एसआई की पिस्टल छीनकर भागने का प्रयास, चेतावनी के बाद आरोपियों का किया शॉर्ट एनकाउंटर

सर्चिंग के लिए जंगल में जाते समय गिरफ्तार आरोपियों ने…

एसआई की पिस्टल छीनकर भागने का प्रयास, चेतावनी के बाद आरोपियों का किया शॉर्ट एनकाउंटर

गुना। विगत 13-14 मई की मध्यरात्रि में आरोन थाना अंतर्गत ग्राम शहरोक एवं सपा बरखेड़ा के बीच जंगल में वन्य जीवों के शिकार किए जाने की सूचना पर गए पुलिस बल की शिकारियों के साथ हुई मुठभेड़ में एक उपनिरीक्षक सहित तीन पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। पुलिस द्वारा इस हृदय विदारक घटना को अंजाम देने वाले बदमाशों की तलाशी में गत 14 मई की सुबह ग्राम बिदोरिया से घटना के एक आरोपी नौशाद खान की लाश उसके घर से बरामद की गई एवं अन्य आरोपियों की तलाश में लगातार सर्चिंग की गई। पुलिस की सर्चिंग के दौरान 14 मई की शाम को ही राधौगढ के पास जंगल में घटना के कुछ बदमाशों से पुलिस की मुठभेड हो गई जिसमें एक आरोपी शहजाद खान निवासी ग्राम बिदोरिया को पुलिस की गोली लगने से उसकी मृत्यु हो गई एवं दो आरोपियों शानू खान एवं जिया खान को पकड़ लिया गया था।

उक्त प्रकरण में गिरफ्तार शुदा आरोपीगण शानू उर्फ शफाक खांन पुत्र शरीफ खान उम्र 27 साल निवासी साडा कॉलोनी राघोगढ़ एवं आरोपी मोहम्मद जिया खान पुत्र अमीर मोहम्मद खान उम्र 28 साल निवासी शाढौरा, जिला अशोकनगर ने पूछताछ पर उनके द्वारा शिकार किए गए हिरण एवं एक हथियार लोहे का बका को राधौगढ के जंगलों में छिपाकर रखना बताने पर आरोन थाना प्रभारी निरीक्षक विनोद सिंह राठौर एवं बजरंगगढ थाना प्रभारी उपनिरीक्षक अमित अग्रवाल पुलिस बल के साथ गिरफ्तार दोनो आरोपियों को साथ लेकर हथियार एवं शिकार किए गए हिरण की बरामदगी हेतु, शासकीय वाहन से उनके द्वारा बताए स्थान पर जा रहे थे। दौरान बीच रास्ते पर पुलिस वाहन के रास्ते में ग्राम भोढनी की घाटी पर पहुंचने पर आरोपी शानू खान द्वारा अचानक से पुलिस वाहन की स्टेरिंग मोड़ दी, जिससे गाड़ी रोड से नीचे उतरकर पलटते-पलटते बच गई, तभी दूसरे आरोपी जिया खान ने थाना प्रभारी बजरंगढ उपनिरीक्षक अमित अग्रवाल की शासकीय पिस्टाल को छीनने का प्रयास किया।

 इस झूमाझटकी में उपनिरीक्षक अमित अग्रवाल एवं वाहन चालक आरक्षक दीपक ओझा घायल हुए है। तथा इस संघर्ष के बाद दोनों आरोपियों ने पुलिस जीप से निकलकर भागने का प्रयास किया तो जिन्हे रोकने के लिए पुलिस बल द्वारा चेतावनी देते हुए पहले हवाई फायर किया लेकिन वह नहीं रुके तो उन आरोपियों के पैरों में गोलियां मारकर शॉर्ट एनकाउंटर किया गया। पुलिस द्वारा दोनो आरोपियों को प्राथमिक उपचार हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र आरोन लाया गया जहां उनका उपचार चल रहा है साथ ही घायल उपनिरीक्षक अमित अग्रवाल और चालक दीपक ओझा का भी इलाज चल रहा है। उक्त घटना पर से आरोपीगण जिया खान एवं शानू खान के विरुद्ध थाना आरोन में अप.क्र. 217/22 धारा 353,332,224,393,186 भादवि के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।

ग्वालियर में भीषण गर्मी, गर्म हवाओं ने किया बेहाल

कूलर पंखे फेल,पेड़ की छांव में राहत…

ग्वालियर में भीषण गर्मी, गर्म हवाओं ने किया बेहाल

सुबह से तीखी धूप व गर्म हवाओं ने शहरवासियाें काे भीषण गर्मी का अहसास कराया। सुबह साढ़े 11 बजे तापमान 42.4 डिग्री पर जा पहुंचा था, लेकिन दिन में बादल छाने से कुछ देर के लिए लाेगाें काे धूप से राहत मिल गई। हालांकि ये ज्यादा देर नहीं रहा, क्याेंकि गर्म हवाओं ने वातावरण में गर्मी पिछले दिन से कही अधिक बढ़ा दी और तापमान 46.6 डिग्री पर पहुंच गया। पिछले तीन दिन से लगातार पारा 46 डिग्री के ऊपर पहुंच रहा है। मौसम वैज्ञानिक सीके उपाध्याय का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ आने वाला है, जिसकी वजह से रविवार को कुछ स्थानों पर आसमान में बादल छाए और हवाएं गर्म रहीं।

इस कारण पारा अन्य दिनों से ऊपर जा पहुंचा। पश्चिमी विक्षोभ आने से अगले तीन दिन तक अधिकतम तापमान में 1 डिग्री सेल्सियस तक की कमी आने की संभावना है, जबकि इतना ही न्यूनतम तापमान बढ़ सकता है। 24 और 25 मई को फिर से पश्चिमी विक्षोभ आएगा तब बारिश के आसार बन सकते हैं। रविवार काे अधिकतम तापमान 46.6 डिसे रिकार्ड हुआ, जाे सामान्य से 5 डिग्री अधिक था। जबकि न्यूनतम तापमान में 3.6 डिग्री की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई और तापमान 29.5 डिसे दर्ज किया गया। दक्षिण-पश्चिमी हवाएं चलीं, जिनकी रफ्तार 6 से 8 किमी प्रतिघंटा दर्ज की गई। 

हवा में आद्रता 32 फीसद रही। पहली बार मई मध्य में पहुंचा पारा 46.6 डिसेः मई मध्य में पारा 46.6 डिग्री सेल्सियस पर पहली बार पहुंचा है। इससे पहले 15 मई काे कब तापमान इतना अधिक रिकार्ड हुआ था, इसकी जानकारी माैसम विभाग के पास भी नहीं है। हालांकि 31 मई 2019 में तापमान 47.2 डिसे पहुंचा था। जबकि 23 मई 2016 में तापमान 46.6 डिग्री भी पहुंचा। 28 मई 2018 में भी तापमान 46.6 डिग्री पहुंचा। मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि 15 मई से पहले इतना अधिक तापमान कभी नहीं पहुंचा। हालांकि 15 मई के बाद अलग-अलग तारीखों में तापमान इससे कही अधिक पहुंचा है।

  • पिछले 8 साल में 15 मई को तापमान की स्थिति -

वर्ष                   तापमान

2015                39.4

2016                45.8

2017                44.8

2018                41.8

2019                41.1

2020                41.2

2021                39.5

2022                46.6

  • तापमान की स्थिति -

समय                तापमान

5:30                 34.6

8:30                 39.4

11:30               42.4

14:30               45.4

17:30               42.8

कूलर पंखे फेल,पेड़ की छांव में राहतः इस भीषण गर्मी में कूलर पंखे सब फेल हैं। कूलर व एसी इस गर्मी में हांफते नजर आ रहे हैं। पंखें गर्म हवा उगल रहे हैं, जिससे पंखे की हवा में बैठ पाना मुश्किल हो रहा है। जिन स्थानों पर घने पेड़ हैं, वहां पर तापमान में करीब 3 डिसे की कमी है और पेड़ की छांव में गर्म हवा शीतल बनकर बहती है। जिससे लोगों को राहत का अहसास हो रहा है। शहर में ऐसे स्थान कम ही बचे हैं, जहां पर घने पेड़ हों। मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि जिन स्थानों पर घने पेड़ हैं और उनके मोटे पत्ते हैं, वहां पर तापमान अन्य स्थानों से कम रहता है।

बेटी को बचाने लुटेरों से भिड़ी मां, चैन स्नेचिंग करने बच्ची पर ताना था कट्टा

सूझबूझ से काम लेते हुए…

बेटी को बचाने लुटेरों से भिड़ी मां, चैन स्नेचिंग करने बच्ची पर ताना था कट्टा

ग्वालियर में एक मां अपनी दो साल की बेटी को बचाने के लिए अपनी जान की परवाह किए बिना लुटेरों से भिड़ गई। मां के साहस को देखते हुए लुटेरों वहां से भाग खड़े हुए। घटना की जानकारी मिलते ही कुछ देर बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक लुटेरे वहां से भाग चुके थे। घटना ग्वालियर जिले की बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार महाराजपुरा थाना इलाके के बीपी सिटी निवासी सचिन तोमर ग्वालियर के एडिशनल एसपी मृगाखी डेका के ऑफिस में तैनात हैं। उनकी पत्नी काजल तोमर अपनी दो साल की बेटी श्रव्या और पड़ोस में रहने वाली रिंकी और रिया के साथ रोजाना की तरह शनिवार को पार्क  घूमने जा रही थीं। 

घर से निकलकर वे जड़ेरूआ बांध के पास पहुंची कि इसी दौरान एक बाइक पर दो युवक आकर रूके, एक युवक बाइक से नीचे उतरा, वहीं दूसरा साथी बाइक मोड़कर खड़ा हो गया। दोनों ने हेलमेट लगाया था, उन्हें देखकर काजल ने तुरंत उनके बदमाश होने का अंदाजा लगा लिया। कुछ ही देर में एक लुटेरा काजल के पास पहुंचा और कट्टा निकालकर चैन उतारने को कहा। उसने उनकी दो साल की बेटी पर कट्टा अड़ा दिया। काजल ने सूझबूझ से काम लेते हुए तुरंत गले की चैन उतारी और कुछ दूरी पर फेंक दी। 

जैसे ही लुटेरा चैन उठाने के लिए मुड़ा काजल ने उसे पास पड़े पत्थर से हाथ पर मारा, जिससे कट्टा जमीन पर गिर गया। कट्टा गिरते ही लुटेरा भाग निकला। कुछ दूर आगे जाने के बाद लुटेरा फिर वापस आया और कट्टा लहराकर आतंक फैलाने की कोशिश करने लगा। इस दौरान रिंकी और रिया ने दोनों लुटेरों पर पथराव कर उन्हें खदेड़ दिया। लुटेरे डरकर वहां से भाग निकले। काजल ने बताया कि जब उनकी दो साल की बेटी पर लुटेरों ने कट्टा ताना तो वह बर्दाश्त न कर सकीं और जान की परवाह किए बिना लुटेरों से भिड़ गई। फिलहाल पुलिस दोनों लुटेरों की तलाश करने के लिए इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।

जो चुनौतियां मुगलों और अंग्रेजों के समय थीं वो आज भी हैं : आहूजा

आद्य पत्रकार देवर्षि नारद जयंती पत्रकारिता सम्मान एवं संवाद कार्यक्रम आयोजित…

जो चुनौतियां मुगलों और अंग्रेजों के समय थीं वो आज भी हैं : आहूजा

ग्वालियर। मुगलों और अंगे्रजों के शासन के समय जो वैचारिक षड्यंत्र और चुनौतियां थीं वो आज भी हमारे सामने हैं। भारत में आज भी एक वर्ग ऐसा है जो मुगलों और अंग्रेजों के वैचारिक एजेण्डे पर काम कर रहा है। यह बात मुख्य वक्ता जनसंपर्क मप्र के सेवानिवृत्त संचालक लाजपत आहूजा ने ‘वर्तमान वैचारिक षड्यंत्र और चुनौतियों में पत्रकारिता की भूमिका’ विषय पर कही। श्री आहूजा रविवार को मामा माणिकचंद वाजपेयी स्मृति सेवा न्यास और पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययन केन्द्र जीवाजी विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित आद्य पत्रकार देवर्षि नारद जयंती पत्रकारिता सम्मान एवं संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। जीवाजी विश्वविद्यालय के गालव सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मामा माणिकचंद वाजपेयी स्मृति सेवा न्यास के अध्यक्ष दीपक सचेती ने की। मुख्य अतिथि के रूप में जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. सुशील मंडेरिया एवं पत्रकार सम्मान चयन समिति के अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार प्रफुल्ल नायक उपस्थित रहे। 

मुख्य वक्ता श्री आहूजा ने कहा कि भारत में लगभग चार सौ साल तक मुगलों और दो सौ साल तक अंग्रेजों का शासन रहा। भारतीयों के प्रति इन दोनों का व्यवहार एक जैसा रहा। हालांकि तरीका अलग-अलग था। दोनों ने सबसे पहले यहां के धर्म, संस्कृति और शिक्षा पर प्रहार किया। औरंगजेब ने 9 अपै्रल 1669 को अपने सूबेदारों को मंदिरों और विद्यालयों को तोडऩे का फरमान जारी किया। यही नीति अंगे्रजों ने भी अपनाई। अंग्रेजों ने सबसे पहले भारत की शिक्षा व्यवस्था पर प्रहार किया। थामस मैकाले ने स्पष्ट रूप में लिखा कि भारत में हमें एक ऐसा वर्ग खड़ा करना है जो शारीकि रूप से भले ही भारतीय हो लेकिन सोच और मानसिकता अंग्रेजों जैसी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज हम उन गुरु तेगबहादुर जी का 400वां प्रकाश पर्व मना रहे हैं जिन्होंने मतांतरण के खिलाफ अपना आत्म बलिदान दिया। 

पूरी दुनिया मानती है कि मतांतरण यानी मानव अधिकारों का उल्लंघन, लेकिन भारत में यह आज भी हो रहा है। उन्होंने राम जन्म भूमि, कृष्ण जन्म भूमि, कुतुबमीनार, ज्ञानव्यापी मस्जिद का जिक्र करते हुए कहा भारत में एक ऐसा ईको सिस्टम है। जिससे शिक्षाविद्, पत्रकार, नौकरशाह, साहित्यकार, इतिहासकार भी जुड़े हुए हैं। ऐसे मामलों में कुछ इतिहासकार कई बार पुरातत्वविद बनकर भी बयान देने लगते हैं। हिन्दू समाज में भी कई लोग ऐसे हैं जो इस यूको सिस्टम का साथ देते हैं। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों में एक सज्जन वर्ग भी है। जिसने प्रारंभ में ही राम जन्म भूमि हिन्दुओं को सौंपने की बात कही थी, लेकिन मीडिया ने उस वर्ग को कोई स्थान नहीं दिया। हालांकि अब मीडिया की भूमिका में परिवर्तन जरूर आया है। हम उम्मीद करते हैं कि मीडिया राष्ट्र और समाज में अपनी सकारात्मक भूमिका निभाएगा। उन्होंने मामा जी माणिकचंद वाजपेयी को याद करते हुए उन्हें पत्रकारिता जगत का संत बताया और कहा कि हम  सौभाग्यशाली हैं जो हमें पत्रकारिता जगत के संत मामा जी के साथ काम करने का अवसर मिला। 

पत्रकारिता में दिखना चाहिए नारद जैसी स्पष्ट छवि: मंडेरिया

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. सुशील मंडेरिया ने कहा कि महर्षि नारद जी ने सकारात्मक भाव से सेतु के रूप में एक लोक से दूसरे लोक में जानकारी पहुंचाने का काम किया। आज हमारे सामने वैचारिक षड्यंत्र चुनौतियां बनकर खड़े हैं। सोशल मीडिया से प्रामाणिकता प्रभावित हुई है। ऐसे में मीडिया में महर्षि नारद जी जैसी छवि स्पष्ट दिखना चाहिए। अध्यक्षीय उद्बोधन में मामा माणिकचंद वाजपेयी स्मृति सेवा न्यास के अध्यक्ष दीपक सचेती ने कहा कि भारत में वैचारिक षड्यंत्र सदियों से चले आ रहे हैं। 

आक्रांताओं ने हमारे धर्म, संस्कृति, शिक्षा को नष्ट करने का प्रयास किया। इससे एक वर्ग ऐसा पैदा हो गया है जो अपने ही धर्म, संस्कृति, प्राचीन शिक्षा पद्धति का विरोध करता है। वर्षों बाद अब शिक्षा और इतिहास में सुधार की शुरुआत हुई है। जिसका एक वर्ग विरोध कर सकता है। ऐसे में मीडिया की जिम्मेदारी बढ़ गई है कि वह शोध परक खबरों का प्रकाशन और प्रसारण करे। वरिष्ठ पत्रकार प्रफुल्ल नायक ने पत्रकारों के सम्मान के लिए अपनाई गई चयन प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम का संचालन सिंधी साहित्य अकादमी के निदेशक राजेश वाधवानी ने किया। आभार कार्यक्रम संयोजक अभिषेक शर्मा ने व्यक्त किया। 

डॉ.गोपाल त्यागी(श्रेष्ठ संवाददाता), धर्मेन्द्र त्रिवेदी (सामाजिक सरोकार के क्षेत्र में श्रेष्ठ पत्रकार), इलेक्ट्रोनिक मीडिया के क्षेत्र में श्रेष्ठ संवाददाता सम्मान नासिर गौरी को दिया गया। जयदीप सिकरवार (श्रेष्ठ फोटो पत्रकार सम्मान), अजय उपाध्याय (श्रेष्ठ वीडियो पत्रकार सम्मान), सुनील गोयल (श्रेष्ठ पत्रकार समन्वयक सम्मान),  रामेन्द्र परिहार (श्रेष्ठ न्यूज पोर्टल सम्मान), मालविका मांढऱे (श्रेष्ठ महिला पत्रकार) और श्रेष्ठ नागरिकता पत्रकारिता का सम्मान कमल मिश्रा को दिया गया।

वीरपुर बाँध क्षेत्र के विस्थापितों के लिये बेहतर से बेहतर सुविधाएँ जुटाएँ : श्री कुशवाह

राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों की ली बैठकें…

वीरपुर बाँध क्षेत्र के विस्थापितों के लिये बेहतर से बेहतर सुविधाएँ जुटाएँ : श्री कुशवाह

ग्वालियर। वीरपुर बाँध क्षेत्र के समीप निवासरत जिन परिवारों को विस्थापित किया जाना है उनके लिये प्रस्तावित आवासीय स्थल पर बेहतर से बेहतर बुनियादी सुविधाएँ जुटाई जाएँ। आवासीय परिसर में पानी, बिजली, सड़क इत्यादि बुनियादी सुविधाओं की कमी न हो। इस आशय के निर्देश उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को दिए। उन्होंने प्रस्तावित रिंग रोड़ की जानकारी भी अधिकारियों से ली। साथ ही वीरपुर बांध, मामा का बांध एवं गिरवाई क्षेत्र को पर्यटन सर्किट के रूप में विकसित करने के प्रस्ताव पर तेजी से काम करने को कहा। 

राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार ने रविवार को गाँधी रोड़ ग्वालियर स्थित अपने स्थानीय निवास पर जल संसाधन, लोक निर्माण एवं स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के विकास कार्यों की समीक्षा की। साथ ही कार्यों को जल्द से जल्द और पूरी गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराने के निर्देश दिए। श्री कुशवाह ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्वालियर ग्रामीण क्षेत्र में निर्माणाधीन सड़कें तय समय-सीमा के भीतर पूर्ण की जाएं। उन्होंने बरसात से पूर्व सड़कों का काम पूर्ण करने पर बल दिया। इसी तरह जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पुराने जलाशयों का जीर्णोद्धार युद्ध स्तर पर करें, जिससे बरसात के पानी को सहेजा जा सके। उन्होंने कहा मुरार ग्रामीण क्षेत्र में हरसी हाईलेवल नहरों के काम को भी तेजी से मूर्तरूप दिया जाए। 

राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि ग्वालियर ग्रामीण क्षेत्र में सीएम राईज स्कूल के लिये जल्द से जल्द स्थल चयन कर भूमिपूजन कराएँ, जिससे सरकार की मंशा के अनुरूप ग्रामीण बच्चों को उच्च कोटि की शिक्षा मिल सके। उन्होंने सीएसआर मद से स्कूलों में मंजूर कार्यों को भी जल्द से जल्द पूर्ण करने पर बल दिया। इन बैठकों में मुख्य अभियंता लोक निर्माण आर एल भारती, मुख्य अभियंता जल संसाधन आर पी झा, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण ओमहरि् शर्मा व कार्यपालन यंत्री जल संसाधन आर एल शर्मा तथा जिला शिक्षा अधिकारी विकास जोशी सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

तिघरा पुलिस ने अपनी ही मां पर गोली चलाने वाले नाबालिग को अवैध हथियार सहित पकड़ा

पिता के साथ मिलकर माता पर देशी कट्टे से किया फायर…

तिघरा पुलिस ने अपनी ही मां पर गोली चलाने वाले नाबालिग को अवैध हथियार सहित पकड़ा

ग्वालियर। ग्वालियर पुलिस द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ग्वालियर अमित सांघी के निर्देष पर फरार आरोपियों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही की जा रही है। पुलिस को सूचना मिली कि दिनांक 13.05.2022 की दरमियानी रात्री में थाना तिघरा क्षेत्रांतर्गत ग्राम कुलैथ में महिला पर गोली चलाने वाले बाल अपचारी को मोतीझील के पास देखा गया है। उक्त सूचना पर से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा अति. पुलिस अधीक्षक शहर-मध्य अभिनव चौकसे को थाना बल की टीम बनाकर उक्त बाल अपचारी को पकड़ने हेतु निर्देषित किया। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देषों के परिपालन नगर पुलिस अधीक्षक ग्वालियर प्रमोद शाक्य के मार्गदर्षन में थाना प्रभारी तिघरा उनि. सुरेष सिंह कुषवाह के नेतृत्व में थाना बल की टीम बनाकर उसे मुखबिर के बताये स्थान थाना बहोड़ापुर क्षेत्रांतर्गत मोतीझील के पास भेजा गया। 

पुलिस टीम को वहां पर एक नाबालिक लड़का घुमता दिखाई दिया, जिसने पुलिस टीम को देख कर भागने का प्रयास किया। परन्तु पुलिस टीम द्वारा उसे घेराबंदी कर पकड़ लिया गया। पकड़े गये बाल अपचारी से घटना के संबंध में पूछताछ करने पर उसके द्वारा अपने पिता के साथ मिलकर फरियादिया माता पर देषी कट्टे से फायर करना स्वीकार किया गया। पुलिस टीम द्वारा उक्त बाल अपचारी की तलाषी लेने पर उसके पास से घटना में प्रयुक्त 315 बोर का देषी कट्टा मय जिंदा राउण्ड के बरामद किया जाकर विधिवत जत्प किया गया। पुलिस टीम द्वारा उक्त बाल अपचारी को थाना तिघरा के अपराध क्रमांक 51/22 धारा 307,459,34 भादवि में पकड़ा जाकर उससे प्रकरण के दूसरे आरोपी उसके फरार पिता के संबंध में पूछताछ की जा रही है। 

ज्ञात हो कि दिनांक 14.05.2022 प्रातः 08ः00 बजे फरियादिया रेखा पत्नि गजराज यादव द्वारा थाना आकर रिपोर्ट की गई कि दिनांक 13.05.2022 को वह अपने मायके ग्राम कुलैथ आयी थी। रात्री करीब 10 बजे उसके पति व नाबालिग पुत्र उसके पास आये और उससे झगड़ा करने लगे, इस दौरान मेरे पति द्वारा मुझे पकड़ लिया गया और मेरे नाबालिग पुत्र द्वारा मुझे मारने की नीयत से मेरे उपर कट्टे से फायर किया गया। जिसकी गोली मेरी दाहिने हाथ की उंगली में जा लगी। फरियादिया की रिपोर्ट पर से थाना तिघरा पुलिस द्वारा उक्त दोनों आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 51/22 धारा 307,459,34 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध किया जाकर विवेचना में लिया गया था।

मुंडका अग्निकांड में पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी

बिल्डिंग का मालिक मनीष लाकड़ा गिरफ्तार…

मुंडका अग्निकांड में पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी

मुंडका अग्निकांड में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने बिल्डिंग के मालिक मनीष लाकड़ा को गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली के मुंडका इलाके में एक कमर्शियल इमारत में शुक्रवार शाम को आग लगी थी, जिसमें 27 लोग मारे गए थे। पुलिस की एफआईआर में कहा गया कि इमारत की दूसरी मंजिल पर एक मीटिंग चल रही थी, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शिरकत कर रहे थे कि तभी भीषण आग लग गई और लोग इसमें फंस गए। बिल्डिंग में कोई इमरजेंसी एग्जिट गेट भी नहीं था। पुलिस ने मालिकाना हक रखने वाले मनीष लाकड़ा, उसकी मां और पत्नी के अलावा किराए पर प्रॉपर्टी लेने वाले दोनों भाइयों हरीश और वरुण गोयल के खिलाफ मामला दर्ज किया है। एफआईआर के मुताबिक गोयल बंधुओं ने अपने कर्मचारियों की सुरक्षा का ख्याल नहीं रखा था। पुलिस इन दोनों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

मोटिवेशनल प्रोग्राम होने की वजह से घटना के समय अधिकतर कर्मचारी दूसरी मंजिल पर मौजूद थे। मुंडका थाने के एसएचओ इंस्पेक्टर गुलशन नागपाल की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें लिखा है कि शनिवार शाम पौने पांच बजे पीसीआर कॉल के जरिए इस घटना की सूचना पुलिस को मिली। थाने का स्टाफ मेन रोहतक रोड स्थित प्लॉट नंबर 193 पर बनी एक बिल्डिंग के पास पहुंचा, जहां पहले से लोग नीचे जमा थे। मेन रोड की तरफ शीशे की खिड़की तोड़कर कुछ लोग नीचे उतर चुके थे। इसके बाद मौके पर दमकल कर्मी, एनडीआरएफ स्टाफ और अन्य एजेंसियों को भी बुलाया गया। एफआईआर के अनुसार जिस बिल्डिंग में आग लगी, वो पांच सौ स्क्वेयर यार्ड में बनी हुई है, जिसमें बेसमेंट से लेकर चार मंजिल तक का निर्माण है। इसके ऊपर आधे हिस्से में रिहायशी फ्लैट बना हुआ है। बिल्डिंग का मालिक मनीष लाकड़ा है, जिसके पिता बलजीत लाकड़ा की मौत हो चुकी है। 

इस बिल्डिंग में बेसमेंट बना हुआ है। ग्राउंड फ्लोर पर दुकानें हैं। जबकि पहली से तीसरी मंजिल तक कॉफे इम्पेक्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का ऑफिस है। इसमें सीसीटीवी कैमरे, सिम, राउटर पार्ट्स की असेम्बलिंग इंपोर्ट करके ट्रेडिंग की जाती है। कंपनी के मालिक पीतमपुरा निवासी हरीश गोयल और उसका भाई वरुण गोयल हैं। इनके पीता का नाम अमरनाथ गोयल हैं। इस कंपनी में लगभग 100 कर्मचारी काम करते हैं, जिसमें 50 महिलाएं हैं। शुक्रवार को इस ऑफिस में मोटिवेशनल प्रोग्राम होने के कारण सभी कर्मचारी दूसरी मंजिल पर मौजूद थे। आग लगने के बाद अंदर फंसे कुछ लोग फ्रंट साइड पर शीशे तोड़कर मेन रोड की तरफ से कूदकर बाहर निकले। आग के कारण काफी लोग बिल्डिंग में ही फंसे रह गए। बिल्डिंग में आने जाने का केवल एक ही रास्ता था। वह भी गली की तरफ है।