ग्वालियर के मोबिलिटी प्लान के पहले चरण में खर्च होंगे 4980 करोड़

15180 करोड़ रुपए के इस प्लान के पहले चरण में...

ग्वालियर के मोबिलिटी प्लान के पहले चरण में खर्च होंगे 4980 करोड़

ग्वालियर l  ग्वालियर के कम्प्रेहैन्सिव मोबिलिटी ट्रांसपोर्ट प्लान को  वर्ष 2042 को ध्यान में रखकर इसे तीन चरणों में लागू किया जाना है। 15180 करोड़ रुपए के इस प्लान के पहले चरण में 4980 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी। इसमें 257 किमी की नई सड़कें तैयार करने के साथ ही 200 सीएनजी व इलेक्ट्रिक बसें चलाने, तीन रिंग रोड तैयार करने 19 फ्लाईओवर व अंडरब्रिज बनाने सहित अन्य सिफारिशें की गई हैं। इस संबंध में मध्यप्रदेश शासन को भी नगर निगम की ओर से प्रस्ताव भेजा जा चुका है।

शहर में 20 साल बाद होने वाली आबादी और उसकी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा अधिकृत की गयी अर्बन मास ट्रांजिट कंपनी ने ज़रूरी विकास कार्यों की फाइनल रिपोर्ट तैयार कर ली है। इसमें शहर में 257 किमी नयी सडकों के साथ ही 4324 करोड़ रुपये की लागत के रोड नेटवर्क तैयार करने के साथ ही 8548 करोड़ के पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर ज़ोर दिया गया है। प्लान में नान मोटराइज्ड प्लान, ट्वेल डिमांड नेटवर्क, हाई डिमांड कारिडोर को ध्यान में रखा गया है। 

इसमें व्यापार को देखते हुए रायरू, लक्ष्मणगढ़ और गिरवाई में तीन लाजिस्टिक पार्क प्रस्तावित किए गए हैं। इसके अलावा इको मोबिलिटी कारिडोर मुरार नदी के समानांतर और सूर्य मंदिर से सेंट पॉल होते हुए सचिन तेंदुलकर मार्ग और शीतला माता मंदिर तक प्रस्तावित किया गया है। शहर की भावी 25 लाख की आबादी को ध्यान में रखते हुए पब्लिक ट्रांसपोर्ट की ज़रूरत होगी। इसके लिए 200 बसें ज़रूरी होंगी। साथ ही 33 नए जंक्शन भी बनाने होंगे। 

वर्तमान में शहर में 29 जंक्शन हैं, लेकिन कंपनी ने 33 नए जंक्शन प्रस्तावित किए हैं। इनमें पहले चरण में 7 और दूसरे चरण में 26 जंक्शन बनाये जाएंगे। इसके अलावा 6 आफ रोड और 18 आन स्ट्रीट पार्किंग भी प्रस्तावित की गई हैं। पैदल चलने वालों के लिए डेढ़-डेढ़ मीटर चौड़े फुटपाथ भी बनाए जाएंगे। इन सभी कार्यों में कुल 15180 करोड़ रुपए खर्च होने हैं। पहले चरण में वर्ष 2027 तक की आवश्यकता के हिसाब से 4980 करोड़ रुपए की आवश्यकता है, जिसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है।

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