कचरा संग्रहण वाहनों पर नहीं बज रहा था जिंगल, वाहन चालकों पर हुआ Fine

निगमायुक्त के निर्देश पर डिपो प्रभारी ने किया औचक निरीक्षण…

कचरा संग्रहण वाहनों पर नहीं बज रहा था जिंगल, वाहन चालकों पर हुआ जुर्माना

ग्वालियर। निगमायुक्त शिवम वर्मा के निर्देश पर आज शनिवार को ग्वालियर पूर्व एवं ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के डिपो प्रभारी गौरव परिहार द्वारा विभिन्न वार्डों में कचरा संग्रहण करने वाले टिपर वाहनों का निरीक्षण किया गया। जिसमें से 65 टिप्पर वाहनों में से 10 वाहनों पर जिंगल बजता हुआ नहीं पाया गया, जिसको लेकर डिपो प्रभारी श्री परिहार द्वारा सभी संबंधित 10 वाहन चालकों के खिलाफ 100 - 100 रुपए जुर्माने की कार्यवाही की गई। 

उल्लेखनीय है कि गत दिवस निगमायुक्त शिवम वर्मा द्वारा विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे कि नगर निगम के जो कचरा संग्रहण वाहन गली मोहल्लों में एवं कॉलोनियों में कचरा संग्रहण हेतु जाते हैं , उन सभी वाहनों पर साउंड सिस्टम के माध्यम से एक जिंगल बजाई जाती है । जिससे क्षेत्र के लोगों को पता चलता है कि उनके क्षेत्र में कचरा संग्रहण वाहन आ गया है। 

इस हेतु सभी डिपो प्रभारी अपने अपने क्षेत्र में वाहनों का निरीक्षण करेंगे। इसी निर्देश के क्रम में ग्वालियर पूर्व एवं ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के डिपो प्रभारी गौरव परिहार ने आज शनिवार को विभिन्न वार्डों में औचक निरीक्षण कर 65 टिपर वाहनों का निरीक्षण किया। जिसमें से 10 टिपर वाहन ऐसे थे जिन पर वाहन चालक द्वारा जिंगल साउंड सिस्टम नहीं  बजाया जा रहा था। 

जिसके चलते सभी संबंधित वाहन चालकों दिनेश  रजक, रिंकू  राणा , मिट्ठू बाथम , आशीष बघेल, प्रल्हाद  धाकड़, विजेंद्र  प्रजापति , मुरालीलाल, नरेश  राजपूत, राहुल  सारवान एवं संजीव  यादव के खिलाफ 100- 100 के जुर्माने की कार्यवाही की गई तथा उन्हें निर्देश दिए गए कि भविष्य में यदि उनके वाहन पर जिंगल बजता हुआ नहीं पाया गया तो कड़ी कार्यवाही की जावेगी।

लक्ष्मीगंज सब्जी मंडी में लगी भीषण आग, 14 दुकाने जलकर खाक

कर्फ्यू के कारण बंद थी मंडी नहीं तो हो सकता था बड़ा हादसा…

लक्ष्मीगंज सब्जी मंडी में लगी भीषण आग, 14 दुकाने जलकर खाक

ग्वालियर। लक्ष्मीगंज सब्जी मंडी में भीषण आग लगी। आग में 14 दुकानें जलकर राख हो गई हैं। घटना का पता उस समय लगा जब आग की लपटें मंडी से बाहर निकलने लगीं। घटना की सूचना तत्काल दमकल दस्ते को दी गई। दमकल दस्ते ने मौके पर पहुंचकर दो घंटे की मशक्कत और 8 फायर ब्रिगेड पानी फायरिंग करने के बाद आग पर काबू पाया है। शुरुआती जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया गया है, जबकि कोरोना कर्फ्यू के कारण मंडी खाली थी। इसलिए कोई जनहानि की सूचना नहीं है। वहीं दुकानदार अग्निकांड के पीछे मंडी समिति पर साजिश का आरोप लगा रहे हैं। उनका आरोप है कि मंडी समिति काफी समय से व्यापारियों को यहां से हटाना चाहता है। 

ग्वालियर के लक्ष्मीगंज स्थित थोक सब्जी मंडी में शनिवार रात अचानक आग भड़क गई। कुछ ही मिनट में आग ने भयानक रूप धारण कर लिया। आग लगने से मंडी के आसपास रहने वाले लोगों में भगदड़ मच गई। तत्काल आग की सूचना पुलिस कन्ट्रोल रूम और मंडी प्रबंधन को दी गई। मंडी में आग की सूचना मिलते ही व्यापारी भी वहां पहुंच गए। सूचना मिलते ही दमकल दस्ता फायर ब्रिगेड के साथ घटना स्थल पर पहुंच गई। तत्काल आग पर काबू करने का प्रयास शुरू कर दिया। करीब 8 फायर ब्रिगेड पानी फायरिंग कर दमकल दस्ते ने आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक 14 दुकाने जलकर खाक हो गईं। यह दुकाने किनकी है यह पता लगाया जा रहा है। पुलिस ने घटना स्थल को निगरानी में लेकर लोगों को पास जाने से रोका। 

मंडी में आग भड़कने का कारण दुकानों में लगी लकड़ियां और फट्टियां थीं। सभी दुकाने इन्हीं से बनी थीं। इसलिए एक बार आग लगी तो वह एक से दूसरी दुकान और तीसरी में लगती चली गई। जब लकड़ी पूरी तरह जल गई तो आग पर आसानी से काबू पा लिया गया। किस्मत से इस समय कोरोना के चलते मंडी नहीं लग रही हैं नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। मंडी में व्यवसाय करने वालों का आरोप है कि आग साजिशन लगाई गई है। दुकानदारों ने मंडी समिति पर साजिश के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि मंडी समिति दुकानें खाली करने के लिए दबाव बना रही है। उसने 3 जून तक दुकानें खाली करने का अल्टीमेटम दिया है। इसलिए इस अग्निकांड की जांच की जा जानी चाहिए।

सरकार के प्रति हाय-हाय के नारे लगाते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर डालें : कांग्रेस

कोरोना काल में बढ़ती मंहगाई को लेकर...

सरकार के प्रति हाय-हाय के नारे लगाते हुए सोशल मीडिया वीडियो पर डालें : कांग्रेस

कोरोना संकट को लेकर PM मोदी की हाईलेवल मीटिंग आज

कोविड वैक्सीनेशन अभियान पर भी होगी चर्चा…

कोरोना संकट को लेकर PM मोदी की हाईलेवल मीटिंग आज

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना संकट को लकर आज एक उच्चस्तरीय बैठक करनेवाले हैं। इस बैठक में देश में चल रहे कोविड वैक्सीनेशन अभियान पर भी चर्चा होगी। अरब सागर में उठे चक्रवाती तूफान की तैयारियों पर भी मोदी बैठक में चर्चा करेंगे।  आपको बता दें कि देशभर में एक दिन में 3,26,098 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के बाद कोविड-19 के मामले बढ़कर 2,43,72,907 हो गए हैं, जबकि 3,890 और मरीजों की मौत होने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 2,66,207 हो गई है। 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार सुबह आठ बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक, कोविड-19 का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या गिरकर 36,73,802 हो गई है जो संक्रमण के कुल मामलों का 15.07 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर सुधरकर 83.83 प्रतिशत हो गई है। आंकड़ों के मुताबिक, बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या 2,04,32,898 हो गई है।

जबकि संक्रमण से मृत्यु दर 1.09 प्रतिशत दर्ज की गई है। देश में कोविड-19 के मरीजों की संख्या पिछले साल सात अगस्त को 20 लाख को पार कर गई थी। जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी कोरोना संकट और वैकसीनेशन के अलावा चक्रवाती तूफान और इससे निपटने की तैयारियों पर  भी बैठक करेंगे। इस बैठक में शीर्ष पदाधिकारियों के अलावा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन से जुड़े अधिकारी भी शामिल होंगे।

DRDO द्वारा विकसित 2-DG दवा अगले सप्ताह होगी लॉन्च

कोविड के मरीजों के लिए…

DRDO द्वारा विकसित 2-DG दवा अगले सप्ताह होगी लॉन्च

नई दिल्ली। DRDO द्वारा विकसित कोविड रोधी दवा 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-DG) की 10 हजार डोज का पहला बैच अगले सप्ताह की शुरुआत में लॉन्च किया जाएगा. अधिकारियों ने बताया कि कोविड मरीजों के लिए 2डीजी की 1000 खुराक का पहला बैच अगले हफ्ते की शुरुआत में ही लॉन्च करने की योजना है. उन्होंने बताया कि हम इसके उत्पादन को तेज कर रहे हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा कोविड मरीजों के लिए यह उपलब्ध हो सके. इस दवा को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की लैब इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड अलाइड साइंस (INMAS) ने हैदराबाद के डॉ. रेड्डी लेबोरेटरी के साथ मिलकर तैयार किया है. 

2-डीजी दवा पाउडर के रूप में पैकेट में आती है, इसे पानी में घोल कर पीना होता है. इससे पहले शुक्रवार को कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के सुधाकर ने बेंगलुरु में डीआरडीओ के कैंपस का दौरा किया जहां वैज्ञानिकों ने उन्हें महामारी से निपटने में DROD के प्रयासों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कैसे 2डीजी दवा कोविड के खिलाफ युद्ध में गेम चेंजर की भूमिका निभा सकती है. कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी बयान में सुधाकर के हवाले से कहा गया है, ‘‘DRDO द्वारा विकसित 2-डीजी बड़ी उपलब्धि है और यह महामारी से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती. 

इससे अस्पतालों में भर्ती मरीज तेजी से ठीक होंगे और चिकित्सकीय ऑक्सीजन पर भी निर्भरता घटेगी.'' इसके अलावा सरकार ने DRDO द्वारा ही विकसित ‘ऑक्सीकेयर' 1.5 लाख यूनिट खरीदने की मंजूरी भी दी है, जिससे कोविड-19 संक्रमित रोगियों के इलाज में मदद मिलेगी. ऑक्सीकेयर SPO2 पर आधारित एक ऑक्सीजन सप्लाई सिस्टम है. रक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार, ऑक्सीकेयर प्रणाली की खरीद पीएम केयर्स फंड का उपयोग करते हुए 322.5 करोड़ रूपये में की जाएगी.

Video Of The Day : वक्त इंसान को कब अर्श से फर्स पर पहुंचा दे इसका जीवंत उदाहरण हैं ये मोहतरमा...

लेकिन वे इस जिंदगी को भी कितनी जीवंतता से एंजॉय कर रही है यह वाकई काबिले तारीफ है

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MP में फिलहाल जारी रहेगी सख्ती, लॉकडाउन बढ़ना तय !

नहीं होंगी बोर्ड की 10वीं की परीक्षाएं,12वीं पर फैसला जल्द…

MP में फिलहाल जारी रहेगी सख्ती, लॉकडाउन बढ़ना तय !

मध्यप्रदेश में मई माह में फिलहाल लॉकडाउन बढ़ना तय है। इसके संकेत मुख्यमंत्री ने दे दिए हैं। शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्य प्रदेश में कोरोना की रफ्तार धीरे-धीरे कम हो रही है, लेकिन मई माह में ढिलाई नहीं होगी, बल्कि सख्ती जारी रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा, एमपी बोर्ड की 10वीं की परीक्षाएं नहीं होगी। आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर रिजल्ट तैयार किया जाएगा। 12वीं की परीक्षा का फैसला जल्द लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि खतरा अभी टला नहीं है। लिहाजा, कोरोना कर्फ्यू में ढील नहीं दी जाएगी। इसकी शुरुआत भी धार, रतलाम, सिंगरौली और अशोकनगर से हो गई है। यहां 24 मई की सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। शादियों व बड़े सार्वजनिक आयोजनों पर लंबे समय तक प्रतिबंध रहेगा। 

मुख्यमंत्री ने शुक्रवार देर शाम प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण का साप्ताहिक औसत 14% है। यानी अभी स्थिति सामान्य नहीं है। जिलों में लॉकडाउन जारी करने के लिए क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप फैसला लें। स्थानीय परिस्थिति और संक्रमण दर देखें। उन्होंने यह भी कहा कि जिन जिलों में संक्रमण की दर 5% से कम है, वहां क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप गंभीरता से विचार करें कि छूट कितनी और कब देना है। क्योंकि जरा सी लापरवाही के चलते संक्रमण फिर बढ़ सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन जिलों में संक्रमण की दर कम है। वहां शनिवार व रविवार को बैठक कर प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजें। 

मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के तहत निशुल्क इलाज की मॉनिटरिंग भी जिला क्राइसिस ग्रुप को करना है। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 10वीं और 12वीं प्रायोगिक परीक्षाओं को अगले आदेश तक टाल दिया है। ये परीक्षाएं 20 मई को होने वाली थीं। मंडल के आदेश के अनुसार परीक्षाओं की तारीख के बारे में बाद में घोषणा की जाएगी। मध्य प्रदेश में कोरोना महामारी के बीच 10वीं का रिजल्ट CBSE की तर्ज पर आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर बनाने सहमति बन चुकी है। ये निर्णय एमपी बोर्ड परीक्षाओं को लेकर 28 अप्रैल को औपचारिक बैठक में लिया जा चुका है। 

दरअसल,10वीं बोर्ड परीक्षा पास करने के बाद स्टूडेंट दूसरे राज्यों यानी महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली में सीबीएसई बोर्ड के स्कूल में एडमिशन लेते हैं, इसलिए भविष्य को ध्यान में रखकर ही अंतिम निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्लैक फंगस बीमारी का इलाज सरकार नि:शुल्क कराएगी। उन्होंने जिलों के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप से कहा है कि वे इस बीमारी की दवा और इंजेक्शन की कालाबाजारी ना हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार एंटी ब्लैक फंगस इंजेक्शन उपलब्ध कराएगी। इसके लिए कई फार्मा कंपनियों से बात चल रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कई ग्रामीण इलाकों से खबरें आ रही हैं कि झोलाछाप डॉक्टर व नीम-हकीम कोरोना का इलाज कर रहे हैं। उन्होंने अपील की है कि ऐसे लोगों से इलाज ना कराएं। ब्लॉक व ग्राम क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप इस पर ध्यान दें।

निर्देश -

  • ग्रामीण इलाकों में पेयजल की समस्या का निराकरण करने की जिम्मेदारी क्राइसिस मैनजमेंट ग्रुप की होगी। प्रभारी मंत्री व सांसद इस पर ध्यान दें।
  • हर गांव में स्वास्थ्य समिति बनेंगी, जिसमें 3 जनप्रतिनिधि और 3 सरकारी विभाग के अधिकारी शामिल रहेंगे।
  • जिन गांवों में संक्रमण ज्यादा है, वहां मनरेगा की मजदूरी का काम रोक दें।
  • जिन परिवारों में आयुष्मान कार्ड नहीं है, कलेक्टर जल्दी से जल्दी उनके कार्ड बनवा कर दें।
  • कोरोना वॉरियर के रजिस्ट्रेशन कराएं। इसके साथ ही इनके सम्मान की योजना शासन स्तर पर तैयार की जाए।