसी एवं एनटीपीआई कॉलेज शुरू करवाया और ग्वालियर से देवास का हाईवे बनवाया जिससे आपके क्षेत्र को विकास के नए स्रोत मिले। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि  किसी भी प्रधानमंत्री ने गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी शक्ति के बारे में नहीं सोचा पर जब प्रधानमंत्री मोदी जी ने 2014 में प्रधानमंत्री की शपथ ली तब से हर जाति और हर वर्ग के विकास के लिए काम कर रहे हैं।

कांग्रेस पर वार करते हुए सिंधिया ने बोला, "कांग्रेस पार्टी सत्ता की भूखी है। वह देश में अन्न कल्याण योजना रोकना चाहते है, आयुष्मान योजना रोकना चाहते है, वह पूरे देश का विकास रोकना चाहते है। वह आज वोट मांगने आ रहे है, यही लोग भगवान राम को काल्पनिक बताते हैं, अयोध्या मंदिर का न्योता ठुकरा दिया और अशांति फैला कर यह भारत की शक्ति को नष्ट करना चाहते हैं। इसीलिए जरूरी है कि आप सब इस चुनाव में कांग्रेस का बोरिया बिस्तर बांध कर सिंध नदी में सफाया कर दें।

G News 24 : शासकीय राशि का दुरुपयोग करने पर सरपंच सचिवों से वसूली के आदेश !

  राशि जमा नहीं करने पर हो सकती है गिरफ्तारी...

शासकीय राशि का दुरुपयोग करने पर सरपंच सचिवों से वसूली के आदेश !

रायसेन। सरकारी राशि के दुरुपयोग करने के मामले में जिला पंचायत ने कड़ा रुख अपनाते हुए जिले की सांची जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत संरचंपा एवं नयापुरा पंचायत के तत्कालीन सरपंच सचिवों पर शासकीय राशि आहरण करने के उपरांत भी निर्माण नहीं कराये जाने पर जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी अंजु भदोरिया ने कड़ी कार्रवाई करते हुए संरचंपा पंचायत की तत्कालीन सरपंच सविता बाई एवं सचिव कल्लू सिंह शाक्य को वर्ष 2015-16 में स्वीकृत आंगनबाड़ी भवन सिलवाहा एवं आंगनबाड़ी भवन संरचंपा की राशि आहरित कर ली परन्तु निर्माण नहीं कराये गये । 

मामले में पंचायत राज ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 की धारा 89-एवं 92 के तहत तत्कालीन सरपंच सविता बाई को राशि जमा करने 362787,50/ रुपए एवं सचिव कल्लू शाक्य को 362787,50/ रुपए कुल 725575/रुपए के वसूली नोटिस जारी किए गए हैं। वसूली राशि जमा नहीं किए जाने पर संबंधितों पर पृथक से गिरफ्तारी वारंट जारी करने के भी आदेश दिए गए हैं । इसी प्रकार इसी जनपद पंचायत की नयापुरा पंचायत में भी सीसी रोड निर्माण कार्य ग्राम टोला करपाट इंदर के घर से हनुमान मंदिर तक एवं विद्युत मोटर पंप पाइप लाइन कार्य पर वर्ष 2021-22 में निर्माण हेतु आवंटित राशि आहरण कर ली गई थी। 

निर्माण कार्य नहीं कराये जाने पर मप्र पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993के अंतर्गत धारा 89-एवं 92 के तहत तत्कालीन सरपंच राधा बाई को राशि वसूली का 303293 रुपए एवं तत्कालीन सचिव स्व चंद्र शेखर नाथ के स्वतत्तो से राशि 184417/ रुपए एवं तत्कालीन प्रभारी सचिव राकेश सल्लाम जीआर एस से राशि 118876रुपये कुल राशि 606586/ रुपए की घोषित वसूली आदेश पारित किए गए हैं राशि जमा न करने की स्थिति में संबोधितो के विरुद्ध पृथक से गिरफ्तारी वारंट जारी करने के भी आदेश दिये गये है । सांची जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाली अनेक ग्राम पंचायतों में सरकारी राशि में हेरफेर की चर्चा देखने सुनने को मिलती रहती है अन्य ग्रामपंचायतों की जांच में और भी सरकारी राशि के हेरफेर करने से पर्दा उठने से इंकार नहीं किया जा सकता है ।

G News 24 : आज शाम 4 बजे तक आएगा दसवीं बारहवीं का रिजल्ट

 परीक्षा में ​​9,92,101 छात्र एवं 7,48,238 छात्राएं शामिल हुए...

आज शाम 4 बजे तक आएगा दसवीं बारहवीं का रिजल्ट

भोपाल। मध्यप्रदेश में 10वीं बोर्ड परीक्षा 5 फरवरी से और 12वीं की बोर्ड परीक्षा 6 फरवरी से शुरू हुई थीं। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित इस परीक्षा में ​​9,92,101 छात्र एवं 7,48,238 छात्राएं शामिल हुए। पूरे प्रदेश में कुल 7,501 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। बोर्ड पिछले डेढ़ महीने से लगातार रिजल्ट्स को लेकर तैयारियां कर रहा था । माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड ने 10वीं और 12वीं के रिजल्ट की घोषणा करने जा रहा  है। रिजल्ट 24 अप्रैल को शाम 4 बजे आएगा। बोर्ड पिछले डेढ़ महीने से लगातार रिजल्ट्स को लेकर तैयारियां कर रहा है।

छात्राएं हमेशा अव्वल

बारहवीं की तरह दसवीं में भी पिछले पांच सालों में छात्राओं ने छात्रों से बेहतर परफॉर्म किया है। माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड के अनुसार दसवीं साल 2019 में लड़के जहां 59.15 प्रतिशत पास हुए तो लड़कियों की यही संख्या 61.32 रही। वहीं हमेशा की तरह साल 2023 में छात्राओं का पासिंग प्रतिशत 66 से अधिक रहा तो छात्र इस इस साल 60 प्रतिशत से अधिक पास हुए। इस साल कुल रिजल्ट 63.29 रहा था।

मोबाइल ऐप पर भी देखें रिजल्ट

बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि गूगल प्ले स्टोर पर MPBSE MOBILE App अथवा MP Mobile App Download कर सकते हैं। ऐप में Know Your Result का चयन करने के बाद अपना अनुक्रमांक (Roll Number) तथा आवेदन क्रमांक (Application Number) प्रविष्ट (submit) कर परीक्षा परिणाम मिल जाएगा।

ऐसे देखें रिजल्ट

  • MP बोर्ड की वेबसाइट https://mpresults.nic.in, https://mpbse.mponline.gov.in, https://mpbse.nic.in पर जाएं।
  • वेबसाइट के होमपेज पर 10th और 12th के रिजल्ट के अलग-अलग लिंक मिलेंगे। किसी एक पर क्लिक करते ही नया पेज खुलेगा।
  • इस पेज पर अपना रोल नंबर और जन्मतिथि दर्ज करनी होगी। जानकारी सब्मिट होते ही स्क्रीन पर रिजल्ट आ जाएगा।

एक नजर

  • माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित इस परीक्षा में ​​9,92,101 छात्र एवं 7,48,238 छात्राएं शामिल होंगी।
  • पूरे प्रदेश में कुल 7,501 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
  • भोपाल में दोनों कक्षाओं की परीक्षा 103 केंद्रों पर होगी।
  • एमपी बोर्ड ने विद्यार्थियों के लिए टोल फ्री नंबर 18002330175 जारी किया है।